MP Board Class 6th Social Science Model Question Paper
MP Board Class 6th Social Science Model Question Paper
MP Board Class 6th Social Science Model Question Paper आदर्श प्रश्न-पत्र
नोट-सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है।
प्रश्न 1.
निम्न में से सही विकल्प चुनिए –
(अ) शिलालेख कहा जाता है –
(i) पत्थरों पर लिखे लेख
(ii) किताबों में लिखे लेख
(iii) भोजपत्र पर लिखे लेख
(iv) ताँबे के पत्रों पर लिखे लेख।
उत्तर:
(i) पत्थरों पर लिखे लेख
(ब) हमारे देश में कुल कितने राज्य हैं ?
(i) 27
(ii) 28
(iii) 29
(iv) 25
उत्तर:
(iii) 29
(स) भारत में कोयला उत्पादक क्षेत्र है –
(i) उत्तर प्रदेश
(ii) पश्चिम बंगाल
(iii) दिल्ली
(iv) जम्मू कश्मीर।
उत्तर:
(ii) पश्चिम बंगाल
(द) नगरीय व ग्रामीण स्वशासी संस्थाओं का कार्यकाल होता है –
(i) 3 वर्ष
(ii) 5 वर्ष
(iii) 2 वर्ष
(iv) 1 वर्ष।
उत्तर:
(ii) 5 वर्ष
प्रश्न 2.
सही जोड़ी बनाइए –

उत्तर:
(i) (ब) राष्ट्रगान
(ii) (अ) शुंग शासक
(iii) (द) राष्ट्रीय गीत
(iv) (स) ज्योतिषी और खगोलशास्त्री
प्रश्न 3.
उचित शब्द को चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करिए –
1. हड़प्पा सभ्यता में व पर्यावरण शुद्धि पर अधिक ध्यान दिया गया था। (गन्दगी / साफ सफाई)
2. लोकसभा, विधानसभाओं एवं स्थानीय निकायों में जनजातियों के लिए दिया गया है। (आरक्षण / मकान)
3. एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचने के लिए उपयोगी साधनों को के साधन कहते हैं। (वायुमार्ग / परिवहन)
उत्तर:
- साफ – सफाई
- आरक्षण
- परिवहन
निर्देश – निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्ति में लिखिए
प्रश्न 4.
रेशम मार्ग क्या था ?
उत्तर:
चीन और पश्चिमी एशिया के बीच का सड़क मार्ग मध्य एशिया से होकर जाता था। इसे प्राचीन रेशम मार्ग (सिल्क रूट) कहते हैं। इस काल में रेशम व्यापार की एक प्रमुख वस्तु थी। इस रास्ते से भारत के व्यापारी अरब, ईरान देशों से रेशम आदि का व्यापार करते थे।
प्रश्न 5.
अपने किन्हीं तीन पड़ोसी जिलों के नाम लिखिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 6.
भारत में बोई जाने वाली खरीफ तथा रबी की फसलों के नाम लिखिए।
उत्तर:
खरीफ-चावल, ज्वार। रबी-गेहूँ, चना। जायद-सब्जियाँ, ककड़ी, खरबूजा, तरबूज।
निर्देश-निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 30 शब्दों में लिखिए
प्रश्न 7.
पृथ्वी को जीवित ग्रह क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी सौरमण्डल का एक महत्त्वपूर्ण सदस्य है। सौर मण्डल ही नहीं बल्कि पूरे ब्रह्माण्ड में केवल पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन पाया जाता है। इसलिए इसे अनोखा और जीवित ग्रह कहते हैं।
निम्नलिखित कारणों से भी यह अनोखा व जीवित ग्रह है –
- पृथ्वी पर जल ठोस, तरल और गैसीय अवस्था में मिलता है। यहाँ जल की उपलब्धता से जीवन का विकास हुआ है।
- पृथ्वी पर जीवनदायिनी गैस ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है जो किसी भी प्रकार के जीवन के लिए आवश्यक है।
- पृथ्वी पर वायुमण्डल, जलमण्डल और स्थलमण्डल का विस्तार है, तीनों का आपस में उचित सन्तुलन बना हुआ है। इसके अलावा
- पृथ्वी पर 12-12 घण्टे वाले दिन रात की आदर्श अवधि भी यहाँ जीवन के विकास में सहायक है।
प्रश्न 8.
सौरमण्डल का चित्र बनाकर, उसे नामांकित कीजिए।
उत्तर:
(अ) सौरमण्डल किसे कहते हैं ? सौरमण्डल के ग्रहों को चित्र सहित नामांकित कीजिए।
उत्तर:
सूर्य, सभी ग्रहों और उपग्रहों से मिलकर सौरमण्डल बना होता है। इसी ‘सौरमण्डल’ को सौर परिवार भी कहते हैं।
सौरमण्डल के ग्रहों का चित्र सहित वर्णन –
(1) सूर्य-सूर्य का अपना ही प्रकाश और गर्मी होती है। यह एक तारा है। सभी ग्रह सूर्य की ही आकर्षण शक्ति से एक-दूसरे से बँधे रहते हैं और सूर्य की परिक्रमा करते हैं। सभी ग्रहों तथा उपग्रहों को ऊष्मा व प्रकाश सूर्य से ही मिलता है।
(2) ग्रह – ग्रह संख्या में आठ होते हैं, जो निम्नलिखित हैं –
- बुध – बुध सूर्य के सबसे अधिक पास का ग्रह है। इसका कोई उपग्रह नहीं है। सूर्य की परिक्रमा करने में इसे 88 दिन का समय लगता है।
- शुक्र – इसका कोई उपग्रह नहीं होता तथा आकार में पृथ्वी के बराबर होता है। यह 225 दिन में सूर्य की परिक्रमा करता है।
- पृथ्वी – इसका उपग्रह चन्द्रमा होता है। सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में इसे 365 7 दिन का समय लगता है। इस ग्रह पर जीवन पाए जाने के कारण इसे जीवित ग्रह भी कहते हैं।
- मंगल – इसके दो उपग्रह हैं। यह 687 दिन में सूर्य की परिक्रमा पूरी कर लेता है।
- बृहस्पति – यह सभी ग्रहों में बड़ा है। इसके 12 उपग्रह हैं। सूर्य की परिक्रमा यह 11 वर्ष 9 महीने में पूरी करता है।
- शनि – इसके 20 उपग्रह हैं। सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में इसे 29 वर्ष 5 माह का समय लगता है। यह सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- अरुण (यूरेनस) – यह सूर्य की परिक्रमा 84 वर्ष में पूरी करता है।
- वरुण (नेपच्यून) – इसके 8 उपग्रह हैं। यह 165 वर्ष में सूर्य की परिक्रमा करता है।

प्रश्न 9.
ग्लोब / मानचित्र पर अक्षांश व देशान्तर रेखाएँ क्यों खींची जाती हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी पर किसी स्थान की ठीक-ठीक स्थिति दिखाने के लिए ग्लोब तथा मानचित्र पर अक्षांश व देशान्तर रेखाएँ खींची जाती हैं।
प्रश्न 10.
आर्यों के काल को वैदिक काल क्यों कहा जाता है ?
उत्तर:
आर्यों ने चार वेदों की रचना की थी –
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
अतः आर्यों के काल में वेद लिखे जाने के कारण ही इस काल को वैदिक काल कहते हैं।
प्रश्न 11.
गणसंघ तथा जनपद क्या थे ?
उत्तर:
गणसंघ-ऐसे राज्य जहाँ वंशागत राजा नहीं होते थे ‘गणसंघ’ कहलाते थे। गणसंघ के राजा को जनता चुनती थी। मिथिला के वज्जि, कपिलवस्तु के शाक्य प्रमुख गणसंघ थे।
प्रश्न 12.
समुदाय के विकास में स्थानीय लोगों की भागीदारी का क्या महत्त्व है ? लिखिए।
उत्तर:
समुदाय के विकास के लिए स्थानीय लोगों की भागीदारी बहुत महत्त्वपूर्ण है। यह ग्रामीण और शहरी समुदाय दोनों के लिए उपयुक्त है। ऐसा इसलिए आवश्यक है क्योंकि वे अपनी परिस्थितियों से परिचित हैं और स्थानीय जरूरतों को भली-भाँति समझते हैं। यह उनके स्वयं के हित में है कि वे एक साथ मिलकर अपनी समस्याओं का हल निकालें।
जैसे क्षेत्र में पेयजल या शिक्षा या अस्पताल जैसी मूल एवं मानवीय व्यवस्थाएँ नहीं हैं तो वे उसके लिए उचित तथा वैकल्पिक उपाय करें। वे अपनी समस्याओं को स्वयं सुलझा सकें तथा किसी पर आश्रित न रहें। इस प्रकार लोगों में आत्मनिर्भरता की भावना का विकास होगा।
निर्देश – निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 100 शब्दों में लिखिए –
प्रश्न 13.
सम्राट अशोक का हृदय परिवर्तन कैसे हुआ? समझाते हुए लिखिए कि अशोक ने प्रजा की भलाई के लिए कौन-कौन से कार्य किए ?
उत्तर:
सम्राट अशोक ने कलिंग राज्य पर आक्रमण कर उसे अपने राज्य में मिला लिया, परन्तु कलिंग के युद्ध में अनेक सैनिक घायल हुए और मारे गए। यह देखकर अशोक को बहुत दुःख हुआ। युद्ध में सिपाहियों के मरने के कारण जो स्त्रियाँ तथा बालक अनाथ हो गए थे, उन्हें देखकर अशोक के मन में दया का भाव उमड़ने लगा। उसने निश्चय किया कि वह अब कभी युद्ध नहीं करेगा। इस प्रकार सम्राट अशोक का हृदय परिवर्तन हुआ।
अशोक ने लोगों की भलाई के लिए निम्नलिखित कार्य किए –
- आने-जाने की सुविधा के लिए अनेक सड़कें बनवाईं।
- सड़कों के किनारे छायादार वृक्ष लगवाए तथा अनेक कुएँ खुदवाए।
- यात्रियों की सुविधा के लिए अनेक धर्मशालाएँ बनवाई।
- उसने मनुष्यों तथा पशुओं के इलाज के लिए अनेक अस्पताल खुलवाए।
अथवा
सिन्धु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता नाम से क्यों पुकारा जाता है ? इस सभ्यता की प्रमुख विशेषता क्या थी ? लिखिए।
उत्तर:
सिन्धु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से पुकारा जाता है क्योंकि सबसे पहले श्री दयाराम साहनी ने हड़प्पा में खुदाई आरम्भ कर वहाँ एक नगर के भग्नावशेष प्राप्त किये।
सिन्धु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
- सिन्धु घाटी की सभ्यता एक शहरी सभ्यता थी।
- इस सभ्यता की प्रमुख विशेषता उसकी नगर योजना प्रणाली थी।
- सिन्धु घाटी की जल निकास प्रणाली अद्वितीय थी।
- मोहनजोदड़ो में सार्वजनिक विशाल स्नानागार था जो उस सभ्यता का महत्त्वपूर्ण निर्माण माना जाता है।
- इस सभ्यता के लोग गेहूँ, जौ, सरसों, कपास व तिल आदि की फसलें उगाते थे।
- इस सभ्यता में धातुओं के गलाने, ढालने और सम्मिश्रण की कला उन्नत थी।
प्रश्न 14.
ग्राम एवं नगर स्तर पर जनसंख्या की दृष्टि से समितियाँ कौन-कौन सी हैं ? विस्तार से लिखिए।
उत्तर:
वर्तमान में जिन क्षेत्रों में जनसहयोग की विशेष आवश्यकता है उन क्षेत्रों में कार्य करने वाली समितियों का परिचय इस प्रकार है
(1) ग्राम / वार्ड शिक्षा समिति – इस समिति का कार्य ग्राम / वार्ड में बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा व्यवस्था में अपना सहयोग देना है। यह समिति विद्यालय के प्रबंधन में भी सहयोग देती है।
(2) ग्राम / वार्ड रक्षा समिति-यह समिति ग्राम या वार्ड में लोगों की सुरक्षा सम्बन्धी कार्यों में सहयोग करती है। साथ ही यह समिति अपराधों की रोकथाम में पुलिस प्रशासन का सहयोग करती है।
(3) पालक – शिक्षक संघ – वर्तमान में मध्यप्रदेश में जन शिक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय में पालक शिक्षक संघ का गठन किया गया है। यह संघ विद्यालयों में बच्चों के शत-प्रतिशत प्रवेश,उनकी विद्यालयों में नियमित उपस्थिति, बच्चों के लिये विद्यालयों में मध्याह्न भोजन व्यवस्था, बच्चों की शैक्षिक प्रगति, विद्यालयों में शिक्षकों की समुचित व्यवस्था एवं सहायता करने हेतु कार्य करता है।
अथवा
परस्पर निर्भरता की आवश्यकता क्यों पड़ती है ? दो देशों के मध्य पारस्परिक निर्भरता को उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
अपनी आवश्यकताओं एवं रुचियों की पूर्ति के लिए व्यक्ति को पारस्परिक निर्भरता की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार किसी एक देश में सभी आवश्यकता की चीजें उपलब्ध नहीं होती या कम मात्रा में होती हैं, इसलिए उन्हें दूसरे देशों से मँगाना पड़ता है। हम भारत का ही उदाहरण लें तो यहाँ पेट्रोलियम पदार्थ (पेट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल), सेना के उपयोग के लिए आधुनिक उपकरण, हथियार आदि दूसरे देशों से मँगाये जाते हैं। भारत से मसाले, चाय, सीमेण्ट, तैयार कपड़े आदि दूसरे देशों को भेजे जाते हैं।
प्रश्न 15.
भारत में मानसून की उत्पत्ति किस प्रकार होती है ? समझाकर लिखिए।
उत्तर:
भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। सूर्य जब उत्तरी गोलार्द्ध में होता है तब यहाँ ग्रीष्म ऋतु होती है तथा तापमान बढ़ने लगता है। अधिक ताप के कारण उत्तरी भारत में निम्न वायुदाब उत्पन्न होता है। इसी समय दक्षिण में स्थित हिन्द महासागर में तापमान कम होने से अधिक दाब रहता है। अधिक वायुदाब से निम्न दाब की ओर पवनें चलने लगती हैं, चूँकि ये पवनें समुद्र (हिन्द महासागर) से स्थल मार्ग (भारतीय उपमहाद्वीप) की ओर है।
अथवा
भारत की जनसंख्या की कौन-कौन सी विशेषताएँ हैं ? लिखिए।
उत्तर:
भारत में जनसंख्या की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित –
- व्यावसायिक भिन्नता
- स्त्री-पुरुष अनुपात में अन्तर
- आयु संरचना
- साक्षरता स्तर,
- ग्रामीण व नगरीय विभिन्नता,
- सांस्कृतिक भिन्नता।
ग्रामीण व नगरीय विभिन्नता-भारत गाँवों का देश है यहाँ लगभग 5 लाख गाँव हैं और कुल आबादी का तीन चौथाई भाग अर्थात् 68.8 प्रतिशत जनसंख्या गाँवों में रहती है। 31-2 प्रतिशत जनसंख्या नगरों में बसती है जहाँ के अधिकतर व्यक्ति कृषि के अतिरिक्त सेवा कार्य, उद्योग, व्यापार, परिवहन आदि से जीविका चलाते हैं।
प्रश्न 16.
ग्लोब किसे कहते हैं व इसकी उपयोगिता लिखिए।
उत्तर:
पृथ्वी का प्रतिरूप या नमूना दिखाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले गोले को ग्लोब कहा जाता है।
- पृथ्वी का आकार तथा महाद्वीपों व महासागरों के आकार व विस्तार का ज्ञान प्राप्त होता है।
- दिन व रात होने की जानकारी प्राप्त होती है।
- पृथ्वी की गतियों का ज्ञान होता है।
- अक्षांश एवं देशांश रेखाओं की स्थिति का ज्ञान होता है।
- जल और थल के वितरण की जानकारी भी मिलती है।
अथवा
भारत के मानचित्र में निम्नलिखित को दर्शाइए –
(i) दिल्ली-चेन्नई वायुमार्ग।
(ii) मुम्बई शहर।
(iii) चावल उत्पादक क्षेत्र।
(iv) हिमालय पर्वत।
(v) गंगा नदी।
उत्तर:
निम्न चित्र देखें –

