Gujarat Board Solutions Class 10 Hindi Chapter 21 पहेलियाँ-मुकरियाँ
Gujarat Board Solutions Class 10 Hindi Chapter 21 पहेलियाँ-मुकरियाँ
GSEB Std 10 Hindi Textbook Solutions Chapter 21 पहेलियाँ-मुकरियाँ
पहेलियाँ-मुकरियाँ Summary in Hindi
विषय-प्रवेश :
अमीर खुशरो की रोचक पहेलियाँ एवं मुकरियाँ प्रसिद्ध हैं। इस इकाई में उनकी चार पहेलियाँ और तीन मुकरियां दी गई हैं। इन्हें पढ़िए, समझिए और याद कीजिए।
पहेलियों-मुकरियों के सरल अर्थ :
पहेलियाँ
जूता नहीं पहना और समोसा नहीं खाया, क्योंकि जूते में तल्ला नहीं था और समोसा कड़ाही में तला नहीं गया था।
अनार नहीं चखा और बजीर (मंत्री) का चुनाव नहीं किया, क्योंकि अनार में दाने नहीं थे और उम्मीदवारों में कोई दानेदार (बुद्धिमान) आदमी नहीं था, जिसे वजीर के रूप में चुना जाता।
रोटी क्यों जल गई? इसलिए कि तवे पर उसे उलटा नहीं गया। घोड़ा सवारी अथवा जोतने के समय क्यों अड़ गया? इसलिए कि उसे सिखाया या तैयार नहीं किया गया था। पान क्यों सड़ गया? इसलिए कि पान की पत्तियों को उलट-पुलटकर उसके सड़े हिस्सों को काटकर निकाला नहीं गया।
एक औरत के दो बच्चे हैं। इन दोनों बच्चों का एक जैसा रंग है, एक जैसा आकार है, लेकिन उनमें से एक चलता (घूमता) रहता है और दूसरा अपनी जगह पर स्थिर रहता है। इसके बावजूद दोनों साथ-साथ ही रहते हैं। दोनों लड़के चक्की (चाकी) के दोनों पल्ले हैं। एक पल्ला स्थिर रहता है और दूसरा पल्ला चलता रहता है, तभी अनाज पिसता है।
मुकरियाँ
वह आदेश का पालन करनेवाला है। जब भी मैं पानी मांगता हूँ, तब वह पानी लेकर हाजिर हो जाता है। वह मेरी प्यास बुझा देता है। उसका तन यानी आकार बहुत छोटा है पर उसमें पानी काफी आता है। एक सखी प्रश्न पूछनेवाली सखी से कहती है कि सखी, क्या यह साजन है? जवाब में वह कहती है कि नहीं, साजन नहीं सखी वह लोटा है।
शादी ब्याह में उसका आना आवश्यक है। यह काम और कोई नहीं कर सकता है। उसके स्वर बहुत मीठे लगते हैं। एक सखी प्रश्न पूछनेवाली सखी से पूछती है- सखी, क्या वे साजन है? जवाब में वह कहती है, ‘नहीं साजन नहीं, सखी, वह बोल है।’
वह बहुत सुंदर रंगवाला है, बहुत सुंदर है। वह बहुत गुणी है और गाढ़े रंगवाला है। वह राम का नाम लिए बिना कभी नहीं सोता है। एक सखी प्रश्न पूछनेवाली सखी से जवाब के रूप में पूछती है कि सखी, क्या वे साजन हैं? सखी जवाब में कहती है, ‘नहीं नहीं सखी, साजन नहीं, वह तो तोता है।’
કોયડાઓ :
જોડા પહેર્યા નથી અને સમોસા ખાધા નથી, કારણ કે જોડામાં તળિયું નહોતું અને સમોસા કઢાઈમાં તળ્યા નહોતા.
દાડમ ચાખ્યું નહિ અને વજીરે મંત્રીની ચૂંટણી કરી નહિ, કારણ કે દાડમમાં દાણા નહોતા અને ઉમેદવારોમાં કોઈ બુદ્ધિમાન મનુષ્ય નહોતો, જેને વજીરના રૂપમાં ચૂંટી શકાય.
રોટલી કેમ દાઝી ગઈ? એટલા માટે કે તવી ઉપર એને ફેરવવામાં આવી નહોતી. ઘોડો સવારીમાં અથવા બાંધતાં સમયે કેમ અટકી ગયો? એટલા માટે કે તેને તાલીમ આપવામાં આવી
નહોતી. પાન કેમ સડી ગયું? એટલા માટે કે પાનને ઊલટ-પૂલટ કરવામાં આવ્યું નહોતું કે તેના સડેલા ભાગને કાપી નાખવામાં આવ્યો નહોતો.
એક સ્ત્રીને બે બાળકો છે. તે બંનેનો રંગ એક જેવો છે, એક જેવો આકાર છે, છતાં પણ તેમાંનો એક ફરતો રહે છે અને બીજો પોતાની જગ્યાએ સ્થિર રહે છે. આમ છતાં, બંને એકસાથે રહે છે. બંને બાળકો ઘટીનાં બે પડ છે. એક પડ સ્થિર રહે છે અને બીજું પડ ચાલતું રહે છે ત્યારે જ અનાજ પિસાય છે.
જોડકણાં :
તે આદેશનું પાલન કરનાર છે, જ્યારે પણ પાણી માગું છું ત્યારે તે પાણી લઈને હાજર થાય છે. તે મારી તરસ છીપાવે છે. તેનું શરીર એટલે કે આકાર બહુ નાનો છે, પરંતુ તેમાં પૂરતું પાણી રહે છે. એક સખી પ્રશ્ન પૂછનારી સખીને કહે છે કે સખી, શું તે સાજન છે? જવાબમાં તે કહે છે કે નહિ, સાજન નહિ સખી, તે લોટો છે.
લગ્ન-વિવાહમાં એનું આગમન જરૂરી છે, આ કામ બીજું કોઈ કરી શકતું નથી. તેના સ્વર બહુ મીઠા લાગે છે. એક સખી પ્રશ્ન પૂછનારી સખીને કહે છે કે સખી, શું તે સાજન છે? જવાબમાં તે કહે છે, “નહિ, સાજન નહિ, તે ઢોલ છે.’
તેનો રંગ ખૂબ સુંદર છે, તે બહુ સુંદર છે. તે બહુ ગુણવાન છે અને ગાઢ રંગનો છે. તે રામનું નામ લીધા વગર કદી સૂતો નથી. એક સખી પ્રશ્ન પૂછનારી સખીને જવાબના રૂપમાં પૂછે છે કે સખી, શું તે સાજન છે? સખી જવાબમાં કહે છે, “નહિ નહિ સખી, સાજન નહિ, તે તો પોપટ છે.’
पहेलियाँ-मुकरियाँ शब्दार्थ :
- तला – तला हुआ (तेल में)।
- तला – जूते का तला (तल्ला)।
- अनार – फल।
- चखना – स्वाद लेना।
- वजीर – मंत्री।
- दाना – अनार के दाने।
- दाना – बुद्धिमान, समझदार।
- अइना – रुकना।
- पान – खानेवाले पान का पत्ता।
- फेरना – रोटी उलटना।
- फेरना – घोड़े को सिखाना, तैयार करना।
- फेरना – पान को उलट-पलटकर उसके सड़े हिस्सों को निकालना।
- बालक – बच्चे।
- एक रंग – एक जैसे।
- फिरना – चलना।
- ठाढ़ा – खड़ा, स्थिर।
- संग – साथ-साथ।
- पाट – पल्ले।
- चक्की – अनाज पौसने की चाकी या चक्की।
- जल – पानी।
- भर लाना – भरकर ले आना।
- तपन – गर्मी, प्यास।
- बुझाना – शांत करना।
- तन – शरीर।
- मन – आंतरिक आकार।
- लोटा – पानी रखने का धातु का पात्र।
- शादी – विवाह।
- दूजा – दूसरा।
- कोय – कोई।
- बोल – आवाज।
- साजन – पति।
- ढोल-ढोल – वाद्य।
- सुरंग – सुंदर रंगवाला।
- गुणवंत – गुणी।
- चटकीला – गाढ़े रंग का।
- राम-भजन – राम का नाम लेना।
- सोता – सोता है।
- तोता – हरे रंग का एक पक्षी।
Hindi Digest Std 10 GSEB पहेलियाँ-मुकरियाँ Important Questions and Answers
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चार-पांच वाक्यों में लिखिए:
प्रश्न 1.
कवि के अनुसार न फेरने पर रोटी, पान और घोड़े की क्या हालत होती है?
उत्तर :
रोटी, पान और घोड़े को फेरना बहुत जरूरी है। रोटी को तवे पर न फेरें (न उलटें) तो वह जल जाती है। पान के किसी पत्ते में दाग होते हैं, तो उसके ऊपर-नीचे के सभी पत्ते सड़ते जाते हैं। इसलिए पान के पत्तों को ऊपर-नीचे करते रहना चाहिए और उसके सड़े हिस्सों को काटकर निकाल देना चाहिए। घोड़े को सवारी अथवा गाड़ी में जोतने के लिए उसे सिखाना पड़ता है। इसे घोड़े को फेरना कहते हैं। अगर घोड़े को न फेरा जाए, तो उससे काम नहीं लिया जा सकता। वह अड़ जाता है।
प्रश्न 2.
डोल और साजन के बारे में कवि ने क्या कहा है?
उत्तर :
शादी के समय ढोल और साजन दोनों की जरूरत होती है। ढोल से मधुर स्वर निकलते हैं और साजन से सजनी का विवाह होता है। ढोल की जगह कोई दूसरा वादय उपयोग में नहीं आता। शादी भी और किसी से नहीं, साजन’ (वर) से ही होती है। ढोल के स्वर भी मोठे होते हैं और साजन की वाणी भी मोठी लगती है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए :
प्रश्न 1.
तला न होने से क्या-क्या नहीं हो सकता?
उत्तर :
तला न होने से जूता पहना नहीं जा सकता और समोसा खाया नहीं जा सकता।
प्रश्न 2.
फेरे न जाने से क्या-क्या हुआ?
उत्तर :
फेरे न जाने से रोटी जल गई, घोड़ा अड़ गया और पान सड़ गया।
प्रश्न 3.
पहेली और मुकरी में क्या अंतर है?
उत्तर :
पहेली सामान्य रूप से केवल बूझने के लिए होती है, जबकि मुकरी में एक सखी दूसरी सखी से कुछ बूझने के लिए कहती है और अंतिम पंक्ति में उत्तर भी दिया जाता है।
उचित शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
प्रश्न 1.
- …………. को दाने के बिना कोई नहीं खाता। (मकाई, अनार)
- ……….. मन का भारी तन का छोटा है। (मोटा, लोटा)
- ……. किए बिना तोता सोता नहीं है। (ईश-भजन, राम-भजन)
- लोटा मन की ………. बुझाता है। (जलन, तपन)
- अमीर खुशरो के अनुसार तोता ………… है। (गुणवंत, गुणकारी)
- पहेलियाँ – मुकरियों के रचनाकार ………. है। (गालिब, अमीर खुशरो)
- ………. नहीं था, इसलिए वजीर रखा नहीं था। (आना, दाना)
- चक्की के दो चाट दो ………… के समान है। (पत्थर, जवान)
- डोल के बोल ……….. मीठे लगते हैं। (शादी के समय, खाते समय)
उत्तर :
- अनार
- लोटा
- राम-भजन
- तपन
- गुणवंत
- अमौर खुशरो
- दाना
- जवान
- शादी के समय
व्याकरण
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- घोडा – ………….
- तपन – ………….
- छोटा – ………….
- तन – ………….
- सखी – ………….
- अति – ………….
- वजीर – ………….
- रोटी – ………….
- नारी – ………….
- बालक – ………….
- जल – ………….
- शादी – ………….
- मीठा – ………….
- तोता – ………….
उत्तर :
- घोडा – अश्व
- तपन – जलन
- छोटा – लघु
- तन – जिस्म
- सखी – संगिनी
- अति – ज्यादती
- वजीर – मंत्री
- रोटी – चपाती
- नारी – स्त्री
- बालक – लड़का
- जल – वारि
- शादी – विवाह
- मौठा – मधुर
- तोता – शुक
निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- मांगना × ……..
- जल × ……….
- तपन × ……..
- बुझाना × ……..
- रंगीन × ……….
- गुणवंत × ……..
उत्तर :
- मांगना × देना
- जल × अग्नि
- तपन × ठंडक
- बुझाना × जलाना
- रंगीन × रंगहीन
- गुणवंत × गुणहीन
निम्नलिखित शब्दसमूह के लिए एक शब्द लिखिए :
प्रश्न 1.
- शौकीनों के चबाने का पत्ता
- थाल का साथी
- मशहूर अरबी जानवर
- इसे जीवन कहते हैं
- यह प्रिय पालतू पक्षी है
- बादशाह का मंत्री
- आटा पीसने का साधन
- अंत:करण की संकल्प-विकल्प करनेवाली वृत्ति
उत्तर :
- पान
- रोटी
- घोडा
- जल
- तोता
- वजीर
- चक्की
- मन
निम्नलिखित शब्दों की भाववाचक संज्ञा लिखिए :
प्रश्न 1.
- खाना – ………….
- जलना – ………….
- सड़ना – ………….
- माँगना – ………….
- मीठा – ………….
- भारी – ………….
- रंगीला – ………….
उत्तर :
- खाना – खुराक
- जलना – जलन
- सड़ना – सड़न
- मांगना – मांग
- मीठा – मिठास
- भारी – भार
- रंगीला – रंगीलापन
GSEB Class 10 Hindi Solutions पहेलियाँ-मुकरियाँ Textbook Questions and Answers
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
‘तला’ शब्द के दो अर्थ बताइए ।
उत्तर :
‘तला’ शब्द का एक अर्थ है किसी चीज को गर्म तेल में तलना और इसका दूसरा अर्थ है जूते के नीचे का हिस्सा यानी तल्ला।
प्रश्न 2.
‘वजीर में दाने नहीं थे’ क्या अर्थ है ?
उत्तर :
वजीर में ‘दाने नहीं थे’ का अर्थ है, ‘वजीर दानेदार (यानी बुद्धिमान) नहीं था।’
प्रश्न 3.
ढोल और साजन में क्या समानता है ?
उत्तर :
डोल और साजन के बिना शादी नहीं हो सकती, ढोल और साजन की वाणी भी मोठी लगती हैं।
प्रश्न 4.
राम भजन बिना कौन नहीं सोता है ?
उत्तर :
राम-भजन बिना तोता नहीं सोता है।
2. निम्नलिखित प्रश्नों के दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
न फेरने पर रोटी, घोड़े और पान की क्या हालत होती है ?
उत्तर :
रोटी, घोड़े और पान को फेरना बेहद जरूरी है। रोटी न फेरने पर जल जाती है, घोड़ा न फेरने पर अड़ जाता है और पान को न फेरा जाए तो वह सड़ जाता है।
प्रश्न 2.
चक्की के दो पाटों की क्या विशेषता बताई हैं ?
उत्तर :
एक महिला के दो बालकों की तरह दोनों पार्टी का रंग एक-सा होता है। अंतर इतना ही होता है कि उनमें से एक पाट चलता रहता है और दूसरा पाट अपने स्थान पर स्थिर रहता है। इसके बावजूद दोनों हमेशा साथ-साथ रहते हैं।
प्रश्न 3.
लोटा क्या-क्या करता है ?
उत्तर :
जब प्यास लगती है तो लोटा मांगने पर जल भरकर ला देता है। वह लोगों की प्यास बुझाता है। लोटा देखने में तो छोटा लगता है पर उसमें पानी काफी आता है।