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MP Board Class 12th General Hindi Important Questions Chapter 1 सूर के बालकृष्ण

MP Board Class 12th General Hindi Important Questions Chapter 1 सूर के बालकृष्ण

MP Board Class 12th General Hindi Important Questions Chapter 1 सूर के बालकृष्ण

ससंदर्भ व्याख्या कीजिए – सूरदास

1. “संदेसौ देवकी सौं कहियौ। (म. प्र.2011)
हौं तो धाइ तिहारे सुत की, मया करत ही रहियौ॥
‘जदपि टेव तुम जानति उनकी, तऊ मोहिं कहि आवै।
प्रात होत मेरे लाड़ लडैतें, माखन रोटी भावै। तेल उबटनौ अरु तातौ जल, ताहि देखि भजि जाते।
जोइ-जोइ माँगत सोइ-सोइ देती, क्रम-क्रम करि कै न्हाते॥
सूर पथिक सुनि मोहि रैन-दिन, बढ्यौ रहत उर सोच।
मेरौ अलक लडैतो मोहन, है हैं करत संकोच॥” (महत्वपूर्ण)

शब्दार्थ:
धाइ = दासी, सेविका, सुत = पुत्र, मया = ममता, टेव = आदत, लडैतें = लाड़ले, तातौ = गर्म, न्हाते = स्नान, पथिक = राहगीर, सोच = चिंता।

संदर्भ:
प्रस्तुत पद्यांश ‘सूर के बालकृष्ण’ पाठ से उद्धृत किया गया है जिसके रचयिता सूरदास हैं।

प्रसंग:
श्री कृष्ण के मथुरा चले जाने की स्थिति में माता यशोदा कृष्ण की सुख-सुविधाओं को लेकर चिंतित हो रही हैं। वे राहगीर के माध्यम से कृष्ण की वास्तविक माता देवकी को संदेश भेज रही हैं।

व्याख्या:
माता यशोदा कहती हैं कि मेरा संदेश देवकी से कह देना। यद्यपि मैं कृष्ण की धाय या सेविका हूँ और तुम उसकी वास्तविक माँ हो फिर भी मन नहीं मानता इसलिए कह रही हूँ कि कृष्ण के प्रति ममत्व का भाव रखना। कृष्ण की आदतों से तुम परिचित हो फिर भी कह रही हूँ कि मेरे लाडले कृष्ण को प्रातः काल मक्खन-रोटी अच्छी लगती है।

तेल, उबटन और गर्म जल देखते ही वह दूर भाग जाता है। जब मैं उसे बहला फुसलाकर वस्तुएँ देती हूँ, तब जाकर वह स्नान करता है। हे राहगीर। मुझे तो रात-दिन इस बात की चिंता हो रही है कि लाड़ला कृष्ण कहीं मथुरा जाकर संकोचवश अपने मन की बात कह नहीं पा रहा होगा। ऐसी स्थिति में उसके स्वभाव एवं आदतों के अनुसार खान-पान का प्रबन्ध कौन करेगा?

विशेष:
(1) अनुप्रास, पुनुरुक्ति अलंकार है।
(2) ब्रजभाषा का प्रवाह है। पद में लयात्मकता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
बालक कृष्ण वृन्दावन जाने को लालायित क्यों हैं?
उत्तर:
बालक कृष्ण वृन्दावन में अनेक प्रकार के फलों को अपने हाथ से तोड़कर खाने के लिए लालायित हैं।

प्रश्न 2.
गोचारण हेतु जाने के लिए कृष्ण क्या तर्क देते हैं? (म. प्र. 2016)
उत्तर:
कृष्ण माता यशोदा से सौगंध के साथ कहते हैं कि मुझे न तो गर्मी लगती है और न भूख-प्यास सतांती है। मैं तो गोचारण के लिए जरूर जाऊँगा।

प्रश्न 3.
यशोदा अपने आपको कृष्ण की धाय क्यों कहती हैं? (म. प्र. 2009, 13)
उत्तर:
माता यशोदा ने सिर्फ कृष्ण का लालन-पालन किया था। कृष्ण की वास्तविक माता तो देवकी थीं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
यशोदा ने कृष्ण को वन की क्या-क्या कठिनाइयाँ बताईं? (म. प्र. 2009, 13)
उत्तर:
यशोदा ने कृष्ण की गोचारण की जिद को टालना चाहा। उन्होंने कृष्ण से कहा कि तुम्हारे पैर छोटे-छोटे हैं, तुम गायों के पीछे-पीछे कैसे चलोगे?
सुबस से लेकर शाम तक तुम्हें पैदल चलना पड़ेगा। कमल जैसा मुख मुरझा जाएगा। वन की तेज धूप का सामना भी तुम नहीं कर पाओगे।

प्रश्न 2.
बाल कृष्ण को देखकर माता यशोदा के हृदय में कौन-कौन सी अभिलाषाएँ जगती हैं? (म. प्र. 2015)
उत्तर:
बाल कृष्ण को देखकर माता यशोदा के मन में यह अभिलाषा जगती है कि कृष्ण घुटनों के बल चलें। दूध के दाँत शीघ्र निकलें। तोतली बोली में बोलना प्रारम्भ करें।
नन्दबाबा और यशोदा मैय्या का उच्चारण करें। आँचल पकड़कर झगड़ा करें। अपने हाथों से थोड़ा-थोड़ा खाकर मुख में भरे। सभी दुःखों को दूर करने वाली मधुर हँसी बिखेरे।

प्रश्न 3.
यशोदा ने देवकी को क्या संदेश भेजा? (म. प्र. 2009, 12, 17, 18)
उत्तर:
यशोदा ने मथुरावासी देवकी को संदेश भेजा कि – मैं तो कृष्ण की दासी थी पर तुम वास्तविक माता हो, उस पर दया करते रहना। कृष्ण को मक्खन-रोटी बहुत भाता है।

गर्म पानी से वह स्नान नहीं करना चाहता। मैं तो उसकी इच्छानुसार सारी चीजें देती थी। बड़ी देर में वह नहाता था। तुम भी कृष्ण की रुचियों एवं स्वभाव का ध्यान रखना।

तुम उसकी सभी रुचियों को पूरा करके उसे स्नान के लिए मनाना तभी वह तेल, उबटन और गर्म पानी से स्नान करेगा। अर्थात् उसकी रुचियों और आदतों का ध्यान रखना।

श्रीकृष्ण संकोची स्वभाव के है अत: वह अपने मुख से कुछ नहीं कहेगा। इसलिए देवकी तुम्हें ही उसकी रुचियों और आदतों का ध्यान रखना पड़ेगा।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
सही विकल्प चुनिए –

1. कृष्ण चले गए थे – (महत्वपूर्ण)
(क) कुरुक्षेत्र
(ख) बरसाना
(ग) मथुरा
(घ) हस्तिनापुर।
उत्तर:
(ग) मथुरा।

2. स्वयं को कृष्ण की दासी किसने कहा है –
(क) यशोदा
(ख) देवकी
(ग) कुब्जा
(घ) राधा।
उत्तर:
(क) यशोदा।

3. सूरदास अनन्य भक्त हैं – (म. प्र. 2009, महत्वपूर्ण)
(क) विष्णु
(ख) राम
(ग) दुर्गा
(घ) कृष्ण।
उत्तर:
(घ) कृष्ण।

4. भगवान कृष्ण का संबंध किस स्थान से है – (म. प्र. 2011)
(क) बनारस
(ख) पंचवटी
(ग) अयोध्या
(घ) वृंदावन।
उत्तर:
(घ) वृंदावन।

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति विकल्पों के आधार पर कीजिए –

  1. सूरदास …………………… के अनन्य भक्त हैं। (कृष्ण / राम)
  2. ‘सूर के बालकृष्ण में ………….. रस का चित्रण है।’ (करुण/वात्सल्य) (म. प्र. 2010)
  3. सूरदास जी ने अपने काव्य में बालक ………….. की बाल लीलाओं का वर्णन किया है। (श्रीराम / श्रीकृष्ण) (म. प्र. 2016)
  4. महाकवि सूरदास का जन्म ………….. सन् में हुआ था। (1578 / 1478 ई.) (म. प्र.2017)
  5. सूरदास की भक्ति ………….. भाव की है। (दास्य/साख्य) (म. प्र. 2017, 18)

उत्तर:

  1. कृष्ण
  2. वात्सल्य
  3. श्रीकृष्ण
  4. 1478
  5. साख्य।

प्रश्न 3.
सत्य / असत्य कथन पहचानिए –

  1. ‘तुम्हरे कमल बदन कुम्हिलै हैं’ में रूपक अलंकार है।
  2. सूरदास का वात्सल्य वर्णन विश्व साहित्य की अमूल्य निधि है। (म. प्र. 2011)

उत्तर:

  1. सत्य
  2. सत्य।

प्रश्न 4.
एक शब्द / वाक्य में उत्तर दीजिए –

1. माता यशोदा ने किसके माध्यम से देवकी को संदेश भेजा था? (म. प्र. 2013)
उत्तर:
पथिक।

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