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Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक

Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक

Kerala State Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक (कविता)

तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक Textual Questions and Answers

तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक विश्लेषणात्मक प्रश्न

तूफानों की ओर कविता के प्रश्न उत्तर Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 1.
तूफ़ानों की और घुमा दो – से क्या ताप्तर्य है
Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक 1
उत्तर:
तूफ़ान हमेशा भयावह है। इससे सबको हानि ही होती है। ज़िंदगी में कई तूफ़ान रूपी . कठिनाइयाँ आएँगी। उनसे डरकर पीछे मत भागना चाहिए। आगे की ओर बढ़ना तूफ़ान हमेशा भयावह है। इससे सबको हानि ही होती है। ज़िंदगी में कई तूफ़ान रूपी . कठिनाइयाँ आएँगी। उनसे डरकर पीछे मत भागना चाहिए। आगे की ओर बढ़ना

Tufano Ki Aur Poem Summary In Hindi 9th प्रश्ना 2.
‘कभी-कभी मिलता जीवन में
तूफ़ानों का प्यार’ – से आपने क्या समझा?
Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक 2
उत्तर:
यहाँ तूफ़ान जीवन में कभी-कभी आनेवाली कठिनाइयाँ हैं। हमें उसका सामना करना है। जीवन में कठिनाइयों का सामना करने को विरले ही अवसर मिलते हैं। इसलिए तूफ़ान को मंद हवा बनाकर उसका प्यार स्वीकार करना है। अर्थात् किसी भी समस्या का हम संयम के साथ सामना करें तो वह हमारे काबू में होगा।

तूफानों की ओर घुमा दो नाविक कविता का आशय Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 3.
मिट्टी के पुतले मानव ने कभी न मानी हार’। इन पंक्तियों द्वारा कवि क्या बताना चाहते हैं?

उत्तर:
मानव-शरीर पंचभूतों से बनाया गया है। वह मिट्टी से उगकर मिट्टी में ही मिलनेवाला है। इसलिए कवि ने मानव को मिट्टी का पुतला बताया है। इस मिट्टी के पुतले का सर्वनाश करने की शक्ति सागर में है। फिर भी मानव सागर के सामने हार मानते नहीं। वह साहस संभलकर उसका सामना करता ही रहता है

Tufano Ki Aur Poem Question Answers Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 4.
‘सागर की अपनी क्षमता है
पर मांझी भी कब थकता है’
यहाँ ‘मांझी’ किसकी ओर संकेत करता है?

उत्तर:
सागर की अपनी अपार क्षमता है। लेकिन मांझी कभी थकता हुआ नज़र नहीं आता। वह अपनी पतवार को आगे चलाता रहता है। मतलब है कि किसी भी समस्या से डरकर पीछे नहीं मुड़ना है। यहाँ मांझी मानव का प्रतीक है।

तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक Text Book Activities

तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक विधात्मक प्रश्न

Toofano Ki Aur Poem Question Answers Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 1.
‘लहरों के स्वर में बोलना’ का मतलब क्या होगा?
Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक 5
उत्तर:
कवि कहते हैं कि हे मानव तुम भी लहरों के स्वर में कुछ बोलो, लहरों की तरह हुंकार भरो। लहरों का स्वर गर्जन है। गर्जित स्वर को अपनाकर आगे बढ़ने का आह्वान कवि देते हैं।

Toofano Ki Aur Kavita Ka Bhavarth Kerala Syllabus 9th  प्रश्ना 2.
‘अपनी सीमा जानना’ का मतलब क्या है?
Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक 6
उत्तर:
सागर असीम है, अनंत है। उसमें अपार क्षमता है। फिर भी वह जानना है कि अपनी भी कुछ सीमा है। क्योंकि मनुष्य उसके सामने कभी हारता नहीं।

Tufano Ki Aur Poem Summary In Malayalam 9th प्रश्ना 3.
समान आशयवाली पंक्तियाँ चुनकर लिखें।
Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक 7

Toofano Ki Aur Poem Summary In Hindi Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 4.
जीवन में कभी-कभी संकट रूपी तूफ़ान का सामना करना पडता है।
उत्तर:
कभी-कभी मिलता जीवन में
तूफ़ानों का प्यार

Tufano Ki Aur Poem Summary In English Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 5.
कभी-कभी मिलता जीवन में
उत्तर:
तूफ़ानों का प्यार

Tufano Ki Aur Kavita Ka Bhavarth Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 6.
असीम सागर की क्षमताओं की भी सीमा होती है।
उत्तर:
यह असीम, निज सीमा जाने
सागर भी तो यह पहचाने

Tufano Ki Or Ghuma Do Navik Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 7.
मनुष्य ने अपनी ताकत के बल पर असंभव को संभव बनाया है।
उत्तर:
इसके ही बल पर कर डाले
सातों सागर पार

9th Standard Hindi Textbook Answers Kerala Syllabus प्रश्ना 8.
मानव अंतिम सांस तक समस्याओं से लड़ते रहते हैं।
उत्तर:
जब तक साँसों में स्पंदन है
उसका हाथ नहीं रुकता है ।

Toofano Ki Aur Kavita Kerala Syllabus 9th प्रश्ना 9.
तूकानों की ओर घुमा दो नाविक’ कविता का भाव लिखें?

उत्तर:
‘तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक’ कविता में कवि शिवमंगल सिंह सुमन जी जीवन में साहस और धैर्य के साथ आगे बढ़ने की शिक्षा देते हैं। वे जीवन की चुनौतियों का, जो एक तूफ़ान के समान हैं, साहस और परिश्रम के साथ सामना करने की प्रेरणा देते हैं। वे कहते हैं कि मचलती हुई लहरों के साथ अपना स्वर मिला दो और तूफ़ान के प्यार को समझो। तूफ़ान की ओर अपनी नाव को मोड लो और अपने हाथों के बल से अपनी पतवार चलाओ। यदि सागर बलवान है तो हम भी तो थकने वालों में से नहीं हैं। हम उसका सामना करके सात समुद्र भी पार कर सकते हैं।

प्रश्ना 10.
कविता की पंक्तियाँ विशेष तालक्रम में हैं। इसी ताल-क्रम में कुछ पंक्तियाँ रचें। अपनी रचना विशेषांक में जोड़ें।
Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 3 Chapter 2 तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक 9
उत्तर:
बरसात सपने में
बरसात खतम हुई आजकल
न दिन में न रात में एक बूंद
सूरज उठा तेज़ पूरब में
गर्मी फैला दी चारों ओर
उग आने पर भी पानी न मिला
पौधा सिमट गया छिलके के अंदर
घड़े, बाल्टी लेकर निकल पडे लोग
पानी भरने कोसों दूर
क्या हालात् है यह!
वर्षा ऋतु में सूखे ताल
सपनों के कल-कल बहती नदी, हरे-भरे खेत
करो कुछ इस धरती पर, बनाओ केरल को धरती का स्वर्ग।

तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक Summary in Malayalam and Translation


तूफ़ानों की ओर घुमा दो नाविक शब्दार्थ

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