RBSE Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन
RBSE Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन
Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi रचना पत्र-लेखन
पत्र मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं
1. प्रार्थना-पत्र तथा
2. पारिवारिक पत्र।
1. प्रार्थना-पत्र
(1) प्रधानाध्यापक को आवश्यक कार्यवश अवकाश हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
अलवर (राज.)
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि घर पर एक आवश्यक कार्य होने के कारण मैं आज विद्यालय आने में असमर्थ हूँ। अत: मुझे आज दिनांक 12-3-20 का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
धन्यवाद।
आपको आज्ञाकारी शिष्य
राजेश कुमार
कक्षा 6 ब
दि. 12-3-20..
(2) बीमारी के कारण अवकाश लेने हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
आदर्श माध्यमिक विद्यालय
भरतपुर महोदय,
विनम्र निवेदन है कि कल से तेज बुखार आ जाने के कारण मैं विद्यालय आने में असमर्थ हूँ। अतः मुझे दिनांक 12-3-20_- से 15-3-20_- तक का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य
राजगोपाल
कक्षा 6 ब
दि. 12–3-20
(3) शुल्क-मुक्ति के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदय,
टैगोर पब्लिक स्कूल, जयपुर
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 6 (अ) का विद्यार्थी हूँ। मेरे पिताजी कृषक हैं। खेती से सीमित आय होने के कारण पिताजी परिवार का खर्च कठिनाई से चला पाते हैं। ऐसी स्थिति में मैं विद्यालय-शुल्क देने में असमर्थ हैं। मैं अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करता रहा हूँ।
अतः श्रीमान् जी से अनुरोध है कि मुझे विद्यालय शुल्क से मुक्ति प्रदान करने की कृपा करें, जिससे में अपना अध्ययन जारी रख सकें। मैं आपको सदैव आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
अशोक कुमार
कक्षा 6 अ
दि. 13-7-20
(4) स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (टी.सी.) हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
अलवर
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा 6 अ का छात्र हैं। मेरे पिताजी का स्थानांतरण जयपुर के लिए हो गया है। मुझे भी पिताजी के साथ ही जयपुर जाना
अतः श्रीमान् जी से अनुरोध है कि मुझे स्थानांतरण प्रमाण-पत्र दिलाने की कृपा करें, जिससे कि मैं जयपुर के किसी विद्यालय में प्रवेश लेकर अपना अध्ययन जारी रख सक। मैं सदैव आपका आभारी रहेगा।
धन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
रोहित लाल
कक्षा 6 ब
दि. 14-7-20
(5) बुक बैंक से पुस्तकें लेने हेतु प्रार्थना-पत्र सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदय,
राजकीय माध्यमिक विद्यालय,
बीकानेर।
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 6 अ का छात्र हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पिताजी मुझे बाजार से पाठ्यपुस्तकें दिलाने में असमर्थ हैं। अत: मुझे विद्यालय के बुक बैंक से कक्षा 6 की पुस्तकें दिलाने की कृपा करें। इस कृपा के लिए मैं सदैव आपका आभारी रहूँगा।
धन्यवाद्
आपका आज्ञाकारी शिष्य
राहुल
कक्षा 6 अ
दिनांक 10-7-20
2. पारिवारिक पत्र
(6) पिताजी से रुपये मँगवाने के लिए पत्र
315, आवास विकास
सूरतगढ़
दि. 25-3-20
पूजनीय पिताजी,
सादर चरणस्पर्श
मैं सकुशल हैं तथा आप सबकी कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। मेरा परीक्षा परिणाम घोषित हो गया हैं तथा कक्षा 6 में, में प्रथम श्रेणी के अंक प्राप्त करके उत्तीर्ण हुआ हूँ। अब मुझे कक्षा 7 की पुस्तकें एवं कापियाँ खरीदनी हैं। अत: आप पाँच सौ रुपये मेरे ए.टी. एम. खाते में जमा करने की कृपा करें। माताजी को चरणस्पर्श तथा नीलू को प्यार।
आपका आज्ञाकारी पुत्र
प्रत्यूष
(7) माताजी को पढ़ाई की सूचना देने हेतु पत्र।
37, राणाप्रताप छात्रावास
श्रीगंगानगर
दि. 14-1-20
पूजनीया माताजी,
सादर चरणस्पर्श।
मैं सकुशल हैं तथा आप सबकी कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। आपका पत्र मिला। पढ़कर अत्यंत प्रसन्नता हुई। मेरी पढ़ाई ठीक प्रकार से चल रही है। अद्र्धवार्षिक परीक्षा में मुझे 75 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। हैं। मैं नियमित अध्ययन कर रहा हूँ। मुझे विश्वास है। कि वार्षिक परीक्षा में भी अच्छे अंक प्राप्त कर सकेगा। मुझे छात्रावास में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। पिताजी को मेरा चरणस्पर्श तथा गुड़िया को ढेर-सा प्यार।
आपका आज्ञाकारी पुत्र
राजेश कुमार
(8) बड़े भाई के लिए पत्र।
156, कृष्णानगर भरतपुर
दि. 17-10-20_
आदरणीय भाईसाहब,
सादर प्रणाम
आशा है आप कुशल होंगे। हम लोग यहाँ कुशलतापूर्वक हैं। लंबे समय से आपका पत्र प्राप्त नहीं हुआ, इसलिए माताजी व पिताजी कुशलता का समाचार जानने के लिए चिंतित हैं। आप अपनी कुशलता का पत्र शीघ्र भेजने का कष्ट करें। मेरी पढ़ाई ठीक चल रही हैं। दीदी की परीक्षाएँ प्रारंभ हो गई हैं।
भाभीजी को चरणस्पर्श एवं गुड़िया को प्यार। आपके पत्र की प्रतीक्षा रहेगी।
शेष शुभ।।
आपका प्रिय अनुज
मनोज
(9) छोटे भाई को स्वास्थ्य का ध्यान रखने हेतु पत्र
वाणी विहार
38, बरकत नगर, जयपुर
दि. 15-1-20
प्रिय मनोज,
शुभ स्नेह !
तुम्हारा पत्र मिला। यह पढ़कर प्रसन्नता हुई कि तुम अपना अधिकांश समय पड़ने-लिखने में लगा रहे हो। पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना, क्योंकि “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क रहता है।” इसके लिए प्रात:काल एवं सायंकाल थोड़ा घूमना एवं खेलना-कूदना भी आवश्यक है। अतः मेरा आग्रह है कि तुम पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान
पिताजी एवं माताजी तुम्हारे लिए आशीर्वाद कह रहे हैं। अपनी कुशलता को पत्र लिखना।।
तुम्हारा बड़ा भाई
राकेश सक्सैना
(10) परीक्षा में प्रथम स्थान आने पर मित्र को पत्र
39, पुष्पांजलि नगर, दौसा
दि. 20-4-20
प्रिय मित्र, सुनील,
सप्रेम नमस्कार।
समाचार-पत्र में प्रकाशित तुम्हारा फोटो एवं परीक्षा परिणाम देखकर हार्दिक प्रसन्नता हुई। कक्षा 6 में तुमने पंचायत समिति में सर्वाधिक अंक प्राप्त किये हैं, यह मेरे लिए अत्यंत गर्व की बात है। मेरी और से हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए।
पिताजी एवं माताजी तुम्हारे लिए आशीर्वाद कह रहे हैं। अपनी कुशलता का पत्र लिखिएगा।
तुम्हारा मित्र
राकेश