1845, Waldemar von Hohenzollern द्वारा 1845 में बनाया गया स्केच जो National Museum in Warsaw में रखा हुआ है।
वर्ष 1882 में मंदिर का लिया गया चित्र। साभार: portal.gsi.gov.in
वर्ष 1882 में चित्रकार Griesbach द्वारा लिया गया मंदिर का दक्षिणी भाग।
वर्ष 1882 में चित्रकार Griesbach द्वारा लिया गया
डोली में यात्रा। ये डोलियाँ दो तरह की होती थी। एक तरह की डोली अकेले एक व्यक्ति ढोता था और इस दूसरी तरह की डोली को चार लोग लेकर चलते थे।
डोली में यात्रा। आज भी इस तरह की डोलियाँ यात्रा में मिलती है। इसके अलावा आजकल खच्चर पर यात्रा का प्रचलन बढ़ गया है।
पैदल यात्रा करने वाले यात्री सर्वाधिक होते थे।
केदारनाथ गर्भगृह, 1952। आज इस गर्भगृह में किसी तरह का कैमरा ले जाना माना है लेकिन 1950 के दशक तक कैमरा ले जाने में कोई मनाही नहीं थी।
पहले मंदिर
1870 के दशक में कलकत्ता स्थित Geological Survey of India द्वारा लिया गया केदारनाथ का चित्र।