RBSE Class 6 Hindi व्याकरण मुहावरे
RBSE Class 6 Hindi व्याकरण मुहावरे
Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण मुहावरे
जिन वाक्यांशों का सामान्य या शाब्दिक अर्थ न होकर। विशेष अर्थ होता है, वे मुहावरे कहलाते हैं।
हिंदी में प्रचलित कुछ मुहावरे, उनका अर्थ तथा वाक्य-प्रयोग
- अक्ल पर पत्थर पड़ना (मूर्खतापूर्ण आचरण करना)–मेरी अक्ल पर पत्थर पड़ गये थे, जो उस जुआरी और चोर का विश्वास कर लिया।
- अंधे के हाथ बटेर लगना (अनायास ही अयोग्य व्यक्ति को कोई मूल्यवान वस्तु मिल जाना) –मोहन के पास होने की संभावना भी नहीं थी, किंतु वह कक्षा में प्रथम आया। यह तो अंधे के हाथ बटेर लग गयी।
- आँखों में धूल झोंकना (धोखा देना)– मैं तुम्हारी असलियत जान गया हूँ, अब तुम मेरी आँखों में धूल नहीं झोंक सकते।
- आस्तीन का साँप होना (विश्वासघाती होना)–तुम सुरेश पर बड़ा विश्वास करते हो न, वह आस्तीन का साँप है, किसी दिन भारी धोखा देगा।
- अपने पैरों पर खड़े होना (स्वावलंबी होना)–दिनेश शिक्षा समाप्त करके अपने पैरों पर खड़ा हो गया है।
- आँखों में खून उतरना (अत्यधिक क्रोध आना)–शत्रु को देखते ही उनकी आँखों में खून उतर आया।
- ईंट से ईंट बजाना (समूल नाश करना)–अपनी बहुमूल्य वस्तुएँ प्राप्त करने के लिए उन्होंने चोरों के घर की ईंट से ईंट बजा दी।
- ईद का चाँद होना (बहुत समय बाद दिखाई देना)–विवाह क्या हुआ, तुम तो ईद के चाँद हो गये, दिखाई ही नहीं पड़ते।
- उल्टी गंगा बहाना (विरुद्ध बातें करना)–यह कैसी उल्टी गंगा बहा रहे हैं आप, स्वागत तो हमको करना चाहिए ।
- एक लाठी से सबको हाँकना (बिना सोचे-समझे व्यवहार करना)–शक्ति के घमंड में दुष्ट लोग सभी को एक लाठी से हाँक रहे हैं।
- कसौटी पर कसना (परीक्षा लेना)–संकट की कसौटी पर कसे गये मित्र ही सच्चे होते हैं।
- कुत्ते की मौत मरना (कष्ट पाकर मरना)–उसने इतने पाप किये थे इसलिए कुत्ते की मौत मरा।
- कानों-कान खबर न होना (किसी को पता न लगना)–तुम अपने पिता को बता देना कि मैं कल उनसे मिलूंगा, किंतु इस बात की किसी को कानों-कान खबर नै हो।
- कलेजे पर पत्थर रखना (जी कड़ा करना)–संपूर्ण संपत्ति लुट जाने पर उन्होंने कलेजे पर पत्थर रख लिया।
- कान काटना (चतुराई भरे कार्य करना)– छोटा होने पर भी वह हम सबके कान काट रहा है।
- खून का प्यासा होना (कट्टर शत्रु होना)– आतंकवादी शांतिप्रिय नागरिकों के खून के प्यासे हो रहे हैं।
- खाक छानना (भटकना)–वृद्ध पिता अपने इकलौते पुत्र की तलाश में जगह-जगह खाक छान रहा है।
- खटाई में पड़ना (खतरे में पड़ना)–उसके कारण मेरी नौकरी खटाई में पड़ गयी है।
- गला काटना (बेईमानी करना)–सुरेश आज धनी बना बैठा है, जानते हो उसने परिवारीजनों का गला काटकर यह संपत्ति अर्जित की है।
- गड़े मुर्दे उखाड़ना (भूली हुई बातों का संदर्भ देना)–हम सभी भारतीयों को प्रेम से रहना चाहिए, गड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई लाभ नहीं होगा।
- घड़ों पानी पड़ना (बहुत लज्जित होना)–जब श्याम चोरी करते पकड़ा गया तो उस पर घड़ों पानी पड़ गया।
- चपत लगाना (धोखा देकर धन ऐंठना)–उस दुकानदार ने खराब टी.वी. सेट देकर मुझे बारह हजार की चपत लगा दी।
- चुल्लू भर पानी में डूब मरना (अत्यधिक लज्जा की अनुभव होना)–परीक्षा में मात्र दस प्रतिशत अंक पाना राम के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली बात हो गई।
- चिकना घड़ा होना (बेशर्म होना)–राधे ऐसा चिकना घड़ा है कि उस पर कहने-सुनने का कोई असर ही नहीं होता।
- जहर का पूँट पीना (अपमान का उत्तर न देना)–उसने सबके सामने मेरा अपमान किया, पर मैं जहर का पैंट पीकर रह गया।
- टाँग अड़ाना (काम में बाधा डालना)–इस लड़के की यह बहुत बुरी आदत है कि सबके काम में टाँग अड़ाता
- डींग मारना (शेखी मारना)–यों ही डींग मारने से क्या होगा ! मर्द हो तो कुछ करके दिखाओ।
- तारे गिनना (नींद न आना)–दिनेश पत्नी के वियोग में तारे गिन-गिनकर रात काट रहा है।
- तीन तेरह होना (बिखर जाना)–रमेश के पिता के मरते ही उसका परिवार तीन तेरह हो गया।
- दाँतों तले उंगली दबाना (आश्चर्य करना)–उसकी सफलता देखकर सभी ने दाँतों तले उँगली दबा ली।
- दूध का दूध, पानी का पानी होना (स्पष्ट निर्णय होना)–बहुत दिन से तुम मुझे धोखा दे रहे हो। आज तो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाना चाहिए।
- नौ दो ग्यारह होना (भाग जाना)–पुलिस के आते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गये।
- फेंक-फूक कर पाँव रखना (बहुत सावधानी से काम करना)–देखो मोहन ! समय बहुत खराब है, अतः फैक-फेंक कर पाँव रखने की आवश्यकता है।
- बाल बाँका न होना (कुछ हानि न होना)–वरोधियों ने सारे प्रयल कर लिए, लेकिन किशोर का बाल बाँकी नहीं कर सके।
- बाल-बाल बचना (हानि होते-होते बचना)–गोविंद छत से गिरने से बाल-बाल बच गया।
- मिट्टी में मिलना (बर्बाद होना)–सट्टेबाजी के कारण सेठ रामदास मिट्टी में मिल गये।
- मक्खन लगाना (चापलूसी करना)–हरप्रसाद अधिकारी को मक्खन लगाने में बहुत चतुर हैं।
- मुँह लटकाना (सुस्त होना)–अरे हरी ! तुम तो तनिक-सी बात पर मुँह लटकाकर बैठ गये।
- लोहा मानना (श्रेष्ठता स्वीकार करना)–जहाँ तक लोकतंत्र की बात है, पाकिस्तान भारत का लोहा मानता
- हवाई किले बनाना (ऊँची-ऊँची कल्पनाएँ करना)–मोहन को अभी लॉटरी मिली भी नहीं, किंतु वह हवाई किले बनाने लगा है।
परीक्षोपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
‘अँगूठा दिखाना’ मुहावरे का अर्थ है।
(क) चिढाना
(ख) अनपढ़ होना
(ग) संकेत करनी
(घ) इनकार करना
उत्तर:
(घ) इनकार करना
प्रश्न 2.
‘अंधे को चिराग दिखाना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) दूर की सोचना
(ख) मूर्ख को उपदेश देना
(ग) अंधकार भगाना
(घ) अंधे को दीपक दिखाना
उत्तर:
(ख) मूर्ख को उपदेश देना
प्रश्न 3.
‘आग-बबूला होना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) उत्साहित होना
(ख) आग में कूदना
(ग) बहुत क्रोधित होना
(घ) झगड़ा करना
उत्तर:
(ग) बहुत क्रोधित होना
प्रश्न 4.
निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ एवं वाक्य-प्रयोग कीजिए
उत्तर:
(क) अपना उल्लू सीधा करना-स्वार्थ सिद्ध करना।
वाक्य प्रयोग–आजकल राजनीति में हर व्यक्ति अपना उल्लू सीधा करने में लगा हुआ है।
(ख) आँखों से गिर जाना-सम्मान खो देना।
वाक्य प्रयोग–जब से गिरीश की चोरी पकड़ी गयी है, वह सभी की आँखों से गिर गया हैं।
(ग) अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना-अपनी प्रशंसा स्वयं करना।
वाक्य प्रयोग–मुन्ना अपनी प्रशंसा आप ही करता है, एक दिन वीनू ने कहा कि अपने मुँह मियाँ मिट्टू बनना अच्छा नहीं होता है।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ एवं वाक्य प्रयोग कीजिए
उत्तर:
(क) आकाश–पाताल एक करना-अत्यधिक परिश्रम करना।
वाक्य प्रयोग–परीक्षा में प्रथम श्रेणी लाने के लिए आकाश-पाताल एक करना पड़ता है ।
(ख) आग–बबूला होना अत्यधिक क्रोधित होना।
वाक्य प्रयोग–तुम्हारा मित्र जरा-सी बात पर आग-बबूला हो गया।
(ग) आसमान सिर पर उठाना-बहुत शोर या उपद्रव करना।
वाक्य-प्रयोग–अध्यापक के कक्षा से बाहर जाते ही छात्रों ने आसमान सिर पर उठा लिया।
