RBSE Solutions for Class 6 Social Science Chapter 7 पर्यावरणीय प्रदेश
RBSE Solutions for Class 6 Social Science Chapter 7 पर्यावरणीय प्रदेश
Rajasthan Board RBSE Class 6 Social Science Chapter 7 पर्यावरणीय प्रदेश
पाठात गतिविधि-आधारित प्रश्न
क्या आप जानते हैं ?
प्रश्न 1.
प्रदेश क्या हैं ? बताइए। (पृष्ठ सं. 52)
उत्तर:
प्रदेश ऐसे विशिष्ट क्षेत्र हैं जहाँ की कुछ विशिष्ट दशाओं में समानता मिलती है। इन विशिष्ट दशाओं की समानता के कारण एक प्रदेश अन्य प्रदेशों से भिन्न हो जाता है।
प्रश्न 2.
पृथ्वी को विभिन्न पर्यावरणीय प्रदेशों में क्यों बाँटा गया है ? (पृष्ठ सं. 52)
उत्तर:
धरातल पर विभिन्न क्षेत्रों की पर्यावरणीय दशाएँ अलग-अलग होती हैं। इन पर्यावरणीय दशाओं की विभिन्नता के कारण भूमण्डल को अलग-अलग पर्यावरणीय प्रदेशों में बाँटा गया है।
आओ करके देखें।
प्रश्न 1.
अपने आस-पास में पाये जाने वाले वृक्षों की सूची बनाइये और उनसे हमें क्या-क्या लाभ हैं? लिखिए। (पृष्ठ सं. 54)
उत्तर:
हमारे आस- पास अनेक प्रकार के वृक्ष पाये जाते हैं। इन वृक्षों में आम, महुआ, नीम, शीशम, बरगद, पीपल आदि महत्वपूर्ण हैं। वृक्ष मानव जीवन के लिए विशेष महत्वपूर्ण है। इनसे कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ मिलते हैं। प्रत्यक्ष लाभों में इनसे पशुओं के लिए चारा, जलावनी लकड़ी, मकानों में उपयोग आने वाली लकड़ी आदि तो मिलती ही हैं, साथ में ये अप्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाकर स्वस्थ पर्यावरण का निर्माण करते हैं। इनसे बहुमूल्य ऑक्सीजन मिलती है जो प्राणियों के लिए जीवनदायिनी है। ये वर्षा को भी आकर्षित करते हैं।
प्रश्न 2.
विभिन्न पर्यावरणों में से आप किस पर्यावरणीय परिवेश में आते हैं ? पता लगाइए। (पृष्ठ सं. 55)
उत्तर:
मैदानी भाग में रहने वाले हम लोग निम्न भूमि पर्यावरणीय प्रदेश में आते हैं, जहाँ समतल भूमि है, उपजाऊ मिट्टी है तथा यहाँ की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। कृषि में उपयोग के लिए तथा अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पशुपालन सहायक व्यवसाय के रूप में किया जाता है।
प्रश्न 3.
हमारे आसपास के पर्यावरण का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है ? (पृष्ठ सं. 55)
उत्तर:
मानव अपने पर्यावरण की उपज होता है। वह जिस प्रकार के पर्यावरण में रहता है, उसका कार्य, उसकी सोच | और उसकी जीवन-व्यवस्था उसी के अनुरूप बनने लगती है। उसकी शिक्षा-दीक्षा भी पर्यावरण के द्वारा प्रभावित होती है। मानव के आवास, उसका खान-पान, शारीरिक संगठन व संस्कृति भी पर्यावरण द्वारा प्रभावित होती है। |
प्रश्न 4.
मनुष्य वनों की कटाई क्यों करता है ? वनों की अन्धाधुन्ध कटाई से हमारे पर्यावरण में क्या-क्या परिवर्तन हो सकते हैं ? लिखिए।
उत्तर:
वर्तमान समय में जनसंख्या तीव्रगति से बढ़ती जा रही है। लोगों की सोच में एकत्रीकरण की भावना कूट-कूट कर भरी है। फलस्वरूप वनों का अन्धाधुन्ध शोषण हो रहा है। मानव अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए, कृषि योग्य भूमि प्राप्त करने के लिए, बढ़ती आबादी के निवास के लिए। अथवा सरकार द्वारा सार्वजनिक विकास कार्यों के लिए वनों की अन्धाधुन्ध कटाई की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है, जैव विविधता नष्ट हो रही है।
कुछ वन्य प्राणी समाप्त होने की कगार पर हैं जिससे प्राकृतिक सन्तुलन बिगड़ रहा है। परिणामस्वरूप तापमान में बढ़ोत्तरी, समुद्री जल स्तर में वृद्धि, वर्षा की कमी, जलवायु परिवर्तन जैसे परिवर्तन हो रहे हैं। अतएव अपेक्षित है कि समय रहते वनों के संरक्षण के लिए कदम उठाये जाएँ।
पाठ्यपुस्तक के अभ्यास प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए|
(i) प्रेयरी घास के मैदान कहाँ पाये जाते हैं ?
(क) यूरोप
(ख) एशिया
(ग) उत्तरी अमेरिका
(घ) आस्ट्रेलिया।
उत्तर:
(ग) उत्तरी अमेरिका
(ii) पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव पर स्थित है
(क) आर्कटिक महासागर
(ख) अण्टार्कटिका
(ग) अटलाण्टिक
(घ) आस्ट्रेलिया।
उत्तर:
(क) आर्कटिक महासागर
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए कटिबन्धों को उनकी अक्षांशीय स्थिति के आधार पर सुमेलित कीजिए
उत्तर:
(i) (स)
(ii) (अ)
(iii) (ब)
प्रश्न 3.
वन क्षेत्र एवं घास के मैदानों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 4.
पृथ्वी को कितने कटिबंधों में बाँटा गया है ? उनकी प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
तापमान के आधार पर भू- मंडल को निम्न ताप कटिबंधों में बाँटा गया है
(अ) उष्ण कटिबंध- उष्ण कटिबन्ध का विस्तार दोनों गोलार्डो में 0° से अक्षांशों के मध्य मिलता है। इस कटिबंध की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
- सूर्य की किरणें वर्षभर में सभी जगह कम- से-कम एक बार लम्बवत् चमकती हैं।
- मौसमी परिवर्तन लगभग नगण्य होता है। गर्मी एवं सर्दी लगभग एक जैसी होती है।
(ब) शीतोष्ण कटिबंध- इस कटिबंध का विस्तार दोनों गोलार्डो में से अक्षांशों के मध्य है। इस ताप कटिबंध की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं|
- यहाँ सूर्य कभी बिल्कुल सीध में नहीं होता है।
- दिन और रात को अन्तर बढ़ जाता है। यहाँ चार ऋतुएँ। होती हैं-गर्मी, सर्दी, बसन्त और पतझड़।।
(स) शीत कटिबंध- यह कटिबंध दोनों गोलार्डों में अक्षांशों से 90° उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव तक फैला हुआ है। इस कटिबंध की प्रमुख विशेषताएँ निम्न हैं
- यह सबसे ठण्डा प्रदेश है। अधिकांश समय तापमान यहाँ 0° सेग्रे. से कम रहता है। ध्रुवों पर यहाँ छः महीने दिन और छः महीने की रात होती है।
- जलवायु की जटिलता के कारण यहाँ बहुत कम जनसंख्या निवास करती है।
प्रश्न 5.
ऊष्ण कटिबंधीय और शीत कटिबंधीय क्षेत्रों के पर्यावरणों में क्या अन्तर है ?
उत्तर:
उष्ण कटिबंधीय व शीत कटिबंधीय पर्यावरण में निम्न अन्तर है
प्रश्न 6.
मरुस्थल कितने प्रकार के होते हैं ? उनकी तुलना कीजिए।
उत्तर
मरुस्थल दो प्रकार के होते हैं-गर्म मरुस्थल एवं ठण्डे मरुस्थल। दोनों में प्रमुख अन्तर निम्न हैं
- गर्म मरुस्थलों में रेतीले मैदान मिलते हैं जहाँ तापमान सर्वाधिक होता है जबकि ठण्डे मरुस्थल बर्फ से आच्छादित क्षेत्र हैं जहाँ तापमान सामान्यतः 0° सेग्रे. से कम रहता है।
- गर्म मरुस्थलों में कैंटीली झाड़ियाँ पायी जाती हैं जबकि ठण्डे मरुस्थलों में वृक्षों का अभाव होता है।
- गर्म मरुस्थलों में गाय, बैल, ऊँट, बकरी, खच्चर और भेड़ें पाली जाती हैं जबकि ठण्डे मरुस्थलों में ‘याक’ प्रमुख पशु है।
प्रश्न 7.
राजस्थान को धरती धोरां री क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
धोरां का अर्थ होता है-रेत के टीले। राजस्थान में थार का मरुस्थल स्थित है अतएव यहाँ के अधिकांश भागों में रेतीली मिट्टी पायी जाती है। जगह-जगह पर हवाओं द्वारा रेतीले मिट्टी के टीले बन जाते हैं। साथ ही इन टीलों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरण होता रहता है एवं रेत से अनेक प्रकार की आकृतियों का निर्माण होता है अतएव राजस्थान को ‘धरती धोसं री’ कहा जाता है।
प्रश्न 8.
मरुस्थलीय प्रदेशों में पाई जाने वाली वनस्पति को उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
मरुस्थलीय प्रदेशों में वर्षा की कमी के कारण रोहिड़ा, खेजड़ी आदि के वृक्ष मिलते हैं। यहाँ सामान्यतः कँटीली झाड़ियाँ मिलती हैं जिनके पत्ते नुकीले और काँटेदार होते हैं। ये पौधे पर्यावरण के अनुकूल अपना स्वरूप धारण कर लेते हैं। नुकीले भागों से वाष्पीकरण की प्रक्रिया होती है। मोटी पत्तियाँ पौधों के जीवित रहने के लिए आवश्यक नमी अपने में संजोये रखती हैं। बेर की छोटी कंटीली झाड़ियाँ, नागफनी, डंडाथोर, कैर खैर व विभिन्न प्रकार के कैक्टस, कीकर तथा बबूल मरुस्थलीय वनस्पति में शामिल किये जाते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(i) मानव पर्यावरण का भाग है
(क) नदियाँ
(ख) प्राकृतिक वनस्पति
(ग) मिट्टियाँ
(घ) अधिवास।
उत्तर:
(घ) अधिवास।
(ii) ब्राजील (द. अमेरिका) किस ताप कटिबन्ध में स्थित है ?
(क) उष्ण कटिबन्ध में
(ख) शीतोष्ण कटिबन्ध में
(ग) शीत कटिबन्ध में
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) उष्ण कटिबन्ध में
(iii) सीढ़ीनुमा खेत बनाये जाते हैं
(क) उच्च भूमि में
(ख) निम्न भूमि में
(ग) वन प्रदेश में
(घ) आई एवं शुष्क प्रदेश में
उत्तर:
(क) उच्च भूमि में
(iv) आर्दै प्रदेश का प्रतिनिधि क्षेत्र है
(क) हिमालय पर्वत
(ख) गंगा-यमुना का मैदान
(ग) अमेजन बेसिन
(घ) थार मरुस्थल
उत्तर:
(ग) अमेजन बेसिन
(v) स्टेपीज घास के मैदान कहाँ मिलते हैं ?
(क) अफ्रीका में
(ख) आस्ट्रेलिया में
(ग) यूरेशिया में
(घ) दक्षिण अमेरिका में।
उत्तर:
(ग) यूरेशिया में
निम्न को सुमेलित कीजिए
उत्तर:
(i) (र)
(ii) (अ)
(iii) (य)
(iv) (ब)
(v) (स)
(vi) (द).
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) भूमध्य रेखा से ध्रुवों तक तापमान …….. रहता है।
(ख) एक कटिबन्ध के भीतर भी जलवायु, वनस्पति और जीवन में ………. होती हैं।
(ग) हमें प्राकृतिक एवं ……… पर्यावरण ने चारों ओर से घेर रखा है।
(घ) जलवायु पृथ्वी के पर्यावरण को ……… बनाती है।
(ङ) पेड़-पौधों एवं झाड़ियों से ढके हुए विस्तृत भू-भाग को ……… कहा जाता है।
उत्तर:
(क) घटता
(ख) विभिन्नताएँ
(ग) मानवीय
(घ) विविध
(ङ) वन क्षेत्र।
अति लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
पर्यावरण क्या है ?
उत्तर:
हमारे चारों ओर भौतिक और मानवीय तत्वों का जो घेरा है, उसे पर्यावरण कहते हैं।
प्रश्न 2.
निम्न, मध्य व उच्च अक्षांशों में कौन से कटिबंध मिलते हैं ?
उत्तर:
निम्न अक्षांशों में उष्ण कटिबंध, मध्य अक्षांशों में शीतोष्ण कटिबंध एवं उच्च अक्षांशों में शीत कटिबंध मिलता है।
प्रश्न 3.
उच्च भूमि पर्यावरण के कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
उत्तरी भारत में हिमालय, दक्षिणी भारत में नीलगिरि और अन्नामलाई की पहाड़ियाँ, उत्तरी-पूर्वी भारत के पहाड़ी इलाके उच्च भूमि पर्यावरण के प्रमुख उदाहरण हैं।
प्रश्न 4.
भारत में मिलने वाले नदी निर्मित मैदानी भागों के नाम लिखिए।
उत्तर:
गंगा-यमुना का मैदान, ब्रह्मपुत्र का मैदान, सतलज-सिन्धु का मैदान, घग्घर का मैदान, चम्बल, बनास व माही के मैदानों को शामिल किया जाता है।
प्रश्न 5.
वन प्रदेश के कुछ प्रतिनिधि क्षेत्रों के नाम बताइए।
उत्तर:
वन प्रदेश के प्रमुख प्रतिनिधि क्षेत्र भूमध्यरेखीय अफ्रीका, दक्षिण-पूर्वी एशिया और दक्षिणी अमेरिका के भूमध्यवर्ती क्षेत्र हैं।
प्रश्न 6.
मरुस्थलीय क्षेत्रों की कोई दो विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- यहाँ वर्षा कम होती है।
- यहाँ वनस्पति कंटीली झाड़ियों के रूप में पायी जाती हैं।
प्रश्न 7.
भूमध्य रेखा पर अधिक तापमान तथा ध्रुवों पर अधिक ठण्ड का क्या कारण है ?
उत्तर:
भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं। अतएव इसके आसपास तापमान अधिक जबकि ध्रुवों पर सूर्य की तिरछी किरणों के कारण अधिक ठण्ड पड़ती है।
लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
उष्ण कटिबंध में मिलने वाले प्रमुख राष्ट्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:
उष्ण कटिबंध में मुख्यतः फिलीपीन्स इन्डोनेशिया, भारत, श्रीलंका, ब्राजील, नाइजीरिया, घाना, इक्वाडोर, म्यांमार, थाइलैंड, कम्बोडिया, सिंगापुर, मलेशिया आदि राष्ट्रों को शामिल किया जाता है।
प्रश्न 2.
पर्यावरणीय प्रदेश क्या हैं ? बताइए।
उत्तर:
पर्यावरणीय प्रदेश ऐसे विस्तृत क्षेत्र हैं जिनमें समान पर्यावरणीय परिस्थितियाँ एवं कारक; जैसे-जलवायु, मिट्टी, वनस्पति आदि की समानता मिलती है। ये सभी तत्व सम्मिलित रूप से ऐसे एक विशिष्ट क्षेत्र का निर्माण करते हैं जो समीपवर्ती अन्य भू-भागों से अलग होता है।
प्रश्न 3.
उच्च भूमि क्षेत्रों के लोग पशुपालन पर अधिक निर्भर क्यों रहते हैं?
उत्तर:
उच्च भूमि क्षेत्रों के लोगों का पशुपालन पर अधिक निर्भर रहने के निम्न कारण हैं
- इन भागों में असमतल व अत्यधिक ढाल युक्त भूमि मिलती है।
- ऊँचे पर्वतीय भागों में अधिक ठंड पायी जाती है।
- ऐसे क्षेत्रों में प्रतिकूल परिस्थितियाँ मिलती हैं। इस सभी कारणों के परिणामस्वरूप लोग कृषि कार्य में असमर्थ रहने के कारण पशुपालन अधिक करते हैं।
प्रश्न 4.
शीतोष्ण कटिबन्धीय चरागाहों के नाम बताइए।
उत्तर:
चरागाह ऐसे स्थान हैं जहाँ भेड़, बकरियाँ, गायें आदि पशु चराये जाते हैं। ऐसे चरागाहों और घास के मैदानों को विभिन्न देशों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। उत्तरी अमेरिका में इन्हें प्रेयरी और यूरोप तथा एशिया में स्टेपी के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 5.
नदी निर्मित मैदानों व रेतीले मैदानों में क्या अन्तर
उत्तर:
नदी निर्मित मैदानों व रेतीले मैदानों में निम्न अन्तर
नदी निर्मित मैदान | रेतीले मैदान |
(i) इनका निर्माण नदियों द्वारा होता है। | (i) इनका निर्माण अपक्षय व अपरदन एवं अवशेष द्वारा होता है। |
(ii) इन भागों में सामान्य या इससे अधिक वर्षा होती है। | इन भागों में वर्षा बहुत कम होती है। |
(iii) इनमें नदियों द्वारा शुष्क अवधि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध रहती है। | (iii) इन भागों में प्रायःसिंचाई की सुविधा का अभाव मिलता है। |
(iv) ये सर्वाधिक उपजाऊ भाग होते हैं। | (iv) ये प्रायः अनुपजाऊ भाग होते हैं। |
प्रश्न 6.
आर्दै प्रदेश के पर्यावरण पर उदाहरण सहित संक्षेप में प्रकाश डालिये।
उत्तर:
आई प्रदेश का प्रतिनिधि क्षेत्र अमेजन बेसिन है। यहाँ साल भर वर्षा होती है। अधिक वर्षा के कारण यहाँ घने जंगल पाये जाते हैं। जंगलों में विविध प्रकार के पेड़-पौधे एवं जीव-जन्तु पाये जाते हैं। यहाँ की जलवायु में उमस रहती है। कुछ दलदली भाग भी पाये जाते हैं। इस प्रकार के प्रदेश मानव स्वास्थ्य की दृष्टि से असुविधाजनक हैं।
प्रश्न 7.
मैदानी भागों की भूमि उपजाऊ क्यों होती है ?
उत्तर:
जब नदियाँ पर्वतीय भागों से नीचे मैदानों में उतरती हैं तो अपनी तीव्रगति के कारण अपने साथ उच्च भागों से बहुत-सी मिट्टी बहाकर लाती हैं और मैदानों में जमा कर देती हैं। इनके साथ-साथ अनेक प्रकार के कार्बनिक पदार्थों व खनिजों के चूर्ण को भी इस मृदा के साथ जमाव होता है। जिससे ये मिट्टी काफी उपजाऊ हो जाती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
उच्च भूमि की पर्यावरणीय विशेषताओं को संक्षेप में बताइए।
उत्तर:
उच्च भूमि पर्वतीय पर्यावरण की द्योतक है। उच्च पर्वतीय भागों में तापमान कम मिलता है क्योंकि ऊँचाई के साथ-साथ तापमान घटता जाता है। अत्यधिक ऊँचे भागों में बर्फ भी मिलती है। पर्वतीय क्षेत्र नदियों के उद्गम स्थल हैं। तीव्र ढाल के कारण नदियाँ यहाँ बड़ी तीव्र गति से बहती हैं और मार्ग में जल प्रपातों का निर्माण करती हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में समतल भूमि का अभाव होता है। कम ढाल वाले भागों में लोग अपना घर बनाते हैं। पर्वतीय ढालों को काटकर सीढ़ीनुमा खेत बना लिए जाते हैं जिन पर अल्प मात्रा में सब्जियाँ तथा इन्हीं ढालों पर चाय और फलों के बागान मिलते हैं। उच्च पर्वतीय भागों में कृषि कार्य लगभग नगण्य होता है अतएव यहाँ के निवासी वन और पशुपालन से सम्बन्धित कार्यों में लगे हैं।
प्रश्न 2.
पर्यावरणीय तनाव से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
पर्यावरण का निर्माण मुख्यतः प्राकृतिक एवं मानवीय घटकों के आपसी सामंजस्य से होता है। ये दोनों एक-दूसरे के पूरक पहलू रहे हैं। किन्तु वर्तमान समय में मानव के अत्यधिक महत्वाकांक्षी होने के कारण इसके द्वारा प्राकृतिक घटकों का अत्यधिक अविवेकपूर्ण रूप से दोहन किया गया है जिससे पर्यावरण प्रदूषण, वनों का ह्रास व हमारी प्राकृतिक धरोहर का विनाश हुआ है तथा वर्तमान में भी यह प्रक्रिया जारी है जिससे विश्व में अनेक पर्यावरणीय समस्याएँ उत्पन्न हो गयी हैं। इन्हें पर्यावरणीय तनाव के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 3.
ध्रुवीय प्रदेश की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
ग्लोब के दोनों सिरों पर ध्रुवों की अवस्थिति है। उत्तरी ध्रुव पर आर्कटिक सागर तथा दक्षिणी ध्रुव पर अण्टार्कटिका महाद्वीप है। ध्रुवों पर सूर्य की किरणें सर्वाधिक तिरछी पड़ती हैं अतएव यहाँ सूर्यातप की मात्रा सदैव बहुत कम रहती है जिससे ये क्षेत्र वर्षभर बर्फ से ढके रहते हैं। यहाँ वनस्पतियों का अभाव होता है। इन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में ऐस्किमो जनजाति निवास करती है। ये बर्फ के छोटे-छोटे घरों को बनाकर और अन्दर से गर्म करके रहते हैं। इन घरों को ‘इग्लू’ कहते हैं। मछली पकड़ना इनका प्रमुख व्यवसाय और आजीविका का साधन है। यहाँ सील, वालरस मछलियाँ तथा ध्रुवीय भालू पाये जाते हैं।
मानचित्रात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विश्व के रेखा मानचित्र में विभिन्न कटिबंधों को प्रदर्शित कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न कटिबन्धों का प्रदर्शन निम्नानुसार है