MH 8 Hindi

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 स्‍वराज्‍य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 स्‍वराज्‍य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 7 स्‍वराज्‍य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 7 स्‍वराज्‍य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है Textbook Questions and Answers

स्वयं अध्ययन

पाठ में प्रयुक्त उद्धरण, सुवचन, मुहावरे, कहावतें, आलंकारिक शब्द आदि की सूची बनाकर अपने लेखन प्रयोग हेतु संकलन करो।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 7 स्‍वराज्‍य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।
कृति क (१) आकलन कृति

उचित जोड़ियाँ लगाइए।


Answer:
i – ग
ii – घ
iii – क
iv – ख

तुलना कीजिए।

Question 1.

Answer:

निम्नलिखित गलत विधान को सही करके लिखिए।

Question 1.
तिलक ने कहा है कि, “वे यद्यपि शरीर से जवान है किंतु उत्साह में बूढ़े हैं।”
Answer:
तिलक ने कहा है कि, “वे यद्यपि शरीर से बूढे है किंतु उत्साह में जवान हैं।”

उपर्युक्त गद्यांश से ऐसे दो प्रश्न तैयार कीजिए जिनके उत्तर निम्नलिखित शब्द हों –

  1. आत्मा
  2. स्वराज्य

Answer:

  1. अमर कौन होती है?
  2. हमारा जन्मसिद्ध अधिकार कौन-सा है?

 

उत्तर लिखिए।

Question 1.
लोकमान्य तिलक द्वारा दिया गया नारा
Answer:
‘स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है।

निम्नलिखित शब्द के तत्सम रूप लिखिए।

Question 1.
आग
Answer:
अग्नि

निम्नलिखित शब्द मानक वर्तनी के अनुसार लिखिए।

  1. जन्मसिध्द
  2. जरजर

Answer:

  1. जन्मसिद्ध
  2. जर्जर

वचन बदलिए।

  1. गतिविधि
  2. भावना

Answer:

  1. गतिविधियाँ
  2. भावनाएँ

नीचे दिए हुए शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. अधिकार
  2. शरीर

Answer:

  1. हक
  2. देह

Question 1.
गद्यांश में से विलोम शब्द की जोड़ी ढूँढकर लिखिए।
Answer:
बूढ़ा युवा

Question 2.
‘स्वराज्य प्रत्येक व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है।’कश्चन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
हम सब लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। लोकतांत्रिक देश में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति जन्म से स्वतंत्र होता है। उसके इस अधिकार को कोई छीन नहीं सकता है। यदि ऐसा करने की कोई कोशिश भी करें तो संबंधित व्यक्ति को कानून के द्वारा सख्त सजा हो सकती है। स्वराज्य में स्वतंत्र रूप से अपना जीवन-यापन करने वाला व्यक्ति देश के किसी भी कोने में जा सकता है। वह कोई भी भाषा सीख सकता है। वह किसी भी धर्म का अनुयायी बन सकता है। वह अपनी मर्जी से संविधान में दिए गए नियमों का पालन करते हुए अपने जीवन को स्वतंत्र रूप से जी सकता है।

संजाल पूर्ण कीजिए।

Question 1.

 

कारण लिखिए।

Question 1.
आशुलिपि लेखक व्यस्त थे।
Answer:
क्योंकि वे तिलक के भाषण की नोट्स ले रहे थे।

Question 2.
तिलक आम जनता की आत्मा को जगाना चाहते हैं।
Answer:
क्योंकि कुछ अज्ञानी, स्वार्थी और कुचक्री लोगों ने आम जनता की आँखों पर परदा डाल दिया है।

एक शब्द में उत्तर लिखिए।

Question 1.
राजनीति का विज्ञान इस देश के लिए यह है
Answer:
वेद।

समझकर लिखिए।

Question 1.
वही राजनीति विज्ञान कहलाता है
Answer:
जिस विज्ञान की परिणति स्वशासन में होती है।

Question 2.
राजनीति विज्ञान के भाग
Answer:
देवी और राक्षसी।

Question 3.
राजनीति विज्ञान के राक्षसी भाग को उचित ठहराने वाला राष्ट्र
Answer:
ईश्वर की दृष्टि में पाप का भागी होता है।

कृति ख (३) शब्द संपदा

Question 1.
कार्यालय का प्रधान अधिकारी
Answer:
अधीक्षक

निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए।

  1. स्वार्थी
  2. दैवी
  3. उचित
  4. पाप

Answer:

  1. निस्वार्थी
  2. राक्षसी
  3. अनुचित
  4. पुण्य

Question 1.
गद्यांश में से विदेशी शब्द ढूँढ़कर लिखिए।
Answer:
कलेक्टर
सी. आय. डी.

 

निम्नलिखित शब्दों में उचित प्रत्यय लगाइए।

  1. ईश्वर
  2. विज्ञान

Answer:

  1. ईश्वरीय
  2. वैज्ञानिक

Question 1.
तिलक जैसे कई महान नेताओं के भाषण सुनकर लोगों की आत्मा जागृत हो गई थीं।’ पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
स्वातंत्र्य पूर्व देश की आजादी के प्रति लोगों में चेतना एवं उनकी आत्मा को जगाने का भरसक प्रयास लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस जैसे आदि महान नेताओं ने किया। इन नेताओं के भाषण सुनकर लोग स्वराज्य पाने के लिए एकत्रित हुए। आपसी भेदभाव एवं मतभेद भूलकर उन्होंने देश के लिए अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। इसका परिणाम यह हुआ कि भारत देश आजाद हुआ। इतना ही नहीं बल्कि महान नेताओं के भाषण सुनकर वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अंध-विश्वास जैसी बुरी प्रथाओं का त्याग किया। इन नेताओं के भाषण को सुनकर ही नवभारत के निर्माण में लोगों की चेतना जागृत हुई।

कृति पूर्ण कीजिए।

Question 1.

Answer:

Question 2.

Question 3.

Question 4.

Answer:

 

कारण लिखिए।

Question 1.
हमें कठोर प्रयास करना चाहिए।
Answer:
अपने राष्ट्र की आत्मा की रक्षा के लिए हमें कठोर प्रयास करना चाहिए।

सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए ।

Question 1.
जो हममें दोष देखते हैं वे …… प्रकृति के लोग हैं। (स्वार्थी, धोखेबाज, लोभी)
Answer:
लोभी

Question 2.
कुछ लोग परम …… ईश्वर में भी दोष देखते हैं। (कृपालु, सर्वशक्तिमान, दयावान)
Answer:
कृपालु

पर्यायवाची शब्द लिखिए।

  1. हानि
  2. साहस
  3. प्रयास
  4. परवाह

Answer:

  1. नुकसान
  2. हिम्मत
  3. प्रयत्न
  4. चिंता

Question 1.
गद्यांश में से ऐसे दो शब्द ढूँढकर लिखिए जिनके वचन परिवर्तन नहीं होते।
Answer:
देश
हित

विलोम शब्द लिखिए।

  1. साहस x ……..
  2. ज्ञान x ………

Answer:

  1. साहस x डर
  2. ज्ञान x अज्ञान

 

निम्नलिखित शब्दों में उचित उपसर्ग का प्रयोग कीजिए।

  1. परवाह
  2. शिक्षा

Answer:

  1. उपसर्ग : बे : शब्द : वेपरवाह
  2. उपसर्ग : अ : शब्द : अशिक्षा

निम्नलिखित शब्दों में उचित प्रत्यय का प्रयोग कीजिए।

  1. हानि
  2. धर्म

Answer:

  1. प्रत्यय : कारक : हानिकारक
  2. प्रत्यय : इक : धार्मिक

Question 1.
अपने राष्ट्र की आत्मा की रक्षा के लिए सभी को कठोर प्रयास करना चाहिए।’ कथन के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
Answer:
राष्ट्र से बढ़कर व्यक्ति के लिए दूसरी कोई वस्तु या चीज नहीं हो सकती। राष्ट्र के कारण व्यक्ति को मान, सम्मान, शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार एवं स्वतंत्र विचरण करने का अधिकार प्राप्त होता है। राष्ट्र के कारण ही व्यक्ति की राष्ट्रीयता का पता चल पाता है। राष्ट्र के कारण व्यक्ति की अस्मिता की पहचान होती है। अत: सभी के हृदय में राष्ट्र के लिए प्रेम एवं सम्मान की भावना होनी चाहिए। राष्ट्र की संस्कृति, मूल्य, आदर्श, परंपरा एवं साहित्य राष्ट्र की आत्मा हाती है। ये सभी घटक मनुष्य की गरिमा बढ़ाने में स्वयं सिद्ध होते हैं। राष्ट्र ही मनुष्य की आत्मा होती है । अत: राष्ट्र की आत्मा की रक्षा के लिए सभी को कठोर प्रयास करना चाहिए।

निम्नलिखित गलत वाक्य सही करके फिर से लिखिए।

Question 1.
प्रांतीय सम्मेलन अंग्रेजों की देन है।
Answer:
प्रांतीय सम्मेलन कांग्रेस की देन है।

Question 2.
भारत के सहयोग के बिना इंग्लैंड चल सकता है।
Answer:
भारत के सहयोग के बिना इंग्लैंड अब चल नहीं सकता है।

उचित जोड़ियाँ मिलाइए।

Question 1.

Answer:
i – ग
ii – घ
iii – क
iv – ख

Question 2.
भारतीय साम्राज्य के लिए ये जान देने के लिए तैयार हैं –
Answer:
श्रीरामचंद्र
तीस करोड़ लोग

Question 3.
गद्यांश में इस अंग्रेज अधिकारी का नाम आया है
Answer:
जॉर्ज।

विलोम शब्द लिखिए।

  1. संभव x ………
  2. सहयोग x …….

Answer:

  1. संभव x असंभव
  2. सहयोग x असहयोग

 

समानार्थी शब्द लिखिए।

  1. बहादुरी
  2. राष्ट्र

Answer:

  1. वीरता
  2. देश

अनेक शब्द के लिए एक शब्द लिखिए।

Question 1.
जो संविधान से जुड़ा हो
Answer:
संवैधानिक।

Question 2.
ऐसी सभा जिसमें किसी विशिष्ट कार्य या समस्या पर चिंतन होता है।
Answer:
सम्मेलन।

Question 3.
गद्यांश में से विदेशी शब्द ढूँढकर लिखिए।
Answer:
ब्रिटिश
जॉर्ज

Question 4.
‘प्रयास के बिना मानव जीवन सफल नहीं हो सकता।’ अपने विचार लिखिए।
Answer:
प्रयास यानी प्रयत्न करना; कोशिश करना। सफलता की मंजिल प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को जीवन में प्रयास करना चाहिए। प्रयासों के बिना व्यक्ति जीवन में ऐसे कई महापुरुषों के उदाहरण मिलेंगे जिन्होंने जीवन में स्वयं की प्रगति कराने हेतु भगीरथ प्रयास किए थे। न्यूटन ने गुरूत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज करने हेतु कई बार प्रयास किए, तब जाकर वह सफल हुआ। आखिर प्रयत्न ही सिद्धि है। विद्यार्थी को भी जीवन में सफल होने हेतु प्रयत्न करने चाहिए। प्रयत्नों के बिना यश की प्राप्ति नहीं हो सकती।

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो:

विधानों को पढ़कर गलत विधानों को सही करके लिखो:

Question 1.
टिळक जी ने कहा है कि, वे यद्यपि शरीर से जवान है किंतु उत्साह में बूढ़े हैं।
Answer:
टिळक जी ने कहा है कि, वे यद्यपि शरीर से जवान है किंतु उत्साह में बूढ़े हैं – गलत
सही वाक्य: टिळक जी ने कहा है कि वे यद्यपि शरीर से बूढ़े हैं किंतु उत्साह में जवान हैं।

Question 2.
प्रांतीय सम्मेलन अंग्रेजों की देन है।
Answer:
प्रांतीय सम्मेलन अंग्रेजों की देन है – गलत
सही वाक्य: प्रांतीय सम्मेलन कांग्रेस की देन है।

 

टिप्पणी लिखो:

Question 1.
लोकमान्य टिळक
होमरूल
Answer:
लोकमान्य तिलक: लोकमान्य तिलक भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे। वे कांग्रेस के अध्यक्ष थे। उन्होंने भारत को आजाद कराने के लिए सभी भारतीयों को एकता में सूत्र में बाँधने के लिए भरसक कोशिश की थी। ‘स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ यह उनका प्रमुख नारा था। उन्होंने अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए कहा था। उन्होंने पूर्ण स्वराज्य की माँग की थी।

होमरूल लीग: भारत को आजाद कराने के लिए तिलक जी ने भारत में ‘होमरूल लीग’ की स्थापना की थी। होमरूल लीग का एक ही उद्देश्य था, भारत को स्वतंत्र कराना। होमरूल के पीछे छिपी भावना अमर और अविनाशी थी। वह अहिस्ता-अहिस्ता अपना कार्य कर रही थी।

उत्तर लिखो:

Question 1.
लोकमान्य टिळक जी द्वारा दिया गया नारा:
Answer:
स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है।

कृति पूर्ण करो:

Question 1.

Answer:

भाषा बिंद।

Question 1.
पाँच-पाँच सहायक और प्रेरणार्थक क्रियाओं का अपने स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग करो।
Answer:
सहायक क्रिया:

  1. चुकना : पिता जी अखबार पढ़ चुके हैं।
  2. लगना : माताजी खाना बनाने लगी।
  3. रहना : वे सिनेमा देख रहे हैं।
  4. सकना : वह अपना काम समय पर कर सका।
  5. चाहना : उसने अपना काम करना चाहा।

प्रेरणार्थक क्रियाः

  1. पढ़वाना: अध्यापक छात्रों से पाठ पढ़वाते हैं।
  2. लिखवाना : सीता अपने बच्चों से कविता लिखवाती है।
  3. करवाना : माँ ने घर का सारा काम अपने बच्चों से करवाया।
  4. खिलवाना : उसने हमें खाना खिलवाया।
  5. दिलवाना : राधा ने अपनी बीमार बहन को नर्स के द्वारा औषधि दिलवाई।

 

उपयोजित लेखन

अपने विद्यालय में आयोजित स्वच्छता अभियान का वृत्तांत लिखिए।
Answer:
दिनांक ३ अक्तूबर, २०१८, मुंबई : इस दिन नूतन विद्यालय मुंबई में स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में महात्मा गांधी भवन के संयोजक श्री. रामजी मल्होत्रा उपस्थित थे। विद्यालय की विद्यार्थी प्रमुख कुमारी अंजलि ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्य अतिथि महोदय जी का स्वागत किया। स्कूल प्राचार्या श्रीमती लता जी ने स्वच्छता अभियान के अवसर पर सभी छात्राओं को बधाई दी। अतिथि महोदय जी ने भी अपने वक्तव्य में स्वच्छता अभियान का महत्त्व बताया।

उन्होंने गांधीजी अपने जीवन में स्वच्छता को बहुत महत्त्व देते थे और सभी को स्वच्छ रहने के लिए प्रेरित करते थे, इस तथ्य से सभी को अवगत कराया। इसके उपरांत कक्षा सातवीं से लेकर कक्षा दसवीं तक के सभी छात्रों ने विद्यालय के आस-पास का परिसर स्वच्छ करने हेतु अपने अपने हाथों में बुहारी, झाडू आदि वस्तुएँ लेकर अपने कार्य को आरंभ किया। स्वच्छता अभियान में सभी शिक्षकों ने भी हिस्सा लिया। सभी ने मिलकर विद्यालय के आस-पास पड़ा हुआ कूड़ा-कचरा ही साफ नहीं किया. बल्कि लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में अवगत भी कराया। इस तरह दोपहर के १२ बजे स्वच्छता अभियान का समापन हुआ।

The Complete Educational Website

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *