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Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 नहीं कुछ इससे बढ़कर

Maharashtra Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 नहीं कुछ इससे बढ़कर

Maharashtra State Board Class 8 Hindi Solutions Chapter 9 नहीं कुछ इससे बढ़कर

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 9 नहीं कुछ इससे बढ़कर Textbook Questions and Answers

स्वयं अध्ययन

‘राष्ट्रसंत तुकडो जी के सर्वधर्मसमभाव’ पर आधारित गीत पढ़ो और इसपर आधारित चार्ट बनाओ।

Hindi Sulabhbharti Class 8 Solutions Chapter 9 नहीं कुछ इससे बढ़कर Additional Important Questions and Answers

कृति पूर्ण करो:


Answer:

कृति पूर्ण कीजिए।

 

एक शब्द में उत्तर लिखिए।

Question 1.
यह प्रसव वेदना सहती है
Answer:
जननी यानी माता

Question 2.
कृषक धरती को बनाता है
Answer:
शस्य श्यामला

Question 3.
जननी स्तन्यदान इसे देती है
Answer:
शिशु को

Question 4.
कृषक मिट्टी को बना देता है
Answer:
उर्वर कृति क

निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।

Question 1.
प्रसव वेदना ……………… इससे सुंदर!
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ ‘नहीं कुछ इससे बढ़कर’ कविता से ली गई हैं। इसके कवि सुमित्रानंदन पंत हैं। प्रस्तुत पंक्ति में माँ की महत्ता का वर्णन किया गया है। माता प्रसव वेदना को सहते हुए अपने हृदय के स्वप्न को निज रूप देती है। अपने दूध का दान कर वह शिशु का पालन-पोषण कर उसे बड़ा करती है। वह अपना प्रत्येक क्षण अपने नवजात शिशु पर न्योछावर करती है। अत: माता की भक्ति व प्रार्थना से बढ़कर जगत में सुंदर प्रार्थना नहीं होती।

Question 2.
शीत-ताप ………………. इससे शुभकर!
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ नहीं कुछ इससे बढ़कर’ कविता से ली गई हैं। इसके कवि सुमित्रानंदन पंत हैं। प्रस्तुत पंक्ति में कृषक का महत्त्व प्रतिपादित किया है। किसान ठंड व गरमी में प्रकृति से जूझता रहता है और अपना पसीना बहाकर मिट्टी को उपजाऊ बनाता है। वह धरती को नई कोमल घास से हरी-भरी व समृद्ध बनाकर अनाज की खेती करके भंडारों को भर देता है। अत: कृषक की प्रार्थना से बढ़कर अन्य कोई शुभकर प्रार्थना नहीं होती।

निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए।

Question 1.
कवि की विशेषता
Answer:
कवि वर्ण-वर्ण के मेल से मनभावन रचना का निर्माण करते हैं।

Question 2.
कलाकार की विशेषता
Answer:
कलाकार अरूप को नया रूप देता है।

Question 3.
बलिदानी पुरुष की विशेषता
Answer:
मानव हित के लिए स्वयं के प्राणों की बलि दे देता है।

 

कविता की पंक्तियाँ पूर्ण कीजिए।

कलाकार ……………….. प्रियतर!
Answer:
कलाकार-कवि वर्ण-वर्ण को
भाव तूलि से रच सम्मोहन
जब अरूप को नया रूप दे
भरते कृति में जीवन स्पंदन
नहीं प्रार्थना इससे प्रियतर!

निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य लिखिए।

Question 1.
बलिदानी पुरुष मिट्टी को स्वयं के रक्त से भिगाता है।
Answer:
सत्य

Question 2.
कलाकार दूसरों की कृति में जीवन स्पंदन भरता है।
Answer:
असत्य

उत्तर लिखिए।

Question 1.
मधुकरों का कार्य
Answer:
भ्रमर मधुरस को प्रतिक्षण चखकर विपुल मात्रा में मधु-रूपी मनोवैभव का संचय करते हैं और अपना मधु छत्र बना लेते हैं।

कृति पूर्ण कीजिए।


Answer:

निम्नलिखित पद्यांशों का भावार्थ लिखिए।

Question 1.
सत्य-निष्ठ ……………. इससे बढ़कर!
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ ‘नहीं कुछ इससे बढ़कर’ कविता से ली गई है।’ इसके कवि सुमित्रानंदन पंत हैं। प्रस्तुत पंक्ति में बलिदानी पुरुष का वर्णन किया गया है। सत्यनिष्ठता का पालन करने वाला व अपने देशवासियों व मातृभूमि से प्रेम करने वाला बलिदानी पुरुष मानव-जीवन के कल्याण हेतु मिट्टी को रक्त से भिगोकर स्वयं के प्राणों की बलि दे देता है। अत: ऐसे बलिदानी पुरुष की प्रार्थना से बढ़कर अन्य कोई प्रार्थना नहीं हो सकती।

 

Question 2.
चख-चख ……….. इससे शुचितर!
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ नहीं कुछ इससे बढ़कर’ कविता से ली गई हैं। इसके कवि सुमित्रानंदन पंत हैं। प्रस्तुत पंक्ति में मधुकर यानी भ्रमरों का वर्णन है। भ्रमर मधुरस को प्रतिक्षण चखकर विपुल मात्रा में मधु-रूपी मनोवैभव का संचय करते हैं और अपना मधु छत्र बना लेते हैं। उसी प्रकार कलाकार, कवि, बलिदानी पुरुष, कृषक एवं माँ व्यक्ति, समाज व देश के हित में सदैव तत्पर रहते हैं। इनका हृदय दूसरों के लिए द्रवित हो उठता है। इनके कारण ही यह लोक महान बन गया है। अत: इनकी प्रार्थना से अन्य कोई पवित्र व शुभ प्रार्थना नहीं हो सकती।

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो:

संजाल पूर्ण करो:


Answer:

 

कृति करो:


Answer:

अंतिम चार पंक्तियों का अर्थ लिखो।
Answer:
प्रस्तुत पंक्तियाँ नहीं कुछ इससे बढ़कर’ कविता से ली गई हैं। इसके कवि सुमित्रानंदन पंत हैं। प्रस्तुत पंक्ति में मधुकर यानी भ्रमरों का वर्णन है। भ्रमर मधुरस को प्रतिक्षण चखकर विपुल मात्रा में मधु-रूपी मनोवैभव का संचय करते हैं और अपना मधु छत्र बना लेते हैं। उसी प्रकार कलाकार, कवि, बलिदानी पुरुष, कृषक एवं माँ व्यक्ति, समाज व देश के हित में सदैव तत्पर रहते हैं। इनका हृदय दूसरों के लिए द्रवित हो उठता है। इनके कारण ही यह लोक महान बन गया है। अत: इनकी प्रार्थना से अन्य कोई पवित्र व शुभ प्रार्थना नहीं हो सकती।

कविता में उल्लिखित मानव के विभिन्न रूप लिखोः
Answer:
(i) पुरुष
(ii) कृषक
(iii) कलाकार
(iv) कवि
(v) माँ
(vi) बलिदानी पुरुष

भाषा बिदु

निम्न शब्दों के लिंग तथा वचन बदलकर वाक्यों में प्रयोग करो:

लिंग – कवि, माता, भाई, लेखक
Answer:

वचन – दुकान, प्रार्थना, अनुभूति, कपड़ा, नेता
Answer:

 

उपयोजित लेखन

‘सड़क दुर्घटनाएँ : कारण एवं उपाय’ निबंध लिखो।
Answer:
उत्तर: सड़क यातायात से होने वाली अवांछित घटना एवं उनसे होने वाली हानि सड़क दुर्घटना कहलाती है। देखा जाए तो सड़क दुर्घटना मानव निर्मित आपदा है, जिसे सावधानी बरतकर रोका जा सकता है। सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण है इंसान की लापरवाही या भूल। तेज गति से वाहन चलाने से सड़क दुर्घटना होती है। गलत ओवरटेकिंग व लेन कटिंग के कारण सड़क दुर्घटना होती है। कई लोग नशीले पदार्थों का सेवन कर वाहन चलाते हैं जिससे दुर्घटना होती है। सड़क पर वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना, तेज आवाज में संगीत सुनना आदि में मग्न होने के कारण भी दुर्घटना होती है। कभी-कभी चालक यातायात संबंधी नियमों की ओर ध्यान नहीं देते हैं अथवा दुपहिया वाहन चालक सुरक्षा साधनों का उपयोग नहीं करते हैं जिससे दुर्घटना होती है।

सड़क दुर्घटना पर रोक लगाना मानव के ही हाथ में है। उसे नशीले पदार्थों का सेवन करके गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। वाहन तेज गति से नहीं चलाने चाहिए। वाहन चलाते समय मोबाइल एवं संगीत नहीं सुनना चाहिए। वाहनों की समय-समय पर जाँच करवानी चाहिए। सरकार को भी सड़क की दशा पर ध्यान देना चाहिए। चालकों को यातायात के सभी नियमों का पालन करना चाहिए। इन सभी का पालन करके हम संभवत: सड़क दुर्घटना को अवश्य रोक सकेंगे।

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