शिक्षण प्रतिमान के प्रमुख प्रकारों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए । Explain the major types of teaching models in brief.
प्रश्न – शिक्षण प्रतिमान के प्रमुख प्रकारों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए । Explain the major types of teaching models in brief.
उत्तर – शिक्षण प्रतिमानों के प्रकार (Types of Model of Teaching)
शिक्षण प्रतिमानों में उनकी प्रकृति, कार्यप्रणाली तथा उद्देश्यों की प्राप्ति को लेकर अत्यधिक भिन्नताएँ पाई जाती हैं। विभिन्न विद्वान प्रया रत रहते हैं कि किस प्रकार शिक्षण प्रतिमानों को उनकी विशिष्टताओं के होते हुए भी कुछ विशेष वर्गों या प्रकारों में बाँटा जाए। इन्ही विद्वानों में से प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री मार्सा वेल (Marsha Weil) एवं ब्रूस जॉयसी (Bruce Joyce) द्वारा किया गया प्रयास अत्यधिक सराहनीय एवं उल्लेखनीय है । इन्होंने प्रतिमानों के द्वारा विशेष शिक्षण उद्देश्यों तथा कार्यप्रणाली एवं उनकी रचना की समानता के आधार पर इन्हें चार वर्गों में बाँटा है जो निम्न हैं-
- सूचना प्रक्रम प्रतिमान (Information Processing Models) – सूचना प्रक्रम प्रतिमानों का उपयोग व्यक्तियों के संवेगात्मक या सामाजिक विकास करने की अपेक्षा बौद्धिक या मानसिक विकास के लिए अच्छी तरह से किया जा सकता है। परन्तु कुछ अंशो में संवेगात्मक एवं सामाजिक विकास का कार्य भी इन प्रतिमानों के द्वारा किया जाता है।
जॉयसी एवं वील के अनुसार, सूचना प्रक्रम प्रतिमान से तात्पर्य व्यक्तियों द्वारा काम में लाए गए उन सभी तरीकों या कार्यप्रणालियों से है जिनके माध्यम से वे अपने परिवेश से प्राप्त उद्दीपनों को ग्रहण करते हैं, प्राप्त सूचनाओं को व्यवस्थित करते हैं तथा समस्याओं से अवगत होते हैं, अवधारणाओं का निर्माण करते हैं तथा समस्याओं का समाधान खोजते हैं तथा शाब्दिक प्रतीकों को काम में लाते हैं।” इस वर्ग में शामिल कुछ मुख्य प्रतिमानों के रूप में निम्नलिखित नाम लिए जा सकते हैं-
-
जीन पियाजे का विकास प्रतिमान (Development Model of Jean Peaget)
-
सचमैन द्वारा प्रतिपादित पूछताछ प्रशिक्षण प्रतिमान (Inquiry Training Model by Suchman)
-
हिल्डा टाबा द्वारा प्रतिपादित आगमन चिन्तन प्रतिमान (Hilda Tabba’s Inductive Thinking Model)
-
डेविड आसुबेल का प्रगतिशील संगठनकर्त्ता प्रतिमान (David Ashubell’s Advance Organiser Model)
-
ब्रूनर द्वारा सम्प्रत्यय उपलब्धि प्रतिमान (Bruner’s Concept Attainment Model)
-
- व्यवहार (Behaviour परिमार्जन प्रतिमान Modification_Model) — इसके अन्तर्गत आने वाले प्रतिमानों का सम्बन्ध व्यवहार परिमार्जन तकनीकों एवं सिद्धान्तों से है। ये अधिगम क्रियाओं के क्रमिक व्यवस्थापन एवं व्यवहार निरूपण (Sequencing Learning Tasks and Shaping Behaviour) हेतु पुनर्बलन के उचित प्रबन्धन द्वारा प्रभावी प्रणालियों को विकसित करने के प्रयास करते हैं। अतः इस वर्ग के प्रतिमानों का प्रतिपादक सक्रिय अनुबन्ध (Operant Conditioning) के अधिगम सिद्धान्तों को ही माना जा सकता है। इस वर्ग के प्रमुख प्रतिमानों का उल्लेख निम्न प्रकार से है-
- विसुग्राहीकरण प्रतिमान (Desensitisation Model)
- प्रशिक्षण प्रतिमान (Training Model)
- आपात प्रबन्धन प्रतिमान (Contingency Management Model) या सक्रिय अनुबन्धन प्रतिमान (Operating Conditioning Model)
- तनाव कम करने से सम्बन्धित प्रतिमान (Stress Reduction Model)
- व्यक्तिगत विकास प्रतिमान (Personal Development Model) -इस वर्ग के प्रतिमान उन क्रियाओं को महत्त्व देते हैं जिनके द्वारा कोई व्यक्ति अपनी विशिष्ट वैयक्तिकता का विकास करके अपने वातावरण में अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि करके अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त कर सके । भावांत्मक व्यवहार क्षेत्र के अनुदेशनात्मक उद्देश्य की प्राप्ति ही इस वर्ग के प्रतिमानों का उद्देश्य होता है। ये प्रतिमान व्यक्ति के भावात्मक पक्ष से जुड़कर व्यक्ति को एक पूर्ण व्यक्ति के रूप में विकसित करने में सहयोग प्रदान करते हैं। इस वर्ग में शामिल कुछ प्रमुख प्रतिमान इस प्रकार हैं-
- विलियम गॉर्डन का संरचनात्मक प्रतिमान (William Garden’s Synectics Model)
- कार्ल रोजर्स द्वारा प्रतिपादित अनिर्देशित प्रतिमान (Karl Roger’s Non-Directive Model)
- डेविड हंट का प्रत्यय प्रणाली प्रतिमान (David Hunt’s Conceptual System Model)
- फ्रिट्ज पर्ल्स का जागरूकता प्रशिक्षण प्रतिमान (Fritz’ Pearl’s Awareness Training Model)
- सामाजिक अंतःक्रिया प्रतिमान (Social Interaction Model) – वील एवं जॉयसी के अनुसार, “सामाजिक अंतःक्रिया प्रतिमान व्यक्तियों की अपनी योग्यता में वृद्धि कर जनतांत्रिक प्रक्रियाओं के विकास तथा समाज की प्रगति में योगदान देने को प्राथमिकता देते हैं।” भावात्मक अनुक्षेत्र (Affective Domain) से सम्बन्धित सामाजिक लक्ष्यों की पूर्ति करना ही इस वर्ग में शामिल प्रतिमानों का उद्देश्य होता है। ये प्रतिमान अंतःक्रिया एवं सामाजिकता को बढ़ावा देकर समाज की प्रगति में सहायक होते हैं । इस वर्ग के प्रमुख प्रतिमान निम्न प्रकार है-
- हरबर्ट, शेलेन तथा जॉन ड्यूवी द्वारा प्रतिपादित समूह अन्वेषण प्रतिमान (Group Investigation Model)
- फैन्सी शैफ्टल एवं जार्ज शैफ्टल का भूमिका निर्वाह प्रतिमान (Role Playing Model)
- विलियम ग्लेजर का कक्षा सत्र प्रतिमान (Class Room Meeting Model)
- बेन्जामिन कौक्स तथा वाइरन मेसिअल्स का सामाजिक पूछताछ प्रतिमान (Social Inquiry Model)
- बेथल, मायने द्वारा प्रतिपादित प्रयोगशाला विधि प्रतिमान (Laboratory Method Model)
