RBSE Class 6 Hindi व्याकरण लिंग
RBSE Class 6 Hindi व्याकरण लिंग
Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण लिंग
परिभाषा-” शब्दों के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु या प्राणी के स्त्री या पुरुषवाचक होने का बोध होता है, उसे लिंग कहते हैं।” जैसे
- राम, लड़का, राजा, घोड़ा, हाथी, सिंह, बकरा, उसका, उनका, जाता, खाता आदि शब्द पुरुष वर्ग का बोध कराते हैं, इन्हें ‘पुल्लिग’ कहते हैं।
- सीता, लड़की, रानी घोडी, हथिनी, सिंहनी, बकरी, उसकी, उनकी, जाती, खाती आदि शब्द स्त्री वर्ग का बोध कराते हैं, इन्हें ‘स्त्रीलिंग’ कहते हैं।
- निर्जीव या अचेतन पदार्थ भी पुल्लिग या स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे-पत्थर, पहाड़, घर आदि पुल्लिग हैं। सड़क, रस्सी, लकड़ी आदि स्त्रीलिंग हैं।
लिंग की पहचान तथा परिवर्तन के सामान्य नियम:
- जिन शब्दों के अंत में आ, पा या पन रहता है, वे प्राय: पुल्लिग होते हैं, जैसे–खाना, दाना, बुढापा, मोटापन, बचपन आदि। अपवाद-जटा, महिला, माला आदि।
- जिन शब्दों के अंत में ‘ई, इया, वट या हट होता है, वे प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे–लड़की, नदी, कुटिया, मिलावट, थकावट आदि। अपवाद-मोती, पानी, दही आदि।
- अनाजों के नाम, जैसे–गेहूँ, जौ, चना, बाजरा, ज्वार, चावल आदि प्रायः पुल्लिग होते हैं।
- वृक्षों के नाम, जैसे–आम, अमरूद, खेजड़ी, नीम, पीपल, बरगद, जामुन, चंदन, शाल, सागौन, देवदार आदि प्रायः पुल्लिग होते हैं।
- पर्वतों के नाम, जैसे–हिमालय, अरावली, राकी, नीलगिरि, विंध्याचल आदि प्रायः पुल्लिग होते हैं।
- विभिन्न धातुएँ एवं रत्न, जैसे–सोना, ताँबा, जस्ता, हीरा, पन्ना, मूंगा, मोती, नीलम आदि प्रायः पुल्लिग होते
- द्रव पदार्थ, जैसे-दूध, घी, शहद, तेल, पानी, रस, शर्बत आदि प्रायः पुल्लिग होते हैं।
- ग्रहों एवं महीनों के नाम, जैसे–सूर्य, चंद्र, शनि, बुध, बृहस्पति, शुक्र, मंगल, राहु, केतु, ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भादों, क्वार, कार्तिक, माघ, फाल्गुन, चैत्र, वैशाख आदि प्रायः पुल्लिग होते हैं।
- तिथियों एवं कुछ नक्षत्रों के नाम प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे प्रथमा, दृवितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, पूर्णिमा, अमावस्या, रोहिणी, भरिणी, मृगशिरा आदि।
- नदियों तथा झीलों के नाम प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे–गंगा, यमुना, चंबल, बनास, ताप्ती, नर्मदा, सतलज, व्यास, चिनाव, झेलम, कृष्णा, कावेरी, गोदावरी, ईसन, साँभर झील, डल झील, जयसमंद आदि।
- भाषाओं के नाम प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे हिंदी, अंग्रेजी, रूसी, जापानी, चीनी, पुर्तगाली, हिब्रू, राजस्थानी, मराठी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, बिहारी, गुजराती, अवधी, ब्रज, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, बंगला, उड़िया, उर्दू, अरबी, फारसी आदि।
परीक्षोपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्नलिखित पुल्लिग शब्दों के सामने उनके स्त्रीलिंग रूप लिखिए
उत्तर:
शिष्य–शिष्या। भाग्यवान्भा–ग्यवती। अध्यापक–अध्यापिका। श्रीमान्–श्रीमती। घोड़ा-घोड़ी।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित स्त्रीलिंग शब्दों के पुल्लिंग शब्द बनाइए
उत्तर:
देवी–देव। बेटी–बेटा। बकरी–बकरा। सेविका–सेवक भगवती–भगवान।
