B.ED | नागरिकशास्त्र शिक्षण | Pedagogy of Civics Notes
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Q. खुली किताब परीक्षा के लाभ एवं हानियों की विवेचना करें।
(Discuss the benefits and disadvantages of open school test.)
Ans. ‘खुली किताब परीक्षा’ एक ऐसी परीक्षा होती है जिसमें छात्र परीक्षा के समय अपनी पाठ्यपुस्तक या उनसे सम्बन्धित अन्य पुस्तकें जिनकी उन्हें जरूरत पड़ती है उनकी सहायता लेते हैं और पूछे गये प्रश्नों का उत्तर देते हैं। कुछ वैसे पाठ्यक्रमों में जहाँ शिक्षा का उद्देश्य यह देखना होता है कि छात्र तथ्यों, नियमों, सूत्रों इत्यादि का सही-सही प्रयोग करना सीख पाये या नहीं। इस
तरह (ढंग) की परीक्षा शिक्षकों द्वारा संचालित की जाती है।
खुली किताब परीक्षा के लाभ (Benefits of Open Book Test) खुली किताब परीक्षा के लाभ निम्नलिखित हैं-
(1) खुली किताब परीक्षा में प्रश्न-पत्र निर्माता को सावधानी तथा परिश्रम के साथ ऐसे प्रश्नों की रचना करनी चाहिए जिनका उत्तर खोजपूर्ण हो ।
(2) खुली किताब परीक्षा में रटन्त स्मरण पर आधारित प्रश्नों को नहीं शामिल किया जाता है।
(3) छात्रों के उत्तरों का मूल्यांकन शिक्षक बहुत ही सावधानीपूर्वक करते हैं, जिसके द्वारा छात्रों की वास्तविक योग्यताओं का मापन होता है।
(4) खुली किताब परीक्षा उच्चस्तरीय कक्षाओं के लिए अधिक लाभप्रद है।
(5) जब शिक्षक यह चाहते हैं कि छात्र बताये गये तथ्यों को सिर्फ याद ही नहीं रखें बल्कि उनका सही-सही प्रयोग करना भी सीखें।
(6) शिक्षक जब यह चाहते हैं कि छात्र जब यह सीख लें कि एक ही समय सीमा के भीतर सन्दर्भ सामग्रियों का प्रयोग कैसे किया जाता है। सांख्यिकी, गणित, मनोविज्ञान की सांख्यिकी को परीक्षाओं में छात्रों को बहुत सारी तालिकाएँ एवं सूत्रों की सूचियों की पुस्तिकाओं को उन्हें दे दिया जाता है जिसका वह प्रयोग करते हैं
(7) खुली किताब परीक्षा के समय छात्र केवल पाठ्य-पुस्तकें या स्वीकृत सन्दर्भ पुस्तकें ही अपने पास रखते हैं।
खुली किताब परीक्षा की सीमाएँ (Limitation of Open Book Test)-खुली किताब परीक्षा की सीमाएँ निम्नलिखित हैं-
(1) खुली किताब परीक्षा के समय छात्रों के पास स्वनिर्मित नोट्स, गाइड, प्रश्नोत्तर पुस्तकें इत्यादि नहीं होने चाहिए।
(2) खुली किताब परीक्षा प्राथमिक स्तर की कक्षाओं के लिए उपयोगी नहीं है।
(3) खुली किताब परीक्षा में छात्रों के ज्ञान का शिक्षक पूर्णतः मूल्यांकन नहीं कर पाते हैं।
(4) शिक्षक द्वारा छात्रों के द्वारा लिखे गये उत्तरों की जाँच में स्वत: मनमानी का भाव रहता हैं
(5) छात्रों द्वारा रटन्त स्मरणद्धति के आधार पर एक जैसे (एक समान) दिये गये उत्तरों की जाँच कर शिक्षक एक समान अंक प्रदानामूल्यांकन करते हैं।
(6) खुली किताब परीक्षा में सम्मिलित सभी छात्रों के द्वारा दिये गये उत्तर पूर्णतया एक समान होते हैं।
(7) खुली किताब परीक्षा में छात्र अपने बौद्धिक, मानसिक एवं व्यावहारिक भावों का प्रयोग नहीं कर पाते हैं।
(8) खुली किताब में, परीक्षा में अधिक समय लगता है।
(9) खुली किताब परीक्षा में छात्र निर्धारित समय में प्रश्न-पत्र हल नहीं कर पाते हैं।