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Gujarat Board Solutions Class 9 Social Science Chapter 17 प्राकृतिक वनस्पति

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GSEB Solutions Class 9 Social Science Chapter 17 प्राकृतिक वनस्पति

GSEB Class 9 Social Science प्राकृतिक वनस्पति Textbook Questions and Answers

1. नीचे दिए गए प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए :

प्रश्न 1.
भारत में विविधतापूर्ण वनस्पतियाँ दिखाई पड़ती है ।
उत्तर:
भारत में प्राकृतिक संरचना और मिट्टी की विभिन्नता के कारण वनस्पति में विविधता पायी जाती है ।

  • हिमालय के शीत प्रदेश तथा दक्षिण के पठारी क्षेत्रों में तापमान और नमी का अंतर भी वनस्पति में विविधता लाता है ।
  • सूर्यप्रकाश और वर्षा भी वनस्पति में विभिन्नता लाती है ।
  • भारत में वर्षा का वितरण असमान है, इस कारण वनस्पति में विविधता दिखाई पड़ती हैं ।
  • भारत में 5000 जाति के वृक्ष 450 व्यापारिक दृष्टि से उपयोग वृक्ष, 15000 फूलवाले पौधे पाये जाते हैं । आयुर्वेद में 2000 प्रकार के औषधीय वनस्पतियों का वर्णन मिलता है ।
  • इस तरह कह सकते हैं कि भारत के पास वैविध्यपूर्ण वनस्पतियाँ है ।

प्रश्न 2.
जंगलों के विनाश के कौन-से कारण है ?
उत्तर:
जंगलों के विनाश के लिए मानव की जमीन पाने की भूख सर्वाधिक जिम्मेदार है । इसके अलावा जनसंख्या वृद्धि, उद्योगों को आवासीय क्षेत्रों से दूर ले जाने की नीति, शहरीकरण, बहुउद्देशीय योजनाएँ, सड़क निर्माण, इमारती और ईंधन की लकड़ी पाने, खेती, दावानल आदि जंगलों के विनाश के कारण है ।

प्रश्न 3.
वन विनाश के क्या परिणाम निकलें है ?
उत्तर:

  • वन विनाश से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ा है ।
  • वर्षा की मात्रा घटी है तथा अकालों का प्रकोप बढ़ा है ।
  • ग्लोबल वार्मिंग (वैश्विक तापवृद्धि) ग्रीनहाऊस प्रभाव जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
  • रेगिस्तान में वृद्धि तथा वन्यजीवों का निराश्रित होने जैसी समस्याएँ ।

प्रश्न 4.

प्रश्न 5.
‘उष्ण कटिबंधीय बरसाती’ जंगों को सदाबहार जंगल क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
ऊँचे तापमान और 200 cm से अधिक वर्षावाले क्षेत्रों में पाये जानेवाले वनों को बरसाती वन कहते हैं ।

  • इन जंगलों में पतझड़ जैसी ऋतु नहीं होती ।
  • ये जंगल बारहों महीने हरे-भरे रहते हैं, इस कारण इन्हें सदाबहार जंगल कहते हैं ।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के विस्तार से उत्तर लिखिए:

प्रश्न 1.
जंगलों की उपयोगिता बताइए ।
उत्तर:
जंगलों का आर्थिक महत्त्व (उपयोगिता) :

  • भारत के वन अनेक प्रकार के वनीय उत्पादन प्रदान करते हैं ।
  • वनों का प्रमुख उत्पादन लकड़ी है । इमारती लकड़ी, ईंधन की लकड़ी, कागज, दियासलाई, रंग आदि उद्योगों के लिए कच्चा माल प्रदान करते हैं ।
  • चंदन की लकड़ी में से चंदन का सुगन्धित तेल निकाला जाता है ।
  • चीड़ के रस से टर्पेन्टाइन बनता है ।
  • बाँस से टोकरी, बड़े टोकरे, खिलौने, चट्टाई तथा गृह सुशोभन की चीजें बनाने के गृह उद्योग का विकास होता है ।
  • पलाश के पत्तों से पतल, दोने आदि बनते है ।
  • टीमरू के पत्तों से बीड़ी और खैर की लकड़ी से कत्था बनता है ।
  • सर्पगंधा, आँवला, संहिजन, हरड़े, बहेडा, शिंकोना आदि वनस्पतियाँ औषधी निर्माण में काम आती है ।
  • ताड़ तथा खजूर के पत्तों से झाडू बनता है ।
  • देवदार तथा चीड़ की लकड़ी से पेकिंग की पेटियाँ बनाई जाती है ।
  • वनों से कुछ गौण उपजें गोंद, रबड, लाख, शहद, राल. रेशम. टर्पेन्टाईन. नेतर आदि प्राप्त होते है ।
  • सुन्दर वन में होनेवाले सुन्दरी वृक्ष में से नौकाएँ बनाई जाती है ।
  • वनों से अनेक प्रकार के फल-फूल प्राप्त होते है ।

पर्यावरणीय महत्त्व :

  • जंगल वर्षा लाने में सहायक होते हैं ।
  • वातावरण को विषम बनाने से रोकते हैं ।
  • प्राणदायी गैस ऑक्सिजन की पूर्ति करते हैं ।
  • जंगल बाढ़ पर नियंत्रण करने में मदद करते हैं ।
  • कार्बन डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैस का शोषण करते हैं ।
  • जंगल भूमि के कटाव को रोकते हैं ।
  • जंगल भूमिगत जल को संरक्षित करते हैं ।
  • जंगल मरूस्थलों को आगे बढ़ने से रोकते हैं ।
  • वायुप्रदूषण कम करने में जंगल उपयोगी हैं ।
  • जंगल प्राकृतिक सौंदर्य में वृद्धि करते हैं ।
  • जंगल हवा को शुद्ध करते हैं ।
  • वन्य जीव सृष्टि को प्राकृतिक आश्रय स्थल देते हैं ।
  • जंगल साहसिक पर्यटन प्रवृत्ति के लिए आदर्श स्थल हैं ।
  • राष्ट्रीय उद्यानों और अभायरण्यों के संदर्भ में कुछ जंगलों को आरक्षित घोषित किया गया है ।

प्रश्न 2.
भारत में पाये जानेवाले वनों के प्रकार बताइए ।
उत्तर:
भारत में पाँच प्रकार के वन पाए जाते हैं :
1. बरसाती (सदाबहार) वन :
वितरण – पश्चिमी घाट, लक्षद्वीप, अंदमान-निकोबार, असम, तमिलनाडू, 200 सेमी से अधिक वर्षा और 22° से. तापमानवाले क्षेत्र में पाये जाते हैं ।
वृक्ष – 60 मीटर से ऊँचे वृक्ष, सदा हरेभरे रहनेवाले होते हैं ।

2. पतझड़ के वन :
वितरण – 70 से 200 सेमीवाले क्षेत्र हिमालय की तलहटी, प. उड़ीसा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, प. घाट, सतपुडा के पर्वतीय क्षेत्र ।
वृक्ष – साग, साल, सीसम, चंदन, खेर, बाँस आदि । विशेषता – 6 से 8 सप्ताह में अपने पत्ते गिराते है ।

3. कंटीले वन :
वितरण – 70 सेमी से कम वर्षावाले क्षेत्र राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि ।
वृक्ष – यहाँ खज़ा बेर, बबूल, थूहर, नागफनी, खेजड़ी आदि वृक्ष पायें जाते हैं ।
विशेषता – वृक्षों की जड़े लम्बी, गहरी और चारों तरफ फैली होती है ।

4. समशीतोष्ण कटिबंधीय जंगल तथा घास के मैदान :
वितरण – हिमालय के 1000 मीटर से 3600 मीटर से अधिक ऊँचे क्षेत्र । वृक्ष – ओट, चेस्टनट, चीड, देवदार, सिल्वर, स्यूस, बर्च आदि ।
विशेषताएँ – वृक्ष शंकु आकार के, डालियाँ ढालवाली, पत्ते लम्बे, नुकीले और चिकने होते हैं ।

5. ज्वारीय वन (मेन्ग्रुव) :
वितरण – समुद्र किनारे, नदी किनारे के बंगाल की खाड़ी और गुजरात से समुद्रतटीय दलदल के क्षेत्रों में पाये जाते हैं ।
वृक्ष – सुन्दरी और चेर मुख्य वृक्ष है ।
विशेषताएँ – वृक्ष मजबूत, लकड़ी में नहीं सड़नेवाले होते है इसलिए ना बनाई जाती है ।

प्रश्न 3.
जंगलों के संरक्षण के उपाय स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
लोगों की जंगल राष्ट्रीय संपत्ति है, इसका संरक्षण करना हमारा कर्त्तव्य है, समझाना चाहिए ।

  • गैरकानूनी रूप से वृक्षों को काटनेवालों को कठोर सजा दी जाय ।
  • जंगलों में आग न लगे इस बात का ध्यान रखें ।
  • लकड़ी की बजाय सौर ऊर्जा, बायोगैस, पवनऊर्जा आदि पुनः प्राप्य ऊर्जा स्रोतों का उपयोग बढ़ाना ।
  • प्रचार-प्रसार माध्यमों द्वारा लोकजागृति उत्पन्न करना ।
  • पर्यावरण शिक्षण तथा पाठ्यक्रम के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना, पर्यावरण संबंधी दिवस मनाए जायें ।
  • वन महोत्सव तथा सार्वजनिक वनीकरण कार्यक्रमों में जन भागीदारी बढ़ाएँ, बंजर जमीन, नदी, रेलवे, सड़कों के दोनों और वृक्ष लगाएँ ।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

प्रश्न 1.
वनस्पति की विविधता की दृष्टि से विश्व में भारत का कौन-सा स्थान है ?
(A) प्रथम
(B) चौथा
(C) दसवाँ
(D) पन्द्रहयौं
उत्तर:
(C) दसवाँ

प्रश्न 2.
नीचे दिए गए कथनों में से कौन-सा कथन गलत है ?
(A) गंगा नदी के मुखत्रिकोण प्रदेश में ज्वारीय जंगल स्थित हैं ।
(B) चीड़ के रस से टर्पेन्टाइन बनता है ।
(C) सुंदरी की लकड़ी नाव बनाने में उपयोग की जाती है ।
(D) हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में कंटीली झाड़ी उगती है ।
उत्तर:
(D) हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में कंटीली झाड़ी उगती है ।

प्रश्न 3.
सही जोड़े मिलाइए :

(अ) (ब)
(A) उष्ण कटिबंधीय बरसाती जंगल 1. चेर
(B) उष्ण कटिबंधीय कंटीले जंगल 2. देवदार
(C) ज्वारीय जंगल 3. बबूल
(D) शंकुद्रुम जंगल 4. महोगन

(A) A-3 B-4 C-1 D-2
(B) A-4 B-3 C-1
(C) A-4 B-3 C-2 D-1
(D) A-4 B-2 C-3
उत्तर:
(A) A-3 B-4 C-1 D-2

GSEB Class 9 Social Science प्राकृतिक वनस्पति Important Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:

प्रश्न 1.
भारत के वनस्पति प्रदेशों को किन पाँच भागों में बाँटा गया हैं ?
उत्तर:
भारत के वनस्पति प्रदेशों को निम्न पाँच भागों में बाँटा गया है :

  • सदाबहार वन
  • उष्ण कटिबंधीय पतझड़ के वन
  • उष्ण कटिबंधीय कंटीली झाडियों के वन
  • समशीतोष्ण जंगल तथा घास के मैदान
  • ज्वारीय (मेन्ग्रुव) वन ।

प्रश्न 2.
बरसाती वनों के मुख्य लक्षण बताईए ।
उत्तर:
बरसाती वनों के लक्षण निम्नानुसार है :

  • इन वनों में झाडी-झाँखर और बेल बड़ी मात्रा में देखने को मिलते है ।
  • वृक्षों की लकड़ियाँ वजनदार और कठोर होती है ।
  • वृक्षों के तने मोटे होते है ।
  • बरसाती वनों के वृक्ष 60 मीटर से भी अधिक मोटे होते है ।
  • इनमें महोगनी, रोजवुड, आबसून आदि वृक्ष पाए जाते हैं ।
  • यहाँ वन बारहों माँस हरे भरे रहते है ।

प्रश्न 3.
भारत में अल्पाइन वन कहाँ पाए जाते है ? इन वनों में कौन-कौन-से वृक्ष देखने को मिलते है ? ।
उत्तर:
समुद्रसतह से 3600 मीटर से अधिक ऊँचाईवाले हिमालय के क्षेत्रों में अल्पाईन वनस्पति पाई जाती है । इन वनों में सिल्वर, जूनियर, फर, वर्च तथा पाईन मुख्य वृक्ष हैं । इन वृक्षों के उत्तरी भाग में झाड़ियाँ और किस अल्पाईन घास पाई जाती है ।

प्रश्न 4.
भारत में वनों के सिर पर संकट किस कारण बढ़ गया है ?
उत्तर:
मनुष्य की स्वार्थवृत्ति के कारण ही वनों पर संकट बढ़ गया है । देश की जनसंख्या वृद्धि, खेती के लिए वनों का सफाया, औद्योगीकरण, शहरों के कद में वृद्धि, स्थानांतरित खेती पद्धति, इमारती लकड़ी की बढ़ती हुई चोरी, सड़कों का निर्माण कार्य, बहुउद्देशीय योजनाएँ, नई बस्तियों की स्थापना, उद्योगों का शहरों से दूर स्थानान्तरण, ईंधन के लिए लकड़ी प्राप्त करने की प्रवृत्ति आदि कारणों से वनों के सिर पर संकट मंडरा रहा है ।

प्रश्न 5.
देश में प्राकृतिक वनस्पति (वनों) से सम्बन्धित क्या समस्याएँ है ?
उत्तर:
हमारे देश में वनों से सम्बन्धित निम्नलिखित समस्याएँ हैं –

  • देश में वन क्षेत्र बहुत ही कम है ।
  • देश में वनों का वितरण असमान है ।
  • वन क्षेत्रों में परिवहन के साधनों का अभाव है ।
  • हमारे देश में उपयोगी लकड़ी का 30 प्रतिशत से अधिक भाग जलाने की लकड़ी में चला जाता है ।
  • लकड़ी काटने के ढंग पुराने है जिससे बहुत-सी लकड़ी नष्ट हो जाती है ।
  • वैज्ञानिक अनुसंधानों की कमी से वनों का अधिकतम उपयोग नहीं हो पा रहा है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर आवश्यकतानुसार दीजिए:

प्रश्न 1.
हिमालयी वनस्पति की संक्षिप्त में जानकारी दीजिए ।
उत्तर:

प्रश्न 2.
भारत में पायी जानेवाली वनस्पति की औषधीय उपयोगिता दर्शाईए ।
उत्तर:
वनस्पति की औषधीय उपयोगिता :

वनस्पति औषधीय उपयोगिता
सर्पगंधा उच्च रक्तचाप (हाई बी.पी.) रोग के इलाज में
नीम जीवाणु प्रतिरोधक
तुलसी शरदी, खाँसी, बुखार
अर्जुन हृदय रोग की चिकित्सा में
बेल वात तथा कफ दोष में
गिलोय मधुप्रमेह, संधि जोड़ का दुखना, बुखार
हरें कब्ज, बालों के रोग
आवला पाचक, वायु-पित्त को दूर करने के लिए
करंजी चमड़ी, दाँत-मसूढ़े के रोगों में ।

प्रश्न 4.
जंगलों का पर्यावरणीय महत्व समझाइए ।
उत्तर:
जंगलों का पर्यावरणीय महत्त्व निम्नलिखित है :

  1. जंगल वर्षा लाने में सहायक होते हैं ।
  2. वातावरण को विषम बनाने से रोकते हैं ।
  3. प्राणदायी गैस ऑक्सीजन की पूर्ति करते हैं ।
  4. जंगल बाढ़ पर नियंत्रण करने में मदद करते हैं ।
  5. कार्बन डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैस का शोषण करते हैं ।
  6. जंगल भूमि के कटाव को रोकते हैं ।
  7. जंगल भूमिगत जल को संरक्षित करते हैं ।
  8. जंगल मरुस्थलों को आगे बढ़ने से रोकते हैं ।
  9. वायुप्रदूषण कम करने में जंगल उपयोगी है ।
  10. जंगल प्राकृतिक सौंदर्य में वृद्धि करते हैं ।
  11. जंगल हवा को शुद्ध करते हैं ।
  12. वन्यजीव सृष्टि को प्राकृतिक आश्रय स्थल देते हैं ।
  13. जंगल साहसिक पर्यटन प्रवृत्ति के लिए आदर्श स्थल हैं ।
  14. राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों के संदर्भ में कुछ जंगलों को आरक्षित घोषित किया गया है ।

प्रश्न 5.
भारत के प्राकृतिक वनस्पति के प्रदेशों को बताते हुए किसी एक के विषय में जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
भारत के प्राकृतिक वनस्पति के प्रदेशों को पाँच भागों में बाँटा गया है –

  1. उष्ण कटिबंधीय बरसाती वन
  2. उष्ण कटिबंधीय पतझड़ के वन तथा
  3. उष्ण कटिबंधीय कँटीले वन
  4. समशीतोष्ण कटिबंधीय वन तथा घास के मैदान
  5. अल्पाईन तथा टुंड्रातुल्य वनस्पति ।

उष्ण कटिबंधीय बरसाती वन :

  1. ये वन मुख्यतः उन क्षेत्रों में पाये जाते है जहाँ वार्षिक वर्षा का औसत 200 से.मी. या उससे अधिक होता है तथा गर्मी भी अधिक पड़ती है ।
  2. ये वर्ष भर हरे भरे रहनेवाले विषुववृत्तीय वनों की भाँति सख्त और मजबूत लकड़ीवाले सघन वन है ।
  3. अधिक वर्षा और तापमान के कारण ये शीघ्र ही बढ़ जाते है । लता, वेले इनके नीचे ज्यादा बढ़ी रहती है ।
  4. इनमें परिवहन के साधनों का विकास नहीं हो पाता है ।
  5. इस प्रकार के वन केवल पश्चिमी घाट के तटवर्ती ढाल, उपसम, पूर्वी हिमालय, तराई प्रदेश तथा अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह में ही पाये जाते है ।
  6. भारत के इन वनों में सीसम, महोगनी, बाँस, बैंत, सिनकोना, रबड़ व पीली चम्पा के वृक्ष बहुत मिलते है ।

निम्नलिखित शब्द समझाइए:
1. प्राकृतिक वनस्पति प्रदेश – वृक्षों के समूह जो मानव की सहायता के बिना प्राकृतिक अवस्था में उगतें हैं, इन्हें प्राकृतिक वनस्पति कहते
2. परिस्थिति तंत्र – वनस्पति जीवन, प्राणीजीवन तथा मानवजीवन के आंतरसंबंधों से परिस्थिति तंत्र का सृजन होता हैं ।
3. सामाजिक वनीकरण – सामाजिक वनीकरण अर्थात् पर्यावरण, समाज और ग्रामीण विकास में सहायक होने के उद्देश्य से जंगलों का व्यवस्थापन, संरक्षण करना तथा बंजर जमीन पर वृक्षारोपण करना ।
4. कँटिले वन : देश के जिन भागों में 70 से.मी. से कम वर्षा होती है वहाँ प्राकृतिक वनस्पति पैदा होती है, उन्हें कँटीले वन कहते हैं । इनमें खजूर, बबूल, झरबेरी, थूहर, नागफनी आदि वनस्पतियाँ पैदा होती है ।
5. पोषण कड़ियाँ : कौन किसका भक्षण करता है, इस सम्बन्ध को ले कर जो प्रश्न खड़ा होता है उसे पोषण कड़ी कहते हैं । इसके तीन सौपान होते है : वनस्पति – शाकाहारी प्राणी – माँसाहारी प्राणी ।
6. पतझड़ के वन : ये वन उन क्षेत्रों में पाए जाते है जहाँ 70 से 200 से.मी. के बीच वर्षा होती है । शुष्क ऋतु में इन्हें नमी कम । मिल पाती है जिससे ये वृक्ष नमी की हानि को रोकने के लिए अपने पत्तों को गिरा देते हैं, इसलिये इनको पतझड़ के वन कहते
7. पारिस्थितिक तंत्र : पर्यावरण में वनस्पति तथा प्राणी आंतरसम्बन्ध से जुड़े हुए है तथा उन दोनों के अपने भौतिक पर्यावरण के साथ भी आंतरसम्बन्ध होते हैं, इसे पारिस्थितिक तंत्र कहते हैं ।
8. प्राकृतिक प्रदेश : पर्यावरण के तत्त्वों की साम्य सूचकतावाले प्रदेशों के समुह को प्राकृतिक प्रदेश कहते हैं ।

निम्नलिखित विषयों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए:

प्रश्न 1.
पर्यावरण की समतुला बनाए रखने में वनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका :
उत्तर:
पर्यावरण संतुलन में वनस्पतियाँ वातावरण में निहित कार्बन डाई आक्साईड को भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं ।

  1. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा सजीव सृष्टि की प्राणवायु ऑक्सिजन को मुक्त करते है ।
  2. वनस्पतियों के कारण तापमान ऊँचा नहीं रहता, जिससे वातावरण में गर्मी की मात्रा नहीं बढ़ पाती ।
  3. वनस्पति हवा के प्रदूषण को घटाती है ।
  4. वनस्पति वर्षा लाने में सहायक होती है, रेगिस्तानों को आगे बढ़ने से रोकती है, वर्षा ऋतु में होनेवाले भूमि के कटाव को रोकती है।
  5. भूमिगत जल को संग्रहित रखने में मदद करती है ।
  6. पर्यावरण को शुद्ध रखने में वनस्पति एक फैक्टरी की तरह कार्य करती है ।
  7. इस प्रकार पर्यावरण समतुला बनाए रखने में वनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है ।

प्रश्न 2.
भारतीय सरकार ने राष्ट्रीय वननीति की घोषणा की :
उत्तर:
हमारे देश में वनों का बड़ी तीव्र गति से विनाश हो रहा है ।

  1. विश्व संरक्षण संघ की लाल सूची के अनुसार भारत में 352 प्रकार के औषधीय वृक्षों में से 49 जातियों पर संकट और 52 जातियों पर अति संकट मंडरा रहा है ।
  2. वनों के विनाश का सीधा प्रभाव वन्यजीवन पर पड़ता है, हमारे देश में वन्य जीवों की कई प्रजातियाँ लुप्त प्राय हो गई है ।
  3. वनों के विनाश से पर्यावरण पर विपरित प्रभाव पड़ता है । जिससे मानव जाति के समक्ष अनेक समस्याएँ खड़ी हो रही है ।
  4. वैज्ञानिकों के अनुसार किसी भी देश के कुल क्षेत्र के एक तिहाई भाग पर वन होने चाहिए जबकि भारत में सिर्फ 23% भाग पर ही वन है ।
  5. उपरोक्त कारणों से भारत सरकार ने सन् 1952 में राष्ट्रीय वन नीति की घोषणा की ।

प्रश्न 3.
वनों के विकास के लिए मुख्य कारणों :
उत्तर:
हमारे देश और विश्व में वनों का तीव्र गति से विनाश हो रहा है ।

  1. जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है ।
  2. देश के पर्यावरण को सन्तुलित रखने में वनों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है ।
  3. भारत की वननीति के अनुसार देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र के 33% भाग पर वन होने चाहिए जबकि हमारे देश में यह आंकडा 23% का ही है।
  4. मनुष्य की स्वार्थवृत्ति के कारण ही वन समृद्धि ध्वंश हो रही है ।
  5. शहरीकरण और तीव्र औद्योगीकरण के कारण वनों में कमी हो रही है ।
  6. मनुष्य द्वारा वनों का अविवेकपूर्ण कटाव के कारण वनों के सिर पर संकट मंडरा रहा है ।
  7. वनों के विनाश के कारण मानव जाति के समक्ष अनेक विकट समस्याएँ खड़ी हो रही है ।
  8. इन सभी समस्याओं से बचने के लिए वन व्यवस्थापन करना अनिवार्य हो गया है ।

प्रश्न 4.
समशीतोष्ण कटिबंधीय वन :
उत्तर:
इन्हें मानसूनी प्रकार के वन भी कहते हैं ।
ये वन उन क्षेत्रों में मिलते हैं जहाँ वर्षा 70 से 200 से.मी. के बीच होती है ।

  1. शुष्क ऋतु में इन्हें नमी कम मिल पाती है । जिससे ये वृक्ष नमी की हानि को रोकने के लिए अपने पत्तों को छः से आठ सप्ताह में गिरा देते हैं, इसलिए इन्हें पर्णपाती या पतझड़ के वन कहते हैं ।
  2. ये सदाबहार वनों से आकार-प्रकार में छोटे तथा कम सघन होते है ।
  3. इन वनों का विस्तार हमारे देश में ज्यादा है ।
  4. इन वनों में पाये जानेवाले वृक्षों की लकड़ी अधिक कठोर नहीं होती, इसे आसानी से काटा जा सकता है ।
  5. इनका उपयोग अधिक होता है अत: ये आर्थिक दृष्टि से अधिक महत्त्वपूर्ण है ।
  6. भारत में ये वन बंगाल, बिहार, छोटा नागपुर का पठार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश तथा हिमालय के बाहरी क्षेत्रों पर पाये जाते है ।
  7. इन वनों में साल, सागौन, आम, सीसम, महुआ, चन्दन, बाँस तथा सेमल आदि के वृक्ष मुख्य है ।

निम्नलिखित विधानों को समझाइए:

प्रश्न 1.
वन विनाश से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ा है ।
उत्तर:
वनस्पति जीवन, प्राणीजीवन तथा मानवजीवन के आंतरसंबंधों से पारिस्थितिक तंत्र का सृजन होता है, परंतु मानव की पर्यावरण विरोधी प्रवृत्तियों तथा स्वार्थवृत्ति के कारण पारिस्थितिक तंत्र में व्यवधान पड़ा है ।

  1. जंगलों के विनाश के लिए मानव स्वयं उत्तरदायी
  2. जमीन प्राप्ति की भूख, आवास, कृषि, बहुउद्देशीय योजनाओं, ईमारती और ईंधन की लकड़ी, शहरीकरण आदि से वनों का विनाश हो रहा है ।
  3. इस प्रकार वन विनाश से प्रकृति में संतुलन बिगड़ रहा है ।

प्रश्न 2.
वन राष्ट्र के आर्थिक विकास में उपयोगी होते है ।
उत्तर:
भारत के वन अनेक प्रकार के वनीय उत्पादन प्रदान करते है ।

  1. वन उद्योगों के लिए कच्चा माल प्रदान करते है ।
  2. वनों से इमारती लकड़ी, ईंधन की लकड़ी, कागज, दियासलाई, रंग, बीड़ी, चंदन का सुगन्धित तेल आदि उद्योग विकसित हुए
  3. वनों के वृक्षों से विभिन्न प्रकार की औषधियाँ बनाई जाती है ।
  4. वनों से कई गृह उद्योगों का विकास सम्भव हो पाया है ।
  5. वनों से लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है।
  6. भारत के वनों से गौण उपजे रबड़, लाख, गोंद, शहद, टर्पेन्टाईन नेतर आदि प्राप्त होते है ।
  7. वन उत्पादों का निर्यात करके विदेशी मुद्रा का अर्जन होता है ।
  8. हमारी राष्ट्रीय सम्पत्ति वन देश के आर्थिक विकास में उपयोगी होती है ।

प्रश्न 3.
भारतीय संसद ने वन संरक्षण अधिनियम पास किया ।
उत्तर:
हमारे देश में वनों का तीव्र गति से विनाश हो रहा है जिससे वन्य जीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है ।

  1. वन संशोधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए वनों का व्यवस्थापन अनिवार्य बन गया है ।
  2. वन क्षेत्रों में निवास करनेवाले स्थानीय लोगों की जरूरतों को पूरी करने तथा आदिवासी कल्याण योजना के विकास के लिए
  3. स्थाई वन योजना पर भार देने की आवश्यकता ।
  4. इस प्रकार सन् 1980 में संसद ने वन संरक्षण अधिनियम पास करके वन संरक्षण और वन वृद्धि कार्यक्रमों को लागू किया ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए:

प्रश्न 1.
भारत की प्राकृतिक वनस्पतियों की विविधता किन परिबलों के कारक है ?
उत्तर:

  1. भूपृष्ठ
  2. भूमि
  3. तापमान
  4. सूर्यप्रकाश
  5. वर्षा की मात्रा
  6. नमी आदि ।

प्रश्न 2.
किसी भी देश को मिलनेवाले सूर्यप्रकाश की मात्रा किस पर निर्भर करती है ?
उत्तर:
सूर्यताप की मात्रा उस प्रदेश के अक्षांश और समुद्रतल से ऊँचाई पर आधारित होता है ।

प्रश्न 3.
कैसे क्षेत्रों में वनस्पति का विकास तेजी से होता है ?
उत्तर:
अधिक वर्षा और अधिक सूर्यतापवाले प्रदेशों में वनस्पति का तेजी से विकास होता है ।

प्रश्न 4.
प्राकृतिक वनस्पति के प्रदेशों को किस आधार पर बाँटा गया हैं ?
उत्तर:
ऊँचाई, जमीन, बरसात और तापमान की विविधता के आधार पर प्राकृतिक वनस्पति प्रदेशों को 5 भागों में बाँटा गया हैं ।

प्रश्न 5.
अपुष्प वनस्पतियों के कुछ नाम लिखिए जो भारत में पायी जाती है ?
उत्तर:
अपुष्प वनस्पतियाँ जैसे फर्न (हंसराज), शेवाल, काई आदि हमारे देश में पायी जाती हैं ।

प्रश्न 6.
बरसाती वनों को सदाबहार वन क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
इन वनों में पतझड़ जैसी ऋतु नहीं आती है । ये बारहों महीनें हरेभरे रहते हैं । इसलिए इन्हें सदाबहार वन कहते हैं ।

प्रश्न 7.
सदाबहार वनों के मुख्य वृक्ष कौन-से है ?
उत्तर:
सदाबहार वनों में महोगनी, रबड़, आबसून, रोजवुड आदि मुख्य वृक्ष है ।

प्रश्न 8.
पतझड़ के वन भारत में कहाँ-कहाँ पाये जाते हैं ?
उत्तर:
पतझड़ के वन भारत में उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिमी घाट के पूर्वी ढलान, विंध्य एवं सतपुडा के पर्वतों आदि में फैले हुए

प्रश्न 9.
पतझड़ के वनों के मुख्य वृक्ष कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
इन वनों में साग, साल, शीशम, चंदन, बाँस आदि मुख्य वृक्ष पाये जाते है ।

प्रश्न 10.
उष्ण कटिबंधीय कंटीले वन भारत में कहाँ-कहाँ पाये जाते है ?
उत्तर:
भारत में इस तरह के जंगल गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि में पाये जाते है ।

प्रश्न 11.
कंटीले वनों में कौन-से वृक्ष पाये जाते हैं ?
उत्तर:
इन वनों में खजूर, बेर, बबूल, थूहर, नागफनी, खेजड़ी आदि मुख्य वृक्ष पाये जाते हैं ।

प्रश्न 12.
कंटीले वनों के वृक्षों की क्या विशेषताएँ हैं ?
उत्तर:
इन वृक्षों का झाड़ियों की जड़े लम्बी, गहरी और चारों तरफ फैली होती है । पत्तियाँ छोटी, काँटे तथा वृक्ष दूर-दूर होते हैं ।

प्रश्न 13.
शंकुद्रुम जंगलों की क्या विशेषताएँ है ?
उत्तर:
इनके वृक्ष शंकु आकार के, डालियों का ढाल जमीन की तरफ, वृक्षों के पत्ते लम्बें, नुकीले और चिकनें होते है ।

प्रश्न 14.
ज्वारीय (मेन्यव) वन भारत में कहाँ पाये जाते है ?
उत्तर:
समुद्र किनारे, नदियों के डेल्टा प्रदेश, बंगाल की खाड़ी के किनारे तथा गुजरात के समुद्री किनारे दलदलीय क्षेत्रों में पाये जाते हैं ।

प्रश्न 15.
शंकुद्रुम वनों के मुख्य वृक्ष कौन-कौन से है ?
उत्तर:
शंकुद्रुम वनों के मुख्य वृक्ष पाईन (चीड़), देवदार, सिल्वर, स्यूस आदि है ।

प्रश्न 16.
गिलोय के मुख्य उपयोग लिखिए ।
उत्तर:
गिलोय मधुमेह, संधि जोड़ का दुखना, बुखार आदि में उपयोगी है ।

प्रश्न 17.
मानव की किन प्रवृत्तियों के कारण वन विनाश होता है ?
उत्तर:
शहरीकरण, बहुउद्देशीय योजनाओं, इमारती और ईंधन की लकड़ी प्राप्त करने, खेती, उद्योगों को शहरों से दूर ले जाने की नीति से वन विनाश हो रहा है ।

प्रश्न 18.
गुजरात में I.U.C.N. ने किन वनस्पतियों को रेड सूची में रखा है ?
उत्तर:
पलाश, गुगल, नीलसोटी, शीशम, इमली, हरै आदि को भयजनक प्रजातियों की सूचि में रखा है ।

प्रश्न 19.
वनों की गौण उपजें कौन-कौन सी है ?
उत्तर:
लाख, गोंद, रान, रबड़, शहद, बेंत, औषधियाँ, कत्था, तेदू, रेशम आदि वनों की गौण उपजें है ।

प्रश्न 20.
देवदार और चीड़ की लकड़ी से क्या बनते हैं ?
उत्तर:
देवदार और चीड़ की लकड़ी से खेल के उपकरण, चाय तथा पैकिंग की पेटियाँ बनती है ।

प्रश्न 21.
बाँस से कौन-कौन सी वस्तुएँ बनती है ?
उत्तर:
बाँस से टोकरा, टोकरी, खिलौने, गृहसज्जा की वस्तुएँ, फर्नीचर आदि वस्तुएँ बनाई जाती है ।

प्रश्न 22.
आँवला किन रोगों में उपयोगी होता है ?
उत्तर:
आँवला पाचक और वायु-पित्त को दूर करने के लिए उपयोगी है ।

प्रश्न 23.
कौन-से बिन परम्परागत ऊर्जा स्रोत है ?
उत्तर:
सौर ऊर्जा, बायोगेस, पवन ऊर्जा आदि बिन परम्परागत ऊर्जा स्त्रोत है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

प्रश्न 1.
चीड़ के पेड़ से क्या बनता है ?
(A) कत्था
(B) टर्पेन्टाइन
(C) लाख
(D) गोंद
उत्तर:
(B) टर्पेन्टाइन

प्रश्न 2.
वनस्पति विविधता की दृष्टि से भारत का एशिया में कौन-सा स्थान है ?
(A) प्रथम
(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) चौथा
उत्तर:
(D) चौथा

प्रश्न 3.
भारत में कितनी जाति के वृक्ष पाये जाते हैं ?
(A) 5000
(B) 15000
(C) 450
(D) 2000
उत्तर:
(A) 5000

प्रश्न 4.
भारत में व्यापारिक दृष्टि से महत्त्व रखनेवालें कितने वृक्षों की जातियाँ पायी जाती है ?
(A) 5000
(B) 450
(C) 1500
(D) 150
उत्तर:
(B) 450

प्रश्न 5.
भारत में विश्व के फूलवाले पौधों का कितना भाग पाया जाता है ?
(A) 6%
(B) 10%
(C) 9%
(D) 7.5%
उत्तर:
(A) 6%

प्रश्न 6.
आयुर्वेद में कितनी प्रकार की औषधीय वनस्पतियों का वर्णन किया है ?
(A) 1500
(B) 2000
(C) 450
(D) 15000
उत्तर:
(B) 2000

प्रश्न 7.
कितनी वर्षावाले क्षेत्रों में सदाबहार वन पाये जाते हैं ?
(A) 100
(B) 200
(C) 100 से 200
(D) 50 से 100
उत्तर:
(B) 200

प्रश्न 8.
इनमें से कौन-सा वृक्ष सदाबहार वनों का है ?
(A) महोगनी
(B) अबसून
(C) रोजवुड
(D) ये तीनों ही
उत्तर:
(D) ये तीनों ही

प्रश्न 9.
सदाबहार वनों की ऊँचाई कितनों तक होती है ?
(A) 60 फीट
(B) 60 मीटर
(C) 35 मीटर
(D) 10 मीटर
उत्तर:
(B) 60 मीटर

प्रश्न 10.
पतझड़ के वन कितने समय में अपने पत्ते गिराते हैं ?
(A) 2 से 3 सप्ताह
(B) 3 से 4 सप्ताह
(C) 5 से 7 सप्ताह
(D) 6 से 8 सप्ताह
उत्तर:
(D) 6 से 8 सप्ताह

प्रश्न 11.
70 सेमी से कम वर्षावाले क्षेत्रों में कौन-से वन पाये जाते हैं ?
(A) शंकुद्रुम
(B) ज्वारीय
(C) सदाबहार
(D) कंटीले
उत्तर:
(D) कंटीले

प्रश्न 12.
कौन-सा वृक्ष ज्वारीय वनों में पाया जाता है ?
(A) चेर
(B) सुंदरी
(C) खजूर
(D) A और B
उत्तर:
(D) A और B

प्रश्न 13.
शंकुद्रुम जंगल हिमालय की कितनी ऊँचाईवाले क्षेत्रों में पाये जाते हैं ?
(A) 1000 से 2000 मीटर
(B) 1500 से 3000 मीटर
(C) 3600 मी से अधिक
(D) 1000 मीटर तक
उत्तर:
(B) 1500 से 3000 मीटर

प्रश्न 14.
कौन-सा वृक्ष अल्पाईन वनस्पति का मुख्य वृक्ष है ?
(A) बर्च
(B) स्यूस
(C) ओट
(D) चेस्टनट
उत्तर:
(A) बर्च

प्रश्न 15.
किस वृक्ष की लकड़ी से नावें बनाई जाती है ?
(A) चीड़
(B) सुंदरी
(C) खेजड़ी
(D) साल
उत्तर:
(B) सुंदरी

प्रश्न 16.
किस वृक्ष के रस से तारपीन बनाया जाता है ?
(A) चीड़
(B) सुंदरी
(C) सर्पगंधा
(D) अर्जुन
उत्तर:
(A) चीड़

प्रश्न 17.
कौन-सी औषधीय वनस्पति उच्च रक्तचाप को नियन्त्रित करने में उपयोगी हैं ?
(A) नीम
(B) सर्पगंध
(C) तुलसी
(D) अर्जुन
उत्तर:
(B) सर्पगंध

प्रश्न 18.
बीड़ी किसके पत्तों से बनती है ?
(A) टिमरू
(B) तेंदू
(C) खैर
(D) करंजी
उत्तर:
(A) टिमरू

प्रश्न 19.
भारत सरकार ने प्रथम वन नीति कब अमल में रखी ?
(A) 1950
(B) 1952
(C) 1971
(D) 1965
उत्तर:
(B) 1952

प्रश्न 20.
संसद ने वन संरक्षण अधिनियम कब पास किया ?
(A) 1952
(B) 1980
(C) 1988
(D) 1971
उत्तर:
(C) 1988

प्रश्न 21.
भारत सरकार ने नई आर्थिक वन नीति कब अमल में रखी ? ।
(A) 1958
(B) 1980
(C) 1988
(D) 1991
उत्तर:
(B) 1980

प्रश्न 22.
भारत की राष्ट्रीय वन नीति में कितने क्षेत्र पर वृक्षारोपण का उद्देश्य रखा गया है ?
(A) 23%
(B) 25%
(C) 33%
(D) 40%
उत्तर:
(C) 33%

प्रश्न 23.
भारत के कितने क्षेत्र पर वन है ?
(A) 23%
(B) 33%
(C) 25%
(D) 38%
उत्तर:
(A) 23%

प्रश्न 24.
गुजरात के कितने भाग पर वन है ?
(A) 10%
(B) 23%
(C) 33%
(D) 25%
उत्तर:
(A) 10%

प्रश्न 25.
21 मार्च को कौन-सा दिवस मनाया जाता हैं ?
(A) विश्व वन दिवस
(B) विश्व पृथ्वी दिवस
(C) विश्व पर्यावरण दिवस
(D) विश्व ओजोन दिवस
उत्तर:
(A) विश्व वन दिवस

प्रश्न 26.
विश्व पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है ?
(A) 21 मार्च
(B) 22 अप्रैल
(C) 5 जून
(D) 16 सितम्बर
उत्तर:
(B) 22 अप्रैल

प्रश्न 27.
विश्व वन वर्ष कब घोषित किया गया ?
(A) 2010
(B) 2011
(C) 2016
(D) 2015
उत्तर:
(B) 2011

प्रश्न 28.
वन संशोधन संस्था कहाँ पर स्थित है ?
(A) देहरादून
(B) पूणे
(C) जयपुर
(D) दिल्ली
उत्तर:
(A) देहरादून

प्रश्न 29.
विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है ?
(A) 5 जून
(B) 16 सितम्बर
(C) 22 अप्रैल
(D) 21 मार्च
उत्तर:
(A) 5 जून

प्रश्न 30.
विश्व ओजोन दिवस कब मनाया जाता है ?
(A) 16 सितम्बर
(B) 5 जून
(C) 11 अप्रैल
(D) 10 दिसम्बर
उत्तर:
(A) 16 सितम्बर

प्रश्न 31.
वन महोत्सव कब मनाया जाता है ?
(A) जनवरी मास
(B) जुलाई मास
(C) मार्च मास
(D) फरवरी-मार्च
उत्तर:
(B) जुलाई मास

प्रश्न 32.
कौन-सा वृक्ष कंटीले वनों का नहीं है ?
(A) खजूर
(B) ओट
(C) थूहर
(D) बबूल
उत्तर:
(B) ओट

प्रश्न 33.
किस वृक्ष से कत्था बनता है ?
(A) खेर
(B) तेंद्र
(C) करंजी
(D) अर्जुन
उत्तर:
(A) खेर

प्रश्न 34.
जीवाणु प्रतिरोधक वनस्पति कौन-सी है ?
(A) सर्पगंधा
(B) नीम
(C) गिलोय
(D) करंजी
उत्तर:
(B) नीम

प्रश्न 35.
हृदय की चिकित्सा के लिए उपयोगी औषधीय वृक्ष ………………………………… .
(A) अर्जुन
(B) बेल
(C) करंजी
(D) सर्पगंधा
उत्तर:
(A) अर्जुन

प्रश्न 36.
वात तथा कफ रोकने में उपयोगी. वृक्ष ………….. है ।
(A) बेत
(B) गिलेय
(C) हरडे.
(D) नीम
उत्तर:
(A) बेत

प्रश्न 37.
गिलोय किस रोग में उपयोगी है ?
(A) मधुमेह
(B) जोड़ों का दुखना
(C) बुखार
(D) ये तीनों ही
उत्तर:
(D) ये तीनों ही

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

1. …………. के अभाव में जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं ।
उत्तर:
(वनस्पति)

2. भारत में फूलवाले पौधों की …………….. प्रजातियाँ पायी जाती है ।
उत्तर:
(15000)

3. किसी भी वनस्पति का अस्तित्व एवं विकास उस स्थान की ………… पर निर्भर करता हैं ।
उत्तर:
(जलवायु)

4. ……………….. से° से अधिक तापमानवाले प्रदेशों में सदाबहार वन पायें जाते हैं ।
उत्तर:
(20°)

5. 70 से 200 cm वर्षावाले क्षेत्रों में …………….. वृक्ष पाये जाते हैं ।
उत्तर:
(पतझड़ के वनों के)

6. ………… वन 70 सेमी से कम वर्षावालें क्षेत्रों में पाये जाते हैं ।
उत्तर:
(कंटीले)

7. नदियों के डेल्टा प्रदेशों में ……………….. वन पाये जाते हैं ।
उत्तर:
(ज्वारीय)

8. ………….. वनों को मौसमी वन भी कहते हैं ।
उत्तर:
(पतझड़)

9. ………… औषधी कब्ज और बालों के रोग के लिए उपयोगी होती है ।
उत्तर:
(हरडे)

10. भारत की प्रथम राष्ट्रीय वन नीति …………… में अमल में रखी गयी ।
उत्तर:
(1952)

11. ………………. शरदी, खाँसी, बुखार में उपयोगी वनस्पति है ।
उत्तर:
(तुलसी)

12. …………. पाचक, वायु-पित्त को दूर करने के लिए उपयोगी हैं ।
उत्तर:
(आँवला)

13. ……………………….. मरूस्थलों को आगे बढ़ने से रोकते हैं ।
उत्तर:
(जंगल)

14. ………………. चमड़ी, दाँत-मसूढ़े के रोगों में उपयोगी है ।
उत्तर:
(करंजी)

15. भारत के …………… भाग पर वृक्ष है ।
उत्तर:
(23%)

16. गुजरात के ……….. भाग पर वृक्ष हैं ।
उत्तर:
(10%)

17. ………………………… मास को वन महोत्सव मनाया जाता है ।
उत्तर:
(जुलाई)

18. …………. के दिन विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है ।
उत्तर:
(5 जून)

19. ………… के वर्ष को विश्व वन वर्ष घोषित किया गया ।
उत्तर:
(2011)

‘अ’ विभाग में दी गई विगतों के साथ ‘ब’ विभाग की विगतों के सामने दिए गयें () में योग्य उत्तर क्रम में लिखिए ।
1.

‘अ’ ‘ब’
(1) पलाश (अ) टोकरी, खिलौने, चटाई की बनावट
(2) खेर (ब) झाडू की बनावट
(3) ताड-खजूर (स) पतल और दोने की बनावट
(4) टीमरू (द) बीड़ी की बनावट
(5) बाँस (य) कत्था की बनावट

उत्तर:

‘अ’ ‘ब’
(5) बाँस (अ) टोकरी, खिलौने, चटाई की बनावट
(3) ताड-खजूर (ब) झाडू की बनावट
(1) पलाश (स) पतल और दोने की बनावट
(4) टीमरू (द) बीड़ी की बनावट
(2) खेर (य) कत्था की बनावट

2.

‘अ’ ‘ब’
(1) सन् 1952 (अ) भारत सरकार ने प्रथम राष्ट्रीय वननीति पर अमल शुरू किया ।
(2) सन् 1988 (ब) भारतीय संसद ने वन संरक्षण अधिनियम पास किया ।
(3) सन् 1980 (स) भारत सरकार ने नई राष्ट्रीय वन नीति की घोषणा की थी ।

उत्तर:

‘अ’ ‘ब’
(1) सन् 1952 (ब) भारतीय संसद ने वन संरक्षण अधिनियम पास किया ।
(2) सन् 1988 (स) भारत सरकार ने नई राष्ट्रीय वन नीति की घोषणा की थी ।
(3) सन् 1980 (अ) भारत सरकार ने प्रथम राष्ट्रीय वननीति पर अमल शुरू किया ।

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