Haryana Board 10th Class Social Science Solutions History Chapter 5 ईसाइयत एवं इस्लाम : उदय व टकराव
Haryana Board 10th Class Social Science Solutions History Chapter 5 ईसाइयत एवं इस्लाम : उदय व टकराव
HBSE 10th Class History ईसाइयत एवं इस्लाम : उदय व टकराव Textbook Questions and Answers
अध्याय का संक्षिप्त परिचय
◆ ईसाइयत—आधुनिक विश्व का एक बड़ा संप्रदाय जिसकी स्थापना ईसा मसीह द्वारा की गई।
◆ ईसा मसीह –माता मरियम व पिता जोसेफ की संतान। ईसाई धर्म के संस्थापक जिन्हें ईश्वर – पुत्र कहलवाने के आरोप में मृत्युदंड दिया गया।
◆ सम्राट सीज़र—रोम का निरंकुश शासक । स्वयं को परमेश्वर कहलवाने के लिए ईसा मसीह को कैद व बाद में मृत्युदंड देने वाला ।
◆ सम्राट कान्स्टेन्टाइन – 306 ई० में रोम का सम्राट बना। पूरा जीवन ईसाइयों का विरोधी रहा पर अपनी मृत्यु से कुछ समय पहले ईसाई मत को अपना लिया ।
◆ मार्टिन लूथर—15वीं शताब्दी में मार्टिन लूथर ने पोप की निरंकुशता तथा ईसायत में फैले अंधविश्वास के विरुद्ध संघर्ष किया।
◆ पोप- ईसाई मत का प्रमुख पोप कहलाता है। गिरजाघर की सम्पत्ति का रख-रखाव पोप करता है।
◆ इस्लाम– विश्व का महत्त्वपूर्ण संप्रदाय/धर्म जिसका उदय सातवीं शताब्दी में अरब में हुआ।
◆ हजरत मुहम्मद – इस्लाम के संस्थापक । इनके पिता का नाम अब्दुल्ला व माता का नाम अमीना था ।
◆ हिज़रत—हज़रत मोहम्मद को मक्का छोड़कर मदीना जाने की घटना इस्लाम में हिज़रत कहलाती है।
◆ कुरान — इस्लाम की पवित्र पुस्तक जिसमें इस्लाम मत की शिक्षाएँ हैं ।
◆ बाइबिल – ईसा मसीह के उपदेश इसी पवित्र धर्म ग्रन्थ में मिलते हैं। यह ईसाइयों का धार्मिक ग्रंथ है ।
◆ रोज़ा— रमज़ान के पवित्र महीने में इस्लाम के अनुयायियों को व्रत रखना होता है जो रोज़ा कहलाता है।
◆ क्रूसेड—ईसाइयत व इस्लाम के टकराव को क्रूसेड कहते हैं।
◆ वास्को डी गामा—ये एक पुर्तगाली नाविक थे, जिन्होंने एक ऐसे रास्ते का पता लगाया जिससे अरबों की मध्यस्थता के बिना भी एशिया की वस्तुओं तक अपनी पहुँच बनाई जा सकती थी।
अभ्यास के प्रश्न-उत्तर
⇒ आओ जानें –
प्रश्न 1. ईसाई मत की स्थापना किसने की थी ?
उत्तर – ईसाई मत की स्थापना ईसा मसीह ने की थी ।
प्रश्न 2. इस्लाम की स्थापना किसने की थी ?
उत्तर- इस्लाम की स्थापना हज़रत मोहम्मद ने की थी ।
प्रश्न 3. क्रूसेड किसे कहते हैं ?
उत्तर-ईसाइयत व इस्लाम के टकराव को क्रूसेड कहते हैं ।
प्रश्न 4. मार्टिन लूथर ने किस मत की नींव रखी ?
उत्तर- मार्टिन लूथर ने प्रोटेस्टेंट मत की नींव रखी।
प्रश्न 5. खलीफ़ा कौन होते थे ?
उत्तर-इस्लामी राज्य के शासक खलीफ़ा होते थे।
प्रश्न 6. कोलंबस ने क्या खोज की ?
उत्तर- कोलंबस ने अमेरिका महाद्वीप की खोज की।
⇒ आइए विचार करें –
प्रश्न 1. ईसाई लोगों ने क्रूसेड क्यों किए ?
उत्तर- ग्यारहवीं सदी में यरुशलम में रहने वाले ईसाइयों की स्थिति बहुत खराब हो चुकी थी। मुसलमानों ने ईसाइयों एवं ईसा मसीह को मार डाला और उनकी पवित्र समाधि को नष्ट कर दिया। यरूशलम में ईसाइयों को बंदी बनाया तथा उन पर कई प्रकार के टैक्स लगाए गए। उनके घरों पर कीचड़ फेंका गया। उनकी सम्पत्ति छीनकर उन्हें जबरदस्ती मुसलमान बनाया जाता था। फिलिस्तीन में ईसाइयों की स्थिति एवं अत्याचार की सूचनाएँ यूरोप पहुँचने लगीं। पुण्य भूमि को उन यातनाओं व अन्याय से मुक्त करने के लिए यूरोप में विचार होने लगे इन्हीं विचारों के कारण ईसाइयों ने क्रूसेड किए।
प्रश्न 2. मार्टिन लूथर ने नए मत की नींव क्यों रखी ?
उत्तर-रोमन साम्राज्य के पतन के बाद अराजकता के समय में लोगों ने अपनी भूमि गिरजाघर को दान में दे दी जिसके परिणाम स्वरूप गिरजाघर बड़ी-बड़ी जागीरों के मालिक बन गए। गिरजाघर के रख-रखाव का दायित्व संभालने वाले पोप की शक्तियों में बहुत वृद्धि हो गई। पोप की निरंकुशता बढ़ती जा रही थी। ईसाई मत में अंधविश्वास फैलता जा रहा था। इस अंधविश्वास व निरंकुशता के विरुद्ध आवाज़ उठाकर ईसाई धर्म में सुधार की प्रक्रिया के अन्तर्गत मार्टिन लूथर ने प्रोटेस्टेंट नामक नए मत की नींव रखी।
प्रश्न 3. खलीफा कौन होते थे ? उनका काम क्या होता था ?
उत्तर- हज़रत मोहम्मद की मृत्यु (632 ई०) के बाद उनके उत्तराधिकारी खलीफा कहलाए। चार प्रमुख उत्तराधिकारी बारी-बारी – से उनके उत्तराधिकारी बने। इन खलीफाओं का कार्य इस्लाम का प्रचार करना होता था। इस्लाम की पवित्र पुस्तक ‘कुरान’ के अनुसार खलीफा जीवन व्यतीत करने की शिक्षा देना तथा इस्लाम की रक्षा हेतु हमेशा तैयार रहने का कार्य करते थे। धीरे-धीरे जिस-जिस स्थान पर खलीफाओं की राजनीतिक सत्ता स्थापित होती गई वहाँ-वहाँ इस्लाम का प्रचार-प्रसार होता गया।
प्रश्न 4. चर्च क्या होता है ? संक्षेप में बताएं।
उत्तर-ईसाइयत मत का उदय ईसा की पहली शताब्दी में ईसा मसीह द्वारा हुआ । ईसाई मत के उपासना स्थल को चर्च कहा जाता है। इसे गिरजाघर के नाम से भी जाना जाता है। गिरजाघर में ईसाई मत के लोग ईसा मसीह को याद करने व उनकी शिक्षाएँ तथा उपदेश सुनने जाते हैं।
प्रश्न 5. क्रूसेड क्या थे ?
उत्तर-ईसाइयत व इस्लाम के टकराव को क्रूसेड कहा जाता था। जब ग्यारहवीं शताब्दी में मुसलमानों ने ईसाइयों पर अत्याचार करने आरम्भ कर दिए। उन्होंने ईसा मसीह को मार डाला और उनकी पवित्र समाधि को नष्ट कर दिया। ईसाइयों पर अनेक प्रकार के टैक्स लगा दिए। उनके घरों पर कीचड़ फेंका जाता था और विरोध करने पर अत्याचार व यातनाएँ दी जाती थीं। उस समय ईसाइयों को उन यातनाओं से मुक्त करने के लिए यूरोप में विचार किये जाने लगे। क्रूसेड इन्हीं विचारों का परिणाम थे। क्रूसेड आठ अभियानों के समूह को कहा जाता है इसमें प्रथम चार प्रमुख क्रूसेड थे तथा शेष चार सामान्य क्रूसेड थे।
⇒ आइए करके देखें –
प्रश्न 1. यरुशलम की वर्तमान स्थिति पर एक निबंध लिखें।
उत्तर – यरुशलम की स्थिति अंतर्राष्ट्रीय कानून और राजनयिक अभ्यास दोनों में विवादित है। इज़रायल और फिलिस्तीनियों दोनों ने यरुशलम को अपनी राजधानी होने का दावा किया । इस विवाद को ‘इज़रायल – फिलिस्तीनी संघर्ष’ में सबसे कठिन मुद्दों में से एक माना गया है, जिसमें शहर या इसके कुछ हिस्सों पर संप्रभुता तथा पवित्र स्थलों पर जाने पर भी विरोध है। मुख्य विवाद पूर्वी यरुशलम की कानूनी स्थिति और विशेष रूप से पुराने शहर जेरूसलम के इर्द-गिर्द घूमता है, जबकि इज़रायल की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के अनुसार पश्चिमी यरुशलम में भविष्य में इज़रायल के शामिल होने पर समझौता किया गया। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के ज्यादातर सदस्य देशों का यह मानना है कि यरुशलम की स्थिति को बातचीत करके सुलझाया जाना चाहिए और इस कारण से समझौते से पहले तेल अवीव में अपने दूतावासों का पता लगाने का समर्थन किया। 2010 के दशक के अंत में, शहर की स्थिति पर अंतर्राष्ट्रीय सहमति ने रूस, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ नई नीतिगत स्थितियों को अपनाने के संकेत दिखाए हैं। इसके अलावा यह प्रस्ताव रखा है कि यरुशलम इज़राइल और फिलिस्तीन दोनों की भविष्यत राजधानी होनी चाहिए और इसे अंतर्राष्ट्रीय समर्थन भी मिलना चाहिए।
प्रश्न 2. इस्लाम व ईसाइयत के संघर्ष के परिणामों को सूचीबद्ध करें।
उत्तर – 1. नए रास्तों की खोज – इस्लाम व ईसाइयत के टकराव ने ईसाइयों को अपनी रणनीति बदलने के लिए मजबूर किया। यूरोप के ईसाई मुसलमानों को आर्थिक नुकसान पहुँचाने के लिए भारत या एशिया की वस्तुएं प्राप्त करने के लिए नए रास्तों की खोज करने लगे ।
2. सामंतवाद का अंत – मुसलमानों के साथ चले संघर्ष में यूरोप में अनेक सामन्तों की मौत हुई जिसके फलस्वरूप सामंतवाद का अंत होने के साथ-साथ राष्ट्रीय राज्यों की स्थापना हुई ।
3. पोप की निरंकुशता में वृद्धि – इस्लाम व ईसाइयत के संघर्ष के परिणामस्वरूप पोप की शक्ति में वृद्धि हुई । पोप की निरंकुशता के विरोध में चर्च सुधार आंदोलन चले ।
4. यूरोप में सामाजिक बदलाव – इस संघर्ष के बाद दासों को स्वतंत्रता मिली । एशिया व अरब के संपर्क होने से यूरोप के खान-पान, रहन-सहन में परिवर्तन आया । यूरोप के लोग एशियाई मसालों का प्रयोग अपने भोजन में करने लगे।
5. ईसाई सभ्यता का सुदृढ़ होना – 1492 ई० में अमेरिकी महाद्वीप में ईसाइयत का फैलाव हुआ और इस्लाम का प्रसार रुक गया। इसके परिणामस्वरूप ईसाई सभ्यता ने सफलतापूर्वक इस्लाम से अपनी रक्षा की और ईसाई सभ्यता को सुदृढ़ होने का मौका मिला।
6. मध्यस्थता का अंत – एशिया और यूरोप के बीच होने वाले व्यापार में अरबों की मध्यस्थता का अंत हो गया।
परीक्षोपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न [LONG-ANSWER TYPE QUESTIONS]
प्रश्न 1. ईसाइयत व इस्लाम मत में क्या-क्या समानताएं देखने को मिलती हैं ?
उत्तर— ईसाइयत व इस्लाम में दोनों संप्रदायों का एक ही स्रोत से उदय होने के कारण अनेक समानताएं देखने को मिलती हैं जो निम्नलिखित हैं –
(1) इस्लाम व ईसाइयत दोनों का विश्वास है कि ईश्वर स्वर्ग में रहता है।
(2) इस्लाम व ईसाइयत दोनों इस विषय में एकमत हैं कि आत्मा का केवल एक ही जन्म होता है तथा मृत्यु के बाद उसे निश्चित रूप से या तो हमेशा के लिए स्वर्ग की प्राप्ति होती है या नरक की प्राप्ति होती है ।
(3) इस्लाम व ईसाइयत दोनों इस मत में सामान विचार रखते हैं कि एक दिन दुनिया समाप्त हो जाएगी और उस दिन उनको स्वर्ग या नरक दिया जाएगा।
(4) इस्लाम व ईसाइयत मत केवल अपने-अपने दृष्टिकोण को ही सही मानते हैं। उनके अनुसार केवल उनके सम्प्रदाय या मत को मानकर ही ईश्वर तक पहुँचा जा सकता है।
(5) दोनों सम्प्रदाय अपने मत की सर्वोच्चता को ही प्रमुखता देते हैं। ये दोनों मत दूसरे मतों को भी अपने मत में ले जाने के लिए संघर्ष करते दिखाई देते हैं ।
प्रश्न 2. इस्लाम व ईसाइयत के टकराव या संघर्ष में हुए प्रमुख क्रूसेड का वर्णन करें।
उत्तर– प्रमुख चार बड़े क्रूसेड इस प्रकार हैं –
प्रथम क्रूसेड- पीटर द हरमिट के निर्देशन में जन सैलाब इकट्ठा हुआ। 15 अगस्त, 1096 को शासक, सामंत, पुजारी, अमीर-गरीब, स्त्रियाँ, बच्चे युद्ध के लिए यरुशलम की ओर बढ़ने लगे। जर्मन व फ्रांसीसी शासकों के प्रयास से 3 लाख की सेना कुस्तुनतुनिया पहुँची तथा कुस्तुनतुनिया से सीरिया की ओर बढ़ी जहाँ से वे यरुशलम तक पहुँचना चाहते थे और फिर फ्रांस के शासक रेमंड के दल ने यरुशलम पर जीत हासिल की।
दूसरा क्रूसेड – एडेसा नामक नगर को 1144 ई० में मुसलमानों ने आक्रमण करके अपने अधिकार में ले लिया। यूरोप के ईसाइयों को फिर से यरुशलम की चिंता हुई और अपने अधिकारों को वापिस पाने के लिए यूरोप के विभिन्न भागों के शासकों की सेना बनाकर यरुशलम चल पड़े। इसमें फ्रांस व जर्मन सम्राट भी शामिल थे। यह सेना एशिया माइनर पार करते ही नष्ट हो गई। इस अभियान को ईसाइयत व इस्लाम का दूसरा संघर्ष कहते हैं ।
तीसरा क्रूसेड – मिस्र के सुल्तान की यरुशलम पर अधिकार पाने की इच्छा थी। उसकी इस इच्छा को भांप कर जर्मन, फ्रांस व इंग्लैंड के शासक ने यरुशलम की ओर चले जाने का निर्णय लिया । जर्मन सम्राट की मृत्यु रास्ते में ही हो जाने के कारण इंग्लैंड के सम्राट ने मिस्र के सुल्तान से संधि कर ली । इस संधि के अनुसार ईसाइयों को यरुशलम तक सुरक्षित यात्रा का वचन दिया गया। यह इस्लाम व ईसाइयों के मध्य हुआ तीसरा संघर्ष था।
चौथा क्रूसेड- पोप का लक्ष्य था समुद्री मार्ग से यरुशलम तक जाया जाए, परंतु न तो ज्यादा लोग इकट्ठा हुए और न ही धन की सहायता मिली जिस कारण यह लक्ष्य प्राप्त न हो सका । इस प्रकार उपरोक्त चार अभियान प्रमुख चार क्रूसेड या संघर्ष कहलाते हैं ।
प्रश्न 3. इस्लाम व ईसाइयत के टकराव में हुए छोटे क्रूसेड का वर्णन करें ।
उत्तर- चार छोटे क्रूसेड इस प्रकार हैं-
पाँचवाँ क्रूसेड- यह क्रूसेड 1217 ई० से 1221 ई० तक चला। यह संघर्ष पश्चिमी यूरोप द्वारा यरुशलम को मुस्लिमों से आजाद करवाने के लिए किया गया ।
छठा क्रूसेड- यह क्रूसेड 1228 ई० से 1229 ई० तक चला । पाँचवें क्रूसेड की असफलता के बाद यह अभियान शुरू किया गया। यह संघर्ष बहुत कम समय तक चला।
सातवाँ क्रूसेड– सातवें क्रूसेड का समय 1248 ई० से 1254 ई० माना जाता है। इसमें मुस्लिम सेना ने फ्रांस के राजा लुई नवम् को बुरी तरह से हराया ।
आठवाँ क्रूसेड (1270 ई० ) – इस्लाम के खिलाफ़ क्रूसेड के संघर्ष में फ्रांस के राजा लुई नवम् की मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु के पश्चात् यह अभियान रुक गया।
लघुत्तरात्मक प्रश्न [SHORT-ANSWER TYPE QUESTIONS]
प्रश्न 1. ईसा मसीह कौन थे ? उनका संदेश क्या था ?
उत्तर – ईसा मसीह का जन्म फिलिस्तीन प्रदेश के नज़ारेथ क्षेत्र में 6 ई० पूर्व में एक यहूदी परिवार में हुआ। वे ईसाइयत मत के संस्थापक थे। उनके अनुयायी ईसाई कहलाए, उनका संदेश था कि परमेश्वर सबका पिता है और उसके समक्ष सभी बराबर हैं। हमें पृथ्वी पर स्वर्ग का राज्य स्थापित करना चाहिए। ईसा मसीह सम्राट सीजर की पूजा का विरोध करते थे ।
प्रश्न 2. ईसा मसीह को मृत्युदण्ड क्यों दिया गया ? उनके अंतिम शब्द क्या थे ?
उत्तर – सम्राट सीजर ने रोम में निरंकुश राज्य स्थापित किया था। जनता उसके दबाव में उसे साक्षात् देवता मानने लगी थी। ईसा अपने अनुयायियों से कहते कि ईश्वर एक है तथा हमें अन्य देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए। ईसा मसीह सम्राट की पूजा का विरोध करते थे। इसे देशद्रोह माना गया और ईसा को कैद कर लिया। स्वयं को ईश्वर का पुत्र कहलवाने के दोष में उन्हें क्रॉस पर लटकाकर मृत्यु दण्ड दे दिया गया और उनके अंतिम शब्द थे- मेरे पिता इन्हें माफ कर देना क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं।
प्रश्न 3. रोमन कैथोलिक मत तथा प्रोटेस्टेंट मत में क्या अंतर है?
उत्तर – रोमन कैथोलिक मत- रोमन साम्राज्य के पतन के बाद यूरोप के पोप का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ गया था। कालान्तर में ईसाई संप्रदाय दो भागों में विभाजित हो गया जिसमें एक भाग रोमन कैथोलिक कहलाया, जो मानते थे कि वेटिकन नगर में स्थित पोप जीसस के आध्यात्मिक उत्तराधिकरी हैं। ये लोग बाइबिल के साथ-साथ रोमन पोप को भी सर्वोच्च मानते थे। उनके अनुसार ईश्वर तक केवल पोप के द्वारा ही पहुँचा जा सकता है।
प्रोटेस्टेंट मत – इस मत का उदय 15वीं शताब्दी में ईसाई संप्रदाय में पोप की निरकुंश शक्ति के विरुद्ध हुआ। इसका नेतृत्व मार्टिन लूथर ने किया। इन्होंने ईसाई मत में फैले अंधविश्वास के विरुद्ध आवाज उठाई। प्रोटेस्टेंट मत के अनुयायी बाइबिल को सर्वोच्च मानते हैं पोप को नहीं। उनके अनुसार ईश्वर तक पहुँचने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं है।
प्रश्न 4. इस्लाम मत के विषय में संक्षिप्त टिप्पणी लिखें ।
उत्तर – इस्लाम मत का उदय 7वीं शताब्दी में अरब में हुआ। यह मत विश्व का महत्त्वपूर्ण मत है वर्तमान समय में इस मत के अनुयायी पूरे विश्व में हैं। इस्लाम की स्थापना हज़रत मोहम्मद ने की थी । हज़रत मोहम्मद का जन्म 570 ई० में अरब प्रायद्वीप के मक्का नगर में हुआ। मक्का के पास हीरा पहाड़ की गुफा में बैठकर वे ध्यान में लीन होकर प्रार्थना करते थे। यहीं एक दिन जिब्राईल नामक देवता से उन्हें आदेश मिला कि वे सत्य का प्रचार करें। मक्कावासियों को दिया उपदेश ही इस्लाम कहलाया ।
प्रश्न 5. कलमा, नमाज़ तथा रोज़ा से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर – कलमा – हज़रत मोहम्मद को अल्लाह का पैगम्बर कहा गया । इस्लाम के संस्थापक हज़रत मोहम्मद द्वारा कहे गए इस्लाम के मूलमंत्रों को ‘कलमा’ कहा जाता है। कलमा के अनुसार, अल्लाह के अलावा इस संसार में और कोई पूजनीय नहीं है ।
नमाज़—इस्लाम मत के अनुयायी दिन में 5 बार अल्लाह के सामने प्रार्थना करते हैं जिसे ‘नमाज़’ कहते हैं। नमाज़ पढ़ने का जो समय निर्धारित होता है उसी समय ही नमाज़ पढ़ी जाती है ।
रोज़ा – रमज़ान के पवित्र महीने में इस्लाम मत के अनुयायियों को व्रत रखना होता है जिसे ‘रोज़ा’ कहा जाता है । रोज़ा रखने का उद्देश्य यह होता है कि व्यक्ति भूखा रहे, उसे दूसरों की भूख का अहसास हो तथा वह मानवता की सेवा करे ।
प्रश्न 6. पीटर द हरमिट की भूमिका पर संक्षिप्त प्रकाश डालें ।
उत्तर – मुस्लिम आक्रमणों से बैजन्टाईन सम्राट एलेक्सियस बहुत चिंतित था । उसने यूरोपीय सामन्तों व पोप से मदद माँगी। इसी समय पवित्र भूमि को मुस्लिमों से छुड़ाने व ईसाइयों की सुरक्षित यात्रा के लिए पीटर द हरमिट ने यूरोप के लोगों से सहायता माँगी । वह यूरोप के देहाती व शहरी क्षेत्रों में घूम-घूमकर प्रथम क्रूसेड में सम्मिलित होने के लिए लोगों को जागरूक करने लगा। पीटर द हरमिट के प्रयासों से यूरोपीय लोग ईसाइयों के पुनः अधिकार के लिए संघर्ष व प्रयास शुरू करने लग गए थे।
अति-लघुत्तरात्मक प्रश्न [VERY SHORT-ANSWER TYPE QUESTIONS]
प्रश्न 1. हज़रत मोहम्मद का जन्म कब व कहाँ हुआ ?
उत्तर—हज़रत मोहम्मद का जन्म 570 ई० में अरब प्रायद्वीप के मक्का नगर में हुआ ।
प्रश्न 2. पोप की भूमध्य सागर पार करके समुद्री मार्ग से यरुशलम जाने के इच्छा क्यों पूरी न हो सकी ?
उत्तर – पर्याप्त मात्रा में धन की कमी व लोगों का साथ न मिल पाने के कारण पोप की इच्छा पूरी नहीं हुई ।
प्रश्न 3. प्रथम क्रूसेड कब हुआ ?
उत्तर – 15 अगस्त, 1096 ई० को हुआ ।
प्रश्न 4. क्रूसेड संघर्ष में शामिल होने वाले लोगों की संपत्ति की रक्षा कौन करेंगे ?
उत्तर – इन लोगों की संपत्ति की रक्षा बिशप करेंगे ।
प्रश्न 5. मार्टिन लूथर कौन थे ?
उत्तर – मार्टिन लूथर ने 15वीं शताब्दी में पोप की निरंकुशता व ईसाई मत में फैले अंधविश्वास के विरुद्ध आवाज़ उठाई थी।
प्रश्न 6. हिजरत की घटना किसे कहते हैं ?
उत्तर- हजरत मोहम्मद का मक्का को छोड़कर मदीना नामक नगर में जाने की घटना हिज़रत कहलाई।
प्रश्न 7. ईसाई मत का प्रचार-प्रसार कैसे हुआ ?
उत्तर – ईसा मसीह के समय तक उनके मत का प्रचार-प्रसार का केंद्र केवल फिलिस्तीन था। धीरे-धीरे ईसाइयत का प्रचार उनके अनुयायियों के द्वारा फिलिस्तीन के बाहर भी होने लगा। ईसा मसीह के प्रमुख शिष्य, संत पॉल तथा संत पीटर ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए ईसाइयत का प्रचार किया।
प्रश्न 8. मक्का के लोग हज़रत मोहम्मद के विरुद्ध क्यों हो गए ?
उत्तर – काबा में पहले देवी-देवताओं की मूर्तियों की पूजा का प्रचलन था, लेकिन हज़रत मोहम्मद ने मूर्ति पूजा का विरोध किया जिससे लोग उनके विरुद्ध हो गए।
प्रश्न 9. यरूशलम में ईसाइयों पर क्या-क्या अत्याचार हुए ?
उत्तर – ईसा मसीह की पवित्र समाधि तोड़ दी गई। बड़ी संख्या में ईसाइयों को मार दिया गया। उनकी संपत्ति छीनकर उन्हें जबरन मुसलमान बनाया गया।
प्रश्न 10. इस्लाम व ईसाइयत के टकराव के विश्व पर क्या प्रभाव पड़े ?
उत्तर – (1) सामंतवाद का अंत, (2) राष्ट्रीय राज्यों का उदय, (3) पोप की शक्ति में वृद्धि |
प्रश्न 11. दिशासूचक यंत्र के क्या लाभ हुए ?
उत्तर – (1) दिशासूचक यंत्र के आविष्कार से समुद्री खोजों को बढ़ावा मिला।
(2) 1492 ई० में कोलंबस ने अमरीका महाद्वीप की खोज की।
(3) पुर्तगाली नाविक वास्को डी गामा ने नए मार्गों का पता लगाया।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (OBJECTIVE TYPE QUESTIONS ]
I. एक शब्द या एक वाक्य में उत्तर दीजिए
प्रश्न 1. ईसा मसीह के माता-पिता का नाम क्या था ?
उत्तर – माता का नाम मरियम तथा पिता का नाम जोसेफ।
प्रश्न 2. रोम में निरंकुश राज्य की स्थापना किसने की ?
उत्तर -सम्राट सीजर ने रोम में निरंकुश राज्य की स्थापना की।
प्रश्न 3. ईसा मसीह के उपदेश किस ग्रंथ में संग्रहीत हैं ?
उत्तर – बाइबिल ।
प्रश्न 4. ईसाई मत का उपासना घर तथा प्रमुख क्या कहलाता है ?
उत्तर – ईसाई मत का उपासना घर चर्च या गिरजाघर व प्रमुख पोप कहलाता है।
प्रश्न 5. ईसाई मत किन दो भागों में बँट गया ?
उत्तर- (1) रोमन कैथोलिक मत (2) प्रोटेस्टेंट मत ।
प्रश्न 6. इस्लाम का उदय कब व कहाँ हुआ ?
उत्तर – इस्लाम का उदय सातवीं शताब्दी में अरब में हुआ।
प्रश्न 7. बैजन्टाईन साम्राज्य की राजधानी का क्या नाम था ?
उत्तर – कुस्तुनतुनिया ।
प्रश्न 8. कोलम्बस ने किस महाद्वीप को खोजा ?
उत्तर – अमरीकी महाद्वीप ।
प्रश्न 9. दिशासूचक यंत्र के आविष्कार से क्या लाभ मिला ?
उत्तर – इस यंत्र से समुद्री खोजों को बढ़ावा मिला।
प्रश्न 10. अमरीकी महाद्वीप में ईसाइयत का फैलाव कब हुआ ?
उत्तर- 1492 ई० में ।
प्रश्न 11. वास्को डी गामा कहाँ का निवासी था ?
उत्तर- पुर्तगाल ।
प्रश्न 12. ईसाइयत व इस्लाम में टकराव लगभग कितनी शताब्दियों तक चला ?
उत्तर – लगभग 2 शताब्दियों तक ।
प्रश्न 13. इस्लाम का पवित्र स्थल क्या है ?
उत्तर – इस्लाम का पवित्र स्थल काबा है।
प्रश्न 14. इस्लाम की पवित्र भाषा कौन-सी है ?
उत्तर – इस्लाम की पवित्र भाषा अरबी है।
II. बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए
1. ईसाई मत की स्थापना कब हुई ?
(A) तीसरी शताब्दी
(B) चौथी शताब्दी
(C) प्रथम शताब्दी
(D) पाँचवीं शताब्दी
उत्तर – (C)
2. ईसाई मत का प्रमुख क्या कहलाता है ?
(A) नजारेथ
(B) मसीह
(C) पोप
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C)
3. सम्राट कान्स्टेन्टाइन रोम का सम्राट कब बना ?
(A) 301 ई०
(B) 304 ई०
(C) 306 ई०
(D) 310 ई०
उत्तर – (C)
4. रोमन साम्राज्य का पतन कब हुआ ?
(A) तीसरी सदी
(B) चौथी सदी
(C) पहली सदी
(D) पाँचवी सदी
उत्तर – (D)
5. मार्टिन लूथर के अनुयायी क्या कहलाए ?
(A) कैथोलिक
(B) प्रोटेस्टेंट
(C) पोप
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B)
6. हजरत मोहम्मद के माता-पिता की मृत्यु के बाद उनका लालन-पालन किसने किया ?
(A) दादा ने
(B) मामा ने
(C) चाचा ने
(D) नाना ने
उत्तर – (C)
7. हज़रत मोहम्मद की पत्नी खदीजा उनसे कितने वर्ष बड़ी थी ?
(A) 15 वर्ष
(B) 8 वर्ष
(C) 5 वर्ष
(D) 10 वर्ष
उत्तर – (A)
8. अल्लाह का पैगम्बर किसे कहा जाता है ?
(A) ईसा को
(B) पोप को
(C) हज़रत मोहम्मद को
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C)
9. जिब्राईल नामक देवता के माध्यम से ईश्वर का आदेश किस गुफा में मिला ?
(A) सोना
(B) हीरा
(C) मोती
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B)
10. हिज़रत घटना से किस सम्वत का आरंभ हुआ ?
(A) शक सम्वत
(B) विक्रमी सम्वत
(C) हिज़री सम्वत
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर – (C)
11. हजरत मोहम्मद का जन्म स्थान कौन सा है ?
(A) काबा
(B) मदीना
(C) मक्का
(D) यरुशलम
उत्तर – (C)
12. अबूबक्र कौन थे
(A) प्रथम खलीफा
(B) पैगम्बर
(C) दूत
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A)
13. मेंजीकर्ट की लड़ाई कब हुई ?
(A) 1072 ई०
(B) 1075 ई०
(C) 1077 ई०
(D) 1071 ई०
उत्तर – (D)
14. रोम में धर्म सभा कब बुलाई गई ?
(A) 27 नवंबर, 1095
(B) 27 नवंबर, 1094
(C) 27 नवंबर, 1092
(D) 27 नवंबर, 1090
उत्तर – (A)
15. पवित्र भूमि को मुस्लिमों से छुड़ाने व सुरिक्षत यात्रा करवाने हेतु लोगों को संगठित कौन कर रहा था ?
(A) पीटर द हरमिट
(B) वास्को डी गामा
(C) कोलम्बस
(D) अबूब्रक
उत्तर – (A)
16. कितने दिन के घेराव के बाद तुर्क सुल्तान महमूद ने कुस्तुननिया पर कब्जा कर लिया ?
(A) 55 दिन
(B) 53 दिन
(C) 50 दिन
(D) 51 दिन
उत्तर – (B)
17. हज़रत मोहम्मद की पत्नी का नाम क्या था ?
(A) खुर्शीदा
(B) खदीजा
(C) अमीना
(D) सलीमा
उत्तर – (B)
18. रमज़ान के महीने में रखने वाला व्रत क्या कहलाता है ?
(A) कलमा
(B) नमाज़
(C) हिजरत
(D) रोज़ा
उत्तर – (D)
19. क्रूसेड में कितने अभियानों का समूह था ?
(A) पाँच अभियान
(B) छह अभियान
(C) आठ अभियान
(D) दस अभियान
उत्तर – (C)
20. कोलंबस ने अमरीकी महाद्वीप की खोज कब की ?
(A) 1495 ई०
(B) 1492 ई०
(C) 1490 ई०
(D) 1480 ई०
उत्तर – (B)
21. एशिया व अरब संपर्क से यूरोप के लोगों में क्या परिवर्तन आया ?
(A) खान-पान
(B) आभूषण
(C) साज-सज्जा
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर – (D)
III. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. फिलिस्तीन प्रदेश के ………………. क्षेत्र में ईसा मसीह का जन्म हुआ।
2. हज़रत मोहम्मद को अल्लाह का ……………… माना गया।
3. ……………………. इस्लाम का पवित्र स्थल है।
4. ईसाइयत व इस्लाम का टकराव …………….. कहलाया
5. हज़रत मोहम्मद का विवाह …………….. वर्ष की आयु में हुआ।
6. ‘कुरान’ ग्रंथ ………………….. भाषा में लिखा गया ।
7. …………………….. सदी में यरुशलम में रहने वाले ईसाइयों की स्थिति बदतर हो गई ।
8. प्रथम क्रूसेड …………………… को हुआ।
9. जहाँ ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया उस स्थान पर बनाया गया चर्च…………… में है।
उत्तर – 1. नज़ारेथ, 2. पैगम्बर, 3. काबा, 4. क्रूसेड, 5. 25, 6. अरबी, 7. ग्यारहवीं, 8. 15 अगस्त, 1096, 9. इज़राइल।
IV. सही या गलत की पहचान करें
1. ईसा मसीह को स्वयं को ईश्वर पुत्र कहलवाने पर मृत्युदण्ड मिला।
2. रोमन कैथोलिक मत में पोप मान्य नहीं है ।
3. इस्लाम के मूलमंत्रों को कलमा कहा जाता है।
4. दिशासूचक यंत्र के आविष्कार से समुद्री खोजों को बढ़ावा मिला ।
5. वास्को डी गामा पुर्तगाल का नाविक था।
6. रोज़े व कलमा ईसाई धर्म से संबंधित हैं।
7. हज़रत मोहम्मद मदीना से मक्का की ओर गए ।
8. हिजरी सम्वत का आरभ 650 ई० में हुआ।
उत्तर—1. सही, 2. गलत, 3. सही, 4. सही, 5. सही, 6 गलत, 7. गलत, 8. गलत ।
V. उचित मिलान करें
1. मक्का (क) प्रोटस्टेंट मत
2. हिज़रत (ख) 1071 ई०
3. पोप (ग) मुहम्मद का जन्म स्थान
4. मार्टिन लूथर (घ) 1095 ई०
5. रोम में धर्म सभा बुलाई (ङ) ईसाइयों का सर्वोच्च गुरु
6. मेंजीकर्ट की लड़ाई (च) मक्का से मदीना जाना
उत्तर – 1. ग, 2. च, 3. ङ, 4. क, 5. घ, 6. ख ।
