UP Board Class 8 Hindi | जूलिया (मंजरी)
UP Board Class 8 Hindi | जूलिया (मंजरी)
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 7 जूलिया (मंजरी)
पाठ का सर (सारांश)
प्रस्तुत एकांकी में एक भोली-भाली सेविका जूलिया की मार्मिक पीड़ा और विवशता का चित्रण किया गया है। इसके साथ ही साथ शोषण से मुक्ति पाने का संदेश भी नाटक के अन्त में प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। गृहस्वामी (मालिक) जूलिया को बच्चों को पढ़ाने और देखभाल करने के कार्य के लिए उसकी मासिक तनख्वाह नियत करता है। दो मास की तीस रूबल प्रति मासिक की दर से साठ रूबल तय करके मालिक जूलिया की गैरहाजिरी, रविवार और कार्य के प्रति लापरवाही के कारण कटौती करके उसे सिर्फ ग्यारह रूबल ही देता है।
जूलिया काँपते हाथों से धन्यवाद कहकर मालिक से वेतन लेती है। मालिक के पूछने पर कि उसने धन्यवाद क्यों कहा तो वह कहती है कि उसने धन्यवाद इसलिए कहा कि उसे मालिक ने कुछ तो दिया जबकि उसे पहले किसी ने काम के बदले कभी कुछ नहीं दिया। मालिक ने छोटे से क्रूर मजाक के लिए जूलिया से माफी माँगते हुए उसे पूरे अस्सी रूबल दो मास का वेतन दिया। साथ ही उसने जूलिया को समझाया कि इंसान को भला बनने के लिए दब्बू, भीरु और कमजोर बनने की। आवश्यकता नहीं है बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए संसार की ज्यादतियों से पूरी शक्ति के साथ लड़ना चाहिए।
प्रश्न-अभ्यास
कुछ करने को
नोट- प्रश्न 1 से प्रश्न 3 तक विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 4.
रूस की मुद्रा रूबल है। बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, जापान और पाकिस्तान की मुद्रा के बारे में पता कीजिए।
उत्तर-
देश मुद्रा
बांग्लादेश टका
चीन युआन
अमेरिका डॉलर
जापान येन
पाकिस्तान पाकिस्तानी रुपया
नोट- प्रश्न 5 तथा 6 विद्यार्थी स्वयं करें।
विचार और कल्पना-
प्रश्न 1.
“इससे पहले मैंने जहाँ-जहाँ काम किया, उन लोगों ने तो मुझे एक पैसा तक नहीं दिया, आप कुछ तो दे रहे हैं। इस वाक्य के भाव के आधार पर बताइए कि जूलिया ने किस-किस तरह के लोगों के बीच गवर्नेश का काम किया होगा?
उत्तर-
जूलिया की बातों से यह पता चलता है कि उसने पहले जिन-जिन लोगों के घर गवर्नेश का काम किया था, वे अच्छे लोग नहीं थे। क्योंकि काम कराकर किसी को भी पारिश्रमिक (वेतन) न देना बहुत बुरी बात है और बहुत बड़ी बेईमानी है।
प्रश्न 2.
यदि इन लोगों कि जगह आप होते तो जूलिया को पैसे देते अथवा नहीं? क्यों?
उत्तर-
यदि कुछ लोगों की जगह में होता तो जूलिया को उसका वेतन समय पर दे देता क्योंकि किसी से काम कराकर उसे वेतन न देना बेइमानी और पाप होता है।
प्रश्न, 3.
यदि आप जूलिया के स्थान पर होते तो ऐसे लोगों से कैसा व्यवहार करते?
उत्तर-
यदि मैं जूलिया की जगह होता तो ऐसे लोगों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखवाता तथा उनके पड़ोसियों को बताता और अपना वेतन जरूर लेता।।
एकांकी से-
प्रश्न 1.
गृहस्वामी ने उन्नीस नागे’ किस प्रकार गिनाए और इसके लिए कितने रूक्ल की कटौती की?
उत्तर-
नौ इतवार और तीन छुट्टियों, चार दिन लड़का बीमार और तीन दिन दाँतों में दर्द- इस प्रकार बारह और सात उन्नीस नागे के लिए गृहस्वामी ने उन्नीस रूबल की कटौती की।
प्रश्न 2.
गृहस्वामी के अनुसार जूलिया के कारण क्या-क्या नुकसान हुआ था?
उत्तर-
गृहस्वामी के अनुसार जूलिया ने चाय की प्लेट और प्याली तोड़ी थी। जूलिया की लापरवाही से लड़के की जैकेट फट गई। नौकरानी नए जूते चुराकर ले गई।
प्रश्न 3.
गृहस्वामी ने अन्त में सत्ताइस रूबल किस आधार पर काट लिए थे?
उत्तर-
दस जनवरी को मालिक ने दस रूबल दिए थे। जूलिया के कथनानुसार मालकिन ने तीन रूबल दिए थे। इस प्रकार तेरह रूबल की कटौती हुई।
प्रश्न 4.
गृहस्वामी को अंत में जूलिया पर गुस्सा क्यों आया और उसने जूलिया को क्या समझाया? ।
उत्तर-
गृहस्वामी को जूलिया पर गुस्सा इसलिए आया कि ग्यारह रूबल की तनख्वाह लेकर जूलिया ने ‘धन्यवाद’ कहा, जो ठीक नहीं था। मालिक ने जूलिया को समझाया कि अन्याय का विरोध करना चाहिए। दुनिया की ज्यादतियों का पूरी शक्ति से विरोध करना चाहिए। संसार में कमजोरों के लिए कोई स्थान नहीं है।
प्रश्न 5.
‘इस संसार में दब्बू और रीढ़रहित लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है’ इस वाक्य का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
दुनिया में कमजोर, डरपोक और सीधे-साधे व्यक्तियों को परेशान किया जाता है और उनका । शोषण किया जाता है।
प्रश्न 6.
एकांकी के कौन से संवाद आपको सबसे अच्छे लगे, क्यों?
उत्तर-
जिन संवादों में मालिक द्वारा जूलिया को यह समझाया गया कि अन्याय का विरोध करना चाहिए, वह संवाद मुझे सबसे अच्छा लगा।
भाषा की बात-
प्रश्न 1.
पाठ में अनेक जगहों पर अंग्रेजी तथा अरबी-फारसी के शब्द आए हैं, जैसेगवर्नेस, तनख्वाह। इसी प्रकार के अन्य शब्दों को पाठ से छाँटकर उनका वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर-
अंग्रेजी-गवर्नेस, सोफा, नोट, जनवरी, प्लेट, डायरी।’
अरबी-फारसी-खुद, तनख्वाह, ख्याल, जरूरत, इतवार, मगर, खैर, मुश्किल, बावजूद, साफ, मजाक, जेब, खामोश, कीमती, नुकसान, नजर, लापरवाही, यकीन, ज्यादतियाँ।
प्रश्न 2.
रीढ़रहित का अर्थ है ‘रीढ़ से हीन’ इसका विपरीतार्थक अर्थ होगा- ‘रीढ़युक्त। इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों में ‘रहित’ और ‘युक्त’ लगाकर शब्द बनाइए
उत्तर-
शब्द ‘रहित’ लगाकर ‘युक्त’ लगाकर
प्राण – प्राणरहित प्राणयुक्त
धन – धनरहित धनयुक्त
बल – बलरहित बलयुक्त
यश – यशरहित यशयुक्त
प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों के विपरीतार्थक शब्द लिखिए
उत्तर-
अन्याय – न्याय, क्रूर – दयालु, मूर्ख – बुद्धिमान, दुर्बल – बलवाने, करुण – कठोर