RBSE Solutions for Class 10 Information Technology Chapter 4 एमएस पॉवर पॉइंट
RBSE Solutions for Class 10 Information Technology Chapter 4 एमएस पॉवर पॉइंट
Rajasthan Board RBSE Class 10 Information Technology Chapter 4 एमएस पॉवर पॉइंट
RBSE Class 10 Information Technology Chapter 4 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
RBSE Class 10 Information Technology Chapter 4 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
एक पॉवर पॉइंट प्रस्तुति ………… को एक संग्रह है जो कि भौखिक प्रस्तुतियाँ बनाने के लिए इस्तेमाल की जाती है ?
उत्तर:
स्लाइड्स ।
प्रश्न 2.
व्यूज परिवर्तित करने के लिए पॉवर पॉइंट कितने स्थानों पर व्यूज़ बटन प्रदान करता है ?
उत्तर:
व्यूज परिवर्तित करने के लिए पॉवर पॉइंट दो स्थान प्रदान करता है –
- व्यूज बटन स्टेटस बार
- रिबन टैब में।
प्रश्न 3.
कौनसे व्यूज में प्रत्येक स्लाइड की छोटी छवि दिखाई देती हैं ?
उत्तर:
स्लाइड सॉर्टर व्यूज में प्रत्येक स्लाइड की छोटी छवि दिखाई देती है।
प्रश्न 4.
किस प्रकार का व्यू प्रस्तुति के पूर्वावलोकन की निगरानी के लिए अधिक उपयोगी है ?
उत्तर:
स्लाइड शो व्यूज़ प्रस्तुति के पूर्वावलोकन की निगरानी के लिए अधिक उपयोगी है।
प्रश्न 5.
कौनसा व्यू स्पीकर नोट्स बनाने के लिए उपयोग किया जाता है ?
उत्तर:
नोट्स पेज व्यू स्पीकर नोट्स बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 6.
स्लाइड मास्टर के प्रमुख लाभ क्या हैं ?
उत्तर:
स्लाइड मास्टर एक स्लाइड के पदानुक्रम में से एक शीर्ष स्लाइड है, जो कि एक प्रस्तुति की थीम और स्लाइड ले-लाउट सहित, बैक ग्राउंड, रंग, फोंट, प्रभाव, प्लेसहोल्डर के आकार और स्थिति के बारे में जानकारी संग्रहीत करता है।
RBSE Class 10 Information Technology Chapter 4 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
आप हैडर्स और फुटर्स एक पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में कैसे जोड़ सकते हैं ?
उत्तर:
हैडर्स और फुटर्स टेक्स्ट हैं जो हमारी प्रस्तुति में प्रत्येक स्लाइड के शीर्ष पर या नीचे दिखाई देते हैं। हमारी स्लाइड में हैडर्स और फुटर्स जोड़ने के लिए निम्न चरणों का पालन करेंगे –
चरण 1. इन्सर्ट टैब के टेक्स्ट ग्रुप में हैडर्स और फुटर्स पर क्लिक करेंगे।
चरण 2. हैडर्स और फुटर्स डॉयलॉग बॉक्स में, नोट्स और हैड्सआउट टैब पर, हैडर्स यो फुटर्स चेक बॉक्स या दोनों का चयन करेंगे और उसके बाद इच्छित टेक्स्ट लिखेंगे जो कि हम प्रत्येक हैडआउट या नोट्स पेज के शीर्ष केन्द्र या निचले भाग के केन्द्र में प्रकट करना चाहते हैं।
चरण 3. अप्लाई टू ऑल क्लिक करेंगे।
प्रश्न 2.
स्लाइड ले-आउट समझाइए।
उत्तर:
स्लाइड ले-आउट सभी सामग्री जो कि एक स्लाइड पर प्रकट हो सकती है, के लिए फॉर्मेटिंग, पोजिशनिंग थीम (रंग, फोन्ट, प्रभाव और बैकग्राउंड) और प्लेसहोल्डरस् को सम्मिलित करता है। प्लेसहोल्डर ले-आउट में कंटेनर्स होते हैं जो कि ऐसे कंटेंट को टेक्स्ट, टेबलों, चार्ट, स्मार्ट आर्ट ग्राफिक्स, फिल्मों, चित्रों और क्लिप आर्ट के रूप में रखते हैं। पॉवर पॉइंट में नौ अंतर्निहित स्लाइड ले-आउट शामिल होते हैं।
प्रश्न 3.
पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में स्पीकर नोट्स का उपयोग समझाइए।
उत्तर:
पॉवर पॉइंट हमारी अपनी स्लाइड्स को प्रस्तुत करने और तैयार करने में अपनी मदद के लिए स्पीकर नोट्स जोड़ने की अनुमति देता है। नोट्स पेज व्यूज या नोट्स पैन का उपयोग कर हम अपने स्पीकर नोट्स को दर्ज और देख सकते हैं। अपनी स्लाइड में स्पीकर नोट्स जोड़ने के लिए निम्न चरणों का पालन करेंगे –
चरण 1. व्यूज टैब के प्रेजेंटेशन व्यूज ग्रुप में नार्मल क्लिक करेंगे।
चरण 2. नोट्स जोड़ने के लिए इच्छित स्लाइड का चयन करेंगे।
चरण 3. नोट्स पैन में, क्लिक करेंगे क्लिक टू ऐड नोट्स और जो भी नोट्स हम जोड़ना चाहते हैं, लिखेंगे।
प्रश्न 4.
पॉवर पॉइंट हाइपरलिंक क्या है ?
उत्तर:
पॉवर पॉइंट हाइपरलिंक एक टेक्स्ट या ग्राफिक है। जिसे हम क्लिक करके जल्दी से दूसरी पॉवर पॉइंट स्लाइड या भिन्न प्रस्तुति या किसी वर्ड दस्तावेज या एक्सेल स्प्रेडशीट पर जा सकते हैं। अपने पॉवर पॉइंट हाइपरलिंक से वर्ल्ड वाइड वेब पर किसी पेज पर भी जा सकते हैं।
प्रश्न 5.
संक्रमण (ट्रांजिशन्स) प्रभाव समझाइये।
उत्तर:
स्लाइड संक्रमण (ट्रांजीशन) ऐनिमेशन प्रभाव के समान होते हैं। जो कि प्रस्तुति के दौरान एक स्लाइड से अगली स्लाइड पर जाते समय प्रकट होते हैं। हम गति को नियंत्रित कर सकते हैं, ध्वनि जोड़ सकते हैं और संक्रमण प्रभाव के गुणों को अनुकूलित कर सकते हैं। एक संक्रमण जोड़ना यह निर्धारण करेगा कि कैसे एक स्लाइड प्रकट होती है ना कि यह कैसे गायब होती है।
RBSE Class 10 Information Technology Chapter 4 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पॉवर पॉइंट टेम्पलेट क्या है ? अपनी प्रस्तुति पर कोई टेम्पलेट लागू करने के लिए चरणों को समझाइए।
उत्तर:
टेम्पलेट का उपयोग करना–कोई पॉवर पॉइंट टेम्पलेट एक पैटर्न या एक स्लाइड या स्लाइड ग्रुप का खाका है, जिसमें ले-आउट, थीम रंगों, थीम फॉन्ट्स, थीम प्रभाव, बैकग्राउंड शैलियों, के साथ और भी सामग्री को शामिल कर सकते हैं। आप अपना कस्टम टेम्पलेट बना सकते हैं और उन्हें स्टोर, उन्हें पुनः उपयोग, और उन्हें दूसरों के साथ भी साझा कर सकते हैं। साथ ही, आप कई अलग-अलग प्रकार के नि:शुल्क टेम्पलेट्स भी पा सकते हैं जो कि पॉवर पॉइंट में अंतर्निहित हैं। टेम्पलेट को प्रस्तुति में लागू करने के लिए निम्न चरणों का पालन करेंगे
चरण 1. अपने मौजूदा प्रस्तुति खोलेंगे।
चरण 2. शीर्ष पर डिजाइन टैब का चयन करेंगे।
चरण 3. इफेक्ट्स के बाईं ओर ड्रॉप-डाउन तीर को क्लिक करेंगे।
चरण 4. यह थीम्स पैलेट खोल देगा, इच्छित टेम्पलेट चुनेंगे और अप्लाई पर क्लिक करेंगे या अपने कम्प्यूटर से टेम्पलेट का चयन करने के लिए ब्राउज फॉर थीम्स का चयन करेंगे और अप्लाई क्लिक करेंगे।
प्रश्न 2.
पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में अलग-अलग व्यूज समझाइए।
उत्तर:
पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में चार प्रकार के व्यूज होते हैं
- नार्मल व्यूज
- स्लाइड सॉर्टर व्यूज
- नोट्स पेज व्यूज
- स्लाइड शो व्यूज
1. नॉर्मल व्यूज – नॉर्मल व्यूज तक पहुँचने के लिए, प्रेजेंटेशन व्यूज ग्रुप में व्यूज टैब पर से नॉर्मल व्यूज बटन पर क्लिक करेंगे। नॉर्मल व्यूज स्क्रीन तीन वर्गों में विभाजित है –
मुख्य विंडो (जहाँ वर्तमान स्लाइड प्रदर्शित किया जाता है)
- आउटलाइन पैन बाईं ओर
- नोट्स पैन नीचे।
यह वह जगह है जहाँ हम अपना सबसे ज्यादा काम करते हैं। हम प्रत्येक पैन का आकार बदलने के लिए, इसकी बॉर्डर क्लिक करके और उसे हम इच्छित आकार का करने के लिए। खींच सकते हैं। आउटलाइन व्यूज, सभी शीर्षक, बॉडी टेक्स्ट और स्लाइड्स को आगे-पीछे ले जाने के लिए मदद करता है, और हमें अपना टेक्स्ट संपादित करने देता है।
2. स्लाइड सॉर्टर व्यूज – स्लाइड सॉर्टर व्यूज तक पहुँचने के लिए, प्रेजेंटेशन व्यूज ग्रुप में व्यूज टैब पर से स्लाइड सॉर्टर व्यूज बटन पर क्लिक करेंगे। जैसा कि नाम से निर्दिष्ट है, प्रत्येक स्लाइड की एक छोटी-सी छवि इस व्यूज में दिखाई देती है और यह व्यूज स्लाइड्स को व्यवस्थित करने और विशेष प्रभाव (जैसे ट्रांसक्शन्स) जोड़ने के लिए उपयोगी है।
3. स्लाइड शो व्यूज – स्लाइड शो व्यूज तक पहुँचने के लिए प्रेजेंटेशन व्यूज ग्रुप में व्यूज टैब पर से स्लाइड शो व्यूज बटन पर क्लिक करेंगे। इस प्रकार का व्यूज, पूर्वावलोकन की निगरानी कर यह सुनिश्चित करने के लिए कि सब-कुछ उचित है और दर्शकों को प्रस्तुति देने के लिए उपयोगी है।
4. नोट्स पेज व्यूज – नोट्स पेज व्यूज तक पहुँचने के लिए, प्रेजेंटेशन व्यूज ग्रुप में व्यूज टैब पर से नोट्स पेज व्यूज बटन पर क्लिक करेंगे। यह व्यूज स्पीकर के नोट्स बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 3.
पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग समझाइए।
उत्तर:
प्रस्तुति को एक प्रभावशाली बनाने के लिए हमें अपने टेक्स्ट को उचित रूप से स्वरूपित (फॉर्मेट) करने की आवश्यकता होगी। जब हमें फॉर्मेटिंग के लिए सोचते हैं तो टेक्स्ट, रंग और फॉन्ट आमतौर पर मन में आते हैं। हालाँकि अन्य प्रभाव जैसे बोल्ड और इटैलिक, वर्ड आर्ट का उपयोग करना और सूची में बुलेट, क्रमिक सूची को संख्याबद्ध करना भी है। | पॉवर पॉइंट में टेक्स्ट को कई तरीकों से हम स्वरूपित कर सकते हैं। एक रास्ता मिनी टूलबार का उपयोग करके हैं। जब हम टेक्स्ट का चयन करते हैं तब टूलबार, पट्टी स्वचालित रूप से खुलती है। फॉर्मेट्स टैब में विभिन्न उपलब्ध विकल्पों का उपयोग करके भी हम टेक्स्ट स्वरूपित कर सकते हैं या हम होम टैब पर फॉन्ट ग्रुप में उपलब्ध विभिन्न विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं।
प्रश्न 4.
पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में स्लाइड मास्टर का महत्त्व समझाइए।
उत्तर:
स्लाइड मास्टर एक स्लाइड्स के पदानुक्रम में से एक शीर्ष स्लाइड है जो कि एक प्रस्तुति की थीम और स्लाइड ले-आउट सहित, बैकग्राउंड, रंग, फॉन्ट प्रभाव, प्लेस होल्डर के आकार और स्थिति के बारे में जानकारी संग्रहीत करता है। जब हम किसी पॉवर पॉइंट प्रस्तुति को एक समग्र स्वरूप देना चाहते हैं तब प्रत्येक स्लाइड को अलग-अलग स्वरूपित करने की कोई जरूरत नहीं है यह न केवल समय लेने वाली है बल्कि आसानी से कुछ स्लाइड्स पर भिन्न फॉन्टस या रंग के साथ असंगत होने की सम्भावना रहती है।
सबसे पहले जिस तरह से हम चाहते हैं अपनी मास्टर स्लाइड को स्वरूपित करें उसके बाद उनका उपयोग अपनी प्रस्तुति का निर्माण करते समय अपनी सम्पूर्ण प्रस्तुति को एक ही शैली स्वचालित रूप देने के लिए कर सकते हैं। यदि हमको बाद में फॉर्मेटिंग को बदलने की जरूरत हो, तब जल्दी से मास्टर स्लाइड का सम्पादन कर सकते हैं और यदि आवश्यक हो तो अलग-अलग स्लाइड्स पर भी फॉर्मेटिंग लागू कर सकते हैं।
प्रश्न 5.
संक्रमण (ट्रांजिशन्स) प्रभाव और एनिमेशन प्रभाव के बीच अंतर बताए।
उत्तर:
संक्रमण प्रभाव – स्लाइड संक्रमण (ट्रांजीशन), ऐनिमेशन प्रभाव के समान होते हैं, जो कि प्रस्तुति के दौरान एक स्लाइड से अगली स्लाइड पर जाते समय प्रकट होते हैं। आप गति को नियंत्रित कर सकते हैं, ध्वनि जोड़ सकते हैं, और संक्रमण प्रभाव के गुणों को अनुकूलित कर सकते हैं। एक संक्रमण जोड़ना यह निर्धारण करेगा कि कैसे एक स्लाइड प्रकट होती है, ना कि यह कैसे गायब होती है। एक स्लाइड में एक संक्रमण लागू करने के लिए निम्न चरणों का पालन करेंगे।
चरण 1. इच्छित स्लाइड का चयन करेंगे जिसमें हम संक्रमण प्रभाव लागू करना चाहते हैं।
चरण 2. एनिमेशन्स टैब के ट्रांजीशन टु दिस स्लाइड ग्रुप में जाएँगे।
चरण 3. सभी उपलब्ध संक्रमण प्रभाव प्रदर्शित करने के लिए, मोर ड्रॉप-डाउन तीर क्लिक करेंगे।
चरण 4. एक स्लाइड संक्रमण प्रभाव क्लिक करेंगे।
चरण 5. स्लाइड के बीच स्लाइड संक्रमण गति सेट करने के लिए, ट्रांजीशन टु दिस स्लाइड ग्रुप में, ट्रांजीशन स्पीड के आगे वाले तीर को क्लिक करेंगे और इच्छित गति का चयन करेंगे।
चरण 6. यह निर्दिष्ट करने के लिए कि कितनी देर में वर्तमान स्लाइड उन्नत हो जाएगी
- माउस क्लिक पर स्लाइड उन्नत करने के लिए, एनिमेशन टैब के, ट्रांजीशन टु दिस स्लाइड ग्रुप में, आन माउस क्लिक चेक बॉक्स का चयन करेंगे।
- एक निर्धारित समय के बाद स्लाइड उन्नत करने के लिए, एनिमेशन टैब के, ट्रांजीशन टु दिस स्लाइड ग्रुप में, ऑटोमेटिकली आफ्टर बॉक्स में इच्छित सेकंड की संख्या दर्ज करेंगे।
चरण 7. वैकल्पिक – हमारी सम्पूर्ण प्रस्तुति पर एक ही संक्रमण लागू करने के लिए, ट्रांजीशन टु दिस स्लाइड ग्रुप में, अप्लाई टु आल क्लिक करेंगे।
चरण 8. वैकल्पिक – यदि हम अपने संक्रमण के लिए एक ध्वनि प्रभाव जोड़ना चाहते हैं तो एक अंतर्निहित ध्वनि ट्रांजीशन साउंड पुल-डाउन मेनू से चुनेंगे या अपने कम्प्यूटर से एक ध्वनि का उपयोग करने के लिए ध्वनि अदर साउंड का चयन करेंगे।
एनिमेशन प्रभाव – महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए, सूचना के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए, और हमारी प्रस्तुति में दर्शक रुचि को बढ़ाने के लिए एनिमेशन एक शानदार तरीका है। हम एक टेक्स्ट या किसी ऑब्जेक्ट, जैसे कोई चित्र, आकृति, या स्मार्टआर्ट ग्राफिक पर ऐनिमेशन प्रभाव लागू कर सकते हैं। अंतर्निहित ऐनिमेशन प्रभाव को, एक टेक्स्ट या किसी अन्जेक्ट पर लागू करने के लिए निम्न चरणों का पालन करेंगे –
चरण 1. टेक्स्ट या ग्राफिक ऑब्जेक्ट जिसे हम ऐनिमेट करना चाहते हैं का चयन करेंगे।
चरण 2. एनिमेशन टैब के एनिमेशन ग्रुप पर जाएँगे।
चरण 3. इच्छित ऐनिमेशन प्रभाव को ऐनिमेट सूची से चयन करेंगे।
इच्छित एनिमेशन प्रभाव को एनिमेट से चयन कर एक कस्टम एनिमेशन भी लागू कर सकते हैं। टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट पर कस्टम एनिमेशन प्रभाव को लागू करने के लिए निम्न चरणों का पालन करेंगे –
चरण 1. इच्छित टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट जिसे हम ऐनिमेट करना चाहते हैं की स्लाइड से चयन करेंगे (एक से अधिक को चुनने के लिए क्लिक करते समय कण्ट्रोल बटन पकड़ रहें)
चरण 2. एनिमेशन टैब के एनिमेशन ग्रुप पर जाएँगे।
चरण 3. कस्टम ऐनिमेशन क्लिक करेंगे, कस्टम ऐनिमेशन पैन खुलता है।
चरण 4. ऐड इफेक्ट ड्राप-डाउन मेनू से हम किस तरह का प्रभाव चाहते हैं को चुनेंगे (एंट्रेस, एम्फेसिस, एग्जिट, मोशन पाथस्) और फिर ऐनिमेशन चुनेंगे तथा अधिक विकल्पों के लिए हम मोर इफेक्ट्स को चुन सकते हैं।
चरण 5. अपने एनिमेशन की गति, गुण और समय को अनुकूलित करने के लिए कस्टम ऐनिमेशन पैन पर इच्छित प्रभाव पर क्लिक करेंगे।
चरण 6. एक बार एनीमेशन बनने के बाद हम चुने हुए एनीमेशन को कस्टम ऐनिमेशन पैन में मॉडिफाई :(इफेक्ट) खंड के विकल्पों का उपयोग करके संशोधित कर सकते हैं।
चरण 7. कई एनिमेशन जोड़ने के लिए हम चरण 2 से 6 दोहराएँगे।