माध्यमिक स्तर पर दिव्यांग के लिए समावेशी शिक्षा योजना (IEDSS) का विस्तृत वर्णन कीजिए। Describe the Inclusive Education Scheme for the Disabled of Secondary School
प्रश्न – माध्यमिक स्तर पर दिव्यांग के लिए समावेशी शिक्षा योजना (IEDSS) का विस्तृत वर्णन कीजिए।
Describe the Inclusive Education Scheme for the Disabled of Secondary School.
उत्तर- माध्यमिक स्तर पर दिव्यांग के लिए समावेशी शिक्षा योजना (IEDSS) वर्ष 2009 – 10 से प्रारम्भ की गई है। यह योजना निःशक्त बालकों के लिए एकीकृत योजना के स्थान पर प्रमुख है। यह योजना कक्षा IX-XII में पढ़ने वाली निःशक्त बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए सहायता प्रदान करती है। वर्तमान समय में इस योजना को वर्ष 2013 से माध्यमिक शिक्षा अभियान (आर.एम.एस.एस) के अन्तर्गत सम्मिलित कर दिया गया है। इस योजना के अन्तर्गत सामान्य बालकों के साथ-साथ विकलांग बालकों को भी शिक्षा प्रदान करने की बात कही गई है। कक्षा नौवीं से बारहवीं कक्षा में सामान्य बालकों के साथ समावेशी छात्रों को सम्मिलित करने के लिए अनेक सरकारी सहायता प्राप्त स्थानीय निकायों एवं स्कूलों की व्यवस्था करने की सलाह दी। इसके अतिरिक्त यह योजना प्रत्येक राज्य में मॉडल समावेशी विद्यालयों की स्थापना करने की परिकल्पना की है।
आई.ई.डी.एस.एस. के लक्ष्य एवं उद्देश्य (Aims and Objectives of IEDSS)
- प्रत्येक असमर्थी बालकों की विकलांगता की पहचान माध्यमिक स्तर पर की जाएगी तथा उसके अनुसार उनकी आवश्यकताओं का आंकलन भी किया जाएगा।
- प्रत्येक असमर्थी बालक को उनकी आवश्यकतानुसार सहायक यंत्रों एवं उपकरणों को प्रदान किया जाएगा।
- असमर्थियों की विभिन्न विद्यालय से सम्बन्धित बाधाओं को दूर करके कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों एवं शौचालयों आदि की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- प्रत्येक असमर्थी बालक को उनकी आवश्यकता के अनुसार शिक्षण सामग्री की आपूर्ति की जाएगी।
- असमर्थी बालकों को पढ़ाने के लिए माध्यमिक स्तर पर सभी सामान्य स्कूलों के शिक्षकों को बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- असमर्थी बालकों की शिक्षा के लिए मॉडल स्कूलों का निर्माण किया जाएगा।
- एक समावेशी अनुकूल वातावरण में माध्यमिक स्तर पर सामान्य एवं विशिष्ट बालकों को एक साथ शिक्षा प्रदान की जाएगी।
- माध्यमिक स्तर पर ( कक्षा 9 से 12 तक) सामान्य शिक्षा प्रणाली के द्वारा ही विकलांग छात्रों को भी शिक्षा के अवसर एवं सुविधाएँ प्रदान की जाए ।
- सामान्य स्कूलों के शिक्षकों का प्रशिक्षण असमर्थी बालकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए समर्थन करेगी।
