GSEB Std 9 Hindi Vyakaran हिन्दी : शब्द – संपदा (1st Language)
GSEB Std 9 Hindi Vyakaran हिन्दी : शब्द – संपदा (1st Language)
GSEB Class 9 Hindi Vyakaran हिन्दी : शब्द – संपदा (1st Language)
हिन्दी शब्दों के प्रकार :
हिन्दी के अधिकांश मूल शब्द या तो संस्कृत से सीधे आए हैं अथवा संस्कृत से पालि, प्राकृत, अपभ्रंश से विकसित होकर। हिन्दी भाषा की विकास यात्रा में उसने अपनी समकालीन भारतीय तथा विदेशी भाषा के कुछ शब्दों को भी अपनाया है। ऐसे कुछ शब्द तो इतने घुल मिल गए हैं कि वे विदेशी लगते ही नहीं। इनके अलावा हिन्दी भाषा में लोक बोलियों या जनभाषाओं के बहुत शब्द प्रचलित हैं। जरूरत के मुताबिक हम नए शब्द गढ़ भी रहे है। इस तरह हिन्दी की शब्दः संपदा को इतिहास या स्रोत के आधार पर निम्नलिखित पाँच प्रकारों में विभाजित कर सकते हैं :
- तत्सम शब्द
- तद्भव शब्द
- देशज शब्द
- विदेशी (आगत) शब्द तथा
- संकर शब्द।
1. स्रोत (उद्भव) की दृष्टि से शब्द के प्रकार :
तत्सम शब्द : संस्कृत के जो शब्द हिन्दी में ज्यों के त्यों प्रयोग किये जाते हैं, उन्हें तत्सम शब्द कहा जाता है। कुछ तत्सम शब्द – अभिमान, अतिरिक्त, निर्देश, निर्मम, रात्रि, अश्व। तद्भव शब्द : तद्भव शब्द का अर्थ है जैसा हो गया हैं। संस्कृत के जिन शब्दों का रूप हिन्दी में आकर कुछ न कुछ परिवर्तन हो गया है, उन्हें तदभव शब्द कहा जाता है।
देशज शब्द :
जो शब्द न तो तत्सम हैं, न तद्भव हैं और न ही किसी विदेशी भाषा से लिये गये हैं, उन्हें ‘देशज’ शब्द कहा जाता है। उनकी उत्पत्ति ठीक से ज्ञात नहीं है। जैसे –
भड़भड़ाना, चमचमाना, जगमगाना, झाडू, पेड़, झाड़, लोटा, टाँग, ठेठ, खटखटाना, ठसक, फुफकार। विदेशी शब्द (आगत शब्द) : जो शब्द भारत के बाहर के देशों की भाषाओं मुख्यतः अरबी, फारसी तथा अंग्रेजी से आये हैं उन्हें (विदेशी) आगत शब्द कहा जाता है।
अरबी-फारसी :
संकर शब्द : जो शब्द दो अलग-अलग भाषाओं से निर्मित हुए हैं, उन्हें संकर शब्द कहा जाता है। जैसे –
1. दो बैलों की कथा
1. नीचे दिये गए अनुच्छेद में से तत्सम, तद्भव तथा आगत शब्दों को छाँटकर अलग-अलग लिखिए :
जानवरों में गधा सबसे बुद्धिहीन समझा जाता है। जब हम किसी आदमी को पहले दरजे का बेवकूफ कहना चाहते हैं, तो उसे गधा कहते हैं। गधा सचमुच बेवकूफ है या उसके सीधेपन और उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका निश्चय नहीं किया जा सकता। गायें सींग मारती हैं, ब्याई हुई गाय तो अनायास ही सिंहनी का रूप धारण कर लेती है। कुत्ता भी बहुत गरीब जानवर है, किन्तु कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है; किन्तु गधे को क्रोध करते नहीं सुना, न देखा | xxx उसके चेहरे पर एक विषाद की छाया स्थायी रूप से छाया रहता है। सुख-दुःख, हानि-लाभ, किसी भी दशा में उसे बदलते नहीं देखा। ऋषियों-मुनियों के जितने गुण हैं वे सभी उसमें पराकाष्ठा को पहुँच गये हैं। पर हर आदमी उसे बेवकूफ कहता है।
उत्तर :
तत्सम शब्द :
बुद्धिहीन, निरापद, सहिष्णुता, निश्चय, अनायास, सिंहनी, क्रोध, विषाद, स्थायी, ऋषि, मुनि, पराकाष्ठा, लाभ
तद्भव शब्द :
गधा, जानवर, सीधापन, गाय, सींग, हानि, कुत्ता, सुनना
आगत शब्द :
परले दरजे, बेवकूफ, पदवी, गरीब, आदमी, चेहरा
2. निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम, तद्भव, देशज तथा आगत (विदेशी) को चुनकर अलग-अलग लिखिए :
सर्वश्रेष्ठ, धौल-धप्पा, पशुवीर, मारपीट, आरजू, उन्मत्त, अनादर, बदनाम, अनुमान, बेतहाशा, प्रतिद्वंद्वी, दढ़ियल, प्रतिक्षण, बेमारे, नगीच, हड़बड़ाहट, ज़ख्मी, उजड्डपन, मवेशीखाना, गोई, उछाह, गराँव, कुलेल, मानहत
उत्तर :
2. ल्हासा की ओर
1. इस पाठ में प्रयुक्त आँचलिक शब्दों की सूची बनाइए :
आँचलिक शब्द : (तिब्बती-नेपाली) भीटा, चोडी, फरी, कलिङ्पोङ्, दुरुस्त, भारिया, छङ्, खुफ़िया, दोन्किस्तो, गडा, कुची-कुची, तिकी, डाँडा, थोङ्ला, भारिया, कंडे, पुक्पा, लङ्कोर
3. उपभोक्तावाद की संस्कृति
1. इस पाठ में प्रयुक्त अंग्रेजी आगत शब्दों की सूची बनाइए :
उत्तर :
यूरोप के आगत शब्द : टूथपेस्ट, मैजिक, फार्मूला, माउथवास, बिल, ब्रांड, जर्स, सीने स्टार्स, परफ्यूम, आफ्टर शेव, कोलोन, डिज़ाइन, फैशन, ड्रेसिंग टेबल, म्यूजिक सिस्टम, कम्प्यूटर, राइट च्यायस बेबी, पीज़ा, बर्गर।
2. पाठ में प्रत्युक्त इन शब्दों को तत्सम शब्द चुनकर अलग कीजिए :
चौकी, परित्यक्त, पलटन, भद्र, मनोवृत्ति, दुरुस्त, निर्जन, परवाह, सर्वोच्च, श्वेतशिखर, सत्तू, बेगार, श्रेणी, निम्न, व्यापारिक
उत्तर :
तत्सम शब्द : परित्यक्त, भद्र, मनोवृत्ति, निम्न, व्यापारिक, निर्जन, श्रेणी, सर्वोच्च, श्वेतशिखर
4. साँवले सपनों की याद
1. इस पाठ में आये उर्दू, अरबी-फारसी के बीस आगत शब्दों को छाँटकर लिखिए :
उर्दू-अरबी-फारसी के आगत शब्द : परिंदा, खूबसूरत, हुजूम, जिस्म, हरारत, आबशार, एहसास, सफ़र, दोबारा, नज़र, शोख, सैलानी, हिदायत, सवाल, जवाब, रोशनी, हिफ़ाजत, बजाए, मुमकिन, जामा, ज़िंदगी
2. ‘हरारत’ शब्द स्रोत की दृष्टि से किस प्रकार का है?
उत्तर :
देशज।
5. नानासाहब की पुत्री देवी मैना को …
1. पाठ में प्रयुक्त पाँच तत्सम तथा पाँच अंग्रेजी आगत शब्दों को ढूँढ़कर लिजिए :
तत्सम शब्द : अल्पवय, भग्नावशिष्ट, सुप्रसिद्ध, पाषाण, प्रेमालाप
अंग्रेजी आगत शब्द : पार्लमेंट, लार्ड्स, टाइम्स, हाउस, जनरल
6. प्रेमचंद के फटे जूते
1. नीचे कुछ शब्दों की सूची दी गई है, इनमें से सही शब्द चुनकर साथ के कोष्ठक में लिखिए :
7. मेरे बचपन के दिन
नीचे दिये गए शब्दों का तत्सम, तद्भव तथा आगत में वर्गीकरण कीजिए :
आकर्षण, सपना, उत्पन्न, खातिर, वातावरण, पंचतंत्र, चारपाई, मिशनस्कूल, छात्रावास, सीनियर, तलाशी, डेस्क, नक्काशीदार, अवकाश, निराहार, कंपाउंड
8. एक कुत्ता और एक मैना
1. सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
इनमें से कौन-सा शब्द तत्सम शब्द है?
(क) तल्ला
(ख) अतिथि
(ग) निकेतन
(घ) गुरुदेय
उत्तर :
(ख) अतिथि
प्रश्न 2.
इनमें से कौन-सा शब्द तद्भव शब्द है?
(क) पत्ता
(ख) पत्र
(ग) निपत्र
(घ) अपत्र
उत्तर :
(क) पत्ता
प्रश्न 3.
इनमें से कौन-सा शब्द तत्सम नहीं है?
(क) अहैतुक
(ख) अभियोग
(ग) सांध्यतारा
(घ) प्राइवेट
उत्तर :
(घ) प्राइवेट
प्रश्न 4.
इनमें से कौन-सा शब्द आगत शब्द है?
(क) मुखरित
(ख) रिमार्क
(ग) उपस्थित
(घ) समाधान
उत्तर :
(ख) रिमार्क
प्रश्न 5.
इनमें से कौन-सा शब्द देशज है?
(क) पगड़ी
(ख) मुखातिब
(ग) सर्वव्यापक
(घ) आधुनिक
उत्तर :
(क) पगड़ी
प्रश्न 6.
इनमें से कौन-सा शब्द तत्सम नहीं है?
(क) चिताभस्म
(ख) धृष्ट
(ग) चाँदनी
(घ) भद्रलोक
उत्तर :
(ग) चाँदनी
2. अर्थ की दृष्टि से शब्द के प्रकार
1. एकार्थी शब्द :
जिन शब्दों का एक ही अर्थ हो, उन्हें एकार्थी शब्द कहते हैं। जैसे –
उत्तम, शस्त्र, पाप, निंदा, मित्र, पुष्प, श्रद्धा, निधन, अपयश, कलंक, ऋषि, तंद्रा, स्वागत, अर्बन, आसक्ति, यातना आदि।
2. अनेकार्थी शब्द :
जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं उन्हें अनेकार्थी शब्द कहा जाता है।
जैसे –
प्राण – जीवन, श्वास, बल, वायु
फल – लाभ, परिणाम, खाद्य-पदार्थ
शून्य – आकाश, निर्जन, ब्रह्म, अभावसूचक
वर्ण – अक्षर, जाति, रंग।
कर – किरण, टैक्स, हाथ, करने की क्रिया
जड़ – मूर्ख, निर्जीव, मूल, अचेतनता
मत – नहीं, वोट, विचार
3. समानार्थी शब्द :
एक ही अर्थ को प्रकट करनेवाले एक से अधिक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहा जाता है। परन्तु प्रत्येक शब्द की अपनी अर्थगत विशेषता होती है।
सूर्य – भास्कर, दिनकर, प्रभाकर, दिनेश, रवि, भानु
कमल – जलज, पंकज, सरोज, नलिन, राजीव
अग्नि – आग, पावक, अनल
कृष्ण – मोहन, गोपाल, कान्हा, धनश्याम, श्याम, वासुदेव
इच्छा – अभिलाषा, लालसा, कामना, मनोरथ
ईश्वर – प्रभु, परमेश्वर, ईश, भगवान
नदी – सरिता, तटिनी, तरंगिणी, सरित
प्रेम – प्यार, स्नेह, अनुराग, राग, प्रणय
पक्षी – खग, विहग, नभचर, पंछी
पृथ्वी – भूमि, धरा, अवनि, वसुंधरा, धरती, धरणी
4. विपरीतार्थक शब्द :
ऐसे दो शब्द जो अर्थ की दृष्टि से परस्पर विरोधी हों, उन्हें विलोम या विपरीतार्थक शब्द कहा जाता है।
1. नीचे दिये गए शब्दों के विपरीर्थक (विलोमार्थी) शब्द लिखिए।
1. दो बैलों की कथा
2. ल्हासा की ओर
3. उपभोक्तावाद की संस्कृति
4. साँवले सपनों की याद
5. नानासाहब की पुत्री देवी मैना को …
6. प्रेमचंद के फटे जुते
7. मेरे बचपन के दिन
8. एक कुत्ता और एक मौना
अभ्यास के लिए
1. नीचे दिये गए शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए :
- सरल ✗ जटिल
- नैसर्गिक ✗ कृत्रिम
- ताप ✗ शीत
- निंदा ✗ स्तुति
- आयात ✗ निर्यात
- प्रकाश ✗ अंधकार।
- अँधेरा ✗ उजाला
- अनुकूल ✗ प्रतिकूल
- सुलभ ✗ दुर्लभ
- अनुराग ✗ विराग
- जेष्ठ ✗ कनिष्ठ
- उत्थान ४ पतन
- उन्नति ✗ अवनति
- आदि ✗ अंत
- आरोह ✗ अवरोह
- लुप्त ✗ प्रगट
- उपकार ✗ अपकार
- लौकिक ✗ अलौकिक
- आस्तिक ✗ नास्तिक
- वक्र ✗ ऋजु
- यश ✗ अपयश
- शुष्क ✗ आर्द्र
- यथार्थ ✗ कल्पित
- आदान ✗ प्रदान
- आरंभ ✗ अंत
- न्यून ✗ अधिक
- ह्रस्व ✗ दीर्घ
- आग ✗ पानी
- उदार ✗ अनुदार
- उत्तम ✗ अधम
- अनाथ ✗ सनाथ
- अल्पमत ✗ बहुमत
- ईमानदारी ✗ बेइमानी
- उपेक्षा ✗ अपेक्षा
- अस्त ✗ उदय
- उचित ✗ अनुचित
- अमीर ✗ गरीब
- कडुवा ✗ मीठा
- कामयाबी ४ नाकामयाबी
- अमृत ✗ विष
- कुमारी ✗ विवाहिता
- काबिल ✗ नाकाबिल
- आलसी ✗ कर्मठ
- कोमल ✗ कठोर
- कृतघ्न ✗ कृतज्ञ
- आलस्य ✗ उद्यम
- क्रय ✗ विक्रय
- स्वाधीन ✗ पराधीन
- पक्ष ✗ विपक्ष
- बेखबर ✗ खबरदार
- मजेदार ✗ बेमजा
- जिम्मेदार ✗ गैरजिम्मेदार
- वाजिब ✗ गैरवाजिब
- खुशबू ✗ बदबू
- पूर्वार्ध ✗ उत्तरार्ध
- सृजन ✗ विनाश
- मधुर ✗ तिक्त
- सजीव ✗ निर्जीव
- क्षणिक ✗ शाश्वत
- कटु ✗ मधुर
स्वयं हल करें
1. निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए :
स्वच्छ, अपेक्षित, उत्तीर्ण, सदाचार, प्रत्यक्ष, अपरोक्ष, अवरोह, सुपात्र, कपूत, धनी, स्वावलंबी, विजाति, माता, संकोच, हाजिर, नेकनीयत, स्वर्ग, प्रौढ़ा, अथ, स्थावर, पर्याप्त, सहमत, ऊपरी, सुप्त, लायक, संधि, जन्नत, तंग, वक्ता, नमकहराम, जय
कुछ शब्दों के समानार्थी या पर्यायवाची शब्द :
2. निम्नलिखित शब्दों के पर्याय/समानार्थी शब्द लिखिए : .
1. दो बैलों की कथा
2. ल्हासा की ओर
पलटन – सेना, सैन्य, लश्कर
निर्जन – सुनसान, एकांत
कसूर – दोष, गलती
खयाल – लिहाज, परवाह
हिमालय – हिमगिरि, नगेश, हिमाचल
3. उपभोक्तावाद की संस्कृति
हैसियत – औकात, सामर्थ्य
छद्म – नकली, बनावटी
दासता – गुलामी, परतंत्रता
4. साँवले सपनों की याद
वन – जंगल, अरण्य, विपिन
पक्षी पंखी, चिड़िया, नभचर
जिस्म – शरीर, काया, देह
5. नानासाहब की पुत्री देवी मैना को …..
सेनापति – सेनानायक
पाषाण – पत्थर, प्रस्तर
ह्दय – दिल
6. प्रेमचंद के फटे जूते
लहू – खून, रक्त, रूधिर
दर्द – पीड़ा, तकलीफ, व्यथा
आग्रह – हठ, जिद
7. मेरे बचपन के दिन
परमधाम – स्वर्ग, जन्नत :
कृपानिधान – ईश्वर, भगवान
विवाद – झगड़ा, मतभेद
8. एक कुत्ता और एक मैना
कुत्ता – श्वान, कुक्कुर
पंछी – पक्षी, चिड़िया, पाँखी
तात्पर्य – अर्थ, मतलब
स्वयं करें
निम्नलिखित के विलोम शब्द लिखिए :
3. रचना के आधार पर शब्द के प्रकार
रचना के आधार पर शब्द दो प्रकार के होते हैं
1. मूल शब्द
2. व्युत्पन्न शब्द
1. मूल शब्द – वे शब्द जो दूसरे शब्द या शब्दांश (उपसर्ग – प्रत्यय) के योग से न बने हों, उन्हें मूल शब्द कहते हैं; जैसे – फूल, घर, गाय, कुरसी आदि। इन्हें रूढ़ शब्द भी कहते हैं। इनके सार्थक टुकड़े नहीं हो सकते।
2. व्युत्पन्न शब्द – दो शब्दों या शब्द तथा शब्दांश/शब्दांशों के योग से बने शब्द को व्युत्पन्न (वि + उत्पन्न) शब्द कहते हैं। व्युत्पन्न शब्द दो प्रकार के हैं –
(क) यौगिक
(ख) योगरूढ़
यौगिक शब्द – दो शब्दों या शब्द तथा शब्दांश/शब्दांशों के योग से बने शब्द को यौगिक शब्द कहते हैं, जैसे – प्रधानमंत्री (शब्द + शब्द) प्रधान + मंत्री; भारतीय (शब्द + शब्दांश) भारत + ईय; अनुशासन (शब्दांश + शब्द) अनु + शासन, भारतीयता (शब्द + शब्दांश + शब्दांश) भारत + ईय + ता; गैरहाजिरी (शब्दांश + शब्द + शब्दांश) गैर + हाजिर + ई।। योगरूढ़ – जो यौगिक शब्द एक ही अर्थ में रूढ़ हो जाते हैं, उन्हें योगरूढ़ कहा जाता है; जैसे – जलज – (जल + ज) जल से उत्पन्न, किन्तु यह जल में उत्पन्न होनेवाले सभी जीव-जंतु या वनस्पति के लिए प्रयुक्त न होकर केवल ‘कमल’ के अर्थ में रूढ़ हो गया है। इसी प्रकार के कुछ अन्य शब्द हैं – पंकज, नीरज, लंबोदर (गणेश) आदि।
1. नीचे दिये गए शब्दों में से मूल तथा व्युत्पन्न शब्दों को छाँटकर उदाहरण के अनुसार अलग-अलग लिखिए : –
1. दो बैलों की कथा
2. ल्हासा की ओर
3. उपभोक्तावाद की संस्कृति
निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग अलग करके लिखिए :
4. साँवले सपनों की याद
सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
इनमें से कौन-सा शब्द मूल नहीं है?
(क) जिस्म
(ख) शोख
(ग) मिथक
(घ) भांडे
उत्तर :
(ग) मिथक
प्रश्न 2.
इनमें से किस यौगिक शब्द में प्रत्यय नहीं है?
(क) समर्पित
(ख) क्षितिज
(ग) यायावरी
(घ) नामुमकिन
उत्तर :
(घ) नामुमकिन
प्रश्न 3.
इनमें से किस यौगिक शब्द में उपसर्ग तथा प्रत्यय दोनों हैं? ..
(क) विलीनीकरण
(ख) आबशार
(ग) दूरबीन
(घ) उपवन
उत्तर :
(क) विलीनीकरण
प्रश्न 4.
इनमें से कौन-सा सामासिक पद है?
(क) जीवन
(ख) पाठक
(ग) जीवनसाथी
(घ) साथिन
उत्तर :
(ग) जीवनसाथी
5. नाना साहब की पुत्री देवी मैना को …
1. ये यौगिक शब्द किस प्रकार से बने हैं?
विध्वंस, विद्रोही, क्रूरता, निरपराध, विनयपूर्वक, वृद्धावस्था, मोहित, इतिहासवेत्ता, अनुपम, सुविशाल
उत्तर :
6. प्रेमचंद के फटे जूते
प्रश्न 1.
इनके प्रत्यय अलग करके लिखिए :
पुरखे, प्रवर्तक, घृणित, सदियाँ, तीव्रता, आग्रही
उत्तर :
7. मेरे बचपन के दिन
प्रश्न 1.
इनमें से कौन शब्द मूल शब्द है?
(क) अवकाश
(ख) फूल
(ग) कृपानिधान
(घ) उपरांत
उत्तर :
(ख) फूल
प्रश्न 2.
इनमें से किस शब्द में उपसर्ग तथा प्रत्यय दोनों हैं?
(क) सांप्रदायिकता
(ख) अवकाश
(ग) निराहार
(घ) लहरियाँ
उत्तर :
(क) सांप्रदायिकता
प्रश्न 3.
प्रतिष्ठित में कौन-सा प्रत्यय है?
(क) प्र
(ख) त.
(ग) इत
(घ) उत
उत्तर :
(ग) इत
प्रश्न 4.
लहरियाँ में मूल शब्द कौन-सा है?
(क) लह
(ख) लहर
(ग) लहरी
(घ) हरिया
उत्तर :
(ख) लहर
8. एक कुत्ता और एक मैना
प्रश्न 1.
नीचे दिये गए प्रत्ययवाले तीन-तीन शब्द लिखिए :
अनीय, वाला, दार, हार, ता, पन
उत्तर :
स्वयं कीजिए
1. नीचे दिये गए उपसर्गों का उपयोग करके दो-दो यौगिक शब्द बनाइए।
अ, अधि, अप, अनु, आ, दुर्, निस्, प्र, वि, सम्, सु, अन्, बद, बा, बे और ला।
2. नीचे दिये गए प्रत्ययों का उपयोग करके दो-दो यौगिक शब्द बनाइए।
हार, अक्कड़, दार, आर, इया, ई, कार, गर, ता, त्व, पन, पा, आहट, वट और स।
3. पाँच ऐसे यौगिक शब्द लिखिए जिनमें उपसर्ग तथा प्रत्यय दोनों हों। उन्हें अलग-अलग करके दिखाइए।
4. प्रयोग के आधार पर शब्द के प्रकार
प्रयोग के आधार पर शब्दों को दो वर्गों में बाँटा जाता है –
1. सामान्य शब्द
2. पारिभाषिक शब्द
1. सामान्य शब्द – इस तरह की शब्दावली में आनेवाले शब्दों का संबंध आम जन-जीवन से होता है। इनका प्रयोग भाषा-समुदाय के सदस्य अपने दैनिक व्यवहार में करते हैं; जैसे – घर, बाजार, गाँव, शहर, चावल, दाल, शाम, सुबह, दिन, रात, मेहनत, काम आदि।
2. पारिभाषिक शब्द – ऐसे शब्द जो ज्ञान-विज्ञान या विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में किसी निश्चित – खास अर्थ में प्रयोग किये जाते हैं; उन्हें पारिभाषिक शब्द कहते हैं। जैसे – संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, संधि, समास आदि व्याकरण से संबंधित पारिभाषिक शब्द हैं, तो कोशिका, घनत्व, जड़त्व, ध्वनि, तरंगलंबाई, रसाकर्षण, मूलरोम, परागण आदि विज्ञान से संबंधित पारिभाषिक शब्द हैं। इन्हें तकनीकी शब्द भी कहा जाता है। आपके विज्ञान, गणित तथा सामाजिक विज्ञान आदि की पाठ्यपुस्तकों में ऐसे शब्दों की एक लंबी सूची अंत में दी गई होती है। ये शब्द प्राय: अंग्रेजी शब्दों के अनुवाद हैं, इसलिए इनके साथ कोष्ठक में अंग्रेजी शब्द भी दिये जाते हैं।
5. व्याकरणिक प्रकार्य के आधार पर शब्दों के प्रकार
व्याकरण की दृष्टि से शब्दों को उनके प्रकार्य (Function) के आधार पर दो वर्गों में बाँटा जाता है –
1. विकारी शब्द
2. अविकारी शब्द
1. विकारी शब्द – विकारी शब्द वे होते हैं, जिनमें लिंग, वचन, कारक, काल, पक्ष के कारण परिवर्तन होता है। हिन्दी के संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा क्रियापद विकारी शब्द हैं। जैसे – गाँव-गाँवों, लड़का – लड़की, लड़के – लड़कियाँ, वह – उसने, उसका, तुम – तुम्हें, तुम्हारा, मैं – मुझे, मेरा, हम – हमें, हमकों, हमारा – हमारे आदि। कुछ विशेषण शब्दों में कभी-कभी परिवर्तन नहीं भी होता। क्रिया पद लिंग, वचन, काल के कारण परिवर्तित होते हैं। जैसे –
जाना – जाता है, जाते हैं, जाती है, जा रहा, जा रही, जा रहे तथा गया, गई, गये, गई – आदि।
क्रिया, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण का परस्पर रूपांतर भी होता है। पद-निर्माण में इसे विस्तारपूर्वक देख चुके हैं। ये परिवर्तन … उपसर्ग, प्रत्यय आदि के उपयोग होते हैं।
संज्ञा – ये नामवाची शब्द हैं। नाम किसी व्यक्ति, जाति, वस्तु, स्थान, पदार्थ या भाव का हो सकता है। जैसे – राम, मनुष्य, प्राणी, पेड़, थाली, आम, पेंसिल, कागज, अहमदाबाद, भारत, पर्वत, नदी, हिमालय, गंगा, पढ़ाई, सजावट, बुढ़ापा इत्यादि।
संज्ञा शब्द एकवचन या बहुवचन में रहते हैं। इनके लिंग अलग-अलग हो सकते हैं। जैसे – लड़की (एकवचन), लड़कियाँ (बहुवचन); लड़का (एकवचन), लड़के/लड़कों (बहुवचन) आदि। कारक के कारण भी संज्ञा रूपों में परिवर्तन होता है।
सर्वनाम – जो शब्द संज्ञा के बदले में प्रयोग किये जाते हैं, वे सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे – यह, वह, वे, तु, तुम, मैं, हम तथा इनके रूप, कौन, क्या, स्वयं, जो तथा जिसको आदि।
विशेषण – संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बतानेवाले शब्दरूप को विशेषण कहते हैं; जैसे – ऊँचा लड़का, सुंदर लड़की, भारी बोझ में ऊँचा, सुंदर, भारी तथा कई, कुछ, सब जैसे शब्द रूप विशेषण हैं। विशेषण जिसकी विशेषता बताते हैं उन्हें विशेष्य कहते हैं। विशेषण-विशेष एक समान लिंग तथा वचन में प्रयोग होते हैं। कुछ विशेषण दोनों लिंगों में प्रयुक्त होते हैं; बढ़िया, सुंदर, सुखी, ज्यादा आदि।
क्रिया – जिनसे किसी कार्य का होना या करना पता चलता है। जैसे – पढ़ना, लिखना, रोना, हँसना, खेलना, कूदना, आना, जाना, लेना, देना, देखना, सुनना, बोलना इत्यादि। इनके मूलरूप में से ‘ना’ हटाने पर क्रिया की ‘धातु’ बचती है। धातु में प्रत्यय जोड़कर संज्ञा, विशेषण तथा क्रिया के विभिन्न कालों में प्रयुक्त होनेवाले रूप बनते हैं। लिंग, वचन, काल के कारण क्रियारूपों में अंतर आता है।
2. अविकारी शब्द : जिन शब्दों के ‘मूल’ रूप में परिवर्तन (विकार) नहीं होता, वे अव्यय या अविकारी शब्द कहलाते हैं।
क्रियाविशेषण, समुच्चय बोधक, विस्मयादिबोधक, संबंधबोधक अव्यय तथा निपात अविकारी शब्दों के वर्ग में आते हैं। जैसे – में, पर, आज, यहाँ, हे, अरे, ही, तक इत्यादि।
1. नीचे दिये गए शब्दों को विकारी, अविकारी में वर्गीकरण कीजिए :
उत्तर :
विकारी शब्द : –
संज्ञा – शहर, घर, भारत, नदी, अर्चना, पूजा, देवता, सुंदर, सोमवार, भारत
सर्वनाम – आप, हमारा, उनका, वे, तुम
विशेषण – मीठी, चिकनी, सम्पन्न, सुंदर, निमग्न, एक
क्रिया – सिखाना, लेना, देना, पढ़ाना, चढ़ना, अर्चना
अविकारी शब्द :
अव्यय – वहाँ, तक, तथा, या, पर
निपात – ही
सूचनानुसार उत्तर दीजिए :
1. झूरी प्रात:काल सोकर उठा तो उसने देखा कि दोनों बैल चरनी पर खड़े हैं।
(क) संज्ञा छाँटकर लिखिए।
उत्तर :
झूरी, प्रातःकाल, बेल, चरनी
(ख) अव्यय छाँटकर लिखिए।
उत्तर :
सोकर, तो, कि, पर
(ग) सर्वनाम छाँटकर लिखिए।
उत्तर :
उसने
(घ) क्रियापद अलग करके लिखिए।
उत्तर :
उठा, देखा, खड़े हैं।
स्वयं कीजिए :
नीचे दिये गए वाक्य में से संज्ञा, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय पहचानकर लिखिए :
सुनहरे परिंदों के खूबसूरत पंखों पर सवार साँवले सपनों का एक हुजूम मौत की खामोश वादी की ओर अग्रसर है।
2. नीचे के वाक्य में आये सर्वनाम, संज्ञा शब्द छाँटकर लिखिए :
बाबा कहते थे इसको हम विदुषी बनायेंगे।
मेरे बारे में उनका विचार बहुत ऊँचा था।