इतिहास में डलहौज़ी कभी किसी व्यक्ति का नाम नहीं था बल्कि डलहौज़ी सिर्फ़ एक टाइटल था और स्काट्लैंड के रैम्ज़ी (Ramsay) राजशाही घराने का पुस्तैनी निवास स्थल था जिन्हें Earls of Dalhousie भी कहा जाता था। वर्ष 1972 में इस महल को होटेल में तब्दील कर दिया गया और आज भी यह एक होटल ही है। इस महल का सर्वाधिक पुराना हिस्सा तक़रीबन छह सौ वर्ष पुराना है। चित्र स्रोत: John Clerk II
स्कॉटलैंड के ऐंगस में स्थित डलहौजी इस्टेट का Brechin Castle जिसका निर्माण 13वीं सदी के दौरान हुआ था और 18वीं सदी में इसे दुबारा बनवाया गया था। आजकल यह एक होटल के रूप है। चित्र स्त्रोत: 1803, Hugh William Grecian
कनाडा के टोरंटो शहर में स्थित है डलहौज़ी गली जहां यह ग्रामर स्कूल हुआ करता था। यह ग्रामर विद्यालय सर्वप्रथम 1816 में बना जब इसका नाम ब्लू स्कूल हुआ करता था। वर्ष 1834 में इस विद्यालय के भवन में रॉयल ग्रामर स्कूल बना। लेकिन अंततः वर्ष 1864 में यह विद्यालय डलहौज़ी स्ट्रीट में स्थानांतरित हो गया जबकि पुराने भवन को वर्ष 1870 में नष्ट कर दिया गया। चित्र स्त्रोत: National Galary of Scotland.
डलहौजी स्ट्रीट कनाडा का ही एक अन्य शहर Ottawa शहर में स्थित है जो आजकल कनाडा की राजधानी भी है। डलहौजी के नाम से यहाँ वर्ष 1838 से 1849 तक डलहौज़ी ज़िला भी हुआ करता था। लॉर्ड डलहौज़ी जिनका असली नाम James Broun-Ramsay था वो हिंदुस्तान के गवर्नर जेनरल बने उनके पिता George Ramsay (1770-1838) कनाडा के गवर्नर जेनरल हुआ करते थे। उन्ही के नाम पर Ottawa शहर के डलहौजी शहर का नामकरण हुआ।
कनाडा के गवर्नर जेनरल George Ramsay के नाम पर बना यह डलहौजी चौराहा कनाडा के पुराने Montreal और नए Faubourg Quebec शहर को जोड़ता था। आगे चलकर वर्ष 1884 में कनाडा का पहला रेलवे स्टेशन भी इसी जगह पर बना जिसका नाम डलहौजी स्टेशन रखा गया। चित्र स्त्रोत: 1851, William Belfield
कनाडा के नोवा स्कॉट क्षेत्र में स्थित ओल्ड डलहौज़ी रोड दक्षिण पश्चिम का एक नजारा। चित्र स्त्रोत: 1851
कनाडा के गवर्नर जेनरल George Ramsay ने वर्ष 1818 कनाडा के Nova Scotia में एक nonsectarian कॉलेज की स्थापना की जिसका नाम वर्ष 1863 में बदलकर ‘The Governors of Dalhousie College and University” रखा गया और वर्ष 1997 में डलहौजी यूनिवर्सिटी रख दिया गया।
कलकत्ता के डलहौज़ी चौक से लाल बाज़ार का नजारा। James Broun-Ramsay वर्ष 1847 में हिंदुस्तान के गवर्नर जेनरल बने। इनके कार्यकाल के दौरान डलहौजी चौराहा क्षेत्र ब्रिटिश सरकार का मुख्य प्रशासनिक क्षेत्र हुआ करता था। ईस्ट इंडिया कम्पनी के मुख्यालय के अलावा यहाँ Writer’s Building, Currency Office और General Post Office भी स्थित था। आज़ाद हिंदुस्तान में इस क्षेत्र का नाम बदलकर BBD बाग़ रख दिया गया जो तीन स्वतंत्रता सेनानियों (बेनोय, बादल, और दिनेश) के नाम पर रखा गया। चित्र स्त्रोत: 1826, James Baillie Fraser