1st Year

अध्ययन विषय के रूप में सामाजिक विज्ञान एवं Format of Social Science and भाषा का प्रारूप बताइए। Language as a Discipline.

प्रश्न – अध्ययन विषय के रूप में सामाजिक विज्ञान एवं Format of Social Science and भाषा का प्रारूप बताइए। Language as a Discipline.
उत्तर- अध्ययन विषय के रूप में सामाजिक विज्ञान का प्रारूप (Format of Social Science as a Discipline)
विभिन्न स्तरों के सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम की रूपरेखा के अन्तर्गत विषयों का अध्ययन किया जाता है।
जो निम्नलिखित है-
  1. स्थानीय समाज का सामाजिक एवं आर्थिक सर्वेक्षण-इसके अन्तर्गत निम्नलिखित बिन्दु आते हैं –
    1. परिवार का सामाजिक एवं आर्थिक इकाई के रूप में अध्ययन,
    2. जलवायु,
    3. व्यवसाय तथा उद्योग,
    4. कृषि,
    5. वाणिज्य तथा वाणिज्य से सम्बन्धित व्यवसाय,
    6. यातायात, एवं
    7. जनसंख्या का वितरण ।
  2. जिले के इतिहास का अध्ययन
  3. स्थानीय शासन व्यवस्था
  4. सामुदायिक स्वास्थ्य विज्ञान
  5. भोजन-इसके अन्तर्गत निम्नलिखित बातों का विवेचन किया जाता है –
    1. भोजन के उत्पादन के विभिन्न स्तर,
    2. स्थानीय फसलों का विवेचन,
    3. लोगों के रहन-सहन का विवेचना
    4. आधुनिक खाद्य व्यवस्था, एवं
    5. सिंचाई व्यवस्था |
  6. वस्त्र – इसके अन्तर्गत निम्नलिखित पोशाकें या वस्त्र आते हैं
    1. राष्ट्रीय पोशाक,
    2. प्राचीन भारत की पोशाकें, एवं
    3. वस्त्रों के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री- रुई, खोल आदि ।
  7. आवास- इसके अन्तर्गत निम्नलिखित आवासों का वर्णन किया जाता है-
    1. विभिन्न युगों में रहने वाले लोगों के आवास
    2. आवास निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्री
    3. विभिन्न युगों एवं स्थानों के लोगों के आवास
  8. शक्ति – इसके अन्तर्गत छात्रों को निम्नलिखित बातों से अवगत कराया जाता है-
    1. मानव-शक्ति
    2. पशु – शक्ति
    3. जल- शक्ति
    4. भाप – शक्ति
    5. अणु- शक्ति
  9. मशीनरी – इसके अन्तर्गत छात्रों को निम्नलिखित बातों से अवगत कराया जा रहा है –
    1. प्राचीन काल के यन्त्र
    2. लकड़ी के यन्त्र
    3.  लोहे तथा इस्पात का उत्पादन
    4. भारत में औद्योगिक क्रान्ति
    5. उद्योगों का विकेन्द्रीकरण
  10. यातायात – इसके अन्तर्गत छात्रों को निम्नलिखित बातों का अध्ययन कराया जाता है-
    1. समुद्री मार्ग
    2. भारत में रेलों का विकास
    3. सड़क यातायात
    4. प्राचीन काल के संचार साधन
    5. यातायात एवं संचार के साधनों का मानव जीवन पर प्रभाव
    6. भारत के प्राकृतिक भाग
  11. व्यापार
  12. सामाजिक तथा सांस्कृतिक जीवन-इसके अन्तर्गत छात्रों को निम्नलिखित बातों का अध्ययन कराया जाता है-
    1. सामाजिक विकास के विभिन्न स्तर
    2. भारतीयों का वर्तमान सामाजिक जीवन
    3. सामाजिक दृष्टि से पिछड़ी जातियों का उत्थान
    4. भारतीय संस्कृति की विशेषताएँ
    5. भारतीय इतिहास के विभिन्न कालों की संस्कृति
    6. गुप्तकालीन संस्कृति
    7. राजपूत कालीन सभ्यता
    8. मुस्लिम संस्कृति एवं भारतीय संस्कृति पर उनका प्रभाव
    9. पाश्चात्य सभ्यता
    10. राजकीय एवं केन्द्रीय स्तर पर शासन-व्यवस्था
    11. विभिन्न क्रियाएँ
    12. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुई प्रगति एवं उनका मानव जीवन पर प्रभाव |
विद्यालयी पाठ्यचर्या में अध्ययन विषय के रूप में भाषा का प्रारूप (Format of Language as a Discipline )
विद्यालयी पाठ्यचर्या में अध्ययन विषय के रूप में भाषा का प्रारूप निम्न हैं-
  1. संज्ञा
  2. सर्वनाम
  3. विशेषण
  4. कारक
  5. क्रिया
  6. उपसर्ग और प्रत्यय
  7. शब्द-विलोम
  8. विराम चिन्ह
  9. वचन
  10. काल
  11. लिंग
  12. मुहावरे और लोकोक्तियाँ
  13. वाक्याँशों के लिए एक शब्द
  14. सन्धि
  15. समास
  16. पत्र-लेखन

हिन्दी साहित्य का प्रारूप (Format of Hindi Literature ) कविता – वह चिड़िया जो, हम पंछी उन्मुक्त गगन के एक तिनका आदि ।

कहानी – नादान दोस्त, लाख की चूड़ियाँ, जब सिनेमा ने बोलना सीखा, शाम एक किसान आदि ।

यात्रा – वृत्तांत – बस की यात्रा……. आदि ।

संस्मरण- बचपन, वीर कुँवर सिंह, चिट्ठियों की अनूठी दुनिया |

निबन्ध-कामचोर नौकर, मिठाईवाला, अक्षरों का महत्त्व |

एकांकी-ऐसे-ऐसे आदि ।

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