RBSE Solutions for Class 7 Science Chapter 4 पदार्थों के भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
RBSE Solutions for Class 7 Science Chapter 4 पदार्थों के भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
Rajasthan Board RBSE Class 7 Science Chapter 4 पदार्थों के भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
सही विकल्प का चयन कीजिए।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से भौतिक परिवर्तन है
(अ) जंग लगना
(ब) बर्फ पिघलना
(स) दूध का दही बनना
(द) सेब कटने पर भूरा होना
उत्तर:
(ब) बर्फ पिघलना
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन-सा रासायनिक परिवर्तन है ?
(अ) बल्ब का प्रकाशित होना ।
(ब) चूने के पानी को दूधिया होना
(स) पानी का वाष्प में बदलना।
(द) घी का पिघलना।
उत्तर:
(ब) चूने के पानी को दूधिया होना
प्रश्न 3.
घरों में लोहे के दरवाजों पर रंग-रोगन क्यों किया जाता
(अ) सूर्य की किरणों से बचाने के लिए।
(ब) धूल रहित करने के लिए।
(स) जंग लगने से रोकने के लिए
(द) पक्षियों से बचाने के लिए।
उत्तर:
(स) जंग लगने से रोकने के लिए
प्रश्न 4.
जंग को रासायनिक सूत्र है
(अ) Fe2c03
(ब) Fe
(स) Fe0
(द) FeS03
उत्तर:
(अ) Fe2c03
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
प्रश्न 1.
शक्कर का जलीय विलयन बनाना …….परिवर्तन है।
प्रश्न 2.
भौतिक परिवर्तन सामान्यत………… होते हैं।
प्रश्न 3.
गेहूँ के दाने को पीसकर छोटे आकार में बदलना……….परिवर्तन है।
प्रश्न 4.
चूने के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड प्रवाहित होने पर दूधियापन का कारण………..परिवर्तन है।
उत्तर:
1, भौतिक
2. अस्थाई
3. रासायनिक
4. भौतिक।
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
मैग्नीशियम की ऑक्सीजन से क्रिया लिखिए।
उत्तर:
मैग्नीशियम, ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलकर मैग्नीशियम ऑक्साइड बनता है।
प्रश्न 2.
क्रिस्टलीकरण किसे कहते हैं ?
उत्तर:
किसी पदार्थ के विलयन से उसके शुद्ध तथा बड़े आकार के क्रिस्टल प्राप्त करने की प्रक्रिया क्रिस्टलीकरण कहलाती है। क्रिस्टलीकरण एक भौतिक परिवर्तन है।
प्रश्न 3.
जंग लगने के लिए कौन-से घटक उत्तरदायी होते
हैं?
उत्तर:
जंग लगने के लिए दो घटक उत्तरदायी होते हैं
- नमी एवं
- वायु
प्रश्न 4.
स्टार्च एवं आयोडीन की क्रिया से बना पदार्थ कौन-से रंग का होता है ?
उत्तर:
स्टार्च एवं आयोडीन की क्रिया से बना पदार्थ बैंगनी रंग का होता है।
प्रश्न 5.
कागज को फाड़ना कौन-सा परिवर्तन है ?
उत्तर:
कागज को फाड़ना भौतिक परिवर्तन है।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन को उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
भौतिक परिवर्तन (Physical Changes)- पदार्थ की आकृति आकार, अवस्था (ठोस, द्रव या गैस), ताप, दाब आदि को पदार्थों के भौतिक गुण कहते हैं। वे परिवर्तन जिनमें केवल पदार्थों के भौतिक गुण बदलते हैं, भौतिक परिवर्तन कहलाते हैं। उदाहरण के लिए, बल्ब का प्रकाशित होना भौतिक परिवर्तन है।
रासायनिक परिवर्तन (Chemical Changes)- वे परिवर्तन, जिनमें पदार्थ का रासायनिक आन्तरिक संघटन बदल जाता है, अर्थात् पदार्थ अपने मूल रूप से नए पदार्थ में परिवर्तित हो जाता है, रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं। परिवर्तन के पश्चात् पदार्थ को अपनी मूल या पूर्वावस्था में नहीं लाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, मोमबत्ती का जलना, दही का जमना आदि।
प्रश्न 2.
क्रिस्टलीकरण को नामंकित चित्र की सहायता से समझाइए।
उत्तर:
क्रिस्टलीकरण- किसी पदार्थ के विलयन से उसके | शुद्ध तथा बड़े आकार के क्रिस्टल प्राप्त करने की प्रक्रिया क्रिस्टलीकरण कहलाती है। इस प्रक्रिया में नया पदार्थ नहीं बनता है, अपितु उसी पदार्थ के क्रिस्टल बनते हैं, अतः क्रिस्टलीकरण भौतिक परिवर्तन का एक उदाहरण है।
हम बड़ा क्रिस्टल प्राप्त करने के लिए फिटकरी के विलयन में फिटकरी का एक छोटा टुकड़ा (एक छोटा क्रिस्टल) धागे की सहायता से बाँधकर लटकाते हैं। कुछ देर पश्चात् हम देखते हैं कि फिटकरी का टुकड़ा बड़ा हो जाता है। ऐसा छोटे-छोटे क्रिस्टलों के फिटकरी के टुकड़े पर जमा होने के कारण होता है।
प्रश्न 3.
जंग लगने की प्रक्रिया को समझाइए एवं इससे बचाव कैसे किया जा सकता है ?
उत्तर:
जंग लगना (Rusting)- लोहे के एक टुकड़े को कुछ दिनों के लिए खुले में छोड़ देने पर इसके ऊपर भूरे रंग के पदार्थ की परत जम जाती है। इस भूरे रंग के पदार्थ को ही जंग (Rust) कहते हैं तथा यह क्रिया जंग लगना कहलाती है। जंग लोहा नहीं है, अपितु इस क्रिया में लोहा एक नए पदार्थ जंग (लोहे का ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है।
जंग लगने की क्रिया को निम्न प्रकार प्रदर्शित करते हैं|
जंग लोहे को धीरे- धीरे नष्ट कर देता है। चूंकि लोहे का उपयोग वाहनों; जैसे-जहाज, कार, ट्रक, साइकिल आदि का ढाँचा बनाने के लिए, सेतु तथा बड़ी इमारतें बनाने में किया जाता है। अतः लोहे पर जंग लगने से रोकने के लिए इसे ऑक्सीजन तथा जल दोनों के सम्पर्क से बचाना आवश्यक होता है। इसका एक सरल उपाय उन पर पेंट, ग्रीस आदि की। परत चढ़ाना है। लोहे पर क्रोमियम अथवा जिंक (जस्ते) जैसी धातु की परत चढ़ा दी जाए तो भी जंग से बचाव होता है। लोहे एवं इस्पात को जंग से सुरक्षित रखने के लिए लोहे पर जस्ते धातु की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को यशद-लेपन (या गैल्वेनीकरण) कहते हैं। लोहे के साथ कार्बन, मैंग्नीज, निकेल एवं क्रोमियम मिलाने पर इस्पात (स्टेनलेस स्टील) प्राप्त होता है जो कठोर होता है तथा उसमें जंग नहीं लगता है।
प्रश्न 4.
हमारे दैनिक जीवन से जुड़े भौतिक व रासायनिक परिवर्तनों के कोई चार उदाहरणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भौतिक परिवर्तन के उदाहरण-
- पानी में चीनी मिलाकर शर्बत तैयार करना।
- नमक की डेलियों को पीसकर नमक पाउडर बनाना।
- कपड़ों को गीला करना।
- फ्रीज के फ्रिजर में पानी से बर्फ जमाना।
रासायनिक परिवर्तन के उदाहरण-
- मोमबत्ती का जलाना
- दूध जमार,र दही बनाना।
- चूने को पानी में गलाकर पुताई का लेप तैयार करना।
- लकड़ी जलाकर खाना पकाना।
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
क्या पदार्थों में सभी परिवर्तन स्थाई होते हैं अथवा कुछ परिवर्तन अस्थाई या उत्क्रमणीय भी होते हैं ? (पृष्ठ-35)
उत्तर:
परिवर्तन दोनों प्रकार के होते हैं स्थाई (अनुत्क्रमणीय) तथा अस्थाई (उत्क्रमणीय)।
प्रश्न 2.
क्या आपने कभी सोचा है कि भोजन में ढोकले बनाने के लिए प्रयुक्त खार का निर्माण कैसे होता है ? (पृष्ठ-39)
उत्तर:
खार का निर्माण क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया द्वारा होता है।
प्रश्न 3.
रासायनिक परिवर्तन क्या होते हैं ? (पृष्ठ-40)
उत्तर:
वे परिवर्तन, जिनमें पदार्थ का रासायनिक आन्तरिक संघटन बदल जाता है रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं।
क्रियाकलाप
गतिविधि-1: (पृष्ठ 36)
प्रश्न-1
आप क्या देखते हैं ?
उत्तर:
हेम देखते हैं कि मोम पिघल जाता है।
पिघले हुए मोम की कटोरी को ज्वाला से हटाकर ठण्डा होने दीजिए।
अवलोकन- कुछ समय बाद हम देखते हैं कि ठण्डा होने पर मोम पुनः ठोस अवस्था में आ जाता है।
निष्कर्ष- हम कह सकते हैं कि मोम का पिघलना एक अस्थाई परिवर्तन है। ठोस से द्रव में बदलना अवस्था परिवर्तन कहलाता है। पदार्थ का अवस्था परिवर्तन एक अस्थाई परिवर्तन है।
गतिविधि-2 (पृष्ठ 36)
काँच की एक परखनली में थोड़ा जल लीजिए।
परखनली पर कीप से ढंककर तेज गर्म कीजिए।
कीप के मुँह को बन्द कर दीजिए।
अवलोकन-परखनली का जल भाप में बदलता है। भाप
कीप से टकराकर पुनः जल में परिवर्तित होती है तथा कीप की आन्तरिक सतह पर बूंदों के रूप में दिखाई देती है।
निष्कर्ष- हम कह सकते हैं। कि जल का वाष्प में बदलना एक अस्थाई परिवर्तन है। इस परखनली परिवर्तन को हम निम्नानुसार व्यक्त कर सकते हैं
प्रश्न-
इसी प्रकार क्या आप बर्फ के पानी में बदलने पर इसे पुनः बर्फ में बदल सकते चित्र : अवस्था परिवर्तन हैं ?
उत्तर:
हाँ, पानी को फ्रीजर में रखकर इसे पुनः बर्फ में बदला जा सकता है।
गतिविधि 3. (पृष्ठ 37)
कागज का एक वर्गाकार टुकड़ा लीजिए।
इसे मोड़कर नाव, हवाई जहाज या अन्य आकृति बनाइए।
अब इसे वापस सीधा कर दीजिए।
अवलोकन- यह पहले जैसी अवस्था में आ जाता है।
निष्कर्ष- यह एक अस्थाई परिवर्तन है।
एक रबर-बैंड का टुकड़ा लेकर इसे हल्का-सा खचिए और फिर इसे छोड़ दीजिए।
प्रश्न-1
क्या यह पहले जैसी अवस्था में आ जाता है ?
उत्तर:
रबर-बैंड का टुकड़ा अपनी पहली जैसी स्थिति में आ जाता है। अतः यह भी एक अस्थाई परिवर्तन है।
गतिविधि 4:(पृष्ठ 37)
एक ब्लेड को होल्डर या चिमटे से पकड़कर एक सिरे को लाल होने तक गर्म कीजिए।
ब्लेड को ज्वाला से हटा दीजिए और कुछ देर रुकिए। अवलोकन-इसका लाल रंग समाप्त हो जाता है।
प्रश्न 1.
क्या यह एक अस्थाई परिवर्तन है ?
उत्तर:
हाँ, यह एक अस्थाई परिवर्तन है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
अस्थाई परिवर्तन है
(अ) कोयले का जलना
(ब) मोमबत्ती का जलना
(स) बल्ब का जलना
(द) कैरोसिन का जलना।
उत्तर:
(स) बल्ब का जलना
प्रश्न 2.
स्थाई परिवर्तन है
(अ) दही जमना
(ब) घी का पिघलना
(स) बर्फ जमना
(द) भाप बनना।
उत्तर:
(अ) दही जमना
प्रश्न 3.
उत्क्रमणीय परिवर्तन है
(अ) दूध को गर्म करने पर भाप निकलना
(ब) दही का बिलोकर मक्खन निकालना
(स) पेड़ पर फल का पकना
(द) पत्ती का पेड़ से गिरना।
उत्तर:
(अ) दूध को गर्म करने पर भाप निकलना
प्रश्न 4.
फिटकरी के घोल में फिटकरी का टुकड़ा लटकाने पर
यह बड़ा हो जाता है। इस क्रिया को कहते हैं
(अ) आयनीकरण
(ब) रूपान्तरण
(स) क्रिस्टलीकरण
(द) बहुलकीकरण।
उत्तर:
(स) क्रिस्टलीकरण
प्रश्न 5.
क्रिस्टलीकरण है
(अ) रासायनिक परिवर्तन
(ब) भौतिक परिवर्तन
(स) अनुक्रमणीय परिवर्तन
(द) ये सभी।
उत्तर:
(ब) भौतिक परिवर्तन
रिक्त स्थान
प्रश्न 1.
परिवर्तन का अर्थ है………।
प्रश्न 2.
द्रव का वाष्प में बदलना………..परिवर्तन है।
प्रश्न 3.
वे परिवर्तन, जिनमें पदार्थों के भौतिक गुण बदलते हैं,……परिवर्तन कहलाते हैं।
प्रश्न 4.
हमारे चारों ओर होने वाले परिवर्तन मुख्यत……….. प्रकार के होते हैं।
प्रश्न 5.
………..परिवर्तन से बने उत्पाद को पुनः पूर्व पदार्थ में नहीं बदला जा सकता।
उत्तर:
1, बदल जाना
2. भौतिक
3. भौतिक
4. दो
5. रासायनिक।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
आलू व सेब काटने के पश्चात् थोड़ी देर वायु में रहने पर, उनकी कटी सतह का रंग बदल जाता है। यह कैसा परिवर्तन है ?
उत्तर:
रासायनिक परिवर्तन।
प्रश्न 2.
द्रव = वाष्प, यह कैसा परिवर्तन है ? अस्थाई या स्थाई।
उत्तर:
अस्थाई।
प्रश्न 3.
अस्थाई परिवर्तन को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
पदार्थ की एक अवस्था से दूसरी अवस्था में परिवर्तन अस्थाई परिवर्तन कहलाता है।
प्रश्न 4.
पदार्थों के भौतिक गुण क्या होते हैं ?
उत्तर:
पदार्थों की आकृति, आकार, अवस्था, ताप, दाब आदि को पदार्थों के भौतिक गुण कहते हैं।
प्रश्न 5.
रासायनिक परिवर्तन को प्रदर्शित करने के लिए एक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
Mg + 02 -→ MgO
प्रश्न 6.
मैग्नीशियम के तार को वायु में जलाने पर प्राप्त नए पदार्थ का नाम लिखिए।
उत्तर:
मैग्नीशियम ऑक्साइड (MgO)
प्रश्न 7.
जंग का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
Fe2c03
प्रश्न 8.
स्टेनलेस स्टील के अवयवों के नाम लिखिए।
उत्तर:
कार्बन, मॅग्नीज, निकिल, क्रोमियम एवं लोहा।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
दो भौतिक तथा रासायनिक परिवर्तनों के उदाहरण लिखिए जो आपने देखे हैं।
उत्तर:
भौतिक परिवर्तन-
- पानी से बर्फ जमना
- बादलों से ओले गिरना।
रासायनिक परिवर्तन-
- सब्जी का पीला दाग साबुन लगाने पर लाल हो जाना
- मेंहदी का हाथ पर रचने के बाद लाल हो जाना।
प्रश्न 2.
अवस्था परिवर्तन का चित्रात्मक प्रदर्शन कीजिए।
उत्तर
प्रश्न 3.
उत्क्रमणीय तथा अनुक्रमणीय परिवर्तन को उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
उत्क्रमणीय परिवर्तन-वे परिवर्तन, जो विपरीत दिशा में भी सम्भव होते हैं, उत्क्रमणीय परिवर्तन कहलाते हैं; जैसे-पानी का बर्फ और बर्फ का पानी में बदलना। अनुत्क्रमणीय परिवर्तन-वे परिवर्तन, जो विपरीत दिशा में सम्भव नहीं होते हैं, अनुत्क्रमणीय परिवर्तन कहलाते हैं। जैसे-दूध से दही बनना।
प्रश्न 4.
क्रिस्टलीकरण को भौतिक परिवर्तन क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया में कोई नया पदार्थ नहीं बनता है, अपितु उसी पदार्थ के क्रिस्टले बनते हैं। उदाहरण के लिए; फिटकरी के घोल में फिटकरी का टुकड़ा लटकाने पर फिटकरी के छोटे क्रिस्टल आपस में मिलकर बड़ा क्रिस्टल बनाते हैं। फिटकरी का रासायनिक आन्तरिक संघटन अपरिवर्तित रहता है। अत: क्रिस्टलीकरण भौतिक परिवर्तन है।
प्रश्न 5.
रासायनिक परिवर्तन को दर्शाने के लिए दो समीकरण लिखिए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
दिल्ली में महरौली के लौह स्तम्भ को चमत्कारिक प्राचीन लौह स्तम्भ माना जाता है। इस पर जंग न लगने का कारण लिखिए।
उत्तर:
चमत्कारिक प्राचीन लौह स्तम्भ- दिल्ली में कुतुबमीनार के पास महरौली में एक ऐसा प्राचीन लौह स्तम्भ स्थित है, जिसे लगभग 400 ईसा पूर्व भारत के लौहकर्मियों ने बनाया। यह वृहद लौह स्तम्भ 8 मीटर ऊँचा है तथा इसका भार 6 टन (6000 किग्रा) है। कई शताब्दियाँ बीत जाने के बाद भी यह लौह स्तम्भ आज भी सुरक्षित है तथा इस पर जंग नहीं लगा है। यह इस बात का प्रतीक है कि प्राचीन भारत में हमारे पूर्वजों ने लोहे को जंग लगने से बचाने की बेहतरीन तकनीक विकसित कर ली थी। शोध से ज्ञात हुआ है कि इसके पृष्ठ पर आयरन ऑक्साइड (FesO4) की पतली परत बनी हुई है.
जिससे अनुमान लगाया जा सकता है। कि जंग लगने से बचाने के लिए उन्होंने इस स्तम्भ पर कई उपचार प्रक्रम किए होंगे। इसके निर्माण के समय उन्होंने इसमें फॉस्फोरस मिलाया होगा। इसे विभिन्न पदार्थों के मिश्रण से रंगा होगा तथा फिर इसे तेज गर्म किया होगा। दिल्ली के अलावा सूर्य मन्दिर (कोणार्क, उड़ीसा), आदि मूकम्बिका मन्दिर (कोल्लूर, कर्नाटक), धार (मध्य प्रदेश) आदि के भी उत्कृष्ट लौह स्तम्भ प्राचीन भारतीय धातुकर्म की गाथा को उजागर कर रहे हैं।
प्रश्न 2.
कारण लिखिए
1. कटे सेब को वायु में खुला छोड़ने पर रंग बदल जाता है।
2. मेंहदी रचकर लाल रंग देती है।
उत्तर:
1. कटे सेब को वायु में खुला छोड़ने पर रंग बदलनासेब (Apple) में लोहा (Iron) होता है, जिसके कारण काटने के पश्चात् वायु लोहा वायु की ऑक्सीजन से क्रिया करके लोहे का ऑक्साइड (आयरन ऑक्साइड) बनाता है। फलस्वरूप उसकी कटी हुई सतह का रंग लाल भूरा हो जाता है।
2. मेंहदी का लाल होना- मेंहदी में क्वीनोन, नैफ्थाक्वीनोन तथा लासोन जैसे प्रमुख रासायनिक यौगिक होते हैं। लासोन स्वयं रंगहीन होता है, किन्तु यह जब वायु या सूर्य के प्रकाश के सम्पर्क में आता है तो लाल रंग का एक यौगिक बनाता है।
प्रश्न 3.
टिप्पणी लिखिए
(i) पानी से भरे गिलास में आग लगना (जादू के खेल में)।
(ii) जादू से गहरा सफेद धुआँ निकलना।
उत्तर:
(i) पानी से भरे गिलास में आग लगाना- इस जादू में जादूगर आपकी नजर बचाकर पानी में सोडियम का टुकड़ा डालता है। यह सोडियम पानी से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस बनाता है। इस अभिक्रिया में ऊष्मा भी उत्पन्न होती है। इस ऊष्मा से हाइड्रोजन गैस जलने के कारण आग की चिंगारी पैदा होती है। हमें लगता है कि उसने जादू से पानी में आग लगा दी।
(ii) जादू से गहरा सफेद धुआँ निकलना- इसमें जादूगर के पास एक गिलास में अमोनियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन तथा दूसरे गिलास में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का विलयन होता है। जब वह इन दोनों विलयनों को आपस में मिलाता है तो इनकी अभिक्रिया से अमोनियम क्लोराइड का सफेद धुआँ बनता है।