HBSE 10th Class Civics सत्ता की साझेदारी Textbook Questions and Answers
अभ्यास के प्रश्न – उत्तर
प्रश्न 1. आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अलग-अलग तरीके क्या हैं? इनमें से प्रत्येक का एक उदाहरण भी दें।
उत्तर- आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अनेक तरीकों में निम्नलिखित का उल्लेख किया जा सकता है:
- सत्ता का सरकार के विभिन्न अंगों द्वारा प्रयोग किया जाना-सरकार के तीन अंगों-विधानपालिका कार्यपालिका व न्यायपालिका-में सत्ता की बाँट सत्ता की साझेदारी का एक तरीका है: विधानपालिका कानून बनाती है, कार्यपालिका उन कानूनों को कार्य रूप देती है तथा न्यायपालिका कानूनों की अवहेलना करने वालों को दण्ड देती है। प्रायः सभी लोकतांत्रिक देशों में ऐसी व्यवस्था पायी जाती है।
- सत्ता को सरकार की किन्हीं इकाईयों में बाँट-सत्ता का कुछ भाग केन्द्रीय सरकार के पास तथा दूसरा भाग प्रान्तीय सरकारों को देने की व्यवस्था सत्ता की साझेदारी का एक अन्य तरीका है। संघीय राष्ट्रों जैसे भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका आदि देशों में सत्ता की बाँट की ऐसी ही व्यवस्था है।
- सत्ता को विभिन्न सामाजिक समूहों में बँटवारा-संविध नि द्वारा सत्ता को समाज के विभिन्न समूहों में बाँटने की व्यवस्था सत्ता के साझेदारी का एक अन्य तरीका है। बेल्जियम में केन्द्रीय सरकार के मन्त्रियों में आधे मंत्री फ्रेंच-भाषायी व आधे मंत्री डच-भाषायी मंत्री हैं।
- सत्ता को कुछेक दलों व समूहों व आन्दोलनों में बाँटना-जब किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी राजनीतिक दल को सरकार बनाने हेतु पूर्ण बहुमत नहीं मिलता, तब कुछेक राजनीतिक दल गठबंधन सरकार की रचना करते हैं। भारत में 2004 तथा उससे पूर्व 1999 में बनी सरकारें मिली-जुली सरकारों का उदाहरण थीं। ऐसी गठबंधनीय सरकारों पर अनेकों समूहों का प्रभाव सदैव रहता है।
प्रश्न 2. भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताएँ।
उत्तर- ‘युक्तिपरक’ तत्व का अर्थ होता है : समझ से काम लेना तथा तर्क के आधार पर कार्य करना; नैतिक तत्व में युक्तिपरक तर्क नहीं होता, अपितु अंतर्भूत महत्त्व का तत्व होता है। भारत में केन्द्र में बनी सरकार (1999 से 2004 के संदर्भ में) युक्तिपरक आधार पर बनी हुई है। इन दोनों वर्षों में लोकसभा चुनावों में किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। अतः समझदारी इस तथ्य में थी कि गठबंधन द्वारा मिली-जुली सरकार बनायी जाए। तो, ऐसी सरकार बनायी गयी। सत्ता की हिस्सेदारी के इस युक्तिपरक कारण के साथ एक नैतिक कारण भी जोड़ी जा सकता है : विभिन्न क्लों के माध्यम से सरकार का निर्माण इस नैतिक इस नैतिक तत्व का संकेत है कि जिस दल को जितना समर्थन प्राप्त हो, उसे सरकार में उतना प्रतिनिधि त्व मिलना चाहिए।
प्रश्न 3. इस अध्याय को पढ़ने के बाद तीन छात्रों ने अलग-अलग निष्कर्ष निकाले। आप इनमें से किससे सहमत हैं और क्यों? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में दें।
थम्मन-जिन समाजों में क्षेत्रीय, भाषायी और जातीय आधार पर विभाजन हो सिर्फ वहीं सत्ता की साझेदारी जरूरी है।
मथाई-सत्ता की साझेदारी सिर्फ ऐसे बड़े देशों के लिए उपयुक्त है जहाँ क्षेत्रीय विभाजन मौजूद होते हैं।
औसेफ-हर समाज में सत्ता की साझेदारी की ज़रूरत होती है भले ही वह छोटा हो या उसमें सामाजिक विभाजन न हों।
उत्तर- औसेफ द्वारा दिए गए निष्कर्ष से सहमति हो सकती है। लोकतंत्र लोगों की सरकार होती है तथा लोगों द्वारा अथवा उनके प्रतिनिधित्वों द्वारा संचालित की जानी चाहिए। समाज में सत्ता का केन्द्रीकरण लोकतंत्र के विरुद्ध माना गया है। सत्ता की साझेदारी में सत्ता का विकेन्द्रित भाव होता है। समाज में प्रत्येक छोटे-बड़े सामाजिक समूह को सत्ता में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
प्रश्न 4. बेल्जियम में ब्रूसेल्स के निकट स्थित शहर मर्चटेम के मेयर ने अपने यहाँ के स्कूलों में फ्रेंच बोलने पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंने कहा कि इससे डच भाषा न बोलने वाले लोगों को इस फ्लेमिश शहर के लोगों से जुड़ने में मदद मिलेगी। क्या आपको लगता है कि यह फैसला बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भावना से मेल खाता है? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में लिखें।
उत्तर- मर्चटेम के मेयर द्वारा वहाँ के स्कूलों में फ्रेंच बोलने पर रोक लगाकर जो तर्क दिया वह बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भावना से मूल खाता है। जहाँ सामाजिक प्रजातियाँ होती हैं, समझदारी इस तथ्य में है कि मेल-मिलाप की भावना अनुसार सामाजिक एकता को बनाए रखते हुए सत्ता में साझेदारी पर जोर दिया जाना चाहिए, यदि ऐसा न किया जाए तो सामाजिक तनाव व हिंसक गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं तथा समाज ग्रहयुद्ध की ओर बढ़ सकता है।
प्रश्न 5. नीचे दिए गए उदाहरण को गौर से पढ़ें और इसमें सत्ता की साझेदारी के जो युक्तिपरक कारण बताए गए हैं उसमें से किसी एक का चुनाव करें।
“महात्मा गाँधी के सपनों को साकार करने और अपने संविधान निर्माताओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए हमें पंचायतों को अधिकार देने की ज़रूरत है। पंचायती राज ही वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना करता है। यह सत्ता उन लोगों के हाथों में सौंपता है जिनके हाथों में इसे होना चाहिए। भ्रष्टाचार कम करने और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाने का एक उपाय पंचायतों को अधिकार देना भी है। जब विकास की योजनाओं को बनाने और लागू करने में लोगों की भागीदारी होगी तो इन योजनाओं पर उनका नियंत्रण बढ़ेगा। इससे भ्रष्ट बिचौलियों को खत्म किया जा सकेगा। इस प्रकार पंचायती राज लोकतंत्र की नींव को मजबूत करेगा।”
उत्तर- ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के हाथों में सत्तादिया जाना सत्ता की साझेदारी का युक्तिपरक तर्क होता है। स्थानीय लोगों को अपने स्थान के प्रशासन का अधिकार दिया जाना ही समझदारी है।

प्रश्न 6. सत्ता के बँटवारे के पक्ष और विपक्ष में कई तरह के तर्क दिए जाते हैं। इनमें से जो तर्क सत्ता के बँटवारे के पक्ष में हैं उनकी पहचान करें और नीचे दिए गए कोड से अपने उत्तर का चुनाव करें।
सत्ता की साझेदारीः
(क) विभिन्न समुदायों के बीच टकराव को कम करती है।
(ख) पक्षपात का अंदेशा कम करती है। (ग) निर्णय लेने की प्रक्रिया को अटका देती है। (घ) विविधताओं को अपने में समेट लेती है। (ङ) अस्थिरता और आपसी फूट को बढ़ाती है। (च) सत्ता में लोगों की भागीदारी बढ़ाती है। (छ) देश की एकता को कमजोर करती है।
(सा) क ख घ च
(रे) क ग ङ च
(गा) क ख घ छ
(मा) ख ग च छ
उत्तर- (सा) क, ख, घ, च ।
प्रश्न 7. बेल्जियम और श्रीलंका की सत्ता में साझेदारी की व्यवस्था के बारे में निम्नलिखित बयानों पर विचार करें:
(क) बेल्जियम में डच-भाषी बहुसंख्यकों ने फ्रेंच-भाषी अल्पसंख्यकों पर अपना प्रभुत्व जमाने का प्रयास किया।
(ख) सरकार की नीतियों ने सिंहली-भाषी बहुसंख्यकों का प्रभुत्व बनाए रखने का प्रयास किया।
(ग) अपनी संस्कृति और भाषा को बचाने तथा शिक्षा तथा रोजगार में समानता के अवसर के लिए श्रीलंका के तमिलों ने सत्ता को संघीय ढाँचे पर बाँटने की माँग की।
(घ) बेल्जियम में एकात्मक ‘सरकार की जगह संघीय शासन व्यवस्था लाकर मुल्क को भाषा के आधार पर टूटने से बचा लिया गया।
ऊपर दिए गए बयानों में से कौन-से सही हैं?
(सा) क, ख, ग और घ (रे) क, ख और घ (गा) ग और घ (मा) ख, ग और घ
उत्तर- (मा) ख, ग और घ ।
प्रश्न 8. सूची 1 [सत्ता के बँटवारे के स्वरूप] और सूची’2 [शासन के स्वरूप] में मेल कराएँ और नीचे दिए गए कोड का उपयोग करते हुए सही जवाब दें-

उत्तर- (गा) ख, घ, क, ग ।
प्रश्न 9. सत्ता की साझेदारी के बारे में निम्नलिखित दो बयानों पर गौर करें और नीचे दिए गए कोड के आध र पर जवाब दें:
(अ) सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र के लिए लाभकर
(ब) इससे सामाजिक समूहों में टकराव का अंदेशा घटता है।
इस बयानों में कौन सही है और कौन गलत?
(क) अ सही है लेकिन ब गलत है।
(ख) अ और ब दोनों सही हैं।
(ग) अ और ब दोनों गलत हैं।
(घ) अ गलत है लेकिन ब सही है।
उत्तर- (ख) अ और ब दोनों सही हैं।

परीक्षोपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न [Long – Answer Type Questions]
प्रश्न 1. बेल्जियम की जटिल जातीय बुनावट का वर्णन करते हुए सत्ता में हिस्सेदारी के बेल्जियम मॉडल की मुख्य बातें लिखें।
अथवा
बेल्जियम के संविधान मॉडल की कुछ बातों का वर्णन कीजिए |
उत्तर – बेल्जियम की जटिल जातीय बुनावट – बेल्जियम के समाज की जातीय बुनावट बहुत कठिन है। देश की कुल आबादी का 59 प्रतिशत भाग फ्लेमिश क्षेत्र में रहता है और डच भाषा बोलता है । शेष 40 प्रतिशत लोग वेलोनिया क्षेत्र में रहते हैं और फ्रेंच भाषा बोलते हैं। शेष एक प्रतिशत लोग जर्मन भाषा बोलते हैं । राजधानी ब्रूसेल्स के 80 प्रतिशत लोग फ्रेंच भाषा बोलते हैं और 20 प्रतिशत लोग डच भाषा बोलते हैं । अल्पसंख्यक फ्रेंच भाषी तुलनात्मक रूप से अधिक समृद्ध और ताकतवर रहे हैं।
बेल्जियम मॉडल की मुख्य बातें – सत्ता में हिस्सेदारी के बेल्जियम मॉडल की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं –
(1) संविधान में इस बात का प्रावधान है कि केंद्रीय सरकार में डच और फ्रेंच भाषी मंत्रियों की संख्या बराबर रहेगी। कुछ विशेष कानून तभी बन सकते हैं जब दोनों भाषीय समूह के सांसदों का बहुमत उसके पक्ष में हो। इस प्रकार किसी एक समुदाय के लोग एकतरफा निर्णय नहीं कर सकते ।
(2) केंद्र सरकार की अनेक शक्तियाँ देश के दो क्षेत्रों की क्षेत्रीय सरकारों को सौंप दी गई हैं अर्थात् राज्य सरकारें केंद्रीय सरकार के अंतर्गत नहीं हैं ।
(3) ब्रूसेल्स में अलग सरकार है और इसमें दोनों समुदायों का समान प्रतिनिधित्व है। फ्रेंच भाषी लोगों ने ब्रूसेल्स में समान प्रतिनिधित्व के इस प्रस्ताव को स्वीकार किया क्योंकि डच भाषी लोगों ने केंद्रीय सरकार में बराबरी का प्रतिनिधित्व स्वीकार किया था।
(4) केंद्रीय और राज्य सरकारों के अतिरिक्त यहाँ एक तीसरे स्तर की सरकार भी काम करती है अर्थात् सामुदायिक सरकार। इस सरकार का चुनाव एक ही भाषा बोलने वाले लोग करते हैं। डच, फ्रेंच और जर्मन भाषा बोलने वाले समुदायों के लोग चाहे वे जहाँ भी रहते हों, इस सामुदायिक सरकार को चुनते हैं । इस सरकार को संस्कृति, शिक्षा और भाषा जैसे मसलों पर निर्णय लेने का अधिकार है।
प्रश्न 2. श्रीलंका में बहुसंख्यकवाद का संक्षेप में वर्णन कीजिए ।
उत्तर-बहुसंख्यकवाद से अभिप्राय ऐसी मान्यता से है जिसके अनुसार यदि किसी देश में कोई समुदाय बहुसंख्यक है तो वह अपने मनमाने तरीके से देश पर शासन कर सकता है और इसके लिए वह अल्पसंख्यक समुदाय की आवश्यकताओं या इच्छाओं की अवहेलना कर सकता है। श्रीलंका की सरकार द्वारा सिंहली समुदायों के हितों के संरक्षण के लिए कानूनों का निर्माण करना बहुसंख्यकवाद का उदाहरण है। दक्षिण एशिया के दूसरे देशों की भाँति श्रीलंका की आबादी में भी कई जातीय समूहों के लोग हैं। सबसे मुख्य सामाजिक समूह सिंहलियों का है जिनकी आबादी कुल जनसंख्या की 74 प्रतिशत है। इसके अलावा 18 प्रतिशत आबादी तमिलों की है जिसमें कुछ हिन्दु तथा कुछ मुसलमान हैं और 7 प्रतिशत आबादी ईसाइयों की है। सन् 1948 में जब श्रीलंका एक स्वतंत्र राष्ट्र बना तो सिंहली समुदाय के नेताओं ने अपनी बहुसंख्या के बल पर शासन पर प्रभुत्व स्थापित करना चाहा । इसी कारण से लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार ने सिंहली समुदाय की प्रभुत्ता स्थापित करने के लिए अपनी बहुसंख्यकपरस्ती के अंतर्गत बहुत-से कदम उठाए। वर्ष 1956 में श्रीलंका की सिंहली सरकार द्वारा एक ऐसा कानून बनाया गया जिसके अन्तर्गत तमिल को बिल्कुल अलग करके सिंहली को एकमात्र राजभाषा घोषित कर दिया गया। विश्वविद्यालयों और सरकारी नौकरियों में सिंहलियों को प्राथमिकता देने की नीति चलाई गई । श्रीलंका के नव-निर्मित संविधान में यह प्रावधान भी किया गया कि सरकार बौद्ध मत को संरक्षण और बढ़ावा देगी। तमिल समुदाय के लोग इन नीतियों का आरंभ से ही विरोध करते आ रहे हैं । इन नीतियों के कारण श्रीलंकाई तमिल स्वयं को उपेक्षित महसूस करते हैं । परन्तु बहुसंख्यकवाद की नीति के कारण उनके सभी प्रयास विफल होते रहे हैं ।

लघुत्तरात्मक प्रश्न [Short – Answer Type Questions]
प्रश्न 1. सत्ता में हिस्सेदारी के चार लाभ लिखो।
अथवा
सत्ता की साझेदारी क्यों जरूरी हैं?
अथवा
सत्ता का बंटवारा लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के लिए ठीक है | व्याख्या करें ।
उत्तर – (1) इससे विभिन्न सामाजिक समुदायों के बीच टकराव का अंदेशा कम हो जाता है।
(2) इससे देश में राजनीतिक स्थिरता पैदा होती है ।
(3) इससे देश में हिंसा और अलगाववाद पर विराम लगता है।
(4) सत्ता की साझेदार एक सच्चे लोकतंत्र की आत्मा है ।
प्रश्न 2. बेल्जियम में सत्ता में हिस्सेदारी का संक्षेप में वर्णन करो ।
उत्तर – बेल्जियम में निम्नलिखित चार स्तरों पर सत्ता में हिस्सेदारी के नियम तय किए गए –
(1) केंद्रीय सरकार में डच और फ्रेंच भाषी मंत्रियों की संख्या समान होगी ।
(2) केंद्र सरकार की अनेक शक्तियाँ वेलोनिया और फ्लेमिश सरकारों को सौंप दी गईं ।
(3) ब्रूसेल्स में अलग सरकार है जिसमें दोनों भाषाई समुदायों की समान हिस्सेदारी है।
(4) सामुदायिक सरकार की स्थापना की गई ।
प्रश्न 3. श्रीलंका में गृहयुद्ध के क्या कारण थे?
उत्तर – श्रीलंका में गृहयुद्ध के निम्नलिखित कारण थे –
(1) श्रीलंका में सिंहलियों को सरकारी नौकरियों तथा विश्वविद्यालयों में प्राथमिकता दी जा रही थी ।
(2) तमिलों को उनके राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा जा रहा था ।
(3) सरकारी संरक्षण वाली योजनाओं में तमिलों को कोई लाभ नहीं दिया जा रहा था ।
प्रश्न 4. बहुसंख्यकवाद क्या है ? इसका एक उदाहरण दीजिए ।
उत्तर – यह मान्यता कि यदि कोई समुदाय बहुसंख्यक है तो वह अपने मनमाने तरीके से देश पर शासन कर सकता है और इसके लिए वह अल्पसंख्यक समुदाय की आवश्यकता या इच्छाओं की अवहेलना कर सकता है। श्रीलंका की सरकार ने सिंहली समुदाय के हितों के संरक्षण के लिए कानूनों का निर्माण करना बहुसंख्यकवाद का उदाहरण है ।
प्रश्न 5. श्रीलंकाई तमिलों की नाराजगी बढ़ने के क्या कारण हैं?
उत्तर – श्रीलंकाई तमिलों की नाराजगी बढ़ने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं –
(1) श्रीलंका में सरकारी नौकरियों और विश्वविद्यालयों में सिंहलियों को प्राथमिकता दी जाती है ।
(2) तमिलों को उनके राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है ।
(3) सरकारी संरक्षण वाली योजनाओं में तमिलों को कोई लाभ नहीं पहुँचाया जाता है ।
(4) नए संविधान के अनुसार सरकार सिंहलियों के धर्म बौद्ध धर्म को संरक्षण प्रदान करती है ।
प्रश्न 6. बेल्जियम की जटिल जातीय बुनावट के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर – बेल्जियम के समाज की जातीय बुनावट बहुत कठिन है। देश की कुल आबादी का 59 प्रतिशत भाग फ्लेमिश क्षेत्र में रहता है और डच भाषा बोलता है। शेष 40 प्रतिशत लोग वेलोनिया क्षेत्र में रहते हैं और फ्रेंच भाषा बोलते हैं । शेष एक प्रतिशत लोग जर्मन भाषा बोलते हैं । राजधानी ब्रूसेल्स के 80 प्रतिशत लोग फ्रेंच भाषा बोलते हैं और 20 प्रतिशत लोग डच भाषा बोलते हैं । अल्पसंख्यक फ्रेंच भाषी तुलनात्मक रूप से अधिक समृद्ध और ताकतवर रहे हैं ।
प्रश्न 7. श्रीलंका की जटिल जातीय बुनावट से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-दक्षिण एशिया के दूसरे देशों की भांति श्रीलंका की आबादी में भी कई जातीय समूहों के लोग हैं। सबसे मुख्य सामाजिक समूह सिंहलियों का है जिनकी आबादी कुल जनसंख्या की 74 प्रतिशत है। फिर तमिलों का सामाजिक समूह है जिनकी आबादी कुल जनसंख्या में 18 प्रतिशत है। तमिलों में भी दो समूह हैं श्रीलंकाई मूल के तमिल (13 प्रतिशत) और हिंदुस्तानी तमिल जो औपनिवेशिक शासनकाल में बागानों में काम करने के लिए भारत से लाए गए लोगों की संतान हैं। अधिकतर सिंहली भाषी लोग बौद्ध हैं जबकि तमिल-भाषी लोगों में कुछ हिंदू हैं और कुछ मुसलमान । श्रीलंका की आबादी में ईसाई लोगों का हिस्सा 7 प्रतिशत है और वे सिंहली और तमिल, दोनों भाषाएँ बोलते हैं ।
प्रश्न 8. श्रीलंका में बहुसंख्यकवाद है। क्या आप इस कथन से सहमत हैं? यदि हाँ तो तर्क दीजिए ।
उत्तर – हाँ, श्रीलंका में सिंहली समुदाय का बहुसंख्यकवाद है।
सन् 1948 में श्रीलंका स्वतंत्र राष्ट्र बना । सिंहली समुदाय के नेताओं ने अपनी बहुसंख्या के बल पर शासन पर प्रभुत्व स्थापित करना चाहा । इसी कारण से लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार ने सिंहली समुदाय की प्रभुत्ता स्थापित करने के लिए अपनी बहुसंख्यक-परस्ती के अंतर्गत बहुत से कदम उठाए ।
तर्क- 1956 में एक कानून बनाया गया जिसके अंतर्गत तमिल को बिल्कुल अलग करके सिंहली को एकमात्र राजभाषा घोषित कर दिया गया। विश्वविद्यालयों और सरकारी नौकरियों में सिंहलियों को प्राथमिकता देने की नीति भी चली। नए संविधान में यह प्रावधान भी किया गया कि सरकार बौद्ध मत को संरक्षण और बढ़ावा देगी ।
प्रश्न 9. भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, बौद्ध, जैन, पारसी इत्यादि संप्रदायों के लोग रहते हैं लेकिन अधिकतर संख्या हिंदुओं की है। क्या आप कह सकते हैं कि भारत में बहुसंख्यकवाद है ? उदाहरण दीजिए |
उत्तर – यह बात सत्य है कि भारत में हिंदू धर्म बहुसंख्यक है लेकिन सत्ता में हिस्सेदारी के रूप में भारत में बहुसंख्यकवाद बिल्कुल भी नहीं है। भारत में किसी भी आधार पर किसी धर्म या समुदाय के लिए सर्वोच्च पदों; जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष या सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश का आरक्षण नहीं किया जा सकता है। भारत का संविधान किसी भी भाषा या किसी भी धर्म के संरक्षण के लिए कानून नहीं बना सकता है ।
उदाहरण- भारत के राष्ट्रपति पद पर डॉ० राजेंद्र प्रसाद हिंदू, ज्ञानी जैल सिंह सिक्ख और फखरुद्दीन अली अहमद, डॉ० जाकिर हुसैन तथा डॉ० ए० पी० जे० अब्दुल कलाम मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति सुशोभित हो चुके हैं ।
प्रश्न 10. गृहयुद्ध की समाप्ति के बाद लेबनान में सत्ता का बँटवारा कैसे किया गया ?
उत्तर – गृहयुद्ध अंत के पश्चात लेबनान के समस्त नेता साथ मिलकर बैठे और अलग-अलग समुदायों के बीच सत्ता के बँटवारे के कुछ बुनियादी नियमों पर सहमत हुए । इन नियमों के द्वारा तय हुआ कि देश का राष्ट्रपति मैरोनाइट पंथ का कोई कैथोलिक ही होना चाहिए। केवल सुन्नी मुसलमान ही प्रधानमंत्री हो सकता है। उपप्रधानमंत्री का पद आर्थोडॉक्स ईसाई और संसद के अध्यक्ष का पद शिया मुसलमान के लिय तय हुआ । इस समझौते के अनुसार ईसाई फ्रांस से संरक्षण की माँग नहीं करेंगे और मुसलमान भी पड़ोसी सीरिया के साथ एकीकरण की माँग छोड़ने पर सहमत हुए । जब ईसाइयों और मुसलमानों के बीच यह समझौता हुआ था तब दोनों की आबादी लगभग समान थी। बाद में मुसलमान स्पष्ट रूप से बहुमत में आ गए लेकिन दोनों पक्ष अभी भी उस समझौते का आदर करते हुए उसे मान रहे हैं ।
प्रश्न 11. खलील लेबनान में हुए सत्ता में साझेदारी के प्रारूप से सहमत क्यों नहीं था ?
उत्तर – खलील को इस समझौते में बड़ी गड़बड़ी लगती है । वह राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा वाला लोकप्रिय व्यक्ति है किन्तु इस व्यवस्था के रहते वह सबसे बड़े पद पर पहुँच ही नहीं सकता । वह न तो माँ के धर्म को मानता है और न ही पिता के धर्म को, वास्तव में वह चाहता ही नहीं कि उसे किसी भी धर्म से जोड़कर पहचाना जाए । उसे समझ में नहीं आता कि लेबनान भी अन्य ‘सामान्य’ लोकतंत्रों की तरह क्यों नहीं चलता । उसका कहना है – “सिर्फ चुनाव कराइए, हर किसी को चुनाव लड़ने की आजादी दीजिए और जिसे सबसे ज्यादा वोट मिलें वह राष्ट्रपति बन जाए; भले ही वह किसी भी समुदाय का हो” ।
प्रश्न 12. भारतीय शासन व्यवस्था में आप ‘नियंत्रण और संतुलन की व्यवस्था’ से क्या समझते हैं ?
उत्तर- हमारे देश में सरकार के तीन अंग हैं विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका । सरकार की वास्तविक कार्यकारी शक्तियाँ कार्यपालिका में निहित हैं। हमारे देश में कार्यपालिका सत्ता का उपयोग जरूर करती है लेकिन यह संसद के अधीन कार्य करती है। न्यायपालिका की नियुक्ति कार्यपालिका करती है परन्तु न्यायपालिका ही कार्यपालिका पर और विधायिका द्वारा बनाए कानूनों पर अंकुश रखती है । इस व्यवस्था को ‘नियंत्रण और संतुलन की व्यवस्था’ भी कहते हैं ।
प्रश्न 13. सत्ता के क्षैतिज वितरण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर – सत्ता के क्षैतिज वितरण के अंतर्गत शासन के तीनों अंगों-विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता का बँटवारा इस तरह से करना कि इसमें सरकार के विभिन्न अंग एक ही स्तर पर रहकर अपनी-अपनी शक्ति का उपयोग करते हैं। इसके अतिरिक्त ऐसे बँटवारे से यह भी सुनिश्चित हो जाता है कि कोई भी एक अंग सत्ता का असीमित उपयोग नहीं कर सकता और प्रत्येक अंग एक-दूसरे पर अंकुश रखता है जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न शासन के अंगों या संस्थाओं के बीच सत्ता का संतुलन बना रहता है।
प्रश्न 14. सत्ता के उर्ध्वाधर वितरण से क्या आशय है?
उत्तर – जब किसी देश के शासन में सत्ता का बँटवारा उच्चतर और निम्नतर स्तर की सरकारों के बीच किया जाता है तो उसे सत्ता के उर्ध्वाधर वितरण का नाम दिया जाता है; जैसे भारत में केंद्र एवं राज्य सरकारों के बीच सत्ता या शक्तियों के क्षेत्र का निर्धारण या वितरण किया गया है जिसके परिणामस्वरूप वे अपने-अपने क्षेत्रों में शासन सम्बन्धी कार्य करते हैं और एक-दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करते हैं।
प्रश्न 15. सत्ता के क्षैतिज वितरण और ऊर्ध्वाधर वितरण के बीच अन्तर स्पष्ट करो ।
उत्तर –
| सत्ता के क्षैतिज वितरण |
ऊर्ध्वाधर वितरण |
| (i) क्षैतिज वितरण के अधीन सत्ता का बँटवारा शासन के विभिन्न अंगों; जैसे – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच होता है । |
(i) ऊर्ध्वाधर वितरण में सत्ता का बँटवारा सरकार के विभिन्न स्तरों पर होता है । |
| (ii) इस प्रकार की सरकार के विभिन्न अंग एक ही स्तर पर रहकर अपनी-अपनी शक्ति का प्रयोग करते हैं । |
(ii) इसके अधीन सत्ता के बँटवारे में उच्चतर और निम्नतर स्तर की सरकारें होती हैं । |
| (iii) इसके अधीन, हर अंग दूसरे पर अंकुश रखता है। |
(iii) इस प्रकार की प्रणाली के अधीन निम्नतर अंग, उच्चतर अंग के अधीन कार्य करता है । |
अति लघुत्तरात्मक प्रश्न [Very Short – Answer Type Questions]
प्रश्न 1. लोकतंत्र में सरकार के तीन अंग कौन-कौन से होते हैं ?
उत्तर – लोकतंत्र में सरकार के तीन अंग हैं- विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका ।
प्रश्न 2. बेल्जियम की जातीय बनावट कैसी है?
अथवा
बेल्जियम में किन भाषाई समुदायों के लोग रहते हैं ?
उत्तर – बेल्जियम में 59 प्रतिशत डच भाषी, 40 प्रतिशत फ्रेंच भाषी और 1 प्रतिशत जर्मन भाषी समुदायों के लोग रहते हैं ।
प्रश्न 3. श्रीलंका में किन समुदायों के लोग रहते हैं ?
उत्तर – श्रीलंका में 74 प्रतिशत सिंहली, 18 प्रतिशत तमिल और 7 प्रतिशत ईसाई समुदाय के लोग रहते हैं ।
प्रश्न 4. श्रीलंका ने सिंहली भाषा को कब राजभाषा घोषित किया ?
उत्तर – 1956 में श्रीलंका सरकार ने एक कानून बनाकर सिंहली को एकमात्र राजभाषा घोषित कर दिया। इससे तमिल विद्रोह शुरु हुआ ।
प्रश्न 5. सत्ता की साझेदारी क्या है ?
उत्तर – सत्ता की साझेदारी से अभिप्राय उस प्रक्रिया से है जिसमें देश के विभिन्न स्तरों और विभिन्न समुदायों के लोगों के बीच शासकीय शक्तियों का बंटवारा किया जाता है।
प्रश्न 6. खलील को लेबनान के समझौते में क्या गड़बड़ी लगती है ?
उत्तर – खलील को इस बात पर घोर आपत्ति है कि इस बात के नियम तय कर दिए गए कि राष्ट्रपति किस समुदाय से, प्रधानमंत्री किस समुदाय से और उपप्रधानमंत्री किस समुदाय से बनेगा ।
प्रश्न 7. लेबनान में किन चार समुदायों के बीच सत्ता का बँटवारा हुआ ?
उत्तर- कैथोलिक ईसाई, सुन्नी मुसलमान, शिया मुसलमान और आर्थोडॉक्स ईसाई ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न [Objective Type Questions]
I. एक शब्द या एक वाक्य में उत्तर दीजिए
प्रश्न 1. सरकार के तीनों अंगों में शक्तियों का विभाजन किस सिद्धांत के अंतर्गत किया गया है?
उत्तर – सत्ता के बँटवारे के सिद्धांत के अंतर्गत ।
प्रश्न 2. बेल्जियम की राजधानी कहाँ है?
उत्तर- ब्रूसेल्स ।
प्रश्न 3. श्रीलंका स्वतंत्र राष्ट्र कब बना?
उत्तर – 1948 में ।
प्रश्न 4. श्रीलंका का गृहयुद्ध किन समुदायों के बीच चल रहा है ?
उत्तर – सिंहली ( सरकार समर्थक) और तमिल (सरकार विरोधी) समुदायों के बीच ।
प्रश्न 5. बेल्जियम का कितना प्रतिशत आबादी का हिस्सा फ्लेमिश इलाके में रहता है ?
उत्तर – 59 प्रतिशत ।
प्रश्न 6. युक्तिपरक तर्क किस बात पर बल देता है?
उत्तर – युक्तिपरक तर्क किसी कार्य के लाभकारी परिणामों पर बल देता है ।
प्रश्न 7. नैतिक तर्क किस बात पर बल देता है ?
उत्तर – नैतिक तर्क सत्ता के बँटवारे के अंतर्भूत महत्त्व को बताता है ।
प्रश्न 8. लेबनानी समझौते के अनुसार राष्ट्रपति का पद किस समुदाय के लिए आरक्षित कर दिया गया ?
उत्तर – मैरोनाइट पंथ के कैथोलिक व्यक्ति के लिए |
प्रश्न 9. लेबनानी समझौते के अनुसार प्रधानमंत्री का पद किस समुदाय के लिए आरक्षित कर दिया गया ?
उत्तर – सुन्नी मुसलमान के लिए ।
प्रश्न 10. जर्मनी की एक प्रमुख पार्टी का नाम बताओ ।
उत्तर- सोशल, डेमोक्रेटिक पार्टी ।
प्रश्न 11. शासन के स्तरों पर ( सत्ता के) बँटवारे का एक उदाहरण दीजिए ।
उत्तर- संघीय सरकार ।
प्रश्न 12. सामुदायिक आधार पर सत्ता के बँटवारे का उदाहरण दीजिए ।
उत्तर – बेल्जियम में भाषाई समूहों के बीच सत्ता का बँटवारा ।
प्रश्न 13. श्रीलंका में सरकार ने किस समुदाय की नीतियों का प्रभुत्व बनाए रखने का प्रयास किया ?
उत्तर – सिंहली समुदाय ।
प्रश्न 14. यदि बेल्जियम में संघीय सरकार की स्थापना न होती तो देश की स्थिरता पर क्या प्रभाव पड़ता ?
उत्तर – देश भाषाई आधार पर टूट जाता ।
प्रश्न 15. 1970 और 1993 के बीच बेल्जियम के संविधान में कितने संशोधन हुए?
उत्तर-चार ।
II. बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए –
1. लोकतंत्र के कामकाज के लिए सत्ता को निम्नलिखित में से किस अंग में विकेंद्रित कर देना चाहिए?
(A) विधायिका
(B) कार्यपालिका
(C) न्यायपालिका
(D) उपर्युक्त तीनों
उत्तर-(D)
2. लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार का अंग है-
(A) विधायिका
(B) कार्यपालिका
(C) न्यायपालिका
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(D)
3. बेल्जियम देश निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में स्थित है?
(A) एशिया
(B) यूरोप
(C) अमेरिका
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(B)
4. बेल्जियम कब स्वतंत्र घोषित किया गया?
(A) 1820 ई० में
(B) 1828 ई० में
(C) 1830 ई० में
(D) 1848 ई० में
उत्तर-(C)
5. ब्रुसेल्स राजधानी है-
(A) श्रीलंका की
(B) बेल्जियम की
(C) नेपाल की
(D) वियतनाम की
उत्तर-(B)
6. बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स में कितने प्रतिशत लोग फ्रेंच बोलते हैं?
(A) 50 प्रतिशत
(B) 60 प्रतिशत
(C) 80 प्रतिशत
(D) 90 प्रतिशत
उत्तर-(C)
7. बेल्जियम देश की सीमा निम्नलिखित में से किस देश के साथ लगती है ?
(A) नीदरलैण्ड
(B) यूक्रेन
(C) जर्मनी
(D) उपर्युक्त तीनों
उत्तर-(D)
8. बेल्जियम में किस समुदाय का प्रभुत्व था ?
(A) फ्रेंच भाषी
(B) डच भाषी
(C) जर्मन भाषी
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (A)
9. बेल्जियम की आबादी का कितना हिस्सा फ्लेमिश क्षेत्र में रहता है?
(A) 40%
(B) 59%
(C) 20%
(D) 46%
उत्तर-(B)
10. बेल्जियम मॉडल की विशेषता है –
(A) भाषाई आधार पर देश का बँटवारा
(B) देश में बहुसंख्यकवाद की स्थापना
(C) सत्ता में साझेदारी के नियम बनाना
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(C)
11. बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी आधारित थी –
(A) केंद्रीय सरकार में समान प्रतिनिधित्व
(B) दो क्षेत्रीय सरकारों का गठन
(C) सामुदायिक सरकार का गठन
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(D)
12. बेल्जियम मॉडल का प्रभाव रहा –
(A) देश में गृहयुद्ध टल गया
(B) देश का भाषाई विभाजन टल गया
(C) देश पूरे यूरोप में आदर्श लोकतंत्र का पर्याय बन गया
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(D)
13. श्रीलंका कौन-से महाद्वीप में स्थित है ?
(A) यूरोप
(B) एशिया
(C) ऑस्ट्रेलिया
(D) उत्तरी अमेरिका
उत्तर-(B)
14. श्रीलंका कब स्वतंत्र हुआ?
(A) 14 फरवरी, 1944
(B) 15 अगस्त, 1946
(C) 4 फरवरी, 1948
(D) 4 सितम्बर, 1949
उत्तर-(C)
15. श्रीलंका की आबादी में सबसे बड़ा हिस्सा किस प्रमुख सामाजिक समूह का है?
(A) सिंहली
(B) तमिल
(C) ईसाई
16. श्रीलंका की तमिल समस्या का कारण है –
(A) सिंहलियों का बहुसंख्यावाद
(B) सरकार की सिंहली समर्थक नीतियाँ
(C) तमिलों के राजनीतिक अधिकारों की अवहेलना
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(D)
17. श्रीलंका की सिंहली सरकार ने किस धर्म को संरक्षण प्रदान करने के लिए कानून बनाया ?
(A) बौद्ध
(B) हिंदू
(C) ईसाई
(D) मुस्लिम
उत्तर – (A)
18. श्रीलंका में सिंहली भाषा को एकमात्र राजभाषा कब घोषित कया गया ?
(A) 1952 में
(B) 1954 में
(C) 1956 में
(D) 1958 में
उत्तर-(C)
19. श्रीलंका में अधिकतर सिंहली भाषा बोलने वाले लोग निम्न में से किस धर्म से संबंधित हैं?
(A) बौद्ध धर्म
(B) हिन्दू धर्म
(C) ईसाई धर्म
(D) मुस्लिम धर्म
उत्तर – (A)
20. श्रीलंका में तमिल भाषी लोग निम्नलिखित में से किस धर्म से संबंधित हैं ?
(A) हिंदू
(B) मुसलमान
(C) हिंदू एवं मुसलमान दोनों
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(C)
21. श्रीलंका में ईसाई लोगों का हिस्सा है?
(A) 5 प्रतिशत
(B) 6 प्रतिशत
(C) 7 प्रतिशत
(D) 12 प्रतिशत
उत्तर – (C)
22. बेल्जियम में निम्नलिखित में से कौन-सी भाषा बोली जाती है?
(A) डच
(B) फ्रेंच
(C) जर्मन
(D) उपर्युक्त तीनों
उत्तर-(D)
23. बेल्जियम में केंद्रीय व राज्य सरकारों के अतिरिक्त अन्य कौन-सी सरकार पाई जाती है?
(A) ग्राम पंचायत
(B) स्थानीय सरकार
(C) सामुदायिक सरकार
(D) जिला परिषद्
उत्तर- (C)
24. यूरोपीय संघ का मुख्यालय है –
(A) ब्रसेल्स
(B) मास्को
(C) कोलम्बो
(D) बीजिंग
उत्तर- (A)
25. पूरे देश के लिए बनने वाली सामान्य सरकार को क्या कहते हैं ?
(A) संघ या केंद्र सरकार
(B) राज्य सरकार
(C) स्थानीय सरकार
(D) सामुदायिक सरकार
उत्तर- (A)
26. उच्चतर एवं निम्नतर स्तर की सरकारों के बीच सत्ता के बँटवारे को कहते हैं –
(A) उर्ध्वाधर वितरण
(B) क्षैतिज वितरण
(C) सामुदायिक वितरण
(D) विकेंद्रीकरण
उत्तर- (A)
27. सरकार के तीनों अंगों-विधायिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका के बीच सत्ता के बँटवारे को क्या कहा जाता है?
(A) उर्ध्वाधर वितरण
(B) क्षैतिज वितरण
(C) सामुदायिक वितरण
(D) विकेंद्रीयकरण
उत्तर-(B)
28. सत्ता की साझेदारी के पक्ष में कौन-सा तर्क सही है ?
(A) विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव टल जाता है
(B) अधिक उलझन भरी व्यवस्था है
(C) निर्णय लेने में देरी होती है
(D) हिंसा को बढ़ावा मिलता है
उत्तर- (A)
29. लेबनान में राष्ट्रपति पद किस समुदाय को देने पर सहमति बनी ?
(A) कैथोलिक ईसाई
(B) आर्थोडॉक्स ईसाई
(C) शिया मुसलमान
(D) सुन्नी मुसलमान
उत्तर- (A)
30. लेबनान में प्रधानमंत्री पद किस समुदाय को देने पर सहमति हुई ?
(A) कैथोलिक ईसाई
(B) आर्थोडॉक्स ईसाई
(C) शिया मुसलमान
(D) सुन्नी मुसलमान
उत्तर-(D)
31. लेबनान में संसद के अध्यक्ष का पद किस समुदाय को देने पर सहमति बनी ?
(A) कैथोलिक ईसाई
(B) आर्थोडॉक्स ईसाई
(C) शिया मुसलमान
(D) सुन्नी मुसलमान
उत्तर – (C)
32. क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक पार्टी का सम्बन्ध किस देश से है?
(A) इंग्लैंड
(B) फ्रांस
(C) जर्मनी
(D) स्पेन
उत्तर-(C)
33. बेरुत की राजधानी कौन-सी है?
(A) बेल्जियम
(B) स्पेन
(C) जर्मनी
(D) लेबनान
उत्तर-(D)
34. 1970 से 1993 के बीच बेल्जियम के संविधान में कितनी बार संशोधन किए गए ?
(A) दो बार
(B) तीन बार
(C) चार बार
(D) एक बार
उत्तर-(C)
35. बेल्जियम में किस जातीय समूह की सबसे बड़ी आबादी है ?
(A) वैलून.
(B) फ्लेमिश
(C) जर्मन
(D) मुस्लिम
उत्तर-(B)
III. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. श्रीलंका की सिंहली सरकार ने …………….. धर्म को संरक्षण प्रदान करने के लिए कानून बनाया ।
2. पूरे देश के लिए बनने वाली सामान्य सरकार को …………… कहते हैं ।
3. उच्चतर एवं निम्नतर स्तर की सरकारों के बीच सत्ता के बँटवारे को ………….. कहते हैं ।
4. श्रीलंका में तमिल भाषी लोग …………….. धर्म से संबंधित हैं ।
5. बेल्जियम में केंद्रीय व राज्य सरकारों के अतिरिक्त अन्य ……………. सरकार पाई जाती है I
6. श्रीलंका ………………. को स्वतंत्र हुआ ।
7. बेल्जियम में ……………… समुदाय का प्रभुत्व था ।
8. बेल्जियम देश निम्नलिखित में से …………….. महाद्वीप में स्थित है ।
9. यूरोपीय संघ का मुख्यालय ………………… में है।
10. 1970 और 1993 के बीच बेल्जियम के संविधान में ……………… संशोधन हुए।
11. बेरुत की राजधानी …………….. है।
उत्तर – 1. बौद्ध, 2. संघ या केंद्र सरकार, 3. उर्ध्वाधर वितरण, 4. हिंदू एवं मुसलमान दोनों, 5. सामुदायिक सरकार, 6. 4 फरवरी, 1948, 7. फ्रेंच भाषी, 8 यूरोप, 9. ब्रूसेल्स, 10. चार, 11 लेबनान ।
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर हाँ/ नहीं में दीजिए
1. क्या श्रीलंका में अधिकतर सिंहली भाषा बोलने वाले लोग बौद्ध धर्म से संबंधित हैं ?
2. क्या यूरोपीय संघ का मुख्यालय ब्रूसेल्स है ?
3. क्या लेबनान में राष्ट्रपति पद शिया मुसलमान समुदाय को देने पर सहमति बनी ?
4. क्या क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक पार्टी का सम्बन्ध जर्मनी से है ?
5. क्या बेरुत की राजधानी स्पेन है ?
उत्तर – 1. हाँ, 2. हाँ, 3. नहीं, 4. हाँ 5. नहीं ।

Haryana Board 10th Class Social Science Notes Civics Chapter 1 सत्ता की साझेदारी
सत्ता की साझेदारी Class 10 Notes HBSE
→ शासन कार्य एक जटिल प्रक्रिया होती है। ऐसा शासन जितना लोगों की सहमति से जुड़ा होता है, वह व्यवस्था उतनी ही लोकतांत्रिक होती है।
→ लोकतंत्र में शासन-कार्य अपने-अपने अनुभव का आभास देता है। अलग-अलग देशों में लोकतंत्रीय शासन का अनुभव अलग-अलग होता है।
→ ऐसे अनुभव में बेल्जियम व श्रीलंका के अनुभवों का उल्लेख सत्ता की साझेदारी के रूप में उदाहरण हेतु लिया जा सकता है। बेल्जियम व श्रीलंका दोनों देशों में विभिन्न प्रकार की जाति-समूह हैं।
→ बेल्जियम में डच, फ्रांसीसी व जर्मन भाषाएँ बोलने वाली जातियाँ हैं; श्रीलंका में सिंहली व तमिल प्राजातियाँ हैं। बेल्जियम के लोकतांत्रिक माडल में शासन शक्ति की बाँट कुछ इस प्रकार की गयी है कि शासन शक्तियों के प्रयोग में सभी जातियों के समान अधिकार हैं।
→ दूसरी ओर श्रीलंका में लोकतंत्र के बहुसंख्यक नियम के अनुरूप बहुसंख्यकों का शासन है। बेल्जियम में विभिन्न सामाजिक समुदायों में सत्ता की साझेदारी के कारण सामाजिक एकता है जबकि श्रीलंका में समुदायों में समुदायों में मतभेदों के चलते कुछेक तनाव बने रहे हैं।

Satta Ki Sajhedari Class 10th Notes HBSE
→ लोकतांत्रीय सरकार सत्ता के केन्द्रीकरण के विपरीत सत्ता के विकेन्द्रीकरण पर जोर देती है। विकेन्द्रित व्यवस्था अपेक्षाकृत अधिक लोकतांत्रिक होती है।
→ सत्ता की बाँट कई तरीकों से हो सकती है:
- सरकार के विभिन्न अंगों अर्थात् विधानपालिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका में सत्ता की बाँट हो ताकि कोई भी एक अंग मनमानापन न कर सके;
- सरकार की विभिन्न इकाईयों केन्द्रीय, प्रान्तीय व स्थानीय-के पास सत्ता का अलग-अलग अंश हो ताकि प्रत्येक प्रकार की सरकार अपने से सम्बद्ध कार्यों को करती रहे;
- सत्ता की बाँट समाज में विभिन्न समूहों में हो अर्थात बेल्जियम मॉडल की सामुदायिक सरकार हो;
- सत्ता की बाँट सशक्त दलों, दबाव-समूहों व आन्दोलनों द्वारा प्रभावित व नियन्त्रित हो अर्थात गठबन्धनीय सरकारों की व्यवस्था हो जिन पर समाज के अन्य अनेक समूहों जैसे-व्यापारियों, किसानों, विद्यार्थियों आदि का शासन-संचालन में प्रभाव हो।
→ जातीय (एथनीक) : ऐसा सामाजिक विभाजन जिसमें हर समूह अपनी-अपनी संस्कृति को अलग-अलग मानता है।
→ बहुसंख्यकवाद : बहुसंख्यकों द्वारा शासन : में उनका मनमानापन; अल्पसंख्यकों के हितों की अनदेखी
→ गृहयुद्ध : किसी देश में अलग-अलग समूहों द्वारा हिंसक गतिविधियाँ।
→ युक्तिपरक : लाभ-हानि का सावधानीपूर्वक हिसाब लगाकर लिया गया निर्णय
→ बेल्जियम : एक यूरोपीय देश; हरियाणा प्रान्त से भी क्षेत्रफल में छोटा : नीदरलैंड, यूक्रेन तथा जर्मनी से घिरा हुआ
→ बेल्जियम के प्रमुख क्षेत्र : फ्लेनिश (59%), वेलोनिया (40%)

सत्ता की साझेदारी Chapter 1 HBSE 10th Class
→ बेल्जियम में बोली जानी वाली भाषाएँ : डच, फ्रांसीसी, जर्मन
→ बेल्जियम की राजधानी : ब्रूसेल्स
→ श्रीलंका : एक एशियायी द्वीपीय देश जो भारत के दक्षिण में स्थित है
→ श्रीलंका की प्रमुख जातियाँ : सिंहली (74%), तमिल लगभग 18% अन्य लगभग 9%
→ गठबन्धन सरकारः मिली-जुली सरकार : जब कोई राजनीतिक दल अपने बुते पर सरकार नहीं बना पाती, तब कुछ दल मिली-जुली सरकार बनाते हैं। ऐसी सरकार गठबन्धन सरकार होती है।
→ जर्मनी के राजनीतिक दल : क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक पार्टी तथा डेमोक्रेटिक पार्टी
→ सत्ता-विभाजन के रूप :
- सरकार के अंगों-विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका में कार्यविभाजन
- सरकार के विभिन्न स्तरों-केन्द्रीय व प्रान्तीय सरकारों-में शक्तियों की बाँट
- सामाजिक समूहों में सत्ता की बाँट
- दबाव-समूहों आदि में सत्ता की बाँट