भाषा एवं समाज में क्या सम्बन्ध है? समाज की माँग भाषा शिक्षण की विषय-वस्तु को किस प्रकार परिवर्तित करती हैं?
प्रश्न – भाषा एवं समाज में क्या सम्बन्ध है? समाज की माँग भाषा शिक्षण की विषय-वस्तु को किस प्रकार परिवर्तित करती हैं?
What is the relationship of Language with Society? How do the demands of society change the content of language teaching?
उत्तर – भाषा व समाज (Language and Society)
मनष्यसा भाषा व्यक्तियों द्वारा सम्प्रेषण करने का माध्यम है। भाषा व्यक्तियों को जोड़ती है तथा उन कार्यों को सम्भव बनाती है जो एक अकेला व्यक्ति नहीं कर सकता है। भाषा मनुष्य के अस्तित्व का केन्द्र बिन्दु है । भाषा के बिना समाज, व्यक्ति व संस्कृति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। समाजीकरण का मुख्य साधन भाषा है। भाषा ही है जो सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, भौगोलिक एवं सांस्कृतिक संरचना की शक्तियों का वर्णन करती है। भाषा ज्ञान व विचारों का निर्माण एवं आदान-प्रदान करती है। इसके अलावा भाषा व्यक्ति को पहचान व शक्ति प्रदान करती है। सभी व्यक्ति एक से अधिक भाषाओं का प्रयोग करते हैं। भाषा समाजिकता के विकास का माध्यम है। भाषा व समाज एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। भाषा समाज का एक हिस्सा है और भाषा के बिना समाज का निर्माण सम्भव नहीं है। भाषा के बिना व्यक्ति के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भाषा व समाज एक-दूसरे पर आधारित है व एक-दूसरे को निम्न प्रकार से प्रभावित करते हैं-
- भाषा समाज को प्रभावित करती है –
- सामाजिक सम्बन्धों की स्थापना – भाषा की सहायता से ही आपसी सम्बन्ध बनते हैं बातचीत से जानकारी प्राप्त होती है तथा एक दूसरे से सम्बन्ध बनते हैं।
- व्यक्ति की पहचान – भाषा व्यक्ति को पहचान दिलाती है। भाषा एक जादू की तरह कार्य करती है। भाषा के द्वारा ही व्यक्ति दूसरों के प्रति सम्मान प्रकट करता है तथा अनुचित भाषा के प्रयोग से व्यक्ति स्वयं का भी सम्मान खो सकता है। भाषा समाज व संस्कृति को जीवित तथा सुरक्षित रखती है |
- समाज भाषा को प्रभावित करता है –
- भाषा का स्तर – व्यक्ति जिस समाज में रहता है वहाँ के अनुसार भाषा का चुनाव करता है। विभिन्न वर्ग अपनी अपनी विशिष्ट भाषा का प्रयोग करते हैं। जैसे शहरी क्षेत्र की भाषा ग्रामीण क्षेत्र से अलग होती है, वहीं शिक्षित वर्ग व अनपढ़ वर्ग की भी भाषा अलग होती है।
- भाषा को नियन्त्रित करना- समाज भाषा को नियन्त्रित करती है। समाज भाषा के जिस रूप को स्वीकार करता है, समाज में वही रूप प्रयोग में लाया जाता है। एक समाज के द्वारा वही भाषा स्वीकार्य होती है, दूसरे समाज के लिए अपमानजनक होती है। अपराध जगत व शिक्षित समाज की भाषा में यह अन्तर दिखाई देता है।
- भाषा में परिवर्तन लाता है- समाज में परिवर्तन आने से भाषा में भी परिवर्तन उत्पन्न होते है। आज समाज में वैश्वीकरण से पाश्चात्य (Western) संस्कृति बढ़ रही है जिससे भाषा में यह परिवर्तन दिखाई दे रहा है। भाषा में अंग्रेजी भाषा के प्रयोग का प्रचलन बढ़ गया है।
