Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 3 दोहे
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 3 दोहे
Kerala State Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 3 दोहे (कविता)
दोहे Summary in Malayalam and Translation
बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर।
पंथी को छाया नाहिं, फल लागै अतिदूर।।
Kabir Ke Dohe Hindi Poem 8th Standard भावार्थ :
इस दोहे में कबीरदास कहते हैं कि खजूर के पड़ के समान बडा होने से कोई फायदा नहीं है। बहुत लंबा होने के कारण पथिक को छाया नहीं मिलती है। फल भी बहुत ऊँचाई पर लगते हैं। वह भी लोगों केलिए अप्राप्य है। मतलब है कि हम बड़े होकर भी दूसरों को कोई उपकार नहीं करते तो उस बडप्पन से किसी को कोई लाभ नहीं। दूसरों की भलाई करनेवाले ही सच्चे अर्थ में बडे होते हैं।
रहीम वे नर धन्य हैं, पर उपकारी अंग।
बाँटन पारे को लगे, ज्यों मेहंदी को रंग।।
8th Class Hindi Dohe Kerala Syllabus भावार्थ :
रहीस कहते हैं – वे नर धन्य है जिनका शरीर सदा सबका उपकार है। जिसप्रकार मेहंदी बाँटनेवाले के अंग पर भी मेहंदी का रंग लगा जाता है उसी प्रकार परोपकारी का शरीर भी सुशोभित होता है। .
Rahim Ke Dohe Question Answer Kerala Syllabus दोहे शब्दार्थ Word meanings