Agricultural-science 8

UP Board Class 8 Agricultural Science | प्राकृतिक आपदाएँ

UP Board Class 8 Agricultural Science | प्राकृतिक आपदाएँ

UP Board Solutions for Class 8 Agricultural Science Chapter 3 प्राकृतिक आपदाएँ

इकाई-3  प्राकृतिक आपदाएँ
अभ्यास

प्रश्न 1.
सही उत्तर पर सही (

✔) का निशान लगाइए
उत्तर :

  1. चक्रवात को चीनी में क्या कहते हैं (निशान लगाकर)
    (क) हरिकेन
    (ख) साइक्लोन
    (ग) टॉरनिडो
    (घ) टाइफून (✔)
  2.  कौन-सी प्राकृतिक आपदा है
    (क) आँधी
    (ख) तूफान
    (ग) चक्रवात
    (घ) उपरोक्त सभी (✔)

प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों में खाली जगह भरिए (भरकर)
उत्तर :
(क) आँधी चलने पर वायु की गति लगभग 85-95 किमी प्रतिघण्टा होती है।
(ख) वायु उच्च वायुदाब से निम्न वायुदाब की ओर चलती है।
(ग) तूफान आने पर हवा की गति लगभग 95-115 किमी प्रतिघण्टा होती है।
(घ) वायु के गोलाकार या चक्करदार चलने को चक्रवात कहते हैं।

प्रश्न 3.
स्तम्भ ‘क’ को स्तम्भ ‘ख’ से मिलाइए (मिलाकर)

उत्तर :
स्तम्भ ‘क’                                         स्तम्भं ‘ख’
चीन                                                     टाईफून
मेक्सिको की खाड़ी                           हरिकेन
अफ्रीका                                             टॉरनिडो
बंगाल की खाड़ी                                साइक्लोन
भारत                                                   तूफान

प्रश्न 4.
आँधी और तूफान में क्या अन्तर है?
उत्तर :
आँधी में हवा की गति 85-95 किमी प्रतिघण्टा होती है, जबकि तूफान की गति 95 से 115 किमी प्रतिघण्टा होती है। तूफान आँधी से ज्यादा खतरनाक होते हैं। तुफान प्रायः स्थानीय होते हैं।

प्रश्न 5.
चक्रवाती हवाएँ चलने का कारण बताइए।
उत्तर :
गर्मी के कारण वायु ऊपर जाती है, जिससे निम्न वायुदाब उत्पन्न हो जाता है। उच्च वायुदाब से ठण्डी हवा आती है, परन्तु केन्द्र तक न पहुँचकर दाईं, बाईं दिशा में मुड़कर गोलाई में घूमकर चक्करदार हो  जाती है, जिसे चक्रवात . कहते हैं। चक्रवात की गति 130 किमी प्रतिघण्टा से भी अधिक होती है।

प्रश्न 6.
तूफान से कौन-कौन सी हानियाँ होती हैं?
उत्तर :
तूफान से निम्नलिखित हानियाँ होती हैं

  1. यातायात में बाधा आती है।
  2. हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।
  3. फलदार वृक्षों एवं व्यावसायिक कृषि को हानि होती है।
  4. पेड़ उखड़ जाते हैं, मकान गिर जाते हैं।
  5. बिजली/टेलीफोन तार क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
  6. सिंचाई के बाद खड़ी फसल गिर जाती है।

प्रश्न 7.
निम्न पर टिप्पणी लिखिए।
(क) चक्रवात
(ख) टिड्डी दल को प्रकोप
(ग) नीलगाय :

उत्तर :
(क) प्रश्न 5 का उत्तर देखिए।
(ख) टिड्डी हानिकारक कीट है। ये करोड़ों की संख्या में कई किमी लम्बे दल बनाकर उड़ती हैं और मार्ग के हरे-भरे खेतों, बागों व पेड़-पौधों की पत्तियों और फलों को खाकर सम्पूर्ण क्षेत्र को नष्ट कर देती हैं।
(ग) नीलगाय एक वन्य पशु हैं जो झुण्डों में पाए जाते हैं। इनके प्रकोप से अरहर, चना, मटर व अन्य दलहनी फसलें प्रभावित होती हैं। नीलगाय थोड़े समय में ही खड़ी फसलें नष्ट कर देती हैं।

प्रश्न 8.
आँधी और तूफान से होने वाले लाभ-हानियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर :
आँथी और तूफान से लाभ :

  1. प्रदूषित वायु परिवर्तन से पर्यावरण शुद्ध होता है।
  2. जाड़े में चक्रवाती हवाओं से वर्षा होती है, जिससे फसलों को लाभ होता है।
  3. समुद्र से मोती, सीप, शंख एवं अन्य कीमती वस्तुएँ आसानी से समुद्र तट तक आ जाती हैं। आँधी सड़ी-गली वस्तुएँ व खरपतवारों को उड़ा देती है।

आँधी और तूफान से हानियाँ : प्रश्न 6 का उत्तर देखिए।

प्रश्न 9.
नीलगाय और टिड्डी दल फसल को कैसे हानि पहुँचाते हैं?
उत्तर :
नीलगाय छोटे पौधे और पेड़ों की पत्तियाँ खा जाती हैं। इनके प्रकोप के कारण अरहर, चना, मटर व अन्य दलहनी फसलों की खेती अधिक प्रभावित होती है। थोड़े समय में नीलगायें खड़ी फसल को उजाड़ देती हैं। इसी प्रकार टिडुडियाँ करोड़ों की संख्या में कई किमी0 तक लम्बे दल बनाकर उड़ती हैं और मार्ग में पड़ने वाले हरे-भरे खेतों, बागों व पेड़-पौधों की पत्तियों और फलों को खाकर सम्पूर्ण क्षेत्र को नष्ट कर देती हैं। इनके आक्रमण के पश्चात् प्रायः अकाल पड़ जाता है। .

प्रश्न 10.
उत्तरांचल की सन् 2013 की प्राकृतिक आपदा का वर्णन कीजिए। 
उत्तर :
उत्तरांचल की प्राकृतिक आपदा-प्राकृतिक आपदा, पृथ्वी की प्राकृतिक प्रक्रियाओं से उत्पन्न एक बड़ी घटना है। हिमस्खलन, भूकम्प, ज्वालामुखी आदि जो कि मानव गतिविधियों को प्रभावित करते हैं, जून 2013 में उत्तरांचली में एकाएक बादल फटने की घटना के साथ मूसलाधर वर्षा हुई। तेज एवं लगातार बारिश के कारण भूस्खलन होने लगा तथा त्वरित बाढ़ आ गयी। त्वरित बाढ़ ने केदारनाथ मन्दिर के आसपास बहुत तबाही की । बाढ़ के पानी का प्रवाह इतना तीव्र था कि जिसमें कई गाँव पूरे-पूरे बह गये। इस केदारनाथ त्रासदी में असीमित जनधन की हानि हुई।

TENSE

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *