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RBSE Solutions for Class 7 Social Science Chapter 5 वन और वन्य जीवन

RBSE Solutions for Class 7 Social Science Chapter 5 वन और वन्य जीवन

Rajasthan Board RBSE Class 7 Social Science Chapter 5 वन और वन्य जीवन

प्रश्न 1.
अपने आस-पास पाये जाने वाले प्रमुख पेड़ों एवं वन्य जीवों की सूची बनाइए? (पृष्ठ 50)
उत्तर
हम राजस्थान के जोधपुर जिले के रहने वाले हैं जो उष्ण कटिबन्धीय मरुस्थलीय क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। इसके पश्चिमी भाग में थार का मरुस्थल स्थित है। यहाँ मिलने वाले प्रमुख वृक्ष-नागफनी, कैक्टस, खैर, बबूल,कीकर, खेजड़ी आदि हैं। कई प्रकार की छोटी घासें भी यहाँ पाई जाती हैं। प्रमुख जानवरों में ऊँट, भेड़-बकरियाँ, गायें, बैल तथा अनेक जीव-जन्तु मिलते हैं।

प्रश्न 2.
अपने शिक्षक या परिवार के किसी बड़े व्यक्ति के साथ किसी वन क्षेत्र का भ्रमण कीजिए तथा वहाँ के वृक्षों को पहचानिए एवं जीवों के क्रियाकलापों का अवलोकन कीजिए। (पृष्ठ 50)
उत्तर
मैं अपने पिताजी के साथ रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान घूमने गया। वहाँ पर मैंने आम, इमली, बबूल और कदम्ब आदि के वृक्ष देखे। वन्य जन्तुओं में मैंने बाघ, चीतल, हिरन, | सांभर आदि देखें। यहाँ पर वन्य जन्तु बिना किसी भय के अपने क्रिया कलाप कर रहे थे।

प्रश्न 3.
क्या आपके आस-पास के क्षेत्रों में वनों की अन्धाधुन्ध कटाई हो रही हैं? यदि हाँ तो उसके दुष्परिणामों की चर्चा कीजिए।
(पृष्ठ 50)
उत्तर
वर्तमान में मानव की बढ़ती जनसंख्या तथा उसकी बढ़ती आवश्यकताओं के कारण वनों की अन्धाधुन्ध कटाई | हो रहीं हैं जिससे अनेक पर्यावरणीय समस्याएँ उत्पन्न हो रही | हैं। वन विनाश के प्रमुख दुष्परिणाम निम्नलिखित हैं

  1. जैव विविधता में घस।
  2. वनवासियों तथा वन्य जीवों के आवास को क्षति
  3. वनों पर आधारित कुटीर उद्योगों | का समाप्त होना।
  4. सूखा, अकाल, बाढ़, भूमि-अपरदन तथा रेगिस्तान का विस्तार होना।
  5. मौसम व जलवायु में परिवर्तन होना।
  6. हरित गृह प्रभाव की वृद्धि।
  7. पर्वतीय क्षेत्रों में भू-स्खलन की घटनाओं में वृद्धि आदि।

प्रश्न 4.
वन तथा वन-जीव संरक्षण के उपायों पर चर्चा कीजिए? (पृष्ठ 50)
उत्तर
धरातल पर पारिस्थितिको सन्तुलन बनाए रखने के लिए वनों का संरक्षण आवश्यक है। यनों के संरक्षण से ही वन्य जीवों का संरक्षण हो सकता है। अतएव वन-विनाश को रोकने के लिए भरसक प्रयास को आवश्यकता है।
इसके लिए निम्न उपाय किए जाने चाहिए-

  1. वनों को अन्धाधुन्ध कटाई पर रोक ।
  2. स्थानान्तरित कृषि पर रोक।
  3. अनियंत्रित पशुचारण पर रोक
  4. आवासों के लिए बंजर भूमि का उपयोग होना चाहिए।
  5. ईंधन के विकल्पों को खोज एवं अधिकाधिक उपयोग।
  6. विकास योजनाओं का क्रियान्वयन थन रहित भूमि पर किया जाए।
  7. वनों की कटाई वैज्ञानिक रूप से लाइसेन्स धारी व्यक्तियों द्वारा ही करायी जाए।
  8. अवैधानिक रूप से वनों की कटाई करने वालों के लिए कर दण्ड का प्रावधान हो।
  9. प्रत्येक व्यक्ति प्रतिवर्ष कम से कम एक पेड़ लगाये और वन संरक्षण एक जनक्रान्ति बने।
  10. वन सम्पदा के संरक्षण व विकास के लिए वन भूमि को वन्य जीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया जाए।
  11. वनों का महत्व बताकर जनजागरूकता अभियान चलाया जाए।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर 

प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए
(i) रसदार फलों वाले वन पाये जाते हैं
(क) कोणधारी वन
(ख) शीतोष्ण सदाबहार वन
(ग) उष्णकटिबन्धीय सदाबहार वन
(घ) भूमध्य सागरीय वन्।
उत्तर
(घ) भूमध्य सागरीय वन्।

(ii) खेजड़ली बालदान सम्वन्धित है
(क) वन संरक्षण
(ख) कृषि उत्पादन
(ग) औद्योगिक रण
(घ) तकनीकी विकास
उत्तर
(क) वन संरक्षण

प्रश्न 2.
सुमेलित कीजिएनिम्नलिखित देशों को उनमें स्थित घास के मैदानों से जोड़िएदेश का नाम घास का मैदान

RBSE Solutions for Class 7 Social Science Chapter 5 वन और वन्य जीवन 1
उत्तर
(i) (b)
(ii) (a)
(iii) (d)
(iv) (c)

प्रश्न 3.
वनस्पति किसे कहते हैं? संक्षेप में लिखिए।
उत्तर
किसी भौगोलिक परिवेश में उगने वाले वृक्ष, छोटेपौधे, लताओं, झाड़ियों, घास एवं काई आदि को वनस्पति कहा जाता है।

प्रश्न 4.
विश्व के प्रमुख घास के मैदानों के नाम लिखिए।
उत्तर
घास के मैदान दो तरह के होते हैंउष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान

  1. सवाना (अफ्रीका)
  2. कम्पोज (ब्राज़ील)
  3. लानौज (वेनेजुएला

शीतोष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान

  1. स्टेपी (यूरेशिया)
  2. प्रेयरी (उत्तरी अमेरिका)
  3. वेल्ड (दक्षिणी अफ्रीका)
  4. डाउन्स (ऑस्ट्रेलिया)।

प्रश्न 5.
वनों के प्रकार बताते हुए किसी एक वन क्षेत्र को वर्णन कीजिए?
उत्तर
वनों के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं
(1) सदाबहार वन
(i) उष्ण कटिबन्धीय सदाबहार वन
(ii) शीतोष्ण कटिबन्धीय सदाबहार वन

(2) पतझड़ी वन-
(i) उष्ण-कटिबन्धीय मानसूनी वन
(ii) शीतोष्ण कटिबन्धीय पतझड़ी वन

(3) भूमध्य सागरीय वन
(4) कोणधारी वन

(5) मरुस्थलीय वन-
(i) उरायण कटिबन्धीय मरुस्थलीय वन
(ii) शीत मरुस्थलीय वन

(6) घास के स्थल-
(i) उष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान
(ii) शीतोष्ण घास के मैदान।

उष्ण कटिबन्धीय सदाबहार वन
स्थिति एवं विस्तार-
 इस प्रकार के वन विषुवत रेखा के दौनों ओर 10° उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांशों के मध्य पाये जाते हैं। इस प्रकार के वन दक्षिणी अमेरिका के अमेजन बेसिन, अफ्रीका के कांगो बेसिन तथा दक्षिण-पूर्वी एशिया में पाये जाते हैं।

वनस्पति-
 इन प्रदेशों में घने वन मिलते हैं। विश्व की सर्वाधिक लताएँ इन्हीं वनों में मिलती हैं। ये वन अत्यन्त घने हैं। वर्ष के अलग-अलग समय में पत्तियाँ गिराने से यह वन क्षेत्र वर्ष |भर हरा रहता है। अतएव इसे सदाबहार वन कहा जाता है। वनों की सघनता के कारण सूर्य का प्रकाश नीचे तक नहीं पहुँच पाता है। यहाँ अनेक प्रकार के वृक्ष पाये जाते हैं। कर लकड़ी वाले प्रमुख वृक्ष आबनूस, महोगनी तथा रोजवुड हैं। इन वनों में मूल्यवान लकड़ियों वाले वृक्ष भी पाये जाते हैं किन्तु वृक्षों की सघनता तथा भौगोलिक असुविधाओं के कारण यातायात साधनों का विकास न हो पाने से इनका समुचित उपयोग सम्भव नहीं हो सका है।

तापमान एवं वर्षा- इन भागों में सालभर ऊँचा तापमान बना रहता है तथा वर्षा भी अधिक होती है।

जीव-जन्तु- विश्व में सर्वाधिक जैव विविधता इन्हीं वनों में पाई जाती है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार के जीव-जन्तु दिन-रात क्रियाशील रहते हैं। बन्दर, गोरिल्ला, कई प्रकार के पक्षी, कीड़े-मको, साँप, चमगादड़, छिपकली, गिलहरी आदि पेड़ों पर रहने वाले जीव बहुतायत में पाये जाते हैं। बड़े जीवों मैं चीता, भैंसा, हाथी, सूअर आदि प्रमुख हैं। विश्व का सबसे बड़ा साँप ऐनाकोंडा (दक्षिणी अमेरिका) इन्हीं वनों में पाया जाता है।

प्रश्न 6.
खेजड़ली आन्दोलन एवं चिपको आन्दोलन क्यों प्रसिद्ध है? समझाइए।
उत्तर
खेजड़ली आन्दोलन तथा चिपको आन्दोलन दोनों का सम्बन्ध पर्यावरण संरक्षण से है। इनका संक्षिप्त वर्णन निम्न प्रकार है।

1. खेजड़ली आन्दोलन- यह आन्दोलन पश्चिमी राजस्थान के निवासियों के प्रकृति प्रेम को दर्शाने वाला आन्दोलन हैं। यहाँ के लोग वनों तथा वन्य जीवों से अगाध प्रेम रखते हैं। यहाँ वन्य जीवों का शिकार वर्जित हैं। राजस्थान के जोधपुर जिले के खेजड़ली गाँव में ठेकेदारों द्वारा वृक्षों की कटाई की जा रही थी। अमृता देवी विश्नोई के नेतृत्व में सन् 1730 में 363 स्त्री-पुरुषों ने वृक्षों से लिपटकर उनकी रक्षा के लिए बलिदान दिया था। उनकी स्मृति में यहाँ एक मृगतृपयन स्थापित किया गया है।

2. चिपको आन्दोलन- यह आन्दोलन उत्तराखण्ड के लोगों | के प्रकृति प्रेम को प्रदर्शित करता है। सन् 1972 में उत्तराखण्ड के गाँवों की महिलाओं ने वृक्षों से चिपक कर इनको काटने का विरोध किया था। तब से यह आन्दोलन’ चिपको आन्दोलन’ कहलाता है। चिपको आन्दोलन का नेतृत्व ‘गौरा देवी’ ने किया । बाद में पर्यावरणविद ‘ सुन्दर लाल बहुगुणा’ भी इस आन्दोलन में जुड़ गए। चिपको आन्दोलन वृक्षों की कटाई का विरोध किया और हिमालय की झलू भूमि पर खाद्य, चारा, ईंधन, उर्वरक व रेशेदार वृक्षों के रोपण का समर्थन किया ताकि हिमालय का 60 प्रतिशत भाग वनाअदित हो जाए।

प्रश्न 7.
वन विनाश से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में संक्षेप में लिखिए।
उत्तर
अनिर्यान्त्रत एवं अनियमित रूप से हो रही वनों की कटाई के परिणामस्वरूप वायुमण्डल में कार्बन-डाईऑक्साइड की वृद्धि, अम्ल वर्षा तथा पारिस्थितिकी असन्तुलन उत्पन्न हो रहा है। इसके फलस्वरूप जैव विविधता का ह्मस, वनवासियों एवं वन्य जीवों के लिए संकट, कुटीर उद्योगों को क्षति, प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि, मौसम एवं जलवायु में परिवर्तन तथा हरित गृह प्रभाव में वृद्धि हो रही है।

प्रश्न 8.
विश्व का फलोद्यान किसे कहते हैं? यहाँ पाये जाने वाले प्रमुख वृक्षों की सूची बनाइए।
उत्तर
विश्व में सर्वाधिक फलों का उत्पादन भूमध्य सागरीय प्रदेशों में होता है। अतएव इस प्रदेश को विश्व का फलोद्यान कहते हैं। ये प्रदेश दोनों गोला में 300 से 40° अक्षांशों के मध्य स्थित है। इनका सवाधिक विस्तार भूमध्य सागर के समीपवर्ती क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके अलावा कैलीफोर्निया (संयुक्त राज्य अमेरिका) दक्षिण अफ्रीका के दक्षिण पश्चिम भाग, मध्य चिली (दक्षिणी अमेरिका) तथा ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी पश्चिमी भाग में इनका विस्तार मिलता है। | यहाँ रसदार फलों वाले वृक्ष जैतून, अंगूर, सन्तरी, अंजीर तथा नीबू आदि की खेती सर्वाधिक की जाती हैं।

अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 

वस्तुनिष्ठ
प्रश्न 1.
विश्व का सबसे बड़ा साँप ‘ऐनाकोंडा’ पाया जाता है|
(क) अफ्रीका में
(ख) दक्षिणी अमेरिका में
(ग) आस्ट्रेलिया में
(घ) दक्षिणी-पूर्वी एशिया में।
उत्तर
(ख) दक्षिणी अमेरिका में

प्रश्न 2.
शीत काल में वर्षा प्राप्त करने वाला वन प्रदेश हैं|
(क) उष्ण-कटिबन्धीय मानसूनी वन
(ख) कोणधारी वन
(ग) भूमध्य सागरीय वन
(घ) शीत मरुस्थलीय वन।
उत्तर
(ग) भूमध्य सागरीय वन

प्रश्न 3.
नीम, महुआ, शीशम, जामुन किस वन प्रदेश के वृक्ष
(क) उष्ण कटिबन्धीय सदाबहार वन
(ख) उष्ण-कटिबन्धीय मानसूनी बन
(ग) भूमध्य सागरीय वन
(घ) कोणधारी वन्।
उत्तर
(ख) उष्ण-कटिबन्धीय मानसूनी बन

प्रश्न 4.
ध्रुवीय भालू किस वन प्रदेश में मिलते हैं ?
(क) कोणधारी वन
(ख) भूमध्य सागरीय वन
(ग) मरुस्थलीय वन
(घ) शीतोष्ण घास के मैदान।
उत्तर
(क) कोणधारी वन

प्रश्न 5.
टैगा वन मिलते हैं|
(क) कनाड़ा में
(ख) संयुक्त राज्य अमेरिका में
(ग) यूरोप में
(घ) एशिया में।
उत्तर
(क) कनाड़ा में

प्रश्न 6. 
कालाहारी मरुस्थल किस महाद्वीप में स्थित है ?
(क) यूरोप में
(ख) एशिया में
(ग) उत्तरी अमेरिका में
(घ) अफ्रीका में।
उत्तर
(घ) अफ्रीका में।

प्रश्न 7.
खेजड़ली आन्दोलन का नेतृत्व करने वाली महिला थी
(क) गौरा देवी
(ख) अमृता देवी विश्नोई
(ग) हेमलता राजपूत
(घ) सुनीता विलियम्स।
उत्तर
(ख) अमृता देवी विश्नोई

प्रश्न 8.
अप्पिको आन्दोलन किस राज्य में चलाया गया था ?
(क) उत्तर प्रदेश
(ख) उत्तराखण्ड
(ग) झारखण्ड
(घ) कर्नाटक
उत्तर
(घ) कर्नाटक

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(i) वृक्ष और झाड़ियों से ढके विस्तृत भूभाग को ……. कहते हैं।
(ii) उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी वनों को पतझड़ी या ……. वन भी कहते हैं।
(iii) फर्नीचर बनाने के लिए …………सबसे अच्छी लकड़ी मानी जाती है।
(iv) कोणधारी वर्गों को कनाडा में ……………. वन भी होते हैं।
उत्तर
(1) वन
(ii) पर्णपाती
(iii) सागवन
(iv) टैगा

अति लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
वनस्पति और वन्य जीवन में विभिन्नता क्यों मिलती
उत्तर
क्योंकि जलवायु और स्थलाकृति में प्रादेशिक विभिन्नता मिलती है अतएव वनस्पति और जीव-जन्तुओं में भी प्रादेशिक भिन्नता मिलती है।

प्रश्न 2.
वन किसे कहते हैं? इन पर किन कारकों का प्रभाव पड़ता है?
उत्तर
वृक्षों और झाड़ियों से ढकै विस्तृत भू-भाग को वन कहते हैं। वनों पर भिन्न-भिन्न भागों की जलवायु मिट्टी और उच्चावच का व्यापक प्रभाव पड़ता है।

प्रश्न 3.
या-कटिबन्धीय सदाबहार क्न का सर्वाधिक विस्तार किस क्षेत्र में मिलता है ।
उत्तर
उष्ण-कटिबन्धीय सदाबहार वनों का सर्वाधिक विस्तार दक्षि – अमेरिका के अमेजन बेसिन में मिलता है।

प्रश्न 4.
शीतोष्ण कटिबन्धीय सदाबहार वन के प्रमुख क्षेत्रों के नाम बताइए?
उत्तर
ये वन मध्य अक्षांशों के तटीय क्षेत्रों में पाये जाते हैं। इनका विस्तार दक्षिण-पूर्वी अमेरिका, दक्षिण-पूर्वी ब्राजील | और दक्षिण चीन में मिलता है।

प्रश्न 5.
शीतोष्ण कटिबन्धीय पतझड़ी वन के प्रमुख क्षेत्रों | का उन्लेख कीजिए।
उत्तर
शीतोष्ण कटिबन्धीय पतझड़ी वन उच्च अक्षांशों में पाए जाते हैं। ये न्यूजीलैण्ड, चिली, उत्तरी-पूर्वी अमेरिका तथा पश्चिमी यूरोप के तटीय भागों में पाये जाते हैं।

प्रश्न 6.
उष्ण कटिबन्धीय घास के मैदानों की स्थिति तथा वन्य जीवों का उल्लेख कीजिए?
उत्तर
उष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान भूमध्य रेखा के दोनों ओर उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्रों में फैले हैं। यहाँ मिलने वाले प्रमुख जीव हिरण, तेन्दुआ, हाथी, जेब्रा, तथा जिराफ हैं।

प्रश्न 7.
लाल आँकड़ा किताब (Red Data Book) क्या है|
उत्तर
विश्व की संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची ‘लाल आँकड़ा किताब’ में दर्ज की जाती हैं। यह पुस्तक आई. यू. सी.एन. द्वारा प्रकाशित की गयी है।

लघूत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
राजसमंद जिले के पिपलान्त्री गाँव में पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या परम्परा स्थापित की गयी है?
उत्तर
राजसमंद जिले ( राजस्थान) के पिपलान्त्री गाँव में एक बेटी के जन्म पर ।।। वृक्ष लगाए जाते हैं। इसी प्रकार किसी की मृत्यु होने पर उसकी याद में वृक्ष लगाकर उन्हें पूजा जाता है। गाँव की महिलाएँ वनों को अपना भाई मानकर रक्षाबन्धन पर उन्हें राखी बाँधती हैं।

प्रश्न 2.
भूमध्य सागरीय वन का विस्तार किन-किन भागों में मिलता है? बताइए।
उत्तर
महाद्वीपों के पश्चिम भागों तथा दक्षिणी-पश्चिमी किनारों पर दोनों गोला में 30 से 40° अक्षांशों के बीच भूमध्यसागरीय वन मिलते हैं। ये वन भूमध्यसागर के तटवती भागों-पश्चिमी एशिया, उत्तरी अफ्रीका तथा दक्षिणी यूरोप, आदि तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी भाग में स्थित कैलीफोर्निया, दक्षिणी अफ्रीका के दक्षिणी-पश्चिमी भाग, दक्षिण अमेरिका के मध्य चिली तथा दक्षिण-पश्चिमी आस्ट्रेलिया में पाये जाते हैं।

प्रश्न 3.
शीत मरुस्थलीय वन प्रदेश के भौगोलिक पर्यावरण, वनस्पति तथा वन्य जीवों का उल्लेख कीजिए?
उत्तर
शीत मरुस्थलीय वन ध्रुवीय क्षेत्रों में पाये जाते हैं जहाँ तापमान वर्षभर बहुत कम बना रहता है। इसलिए यहाँ प्राकृतिक वनस्पति के नाम पर अल्पकालिक ग्रीष्म काल में काई तथा कुछ छेटे फूलों की वनस्पति मिलती है। यह क्षेत्र एशिया, यूरोप व उत्तरी अमेरिका के ध्रुवीय क्षेत्रों में फैला है। यहाँ सील, वालरस तथा ध्रुवीय भालू जैसे जानवर पाये जाते हैं।

प्रश्न 4.
चिपको आन्दोलन का प्रारम्भ किस प्रकार हुआ?
उत्तर
चिपको आन्दोलन को प्रारम्भ हिमाचल प्रदेश तथा टिहरी गढ़वाल में प्राकृतिक आपदाओं की लगातार पुनरावृत्ति के फलस्वरूप उत्पन्न जागरूकता का परिणाम था। यहाँ लोगों ने देखा कि खतरनाक बाड़ों का आना और पहाड़ों का धेसना सामान्य बात हो गयी है। इसके पीछे इन्होंने माना कि स्थानीय ठेकेदारों द्वारा वनों की कटाई प्रमुख कारण हैं। अतएव सन् 1972 में गाँव की महिलाओं ने पेड़ों के कटाव को रोकने के लिए इस आन्दोलन की शुरुआत की ।

प्रश्न 5.
शीतोष्ण कटिबन्धीय घास के मैदानों के महत्त्व, वनस्पति तथा जीव जन्तुओं का नामोल्लेख कीजिए?
उत्तर
शीतोष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान पशुचारण की दृष्टि से अधिक उपयोगी हैं। यहाँ की घासै अपेक्षाकृत छोटी तथा पौष्टिक होती हैं। घास के साथ साथ यहाँ ओक, पाइन, एल्ममैपिल, बर्च, आस्पेन तथा बिलों आदि वृक्ष भी पाये | जाते हैं। इन भागों में शाकाहारी जीवों की अधिकता है। यहाँ सामान्य रूप से हिरण, बाइसन, एंटीलोप, जंगली भैंस, खरगोश, जेब्रा, गाय, मोर, भेड़िये, लोमड़ी, बाज, अनेक चिड़ियाँ तथा बिलों में रहने वाले जीव पाये जाते हैं।

प्रश्न 6.
अप्पिको आन्दोलन के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर
अप्पिको आन्दोलन देश के कर्नाटक राज्य में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में चलाया गया एक महत्वपूर्ण आन्दोलन था। आणिको का अर्थ होता हैं-बाँहों में भरना। यह आन्दोलन कर्नाटक राज्य के निरस्त जिले में सितम्बर 1983 में जब सलकानी वन क्षेत्र में वृक्षों का कटाव हो रहा था, से प्रारम्भ हुआ। वहाँ के स्त्री पुरुष तथा बच्चों ने वृक्षों को अपनी बाँहों में भर लिया और लकड़ी काटने वालों को वहाँ से भागने के लिए मजबूर कर दिया। वहाँ के लोग सप्ताह तक | वनों की पहरेदारी करते रहे। इस प्रकार इस आन्दोलन द्वारा वहाँ के हजारों वृक्षों को कटने से बचा लिया गया।

दीर्घ उत्तरीय पश्न

प्रश्न 1.
उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी वनों की भौगोलिक स्थिति, वनस्पति एवं जीव जन्तुओं का सक्षप्त वर्णन कीजिए?
उत्तर
स्थिति एवं विस्तार- उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी वन । दोनों गोलार्मों में मान्सुनी जलवायु वाले भागों में पाये जाते हैं। इनका विस्तार दक्षिणी व दक्षिण-पूर्वी एशिया, दक्षिणी | चीन, पश्चिमी द्वीप समूह , उत्तरी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका तथा ब्राजील के तटीय क्षेत्रों में पाया जाता हैं।

वनस्पति- यहाँ पतझड़ी बन पाये जाते हैं। ये वन् वर्ष भर में | एक बार शुष्क मौसम में जल संरक्षण हेतु अपनी पत्तियाँ 6 | से 8 सप्ताह के लिए गिरा देते हैं। इसीलिए इन्हें पतझड़ी वन | कहते हैं। नीम, शीशम, महुआ, जामुन, साले तथा सागवान यहाँ पाये जाने वाले कठोर लकड़ी के वन हैं। इन वृक्षों की | लकड़ी फर्नीचर, यातायात, निर्माण सामग्री तथा घरेलू सामान | बनाने के लिए बहुत उपयोगी है।

जीव-जन्त- यहाँ शाकाहारी और माँसाहारी दोनों प्रकार के | जीव पाये जाते हैं। अनेक प्रकार के पक्षी तथा क्रीड़े| मकोड़ों के अलावा हाथी, घोड़ा, गैड़ा, जंगली भैंसा, बाघ, | शैर, हाथी, लंगूर तथा बन्दंर आदि जानवर पाये जाते हैं।

प्रश्न 2.
कोणधारी वनों की स्थिति, वनस्पति एवं जीव-जन्तुओं का सक्षिप्त वर्णन कीजिए?
उत्तर
स्थिति एवं विस्तार-कोणधारी वन उत्तरी गोलार्द्ध के उच्च अक्षांश (50 से 70°) में पाये जाते हैं। इनका सर्वाधिक विस्तार उत्तरी अमेरिका तथा यूरेशिया में पाया जाता है। रूस में ये सबसे ज्यादा विस्तृत क्षेत्र पर पाये जाते हैं।

वनस्पति- कोणधारी वनों की पत्तियाँ नुकीली होती हैं। कनाडा में इन्हें ‘टैगो वन’ भी कहते हैं। इनमें मुलायम और नरम लकड़ी वाले सदाबहार वृक्ष पाए जाते हैं। कागज बनाने की लुग्दी इन्ही वनों से मिलती है। माचिस तथा पैकिंग के डिब्बे बनाने के लिए इन्हीं लकड़ियों का उपयोग किया जाता है। प्रमुख वृक्ष देवदार, चीड़, लार्च, पुस, पाइन, वचं तथा फर आदि हैं। झाड़िय, काई, लाइकेन आदि वनस्पति भी यहाँ पाई जाती हैं।

जीव-जन्तु- छोटे-छोटे जीव-जन्तुओं के साथ ही यहाँ बारहसिंगा, लोमड़ी, ध्रुवीय भालू आदि बड़े जानवर बहुतायत में पाये जाते हैं।

प्रश्न 3.
उष्ण कटिबन्धीय मरुस्थलीय वनों पर टिप्पणी निखिए?
उत्तर
उष्ण कटिबन्धीय मरुस्थलीय वर्गों का विस्तार महाद्वीपों के पश्चिमी भागों में 20 से 30 अक्षांशों के मध्य स्थित रेगिस्तानों में पाया जाता है। इन प्रदेशों में कटीली झाड़ियाँ पाई जाती हैं। जिनकी ऊँचाई कम, पत्तियाँ छोटी व मोटी, छाल मोटी तथा जड़े गहरी होती हैं। ये लम्बे शुष्क काल में भी जीवित रह सकती हैं। यहाँ कई प्रकार की छोटी घासें भी पाई जाती हैं। नागफनी, कैक्टस, खैर, बबूल, कीकर, खेजड़ी आदि यहाँ के प्रमुख वृक्ष हैं। इस प्रकार की वनस्पति विश्व के प्रमुख रेगिस्तानों में पाई जाती है। इनमें उत्तरी अफ्रीका में सहारा, दक्षिण अफ्रीका में कालाहारी, उत्तरी अमेरिका में कैलीफोर्निया, एरीजोना व मैक्सिको, दक्षिणी अमेरिका में अटाकामा, दक्षिण-पश्चिमी एशिश में अरब, भारत व पाकिस्तान में थार तथा पश्चिमी आस्ट्रेलिया के मरुस्थलीय भाग प्रमुख हैं। इन भागों में बर्ष भर ऊँचा तापमान बना रहता हैं तथा वार्षिक वर्षा का औसत 25 सेमी. से भी कम होता है।

प्रश्न 4.
वन-विनाश से आप क्या समझाते हैं? वन विनाश के कारणों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर
वर्तमान समय में तीव्रगति से जनसंख्या वृद्धि हो रही हैं। जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ लोगों की आवश्यकताएँ भी बढ़ती जा रही हैं। जिसका परिणाम यह हो रहा है कि लोग प्रकृति प्रदत्त संसाधनों का अन्धाधुन्ध दोहन कर रहे हैं। वन-विनाश उन्हीं में से एक त्रासदी है। वनौय क्षेत्रों में मानवीय क्रिया-कलापों से होने वाले जैविक सम्पदा के ह्मस को हम वन-विनाश के रूप में जानते हैं। वर्तमान समय में वन विनाश के फलस्वरूप भयंकर पर्यावरणीय समस्याएँ ऊपन्न हो रही हैं।
वन-विनाश के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं-

  1. व्यापारिक उद्देश्य से वनों की व्यापक कटाई।
  2. घरेलू ईंधन के लिए वनों का कटाव।
  3. स्थानान्तरित कृषि हेतु वनों का सिलसि लेवार काटना।
  4. अत्यधिक व अवैध पशुचारण।
  5. खनन व औद्योगीकरण के परिणामस्वरूप वनों का अधाधुन्ध कटाय।
  6. अम्ल वर्मा का होना।
  7. वनों में लगने वाली आग, कीटाणुओं व रोगों से वनों की क्षति।
  8. वन भूमि को कृषि व चारागाह के रूप में प्रयोग करने के लिए साफ करना।
  9. अनावृष्टि और चाढ़े।
  10. पुनर्वास व वनवासियों को बेदखल करने वाली आर्थिक व सामाजिक विकास की योजनाएँ आदि।

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