MP Board Class 9th Social Science Solutions Chapter 4 संस्थाओं का कामकाज
MP Board Class 9th Social Science Solutions Chapter 4 संस्थाओं का कामकाज
MP Board Class 9th Social Science Solutions Chapter 4 संस्थाओं का कामकाज
महत्वपूर्ण स्मरणीय बिन्दु
संसद एक ऐसा मंच है जहाँ पर नागरिकों के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि कानून/विधि निर्माण का कार्य करते हैं।
लोकसभा में जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से चुने हुए प्रतिनिधि होते हैं। इसका अध्यक्ष लोकसभा का सदस्य होता है जो स्पीकर कहलाता है। इसके सदस्यों की संख्या 543+2 होती है। (2 सदस्य राष्ट्रपति मनोनीत करता है)।
राज्यसभा के सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं, इसका अध्यक्ष उपराष्ट्रपति होता है। इसके सदस्यों की कुल संख्या 250 है जिन में से 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं।
राष्ट्रपति लोकसभा में बहुमत वाली पार्टी या पार्टियों के गठबंधन के नेता को ही प्रधानमंत्री नियुक्त करता है।
राष्ट्रपति भारतीय सेनाओं का मुख्य कमांडर होता है।
प्रधानमंत्री की सिफारिशों पर राष्ट्रपति मंत्रियों को नियुक्त करता है।
मंत्रिपरिषद उस निकाय का सरकारी नाम है जिसमें सारे मंत्री होते हैं। इसमें आम तौर पर 60 से 80 मंत्री होते हैं।
प्रमुख मंत्रालयों के प्रभारी केबिनेट मंत्री छोटे मंत्रालयों के प्रभारी ‘स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री तथा अपने विभाग के कैबिनेट मंत्रियों से जुड़े सहायक मंत्री ‘राज्य मंत्री’ कहलाते हैं।
भारत सरकार ने 1979 में बी. पी. मंडल की अध्यक्षता में अन्य पिछड़ी जाति आयोग गठित किया, 8 सितम्बर 1993 को पूरी तरह इस आयोग की सिफारिशें लागू हुई और अन्य पिछड़ी जातियों को 27 प्रतिशत आरक्षण मिला।
भारत में निर्वाचित सदस्यों की राष्ट्रीय सभा को संसद व राज्य स्तर पर इसे विधानसभा कहते हैं।
क्रियाकलाप तथा पाठगत प्रश्न
पाठगत प्रश्न
प्रश्न 1. क्या हर सरकारी आदेश एक बड़ा राजनैतिक फैसला होता है? इस सरकारी आदेश में खास बात है।
उत्तर- नहीं, किंतु इस सरकारी आदेश के द्वारा समाज के एक बड़े वर्ग को विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं तथा सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया गया।
प्रश्न 2. अब आई बात समझ में इसीलिए वे राजनीति के मंडलीकरण की बात करते हैं। ठीक कहा न मैंने ?
उत्तर- नहीं, प्रत्येक कार्यालय परिपत्र एक बड़ा राजनैतिक निर्णय नहीं होता है। कार्यालय परिपत्र संख्या 36012 / 31 / 90 दिनांक 13.8.1990 विशेष रूप से अलग था क्योंकि इस परिपत्र की प्रतीक्षा लोगों को पिछले काफी समय से थी और इस परिपत्र के द्वारा सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों को सरकारी प्रशासनिक रिक्तियों में 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया। इसने पिछड़े वर्गों को सकारात्मक रूप से तथा अगड़े वर्गों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया।
कार्टून बूझें
सन् 1990-91 में आरक्षण पर बहस का मुद्दा इतना महत्वपूर्ण था कि विज्ञापनकर्ताओं ने अपने उत्पाद को बेचने के लिए इस विषय का उपयोग किया।
प्रश्न 3. क्या आप अमूल के इन होर्डिंग में राजनैतिक घटनाओं और बहसों की ओर कोई इशारा ढूँढ सकते हैं?
उत्तर- इस विज्ञापन में आरक्षण विरोधी उपद्रवों का हवाला है जिनमें सैकड़ों विद्यार्थियों की जानें गई और कई लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की। आरक्षण को समाप्त किया जाए जैसे विवाद प्रारंभ हो गए।

पाठगत प्रश्न
प्रश्न 5. आपके स्कूल को चलाने के लिए कौन-सी संस्थाएँ काम करती हैं? क्या यह अच्छा होता कि ज्यादा स्कूल के कामकाज के बारे में सिर्फ एक व्यक्ति सभी फैसले लेता?
उत्तर – विद्यालय प्रबंधन समिति और अध्यापक-माता-पिता संगठन (PTA) हमारे विद्यालय को ठीक से चलाने हेतु कार्य करते हैं।
नहीं, कोई एक व्यक्ति सभी विषयों में सही निर्णय नहीं ले सकता है। बड़े निर्णयों के संबंध में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों तथा अध्यापक एवं माता-पिता संगठन (PTA) के सदस्यों के बीच आपसी चर्चा अवश्य होनी चाहिए ।
पाठगत प्रश्न
प्रश्न 6. जब हमें मालूम है कि जिस पार्टी की सरकार है इसके विचार ही प्रभावी होंगे तो संसद में इतनी बहस और चर्चा करने का क्या मतलब है?
उत्तर- संसद के वाद-विवाद और चर्चा की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से है –
(i) वाद-विवाद और चर्चा के दौरान विषय से जुड़े हुए कई सकारात्मक तथा नकारात्मक बिन्दुओं को उठाया जाता है। इसके बाद ही निर्णय लिया जाता है।
(ii) इसमें लोगों को उस विषय से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है जिस पर निर्णय लिया जाना होता है और आम जनता को भी अपने विचार अथवा आपत्तियाँ शासक दल को पहुँचाने का अवसर प्राप्त होता है।
खुद करें, खुद सीखें
प्रश्न 7. संसद सत्र के दौरान दूरदर्शन पर लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाहियों पर रोजाना एक विशेष कार्यक्रम आता है। कार्यवाहियों को देखकर या अखबारों में उसके बारे में पढ़कर अग्रलिखित चीजों की सूची बनाएँ।
– संसद के दोनों सदनों के अधिकार
– अध्यक्ष की भूमिका
– विपक्ष की भूमिका
उत्तर – 1. संसद के दोनों सदनों के अधिकार – एक सदन अर्थात् लोकसभा के सदस्यों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाता है और यह सदन लोगों की ओर से वास्तविक शक्तियों का उपयोग करता है। दूसरे सदन यानी राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है और वह विभिन्न राज्यों, क्षेत्रों तथा संघीय क्षेत्रों के हितों का ध्यान रखता है।
2. अध्यक्ष की भूमिका- अध्यक्ष सदन में विभिन्न भूमिकाएँ अदा करता है –
(i) लोकसभा की कार्यवाही का संचालन करता है।
(ii) सदन में अनुशासन बनाए रखता है।
(iii) सदन को संबोधित याचिकाएँ तथा अन्य कागजात आदि प्राप्त करने के अतिरिक्त तथा अन्य प्रशासनिक कार्य भी करता है।
(iv) संसदीय समितियों का पर्यवेक्षण करता है।
(v) दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करता है।
(vi) सदन में किसी प्रस्ताव पर मतदान के समय पक्ष तथा विपक्ष में बराबर मत होने की स्थिति में निर्णायक मत देता है।
3. विपक्ष की भूमिका- एक लोकतांत्रिक शासन प्रणाली में विपक्ष विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ निभाता है –
(i) यह लोगों को शासन हेतु विकल्प उपलब्ध कराता है।
(ii) यह सत्ता में बैठे दल अथवा लोगों पर नियंत्रण रखने का कार्य करता है। यह सरकार द्वारा ली जा रही गलत नीतियों का पर्दाफाश जनता के सामने करता है ।
(iii) यह लोगों को सरकार के कार्यकलापों के बारे में शिक्षित करता है और उन्हें जागरूक बनाता है।
(iv) यह एक वैकल्पिक मंत्रिमण्डल के रूप में सरकार का स्थान लेने के लिए हर समय तैयार रहता है, यदि जनता ऐसा चाहे तो ।
पाठगत प्रश्न
प्रश्न 8. प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए हमेशा पुल्लिंग का इस्तेमाल क्यों होता है?
उत्तर – यह किताब राष्ट्रपति को ‘वह’ के रूप में इसलिए उद्धृत करती है कि ‘वह’ का प्रयोग हमारे समाज में महिलाओं, जिन्हें पुरुषों से हीन माना जाता है, के लिए किया जाता है। यहाँ राष्ट्रपति को ‘वह’ कहा गया है जिसके पास बहुत कम शक्तियाँ या नहीं के बराबर शक्तियाँ हैं तथा वास्तविक शक्ति का प्रयोग प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 9. इस सवाल से तो मेरा दिमाग ही चकरा गया। जब कोई महिला राष्ट्रपति बनेगी तो क्या उसे राष्ट्रपति कहना ठीक होगा? क्या हमारी भाषा मर्दों ने बनाई है?
उत्तर- (i) जब किताब में प्रधानमंत्री को ‘वह’ (पुरुषों के लिए प्रयुक्त) के रूप में उद्धृत किया गया तो हमने विरोध नहीं किया, क्योंकि ‘वह’ का प्रयोग हमारे समाज में पुरुषों, जिन्हें महिलाओं से अधिक शक्तिशाली माना जाता है, के लिए किया जाता है।
भारत में प्रधानमंत्री को अधिक शक्तियाँ प्राप्त हैं तथा वह सभी कार्यपालिका शक्तियों का प्रयोग करता है। अत: उसे ‘वह’ उद्धृत करना उचित ही है।
(ii) नहीं, इंदिरा गाँधी के रूप में एक शक्तिशाली प्रधानमंत्री हमारे देश में रही है।
(iii) जब कोई महिला राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तब भी उनका पदनाम राष्ट्रपति ही होता है। क्योंकि हमारे संविधान में राष्ट्र प्रमुख का पदनाम ‘राष्ट्रपति’ ही है।
(iv) सभी महत्वपूर्ण पद पुरुषों के पास हैं, हमें ऐसा इसलिए मानना चाहिए क्योंकि भारतीय राज्य व्यवस्था में अधिकतर पुरुष प्रभावी तथा सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
पाठगत प्रश्न
प्रश्न 10. लोकतंत्र के लिए कैसा प्रधानमंत्री होता है? ऐसा जो केवल अपनी मर्जी से काम करता है या ऐसा जो दूसरी पार्टियों और व्यक्तियों से भी सलाह लेता है?
उत्तर- किसी लोकतंत्र के लिए यही उत्तम है कि उसका प्रधानमंत्री कोई भी फैसला अन्य नेताओं तथा पार्टियों से सलाह-मशविरा करके ही ले ।
अभ्यास प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. अगर आपको भारत का राष्ट्रपति चुना जाए तो आप निम्नलिखित में से कौन-सा फैसला खुद कर सकते हैं?
(क) अपनी पसंद के व्यक्ति को प्रधानमंत्री चुन सकते हैं।
(ख) लोकसभा में बहुमत वाले प्रधानमंत्री को उसके पद हटा सकते हैं।
(ग) दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक पर पुनर्विचार के लिए कह सकते हैं।
(घ) मंत्रिपरिषद में अपनी पसंद के नेताओं का चयन कर सकते हैं।
उत्तर – (ग) दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक पर पुनर्विचार के लिए कह सकते हैं।
प्रश्न 2. निम्नलिखित में कौन राजनैतिक कार्यपालिका का हिस्सा होता है ?
(क) जिलाधीश
(ख) गृह मंत्रालय का सचिव
(ग) गृह मंत्री
(घ) पुलिस महानिदेशक
उत्तर – (ग) गृह मंत्री ।
प्रश्न 3. न्यायपालिका के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा बयान गलत है?
(क) संसद द्वारा पारित प्रत्येक कानून को सर्वोच्च न्यायालय की मंजूरी की जरूरत होती है।
(ख) अगर कोई कानून संविधान की भावना के खिलाफ है तो न्यायपालिका उसे अमान्य घोषित कर सकती है।
(ग) न्यायपालिका कार्यपालिका से स्वतंत्र होती है।
(घ) अगर किसी नागरिक के अधिकारों का हनन होता है तो वह अदालत में जा सकता है।
उत्तर- (क) संसद द्वारा पारित प्रत्येक कानून को सर्वोच्च न्यायालय की मंजूरी की जरूरत होती है।
प्रश्न 4. निम्नलिखित राजनैतिक संस्थाओं में से कौन-सी संस्था देश के मौजूदा कानून में संशोधन कर सकती है?
(क) सर्वोच्च न्यायालय
(ख) राष्ट्रपति
(ग) प्रधानमंत्री
(घ) संसद
उत्तर – (घ) संसद |
प्रश्न 5. उस मंत्रालय की पहचान करें जिसने निम्नलिखित समाचार जारी किया होगा –


उत्तर- (क) (4); (ख) (5); (ग) (2); (घ) (3); (ङ) (1)।
प्रश्न 6. देश की विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका में से उस राजनैतिक संस्था का नाम बताइए जो निम्नलिखित मामलों में अधिकारों का इस्तेमाल करती है।
(क) सड़क, सिंचाई जैसे बुनियादी ढाँचों के विकास और नागरिकों की विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों पर कितना पैसा खर्च किया जाएगा।
(ख) स्टॉक एक्सचेंज को नियमित करने संबंधी कानून बनाने की कमेटी के सुझाव पर विचार-विमर्श करती है।
(ग) दो राज्य सरकारों के बीच कानूनी विवाद पर निर्णय लेती है।
(घ) भूकंप पीड़ितों हेतु राहत के प्रयासों के बारे में सूचना माँगती है।
उत्तर – (क) राजनैतिक कार्यपालिका ।
(ख) विधायिका (संसद) ।
(ग) सर्वोच्च न्यायालय ।
(घ) स्थायी कार्यपालिका (लोकसेवा ) ।
प्रश्न 7. भारत का प्रधानमंत्री सीधे जनता द्वारा क्यों नहीं चुना जाता ? निम्नलिखित चार जवाबों में सबसे सही को चुनकर अपनी पसंद के पक्ष में कारण दीजिए-
(क) संसदीय लोकतंत्र में लोकसभा में बहुमत वाली पार्टी का नेता ही प्रधानमंत्री बन सकता है।
(ख) लोकसभा, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद् का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें हटा सकती है।
(ग) चूँकि प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति नियुक्त करता है लिहाजा उसे जनता द्वारा चुने जाने की ज़रूरत ही नहीं है। (घ) प्रधानमंत्री के सीधे चुनाव में बहुत ज्यादा खर्च आएगा।
उत्तर- (ख) लोकसभा, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद् का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें हटा सकती है।
कारण- यदि भारत की जनता द्वारा प्रधानमंत्री का प्रत्यक्ष रूप से चुनाव किया जाता तो लोकसभा के पास उसका कार्यकाल पूरा होने से पहले उसे बर्खास्त करने की कोई शक्ति नहीं रहती। यही कारण है कि भारत में प्रधानमंत्री का चुनाव जनता द्वारा प्रत्यक्षतः नहीं किया जाता है।
प्रश्न 8. तीन दोस्त एक ऐसी फिल्म देखने गए जिसमें हीरो एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनता है और राज्य में बहुत बदलाव लाता है। इमरान ने कहा कि देश को इसी चीज़ की जरूरत है। रिज़वान ने कहा कि इस तरह का, बिना संस्थाओं वाले एक व्यक्ति का राज खतरनाक है। शंकर ने कहा कि यह तो एक कल्पना है कोई भी मंत्री एक दिन में कुछ भी नहीं कर सकता ऐसी फिल्मों के बारे में आपकी क्या राय है?
उत्तर- यह फिल्म आदर्शवाद तथा वास्तविक स्थिति दोनों पर ही आधारित है। फिल्म में दिखाई गई समस्याएँ तो वास्तविक है, किन्तु जो हल सुझाए गए हैं वे 80 प्रतिशत तक आदर्श पर आधारित है। किंतु, मुख्यमंत्री की भूमिका निभा रहे नायक द्वारा किए गए सभी कार्य संस्था की सीमा के अंतर्गत हैं। हाँ, फर्क इतना है कि मुख्यमंत्री के रूप में अव्यावहारिक रूप से नायक को जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए दिखाया गया है। लेकिन, यदि ऐसा वास्तव में हो सकता है तो यह सत्य है कि इस समय हमारे देश को इसी की आवश्यकता है।
प्रश्न 9. एक शिक्षिका छात्रों की संसद के आयोजन की तैयारी कर रही थी। उसने दो छात्राओं से अलग-अलग पार्टियों के नेताओं की भूमिका करने को कहा। उसने उन्हें विकल्प भी दिया। यदि वे चाहे तो राज्य सभा में बहुमत प्राप्त दल की नेता हो सकती थी और अगर चाहे तो लोकसभा के बहुमत प्राप्त दल की। अगर आपको यह विकल्प दिया गया तो आप क्या चुनेंगे और क्यों?
उत्तर- (i) मैं अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए बनावटी लोकसभा का चुनाव करता।
(ii) क्योंकि, लोकसभा के सदस्यों द्वारा ही अपने सदन के नेता का चुनाव किया जाता है तथा जिस व्यक्ति को बहुमत प्रदान किया जाता है, उसे प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाता है तथा वही व्यक्ति केंद्र में सरकार बनाता है।
प्रश्न 10. आरक्षण पर आदेश का उदाहरण पढ़कर तीन विद्यार्थियों की न्यायपालिका की भूमिका पर अलगअलग प्रतिक्रिया थी। इनमें से कौन-सी प्रतिक्रिया, न्यायपालिका की भूमिका को सही तरह से समझती है?
(क) श्रीनिवास का तर्क है कि चूँकि सर्वोच्च न्यायालय सरकार के साथ सहमत हो गया है लिहाजा वह स्वतंत्र नहीं है।
(ख) अंजैया का कहना है कि न्यायपालिका स्वतंत्र है क्योंकि वह सरकार के आदेश के खिलाफ फै सुना सकती थी । सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को उसमें संशोधन का निर्देश दिया।
(ग) विजया का मानना है कि न्यायपालिका न तो स्वतंत्र है न ही किसी के अनुसार चलने वाली है बल्कि वह विरोधी समूहों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाती है। न्यायालय ने इस आदेश के समर्थकों और विरोधियों के बीच बढ़िया संतुलन बनाया।
आपकी राय में कौन-सा विचार सबसे सही है।
उत्तर – (ख) सरकार के आरक्षण संबंधी आदेशों को न्यायालय द्वारा न्यायसंगत पाया गया है। साथ ही उनमें अपेक्षित कमियों को देखते हुए न्यायालय ने सरकार को इसमें संशोधन करने का आदेश भी दिया है। न्यायालय ने पिछड़े वर्गों के सही व्यक्ति तक इस आदेश का लाभ पहुँचे, इसके लिए इस वर्ग के संपन्न लोगों की पहचान कर उन्हें इस लाभ से अलग रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने हेतु सरकार को निर्देश दिया है। मेरे विचार में यही सबसे सही राय है जो न्यायपालिका की भूमिका का सही अर्थ बतलाती है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. सही विकल्प का चयन कीजिए –
1. सरकार का कौन-सा अंग सरकार की नीतियों को लागू करने का कार्य करता है?
(a) कार्यपालिका
(b) विधायिका
(c) न्यायपालिका
(d) इनमें से कोई नहीं
2. लोकतंत्र में प्रमुख फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली तीन संस्थाएँ हैं। निम्न में से कौन उनमें शामिल नहीं है?
(a) प्रेस
(b) विधायिका
(c) कार्यपालिका
(d) न्यायपालिका
3. नौकरियों में आरक्षण के संबंध में, निम्न में से कौनसा कथन सत्य नहीं है?
(a) 13 अगस्त 1990 के दिन भारत सरकार ने एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया जिसमें एक प्रमुख नीतिगत फैसले की घोषणा की गई थी।
(b) इस आदेश में कहा गया था कि भारत सरकार के सरकारी पदों और सेवाओं में 27 फीसदी रिक्तियाँ सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (एसईबीसी) के लिए आरक्षित होगी।
(c) 1990 से पूर्व तक नौकरी में आरक्षण का लाभ केवल अनुसूचित जातियों को मिल रहा था ।
(d) 1990 से पूर्व तक नौकरी में आरक्षण का लाभ केवल अनुसूचित जाति और जनजातियों को ही मिल रहा था।
4. अपराधिक मामलों में अपील के लिए न्यायालय का नाम लिखिए-
(a) सर्वोच्च न्यायालय
(b) उच्च न्यायालय
(c) जिला स्तरीय न्यायालय
(d) इनमें से कोई नहीं
5. सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है ?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों की सलाह पर
(d) उच्च न्यायालय के न्यायाधीश
6. लोकसभा के सदस्यों का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
(a) पाँच वर्ष
(b) 6 वर्ष
(c) 2 वर्ष
(d) 3 वर्ष
7. धन संबंधी मामलों में किस सदन को अधिक शक्ति प्राप्त है ?
(a) लोकसभा को
(b) राज्यसभा को
(c) विधानसभा को
(d) विधान परिषद को
8. लोकसभा कितने सदस्यों से मिलकर बनी है?
(a) 545
(b) 54
(c) 250
(d) 245
9. भारत में प्रधानमंत्री को कौन नियुक्त करता है?
(a) भारत के मुख्य न्यायाधीश
(b) भारत के राष्ट्रपति
(c) राज्यपाल
(d) चुनाव आयुक्त
10. प्रधानमंत्री तथा मंत्रिपरिषद् किसके प्रति जवाबदेह है?
(a) लोकसभा
(b) राज्यसभा
(c) विधानसभा
(d) विधान परिषद्
11. सरकार का मुखिया कौन है जो सभी सरकारी शक्तियों का प्रयोग करता है?
(a) प्रधानमंत्री
(b) राज्यपाल
(c) राष्ट्रपति
(d) भारत के मुख्य न्यायाधीश
उत्तर- (1) (a) कार्यपालिका (2) (a) प्रेस (3) (c) 1990 से पूर्व तक नौकरी में आरक्षण का लाभ केवल अनुसूचित जातियों को मिल रहा था। (4) (a) सर्वोच्च न्यायालय (5) (a) राष्ट्रपति (6) (a) पाँच वर्ष (7) (a) लोकसभा को (8) (a) 545 (9) (b) भारत के राष्ट्रपति (10) (a) लोकसभा (11) (a) प्रधानमंत्री ।
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(1) संसद का ‘लोअर हाउस’ ……..को कहते हैं।
(2) संसद का ‘अपर हाउस’ ( उच्च सदन) ………को कहते हैं।
( 3 ) प्रधानमंत्री की नियुक्ति …….. करता है।
(4) राष्ट्रपति मंत्रियों को ……. सिफारिश पर नियुक्त करता है।
उत्तर- (1) लोकसभा (2) राज्यसभा (3) राष्ट्रपति (4) प्रधानमंत्री।
प्रश्न 3. एक शब्द / वाक्य में उत्तर लिखिए –
(1)भारत में संसद किसे कहते हैं?
(2) राज्य स्तर पर विधायिका को क्या कहते हैं ?
( 3 ) राष्ट्रपति राज्य सभा के कितने सदस्यों को मनोनीत कर सकता है ?
(4) भारतीय सेनाओं का मुख्य कमांडर कौन होता है?
(5) गठबंधन की सरकार क्या होती है ?
(6) सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को किस प्रकार हटाया जा सकता है?
उत्तर – ( 1 ) भारत में निर्वाचित सदस्यों की राष्ट्रीय सभा को संसद कहते हैं। (2) राज्य स्तर पर विधायिका को विधान सभा कहते हैं। (3) 12 सदस्य । (4) राष्ट्रपति । (5) दो या दो से अधिक दलों के द्वारा मिलकर बनाई गई सरकार गठबंधन की सरकार कहलाती है। (6) दोनों सदनों में अलग-अलग दो तिहाई बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित करके।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
■ लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1 – कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र राज्यमंत्री और राज्यमंत्री में क्या अंतर है ?
उत्तर- कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री और राज्यमंत्री में अंतर
(1) प्रमुख मंत्रालयों के प्रभारी – कैबिनेट मंत्री ।
( 2 ) छोटे मंत्रालयों के प्रभारी स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री – राज्य मंत्री।
( 3 ) अपने विभाग के कैबिनेट मंत्रियों से जुड़े सहायक मंत्री- राज्य मंत्री ।
प्रश्न 2 – राजनैतिक व स्थायी कार्यपालिका में अंतर कीजिए।
उत्तर – राजनैतिक व स्थायी कार्यपालिका में अंतर निम्नलिखित हैं –
(1) जनता द्वारा खास अवधि के लिए निर्वाचित लोगों को राजनैतिक कार्यपालिका कहते हैं ।
(2) विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा लम्बे समय के लिए नियुक्त लोगों को स्थायी कार्यपालिका कहते हैं ।
( 3 ) यह अधिकारी राजनैतिक कार्यपालिका के तहत काम करते हैं ।
प्रश्न 3. न्यायपालिका किसे कहते हैं? इसके क्या अधिकार हैं?
उत्तर- न्यायपालिका और इसके अधिकार –
(1) न्यायपालिका संवैधानिक संस्था होती है।
(2) इसके पास न्याय करने का अधिकार और
(3) कानूनी विवादों के निबटारे का अधिकार होता है।
प्रश्न 4. भारत के विभिन्न स्तर के न्यायालयों के नाम लिखिए ।
उत्तर – भारत के विभिन्न स्तर के न्यायालयों के नाम-
(1) पूरे देश के लिए सर्वोच्च न्यायालय ।
(2) राज्यों में उच्च न्यायालय ।
(3) जिला न्यायालय और स्थायी स्तर के न्यायालय ।
प्रश्न 5. संसद का सदस्य चुने जाने के लिए कौन-कौन सी योग्यताएँ अनिवार्य है?
उत्तर – संसद का सदस्य चुने जाने के लिए अनिवार्य योग्यताएँ –
(1) भारत का नागरिक हो ।
(2) लोकसभा के अंतर्गत किसी लाभप्रद पद पर कार्यरत न हो।
(3) दिवालिया या सजायाफ्ता न हो।
