History-and-civics 6

UP Board Class 6 History | पुष्य मूति वंश

UP Board Class 6 History | पुष्य मूति वंश

UP Board Solutions for Class 6 History Chapter 10 पुष्य मूति वंश

पुष्य मूति वंश

प्रश्न 1.
मानचित्र देखकर हर्ष के साम्राज्य विस्तार को लिखिए।
उत्तर :
मानचित्र के अनुसार – हर्ष का साम्राज्य उत्तर में थानेश्वर से लेकर मध्य भारत के साँची तक तथा पूर्व में पुण्ड्रवर्धन से लेकर पश्चिम में बलभी तक फैला हुआ था।

अभ्यास

प्रश्न 1.
हर्ष की बहन का क्या नाम था?
उत्तर :
हर्ष की बहन का नाम राज्यश्री था।

प्रश्न 2.
हर्षवर्धन की राजधानी कहाँ-कहाँ थी ?
उत्तर :
हर्षवर्धन जिस समय गद्दी पर बैठा उस समय उसकी राजधानी थानेश्वर थी। बाद में उसने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।

प्रश्न 3.
ह्वेनसांग ने हर्ष के विषय में क्या लिखा है ?
उत्तर :
हुवेनसांग ने हर्ष के विषय में लिखा है कि हर्षवर्धन एक प्रजापालक एवं उदार शासक था। उसने जिन राज्यों पर विजय प्राप्त की थी, उन राजाओं ने हर्ष की अधीनता स्वीकार कर ली हर्षवर्धन ने अपने सम्पूर्ण साम्राज्य की व्यवस्था के लिए उसे भुक्तियों (प्रांतों), विषयों (जिलों) तथा ग्रामों में विभाजित किया। उसके शासन में अपराध कम होते थे। अपराध करने वाले को कठोर दण्ड दिया जाता था। हर्ष को बौद्ध धर्म से लगाव था। उसने कन्नौज में एक विशाल धर्म सभा भी बुलाई थी। वह बहुत दानी था। वह हर पाँच वर्ष में अपनी सारी संचित सम्पत्ति प्रयाग के मेले में दान कर देता था। उन्होंने कहा भारत महान देश हर्ष जैसे लोगों की वजह से ही है।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित का उत्तर दो वाक्यों में लिखिए –
(अ) हर्षवर्धन और बौद्ध धर्म
(ब) शिक्षा के संरक्षक के रूप में हर्षवर्धन
उत्तर :
(अ) हर्षवर्धन और बौद्ध धर्म – हर्ष को बौद्ध धर्म से लगाव था। उसने कन्नौज में एक, विशाल धर्म सभा बुलाई।
(ब) शिक्षा के संरक्षक के रूप में हर्षवर्धन – हर्ष विद्वान और कला प्रेमी था। उसने संस्कृत में तीन नाटक – नागानन्द, रत्नावली व प्रियदर्शिका आदि लिखे। नालन्दा विश्वविद्यालय हर्ष के शासन में प्रसिद्ध विश्वविद्यालय था।

प्रश्न 5.
सत्य और असत्य बताइए –

(अ) हर्षकालीन इतिहास जानने का मुख्य स्रोत चीनी यात्री फाह्यान का विवरण है। (असत्य)
(ब) हर्ष के दरबारी कवि बाणभट्ट थे। (सत्य)
(स) हर्षवर्धन की राजधानी कन्नौज थी। (सत्य)
(द) हर्षवर्धन के भाई का नाम राज्यवर्धन था। (सत्य)

प्रश्न 6.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(अ) वर्धनवंश का प्रथम शासक प्रभाकरनवर्धन था।
(ब) हर्षवर्धन ने तीन नाटक

  1. नागानंद
  2. रत्नावली
  3. प्रियदर्शिका कीरचना की।

(स) हर्षचरित्र के लेखक बाणभट्ट हैं।
(द) हर्षवर्धन की मृत्यु 647 ई० में हुई।

प्रोजेक्ट कार्य –
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

tense in english

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