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RBSE Class 10 Social Science Solutions Geography Chapter 6 विनिर्माण उद्योग

RBSE Class 10 Social Science Solutions Geography Chapter 6 विनिर्माण उद्योग

पाठ-सार

विनिर्माण – कच्चे पदार्थ को मूल्यवान उत्पाद में परिवर्तित करके अधिक मात्रा में वस्तुओं के उत्पादन को विनिर्माण या वस्तु निर्माण कहा जाता है। द्वितीयक कार्यों में लगे व्यक्ति कच्चे माल को परिष्कृत वस्तुओं में परिवर्तित करते हैं।
विनिर्माण उद्योगों का महत्त्व — विनिर्माण उद्योग सामान्यतः विकास की तथा विशेषतः आर्थिक विकास की रीढ़ समझे जाते हैं। क्योंकि —–(i) ये कृषि के आधुनिकीकरण में सहयोग देने के साथ-साथ द्वितीयक व तृतीयक सेवाओं में रोजगार देकर कृषि पर हमारी निर्भरता को कम करते हैं ।
(ii) ये बेरोजगारी तथा गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ क्षेत्रीय असमानताओं को कम करते हैं।
(iii) इनसे निर्मित वस्तुओं के निर्यात से विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है ।
(iv) किसी देश की आर्थिक उन्नति विनिर्माण उद्योगों के विकास से मापी जाती है।
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में उद्योगों का योगदान – भारत के विगत दो दशकों से सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण उद्योगों का योगदान 17 प्रतिशत है। भारत की तुलना में अन्य पूर्वी एशियाई देशों का घरेलू उत्पाद में विनिर्माण उद्योगों का योगदान 25 से 35 प्रतिशत है।
औद्योगिक अवस्थिति — उद्योगों की स्थापना कच्चे माल की उपलब्धता, श्रमिक, पूँजी, शक्ति के साधन तथा बाजार की उपलब्धता से प्रभावित होती है । फलस्वरूप विनिर्माण उद्योग की स्थापना के लिए वही स्थान उपयुक्त हैं जहाँ ये कारक उपलब्ध हों अथवा जहाँ इन्हें कम कीमत पर उपलब्ध कराया जा सकता है। नगर केन्द्रों के द्वारा दी गई सुविधाओं से लाभान्वित कई बार बहुत से उद्योग नगरों के आस-पास ही केन्द्रित हो जाते हैं, जिसे ‘समूहन बचत’ कहा जाता है।
अतः उद्योग की आदर्श अवस्थिति के कारक हैं– (i) उत्पादन की लागत (ii) कच्चा माल प्राप्त करने की लागत तथा (iii) उत्पादन के वितरण की लागत ।
समूहन बचत – नगर केन्द्रों द्वारा दी गई सुविधाओं से लाभान्वित कई बार बहुत से उद्योग नगरों के आस-पास ही केन्द्रित हो जाते हैं जिसे समूहन बचत कहा जाता है।
उद्योगों का वर्गीकरण
1. प्रयुक्त कच्चे माल के स्रोत के आधार पर
(i) कृषि आधारित, यथा— सूती वस्त्र, ऊनी वस्त्र, पटसन, रेशम वस्त्र, चीनी, चाय, कॉफी तथा वनस्पति तेल उद्योग आदि । (ii) खनिज आधारित, यथा— लौह – इस्पात, सीमेण्ट, एल्यूमिनियम आदि ।
2. प्रमुख भूमिका के आधार पर –
(i) आधारभूत उद्योग, यथा— लोहा, इस्पात, ताँबा प्रगलन व एल्यूमिनियम प्रगलन आदि ।
(ii) उपभोक्ता उद्योग, यथा— चीनी, दन्तमंजन, सिलाई मशीन आदि ।
3. पूँजी निवेश के आधार पर
4. स्वामित्व के आधार पर
(i) सार्वजनिक क्षेत्र में लगे उद्योग, यथा- भारत हैवी इलेक्ट्रीकल उद्योग आदि ।
(ii) निजी क्षेत्र में लगे उद्योग, यथा- टिस्को, बजाज ऑटो लिमिटेड आदि ।
(iii) संयुक्त उद्योग, यथा— ऑयल इण्डिया लिमिटेड आदि ।
(iv) सहकारी उद्योग, यथा— केरल के नारियल उद्योग आदि ।
5. कच्चे तथा तैयार माल की मात्रा तथा भार के आधार पर
(i) भारी उद्योग, यथा- लौह- इस्पात आदि ।
(ii) हल्के उद्योग, यथा- विद्युतीय उद्योग आदि ।
औद्योगिक प्रदूषण तथा पर्यावरण निम्नीकरण- उद्योग चार प्रकार के प्रदूषण के लिए उत्तरदायी हैं। यथा वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, तापीय प्रदूषण तथा ध्वनि प्रदूषण।
पर्यावरणीय निम्नीकरण की रोकथाम
(i) विभिन्न प्रक्रियाओं में जल का न्यूनतम उपयोग करना ।
(ii) जल की आवश्यकता पूर्ति हेतु वर्षा जल का संग्रहण ।
(iii) नदियों व तालाबों में गर्म जल तथा अपशिष्ट पदार्थों को प्रवाहित करने से पहले उनका शोधन करना । इसे तीन चरणों में किया जा सकता है—(क) यांत्रिक साधनों द्वारा प्राथमिक शोधन, (ख) जैविक प्रक्रियाओं द्वारा द्वितीयक शोधन (ग) जैविक, रासायनिक तथा भौतिक प्रक्रियाओं द्वारा तृतीयक शोधन ।

RBSE Class 10 Social Science विनिर्माण उद्योग InText Questions and Answers

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प्रश्न 1.
कच्चा माल और तैयार माल की मात्रा और भार के आधार पर निम्न को दो वर्गों में विभाजित करें।
तेल
बुनने की सलाई
पीतल के बर्तन
फ्यूज तार
घड़ियाँ
सिलाई मशीन
पोत निर्माण
विद्युत बल्ब
पेन्ट के ब्रश
मोटरगाड़ी
उत्तर:
कच्चा माल और तैयार माल की मात्रा के आधार पर उद्योगों को दो भागों में विभाजित किया जाता है-
(1) हल्के उद्योग तेल, पीतल के बर्तन, फ्यूज तार, घड़ियाँ, सिलाई मशीन, पेन्ट के ब्रश, विद्युत बल्ब, बुनने की सलाई।
(2) भारी उद्योग-पोत निर्माण, मोटरगाड़ी।

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प्रश्न 2.
महात्मा गाँधी ने सूत कातने तथा खादी बुनने पर क्यों बल दिया?
उत्तर:
महात्मा गाँधी ने सूत कातने तथा खादी बुनने पर बल इसलिए दिया जिससे कि मशीनों पर निर्भरता कम होकर अधिकांश व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हो सके।

पृष्ठ 70

प्रश्न 3.
हमारे देश में विद्युत चालित करघों तथा हथकरघों द्वारा निर्मित लूमेज की अपेक्षा कारखानों द्वारा निर्मित लूमेज को कम रखना क्यों महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर:
हमारे देश में विद्युत चालित करघों तथा हथकरघों द्वारा निर्मित लूमेज की अपेक्षा कारखानों द्वारा निर्मित लूमेज को कम रखना महत्त्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि कारखानों में लोगों को कम संख्या में रोजगार की प्राप्ति होती है। कारखानों की अधिकता के कारण बहुत से श्रमिक बेरोजगार हो जायेंगे।

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प्रश्न 4.
हमारे लिए अधिक मात्रा में धागे के निर्यात की अपेक्षा अपने बुनाई क्षेत्र को सुधारना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
हमारे लिए अधिक मात्रा में धागे के निर्यात की अपेक्षा अपने बुनाई क्षेत्र को सुधारना आवश्यक है; क्योंकि-

  • बुनाई क्षेत्र में सुधार करने से देश में वस्त्र उत्पादन अधिक होगा।
  • इससे देश की आवश्यकता की पूर्ति की जायेगी।
  • अतिरिक्त वस्त्र अथवा कपड़े का निर्यात किया जायेगा तथा विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होगी।
  • बुनाई क्षेत्र में अधिक व्यक्तियों को रोजगार की प्राप्ति होगी।

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प्रश्न 5.
इस्पात से बनी उन सभी पदार्थों की सूची बनाएँ जो आप सोच सकते हैं।
उत्तर:
इस्पात के बर्तन, दरवाजे, किवाड़, खिड़कियाँ, फर्नीचर, रेल के पुल, सरिया, वाहन, घरेलू उपकरण, कृषि उपकरण, विद्युत उपकरण, मशीनें, गाड़ियाँ, तिजोरियाँ तथा चिकित्सा उपकरण आदि अनेक वस्तुओं का निर्माण इस्पात से किया जाता है।

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प्रश्न 6.
दिए गए आँकड़ों को दंड आरेख द्वारा प्रदर्शित करें।
तालिका 6.1-भारत में कुल इस्पात उत्पादन

वर्ष उत्पादन (मीट्रिक टन में)
2012 81.68
2013 87.67
2014 92.16
2015-16 91.0
2016-17 101.3
2017-18 86.69

उत्तर:

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प्रश्न 7.
भारत में प्रति व्यक्ति इस्पात की खपत इतनी कम क्यों है?
उत्तर:
भारत में व्याप्त गरीबी एवं लोगों के निम्न जीवन स्तर तथा इस्पात के विकल्पों का कम कीमत पर उपलब्ध होने के कारण प्रति व्यक्ति इस्पात की खपत कम है।

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प्रश्न 8.
क्या आपने कलिंग नगर विवाद के विषय में पढ़ा है?
उत्तर:
हाँ, कलिंग नगर (उड़ीसा) में कोरिया की सहायता से पेस्को द्वारा लौह-इस्पात कारखाना स्थापित करना था। उड़ीसा सरकार ने इसकी मंजूरी भी दे दी किन्तु जनजातियों के लोगों ने इसका विरोध किया। अन्त में यह परियोजना खटाई में पड़ गई।

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प्रश्न 9.
एक कारखाना प्लास्टिक हैण्डिल वाले एल्यूमिनियम के बर्तन निर्मित करता है। यह प्रगालकों से एल्यूमिनियम प्राप्त करता है तथा किसी अन्य फैक्ट्री से प्लास्टिक का सामान लेता है। सभी निर्मित बर्तन एक माल गोदाम में भेज दिए जाते हैं।
1. (क) कौनसा कच्चा माल परिवहन लागत में सबसे अधिक लागत वाला है तथा क्यों?
उत्तर:
एल्यूमिनियम परिवहन लागत में सबसे अधिक लागत वाला है; क्योंकि यह प्लास्टिक की तुलना में भारी पदार्थ है।

(ख) परिवहन के लिए सबसे सस्ता कच्चा माल कौनसा है और क्यों?
उत्तर:
प्लास्टिक परिवहन के लिए सबसे सस्ता कच्चा माल है; क्योंकि यह हल्का होता है।

  1. क्या आप समझते हैं कि पैकिंग के बाद तैयार माल की परिवहन लागत कम होगी?
    अथवा
    एल्यूमिनियम और प्लास्टिक की परिवहन लागत अपेक्षाकृत अधिक होगी। क्यों?
    उत्तर:
    पैकिंग के पश्चात् तैयार माल की परिवहन लागत एल्युमिनियम और प्लास्टिक की परिवहन लागत से अपेक्षाकृत कम होगी क्योंकि-
  • तैयार माल का वजन कम होना।
  • तैयार माल व्यवस्थित होने के कारण कम जगह घेरता है।
  • इसका वितरण सम्पूर्ण देश में होने से परिवहन लागत कम आती है।
  • तैयार माल को रास्ते में पड़ने वाले विभिन्न स्थानों पर पहुँचाया या उतारा जा सकता है। इससे परिवहन लागत कम आती है।

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प्रश्न 10.
सीमेण्ट विनिर्माण इकाइयों की स्थापना कहाँ पर आर्थिक रूप से व्यावहारिक होगी?
उत्तर:
सीमेण्ट विनिर्माण इकाइयों की स्थापना चूने के पत्थर के क्षेत्रों के पास या निकटवर्ती क्षेत्रों में व्यावहारिक होगी जहाँ विद्युत की लगातार आपूर्ति हो तथा पर्याप्त रेल व सड़क परिवहन की व्यवस्था हो।

प्रश्न 11.
भारत में यह (सीमेंट) उद्योग अन्य किन राज्यों में स्थित है? उनके नाम बताएँ।
उत्तर:
भारत में सीमेंट उद्योग गुजरात के अलावा निम्न अन्य राज्यों में स्थित है-

  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • आन्ध्र प्रदेश
  • तमिलनाडु
  • कर्नाटक
  • झारखण्ड
  • महाराष्ट्र, आदि।

RBSE Class 10 Social Science विनिर्माण उद्योग Textbook Questions and Answers

  1. बहुवैकल्पिक प्रश्न-

(i) निम्न में से कौनसा उद्योग चूना-पत्थर को कच्चे माल के रूप में प्रयुक्त करता है?
(क) एल्यूमिनियम
(ख) प्लास्टिक
(ग) सीमेण्ट
(घ) मोटरगाड़ी
उत्तर:
(ग) सीमेण्ट

(ii) निम्न से कौनसी एजेन्सी सार्वजनिक क्षेत्र में स्टील को बाजार में उपलब्ध कराती है?
(क) हेल (HAIL)
(ख) सेल (SAIL)
(ग) टाटा स्टील
(घ) एम.एन.सी.सी. (MNCC)।
उत्तर:
(ख) सेल (SAIL)

(iii) निम्न में से कौनसा उद्योग बॉक्साइट को कच्चे माल के रूप में प्रयोग करता है?
(क) एल्यूमिनियम प्रगलन
(ख) सीमेण्ट
(ग) कागज
(घ) स्टील।
उत्तर:
(क) एल्यूमिनियम प्रगलन

(iv) निम्न में से कौनसा उद्योग दूरभाष, कम्प्यूटर आदि संयन्त्र निर्मित करता है?
(क) स्टील
(ख) एल्यूमीनियम प्रगलन
(ग) इलैक्ट्रोनिक
(घ) सूचना प्रौद्योगिकी।
उत्तर:
(ग) इलैक्ट्रोनिक

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए।

प्रश्न (i)
विनिर्माण क्या है?
उत्तर:
कच्चे पदार्थ को मूल्यवान उत्पाद में परिवर्तित कर बड़े पैमाने पर वस्तुओं के उत्पादन को विनिर्माण कहा जाता है।

प्रश्न (ii)
उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन भौतिक कारक बताएँ।
उत्तर:

  • कच्चे माल की उपलब्धता,
  • अनुकूल जलवायु, तथा
  • शक्ति के साधन।

प्रश्न (iii)
औद्योगिक अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन मानवीय कारक बताएँ।
उत्तर:

  • मानवीय श्रम की उपलब्धता
  • बैंकिंग
  • बाजार।

प्रश्न (iv)
आधारभूत उद्योग क्या है? उदाहरण देकर बताएँ।
उत्तर:
वह उद्योग जो कि उपभोक्ता वस्तुओं के लिए मशीनों का निर्माण करते हैं, आधारभूत उद्योग कहलाते हैं। जैसे-लौह-इस्पात उद्योग।

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए।

प्रश्न (i)
समन्वित इस्पात उद्योग मिनी इस्पात उद्योगों से कैसे भिन्न है? इस उद्योग की क्या समस्याएँ हैं? किन सुधारों के अन्तर्गत इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ी है?
उत्तर:
समन्वित इस्पात उद्योग तथा मिनी इस्पात उद्योगों में अन्तर-समन्वित इस्पात उद्योग एक बड़ा संयन्त्र होता है। इसमें कच्चे माल को एक स्थान पर एकत्रित करने से लेकर इस्पात बनाने, उसे ढालने और उसे आकार देने तक की सभी क्रियाएँ की जाती हैं। इसके विपरीत मिनी इस्पात उद्योग छोटे संयन्त्र होते हैं। इनमें विद्युत भट्टी, रद्दी इस्पात तथा स्पंज आयरन का उपयोग होता है।

लौह-इस्पात उद्योग की समस्याएँ इस उद्योग की प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं-

  • लौह-इस्पात उद्योग में निर्मित लौह-इस्पात की लागत अन्य देशों की तुलना में अधिक आती है।
  • देश में कोकिंग कोयला सीमित मात्रा में उपलब्ध है।
  • लौह-इस्पात उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों की उत्पादन क्षमता कम है।
  • देश में ऊर्जा की आपूर्ति अपर्याप्त है।
  • देश में लौह-इस्पात उद्योग की अवसंरचना अविकसित दशा में है।

उत्पादन क्षमता में वृद्धि के उपाय-लौह-इस्पात उद्योगों में उत्पादन क्षमता में वृद्धि के लिए निम्नलिखित उपाय किए जाने चाहिए-

  • निजी क्षेत्र के उद्यमियों के प्रयास।
  • उदारीकरण।
  • प्रत्यक्ष विदेशी निवेश।
  • अनुसंधान एवं विकास के संसाधनों को नियत करना।

प्रश्न (ii)
उद्योग पर्यावरण को कैसे प्रदूषित करते हैं?
अथवा
उद्योगों से होने वाले वायु प्रदूषण एवं जल प्रदूषण का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उद्योग पर्यावरण को निम्नलिखित प्रकार से प्रदूषित करते हैं-
(1) वायु प्रदूषण-उद्योगों से निकलने वाले धुएँ ने वायु को अत्यधिक प्रदूषित किया है। रसायन व कागज उद्योग, ईंटों के भट्टे, तेल-शोधन शालाएँ, प्रगलन उद्योग, जीवाश्म ईंधन दहन तथा छोटे-बड़े कारखाने प्रदूषण के नियमों का उल्लंघन करते हुए धुआँ निष्कासित करते हैं। जहरीली गैसों का रिसाव बहुत भयानक तथा दूरगामी प्रभावों वाला हो सकता है। यथा भोपाल गैस त्रासदी आदि।

(2) जल प्रदूषण-उद्योगों के द्वारा कार्बनिक तथा अकार्बनिक अपशिष्ट पदार्थों के नदी में छोड़ने से जल प्रदूषण फैलता है। जल प्रदूषण के प्रमुख कारक हैं-कागज, लुग्दी, रसायन, वस्त्र तथा रंगाई उद्योग, तेल-शोधन शालाएँ, चमड़ा उद्योग तथा इलैक्ट्रो-प्लेटिंग उद्योग; जो कि रंग, अपमार्जक, अम्ल, लवण तथा भारी वस्तुएँ, यथा– सीसा, पारा, कीटनाशक, उर्वरक, कार्बन, प्लास्टिक, रबर सहित कृत्रिम रसायन आदि जल में वाहित करते हैं।

(3) मृदा प्रदूषण-उद्योगों के बहुत से अपशिष्ट पदार्थ मिट्टी में मिलकर मृदा प्रदूषण करते हैं। मलबे के ढेर विशेषकर काँच, हानिकारक रसायन, औद्योगिक बहाव, पैकिंग लवण तथा कूड़ा-करकट मृदा को अनुपजाऊ बनाते हैं। रेडियोधर्मी पदार्थों और परमाणु परीक्षणों से भी भूमि प्रदूषित होती है।

(4) ध्वनि प्रदूषण जब मशीन-जनित ध्वनि तीव्र, कर्कश एवं बेसुरी हो जाती है तो शोर ध्वनि प्रदूषण का रूप ले लेता है। कल-कारखानों की मशीनों से होने वाली आवाज तथा परिवहन के साधनों से होने वाली कर्कश आवाज ध्वनि प्रदूषण का प्रमुख कारण है।

प्रश्न (iii)
उद्योगों द्वारा पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के लिए उठाए गए विभिन्न उपायों की चर्चा करें।
उत्तर:
पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के उपाय औद्योगिक प्रदूषण से पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाये गए हैं-

  • विभिन्न प्रक्रियाओं में जल. का न्यूनतम उपयोग तथा जल का दो या अधिक उत्तरोत्तर अवस्थाओं में पुनर्चक्रण द्वारा पुनः उपयोग करना।
  • जल की आवश्यकता पूर्ति हेतु वर्षा जल का संग्रहण करना।
  • नदियों व तालाबों में गर्म जल तथा अपशिष्ट पदार्थों को प्रवाहित करने से पूर्व उनका शोधन करना।
  • जहाँ भूमिगत जल का स्तर कम है, वहाँ उद्योगों द्वारा इसके अधिक निष्कासन पर कानूनी प्रतिबन्ध लगाना।
  • वायु में निलम्बित प्रदूषण को कम करने के लिए कारखानों में ऊँची चिमनियाँ, चिमनियों में इलेक्ट्रोस्टैटिक अवक्षेपण, स्क्रबर उपकरण तथा गैसीय प्रदूषक पदार्थों को जड़ तत्त्वीय रूप से पृथक् करने के लिए उपकरण लगाना अनिवार्य करना।
  • कोयले की अपेक्षा तेल व गैस के प्रयोग से धुएँ का निष्कासन कम करना।
  • मशीनों व उपकरणों का उपयोग करना तथा जेनरेटरों में साइलेन्सर लगाना।
  • ऊर्जा सक्षम मशीनरी का प्रयोग करना ताकि कम ध्वनि प्रदूषण हो।
  • ध्वनि अवशोषित करने वाले उपकरणों के इस्तेमाल के साथ कानों पर शोर नियन्त्रण उपकरण भी उपलब्ध कराना।

क्रियाकलाप

प्रश्न-
उद्योगों के संदर्भ में प्रत्येक के लिए एक शब्द दें (संकेतिक अक्षर संख्या कोष्ठक में दी गई है तथा उत्तर अंग्रेजी के शब्दों में हैं)

RBSE Solutions for Class 10 Social Science Geography Chapter 6 विनिर्माण उद्योग 2
उत्तर:
(i) POWER
(ii) WORKER
(iii) MARKET
(iv) RETAILOR
(v) PRODUCT
(vi) MANUFACTURE
(vii) POLLUTION

प्रोजेक्ट कार्य

प्रश्न-
अपने क्षेत्र के एक कृषि आधारित तथा एक खनिज आधारित उद्योग को चुनें।
(i) ये कच्चे माल के रूप में क्या प्रयोग करते हैं?
(ii) विनिर्माण प्रक्रिया में अन्य निवेश क्या हैं जिनसे परिवहन लागत बढ़ती है।
(iii) क्या ये कारखाने पर्यावरण नियमों का पालन करते हैं?
उत्तर:
कृषि आधारित उद्योगचीनी उद्योग-
(i) कच्चा माल- गन्ना।
(ii) अन्य निवेश-जल, पूंजी, श्रम, विद्युत, पैंकिंग आदि।
(iii) हाँ, ये कारखाने पर्यावरण नियमों का पालन करते हैं।

खनिज आधारित उद्योग-
सीमेंट उद्योग-
(i) कच्चा माल-चूना पत्थर, डोलोमाइट, मैंगनीज, कोयला।
(ii) अन्य निवेश-पूंजी, श्रम, विद्युत, जल, पैकिंग आदि।
(iii) हाँ, ये कारखाने पर्यावरण नियमों का पालन करते हैं।

क्रियाकलाप

प्रश्न 1.
निम्न वर्ग पहेली में क्षैतिज अथवा ऊर्ध्वाधर अक्षरों को जोड़ते हुए निम्न प्रश्नों के उत्तर दें।
(i) वस्त्र, चीनी, वनस्पति तेल तथा रोपण उद्योग जो कृषि से कच्चा माल प्राप्त करते हैं, उन्हें कहते हैं……
(ii) चीनी उद्योग में प्रयुक्त होने वाला कच्चा पदार्थ।
(iii) इस रेशे को गोल्डन फाइबर (Golden Fibre) भी कहते हैं।
(iv) लौह-अयस्क, कोकिंग कोयला तथा चूना पत्थर इस उद्योग के प्रमुख कच्चे माल हैं
(v) छत्तीसगढ़ में स्थित सार्वजनिक क्षेत्र का लोहा-इस्पात उद्योग।
(vi) उत्तर प्रदेश में इस स्थान पर डीजल रेलवे इंजन बनाए जाते हैं।
[नोट : पहेली के उत्तर अंग्रेजी के शब्दों में हैं।]
उत्तर:

(i) AGROBASED
(ii) SUGARCANE
(iii) JUTE
(iv) IRONSTEEL
(v) BHILAI
(vi) VARANASI

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