MP Board Class 6th General English Grammar
MP Board Class 6th General English Grammar
MP Board Class 6th General English Grammar
Noun (नाउन)
संज्ञा
परिभाषा :
Noun is the name of a person, place or a thing. As- Ram, Gwalior, Chair.
अर्थात्, किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे-राम, ग्वालियर, कुर्सी।
भेद-Noun पाँच प्रकार के होते हैं-
1. Common Noun (जाति वाचक संज्ञा) :
जिस शब्द से सम्पूर्ण जाति का बोध हो; जैसे-
Man, boy, girl, cow, dog, postman, teacher, friend आदि।
2. Proper Noun (व्यक्ति वाचक संज्ञा) :
जो शब्द किसी व्यक्ति का नाम, स्थान अथवा वस्तु के नाम का बोध करता हो; जैसे-
Arun, Mohan, Bhopal, Delhi, Ganga, Ramayana, Geeta आदि।
3. Collective Noun (समूह वाचक संज्ञा) :
जिस शब्द से किसी समूह का बोध हो; जैसे-Class, Police, Army, Bunck of keys आदि।
4. Material Noun (धातु वाचक संज्ञा) :
विभिन्न धातुओं अथवा धातु से बनी वस्तुओं के नाम; जैसे-
Silver, gold, iron, steel, golden ring, steel almirah आदि।
5. Abstract Noun (भाव वाचक संज्ञा) :
किसी वस्तु या व्यक्ति का गुण या स्थिति को बताने वाले शब्द जैसे-
Sweetness, childhood, bitterness आदि।
Pronoun (प्रोनाउन)
सर्वनाम
परिभाषा :
Pronoun is a word which is used in place of a noun; as – I, we, you, he आदि।
अर्थात् सर्वनाम वह शब्द है जो किसी संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाता हैं। जैसे-मैं, हम तुम, वह आदि।
भेद- Pronoun निम्न प्रकार के होते हैं-
1. Personal Pronoun (व्यक्ति वाचक सर्वनाम) :
जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु से स्थान पर बोले जोते हैं, वे Personal Pronoun होते हैं; जैसे-
She is a student.
He is my brother.
It is mine.
इन वाक्यों में She, He, It, my, mine को प्रयोग व्यक्ति तथा वस्तु के स्थान पर हुआ है। ये Personal Pronoun हैं।
विशेष : She का प्रयोग स्त्री के लिए, He का प्रयोग पुरुष के लिए तथा It का प्रयोग निर्जीव वस्तु के लिए एकवचन में किया जाता है। They का प्रयोग बहुवचन में इन सभी के लिए किया जाता है।
2. Reflexive Pronoun (निज वाचक सर्वनाम) :
जो सर्वनाम स्वयं के लिए प्रयोग हो; जैसे-
myself, yourself, himself.
3. Demonstrative Pronoun (संकेत वाचक सर्वनाम) :
जो सर्वनाम वस्तु की स्थिति की ओर संकेत करते हो; जैसे-
this, that, those, these आदि।
4. Distributive Pronoun (प्रत्येक वाचक सर्वनाम) :
अलग-अलग वस्तुओं की ओर संकेत करने वाले शब्द Distributive Pronoun कहलाते हैं; जैसे-
each, every, neither, either.
5. Interrogative Pronoun (प्रश्न वाचक सर्वनाम) :
जो शब्द किसी प्रश्न को पूछे और किसी संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जायें; जैसे-
who, what, whom आदि।
6. Indefinite Pronoun (अनिरचय वाचक सर्वनाम) :
यह अनिश्चितता के लिए प्रयोग होते हैं जैसे-
none, some, many, any आदि।
7. Relative Pronoun (सम्बन्ध वाचक सर्वनाम) :
किसी वस्तु या नाम से सम्बन्ध स्थापित करने के लिए इनका प्रयोग होता है; जैसे-
which, that, whose आदि।
Adjective (एडजेक्टिव)
विशेषण
परिभाषा :
Adjective is a word which qualifies a noun or pronoun. अर्थात् संज्ञा तथा सर्वनाम की विशेषता बतलाने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं; जैसे-
- Ram is a clever boy.
- Tea is hot.
- My pencil is long.
उपर्युक्त वाक्यों में clever, hot तथा long संज्ञा की विशेषता बताते हैं। अतः ये शब्द Adjective (विशेषण) हैं।
कुछ विशेषण (Adjective) इस प्रकार हैं-beautiful (सुन्दर), ugly (बदसूरत), strong (मजबूत), weak (कमजोर), new (नया), old (पुराना), white (सफेद), big (बड़ा), small (छोटा), आदि।
Article (आर्टिकल)
उपपद
Article तीन हैं-
- a
- an
- the.
a तथा an का प्रयोग एकवचन के लिए होता है। the का प्रयोग एकवचन तथा बहुवचन दोनों के लिए होता है।
(1) A का प्रयोग :
Consonant (व्यंजन) से प्रारम्भ होने वाले एकवचन की जातिवाचक संज्ञा के पूर्व होता है। जैसे-
a book, a man, a dog, a cat आदि।
(2) An का प्रयोग :
vowels (a, e, i,.o u) स्वर से प्रारम्भ होने वाले एकवचन की जातिवाचक संज्ञा के पूर्व होता है। जैसे-
An apple, an eye, an inkpot, an orange, an umbrella आदि।
(3) The का प्रयोग :
किसी खास वस्तु, अनोखी वस्तु, नदी, पहाड़, प्रसिद्ध ग्रंथ, अखबार के नाम आदि के पहले होता है। जैसे-
The Sun, The Earth, The Ganga, The Indian Ocean, The Taj, The East आदि।
किसी खास या पूर्व परिचित वस्तु का बोध कराने के लिए भी The का प्रयोग किया जाता है। जैसे-
The girl in blue is my sister.
Verb (वब)
क्रिया
परिभाषा :
A verb denotes an action
अर्थात् जिस शब्द से किसी कार्य का करना या होना पाया जाता है; उसे क्रिया कहते हैं। जैसे-sing, play, write, teach.
क्रिया के भेद :
क्रिया दो प्रकार की होती है-
(1) Main Verb (मुख्य क्रिया)
(2) Helping Verb (सहायक क्रिया)।
1. Main Verb (मुख्य क्रिया) :
कर्ता के द्वारा जो कार्य किया जाता है वह मुख्य क्रिया कहलाती है। जैसे-
- Ram sings a song.
- Mohan reads a book.
उपर्युक्त वाक्य में sings तथा reads मुख्य क्रिया हैं।
2. Helping Verb (सहायक क्रिया) :
is, are, am, was, were, has, have, had, will, shall, do, does, did, can, may आदि।
सहायक क्रिया मुख्य क्रिया के साथ मिलकर वाक्य के Tense (काल) को स्पष्ट करती है। जैसे-
- Ram is going.
- Sita was singing a song.
- They will go to Lucknow tomorrow.
उपर्युक्त वाक्यों में (1) वाक्य में is going से स्पष्ट होता है कि वाक्य Present Continuous काल का है। (2) वाक्य में was singing से स्पष्ट हो रहा है कि वाक्य Past Continuous तथा (3) वाक्य में will go से स्पष्ट हो रहा है कि वाक्य Future – Indefinite का है।
Adverb (एडवब)
क्रिया-विशेषण
परिभाषा :
वह शब्द जो विशेषण और दूसरे क्रिया-विशेषण की विशेषता बतलाता है, क्रिया-विशेषण (Adverb) कहलाता है; जैसे-
1. Ram runs quickly.
राम जल्दी दौड़ता है।
2. This is a very sweet mango.
यह बहुत मीठा आम है।
3. He is walking slowly.
वह धीरे-धीरे चल रहा है।
4. You write too slowly.
तुम बहुत धीमे लिखते हो।
उपर्युक्त वाक्यों में quickly ‘runs’ नामक क्रिया की विशेषता बताता है। ‘very’ sweet adjective शब्द की विशेषता बताता है। ‘slowly’ शब्द ‘is walking’ क्रिया की विशेषता बता रहा है और ‘too’ शब्द ‘slowly’ क्रिया विशेषण की विशेषता बताता है। अत: quickly, very, slowly, too क्रिया विशेषण (Adverb) हैं।
अंग्रेजी में 4 प्रकार के Adverbs प्रारम्भिक विद्यार्थियों को याद कर लेने चाहिए।
क्रिया-विशेषण के भेद
1. Adverb of time (समय सूचक) :
Now, then, early late, before, already, Presently, since, ago, soon आदि।
2. Adverb of place (स्थान वाचक) :
Far, near, above, in, below, out, within, without, inside, outside आदि।
3. Adverb of Number (संख्या वाचक) :
Once, twice, thrice, again, always, often, sometimes आदि।
4. Adverb of Quantity (मात्रा वाचक) :
Too, most, fully, rather, quite, very, wholly, partly, so आदि।
The Preposition (द प्रिपोजिशन)
सम्बन्ध सूचक अव्यय
परिभाषा :
सम्बन्ध सूचक अव्यय वे शब्द हैं जो किसी संज्ञा अथवा सर्वनाम से पूर्व प्रयुक्त होकर, उसका सम्बन्ध किसी अन्य संज्ञा या सर्वनाम से स्थापित करते हैं।
Note-
(i) Preposition किसी Noun या Pronoun से पूर्व आता है।
(ii) यदि Preposition Verb के बाद आता है और उसके बाद Noun या Pronoun न आ रहा हो तो वह Adverb होता है, जैसे-
Adverb Preposition
1.Gopal is in. Gopal is in the room.
2. The teacher is out. The teacher is out of the class.
कुछ प्रमुख Prepositions :
निम्नलिखित Prepositions को इनके अर्थ के साथ याद कर लेना चाहिए-
At (पर), above (ऊपर), after (बाद में), along (साथ-साथ), below (नीचे), between (दो के मध्य में), among (दो से अधिक के बीच में), behind (पीछे), before (पहले), after (बाद में), by (के द्वारा), down (नीचे), for (लिए), from (से), in (में), into (में गति), near (पास), on (पर), of (का), out (बाहर), over (ऊपर), up (ऊपर), upon (ऊपर से), with (साथ), to (को गन्तव्य) आदि।
Preposition के अन्य प्रयोग
Degrees of Adjectives
(डिग्रीज़ ऑफ ऐडजेक्टिव्स)
विशेषण की डिग्री
The Conjunction
(द कजंक्शन)
संयोजक
निम्नलिखित वाक्यों का अवलोकन कीजिए-
Rita and Gita are sisters.
Anil is rich but Hari is poor.
Walk fast or you will miss the bus.
Work hard lest you should fail.
उपर्युक्त वाक्यों में ‘and’, ‘but’, ‘or’ तथा ‘lest’ क्रमशः दो शब्दों अथवा दो वक्यों को आपस में जोड़ते हैं, अतः ये शब्द Conjunctions हैं।
परिभाषा :
“वह शब्द जो शब्दों (Words) या वाक्यों (Sentences) को आपस में जोड़ता है, संयोजक कहलाता है।”
“A conjunction is a word which joins words or sentences with each other.”
निम्न Conjunctions को याद कर लीजिए-
And (और), as (जैसे), but (लेकिन), before (पहले), because (क्योंकि), after (बाद में), if (अगर), or (या), otherwise (अन्यथा), that (कि), though (यद्यपि), then (तब), till (तक), unless (जब तक कि), while (जबकि), when (जब), therefore (अतः), so (इसलिए) आदि।
The Sentence
(द सेण्टेंस)
वाक्य
(A) वह शब्दों का समूह जिससे स्पष्ट और पूर्ण अर्थ निकलता हो, वाक्य कहलाता है। जैसे-
1. Hari is my friend.
हरी मेरा दोस्त है।
2. She is a good girl.
वह एक अच्छी लड़की है।
3. I read in class VI.
मैं कक्षा 6 में पढ़ता हूँ।
वाक्य पाँच प्रकार के होते हैं।
1. Assertive Sentence (विधि-सूचक वाक्य) :
जो वाक्य किसी कार्य या घटना के होने या न होने के बारे में बताते। हैं, Assertive Sentence कहते हैं। जैसे-
i. Ram Plays cricket.
राम क्रिकिट खेलता है।
ii. He is an honest man.
वह एक ईमानदार व्यक्ति है।
Assertive Sentence दो प्रकार के होते हैं-
(a) Affirmative Sentence (स्वीकारात्मक वाक्य) :
जो किसी कार्य या घटना के होने के बारे में बताते है। जैसे-
i. A dog is sleeping on the road.
एक कुत्ता सड़क पर सो रहा है।
ii. Rani cooks rice.
रानी चावल पकाती है।
(b)Negative Sentence (निषेधात्मक वाक्य) :
जो किसी कार्य या घटना न होने की सूचना देते हैं। जैसे
i. Vivek is not a good player.
विवेक एक अच्छा खिलाड़ी नहीं है।
ii. We will not go to the market.
हम बाजार नहीं जायेंगे।
2. Interrogative Sentence(प्रश्नवाचक वाक्य) :
जो वाक्य प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग होते हैं। जैसे-
i. Do you eat a mango?
क्या आप आम खाते हो?
ii. Is this your shirt?
क्या यह तुम्हारी कमीज है?
3. Imperative Sentence (आज्ञा वाचक वाक्य) :
जिस वाक्य से आज्ञा, सलाह, या प्रार्थना प्रकट होती है। जैसे
i. Go there.
वहाँ जाओ।
ii. Don’t make a noise.
शोर मत करो।
4. Exclamatory Sentence (विस्मय बोधक वाक्य) :
जो वाक्य दुःख, करूणा, भय, घृणा या हर्ष प्रकट करते हैं। जैसे-
i. What a beautiful place?
क्या सुन्दर स्थान है?
ii. Alas! he is dead.
हाय! वह मर गया है।
5. Optative Sentence (इच्छाबोधक वाक्य) :
जो वाक्य कामना, आर्शीवाद या इच्छा प्रकट करते हैं। जैसे-
i. May you live long!
आप चिरायु हों!
ii. May you pass the examination!
आप परीक्षा में पास हों!
Direct and Indirect Narration
(डाइरैक्ट एण्ड इनडाइरैक्ट नैरेशन)
प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कथन
किसी व्यक्ति के कथन (कहे गये शब्दों या वाक्य) को दो प्रकार से व्यक्त किया जा सकता है।
1. Tanu said to her mother, “I am hungry”.
2. Tanu told her mother that she was hungry.
पहले वाक्य में वक्ता (speaker) के वास्तविक (actual) शब्द दिये गये हैं। इस प्रकार के वाक्य Direct Narration कहलाते हैं।
दूसरे वाक्य में वक्ता द्वारा कहे गये वाक्य को रिपोर्टर (व्यक्त करने वाला) अपने शब्दों में व्यक्त करता है। इस प्रकार के वाक्य Indirect Narration कहलाते हैं।
परीक्षा में प्रायः Direct Narration को Indirect Narration में बदलने को कहा जाता है।
Direct Narration से Indirect Narration में बदलने पर परिवर्तन-
1. Reporting Verb में परिवर्तन :
Inverted commas में Direct Narration-वक्ता द्वारा बोले जाने वाले शब्द होते हैं। Direct Narration से बाहर प्रयुक्त होने वाला Verb-Reporting verb कहलाता है जो प्रायः said होता है। कभी-कभी say भी हो सकता है।
इनका परिवर्तन प्रायः told, asked आदि से Direct Speech के अनुसार होता है। asked का प्रयोग तब होता है जबकि Direct Speech या Narration में कोई प्रश्न या imperative sentence होता है जैसे-
i. I said to Rani, “Where are you going?”
I asked Rani where she was going.
ii. The teacher said to the students, “Do your work silently.”
The teacher asked the students to do their work silently.
Imperative sentence के अनुसार Reporting verb ordered, advised, requested आदि में भी बदल सकती है।
2. Pronoun (सर्वनाम) में परिवर्तन :
Reported speech o Pronoun, Reporting verb के subject (कर्ता) के अनुसार बदले जाते हैं जैसे कि पूर्व में दिये गये उदाहरण में you को she में बदला गया है।
3. Inverted commas का लोप :
Reported speech के Inverted commas को हटा दिया जाता है।
4.Reported speech के अन्त में प्रयुक्त प्रश्नवाचक चिन्ह (?) तथा विस्मय बोधक चिह्न हटाकर पूर्ण विरोम (.) लगा दिया जाता है।
5. स्थान तथा समय सूचक शब्दों में परिवर्तन-
इनका परिवर्तन निम्न प्रकार किया जाता है-
Exercise
- He says, “She lives in Bhilai.”
- The teacher said, “The earth is round.”
- He said, “I am poor.”
- The teacher said to the boy, “Shut the door.”
- He said, “I am learning English.”
- He said, “The earth is a planet.”
- I said, “Run away.”
- He asked me, ” Where is the bus-stand?”
- He said, “I am dancing.”
- She says, “I am a girl.”
Answer:
- He says that she lives in Bhilai.
- The teacher told that the earth is round.
- He said that he was poor.
- The teacher asked the boy to shut the door.
- He said that he was learning English.
- He said that the earth is a planet.
- I asked him to run away.
- He asked me where the bus-stand was.
- He said that he was dancing.
- She says that she is a girl.
Tense (टैंस)
काल
परिभाषा :
The tense of a verb shows the time of an event or action अर्थात् verb के tense से किसी घटना या कार्य के समय का ज्ञान होता है।
Tense तीन प्रकार के होते हैं-
- Present
- Past
- Future.
(1) Present Tense (वर्तमान काल) :
इस Tense में यह पता चलता है कि कार्य का सम्बन्ध वर्तमान से है। जैसे-
i. I read a book.
मैं एक किताब पढ़ता हूँ।
ii. He is going to school.
वह स्कूल जा रहा है। आदि।
(2) Past Tense (भूतकाल) :
इस काल में verb द्वारा बीते हुए समय का बोध होता है। जैसे-
i. He was absent yesterday.
वह कल अनुपस्थित था।
ii. I was writing a letter.
मैं एक पत्र लिख रहा था।
(3) Future Tense (भविष्य काल) :
इस काल में verb द्वारा आने वाले समय का बोध होता है। जैसे-
i. I shall write a letter.
मैं एक पत्र लिखूगा।
ii. Mohan will go to Delhi tomorrow.
मोहन कल दिल्ली जाएगा। आदि।
प्रत्येक Tense निम्नलिखित चार प्रकार के होते हैं-
- Indefinite
- Continuous
- Perfect
- Perfect Continuous.
Present Tense
(प्रजैन्ट टैंस)
वर्तमान काल
1. Present Indefinite Tense :
इस Tense में सदा सत्य बातें, आदतें अथवा बारम्बार होने वाले कार्यों का वर्णन किया जाता है। जैसे-
i. The sun rises in the east.
सूर्य पूर्व में उदय होता है।
ii. Arun Kumar teaches us English.
अरुण कुमार हमें अंग्रेजी पढ़ाते हैं।
पहचान :
हिन्दी में वाक्यों के अन्त में ता, ती, ते, तथा हैं, हूँ, हो, होता है।
2. Present Continuous Tense :
इस Tense का प्रयोग ऐसे कार्य के लिए होता है जो वर्तमान में भी हो रहा है: जैसे-
i. I am writing a letter.
मैं एक पत्र लिख रहा हैं।
ii. They are playing cricket.
वे क्रिकेट खेल रहे हैं।
पहचान :
इसकी पहचान हिन्दी वाक्यों के अन्त में रहा है, रही है, रहे हैं, रहा हूँ होता है।
3. Present Perfect Tense :
इस Tense का प्रयोग ऐसे कार्य के लिए होता है जो वर्तमान में पूरा हो चुका है; जैसे-
i. I have done my work.
मैंने अपना काम कर लिया है।
ii. He has written a letter.
वह एक पत्र लिख चुका है।
इसमें I, You तथा बहुवचन के साथ have तथा एकवचन के साथ has का प्रयोग होता है। इसमें सदैव verb की III from का प्रयोग होता है।
पहचान :
हिन्दी वाक्यों के अन्त में किया है, दिया है, चुका है, चुके हैं, चुका हूँ आदि है।
4. Present Perfect Continuous Tense :
इस Tense में कार्य पहले से हो रहा है और वह कार्य वर्तमान में जारी है। जैसे-
i. I have been writing a letter for an hour.
मैं एक घण्टे से पत्र लिख रहा हूँ।
ii. He has been playing since morning.
वह सुबह से खेल रहा है।
इसमें subject के अनुसार has been या have been तथा मुख्य क्रिया में ing लगाते हैं। समय के लिए for अथवा since का प्रयोग करते हैं।
पहचान :
इस प्रकार के वाक्यों के अन्त में रहा है, रही हूँ, रहे हैं तथा कार्य शुरू होने का समय दिया जाता है।
Past Tense
(पास्ट टैंस)
भूतकाल
1. Past Indefinite Tense :
इस काल के वाक्यों में भूतकाल में अर्थात बीते हुए समय में कार्य होता है। जैसे-
i. He went.
वह गया।
ii. I bought a pen.
मैंने एक कलम खरीदा।
इस प्रकार के वाक्यों में verb की II form का प्रयोग होता है।
पहचान :
हिन्दी वाक्यों के अन्त में गया, आया, दिया, लिया आदि शब्दों का प्रयोग होता है।
2. Past Continuous Tense :
इस Tense का प्रयोग ऐसे कार्य के लिए किया जाता है जो भूतकाल में कुछ समय तक जारी रहा हो। जैसे-
i. I was reading a book.
मैं एक किताब पढ़ रहा था।
ii. They were playing cricket.
वे क्रिकेट खेल रहे थे।
पहचान :
हिन्दी में रहा था, रहे थे, रही थी आदि का प्रयोग होता है। एकवचन की संज्ञा में was तथा बहुवचन की संज्ञा के साथ were का प्रयोग होता है।
3. Past Perfect Tense :
इस Tense का प्रयोग ऐसे कार्य के लिए किया जाता है जो भूतकाल (बीते समय) में पूरा हो चुका हो। जैसे-
i. He had done his work.
उसने अपना काम कर लिया था।
ii. They had posted their letter.
उन्होंने अपने पत्र डाकखाने में डाल दिए थे।
इस काल में had के साथ क्रिया की III form का प्रयोग किया जाता है।
पहचान :
हिन्दी में वाक्य के अन्त में लिया था, चुका था, चुकी थी, चुके थे आदि का प्रयोग होता है।
4. Past Perfect Continuous :
इस काल के वाक्यों में कार्य भूतकाल से प्रारम्भ होकर कुछ समय तक जारी रहता है। वाक्य प्रारम्भ होने के समय के साथ ‘से’ का प्रयोग अवश्य होता है। इसके लिए since अथवा for का प्रयोग होता है। जैसे-
i. Ram had been reading Hindi since Monday.
राम सोमवार से हिन्दी पढ़ रहा था।
ii. Manoj had been playing cricket for two hours.
मनोज दो घण्टे से क्रिकेट खेल रहा था।
इन वाक्यों में had been के साथ मुख्य क्रिया में ing लगाते हैं तथा समय के लिए since अथवा for का प्रयोग करते हैं।
पहचान :
हिन्दी में वाक्यों के अन्त में रहा था, रहे थे, रही थी आदि शब्द प्रयोग होते हैं।
Future Tense
(फ्यूचर टैंस)
भविष्य काल
1. Future Indefinite Tense :
इस काल में ऐसे वाक्य – होते हैं जो कार्य आने वाले समय में होने का भाव प्रकट करते हों। जैसे-
i. He will go to school.
वह स्कूल जाएगा।
ii. I shall read a book.
मैं एक किताब पढूँगा।
इन वाक्यों में First Person कर्ता के साथ shall तथा III Person के साथ will का प्रयोग करते हैं तथा क्रिया की I form का प्रयोग करते हैं।
पहचान :
हिन्दी में वाक्य के अन्त में गा, गी, गे लगा होता है।
2. Future Continuous Tense :
इस Tense का प्रयोग ऐसे कार्यों के लिए होता है जो आने वाले समय में (भविष्य में) जारी रहने का भाव प्रकट करते हों, जैसे-
i. He will be going tomorrow morning.
वह प्रातः काल जा रहा होगा।
ii. They well be going Delhi.
वे दिल्ली जा रहे होंगे।
इस प्रकार के वाक्यों में will be, shall be के साथ क्रिया की I form में ing लगाते हैं।
पहचान :
इस काल के वाक्यों के अन्त में रहा होगा, रही होगी, रहे होंगे आदि शब्द आते हैं।
3. Future Perfect Tense :
इस Tense में भविष्य – काल में कार्य पूरा होने के भाव प्रकट होते हैं; जैसे-
i. I shall have done my work.
मैंने अपना कार्य कर लिया होगा।
ii. He will have reached Delhi by now.
इस समय तक वह दिल्ली पहुँच गया होगा।
इन वाक्यों में कर्ता के बाद will have, shall have तथा verb की III form का प्रयोग करते हैं।
पहचान :
हिन्दी में वाक्यों के अन्त में चुका होगा, चुके होंगे, आदि शब्द आते हैं।
4. Future Perfect Continuous Tense :
इस Tense में ऐसे वाक्य आते हैं जो भविष्य काल में कार्य जारी रहने का भाव प्रकट करते हैं तथा कार्य प्रारम्भ होने का समय भी दिया होता है। कार्य प्रारम्भ होने के समय के लिए ‘से’ का प्रयोग होता है। जैसे-
i. He will have been playing for an hour.
वह एक घण्टे से खेल रहा होगा।
ii. Sita will have been doing her work since Monday.
सीता सोमवार से अपना कार्य कर रही होगी।
इन वाक्यों में कर्ता के बाद will have been तथा मुख्य क्रिया में ing लगाते हैं। प्रारम्भ के समय के लिए ‘से’ since या for का प्रयोग करते हैं।
पहचान :
हिन्दी वाक्यों में रहा होगा, रही होगी, रहे होंगी आदि शब्दों के साथ कार्य शुरू होने का समय भी दिया होता है।
Three Forms of Verbs
(थी फॉर्स ऑफ वब)
क्रियाओं के तीन रूप
Group I – ऐसी क्रियाएँ जिनके तीनों रूप अलग-अलग है।-
Group II – वे क्रियाएँ जिनका II form (दूसरा रूप) तथा III form (तीसरा रूप) d, ed या t लगा कर बनता है-
Group III – वे क्रियाएँ जिनके रूप तीनों forms में एक से होते हैं-
Opposite Gender
(औपजिट अँडर)
विपरीत लिंग
Animals and their Young ones
(ऐनमल एण्ड देअर यंग वन्स)
पशु और उनके बच्चे
Opposite Words
(औपजिट वड)
विरुद्धार्थी (विलोम) शब्द
Noun-Number
(नाउन-नम्बर)
संज्ञा-वचन
संज्ञा के दो वचन होते हैं
1. Singular number
एकवचन (एक के लिए)
2. Plural number
बहुवचन (एक से अधिक के लिए)
(1) कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनका एकवचन और बहुवचन एक-सा होता हैं जैसे-
(2) कुछ शब्दों के अन्त में s या es लगाकर बहुवचन बनाते हैं। जैसे-
(3) कुछ शब्दों के अन्त में y हटाकर ies लगाकर बहुवचन बनाते हैं जैसे-
(4) कुछ शब्दों के अन्त में f या fe हो तो उसे हटाकर ves लगाकर बहुवचन बनाते हैं। जैसे-
(5) कुछ अन्य शब्द जिनके बहुवचन बनाने के विशेष नियम नहीं है। जैसे-
Punctuation
(पंक्चुएशन)
विराम चिह्न
Punctuation का अर्थ होता है किसी वाक्य में full stop, comma आदि विराम चिह्व का प्रयोग करना। इनके प्रयोग इस प्रकार हैं-
1. Full Stop (.) :
हिन्दी के पूर्ण विराम (।) के स्थान पर अंग्रेजी में full stop (.) का प्रयोग होता है। इसका प्रयोग होता है
(i) Affirmative, Negative और Imperative वाक्यों के अन्त में। जैसे-
She is playing.
Please, come here.
She is not coming.
(ii) Abbreviations (संक्षिप्त शब्दों) तथा नामों के प्रारम्भिक में। जैसे-
M.A., A.P.J. Abdul Kalam.
2. Comma (,) :
Comma (अर्द्धविराम) का प्रयोग – निम्न दशाओं में होता है-
(i) एक ही Part of Speech के कई शब्दों को एक-दूसरे से पृथक् करने के लिए; जैसे-
He can read, write and sing well:
(ii) And से जोड़े गये एक से अधिक शब्द समूहों को पृथक् करने के लिए; जैसे-
The minister addressed all, men and women, old and young.
(iii) Yes और No के बाद; जैसे-
Yes, I will do it.
No, I can’t do this.
(iv) Reported speech से शेष वाक्य को पृथक करने के लिए; जैसे-
(v) Noun या Phrase in apposition को पृथक् करने के लिए; जैसे-
Milton, the great poet, was blind.
(vi) दिन, दिनांक या वर्ष को पृथक् करने के लिए; जैसेMonday, 6th June, 2005.
3. Question Mark (?) :
प्रश्न चिह्न (?) प्रश्नवाचक वाक्य के अन्त में लगाया जाता है, जैसे-
What is the time?’
4. Exclamation Mark (!) :
इस चिह्न का प्रयोग-
(i) Interjection के बाद में होता है; जैसे-
Oh! Alas!
(ii) इस चिह्न का प्रयोग उन वाक्यों के अन्त में भी होता है जो गहन संवेग को व्यक्त करते हैं; जैसे
What a beautiful picture!
5. Inverted Commas (“…..”) :
Direct Speech में किसी के कहे गये यथार्थ शब्दों को शेष वाक्य से पृथक् करने के लिए Inverted Commas आदि और अन्त में लगाये जाते हैं; जैसे-
He said, “I shall win.”
6. Apostrophe (‘) :
इसका प्रयोग होता है-
(i) अक्षरों के लोप को प्रकट करने के लिए
Don’t, Won’t, Can’t.
(ii) Possessive case बनाने के लिए
Sita’s pen.
(iii) अक्षरों तथा संख्याओं का बहुवचन बनाने के लिए-
Add three 4’s and two 3’s.
Capital Letters :
Capital letters का प्रयोग होता है-
(i) वाक्य के प्रथम शब्द का प्रथम अक्षर लिखने के लिए।
He is my son.
(ii) Proper Nouns और उससे बने हुए Adjectives के प्रथम अक्षर को लिखने के लिए।
Asha, Delhi, Indian.
(iii) Pronoun I को लिखने के लिए
I am a teacher.
(iv) God, Almighty, Lord शब्दों के लिए प्रयुक्त Pronouns के प्रथम अक्षर लिखने के लिए।