Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 5 Chapter 2 खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट!
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 5 Chapter 2 खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट!
Kerala State Syllabus 8th Standard Hindi Solutions Unit 5 Chapter 2 खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट!
खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट! पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर
Kerala Syllabus 8th Standard Hindi Notes प्रश्ना 1.
जिंदगी में जिज्ञासा की क्या अहमियत है?
उत्तर:
जिज्ञासा हमें जीवन में कुछ नए करने की प्रेरणा देती है। जिज्ञासे के कारण हम कुछ लक्ष्य निश्चित करते हैं। इस लक्ष्य तक पहुँचने की कोशिश निरंतर करते रहते हैं। इसलिए जीवन में जिज्ञासा का बड़ा स्थान है।
8th Standard Hindi Notes State Syllabus प्रश्ना 2.
संतुलित दिमाग और संयम अच्छे इंसान के लिए ज़रूरी है।’ इस प्रस्ताव पर आपकी राय क्या है?
उत्तर:
संतुलित दिमाग और संयम मानव के लिए ज़रूरी है। संतुलित दिमागवाले ही क्षमा के साथ जी सकते हैं। अगर दिमाग का संतुलन बिगड़ जाता है तो वह कभी क्रुद्ध होता है या उदास होता है। सभी परिस्थितयों में संयम रखना ज़रूरी है। संयम से काम करने से जीवन में सफलता पा सकते है।
Kerala Syllabus 8th Standard Notes Hindi प्रश्ना 3.
समाज को खुश देखने की कल्पना के पीछे संतोष यादव के चरित्र की कौन सी विशेषता प्रकट होती है?
उत्तर:
समाज के प्रति सकारात्मक भाव रखना अच्छी बात है। समाज कल्याण की भावना से युक्त नागरिक ही ऐसा कर सकते हैं। इस कल्पना के पीछे संतोष यादव की समाज कल्याण की भावना हम देख सकते हैं।
खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट! Textbook Activities
Hindi Class 8 Kerala Syllabus प्रश्ना 4.
संतोष यादव दो बार माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुँचनेवाली भारत की पहली महिला है। दूसरी बार उनके एवरेस्ट जीतने के संबंध में एक रपट तैयार करें।
उत्तर:
संतोष यादव : दुनिया की चोटी पर… दुबारा
7 मई 1993, दिल्ली : 24 साल की उम्र में, संतोष यादव ने इंडो-तिब्बतन सीमा पुलिस के दारोगा के पद से इस्तीफ़ा दे दिया, इसी कारण से वह माउंट की। एवरस्ट चढ़ सकी। दो साल के अंदर, संतोष यादव, पद्मश्री विजेता दुनिया की चोटी को मापनेवाली दुनिया की प्रथम महिला बनी- दो बार। “एक महिला की हैसियत से मैं थोड़ा कुछ अलग करना चाहती थी, इसलिए इस्तीफ़ा देकर माउंट एवरेस्ट चढ़ने का निश्चय किया” संतोष यादव का सिद्धांत सरल है। संतोष यादव का सपना 12 मई 1992 को पहली बार साकार हुआ। संतोष यादव इससे तृप्त नहीं थी। एक साल के बाद उन्होंने दुबारा कोशिश की। 12 मई 1993 को, पहली चढ़ाई के ठीक एक साल बाद संतोष यादव दो बार माउंट एवरेस्ट को जीतनेवाली दुनिया की दुनिया की प्रथम महिला बनी। “वहाँ चोटी पर पहुँचने के लिए 14 मार्ग हैं। हम ने ऐसा रास्ता अपनाया, जो पहले किसीने अपनाया नहीं था”-संतोष यादव कहती है। उनके मत में जिंदगी चोटियों को पार करने की निरंतर कड़ियाँ हैं। यही उस जैसी महिला को चोटियों पर पहुँचाई हैं।
खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट! Summary in Malayalam and Translation
खूबसूरत अनुभूति है एवरेस्ट! शब्दार्थ Word meanings