Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 7 बंदर बाँट
Karnataka Solutions for Class 8 Hindi वल्लरी Chapter 7 बंदर बाँट
बंदर बाँट Questions and Answers, Notes, Summary
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
बिल्ली क्या लेकर आयी ?
उत्तर:
बिल्ली रोटी लेकर आई
प्रश्न 2.
दूसरी बिल्ली ने क्या दिखाई?
उत्तरः
दूसरी बिल्ली ने कुछ अकड़ दिखाई।
प्रश्न 3.
बंदर क्या लेकर आया?
उत्तरः
बंदर तराजू ले आया।
प्रश्न 4.
बिल्लियों को क्या मिला?
उत्तर:
बिल्लियों को कुछ न मिला।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
प्रश्न 1.
बंदर ने रोटी का बँटवारा कैसे किया?
उत्तरः
बंदर न्याय दिलाने तराजू लाया और रोटी के दो टुकड़े करके दोनों पलड़ों पर रख दिया। जिस पलड़े में ज्यादा दिखाई देता उस पलड़े के रोटी के टुकड़ों को खाने लगा। इसी तरह करते करते रोटी का बचा हुआ छोटा टुकड़ा भी खा लिया। बिल्लियों को खाने के लिए कुछ भी नहीं रखा। इस तरह रोटी का बँटवारा बंदर ने किया ।
प्रश्न 2.
इस पाठ से आपको क्या सीख मिलती है?
उत्तरः
इस पाठ से यह सीख मिलती है कि हमें जीवन में झगड़ना नहीं चाहिए। आपस में मिलकर झगड़े का निपटारा करना चाहिए। वर्ना दो लोगों के झगड़े में तीसरा व्यक्ति लाभ उठा ले जाता है।
प्रश्न 3.
आपको कौन-से पकवान पसंद हैं? उन्हें बनाने के लिए किन चीज़ों की ज़रूरत पड़ती है ? पता कीजिए और सूची बनाइए।
उत्तर:
पुलाव पसंद है।
- चावल
- दही
- गाजर
- काजू
- ककड़ी
- धनिया
- लहसून
- मिर्च
- प्याज
- सोंठ
III. भावार्थ लिखिए :
बंदर ने देखा यह झगड़ा
ले तराजू वह वहाँ अड़ा
बोला -“झगड़ा ठीक नहीं है।
बाँट के खाना बात सही है।”
उत्तरः
इन पंक्तियों को ‘बंदर की बाँट’ कविता से चुना है। चालाक बंदर ने दो बिल्लियों को रोटी के लिए लड़ते देखा तो वह तराजू लेकर वहाँ आ पहुँचा। बंदर पूरी रोटी को स्वयं ही खाना चाहता था। इसलिए बिल्लियों से बोला झगड़ा करने से कोई लाभ नहीं है। दोनों का बाँटकर खाना ही सही है।
IV. नमूने के अनुसार इस कविता में प्रयुक्त तुकवाले शब्दों को ढूंढकर लिखिए :
उदा : आई – लाई
- गेटी-खोटी
- दे दे – लेले
- नहीं – सही
- करके – धर के
- खाया-चबाया
- जब -अब
- दूरी – पूरी
- आया – वाया
V. आपको कौन-कौन-सी चीज़ खाना पसंद हैं ? और कौन – सी पसंद नहीं हैं?
VI. बिल्ली : म्याऊँ-म्याऊँ
नीचे एक तरफ जानवरों के नाम हैं, दूसरी तरफ़ बोलियों के । कौन – सी बोली किसकी है ? दैदिए :
VII. नाप – तोल.
आप जानते हैं कि बिल्ली दूध पीती है। लेकिन क्या आपको पता है उस दूध को कैसे तोला जाता है। ? ‘लीटर से’। अलग – अलग चीज़ों को नापने या तोलने के लिए अलग – अलग चीज़ों का उपयोग करते हैं।
नीचे दी गई चीज़ों को किन चीज़ों से नापेंगे ?
तेल को – लीटर से
कपड़े को – मीटर
आम को – तराजू
अनाज को – तराजू
सीमेंट को – सेकेल मीटर/सेकेल तराजू
अंगूर को – तराजू
IX. तेज़ चलनेवाले जानवरों के नीचे ‘तेज़’ और धीरे-धीरे चलनेवाले जानवरों के नीचे ‘धीरे’ लिखिए :
X. किसकी चाल कैसी ?
(साँप, हिरन, खरगोश)
- फुदक-फुदककर ………..
- छलांग-छलांगकर – …………..
- रेंग-रेंगकर – साँप …………..
- चौकड़ी-भरकर – ………….
उत्तर:
- फुदक-फुदककर मेंढक
- छलांग-छलांगकर – हिरन
- रेंग-रेंगकर – साँप
- चौकड़ी-भरकर – खरगोश
XI. शक्तिशाली कौन ?
आप जिसे अधिक शक्तिशाली मानते हैं, उनका नाम लिखिए
- चूहा या बिल्ली …………
- छिपकली या मगरमच्छ …………
- गाय या शेर ……………
उत्तर:
- चूहा या बिल्ली बिल्ली
- छिपकली या मगरमच्छ मगरमच्छ
- गाय या शेर गुस्सा
XII. नमूने के अनुसार एक और शब्द लिखिए :
पूरक वाचन
पढ़िए और लिखिए :
मिली कहीं से कोई माला,
लेकर उसे कंठ में डाला।
बदन पर राख लगाकर,
बिल्ली चली प्रयोग नहाने ।।
चूहों से बोली हे प्यारो!
पाप किए मैंने हज़ारों।
ईश्वर का जप करके नाम,
छोड़ दिया चूहे खाने का काम।।अब तुम चलो मेरे साथ,
नहाकर प्रयाग में लौटेंगे साथ।
चूहे, छोड़कर सोच-विचार,
चलने लगे होकर तैयार।।
बिल्ली ने चूहों को खा लिया,
भरपेट खाकर आराम लिया।
अजी, शत्रु को मित्र न मानो,
उसका कहना कभी न मानो।।
प्रश्न 1.
बिल्ली को क्या मिली ?
उत्तरः
बिल्ली को माला मिली।
प्रश्न 2.
ईश्वर का जप करके बिल्ली ने कौन-सा काम छोड़ दिया ?
उत्तरः
ईश्वर का जप करके बिल्ली ने चूड़े खाने का काम छोड़ दिया।
प्रश्न 3.
चूहे किस तरह तैयार होकर चलने लगे ?
उत्तरः
चूहे बिना सोच-विचार के चलने को तैयार हो गये ।।
प्रश्न 4.
इस कविता के लिए उचित शीर्षक लिखिए ।
उत्तरः
शत्रु को मित्र न मानो, उसका कहना कभी न मानो
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
प्रश्न I.
जोड़कर लिखिए :
उत्तर :
1) ख
2) क
3) ङ
4) ग
5) घ
II. खाली जगह भरो
- दो बिल्यिा आपस में …………. कर रही थी।
- बंदर अपने साथ …………. ले आया ।।
- बंदर ने आखिर में बची हुई रोटी को अपना …………. बताया।
- बिल्लियों ने …………. में अपना सब कुछ गंवाया ।
- दो व्यक्तियों के झगड़े से ………… को लाभ होता है ।
उत्तर :
- झगड़ा
- तराजू
- मजदूरी
- झगड़े
- तीसरे
III. बहुवचन रूप लिखिए
- रोटी – रोटियाँ
- टुकड़ा – टुकड़े
- बिल्ली – बिल्लियाँ
- झगड़ा – झगड़े
- तारा – तारे
बंदर बाँट Summary in Hindi
बंदर बाँट पाठ का सारांश:
एक बिल्ली को कही से एक रोटी मिली। उसी समय दूसरी बिल्ली वहाँ आई। कहने लगी यह मेरी रोटी है। तू कंपटी इसे मुझसे छीनकर लाई है। मुझे अपनी रोटी दे दे; वरना झगड़ा होगा। इन दोनों के झगड़े को एक बंदर देख रहा था। वह कहीं से एक तराजू ले आया। दोनों बिल्लियों को बाँटकर खाने के लिए बताया। रोटी के दो टुकडे करके बंदर ने उसे तराजू के पलड़े पर रखा।
जहाँ अधिक होता था उसे खा लेता था। जब ऐसा करते करते थोड़ी ही रोटी बची तो बंदर ने कहा – यह टुकड़ा तो मेरी मजदूरी है। अब मेरी इच्छा पूर्ण हुई। बिल्लियों को खाने के लिए कुछ भी न मिला। आपसी झगड़े में उन्होंने सब कुछ खोया था।
बंदर बाँट Summary in English
This short poem-is based on a very famous story. By this poem children learn that whenever two persons quarrel, the third one is benefited.
Once a cat found a roti at the same time another cat came and said: “This piece of bread is mine, you have snatched it, give me back my share otherwise get ready to fight with me”. Meanwhile, the monkey came with a weighing instrument. The monkey said “you both are fighting. It is not a good matter so, both of you share-friendly”.
The monkey tore the roti into two parts and kept is on the sides of the weighing instrument. The monkey starts to weigh the roti. The monkey tore the roti a bit and ate it, which was a little heavier than another side. The monkey tore the roti again a bit and ate it from the other side. The monkey made such reposition several times.
When there was little roti left on the weighing instrument, the monkey said. Now listen to both of you, the remaining roti is part of my wages”. The cats didn’t get anything. They released their mistake. In the quarrel of 2 persons, the third person was benefited.