Sanskrit 6

UP Board Class 6 Sanskrit | पुनरावलोकनम्-2

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UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 2 पुनरावलोकनम्-2

(क) सर्वनाक- प्रयोगः (किम्, इदम्, एतत्)

शब्दार्थाः –

पुल्लिङ्गम् (पुल्लिग)
शब्दार्थाः –
अयम् = यह,
इमौ = ये दोनों,
इमे = ये सब,
एषः = यह,
एतौ = ये दोनों,
एते = ये सब

स्त्रीलिङ्गम् (स्त्रीलिंग)।
शब्दार्थाः –
इयम् = यह,
इमे = ये दोनों,
इमाः = ये सब,
एषा = यह,
एते = ये दोनों,
एताः = ये सब

नपुंसकलिङ्गम् (नपुंसकलिंग)
शब्दार्थाः –
इमे = ये दोनों,
इमानि = ये सब,
एतत्= यह,
एते = ये दोनों,
एतानि = ये सब

UP Board Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 2 पुनरावलोकनम्-2 5

(ख) ‘युष्मद् ‘अस्मद् शब्दः (मध्यमपुरुषः उत्तमपुरुषः च )

शब्दार्थाः –
त्वम = तुम,
युवाम् = तुम दोनों,
यूयम् = तुम सब
अहम् = मैं,
आवाम् = हम दोनों,
वयम् = हम सब

हिन्दी अनुवाद ।

अध्यापकः – हे बालक! त्वं किं पठसि ?
हे बालक! तुम क्या पढ़ते हो ?

बालकः – श्रीमन्! अहम् इतिहासं पठामि।
श्रीमान! मैं इतिहास पढ़ता हूँ।

अध्यापकः – हे बालकौ! युवां किं पठथः ?
हे बालकों! तुम दोनों क्या पढ़ते हो?

बालकौ – आवां संस्कृतभाषां पठावः।
हम दोनों संस्कृत भाषा पढ़ते हैं।

इयं भाषा सरला मधुरा च अस्ति।
यह भाषा सरल और मधुर है।

अध्यापकः – हे बालकाः! यूयं किं पठथ ? |
हे बालकों! तुम सब क्या पढ़ते हो?

बालकाः – श्रीमन्! वयं विज्ञानं पठामः।।
श्रीमान! हम सब विज्ञान पढ़ते हैं।

विज्ञानं जीवने आवश्यकं भवति।
विज्ञान जीवन में आवश्यक होता है।

अध्यापकः – पठनेन ज्ञानं भवति क्रीडनेन च शरीरं स्वस्थं भवति।।
पढ़ने से ज्ञान होता है और खेलने से शरीर स्वस्थ होता है।

बालकाः – आमू श्रीमन्! वयं मनोयोगेन पठामः,
हाँ श्रीमान! हम सब मनोयोग से पढ़ते हैं,

स्नेहेन खेलामः, सदा प्रसन्नाः च भवामः।
स्नेह से खेलते हैं और सदा प्रसन्न रहते हैं।

अभ्यासः

प्रश्न 1. सर्वनामशब्दानां प्रयोगं पश्यत
(क) छात्रः पठति।।
कः पठति?

(ख) अश्वाः धावन्ति ।।
ते धावन्ति।

(ग) छात्रा वदति।
इयं वदति।

(घ) बालकः नमति।।
एषः नमति।

(ङ) पत्रं पतति।।
तत् पतति।।

(च) बालकौः गच्छतः ।। ।
इमौ गच्छतः।।

नोट – विद्यार्थी रेखांकित शब्दों पर ध्यान दें। ऊपर वाले संज्ञा और नीचे वाले सर्वनाम हैं।
सर्वनामपदैः सह उचितक्रियापदानां प्रयोगं कुरुत (प्रयोग करके)

 

प्रश्न 3. मध्यमपुरुषस्य क्रियायाः प्रयोगं कुरुत (प्रयोग करके)
(क) त्वम् लिखसि। (लिख्)
(ख) युवाम् पठथः। (पट्)
(ग) यूयम् धावथ। (धाव्)

प्रश्न 4. उत्तमपुरुषस्य कर्तुः प्रयोगं कुरुत (प्रयोग करके)
(क) अहं शिक्षकं नमामि।
(ख) आवाम् पुस्तकं पठावः।
(ग) वयं भोजनं कुर्मः।

प्रश्न 5. हिन्दीभाषायाम् अनुवादं कुरुत (अनुवाद करके)
(क) सा हसति।
अनुवाद – वह हँसती है।

(ख) तत् फलं पतति। ।
अनुवाद – वह फल गिरता है।

(ग) यूयं पुस्तकं पठथ।
अनुवाद – तुम सब पुस्तक पढ़ते हो।

(घ) वयं हंसामः। ।
अनुवाद – हम सब हँसते हैं।

प्रश्न 6. संस्कृतभाषायाम् अनुवादं कुरुत
(क) मैं खेलता हूँ।
अनुवाद – अहं क्रीडामि।

(ख) हम सब खाते हैं।
अनुवाद – वयं खादामः ।

(ग) वह हँसती है।
अनुवाद – सा हसति।।

(घ) तुम दोनों लिखते हो।
अनुवाद – युवां लिखथः।

(ङ) वे बालिकाएँ हैं।
अनुवाद – ताः बालिकाः सन्ति।

(च) यह फल गिरता है।
अनुवाद – इदं फलं पतति।

प्रश्न 7. (क) कतृपदेन राह क्रियापदस्य मेलनं कुरुत –

उत्तर– विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से समझें ।

(ख) मंजूषासहाय्येन वाक्यानि रचयतपुल्लिङ्ग

उत्तर – विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से समझें।
शिक्षण – सङ्केत – विद्यार्थी स्वयं करें।

TENSE IN ENGLISH

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