Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 3 मेरे बच्चे को सिखाएँ
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 3 मेरे बच्चे को सिखाएँ
Kerala State Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 2 Chapter 3 मेरे बच्चे को सिखाएँ (पत्र)
मेरे बच्चे को सिखाएँ पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर
Mere Bache Ko Sikhaye Notes 8th Kerala Syllabus प्रश्ना 1.
“मेहनत से कमाया एक पैसा भी, हराम में मिली नोटों की गड्डी से कहीं अधिक मूल्यवान होता है।” अपना दृष्टिकोण प्रकट करें।
उत्तर:
यह कथन बिलकुल ठीक है। हराम की चीजें हमारे हक का नहीं है। मेहनत से कमाया पैसा ही मूल्यवान है। मानव को ईमानदारी के साथ जीना है। मेहनत ईमानदारी में चार चाँद लगाता है।
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Notes प्रश्ना 2.
‘बदमाशों को आसानी से काबू में किया जा सकता है। ऐसा क्यों कहा होगा?
उत्तर:
बदमाशों के अंदर भी कुछ सच्चाई होती है। उपदेश और सत्संग के द्वारा उन सच्चाइयों को बाहर ला सकते हैं। इसलिए ऐसा कहा गया है।
Hindi State Syllabus 8th Standard प्रश्ना 3.
‘नकल करके पास होने से फेल होना बेहतर है’ इस प्रस्ताव से क्या आप सहमत है? क्यों?
उत्तर:
मैं इससे शतप्रतिशत सहमत हूँ। नकल से मिली जीत में ज्ञान की गहराई नहीं होती। यह तत्काल लाभ दे सकता है। लेकिन भविष्य में इससे कोई मुनाफ़ा नहीं होता। इसलिए फेल से सीख लेना ही बेहतर है।
8th Standard Hindi Guide Kerala Syllabus प्रश्ना 4.
‘भीड़ से अलग होकर अपना रास्ता बनाना’ का मतलब क्या है?
उत्तर:
भीड़ एक ही मानसिकता के आधार पर चलती है। भीड़ की मानसिकता से अलग होकर सोचने से ही नई दृष्टि और नए विचार मिलते हैं। इस नए दृष्टिकोण से ही सामाजिक प्रगति संभव होती है। संसार के सभी महत् व्यक्ति इस प्रकार सोचनेवाले थे। इसलिए उन्हें संसार में बदलाव ला सका।
मेरे बच्चे को सिखाएँ Textbook Activities
8th Standard Hindi Notes State Syllabus प्रश्ना 1.
लघु-लेख लिखें।
‘सफल जीवन’ विषय पर लघु-लेख लिखें।
उत्तर:
सफल जीवन
जीवन को सफल बनाने के लिए मनुष्य को आत्मविश्वास, दृढ़संकल्प, अदम्य उत्साह और लगन चाहिए। केवल पढ़ने से ही नहीं, अच्छे चरित्र के निर्माण में भी मानव को ध्यान देना चाहिए। उसे परिश्रमी होना चाहिए। उसे यह समझना चाहिए कि नुशासन जीवन को सफल और उज्ज्वल बनाने के लिए आवश्यक है। व्यक्ति को सादा जीवन और उच्च विचार का आदर्श ग्रहण करना चाहिए। उसे बुरी आदतों और बुरे सहवास से बचकर रहना भी होगा। अपने पाठों को लगन से पढ़ना, बड़ों के सदुपदेशों का पालन करना, बड़ों से आदर और छोटों से प्यार करना आदि की आवश्यकता है। उसे पथभ्रष्ट करनेवाली बातों से बचकर रहना भी चाहिए। जो व्यक्ति इस प्रकार का जीवन बिताएगा, वह अपने जीवन में सफल बनेगा।
मेरे बच्चे को सिखाएँ मेरी रचना में
उचित चौकार में ✓ लगाएं।
विषय का विश्लेषण किया है।
प्रस्तुतीकरण में क्रमबद्धता है।
उचित भाषा का प्रयोग किया है।
अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है।
उचित शीर्षक दिया है।
मेरे बच्चे को सिखाएँ Summary in Malayalam and Translation
मेरे बच्चे को सिखाएँ शब्दार्थ Word meanings