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RBSE Class 10 English Solutions Footprints without Feet Chapter 9 Bholi

RBSE Class 10 English Solutions Footprints without Feet Chapter 9 Bholi

Bholi Summary and Translation in Hindi

Her name was………………..looks nor intelligence. (Page 54)

शब्दार्थ : simpleton (सिम्पल्ट्न् ) = बुद्धू। cot (कॉट) = बच्चों की शय्या। perhaps (पॅहैप्स्) = शायद। damaged (डैमिज्ड) = क्षतिग्रस्त कर दिया था। remained (रिमेन्ड) = बनी रही। backward (बैक्वड्) = धीरे सीखने वाली, पिछड़ी हुई। birth (बथ्) = जन्म। fair (फेअ (र)) = गोरी। pretty (प्रिटि) = आकर्षक। attack (अटैक) = आक्रमण, दौरा । small pox (स्मॉल्पॉक्स्) = चेचक। entire (इन्टाइअ (र)) = संपूर्ण । permanently (पमनट्लि ) = स्थायी रूप से। disfigured (डिस्फिगड) = विकृत हो गई। pockmarks (पॉक्माक्स्) = चेचक के दाग। little (लिट्ल) = छोटी। learnt (लन्ट) = सीखा। stammered (स्टैम(र)ड) = हकलाई । often (आफ्न्) = प्रायः। mimicked (मिमिक्ट) = ‘नकल उतारते थे। prosperous (प्रॉस्परस्) = समृद्ध। plently (प्लेन्टि) = भरपूर। except (इक्सेप्ट्) = को छोड़ कर। settled (सेट्ल्ड् ) = तय कर दिया गया था। bridegroom (ब्राइडग्रूम) = दूल्हा। worried (वरिड्) = चिंतित। good looks (गुड लुक्स) = सुंदर।

हिन्दी अनुवाद : उसका नाम सुलेखा था, परन्तु उसके बचपन से सभी उसे भोली, बुद्धू कहकर पुकारते थे। वह रामलाल, नम्बरदार की चौथी बेटी थी। जब वह दस महीने की थी, वह अपने सिर के बल चारपाई से नीचे गिर गई थी, और शायद इससे उसके मस्तिष्क का कोई भाग क्षतिग्रस्त हो गया था। यही कारण था कि वह पिछड़ी हुई बच्ची रह गई और भोली, बुद्ध के नाम से जानी जाने लगी। जन्म के समय बच्ची बहत गोरी और सन्दर थी। लेकिन जब वह दो वर्ष की थी. उस पर चेचक का आक्रमण हुआ। केवल आँखें ही सुरक्षित बच पाईं, परन्तु सम्पूर्ण शरीर स्थाई रूप से गहरे काले चेचक के दागों से विकृत हो गया। पाँच वर्ष की आयु तक नन्ही सुलेखा बोल नहीं सकी, और अन्त में जब उसने बोलना सीख लिया, वह हकलाने लगी। अन्य बच्चे प्रायः उसका मजाक उड़ाते थे और उसकी नकल उतारते थे। परिणामस्वरूप वह बहुत कम बोलती थी।

रामलाल के सात बच्चे थे – तीन बेटे और चार बेटियाँ और भोली उनमें सबसे छोटी थी। यह एक समृद्ध किसान का कुटुम्ब था और वहाँ खाने-पीने के लिए भरपूर था। भोली को छोड़कर सभी बच्चे स्वस्थ और हृष्टपुष्ट थे। बेटे विद्यालयों में अध्ययन करने के लिए नगर भेज दिए गये थे, और बाद में कॉलेजों में । बेटियों में सबसे बड़ी राधा का विवाह पहले ही हो चुका था। दूसरी बेटी मंगला का विवाह भी तय किया जा चुका था, और जब वह सम्पन्न हो गया, रामलाल को तीसरी (बेटी) चंपा के बारे में सोचना था। वे सभी दिखने में अच्छी, स्वस्थ लड़कियाँ थीं, और उनके लिए वर ढूँढ़ना मुश्किल नहीं था। लेकिन रामलाल भोली के बारे में चिन्तित था। वह न तो सुन्दर थी, न ही बुद्धिमान।

Bholi was seven………………..than her home! (Pages 55-56)

काठन शब्दार्थ : same (सेम्) = समान । primary (प्राइमरि) = प्राथमिक। perform (पफाम्) = कार्य करना । opening (ओप्निङ्) = शुभारंभ। ceremony (सेरमनि) = समारोह । revenue (रेवन्यू) = राजस्व। official (अफ़िश्ल ) = शासकीय। representative (रेप्रिजेन्टटिव) = प्रतिनिधि । government (गवन्मन्ट) = सरकार। example (इग्जाम्प्ल ) = उदाहरण। villager (विलिज(र)) = ग्रामवासी। consulted (कन्सल्ट्ड) = सलाह मांगी। cried (क्राइड) = चिल्लाई । crazy (क्रेजि) = सनकी। courage(करिज्) = साहस । disobey (डिसबे) = अवज्ञा करना।

chance (चान्स्) = संभावना । ugly (अलि ) = कुरूप। lack (लैक्) = अभाव। sense (सेन्स्) = समझ। worry (वरि) = चिंता। let (लेट्) = अनुमति देना। frightened (फ्राइटन्ड्) = भयभीत। remembered (रिमेम्ब(र)ड) = याद किया। turned out (टन्ड आउट) = बाहर निकाल दी गई। sold (सोल्ड्) = बेचा। shouted (शाउटड) = चिल्लाई। terror (टेर(र)) = आतंक। pulled (पुल्ड) = खींचा। grip (ग्रिप्) = पकड़। matter (मैट(र)) = मामला। fool (फूल) = मूर्ख। decent (डीस्न्ट्) = शालीन। passed on (पास्ट ऑन्) = दे दिये गये। mend (मेन्ड्) = मरम्मत करना। receive (रिसीव) = प्राप्त करना, स्वीकार करना। dress (ड्रेस्) = पोशाक। shrunk (शङ्क्) = सिकुड़ गया। washing (वॉशिङ्) = धुलाई। bathed (बेड्) = नहलाई गई। rubbed (रब्ड) = मला गया। matted (मैट्ड) = उलझे हुए। begin (बिगिन्) = आरम्भ करना।

हिन्दी अनुवाद : जब मंगला का विवाह हुआ, भोली की आयु सात वर्ष थी। उसी वर्ष उनके गाँव में लड़कियों के लिए एक प्राथमिक विद्यालय खोला गया। तहसीलदार साहब उसका उदघाटन करने आए थे। उन्होंने रामलाल से कहा, “राजस्व अधिकारी के तौर पर तुम इस गाँव में सरकार के प्रतिनिधि हो, और इसलिए तुम्हें ग्रामवासियों के समक्ष एक उदाहरण रखना होगा। तुम्हें अपनी बेटियों को विद्यालय अवश्य भेजना चाहिए।” उस रात्रि जब रामलाल ने अपनी पत्नी से सलाह माँगी, वह चिल्लाई, “क्या तुम मूर्ख हो? यदि लड़कियाँ स्कूल गईं तो उनसे विवाह कौन करेगा?” । लेकिन तहसीलदार की अवज्ञा करने की हिम्मत रामलाल में नहीं थी।

अन्त में उसकी पत्नी बोली, “मैं आपको बताऊँगी कि क्या करना है। भोली को स्कूल भेज दो। जैसी स्थिति है, उसके विवाह की सम्भावना कम है, उसके कुरूप चेहरे और समझ में कमी के साथ । विद्यालय के शिक्षकों को उसकी फिक्र करने दो।” अगले दिन रामलाल ने भोली का हाथ पकड़ा तथा बोले, “मेरे साथ आओ। मैं तुम्हें विद्यालय ले चलूँगा।” भोली डर गई। उसे पता नहीं था कि स्कूल कैसा होता है। उसे याद आया कि किस प्रकार कुछ दिनों पहले उनकी बूढी गाय लक्ष्मी को घर से बाहर निकाल दिया गया था और बेच दिया गया था। “न-न-न-न नहीं-नहीं-नहीं।” वह अत्यधिक भय से चीखी और पिता की पकड़ से अपना हाथ छुड़ा लिया।

“तुम्हारे साथ क्या बात है, अरे मूर्ख?” रामलाल चिल्लाए। “मैं तुम्हें विद्यालय ही तो ले जा रहा हूँ।” तब उन्होंने अपनी पत्नी से कहा, “आज उसे कुछ ढंग के वस्त्र पहनाओ, अन्यथा शिक्षक और विद्यालय की अन्य लड़कियाँ हमारे बारे में क्या सोचेंगी जब वे उसे देखेंगी?” भोली के लिए कभी भी नए कपड़े नहीं बनवाए गए थे। उसकी बहनों के पुराने वस्त्र उसे दे दिए जाते थे। उसके कपड़ों की मरम्मत करने या धोने की कोई फिक्र नहीं करता था। परन्तु आज वह भाग्यशाली थी एक साफ-सुथरी पोशाक पाकर, जो कई बार धुलने के पश्चात सिकुड़ गई थी जो चंपा को ठीक नहीं आती थी (छोटी पड़ गई थी)। उसे नहलाया भी गया और उसके सूखे उलझे हुए केशों में तेल मला गया। केवल तभी उसने विश्वास करना प्रारंभ किया कि उसे उसके घर से बेहतर स्थान पर ले जाया जा रहा था!

When they reached……………………………..touched her heart. (Pages 56-57)

कठिन शब्दार्थ : reached (रीच्ट) = पहुँचा। already (ऑरेडि) = पहले से ही। handed over (हैन्ड्ड अउव(र)) = दिया। headmistress (हेड्मिस्ट्रस्) = प्रधानाध्यापिका। alone (अलोन्) = अकेली। several (सेवल) = अनेक। squatted (स्क्वॉट्ड) = उक बैठना। mats (मैट्स) = चटाई। slates (स्लेट्स) = स्लेटें। exactly (इग्जैट्लि ) = एकदम, बिलकुल। happened (हैपन्ड) = घटित हुआ। glad (ग्लैड्) = प्रसन्न, सुखी। almost (ऑल्मोस्ट्) = लगभग। hoped (होप्ड) = आशा की। lady teacher (लेडि टीच(र)) = महिला शिक्षक। understand

(अन्ड्स्टै न्ड्) = किसी बात का अर्थ समझना। fascinated (फैसिनेट्ड) = मोहित करते थे। visit (विज़िट) = भ्रमण, दौरा। orchard (ऑचड्) = फलों का बाग। suddenly (सन्लि ) = अचानक। noticed (नोटिस्ट) = ध्यान दिया। stammer (स्टैम(र)) = हकलाना। flowed (फ्लोड) = बहे। helpless (हेल्पलस्) = विवश । flood (फ्लड्) = प्रवाह । corner (कॉन(र)) = कोना। daring (डेअरिङ्) = साहस करना। still (स्टिल्) = अब तक, तो भी। scurried (स्करिड) = छोटे-छोटे तेज कदमों से आगे बढ़ गई। lowered (लोअ(र)ड = नीचे झुका हुआ। sobbing (सॉबिङ्) = सिसकती रही। soft (सॉफ्ट) = नरम। soothing (सूदिङ्) = शांतिदायक। touched (टचट्) = छू लिया। heart (हाट) = दिल।

हिन्दी अनुवाद : जब वे विद्यालय पहुँचे, बच्चे पहले से कक्षाओं में थे। रामलाल ने अपनी बेटी प्रधानाध्यापिका को सौंप दी। अकेली रह जाने पर बेचारी लड़की ने भयभीत आँखों से अपने चारों ओर देखा। वहाँ अनेक कमरे थे, और प्रत्येक कमरे में उसके जैसी लड़कियाँ चटाइयों पर उकडूं बैठी हुई पुस्तकें पढ़ रही थीं, या स्लेटों पर लिख रही थीं। प्रधानाध्यापिका ने भोली से कक्षाओं में से एक में एक कोने में बैठ जाने को कहा।

भोली को यह ज्ञात नहीं था कि विद्यालय कैसा होता है और वहाँ क्या होता है, लेकिन वह लगभग अपनी आयु की बहुत-सी लड़कियों को वहाँ उपस्थित देख कर खुश थी। उसे आशा थी कि उनमें से कोई लड़की सम्भवतः उसकी सहेली बन जाएगी शिक्षिका जो कक्षा में थी, लड़कियों से कुछ कह रही थी, लेकिन भोली को कुछ समझ में नहीं आया। उसने दीवार पर लगे चित्रों को देखा। रंगों ने उसको मोहित कर दिया – घोड़ा उसी घोड़े की भाँति भूरा था, जिस पर तहसीलदार साहब ने गाँव का दौरा किया था; बकरी उसकी पड़ौसी की बकरी की भाँति काली थी; तोता उन्हीं तोतों की भाँति हरा था जिसे उसने आम के बाग में देखा था; और गाय बिल्कुल उनकी लक्ष्मी के समान थी। और अचानक भोली ने देखा कि शिक्षिका मुस्कराते हुए उसके पास आकर खड़ी हो गई थी। .. “तुम्हारा नाम क्या है, नन्ही बच्ची?”

“भो…..भो…भो….।” वह हकलाने के कारण आगे नहीं बोल सकी। फिर उसने रोना शुरू कर दिया और उसकी आँखों से आँसू विवश बाढ़ की भाँति बह निकले। वह सिर नीचे किए हए कोने में बैठी रही। उसे पता था कि लडकियां उस पर अब भी हँस रही थी उनकी ओर देखने की नहीं हुई। जब स्कूल की घण्टी बजी, सभी लड़कियाँ छोटे-छोटे तेज कदमों से कक्षा से बाहर बढ़ गईं, परन्तु भोली की हिम्मत अपने कोने को छोड़ने की नहीं हुई। अपना सिर अब भी नीचा किए हुए वह सिसकती रही। “भोली।” अध्यापिका का स्वर इतना नरम और शान्तिदायक था ! अपने सम्पूर्ण जीवन में कभी भी उसे इस प्रकार सम्बोधित नहीं किया गया था। इसने (शब्दों ने) उसका हृदय छू लिया।

“Get up”, said the………………………early tomorrow morning. (Pages 57-58)

कठिन शब्दार्थ : get up (गेट् अप्) = खड़ी हो जाओ। command (कमान्ड्) = आदेश | suggestion (सजेस्चन्) = सुझाव। sweat (स्वेट) = पसीना। tongue (टङ्) = जीभ। disgrace (डिस्ग्रेस्) = बदनामी encouraged (इन्करिज्ड) = हिम्मत बढ़ाई। relieved (रिलीव्ड्) = चिंतामुक्त। achievement (अचीवमन्ट) = उपलब्धि। patted (पैट्ड) = थपथपाया। affectionately (अफ़ेक्श्न ट्ल) = स्नेहपूर्वक। fear (फिअ(र) = भय । really (रिअलि) = वास्तव में। easy (ईज़ि) = सरल। nodded (नॉड्ड) = सिर हिलाया। aloud (अलाउड्) = ऊँचे स्वर में। astonished (अस्टॉनिश्ट) = आश्चर्यचकित। learned (लॅनिड) = विद्वान। respect (रिस्पेक्ट्) = आदर। slightest (स्लाइट्स्ट्) = थोड़ी-सी।

हिन्दी अनुवाद : “खड़ी हो जाओ”, शिक्षिका ने कहा। यह एक आदेश नहीं था, वरन महज एक मैत्रीपूर्ण सुझाव था, भोली खड़ी हो गई। “अब मुझे अपना नाम बताओ।” . उसके पूरे शरीर पर पसीना आ. गया। क्या उसकी हकलाती हुई जबान फिर से उसे लज्जित कर देगी? फिर भी उसने इस दयालु महिला के लिए एक प्रयास करने का निर्णय लिया। उसकी आवाज कितनी शान्तिदायक थी; वह उस पर नहीं हँसेगी। “भ-भ-भो-भो-” उसने हकलाना शुरू कर दिया। “बहुत अच्छा, बहुत अच्छा”, शिक्षिका ने उसकी हिम्मत बढ़ाई। “आओ, अब-पूरा नाम बताओ।” “भ, भ-भो-भोली।” अन्त में वह यह कहने में समर्थ हुई और उसने चिन्तामुक्त महसूस किया जैसे कि यह एक महान उपलब्धि थी।

“बहुत अच्छा।” शिक्षिका ने उसे स्नेहपूर्वक थपथपाया और कहा, “अपने दिल से डर भगा दो और तुम सभी की तरह बोलने में सक्षम हो जाओगी।” भोली ने मानो यह पूछने के लिए ऊपर की ओर देखा, “सचमुच?” “हाँ, हाँ, यह बहुत आसान होगा। केवल तुम प्रतिदिन स्कूल आया करो। क्या तुम आओगी?” भोली ने स्वीकृति में सिर हिला दिया। “नहीं, इसे जोर से बोलो।” “हं-हं-हाँ।” और भोली स्वयं आश्चर्यचकित हो गई कि वह यह बोलने में समर्थ हो गई थी। “क्या मैंने तुम्हें नहीं बताया था? अब यह पुस्तक ले लो।” । पुस्तक सुन्दर चित्रों से भरी हुई थी और चित्र रंगीन थे कुत्ता, बिल्ली, बकरी, घोड़ा, तोता, शेर और बिल्कुल लक्ष्मी जैसी एक गाय । और प्रत्येक तस्वीर के साथ एक शब्द मोटे काले अक्षरों में लिखा था। “एक महीने में तुम इस पुस्तक को पढ़ने में समर्थ हो जाओगी। फिर मैं तुम्हें इससे बड़ी पुस्तक दूंगी और तत्पश्चात् उससे भी बड़ी पुस्तक। समय आने पर तुम गाँव में अन्य सभी की तुलना में अधिक शिक्षित हो जाओगी। तब कोई व्यक्ति कभी भी तुम पर हँस नहीं सकेगा। लोग तुम्हें सम्मान से सुना करेंगे और तुम बिना थोड़ी-सी भी हकलाहट के बोल सकोगी। समझी? अब घर जाओ और कल प्रातः जल्दी वापस आ जाना।”

Bholi felt as if………………..envious of her luck. (Pages 58-59)

कठिन शब्दार्थ : as if (ऐज् इफ्) = जैसे मानो कि। bells (बेल्ज) = घंटियाँ । temple (टेम्पल) = मंदिर । blossomed (ब्लॉसम्ड) = खिल गए। throbbing (थ्रॉबिङ्) = धड़कना । passed (पास्ट) = बीत गए। cinema (सिनमा) = चलचित्र । tin shed (टिन् शेड्) = टिन का सायबान । ginning mill (जिनिङ् मिल्) = रुई धुनने का कारखाना। mail train (मेल ट्रेन्) = डाक- गाड़ी। proposal (प्रपोज्ल्) = प्रस्ताव, सुझाव। certainly (सट्नलि) = निश्चित रूप से। well to do (वेल् टु डू) = धनी । bank (बैंक) = बैङ्क। dowry (डाउरि) = दहेज। young (यङ्) = युवा। limps (लिम्प्स्) = लंगड़ाता है। grown up (ग्रोन् अप्) = वयस्क। great age (ग्रेट एज्) = अधिक आयु । accept (अक्सेप्ट्) = स्वीकार करना। unmarried (अनमैरिड्) = अविवाहित।

wonder (वन्ड(र)) = कुछ जानने को उत्सुक होना। witless (विट्लॅस) = मूर्ख, नासमझ। dumb (डम्) = गूंगी। muttered (मट(र)ड) = बुदबुदाया। courtyard (कॉट्याड्) = आंगन। awake (अवेक्) = जागना। listening (लिसनिङ्) = सुनते हुए। whispered (विस्प(र)ड) = कानाफूसी की। conversation (कॉन्वसेशन्) = बातचीत। grocer (ग्रोस(र)) = पंसारी। relations (रिलेशन्ज्) = रिश्तेदार। brass band (ब्रास् बैन्ड) = पीतल के वाद्य-यंत्रों का बैंड। popular (पॉप्यल(र)) = लोकप्रिय । tune (ट्यून्) = संगीत की कोई धुन। headed (हेड्ड) = सबसे आगे था, procession (प्रसेश्न्) = बारात, riding (राइडिंग) = घोड़े की सवारी करते हुए। decorated (डेकरेट्ड) = सजा हुआ। overjoyed (ओवजॉइड) = आनंद विभोर। pomp (पॉम्प) = तड़क-भड़क । splendour (स्प्लेन्ड(र)) = शान, वैभव । dreamt (ड्रेस्ट) = स्वप्न देखा। grand (ग्रैन्ड) = शानदार। wedding (वेडिङ्) = विवाह समारोह । elder (एलड(र)) = बड़ी। occasion (अकेशन्) = अवसर। envious (एन्विअस्) = ईर्ष्या करने वाला।

हिन्दी अनुवाद : भोली ने महसूस किया मानो एकाएक गाँव के मन्दिर में सभी घण्टियाँ बज रही थीं और विद्यालय भवन के सामने वाले वृक्ष बड़े-बड़े लाल फूलों में खिल गए थे। उसका हृदय एक नई आशा और नए जीवन के साथ धड़क रहा था। इस प्रकार वर्षों बीत गए। गाँव छोटा कस्बा बन गया। छोटी प्राथमिक पाठशाला उच्च विद्यालय बन गई। अब वहाँ टिन शेड के नीचे एक सिनेमा घर और एक रुई धुनने की मिल थी।

उनके रेलवे स्टेशन पर डाकगाड़ी ने रुकना प्रारम्भ कर दिया था। एक रात भोजन के उपरान्त रामलाल ने अपनी पत्नी से कहा, “तो क्या मैं बिशम्भर का विवाह प्रस्ताव स्वीकार कर लूँ?” “हाँ, अवश्य”, उसकी पत्नी बोली। “ऐसे अमीर दूल्हे को पाकर भोली भाग्यशाली होगी। एक बड़ी दुकान, अपना मकान, और मैंने सुना है बैंक में कई हजार जमा हैं। इसके अलावा वह कोई दहेज भी नहीं माँग रहा है।”  “वह तो ठीक है, परन्तु वह इतना जवान नहीं रहा, तुम जानती हो लगभग मेरी आयु का है और वह लंगड़ाता भी है। उसके अलावा उसकी पहली पत्नी के बच्चे भी काफी बड़े हो चुके हैं।”

“तो इससे क्या फर्क पड़ता है?” उसकी पत्नी ने उत्तर दिया। “पैंतालीस या पचास-पुरुष के लिए यह कोई अधिक आयु नहीं है। हम भाग्यशाली हैं कि वह दूसरे गाँव का है और वह उसके चेचक के दागों और उसकी समझ की कमी के बारे में नहीं जानता है। यदि हम इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते हैं तो वह जीवनपर्यन्त अविवाहित रह सकती है।” “हाँ, लेकिन मैं यह जानने को उत्सुक हूँ कि भोली क्या कहेगी।” “वह मूर्ख क्या कहेगी? वह एक मूक गाय के समान है।” “शायद तुम सही हो”, रामलाल बड़बड़ाया।

आँगन के दूसरे कोने में, भोली जागी हुई अपनी चारपाई के ऊपर लेटी हुई माता-पिता की कानाफूसी वाली बातचीत सुन रही थी। बिशम्भरनाथ एक समृद्ध पंसारी था। वह विवाह के लिए मित्रों और रिश्तेदारों की एक बड़ी बारात लेकर आया। बारात के आगे-आगे पीतल के वाद्ययन्त्रों का एक बैंड एक भारतीय चलचित्र की लोकप्रिय धुन बजाता हुआ चल रहा था, दूल्हा एक सजे हुए घोड़े पर सवार था। इतनी तड़क-भड़क और शान देख कर रामलाल आनन्दविभोर हो गया। उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसकी चौथी बेटी का विवाह इतनी धूमधाम से होगा। इस अवसर पर आई हुई भोली की बड़ी बहनें उसके भाग्य से ईर्ष्या करने लगीं।

When the auspicious…………………………only cold contempt. (Pages 59-60)

कठिन शब्दार्थ : auspicious (ऑस्पिशस्) = मांगलिक। moment (मोमन्ट) = क्षण। priest (प्रीस्ट) = पुजारी। bring (ब्रिङ्) = लाना। clad in (क्लैड् इन्) = वस्त्र पहने हुए। bridal dress (ब्राइड्ल् ड्रेस्) = वधू की पोशाक। sacred (सेक्रिड्) = पवित्र । garland (गालन्ड्) = फूलों का हार। prompted (प्रॉम्प्ट्ड ) = याद दिलाया। lifted (लिफ्ट्ड) = ऊपर उठाया । slipped (स्लिप्ट) = उतार दिया। silken veil (सिल्क्न वेल्) = रेशमी बूंघट। glance (ग्लान्स्) = उड़ती नजर डाली। poised (पॉइजड) = किसी हरकत के लिए तैयार। bride (ब्राइड्) = दुल्हन । pulled down (पुलड डाउन्) = नीचे खींचा। turban (टबन्) = साफा। honour (ऑन(र)) = प्रतिष्ठा । humiliate (ह्यूमिलिएट्) = अपमानित करना। considerate (कन्सिडरट) = संवेदनशील। streaming down (स्ट्रीमिङ् डाउन्) = नीचे बहते हुए, counted (काउन्ड) = एक-एक करके धीरे-धीरे गिने। triumphant (ट्राइअमफन्ट) = विजय पर अत्यंत प्रसन्न । gambled (गैम्ब्ल ड) = बाजी लगाई, जुआ खेला। downcast (डाउन् कास्ट) = आँखें नीचे झुकी हुईं। straight (स्ट्रेट्) = सीध में, सीधे-सीधे। prospective (प्रस्पेक्टिव्) = संभावित। cold contempt (कोल्ड् कन्टेम्प्ट) = रूखा तिरस्कार, अवज्ञा ।

हिन्दी अनुवाद : जब शुभ घड़ी आई, पुजारी ने कहा, “दुल्हन को लाओ।” ताल, रेशमी साड़ी पहने हुए भोली पवित्र अग्नि के पास दुल्हन के स्थान तक लाई गई। “दुल्हन को माला पहना दो”, बिशम्भरनाथ के एक मित्र ने उसे याद दिलाया। दूल्हे ने पीले गैंदे के फूलों का हार ऊपर उठाया। एक महिला ने दुल्हन के चेहरे से चूंघट पीछे सरका दिया। बिशम्भर ने शीघ्रता से एक उड़ती नजर से देखा। माला उसके हाथों में ठहरी रह गई। दुल्हन ने धीरे से चूँघट अपने चेहरे पर नीचे खींच लिया। “क्या तुमने उसे देखा है?” बिशम्भर ने बगल में खड़े मित्र से पूछा। “उसके चेहरे पर चेचक के दाग हैं।” “तो क्या (हुआ)? आप भी तो जवान नहीं हैं।”

“हो सकता है। लेकिन यदि मेरा उससे विवाह होगा तो उसके पिता को मुझे पाँच हजार रुपये अवश्य देने होंगे।” रामलाल गया और अपनी पगड़ी-अपनी प्रतिष्ठा – बिशम्भर के पैरों पर रख दी। “मुझे इस तरह अपमानित मत करिए। दो हजार रुपये ले लीजिए।” । “नहीं। पाँच हजार, या हम वापस चले जाएँगे। अपनी बेटी को रख लो।” “कृपया थोड़ा संवेदनशील बनिये। यदि आप वापस चले जाएँगे, तो मैं गाँव में मुँह दिखाने लायक नहीं रहूँगा।”

दुल्हन व  “तो फिर निकालो पाँच हजार।” चेहरे पर आँखों से आँसू बहाते हुए रामलाल भीतर गया, तिजोरी खोली और नोट एक-एक करके धीरे-धीरे गिने। उसने दल्हे के चरणों पर बन्डल रख दिया। बिशम्भर के लालची चेहरे पर विजय की एक मुस्कराहट आ गई। उसने जुआ खेला था और बाजी जीत ली। “मुझे माला दो।” उसने घोषणा की। एक बार फिर दुल्हन के चेहरे से चूंघट पीछे सरकाया गया, लेकिन इस बार उसकी आँखें नीचे झुकी हुई नहीं थीं। वह ऊपर देख रही थी, अपने भावी पति को सीधे देख रही थी। और उसकी आँखों में न क्रोध था, न ही घृणा, मात्र रूखा तिरस्कार।

Bishamber raised the………………………..of her masterpiece. (Pages 60-61)

कठिन शब्दार्थ : raised (रेज्ड) = ऊपर उठाई। streak (स्ट्रीक्) = धारी, पतली रेखा । lightning (लाइनिङ्) = आकाश की बिजली। flung (फ्लङ्) = जोर से फेंक दी गई। thunder struck (थन्ड(र) स्ट्रक्) = वज्रपात हो गया। guests (गेस्ट्स) = अतिथि। shameless (शेम्लस्) = बेशर्म। disgrace (डिस्ग्रेस्) = बदनामी कराना। willing (विलिङ्) = राजी। lame (लेम्) = लंगड़ा। mean (मीन्) = संकुचित मनोवृत्ति वाला। contemptible (कन्टेम्प्टब्ल्) = तिरस्करणीय। coward (काउअड्) = कायर। harmless (हाम्लस्) = सीधी-सादी। violently (वाइअलॅन्टलि) = हिंसापूर्वक।

heartless (हाट्लस) = निर्मम। creature (क्रीचर) = प्राणी। confused (कनफ्यूज्ड) = भ्रमित। rooted (रू = जमीन में गड़ा हुआ। bowed (बाउड) = झुका हुआ। grief (ग्रीफ्) = दुःख। shame (शेम्) = शर्म। flames (फ्लेम्ज) = लपट, ज्वाला। calm (काम्) = शांत। steady (स्टेडि) = स्थिर। satisfaction (सैटिस्फैक्शन्) = संतुष्टि । artist (आटिस्ट्) = कलाकार । contemplating (कॉन्टम्प्लेटिङ्) = चिंतन करते हुए। completion (कम्प्लीश्न्) = समाप्ति। masterpiece (मास्टपीस्) = अतिश्रेष्ठ रचना।

हिन्दी अनुवाद : बिशम्भर ने दुल्हन की गर्दन (गले) में डालने के लिए माला उठाई लेकिन वह वैसा कर पाता, उससे पहले, बिजली की रेखा की तरह उसका हाथ बाहर की तरफ निकला, और माला आग में फेंक दी गई। वह उठ खड़ी हुई और (उसने) चूंघट उतार फेंका। “पिताजी!” भोली स्पष्ट, ऊँची आवाज में बोली; और उसके पिता, माता, बहनें, भाई, रिश्तेदार और पड़ौसी थोड़ी-सी भी हकलाहट के बिना उसे बोलते हुए सुनकर चौंक गए।
“पिताजी ! अपना पैसा वापस ले लीजिए। मैं इस व्यक्ति से विवाह नहीं करने जा रही।”

रामलाल के ऊपर वज्रपात हो गया। अतिथिगण कानाफूसी करने लगे, “इतनी बेशर्म! इतनी कुरूप और इतनी बेशर्म!” “भोली, क्या तू पागल है?” रामलाल चीखा। “तू अपने परिवार की बदनामी कराना चाहती है? हमारी इज्जत का थोड़ा तो लिहाज कर!” “आपकी इज्जत की खातिर”, भोली ने कहा, “मैं इस लंगड़े, बूढ़े व्यक्ति से विवाह करने के लिए तैयार हो गई थी। लेकिन मुझे अपने पति के रूप में ऐसी संकुचित मनोवृत्ति वाला, लालची और घृणित कायर नहीं चाहिए। मैं नहीं करूँगी, मैं नहीं करूँगी, मैं नहीं करूँगी।”

“कितनी निर्लज्ज लड़की है। हम सबने सोचा था कि वह एक सीधी-सादी गूंगी गाय है।” भोली बूढ़ी महिला की ओर उग्रता से मुड़ी, “हाँ, चाची, तुम सही हो। आप सबने सोचा कि मैं बेजुबान. गाय हूँ। इसी कारण आप मुझे इस क्रूर व्यक्ति को सौंप देना चाहती थीं। किन्तु अब यह मूक गाय, हकलाने वाली मूर्ख बोल रही है। क्या आप और अधिक सुनना चाहती हैं?” बिशम्भरनाथ पंसारी ने बारात के साथ वापस जाना प्रारम्भ कर दिया। चकराए हुए बैन्डवालों ने सोचा कि अनुष्ठान (विवाह) सम्पन्न हो चुका था, इसलिए उन्होंने अन्तिम गीत (विदाई गीत) बजाना शुरू कर दिया। रामलाल जमीन में गड़ा हुआ खड़ा रहा, उसका सिर दुःख और लज्जा के बोझ तले झुक गया था। पवित्र अग्नि की लपटें धीमे-धीमे बुझ गईं। सभी जा चुके थे।

रामलाल भोली की ओर मुड़ा और .. बोला, “परन्तु तेरा क्या होगा, अब तुझसे कोई कभी विवाह नहीं करेगा। हम तेरे लिए क्या करेंगे?” और सुलेखा शांत और स्थिर आवाज में बोली, “आप चिन्ता न करें, पिताजी! आपकी वृद्धावस्था में मैं आपकी और माताजी की सेवा करूँगी और मैं उसी विद्यालय में पढ़ाया करूँगी जहाँ मैंने इतना सीखा। क्या यह ठीक नहीं है, मैडम?” अध्यापिका इस दौरान नाटक देखते हुए एक कोने में खड़ी थी। “हाँ, भोली, निस्सन्देह”, उसने उत्तर दिया। और उसकी मुस्कराती हुई आँखों में गहरी सन्तुष्टि की रोशनी थी जो एक कलाकार उस समय महसूस करता है जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ कलाकृति के समापन का विचार करता है।

RBSE Class 10 English Bholi Textbook Questions and Answers

Read And Find Out (Page 54)

Question 1.
Why is Bholi’s father worried about her?
भोली के पिता उसके विषय में चिन्तित क्यों हैं?
Answer:
Ramlal had seven children. All of them except Bholi were good-looking, healthy and strong. Hence it was not difficult to find suitable good matches for them. But on the contrary, Bholi had neither good looks nor intelligence. So her father was worried about her.

रामलाल के सात बच्चे थे। भोली के अलावा वे सभी अच्छे दिखने वाले, स्वस्थ और हृष्टपुष्ट थे। अतः उनके लिए उपयुक्त अच्छा रिश्ता ढूँढ़ना मुश्किल नहीं था। लेकिन इसके विपरीत, भोली न तो सुदर्शन थी न ही बुद्धिमान। अतः उसके पिता उसके विषय में चिन्तित थे।

Question 2.
For what unusual reasons is Bholi sent to school?
कौनसे असामान्य कारणों के लिए भोली को स्कूल भेजा जाता है?
Answer:
A primary school is opened in Bholi’s village. The Tehsildar asks Bholi’s father to send his daughters to school. It is socially restricted to send girls to school. Nobody will marry a girl who has gone to school. But Bholi’s father has no courage to disobey the tehsildar. Bholi’s mother suggests that Bholi should be sent to school. She being ugly and witless already stands no chance of getting married. Thus they send Bholi to school to please the tehsildar.

भोली के गाँव में एक प्राथमिक विद्यालय खोला जाता है। तहसीलदार भोली के पिता को अपनी पुत्रियों को विद्यालय भेजने को कहता है। लड़कियों को विद्यालय भेजना सामाजिक रूप से प्रतिबंधित है। उस लड़की से कोई विवाह नहीं करेगा जो विद्यालय गई हुई हो। लेकिन भोली के पिता में इतना साहस नहीं है कि वह तहसीलदार की अवज्ञा कर सके। भोली की माँ सुझाव देती है कि भोली को विद्यालय भेज देना चाहिए। उसके कुरूप व निर्बुद्धि होने के कारण विवाह का कोई अवसर नहीं है। इस प्रकार तहसीलदार को प्रसन्न करने के लिए भोली को विद्यालय भेज देते हैं।

(Page 55)

Question 1.
Does Bholi enjoy her first day at school?
क्या भोली विद्यालय में अपने प्रथम दिन का आनन्द उठाती है?
Answer:
Yes, Bholi enjoys her first day at school. She feels happy to see many girls there. The coloured pictures on the wall fascinate her. She cries also when the girls laugh at her stammer. But the teacher’s soft and soothing voice encourages her.

हाँ, भोली विद्यालय में अपने प्रथम दिन का आनंद लेती है। बहुत सी लड़कियों को वहाँ देखकर वह प्रसन्न महसूस करती है। दीवार की रंगीन तस्वीरें उसे आकर्षित करती हैं। जब लड़कियाँ उसके हकलाने पर हँसती हैं . तो वह रोने भी लगती है। लेकिन शिक्षिका की कोमल व सहानुभूतिपूर्ण आवाज उसे प्रोत्साहित करती है।

Question 2.
Does she find her teacher different from the people at home?
क्या वह अपनी शिक्षिका को घर के लोगों से भिन्न पाती है?
Answer:
Yes, she finds her teacher different from the people at home. Her teacher is kind, sympathetic encouraging and affectionate whereas the people at home neglect her. The teacher tells that schooling will make her learned and respected.

हाँ, वह अपनी शिक्षिका को घर के लोगों से भिन्न पाती है। उसकी शिक्षिका दयाल प्रोत्साहित करने वाली व स्नेही है जबकि घर के लोग उसकी उपेक्षा करते हैं। शिक्षिका उसे बताती है कि विद्यालयी शिक्षा उसे ज्ञानशील व सम्मानित करेगी।

(Page 58)

Question 1.
Why do Bholi’s parents accept Bishamber’s marriage proposal?
भोली के अभिभावक बिशम्भर का विवाह का प्रस्ताव क्यों स्वीकार कर लेते हैं?
Answer:
Bholi’s parents accept Bishamber’s marriage proposal because he is a wealthy grocer. He does not demand dowry. They fear that being ugly and witless no one else will
marry her.

भोली के माता-पिता, बिशम्भर का विवाह प्रस्ताव स्वीकार कर लेते हैं क्योंकि वह एक धनवान पंसारी है। वह दहेज की माँग नहीं करता है। उनको डर है कि कुरूप व बुद्धिहीन होने के कारण कोई अन्य उससे विवाह नहीं करेगा।

Question 2.
Why does the marriage not take place?
विवाह सम्पन्न क्यों नहीं होता है?
Answer:
The marriage does not take place because on seeing pockmarks on Bholi’s face, Bishamber demands dowry of Rs. 5000. Then, Bholi refuses to marry such a mean, greedy and contemptible coward.

विवाह सम्पन्न नहीं होता है क्योंकि भोली के चेहरे पर चेचक के दाग देखकर बिशम्भर 5000 रुपये के दहेज की मांग करता है। तब, भोली ऐसे नीच, लालची, घृणित कायर से विवाह करने से मना कर देती है।

Think About It (Page 62)

Question 1.
Bholi had many apprehensions about going to school. What made her feel that she was going to a better place than her home?
स्कूल जाने के विषय में भोली के मन में बहुत से भय थे। किस बात ने उसे यह महसूस करवाया कि वह घर से बेहतर जगह पर जा रही थी?
Answer:
Bholi had many apprehensions about going to school. She didn’t know what a school was like. She thought she would be turned out of the house and sold like their old cow, Lakshmi. She was given a bath. Then, oil was rubbed into her dry and matted hair. After that, a clean dress was given to her to put on. All these made her feel that she was going to a better place than her home.

विद्यालय जाने के बारे में भोली के मन में बहुत से भय थे। वह नहीं जानती थी कि विद्यालय कैसा होता था। उसने सोचा कि उसे उनकी वृद्ध गाय, लक्ष्मी के जैसे घर से बाहर किया जा रहा था और बेचा जा रहा था। उसे स्नान कराया गया था। फिर उसके रूखे व उलझे बालों में तेल लगाया गया था। इसके उपरांत, उसे पहनने को एक स्वच्छ पोशाक दी गई थी। इन सभी ने उसे यह महसूस करवाया कि वह घर से बेहतर जगह पर जा रही थी।

Question 2.
How did Bholi’s teacher play an important role in changing the course of her life?
भोली के जीवन का मार्ग बदलने में उसकी शिक्षिका ने किस प्रकार एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई?
Answer:
Bholi’s teacher played a very important role in changing her life. She was the first person who spoke to her affectionately. She encouraged her to speak out her name without any fear. She inculcated in her a desire to learn. Then she would be more learned. And no one would be able to laugh at her ever. Then people would listen to her and would respect her. She turned her into a confident, daring, self-respecting person who could take her own decision.

भोली की शिक्षिका ने उसका जीवन बदलने में एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह पहली महिला थी जो उससे स्नेहपूर्वक बोली। उसने उसे बिना किसी भय के अपना नाम बोलने के लिए प्रोत्साहित किया। उसने उसमें सीखने की इच्छा पैदा की। फिर वह गांव में सबसे अधिक विद्वान हो जाएगी। और कोई भी कभी उस पर हँस नहीं सकेगा। तब लोग उसकी बातें सुनेंगे और उसका सम्मान करेंगे। उसने उसे एक विश्वासी, हिम्मती, आत्मसम्मान से परिपूर्ण व्यक्ति में बदल दिया जो अपने निर्णय स्वयं ले सकती थी।

Question 3.
Why did Bholi at first agree to an unequal match ? Why did she later reject the marriage ? What does this tell us about her ?
भोली पहले बेमेल विवाह सम्बन्ध के लिए क्यों सहमत हो गई? बाद में उसने विवाह से क्यों इनकार कर दिया है? यह हमें उसके बारे में क्या बताता है? ।
Answer:
Bholi agreed to unequal match because she had pockmarks so no one else would marry her. Her parents were worried about her marriage so to free them from this worry she agreed to it. She later rejected the marriage because Bishamber, the groom, demanded Rs. 5000 when he saw her pockmarks. She refused to marry a mean, greedy and contemptible coward. This tells us about her that she is now a bold, confident, self-respecting and self decisive girl and not a dumb-driven-cow.

भोली बेमेल विवाह को तैयार हो गई क्योंकि उसके चेचक के दाग थे इसलिए कोई अन्य उससे विवाह नहीं करता। उसके माता-पिता उसके विवाह के लिए चिन्तित थे इसलिए उन्हें इस चिंता से मुक्त करने के लिए वह इसके लिए तैयार हो गई। बाद में उसने इस विवाह से इनकार कर दिया क्योंकि दूल्हे, बिशम्भर ने उसके चेचक के दाग देखकर 5000 रुपये की मांग कर डाली। उसने ऐसे नीच, लालची व घृणित कायर से विवाह करने से इनकार कर दिया। यह बात हमें उसके बारे में बताती है कि वह अब एक साहसी, आत्मविश्वासी, आत्म-सम्मानी व स्वयं निर्णय लेने वाली लड़की है न कि एक सीधी-सादी-मूक-गाय।

Question 4.
Bholi’s real name is Sulekha. We are told this right at the beginn But only in the last but one paragraph of the story in Bholi called Sulekha again. Why do you think she is called Sulekha at that point in the story ?
भोली का वास्तविक नाम सुलेखा है। हमें यह ठीक शुरू में ही बता दिया जाता है। पर कहानी के आखिरी से पहले अनुच्छेद में फिर से भोली को सुलेखा कहा गया । आप क्यों सोचते हैं कहानी के उस बिंदु पर उसे सुलेखा क्यों कहा जाता है?
Answer:
Sulekha was called Bholi because she was considered to be a simpleton or a foolish girl. Thus the name Bholi symbolises her lack of confidence and wisdom. There is no incident or event in the whole story except at the end that proves that she is no longer a simpleton. This is a conscious effort of the author to show that ultimately Sulekha has achieved her real identity by literally flinging her veil into the fire.

सुलेखा भोली कहलाई जाती थी क्योंकि वह एक भोली-भाली और मूर्ख लड़की मानी जाती थी। इस कारण से भोली नाम उसके विश्वास एवं बुद्धि के अभाव का प्रतीक है। पूरी कहानी में अंत को छोड़कर ऐसा कोई प्रसंग या घटना नहीं है जो साबित करती है कि वह अब भोली-भाली मूर्ख नहीं रही है। यह लेखक का यह दिखाने का सचेत प्रयास है कि आखिरकार सुलेखा ने अपना बूंघट आग में फेंक कर अपनी असली पहचान पा ली है।

Talk about it

Question 1.
Bholi’s teacher helped her overcome social barriers by encouraging and motivating her. How do you think you can contribute towards changing the social attitudes illustrated in this story ?
भोली की अध्यापिका उसे सामाजिक बाधाओं को पार करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करती है। आप क्या सोचते हैं, आप कैसे सामाजिक धारणाओं को जिनकी व्याख्या इस कहानी में है, बदलने में अपना योगदान दे सकते हैं?
Answer:
Bholi’s teacher helps her overcome social barriers by encouraging and motivating her. I think I can contribute towards changing the social attitudes illustrated in this story by making people aware of the benefits of girls’ education, by sending my own daughters to school and by guiding them free of cost for competitive exams.

भोली की टीचर उसे सामाजिक बाधाओं को पार करने के लिए प्रोत्साहित व प्रेरित करती है। मेरे विचार से मैं इस कहानी में दी गई सामाजिक धारणाओं को बदलने में अपना योगदान, बालिका शिक्षा के लाभ के बारे में लोगों को जाग्रत करके, मेरी अपनी पुत्रियों को विद्यालय भेजकर और उन्हें प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए निःशुल्क तैयारी कराके, दे सकता हूँ।

Question 2.
Should girls be aware of their rights and assert them ? Should girls and boys have the same rights, duties and privileges ? What are some of the ways in which society treats them differently ? When we speak of ‘human rights’, do we differentiate between girls’ rights and boys’ rights ?
क्या लड़कियों को अपने अधिकारों के प्रति चेतन होना चाहिए और उन्हें थापित करना तथा विशेष अधिकार समान होने चाहिए? ऐसे कौन से तरीके हैं जिनके द्वारा समाज उनसे असमान रूप से व्यवहार करता है? जब हम ‘मानवाधिकारों की बातें करते हैं, तो क्या हम लड़के और लड़कियों के अधिकारों में भेदभाव करते हैं?
Answer:
Yes, girls should be aware of their rights and assert them. Yes, girls and boys should have the same rights, duties and privileges. These are some of the ways in which society treats them differently. Boys are given higher education whereas girls are given simple education. Girls face restrictions while boys enjoy freedom. When we speak of human rights’, we do not differentiate between girls’ rights and boys’ rights.

हाँ, लड़कियों को अपने अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए और इनको प्रतिस्थापित भी करना चाहिए। हाँ, लड़कियों व लड़कों के समान अधिकार, कर्त्तव्य व विशेषाधिकार होने चाहिए। ये वो कुछ तरीके हैं जिनसे समाज उनसे अलग-अलग तरीके से व्यवहार करता है। लड़कों को उच्च शिक्षा दी जाती है जबकि लड़कियों को साधारण शिक्षा दी जाती है। लड़कियाँ बंधन का सामना करती हैं जबकि लड़के स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं। जब हम ‘मानवाधिकार’ की बात करते हैं तो हम लड़कियों के अधिकार व लड़कों के अधिकार में भेद नहीं करते हैं।

Question 3.
Do you think the characters in the story were speaking to each other in English ? If not, in which language were they speaking ? (You can get clues from the names of the persons and the non-English words used in the story.)
क्या आप सोचते हैं कि कहानी के पात्र एक-दूसरे से अंग्रेजी में बात कर रहे थे? यदि नहीं तो वे किस भाषा में बात कर रहे थे? (आप व्यक्तियों के नामों तथा कहानी में प्रयुक्त गैर-अंग्रेजी भाषा के शब्दों द्वारा संकेत u fond 1)
Answer:
According to me, the characters of the story don’t talk in English with each other. Their names Bholi, Bishamber, Ramlal, Radha, Mangla, Champa, Sulekha, Laxmi etc. are all Hindi names. Moreover the use of certain Hindi words like Numberdar, Tehsildar, ijjat, pitaji, sahib, disclose that the characters must be speaking in Hindi among themselves.

मेरे अनुसार, कहानी के पात्र अंग्रेजी में बातचीत नहीं करते हैं। उनके नाम भोली, बिशंभर, रामलाल, राधा, मंगला, चंपा, सुलेखा, लक्ष्मी..इत्यादि हिंदी नाम हैं। इसके अतिरिक्त कुछ निश्चित शब्दों का प्रयोग जैसे नंबरदार, तहसीलदार, इज्जत, पिताजी, साहिब, प्रकट करते हैं कि पात्र एक-दूसरे से हिंदी में बात कर रहे हैं।

RBSE Class 10 English Bholi Important Questions and Answers

I. Select the correct option from the given alternatives

Question 1.
What do you mean by the word ‘Simpleton”?
(A) simple
(B) foolish
(C) basic
(D) illiterate
Answer:
(B) foolish

Question 2.
What was the real name of Bholi?
(A) Sulekha
(B) Chitralekha
(C) Sudokha
(D) Surekha
Answer:
(A) Sulekha

Question 3.
How many brothers and sisters did Bholi have?
(A) 1
(B) 2
(C) 4
(D) 6
Answer:
(D) 6

Question 4.
Who was the father of Bholi?
(A) village Numberdar
(B) village Sarpanch
(C) village Tehsildar
(D) none of the above
Answer:
(A) village Numberdar

Question 5.
What damaged some part of her brain?
(A) falling off a coat
(B) falling off the stairs
(C) falling off a chair
(D) because of smallpox
Answer:
(A) falling off a coat

Question 6.
Why did Bholi talk very little?
(A) She stammered
(B) other kids mimicked her and made fun of her
(C) She was an introvert
(D) all the above
Answer:
(B) other kids mimicked her and made fun of her

Question 7.
Who is referred to as the ‘artist in the lesson?
(A) Bholi’s friend
(B) Bholi
(C) Bholi’s mother
(D) Bholi’s teacher
Answer:
(D) Bholi’s teacher

Question 8.
How did he react on seeing Bholi’s face?
(A) asked for compensation
(B) got frightened
(C) started weeping
(D) none of the above
Answer:
(A) asked for compensation

Question 9.
What according to you, was wrong in Bishamber’s marrying Bholi?
(A) another village
(B) his age
(C) He was cruel
(D) all the above
Answer:
(B) his age

Question 10.
Who was Lakshmi?
(A) Bholi’s friend
(B) Bholi’s classmate
(C) Bholi’s elder sister
(D) Bholi’s cow
Answer:
(D) Bholi’s cow

Question 11.
Why did the girls laugh at Bholi?
(A) at her dress
(B) at her stammering
(C) at her dance
(D) at her painting
Answer:
(B) She cried with fear

Question 12.
What was Bholi’s first reaction on hearing that she was going to school?
(A) She cried with tears of joy
(B) She cried with fear
(C) She screamed
(D) She was excited
Answer:
(B) She cried with fear

Question 13.
How did Ramlal’s wife react about sending her girls to school?
(A) She laughed
(B) She got angry
(C) She cried
(D) She remained silent
Answer:
(C) She cried

Question 14.
What was the purpose of the Tehsildar’s village visit?
(A) to inauguarate the girl’s school
(B) to address complaints of the village
(C) to meet the people of the village
(D) to see the village life
Answer:
(A) to inauguarate the girl’s school

Question 15.
Who came to marry Bholi?
(A) Bishamber Nath
(B) Prem Chopra
(C) Deena Nath
(D) Pran Nath
Answer:
(A) Bishamber Nath

Question 16.
Of the four daughters of Ramlal, who was sent to school?
(A) Radha
(B) Bholi
(C) Chanda
(D) Megha
Answer:
(B) Bholi

Question 17.
Who was Ramlal?
(A) Revenue official
(B) Administrator
(C) Commissioner
(D) Bank manager
Answer:
(A) Revenue official

Question 18.
The eldest daughter of Ramlal was
(A) Bholi
(B) Radha
(C) Shweta
(D) Megha
Answer:
(B) Radha

Question 19.
How was the prospective husband of Bholi?
(A) mean, greedy, coward
(B) simple and sober
(C) full of anger
(D) alcohlic
Answer:
(A) mean, greedy, coward

Question 20.
What were the paintings on the wall?
(A) parrot, cow, goat
(B) poems of kabir
(C) story of thirsty crow
(D) mathematics formula
Answer:
(A) parrot, cow, goat

II. Answer the following questions in 20 words only.

Question 1.
Why did Ramlal send Bholi to school?
रामलाल ने भोली को स्कूल क्यों भेजा?
Answer:
Ramlal sent Bholi to school because the Tehsildar asked him to do so. He darenot refuse him.

रामलाल ने भोली को स्कूल भेजा क्योंकि तहसीलदार ने उससे ऐसा करने को कहा था। वह उसे मना करने की हिम्मत नहीं कर सका था।

Question 2.
What did the teacher give Bholi on the first day of her school?
विद्यालय के प्रथम दिन शिक्षक ने भोली को क्या दिया था?
Answer:
The teacher gave a book. It was full of nice coloured pictures of animals and a word was there in black letters.

शिक्षक ने उसे एक पुस्तक दी थी। इसमें रंगीन चित्रों में जानवरों के चित्र थे और काले अक्षरों में एक शब्द लिखा हुआ था।

Question 3.
What did the teacher tell Bholi after giving her the first book?
भोली को पहली पुस्तक देने के बाद शिक्षक ने उससे क्या कहा था?
Answer:
Teacher told her that she would be able to read the book then he will her bigger one.

शिक्षक ने उससे कहा कि वह इस पुस्तक को पढ़ लेगी तब वह उसे बड़ी पुस्तक पढ़ने को देगी।

Question 4.
What changes will be there in Bholi after reading the book?
पुस्तक पढ़ने के बाद भोली में क्या परिवर्तन आयेंगे।
Answer:
After reading the book Bholi will be the most learned in the entire village.

पुस्तक पढ़ने के बाद भोली सारे गाँव में सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी होगी।

Question 5.
Why was Sulekha nicknamed Bholi?
सुलेखा का घर का नाम भोली क्यों रखा गया था?
Answer:
Sulekha had fallen from a cot. Her brain was damaged. She was a backward child so she was called Bholi.

सुलेखा चारपाई से गिर गई थी। उसके दिमाग को चोट पहुंची थी। वह पिछड़ी बच्ची रह गई थी इसलिए उसे भोली कहते थे।

Question 6.
Write about Sulekha in your own words.
अपने स्वयं के शब्दों में सुलेखा के बारे में लिखिए।
Answer:
Sulekha was the fourth daughter of Ramlal. She was fair and pretty at birth. She had an attack of smallpox at the age of 2 years.

सुलेखा रामलाल की चौथी बेटी थी। वह जन्म के समय गौरी और सुन्दर बच्ची थी। उसे दो वर्ष की आयु में चेचक हुई थी।

Question 7.
What was the problem with Sulekha at the age of ten months?
सुलेखा के साथ दस माह की उम्र में क्या समस्या हुई थी?
Answer:
She fell from a cot that damaged her brain. She remained a backward child.

वह चारपाई से गिर गई थी जिससे उसके दिमाग पर चोट लगी थी। वह एक पिछड़ी बालिका रही थी।

Question 8.
Why did the other children make fun of Bholi?
दूसरे बच्चे भोली का मजाक क्यों बनाते थे?
Answer:
Bholi stammered when she was learning to speak. So the other children make fun of her.

भोली जब बोलना सीख रही थी तब वह हकलाती थी। अतः दूसरे बच्चे उसका मजाक बनाते थे।

Question 9.
Write about Ramlal’s children.
रामलाल के बच्चों के बारे में लिखिए।
Answer:
Ramlal had three sons and four daughters. Bholi was weaker than others. Sons were studying in the city.
रामलाल के तीन बेटे और चार बेटियां थी। भोली अन्य से कमजोर थी। बेटे शहर में पढ़ाई कर रहे थे।

Question 10.
What did Bholi see in her school?
भोली ने अपने विद्यालय में क्या देखा था?
Answer:
Bholi saw many rooms. Children were sitting on mats and reading books or writing on slates.

भोली ने बहुत सारे कमरे देखे। बच्चे चटाईयों पर बैठे पुस्तकें पढ़ रहे थे या स्लेट पर लिख रहे थे।

Question 11.
How was the primary school of Bholi?
भोली का प्राथमिक विद्यालय कैसा था?
Answer:
There were many rooms in primary school. There were pictures on the walls of the rooms.”

प्राथमिक विद्यालय में बहुत सारे कक्ष थे। कमरों की दीवारों पर तस्वीरें थी।

Question 12.
How did Bholi react when she failed to speak her name? भोली की प्रतिक्रिया क्या थी जब वह अपना नाम नहीं बोल पाई?
Answer:
Bholi started crying and tears came into her eyes. She hung her head with shyness.

भोली रोने लगी और उसकी आँखों से आँसू आ गए थे। उसने अपना सिर शर्म से झुका लिया था।

Question 13.
Why did Bholi’s mother say good words about Bishamber as husband of Bholi?
भोली की माँ ने बिशम्बर को भोली के पति के रूप में होने पर अच्छे शब्द क्यों कहे थे?
Answer:
Bishamber was rich and he had a shop, house and several thousand rupees in bank. He did not demand dowry.

बिशम्बर धनवान था और उसके दुकान, मकान और बैंक में हजारों रुपये थे। वह दहेज भी नहीं माँग रहा था।

Question 14.
Why did Ramlal object about Bishamber as Bholi’s husband?
रामलाल ने भोली के पति के रूप में बिशम्बर का विरोध क्यों किया था?
Answer:
The age of Ramlal and Bishmber was same. His children were grown up. Bholi would be his second wife.

रामलाल और बिशम्बर समान उम्र के थे। उसके बच्चे भी बड़े थे। भोली उसकी दूसरी पत्नी होती।

Question 15.
What made Ramlal very happy on the occassion of marriage?
शादी के अवसर पर रामलाल को सबसे अधिक खुशी किस कारण से हुई थी।
Answer:
He saw Bishamber on a decorated horse. He overjoyed to see pomp and splendour that made him very happy.

उसने बिशम्बर को सजे धजे घोड़े पर देखा। वह उसकी तड़क-भड़क देखकर आनन्दविभोर हो गया था।

Question 16.
What did Sulekha say to her parents after the departure of Bishamber and his big party?
सुलेखा ने अपने माता-पिता से बिशम्बर और उसकी बड़ी बारात के जाने के बाद क्या कहा था?
Answer:
Sulekha said that she would serve them in their old age. She would teach in the same school where she learnt so much.

सुलेखा ने अपने माता-पिता से कहा कि वह बुढ़ापे में उनकी सेवा करेगी। वह उसी विद्यालय में पढ़ायेगी जहां पर उसने इतना सीखा था।

Question 17.
What was Ramlal’s status in the village?
रामलाल की गाँव में क्या हैसियत थी?
Answer:
Ramlal was a prosperous farmer. He was a revenue officer of the village also.

रामलाल एक समृद्धशाली किसान था। वह गाँव का राजस्व अधिकारी भी था।

Question 18.
What made Ramlal send his daughters to school?
रामलाल ने किस कारण से अपनी बेटियों को विद्यालय भेजा था?
Answer:
Ramlal sent his daughters to school by the pressure of Tehsildar who asked him to set an example in the village.

रामलाल ने अपनी बेटियों को तहसीलदार के कहने पर स्कूल भेजा था जिसने उसे गांव वालों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए कहा था।

Question 19.
What was the impression of Sulekha’s teacher on her personality?
सुलेखा के व्यक्तित्व पर उसकी शिक्षिका का क्या प्रभाव पड़ा था?
Answer:
Sulekha’s teacher turned simple sulekha into a bold, confident, self respecting individual who could take her own decisions.

सुलेखा की शिक्षिका ने सीधी सादी सुलेखा को हिम्मती, आत्मविश्वासी एवं आत्मसम्मान से परिपूर्ण व्यक्ति के रूप में विकसित किया जो अपने बुद्धिमतापूर्ण निर्णय स्वयं ले सकती थी।

Question 20.
How did Bholi feel after her teacher encouraged her to study?
भोली ने कैसा महसूस किया जब उसकी शिक्षिका ने उसे अध्ययन के लिए प्रोत्साहित किया था?
Answer:
Bholi’s heart throbbed with a new hope and a new life. She felt that the village temple bells were ringing. ..
भोली का हृदय एक नई आशा और नए जीवन के साथ धड़क रहा था। उसने महसूस किया कि गाँव के मन्दिर की घंटिया बज रही थी।

III. Answer the following questions in 60 words only.

Question 1.
Why was Sulekha called Bholi?
सुलेखा को भोली क्यों पुकारा जाता था?
Answer:
Sulekha was ten months old at that time she fell from a cot. Consequently it affected her intelligence and speech. When she speak she stammered. Children laughed at her. She often remained silent. She was simple and sober. She was a slow learner. She was simpleton. Due to her simple nature people began to call her Bholi instead of Sulekha.

सुलेखा दस माह की थी तब वह चारपाई से गिर गई थी। परिणामस्वरूप इसने उसकी बुद्धिमता और वाणी को प्रभावित किया था। जब वह बोलती तो वह हकलाती थी। बच्चे प्रायः उस पर हँसते थे। वह प्रायः शान्त रहती थी। वह सरल और सभ्य थी। वह धीरे सीखने वाली थी। उसकी साधारण प्रकृति के कारण लोग उसको सुलेखा के स्थान पर भोली पुकारने लगे थे।

Question 2.
Why was Ramlal worried about Bholi?
रामलाल भोली के बारे में चिन्तित क्यों रहता था?
Answer:
Ramlal was worried about Bholi because she was a simpleton. When she was ten months old she fell from a cot. She began to stammer when she spoke. She did not have good looks. She suffered from smallpox. Her face was covered with pockmarkers. She was not intelligence. Ramlal was worried about the future of his daughter. Her worry was the marriage of Bholi. No one would accept her with all these weaknesses.

रामलाल भोली के बारे में चिन्तित रहता था क्योंकि वह बुद्ध थी। जब वह दस माह की थी तो वह चारपाई से नीचे गिर गई थी। जब वह बोलती थी तब वह हकलाती थी। उसका चेहरा भी अच्छा नहीं था। वह चेचक रोग से ग्रसित हुई थी। उसका चेहरा चेचक के दागों से भरा हुआ था। वह बुद्धिमान भी नहीं थी। रामलाल अपनी बेटी के भविष्य के बारे में चिन्तित था। उसकी चिन्ता भोली का विवाह था। इतनी कमजोरियों के बाद कोई भी उसे स्वीकार नहीं करता।

Question 3.
Write about the family of Ramlal?
रामलाल के परिवार के बारे में लिखिए।
Answer:
Ramlal was revenue officer of his village. He was a prosperous farmer. He had seven children, three sons and four daughters. The sons were sent to city. They were college students there. His eldest daughter Radha had already married. The second daughter Mangala’s marriage had also been settled. Third daughter was champa. Bholi whose name was Sulekha was the youngest child. She had some problems with her physique.

रामलाल अपने गाँव का राजस्व अधिकार था। वह एक समृद्धशाली किसान था। उसके सात बच्चे थे तीन पुत्र और चारं पुत्रियाँ । लड़कों को शहर में भेज दिया गया था। वे वहाँ पर महाविद्यालय के छात्र थे। उसकी सबसे बड़ी बेटी राधा विवाहित थी। उसकी दूसरी बेटी मंगला का विवाह भी तय हो गया था। तीसरी बेटी चम्पा थी। भोली जिसका नाम सुलेखा था वह सबसे छोटी बेटी थी। उसकी कुछ शारीरिक समस्याएँ थी।

Question 4.
Draw a brief character sketch of Bholi?
भोली का संक्षिप्त चरित्र चित्रण कीजिए।
Answer:
Bholi’s real name was Sulekha. She fell from a cot when she was ten months old. This caused her brain damaged and she remained a backward child. She stammered also. An attack of smallpox left packmarks all over her face and body and she became ugly. At the age of seven she was sent to school. A lady teacher taught and encouraged her. She became bold, confident and self respecting.

भोली का वास्तविक नाम सुलेखा था। वह चारपाई से गिर गई थी जब वह दस माह की थी। इससे उसका दिमाग प्रभावित हुआ और वह एक पिछड़ी बालिका रही। वह हकलाती भी थी। उस पर चेचक का आक्रमण भी हुआ था जिसके कारण उसके चेहरे और शरीर पर चेचक के दाग हो गए और वह भद्दी लगने लगी थी। सात वर्ष की उम्र में उसे विद्यालय भेजा गया था। एक शिक्षिका ने उसे पढ़ाया और प्रेरित किया था। वह एक साहसी, आत्मविश्वासी और स्वाभिमानी बालिका बन गई।

Question 5.
What is the role of education in the life of Bholi?
भोली के जीवन में शिक्षा का क्या महत्व है?
Answer:
Education changed the life of Bholi. Her teacher told her to speak without fear. She motivated her to study. A new ray of hope came into the life of Bholi. Through her teacher’s efforts she emerged as a confident, bold, respecting person. Education imparted her strengths of mind, knowledge and understanding. She turned from a fool into an enlightened and sensible girl.

शिक्षा ने भोली के जीवन को बदल दिया था। उसके शिक्षक ने उसे बिना भय के बोलने के लिए कहा था। उसने उसे पढ़ाई के लिए प्रेरित किया था। भोली के जीवन में आशा की एक नई किरण आई थी। अपने शिक्षक के प्रयास द्वारा वह एक आत्मविश्वासी, साहसी, सम्माननीय व्यक्ति के रूप में उभर कर आई थी। शिक्षा ने उसे दिमाग की शक्ति, ज्ञान और समझ प्रदान की थी। वह एक मूर्ख बालिका से संवेदनशील और शिक्षित बालिका में बदल गई थी।

Question 6.
Write the character sketch of Bishamber Nath?
बिशम्बर नाथ का चरित्र-चित्रण कीजिए।
Answer:
Bishamber Nath had a big shop, a house and a good amount of money in his bank. He was a middle aged widower with grown up children. He sent a marriage proposal for Bholi. He did not know that she was ugly and lacked sense. He demanded no dowry. When he saw Bholi, he demanded 5000 Rs. He went back without marrying Bholi. He was very greedy. Bholi refused to marry him.

बिंशम्बर नाथ के एक बड़ी दूकान, एक मकान और बैंक में अच्छी खासी रकम थी। वह अधेड़ उम्र का विधुर था और उसके बच्चे बड़े-बड़े थे। उसने भोली से विवाह का प्रस्ताव भिजवाया था। वह नहीं जानता था कि वह भद्दी और कम समझ वाली थी। उसने दहेज की मांग भी नहीं की थी। जब उसने भोली को देखा उसने पांच हजार रुपयों की माँग रखी थी। वह लालची था। भोली ने उससे विवाह करने से मना किया था।

Question 7.
Why did Bholi feel that temple bells were ringing?
भोली को ऐसा क्यों महसूस हुआ कि मन्दिर की घंटिया बज रही थी। .
Answer:
Bholi failed to speak her name. She stammered very badly. The girls started laughing at her. Then her teacher spoke in a very sweet, soothing, affectionate manner. She encouraged her and told her not to fear. She asked her to attend school daily. She would be very learned. Bholi was very happy. She felt elated and felt the temple bells ringing.

भोली अपना नाम बोल पाने में असफल रही थी। वह बहुत अधिक हकलाती थी। लड़कियाँ उस पर हँसने लगी थी। तब उसकी शिक्षक ने उससे बहुत मधुर, स्नेह मय तरीके और सांत्वना देने के अन्दाज में बात की थी। उसने उसे प्रेरित किया और कहा कि वह डरे नहीं। उसने उसे रोजाना स्कूल आकर पढ़ने के लिए कहा था। वह बहुत अधिक शिक्षित होगी। भोली बहुत खुश थी। वह बहुत प्रसन्न थी और महसूस किया कि मन्दिर की घंटिया बज रही थी।

Question 8.
What do you think about Bholi’s mother?
आप भोली की माँ के बारे में क्या सोचते हैं?
Answer:
Bholi’s mother was a typical village women. She had seven children. She did not care much about Bholi. She was against her education. She had no sympathy for Bholi and her weaknesses. She was not at all bothered about great difference in the age of Bholi and Bishamber. She was wishing eagerly to get Bholi married to Bishamber.

भोली की माँ एक ठेठ ग्रामीण महिला थी। उसके सात बच्चे थे। उसने भोली के बारे में अधिक चिन्ता नहीं की थी। वह शिक्षा के खिलाफ थी। उसको भोली और उसकी कमजोरियों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं थी। वह बिशम्बर और भोली के मध्य उम्र के फर्क के बारे में भी ज्यादा चिन्तित नहीं थी। वह बहुत उत्सुकता से यह चाहती थी कि भोली का विवाह बिशम्बर से जो जाए।

Question 9.
Give a character sketch of Ramlal.
रामलाल का चरित्र-चित्रण कीजिए।
Answer:
Ramlal was the revenue office of his village. He had three sons and four daughters. He raised objection regarding the marriage of Bholi and Bishamber. He sent Bholi to school under the pressure of Tehsildar who asked him to set an example in the village. He was obedient also. When Bishamber demanded 5000 Rs as dowry, he was ready to pay. He consulted all family matters to his wife.

रामलाल अपने गाँव का राजस्व अधिकारी था। उसके तीन बेटे और चार बेटियाँ थी। उसने भोली और बिशम्बर के विवाह पर आपत्ति जताई थी। उसने तहसीलदार के दबाव में आकर भोली को स्कूल भेजा था। उसने यह कहा था कि वह गांव में एक उदाहरण प्रस्तुत करें। वह आज्ञाकारी था। जब बिशम्बर ने दहेज के …. पांच हजार रुपये माँगे तो वह देने के लिए तैयार हो गया था। वह परिवार के सभी मामलों में अपनी पत्नी से  राय विमर्श करता था।

Question 10.
What did Bholi relate the pictures on the school wall to?
भोली ने स्कूल की दीवारों पर लगे चित्रों का सम्बन्ध किससे जोड़ा?
Answer:
Bholi related the pictures on the school wall to the animals she used to see in her surroundings. She was a village girl and she always saw animals around her. She related the horse with the horse of Tehsildar, goat with the goat of her neighbour and the parrot with the parrot in the mango orchard. She related the cow with their own old cow lakshmi.

भोली ने विद्यालय की दीवारों पर उत्कीर्ण चित्रों को अपने आसपास के जानवरों से मिलाकर देखा था। वह गांव की बालिका थी और उसने अपने आसपास जानवरों को देखा था। उसने घोड़े को तहसीलदार के घोड़े से जोड़कर देखा था, बकरी को अपने पड़ौसी की बकरी से जोड़कर देखा और तोते को आम के बगीचे के तोते के साथ जोड़कर देखा था। उसने गाय को उनकी स्वयं की गाय लक्ष्मी से जोड़कर देखा था।

Question 11.
What was the brave decision of Bholi in this story? ।
भोली का इस कहानी से सबसे बहादुरी पूर्ण निर्णय क्या था?
Answer:
When Bishamber demanded a dowry of five thousand rupees, Bholi’s father requested him and put his turban in the feet of Bishambar Nath. Bishamber Nath was greedy as well as cruel. Bholi understood at once the character of Bishamber. She also imagined her future in the hands of that man which was not secure. She declared in a thundersomě voice not to marry such a cruel and greedy man. Her decision was right and brave.

जब बिशम्बर ने पांच हजार रुपये दहेज के रूप में माँगे तो भोली के पिता ने उससे प्रार्थना की और अपनी पगड़ी बिशम्बर नाथ के पैरों में रख दी थी। बिशम्बर नाथ लालची और क्रूर दोनों ही था। भोली उस व्यक्ति का चरित्र एकदम से तुरन्त समझ गई थी। उसने कल्पना की थी कि उस आदमी के पास उसका भविष्य सुरक्षित नहीं था। उसने गर्जना भरे स्वर में घोषणा की थी कि वह इस प्रकार के लालची और क्रूर व्यक्ति से विवाह नहीं करेगी। उसका निर्णय सही और बहादुरीपूर्ण था।

Question 12.
What punishment did Bishamber get for his greed and cruelty?
अपने लालच और क्रूरता के लिए बिशम्बर को क्या दण्ड मिला था?
Answer:
Bishamber was greedy and cruel. He was ready to marry Bholi only after getting five thousand rupees as dowry. At the same time Bholi took a brave step. She declared not to marry Bishamber. Bishambar had to face a great insult at this age. His status was as a rich man, was very high. He faced humiliation, shame before the society. Bholi was the judge who declared such a punishment to this bad man.

बिशम्बर लालची और क्रूर था। वह भोली से पांच हजार रुपये प्राप्त करने के पश्चात ही विवाह करने को तैयार था। उसी समय भोली ने एक साहसी कदम उठाया। उसने बिशम्बर से विवाह नहीं करने की घोषणा की। बिशम्बर को इस उम्र में अत्यधिक अपमान का सामना. करना पड़ा था। वह एक धनवान व्यक्ति था, उसका पद ऊंचा था। उसे शर्म, ग्लानि का सामना समाज के सामने करना पड़ा। भोली एकमात्र न्यायधीश थी जिसने इस प्रकार के बुरे व्यक्ति को दण्डित किया था।

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