RBSE Class 12 Hindi रचना पत्र व प्रारूप लेखन
RBSE Class 12 Hindi रचना पत्र व प्रारूप लेखन
Rajasthan Board RBSE Class 12 Hindi रचना पत्र व प्रारूप लेखन
पत्र-लेखन
यद्यपि सूचना तथा दूरसंचार तकनीक के अधिक विकसित हो जाने के कारण अब पत्र का लेखन और प्रेषण बहुत कम हो गया है। तथापि पत्र-लेखन का महत्त्व अब भी यथावत् बना हुआ है। पत्र-लेखन में कुछ ऐसी विशेषताएँ हैं जो सन्देश भेजने के अन्य माध्यमों में सम्भव नहीं हैं। पत्र में हम अपने विचारों को यथारुचि विस्तार दे सकते हैं। पत्र में अपने भाव सोच समझकर अच्छी भाषा में लिखने का पर्याप्त अवसर रहता है। पत्र में यदि कुछ गलत या अशोभनीय लिख जाए तो उसे निरस्त करके पुन: दूसरा पत्र लिखा जा सकता है। पत्र को प्रमाण के रूप में लम्बे समय तक रखा जा सकता है। कभी-कभी तो लोग पत्र के माध्यम से सदा के लिए मित्र बन जाते हैं।
एक अच्छे पत्र की विशेषताएँ – पत्र-लेखन एक कला है। एक सुगठित और सन्तुलित पत्र ही उत्तम पत्र माना जाता है। एक अच्छे पत्र में निम्नलिखित विशेषताएँ होनी चाहिए –
- संक्षिप्तता – पत्र में विषय का वर्णन संक्षेप में करना चाहिए। एक ही बात को बार-बार दोहराने की प्रवृत्ति से बचना चाहिए।
- संतुलित भाषा का प्रयोग – पत्र में सरल, बोधगम्य भाषा का ही प्रयोग किया जाना चाहिए। ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिन्हें पत्र पाने वाला नहीं समझता हो।
- तारतम्यता – पत्र में सभी बातें एक तारतम्य से रखी जानी चाहिए। ऐसा न हो कि आवश्यक बातें तो छूट जाएँ और कम महत्त्व की बातों में पत्र का अधिकांश भाग प्रयुक्त हो जाए। पत्र में सभी बातें उचित क्रम में लिखी होनी चाहिए।
- शिष्टता – पत्र में संयमित, विनम्र और शिष्ट शब्दावली का प्रयोग किया जाना चाहिए। कड़वाहट-भरे शब्द लिखना या अशिष्ट भाषा का प्रयोग करना सर्वथा अनुचित है।
- सज्जा – पत्र को साफ-सुथरे कागज पर सुलेख में ही लिखा जाना चाहिए। तिथि, स्थान एवं सम्बोधन यथास्थान लिखने से पत्र में आकर्षण बढ़ जाती है।
पत्र के अंग
जो बातें सामान्यत: सभी प्रकार के पत्रों में होती हैं, उन्हें पत्रों के आवश्यक अंग कहते हैं। एक पत्र के छह प्रमुख अंग होते हैं –
1. संबोधन और अभिवादन – यह पत्र में बायीं ओर लिखा जाता है। पारिवारिक पत्रों में संबोधन लिखा जाता है, जैसे— पूज्य पिताजी, प्रिय भाई आदि। सरकारी और व्यावसायिक पत्रों में संबोधन की विधि निर्धारित होती है, जैसे-महोदय, प्रिय महोदय। अभिवादन भी व्यक्ति के पद या मर्यादा के अनुरूप लिखे जाते हैं। जैसे-सादर प्रणाम, नमस्कार, आशीर्वाद लिखा जाता है।
2. पत्र भेजने की तिथि – अनौपचारिक पत्रों में पत्र भेजने वाले के पते के नीचे दिनांक, महीना और सन् लिखा जाः ।। औपचारिक पत्रों में दिनांक सबसे नीचे लिखा जाता है।
3. पत्र की विषय सामग्री – यह पत्र का मुख्य भाग है। इसी भाग में समाचार, सूचनाएँ, आवेदन, आदेश एव शिकायत आदि अलग-अलग अनुच्छेद में लिखा जाता है।
4. पत्र का अंत – पत्र के अंत में बायीं ओर ही पत्र लिखने वाले के द्वारा अपने संबंध या पद के अनुरूप शब्द, यथा-भवदीय, आपका, आज्ञाकारी, शुभेच्छु आदि लिखकर नीचे अपने हस्ताक्षर किए जाते हैं।
5. भेजने वाले का पता – बायीं ओर ही पत्र भेजने वाले का पता लिखा जाता है। इससे पत्र प्राप्त करने वाले को, पत्र भेजने वाले का सही-सही पता ज्ञात हो जाता है और उसे उत्तर भेजने में कठिनाई नहीं होती।
6. पत्र पाने वाले का पता – पत्र समाप्ति के बाद पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र तथा लिफाफे पर पत्र पाने वाले का स्पष्ट पता लिखा जाता है। पते के साथ पिनकोड अवश्य लिखना चाहिए।
संबोधन, अभिवादन तथा पत्र के अंत में प्रयुक्त शब्दों के कुछ सामान्य उदाहरण अग्रांकित प्रकार से हैं –
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अर्द्धशासकीय पत्र
जब सक्षम अधिकारी, समकक्ष अधिकारी को किसी खास विषय पर ध्यान आकृष्ट करने, स्पष्टीकरण देने, वैचारिक आदान-प्रदान करने, सूचना-सलाह आदि देने अथवा प्राप्त करने के लिए जिस पत्र का प्रयोग करते हैं, वे पत्र अर्द्धशासकीय पत्र कहलाते हैं।
अर्द्धशासकीय पत्र सामान्यत: सरकारी पत्र की भाँति होता है, परन्तु इसमें आत्मीय संबोधन व औपचारिक लगावपूर्ण भाषा का प्रयोग किया जाता है। संबोधन में प्रिय, श्री, सुश्री, श्रीमती के साथ सरनेम शर्मा, वर्मा, माथुर आदि जोड़कर लिखे जाते हैं। संबोधन को लेखक स्वयं अपने हाथ से लिखता है।
उदाहरण – 1 एक अर्द्धशासकीय पत्र, शासन सचिव, शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा आयुक्त, माध्यमिक शिक्षा, राजस्थान, बीकानेर को लिखकर विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण निर्माण हेतु ध्यान आकृष्ट किया जाए।
राजस्थान सरकार
विजय जैन
शासन सचिव
शिक्षा विभाग
शासन सचिवालय, जयपुर,
दि० 6 जुलाई, 2017
अशा०प०क्र० 114 (स)/सा/16-17
प्रिय वर्मा जी,
राजस्थान के सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय शिक्षा के आधारभूत केन्द्र हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्र के अधिकतर विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। अत: शैक्षणिक वातावरण निरंतर बनाये रखने के लिए विषयाध्यापकों की नियुक्ति, रिक्त पदों पर समायोजन द्वारा शिक्षण, समयबद्ध कार्य-योजना एवं शैक्षणिक कैलेण्डर अनुसार समस्त गतिविधियाँ संचालित की जानी चाहिए। इससे उत्तम व गुणवत्तापरक वातावरण निर्मित होगा।
आशा है आप अपनी श्रेष्ठ भूमिका से इस पुनीत कार्य में सफल होंगे।
धन्यवाद।
भवदीय
(विजय जैन)
सेवा में,
श्री संजय वर्मा
आयुक्त, मा०शि०राजस्थान,
बीकानेर।
उदाहरण – 2 जिला कलक्टर, भरतपुर की ओर से रजिस्ट्रार, रसद विभाग, जयपुर को एक अर्द्धशासकीय पत्र लिखिए, जिसमें सरकारी राशन की दुकानों पर होने वाली अनियमितताओं के संबंध में उचित कार्रवाई करने का आग्रह हो।
राजस्थान सरकार
कमलेश कुमार
जिला कलक्टर
कलेक्टरेट,
भरतपुर, दि० 17 मार्च, 2018
अशा०प०क्र० 14 (6) विशेष/258
प्रिय श्री उपाध्याय जी,
दैनिक भास्कर में प्रकाशित समाचार एवं प्राप्त शिकायतों से यह ज्ञात हुआ है कि लगभग सभी सरकारी उचित मूल्य की दुकानों पर अनियमितताएँ हो रही हैं। वहाँ पर बी०पी०एल० वर्ग के लिए जो सामग्री पहुँचाई जाती है, उसकी कालाबाजारी होती है। यहाँ तक कि केरोसीन भी पेट्रोल पंप पर बेचकर मिलावट का कार्य करने की सूचना मिली है।
अत: इस संदर्भ में उचित कार्रवाई कर ऐसे दुकानदारों के अनुज्ञप्ति पत्र रद्द किए जाएँ ताकि वास्तविक व्यक्ति तक सरकारी राशन सामग्री पहुँच सके।
सधन्यवाद।
भवन्निष्ठ
ह०
(कमलेश कुमार)
प्रतिष्ठा में,
श्री रामकिशन उपाध्याय
रजिस्ट्रार, रसद विभाग,
जयपुर।
उदाहरण – 3 सचिव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर की ओर से एक अर्द्धशासकीय पत्र पुलिस महानिदेशक, राजस्थान जयपुर को लिखा जाए, जिसमें बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र की सुरक्षा का आग्रह हो।
राजस्थान सरकार
अनुराधा कँवर
सचिव
माध्य० शिक्षा बोर्ड, राज०
अजमेर
दि० 15 फरवरी, 2018
अशा०प०क्र० 35/17 (क)/163
प्रिय श्री मल्होत्रा जी,
प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक परीक्षाएँ 10 मार्च से आरंभ होने जा रही हैं। इसमें प्रदेश के 35 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र प्रदेश के थानों में रखवाने के निर्देश हैं, जो कि 8 मार्च तक पहुँच जाएँगे। प्रश्नपत्रों की गोपनीयता व सुरक्षा की दृष्टि से आप व्यक्तिगत तौर से अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित कर सहयोग प्रदान करें।
इससे विद्यार्थियों के भविष्य की सुरक्षा के साथ प्रदेश की छवि भी अच्छी बनेगी। सधन्यवाद।
भवदीय
ह०
(अनुराधा कँवर)
सेवा में,
श्री हरचरण मल्होत्रा
पुलिस महानिदेशक,
राजस्थान, जयपुर
उदाहरण – 4 सचिव, शिक्षा विभाग, राजस्थान, जयपुर की ओर से आयुक्त, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को एक अर्द्धशासकीय पत्र लिखिए, जिसमें सरकारी विद्यालय के विद्यार्थियों की नियमित स्वास्थ्य जाँच का आग्रह हो।
राजस्थान सरकार
अविनाश तेंवर
सचिव
शिक्षा विभा
शासन सचिवालय, जयपुर
दि० 17 अगस्त, 2017
अशा०प०क्र० 169(ग) 741
प्रिय श्री हरगोविन्द जी,
आपको विदित है कि राजस्थान के लगभग 80% विद्यार्थी सरकारी विद्यालयों में ग्रामीण क्षेत्र में अध्ययनरत हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति मध्यम अथवा निम्न स्तर की है। इन विद्यार्थी के स्वास्थ्य की नियमित जाँच हेतु विभाग द्वारा नियमित रूप से शिविर लगाए जाते हैं। आप से आग्रह है कि जिला चिकित्सा अधिकारियों को अपनी विशिष्ट सेवाएँ इन शिविरों में देने हेतु पाबन्द करें, ताकि ग्रामीण-जीवन का एवं भावी नागरिकों का स्वास्थ्य उन्नत हो सके।
आशा है आपका सहयोग प्राप्त होगा। धन्यवाद।
भवदीय
ह०
(अविनाश तंवर)
सेवा में,
श्री हरगोविन्द सोढी
आयुक्त, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण,
राजस्थान, जयपुर।
उदाहरण – 5 आयुक्त, निर्वाचन आयोग, राजस्थान, जयपुर की ओर से सचिव, कार्मिक विभाग को एक अर्द्धशासकीय पत्र लिखिए, जिसमें राज्य कर्मचारियों का चुनाव कार्य हेतु सहयोग का उल्लेख हो।
राज्य निर्वाचन आयोग
बी. के. सिंह
आंयुक्त
आयोग कार्यालय
जयपुर
दि० 30 मार्च, 2018
अ. शा. प. क्र. 942/ विशिष्ट
प्रिय श्री नागपाल जी,
भारतीय लोकतंत्र में चुनाव-प्रक्रिया एक महत्त्वपूर्ण कार्य है। इसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक नागरिक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से मतदान कर सके। राज्य में विधानसभा चुनाव निकट है, इसकी पूर्व तैयारियों हेतु राज्य कर्मचारियों की सेवाएँ लेनी होती हैं। आप से आग्रह है कि समस्त विभागाध्यक्षों को निर्देश प्रदान करें कि निर्वाचन कार्य से संबंधित आदेश की पालना सुनिश्चित की जाए।
आशा है, आपका सहयोग प्राप्त होगा।
सधन्यवाद।
भवन्निष्ठ
ह०
(बी. के. सिंह)
सेवा में,
श्री अमृत नागपाल
आयुक्त
कार्मिक विभाग, राजस्थान, जयपुर।
प्रारूप लेखन
प्रारूप लेखन कार्यालयी प्रक्रिया का एक अंग है। सरकारी कार्यालयों में निर्धारित प्रारूप में ही कार्य-व्यवहार होता है। प्रदेश व केन्द्र के प्रारूपों में कुछ भिन्नताएँ हो सकती हैं, फिर भी लगभग समानता है। यहाँ राजस्थान सरकार के विभिन्न प्रारूपों का स्वरूप दिया जा रहा है।
निविदा
सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों की दैनिक आवश्यकताओं एवं किसी कार्य को संपन्न करवाने हेतु सार्वजनिक रूप से समाचार पत्रों में जो सूचना प्रकाशित की जाती है, उसे निविदा सूचना कहते हैं। इसका उद्देश्य कम लागत में गुणवत्तापरक कार्य करवाने का होता
उदाहरण – 1
कार्यालय, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान,
उदयपुर (राजस्थान)
क्रमांक :- 117
दिनांक-3 जनवरी, 2018
निविदा सूचना
उदयपुर जिलान्तर्गत आठवीं बोर्ड परीक्षा-2017 के लिए उत्तरपुस्तिका एवं अन्य सामग्री सप्लाई करने हेतु प्रतिष्ठित फर्मों से मोहरबंद निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। निविदा प्रपत्र स्थानीय कार्यालय से निर्धारित शुक्ल पर कार्यालय समय में प्राप्त किया जा सकता है। निविदाएँ दिनांव 16 जनवरी, 2017 को अपराह्न 2.00 बजे तक प्राप्त किए जाएँगे एवं सायं 4.00 बजे उपस्थित निविदाताओं के समक्ष खोली जायेंगी।
शर्ते :-
- निविदा खोलने की तिथि में परिवर्तन या रद्द करने का पूर्ण अधिकार अधोहस्ताक्षरकर्ता का होगा।
- आपूर्ति में विलम्ब या गुणवत्ता में कमी पर निविदादाता के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
- किसी भी विवाद की स्थिति में न्यायिक क्षेत्र उदयपुर होगा।
हस्ताक्षर
(क, ख, ग)
प्रधानाचार्य
डाईट, उदयपुर
उदाहरण – 2
राजस्थान सरकार
कार्यालय अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग
बाड़मेर (राजस्थान)
क्रमांक :- निविदा 3 (स)/417।
दिनांक-3 अप्रैल, 2018
निविदा सूचना
सार्वजनिक निर्माण विभाग, बाड़मेर के अधीन निम्नलिखित कार्यों हेतु पंजीकृत ‘अ’ अथवा ‘ब’ श्रेणी संविदा धारकों से दिनांक 30 अप्रैल, 2018 तक दोहरे लिफाफे पद्धति में मोहरबंद निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। निविदा प्रारूप कार्यालय समय में 100/- रुपये जमा करवा कर प्राप्त किया जा सकता है। प्राप्त निविदाएँ दिनांक 1 मई, 2018 को प्रातः 11:00 बजे उपस्थित निविदादाताओं के समक्ष खोली जायेगी।
शर्ते :-
- निविदा निरस्त अथवा स्वीकृत करने का अधिकार अधोहस्ताक्षरकर्ता के पास सुरक्षित रहेगा।
- निविदा शर्तों के अनुरूप कार्य न होने पर धरोहर राशि जब्त कर ली जायेगी।
- समस्त न्यायिक परिवादों का क्षेत्र बाड़मेर रहेगा।
(क, ख, ग,)
अधिशासी अभियंता
उदाहरण – 3
राजस्थान सरकार
आयुक्त, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जयपुर
क्रमांक – निविदा/प.क./164/(द)
दिनांक-19 जुलाई, 2017
निविदा सूचना
राज्य के समस्त चिकित्सालयों में नि:शुल्क दवा वितरण हेतु पंजीकृत दवा कंपनियों से दिनांक 30 जुलाई, 2017 को सायं 5:00 बजे तक मोहरबंद निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। निविदा प्रारूप कार्यालय समय में (रुपये) 100/- नकद जमा करवाकर प्राप्त किया जा सकता है। प्राप्त निविदाएँ दिनांक 31 जुलाई, 2017 को प्रातः 11:00 बजे उपस्थित निविदादाताओं के समक्ष खोली जायेंगी। कार्य-विवरण इस प्रकार है।
शर्ते :-
- निविदानुसार दरों पर वर्षपर्यन्त माँग के अनुसार सप्लाई नियत स्थान पर देनी होगी।
- भारतीय स्वास्थ्य मानकों का पालन करना होगा।
- निविदा शर्तों का उल्लंघन करने पर धरोहर राशि जब्त कर ली जायेगी।
- निविदा को निरस्त करने अथवा स्वीकृत करने का अधिकार अधोहस्ताक्षरकर्ता के पास सुरक्षित रहेगा।
- समस्त न्यायिक परिवादों को क्षेत्र जयपुर रहेगा।
(अ, ब, स)
आयुक्त
उदाहरण – 4
राजस्थान सरकार
कार्यालय निदेशक, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, जयपुर
क्रमांक – 473
दिनांक -14 सितम्बर, 2017
निविदा सूचना
राजस्थान के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर एवं अन्य उपकरण सप्लाई करने हेतु पंजीकृत कंपनी से दिनांक 25 सितम्बर, 2017 तक निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। निविदाप्रफ्त्र विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। प्राप्त निविदाएँ दिनांक 26 सितम्बर, 2017 को प्रातः 10:00 बजे उपस्थित निविदादाताओं के समक्ष खोली जायेंगी। विवरण इस प्रकार है –
शर्ते :-
- निविदा को निरस्त करने का संपूर्ण अधिकार अधोहस्ताक्षरकर्ता के पास सुरक्षित रहेगा।
- उपकरण मानक स्तर के अनुरूप न होने पर धरोहर राशि जब्त कर ली जायेगी।
- समस्त न्यायिक परिवादों का क्षेत्र जयपुर रहेगा।
ह०
निदेशक
आयुक्त
उदाहरण – 5
कार्यालय, उपखंड अधिकारी, सुमेरपुर जिला-पाली (राज०)
क्रमांक – 643
दिनांक – 24 मई, 2017
निविदा सूचना
उपखंड कार्यालय परिसर में निम्न कार्यों हेतु पंजीकृत निविदादाताओं से दिनांक 10 जून, 2017 को अपराह्न 1:00 बजे तक मोहरबंद निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। प्राप्त निविदाएँ उसी दिन सायं 3:00 बजे उपस्थित निविदादाताओं के समक्ष खोली जायेंगी। निविदा प्रपत्र कार्यालय से 100/- जमा करवाकर प्राप्त किया जा सकता है। कार्य का विवरण इस प्रकार है –
शर्ते :-
- निविदानुसार कार्य पूर्ण नहीं होने पर धरोहर राशि जब्त कर ली जायेगी।
- निविदा निरस्त अथवा स्वीकृत करने का संपूर्ण अधिकार अधोहस्ताक्षरकर्ता के पास रहेगा।
- समस्त न्यायिक परिवादों का क्षेत्र पाली रहेगा।
ह०
उपखंड अधिकारी
विज्ञप्ति
सकारी अथवा गैर सरकारी विभाग अपने किसी निर्देश, घोषणा, निर्णय आदि से संबंधित सूचनाओं को जन-साधारण तक पहुँचाने हेतु जो आदेश जारी करते हैं, उन्हें विज्ञप्ति कहते हैं। विज्ञप्ति सरकारी गजट के अतिरिक्त समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाती है।
उदाहरण -1
राजस्थान सरकार
कार्यालय निदेशक, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, जयपुर, राजस्थान
क्रमांक-784
दिनांक -12 जुलाई, 2017
विज्ञप्ति
प्रदेश के समस्त ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर दिनांक 15 जुलाई से 15 अगस्त 2017 के मध्य प्रशासन गाँवों के संग अभियान’ के अंतर्गत दो दिवसीय शिविर आयोजित होंगे। पंचायत वार विस्तृत कार्यक्रम उपखंड स्तर से निर्धारित किए जायेंगे। इन शिविरों में समस्त सरकारी विभागों के अधिकारी ग्रामीण जनता की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करेंगे। अत: इसका लाभ उठाएँ व अन्य संबंधित को भी अवगत कराएँ।
(क, ख, ग)
निदेशक
उदाहरण – 2
राजस्थान लोक सेवा आयोग
अजमेर (राज.)
क्रमांक-1419
दिनांक-4 मई, 2017
विज्ञप्ति
आयोग द्वारा वरिष्ठ अध्यापक, द्वितीय श्रेणी, माध्यमिक शिक्षा विभाग हेतु ली जाने वाली संवीक्षा परीक्षा दिनांक 15 मई, 2017 के स्थान पर 06 जून 2017 को आयोजित होगी। परीक्षा केन्द्र व अन्य सूचनाएँ यथावत् रहेंगी।
अ, ब, स
सचिव
उदाहरण – 3
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय
अजमेर (राज.)
क्रमांक-347
दिनांक-13 फरवरी, 2018
विज्ञप्ति
विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित B.A., BCom. एवं BSc. की लिखित परीक्षाएँ 20 फरवरी से आरंभ हो रही हैं। परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र व समय-विभाग चक्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं अथवा संबंधित महाविद्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
(क, ख, ग)
(अ,ब,स)
परीक्षा नियंत्रक
उदाहरण – 4
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान
अजमेर
क्रमांक-1120
दिनांक-20 जून, 2017
विज्ञप्ति
उच्च माध्यमिक परीक्षा-2018 की पूरक परीक्षाएँ 7 जुलाई, 2018 से समस्त पंचायत समिति मुख्यालयों पर आयोजित की जायेंगी। परीक्षार्थी अपने प्रवेश पत्र व समय-सारिणी बोर्ड की वेबसाइट से डाउनलोड कर लें। अन्य किसी भी प्रकार की सूचना हेतु संबंधित केन्द्राधीक्षक से संपर्क करें।
(क, ख, ग)
सचिव
उदाहरण – 5
राजस्थान सरकार
कार्यालय आयुक्त, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, राजस्थान
जयपुर
क्रमांक-414
दिनांक-15 मार्च, 2018
विज्ञप्ति
प्रदेश में ग्रीष्मकालीन अवधि में पेयजल से संबंधित किसी प्रकार की समस्या होने पर टोल फ्री नं० 1800-2345-121 पर अवगत करायें । विभाग द्वारा तत्काल टेंकर से जल-वितरण की व्यवस्था की जाएगी। आपात स्थिति में संबंधित उपखंड अधिकारी को अवगत करायें।
(अ, ब, स)
आयुक्त
ज्ञापन
शासकीय पत्र-व्यवहार में जब किसी सक्षम अधिकारी द्वारा समकक्ष या अधीनस्थ अधिकारियों अथवा कर्मचारियों को सामान्य सूचना, संदेश आदि देने के लिए जो पत्र लिखा जाता है, उसे कार्यालय ज्ञापन कहते हैं। इसका प्रयोग विविध मंत्रालयों, विभागों, अनुभागों के मध्ये पत्र व्यवहार हेतु होता है। इसमें संक्षिप्त एवं विषयनिष्ठ सामग्री होती है।
उदाहरण – 1
राजस्थान सरकार
उच्च शिक्षा विभाग, राजस्थान, जयपुर
ज्ञा, सं.-14 (द)/2017/03
दिनांक-4 अप्रैल, 2017
ज्ञापन
विषय:- रिव्यू डी. पी. सी. बाबत्।
विभाग में डी. पी. सी. से संबंधित बकाया मामलों का त्वरित निस्तारण 31 मई, 2017 तक अनिवार्यत: किया जाना है। नवीन शिक्षा सत्र से पूर्व रिक्त पदों पर चयनित आचार्यों की नियुक्ति भी करें।
(ह०)
(क, ख, ग,)
विशिष्ट सचिव
सेवा में,
- आयुक्त, कॉलेज शिक्षा
- समस्त विभागाध्यक्ष
उदाहरण – 2
राजस्थान सरकार
भाषा विभाग
शासन सचिवालय, जयपुर
ज्ञापन
ज्ञा, सं.-10 (स)/भा. वि./1443/03
दिनांक-20 अगस्त, 2017
विषय :- कार्यालय में हिन्दी के प्रयोग को बढ़ावा देने बाबत्
अत्यन्त खेद का विषय है कि विभाग द्वारा अधिकांश कार्य अंग्रेजी में हो रहा है। हिन्दीभाषी राज्य होने एवं राजभाषा हिन्दी को उचित महत्त्व देने के क्रम में कार्यालयी पत्र व्यवहार यथासंभव हिन्दी में किए जाएँ। अंग्रेजी का प्रयोग अपरिहार्य स्थिति में ही किया जाए।
ह०
(अ, ब, स)
शासन सचिव
सेवा में,
समस्त विभागाध्यक्ष
उदाहरण – 3
राजस्थान सरकार
गृह मंत्रालय, जयपुर
ज्ञा. सं.-16 (अ)/142
दिनांक-3 मई, 2017
विषय :- जन समस्याओं के निस्तारण बाबत्।
समस्त विभागाध्यक्षों को सूचित किया जाता है कि राजस्थान में अकाल की विभीषिका से त्रस्त जनता की विविध समस्याओं को त्वरित निस्तारण आवश्यक है। अत: प्रशासन अपनी भूमिका का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करे।
ह०
(क, ख, ग)
उपशासन सचिव
सेवा में,
- समस्त मंत्रालय, राजस्थान सरकार।
- समस्त विभागाध्यक्ष।
- समस्त जिला कलक्टर।
उदाहरण – 4
राजस्थान सरकार
ऊर्जा विभाग
शासन सचिवालय, जयपुर
क्रमांक- ऊवि/6 (ग)/343/16
दिनांक-4 अप्रैल, 2017
ज्ञापन
विषय : ऊर्जा वर्ष मनाने बावत्।
राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2017-18 को ऊजा वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। अत: अनावश्यक ऊर्जा व्यय की रोकथाम, एल ई डी के प्रयोग को बढ़ावा देना, विद्युत छीजन को रोकने की दृष्टि से विभाग द्वारा विशेष अभियान आयोजित किए जाएँ। इस हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार कर क्रियान्वित करें।
ह०
(अ, ब, स)
उपशासन सचिव
सेवा में,
- समस्त सचिव/विभागाध्यक्ष, जि. सरकार, जयपुर।
- समस्त जिला कलक्टर।
उदाहरण – 5
राजस्थान सरकार
शिक्षा विभाग
शासन सचिवालय,
जयपुर क्रमांक- ग्रुप-276 (द)/148
दिनांक-3 जनवरी, 2018
ज्ञापन
विषय : माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में विसंगतियों बाबत्।
माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में कई विसंगतियाँ सामने आ रही हैं। अत: विस्तृत समीक्षा के उपरांत ही नवीन पाठ्यक्रम लागू करें, ताकि अनावश्यक विवाद पैदा न हों। इस संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुख्य उद्देश्यों का पूर्णतः पालन किया जाना चाहिए। आशा है बेहतर तालमेल व विस्तृत कार्ययोजना का निर्माण कर कार्य पूर्ण किया जाएगा।
ह०
(क, ख, ग)
सेवा में,
- समस्त कुलपति, राजस्थान।
- सचिव, मा०शि० बोर्ड, राजस्थान, अजमेर।
अधिसूचना
केन्द्र अथवा राज्य सरकार जब सरकारी आदेशों को आम जनता के लिए प्रसारित करती है, तो इन सूचनाओं को वैधानिक दृष्टि से अधिसूचना कहा जाता है। अधिसूचना के कुछ प्रारूप इस प्रकार हैं –
उदाहरण – 1
राजस्थान सरकार
राजस्व विभाग
शासन सचिवालय, जयपुर
क्रमांक- साप्र०-/4 (क)/208
दिनांक-3 जुलाई, 2017
अधिसूचना
राजस्थान भू-राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 3 अंतर्गत उपधारा 16 (i) वे (ii) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भू-नामांतरण जो कि ग्राम पंचायतों की प्रदत्त शक्तियों से अनुशंसित था, के स्थान पर नायब तहसीलदारों व तहसीलदारों के अधिकार क्षेत्र में होगा।
यह अधिसूचना दिनांक 3 जुलाई, 2017 से 15 सितम्बर, 2017 तक प्रभावी रहेगी।
ह०
(क, ख, ग)
उपशासन सचिव
प्रतिलिपि सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु –
- निजी सचिव, मुख्यमंत्री, राज० सरकार।
- निजी सचिव, मुख्यसचिव, राज० सरकार।
- निजी सचिव, राजस्वमंत्री राज सरकार।
- सचिव, नियामक राजस्व मंडल, अजमेर।
- निदेशक, राजकीय मुद्रणालय, जयपुर को प्रेषित कर लेख है कि अधिसूचना का प्रकाशन आगामी राजपत्र में किया जाए।
ह०
(क, ख, ग)
उपशासन सचिव
उदाहरण – 2
राज्य निर्वाचन आयोग, राजस्थान, जयपुर
क्रमांक-143
दिनाक-2 जून, 2017
अधिसूचना
आयोग की अधिसूचना सं० एफ (i) धारा (iii) दिनांक 2 मई, 2017 के क्रम में राजस्थान की नगरपालिकाओं में रिक्तस्थानों पर निर्वाचन 28 जून को करवाया जाएगा। इस में क्रम सं० 17 पर अंकित दौसा जिलान्तर्गत बाँदीकुई नगरपालिका के वार्ड नं० 2 उपचुनाव अग्रिम आदेश तक स्थगित किया जाता है।
आज्ञा से
ह०
(अ, ब, स,)
उपसचिव
राज्यनिर्वाचन आयोग
प्रतिलिपि सूचनार्थ
- जिला निर्वाचन अधिकारी, दौसा
- निदेशक, राजकीय मुद्रणालय, प्रकाशनार्थ।
ह०
(अ,ब,स)
उपसचिव
राज्य निर्वाचन आयोग
उदाहरण – 3
राजस्थान सरकार
राजस्व विभाग, शासन सचिवालय, जयपुर
पत्रांक-4 (स)/2017/214
दिनांक-15 अक्टूबर 2017
अधिसूचना
राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित ‘प्रशासन गाँव की ओर–2017 के अंतर्गत जारी मूल निवास एवं जाति प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर हेतु तहसीलदार अधिकृत होंगे। यह अधिसूचना 31 दिसम्बर, 2017 अथवा अभियान संचालित होने तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगी।
ह०
(अ, ब, स)
उपशासन सचिव
प्रतिलिपि सूचनार्थ :
- निजी सचिव, माननीय मुख्यमंत्री, राजस्थान, जयपुर।
- निजी सचिव, मुख्य सचिव, राजस्थान, जयपुर।
- सचिव, राजस्व विभाग, जयपुर।
- समस्त जिला कलक्टर।
- निदेशक, राजकीय मुद्रणालय, निमित्त राजपत्र में प्रकाशनार्थ।
ह०
(अ, ब, स)
उपशासन सचिव
उदाहरण – 4
राजस्थान सरकार
स्वायत्त शासन विभाग, शासन सचिवालय, जयपुर।
क्रमांक – 196
दिनांक-11 सितम्बर, 2017
अधिसूचना
महामहिम राज्यपाल की अनुशंसा के आधार पर राज्य सरकार आदेश क्रमांक 33/12 (द)/ स्वच्छता 56 दिनांक 2.10.17 की अनुपालना में गाँधी जयन्ती पर प्रदेश के समस्त नगर निगमों, नगर परिषदों व नगरपालिकाओं द्वारा संपूर्ण स्वच्छता अभियान के अंतर्गत स्वच्छ नगर-स्वच्छ आवास’ अभियान चलाया जाएगा। अभियान में जन सहभागिता महत्त्वपूर्ण रहेगी।
ह०
(क, ख, ग)
उपशासन सचिव
प्रतिलिपि सूचनार्थ –
- समस्त विभागाध्यक्ष, राजस्थान सरकार, जयपुर।
- समस्त जिला कलक्टर।
- निदेशक राजकीय मुद्रणालय, निमित्त प्रकाशनार्थ।
ह०
(क, ख, ग)
उपशासन सचिव
उदाहरण – 5
राजस्थान सरकार
पंचायती राज विभाग, शासन सचिवालय, जयपुर
क्रमांक -124 (ब)/विधि/329
दिनांक-5 जनवरी, 2017
अधिसूचना
राजस्थान राजपुत्र के भाग 6 (ग) दिनांक 11.9.92 के पृष्ठ सं० 136 में क्रम सं० 31 पर प्रकाशित अधिसूचना क्रमांक-718 (ब) ग्राविप/10.9.92 में ग्राम पंचायत गादोली अंकित है। राजस्थाने पंचायती राज अधिनियम, 1994 की धारा- 9(3) के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए गादोली के स्थान पर कनेसर ग्राम पंचायत मुख्यालय करने की स्वीकृति दी, अधिसूचित किया जाता है।
यह अधिसूचना गजट में प्रकाशित दिनांक से प्रभावी होगी।
आज्ञा से
ह०
(क ख ग)
शासन सचिव, पंचायतराज
प्रतिलिपि सूचनार्थ –
- सचिव, मुख्यमंत्री महोदया, राज. सरकार, जयपुर।
- वि. सचिव, मंत्री, पंचायत राज, जयपुर।
- जिला कलक्टर, नागौर।
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नागौर
- निदेशक, केन्द्रीय मुद्रणालय, निमित्त प्रकाशनार्थ।
ह०
(क, ख ग,)
उपशासन सचिव (विधि)
RBSE Class 12 Hindi पत्र व प्रारूप लेखन अभ्यास-प्रश्न
RBSE Class 12 Hindi पत्र व प्रारूप लेखन वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
सरकारी आदेश आम जनता के लिए जिस प्रारूप में प्रकाशित होते हैं, वह है –
(क) ज्ञापन
(ख) अधिसूचना
(ग) परिपत्र
(घ) विज्ञप्ति
उत्तर:
(ख)
प्रश्न 2.
प्रस्ताव आमंत्रण हेतु प्रारूप होता है –
(क) निविदा सूचना
(ख) अर्द्धशासकीय पत्र
(ग) विज्ञप्ति
(घ) अधिसूचना
उत्तर:
(क)
प्रश्न 3.
अच्छे पत्र की भाषा होनी चाहिए –
(क) मधुर भाषा
(ख) लाक्षणिक भाषा
(ग) संतुलित भाषा
(घ) टिप्पणीपरक भाषी
उत्तर:
(ग)
प्रश्न 4.
अर्द्धशासकीय पत्र का व्यवहार होता है –
(क) समान पदाधिकारियों में
(ख) उच्च से निम्न अधिकारी स्तर पर
(ग) कार्यालय के सामान्य स्तर पर
(घ) मात्र सूचित करने की औपचारिकता के लिए
उत्तर:
(क)
प्रश्न 5.
निविदा सूचना में उल्लेख होता है –
(क) अनुमानित लागत का
(ख) धरोहर राशि को
(ग) समयावधि को
(घ) उपर्युक्त सभी को
उत्तर:
(घ)
RBSE Class 12 Hindi पत्र व प्रारूप लेखन अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
अर्द्धशासकीय पत्र में संबोधन लेखन की क्या विशेषता है?
उत्तर:
अर्द्धशासकीय पत्र में संबोधन शब्द स्वयं लेखक अपने हाथ से लिखता है।
प्रश्न 2.
एक अच्छे पत्र की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
- संक्षिप्तता
- तारतम्यता।
प्रश्न 8.
विज्ञप्ति का उद्देश्य बताइये।
उत्तर:
सरकारी अथवा गैर सरकारी विभाग के निर्णय जनता तक पहुँचाने हेतु विज्ञप्ति प्रकाशित की जाती है।
प्रश्न 9.
ज्ञापन का प्रयोग कहाँ किया जाता है?
उत्तर:
ज्ञापन का प्रयोग विविध मंत्रालयों, विभागों, अनुभागों के मध्य पत्र-व्यवहार हेतु होता है।
प्रश्न 10.
पत्र के प्रमुख अंगों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
- संबोधन
- तिथि।
- विषय-सामग्री
- अंते।
RBSE Class 12 Hindi पत्र व प्रारूप लेखन लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 11.
एक अर्द्धशासकीय पत्र आयुक्त, पंचायती राज विभाग की ओर से उपशासन सचिव, शिक्षा विभाग को लिखकर ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक शिक्षा की चिंताजनक स्थिति पर ध्यान देने का आग्रह कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं लिखें।
प्रश्न-12.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा उ०पु० (उत्तर पुस्तिका) क्रय करने हेतु एक निविदा प्रारूप तैयार कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 13.
सचिव, राजरथान लोक सेवा आयोग, अजमेर की ओर से आर०ए०एस० भर्ती परीक्षा की तिथि में परिवर्तन की विज्ञप्ति तैयार कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 14.
रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षक लगाने बाबत् ज्ञापन का प्रारूप तैयार करें।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 15.
गृहमंत्रालय, राजस्थान सरकार की ओर से धारा-144 लगाने की अधिसूचना का प्रारूप तैयार कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।