MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 18 शुंग, सातवाहन एवं कुषाणकाल
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 18 शुंग, सातवाहन एवं कुषाणकाल
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 18 शुंग, सातवाहन एवं कुषाणकाल
MP Board Class 6th Social Science Chapter 18 अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) शुंग वंश की स्थापना किसने की थी ?
उत्तर:
शुंग वंश की स्थापना पुष्यमित्र शुंग ने की थी।
(ब) सातवाहन राज्य का संस्थापक कौन था ?
उत्तर:
इस राज्य का संस्थापक सिमुक था।
(स) कनिष्क के शासनकाल में चौथी बौद्ध सभा (संगीति) कहाँ हुई ?
उत्तर:
कुण्डलवन, कश्मीर में चौथी बौद्ध महासभा हुई।
(द) नागवंश का उदय कहाँ हुआ ?
उत्तर:
दूसरी शताब्दी ई. के अन्तिम चरण में विदिशा, पवाया (पद्मावती नगर), कुतवाद (कुंतलपुरी) तथा मथुरा क्षेत्र में एक नये राजवंश का उदय हुआ जो नागवंश के नाम से प्रसिद्ध था।
(य) उत्तर भारत के प्रमुख राजवंश कौन-से थे ?
उत्तर:
उत्तर भारत के प्रमुख राजवंश-शुंग, कण्व, शक, नाग, कुषाण और हिन्द यूनानी वंश।
(र) दक्षिण-भारत के राजवंश कौन-कौन से थे ?
उत्तर:
सातवाहन, चोल, चेर और पाण्ड्य दक्षिण भारत के प्रमुख राजवंश थे।
(ल) संगम साहित्य में किसका वर्णन मिलता है ?
उत्तर:
संगम साहित्य में दक्षिण भारतीय कबीलों के सरदारों और साधारण लोगों के जीवन का वर्णन मिलता है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) भारत के इतिहास में 200 ई. पूर्व से 300 ई. तक का काल कैसा माना जाता है ?
उत्तर:
यह समय भारत के इतिहास में अत्यधिक उथल-पुथल का समय माना जाता है।
(ब) 200 ई. पूर्व से 300 ई. तक की कला के बारे में लिखिए।
उत्तर:
इस काल में कला के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई थी। भोपाल के पास साँची स्थित है। यहाँ स्तूप की वेदिका (रैलिंग) और तोरणद्वार इसी काल में बनाये गये थे, जो अत्यन्त सुन्दर हैं। इसी काल में अमरावती स्तूप बनाया गया, साथ ही तक्षशिला (वर्तमान पाकिस्तान में) और सारनाथ (वाराणसी के निकट) में बौद्ध भिक्षुओं के रहने के लिए विहार बनाये गये। इसी तरह पुणे (महाराष्ट्र) के पास स्थित कार्ले बेदसा एवं भाजा के गुफा विहार इसी काल में बनाए गए थे। इसी अवधि में भारत में विदेशी मूर्तिकला का प्रवेश हुआ।
परिणामस्वरूप यहाँ रोमन देवी देवताओं की मूर्तियाँ भी बनने लगी। इस क्षेत्र में गांधार प्रदेश के भारतीय कलाकारों ने विशेष रुचि लेकर बुद्ध के जीवन से सम्बन्धित अनेक दृश्य पटल यूनानी शैली में बनाए। यह कला शैली ‘गांधार कला’ के नाम से लोकप्रिय हुई और पंजाब से कश्मीर तक फैल गई। गांधार के कलाकारों के अतिरिक्त मथुरा के कलाकारों ने बुद्ध की अनेक मूर्तियाँ बनाई, किन्तु उन्होंने यूनानी की नकल नहीं की इसलिए उनकी शिल्पकला को मथुरा शैली के नाम से सम्बोधित किया गया।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(अ) शकवंश का सबसे प्रसिद्ध राजा ………….. था।
(ब) मौर्य वंश का अन्तिम शासक ………….. था।
(स) कनिष्क ने ……………. में बौद्ध महासभा करवाई थी।
(द) सातवाहन वंश का संस्थापक ………… था।
उत्तर:
- रुद्रदमन
- बृहद्रथ
- कुण्डलवन
- सिमुक
प्रश्न 4.
जोड़ी बनाइए –

उत्तर:
(अ) 4. सातवाहन
(ब) 1. शक
(स) 2. शुंग
(द) 3. कुषाण
