MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 10 बने और बिखरे
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MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 10 प्रश्न-अभ्यास
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
(क) सही जोड़ी बनाइए
1. सुख = (क) प्यास
2. रेशमी = (ख) संन्यासी
3. भूखा = (ग) सुविधा
4. बैरागी = (घ) पगड़ी
उत्तर
1. (ग), 2. (घ), 3. (क), 4. (ख)
प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों से उपयुक्त शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. शिष्य सामान समेटकर ……………… बांध रहा है। (पोटली बिस्तर)
2. यह व्यक्ति तो बड़ा ……………. निकला। (सभ्य/असभ्य)
3. हम ……………. से ही पैदल चल रहे हैं। (सुबह/शाम)
4. तुम्हें इतना …………… नहीं होना चाहिए। (अधीर/विकल)
5. महिला …………. पर घड़ा रखे आ रही है। (सिर/कंधे)
6. शिष्य, गाँव चलकर थोड़ा ……………… कर लें। (भोजन/विश्राम)
उत्तर
1. पोटली
2. असभ्य
3. सुबह
4. अधीर
5. सिर
6. विश्राम।
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 10 अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए
(क)
शिष्य किसे रोकने के लिए खड़ा रहा?
उत्तर
शिष्य प्यास से व्याकुल था, इसलिए वह किसी गाँववासी से पानी प्राप्त करने के लिए खड़ा रहा।
(ख)
शिष्य गुरु से बैठने के लिए क्यों कहता है?
उत्तर
शिष्य थककर चूर हो गया, वह आराम करने के लिए गुरु से बैठने के लिए कहता है।
(ग)
मार्ग में मिलने वाले व्यक्ति की वेश-भूषा कैसी थी?
उत्तर
मार्ग में मिलने वाला व्यक्ति रेशमी पगड़ी, मोतियों की माला, कीमती जूतियाँ और सुंदर रेशमी वस्त्र पहने था।
(घ)
संतों को किसकी उपेक्षा नहीं करना चाहिए?
उत्तर
संतों को असभ्यो और कुसंस्कृतियों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
(ङ)
गुरु और शिष्य किस बात की शिक्षा देने निकले थे?
उत्तर
गुरु और शिष्य लोगों को सन्मार्ग की शिक्षा देने निकल थे।
MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 10 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्यों में लिखिए
(क)
साधना के मार्ग में आने वाली मुश्किलों को कैसे जीता जा सकता है?
उत्तर
गुरु कहते हैं हम, लोगों को सन्मार्ग की शिक्षा देने निकले हैं आराम करने के लिए नहीं साधना के मार्ग में ऐसी कठिनाइयाँ आती ही हैं। धैर्य और संयम से इनको जीतना होगा। संतों को सुख-सुविधाओं की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
(ख)
गुरुजी ने सभ्य व असभ्य गाँववासियों के लिए ईश्वर से क्या प्रार्थना की?
उत्तर-गुरु ने असभ्य गाँववासियों के लिए ईश्वर से माँगा कि इन लोगों पर कृपा करना। ये सदा इसी गाँव में बने रहे। जबकि सभ्य गाँव के लिए कहा-इस गाँव के लोग अत्यंत सभ्य और सुशील गाँव के लिए कहा-इस गाँव के लोग अत्यंत सभ्य औरा सुशील हैं। इन्हें सारे संसार में बिखरा दे।
(ग)
शिष्य के जल पिलाने की बात पर महिला ने क्या कहा?
उत्तर
शिष्य के जल पिलाने की बात पर महिला ने कहा-घड़ा मेरा, कुएँ से जल मैंने भरा, तुम्हें क्यों दे दूं? जाओ, खुद निकालो और पियो आलसी कहीं के…।
(घ)
एकांकी में आए पात्रों में से जिस पात्र से आप अधिक प्रभावित हुए हैं, उसके बारे में तीन वाक्य लिखिए।
उत्तर
एकांकी में सबसे प्रभावी व्यक्तित्व गुरु जी हैं-उनकी तीन विशेषताएँ हैं :
- वे कठिन स्थिति में भी मुस्कराते रहते थे।
- उन्होंने सभ्य-असभ्य सभी प्रकार के लोगों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते थे।
- वे सर्वदा सन्मार्ग पर चलते रहते हैं।
(ङ)
“हे, ईश्वर हमारी गलतियों को क्षमा करें” किसने, किससे, क्यों कहा?
उत्तर
‘हे ईश्वर, हमारी गलतियों को क्षमा करें…’ ये शब्द गुरु जी ने ईश्वर के समक्ष कहे और इसलिए | कहे ताकि उनके हृदय में करुणा, संतोष, प्रेम, सहिष्णुता
और विनय का वास हो।
भाषा की बात
प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए
हृदय, वस्त्र, संस्कृति, स्पर्श, विश्राम, भ्रष्ट
उत्तर
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों में शुद्ध वर्तनी पर गोला लगाइए
उत्तर

प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों के वचन परिवर्तन कीजिए
गलती, संन्यासी, शिष्य, यात्रियों, व्यक्ति, पुत्र, गाड़ियाँ, टुकड़ा
उत्तर
शब्द – वचन परिवर्तन
गलती = गलतियाँ
संन्यासी = संन्यासियों
शिष्य = शिष्यों
यात्रियों = यात्री
व्यक्ति = व्यक्तियों
पुत्र = पुत्रों
गाड़ियाँ = गाड़ी
टुकड़ा = टुकड़े
प्रश्न 7.
उपर्युक्त उदाहरण के अनुसार ‘आ’ उपसर्ग का प्रयोग करते हुए पाँच नए शब्द बनाइए।
उत्तर
“आ’ उपसर्ग का प्रयोग करके पाँच नए शब्द :
- आवृत्ति = आ-वृत्ति
- आसक्त = आ+सक्त
- आरोही = आ+रोही
- आखेट = आ+खेट
- आसमान = आ+समान
प्रश्न 8.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए
सभ्य, शांत, न्याय, अनुकूल, बल।
उत्तर
- शब्द – विलोम
- सभ्य = असभ्य
- शांत = अशांत
- न्याय = अन्याय
- अनुकूल = प्रतिकूल
- बल = निर्बल
बने और बिखरे पाठ का परिचय
प्रस्तुत एकांकी में लेखक ने अलग उदाहरणों से लोगों की प्रवृत्ति को उजागर किया है। गुरु और शिष्य अपने पथ पर चले जा रहे हैं। शिष्य का प्यास से बुरा हाल है। उन्हें एक व्यक्ति मिलता है। शिष्य उसे पूछता है कि कहीं कुँआ या सरोवर मिलेगा। व्यक्ति घूरकर चला जाता है। आगे उन्हें एक औरत मिलती है। जिसके सिर पर पानी का घड़ा है। शिष्य बड़े आग्रह से पानी के लिए कहता है। वह औरत भी उन्हें कामचोर कहकर चली जाती है। आगे एक संपन्न व्यक्ति मिलता है, वह भी गुरु और शिष्य को अनदेखा करके चला जाता है। वे दोनों अपने पथ पर बढ़ते रहते हैं। गुरु अपनी प्रार्थना में कहता है कि इस गाँव के लोग सदा बने रहें। शिष्य हैरान होता है। आगे जाकर वे अन्य गाँव में पहुँचते है, जहाँ उनका बड़ा मान किया जाता है तथा उनकी वंदना की जाती है। गुरु अपनी प्रार्थना में कहते हैं कि पहले गाँव के बरे लोगों के लिए आपने दिया जबकि इस भले गाँव के लिए बिखरने का। गुरु कहते हैं बरे लोगों का नहीं फैलना ही समाज के लिए उचित है।
