RBSE Class 6 Hindi व्याकरण अविकारी शब्द
RBSE Class 6 Hindi व्याकरण अविकारी शब्द
Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण अविकारी शब्द (अव्यय)
अविकारी शब्द–वे शब्द जिनमें कोई परिवर्तन (विकार) नहीं होता, अविकारी कहलाते हैं। क्रियाविशेषण, संबंध बोधक, समुच्चयबोधक व विस्मयादिबोधक अविकारी या अव्यय शब्द होते हैं। जैसे-
- राम तेज चलता है।
- सीता तेज चलती है।
- सभी तेज चलते हैं।
- राम तेज चलेगा।
प्रश्न 1.
अविकारी पद किसे कहते हैं?
उत्तर:
वे शब्द जिनका रूप-परिवर्तन नहीं होता, अविकारी (अव्यय) पद कहलाते हैं।
प्रश्न 2.
अविकारी पदों के नाम लिखिए।
उत्तर:
क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक एवं विस्मयादिबोधक अविकारी पद हैं।
प्रश्न 3.
विकारी और अविकारी पदों में अंतर बताइये।
उत्तर:
वे पद जिनका लिंग, वचन, कारक, पुरुष आदि के आधार पर रूप-परिवर्तन होता है, विकारी पद कहलाते हैं, जबकि जिनमें कोई परिवर्तन या विकार नहीं होता, उन्हें अविकारी पद कहते हैं।
प्रश्न 4.
समुच्चयबोधक अव्यय किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइए।
उत्तर:
जो अव्यय दो शब्दों, वाक्यांशों या वाक्यों को जोड़ते हैं उन्हें समुच्चयबोधक अव्यय कहते हैं। जैसे-और, एवं पर, नहीं तो आदि।
प्रश्न 5.
विस्मयादिबोधक अव्यय की परिभाषा सोदाहरण बताइए।
उत्तर:
जिन अव्यय शब्दों से हर्ष, शोक, घृणा, विस्मय, कष्ट, खुशी आदि भाव प्रकट हों, उन्हें विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं, जैसे-हे !, अरे!, आह!, छिः! आदि।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित वाक्यों में से क्रिया विशेषण बँढ़िए
(क) पिछले वर्षों में जंगलों का जिस गति से सफाया हुआ है, वैसा कभी नहीं हुआ था।
(ख) आज हमारा मौसम–चक्र बहुत बदल गया है।
(ग) वर्षा ऋतु में कभी–कभी मूसलाधार वर्षा होती है।
(घ) विश्व के सभी देश मिल–जुलकर प्रयत्न कर रहे हैं।
उत्तर:
(क) जिस गति से, कभी नहीं
(ख) बहुत
(ग) कभी–कभी
(घ) मिल–जुलकर।
प्रश्न 7.
नीचे लिखे वाक्य में कौन-कौन-से समुच्चय-बोधक अव्ययों का प्रयोग हुआ है? अव्ययों को रेखांकित कीजिए तथा उनके नाम लिखिए।
जब वह किसी से बोलता, तो उसके मुख पर ऐसी मीठी मुस्कान खेलती है, दाँत ऐसी दीनता बताते और आँखों में ऐसी लाचारी होती कि सामने वाले से वह यदि सिर भी माँग लेता तो वह एकाएक ना नहीं कर सकता था।
उत्तर:
तो – संकेतदर्शक, समुच्चयबोधक
और – संयोजक, समुच्चयबोधक
कि – उद्देश्यपरक, समुच्चयबोधक।
