RBSE Solutions for Class 11 Biology Chapter 6 कोशिका
RBSE Solutions for Class 11 Biology Chapter 6 कोशिका
Rajasthan Board RBSE Class 11 Biology Chapter 6 कोशिका
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
कोशिका की संरचना एवं संगठन के अध्ययन को कहते हैं –
(अ) जीव विज्ञान
(ब) आकारिकी
(स) कोशिका विज्ञान
(द) आनुवंशिकी
प्रश्न 2.
सर्वप्रथम जीवित कोशिका को देखा था –
(अ) रॉबर्ट हुक ने
(ब) रॉबर्ट ब्राउन ने
(स) वॉन मोल ने
(द) ल्यूवैनहॉक ने
प्रश्न 3.
“नवीन कोशिकाओं का निर्माण पूर्ववर्ती कोशिकाओं के विभाजन से होता है।” किसका कथन है ?
(अ) श्लाइडेन
(ब) रुडोल्फ विरचोव
(स) श्वान
(द) कॉर्टी
प्रश्न 4.
“कोशिका सिद्धान्त” के अपवाद हैं –
(अ) नीलरहित शैवाल
(ब) जीवाणु
(स) वायरस
(द) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5.
डी. ड्यूव ने किसकी खोज की थी –
(अ) माइटोकोन्ड्रिया
(ब) राइबोसोम
(स) लाइसोसोम
(द) गॉल्जीकाय
प्रश्न 6.
इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी का आविष्कार किसने किया –
(अ) रॉबर्ट हुक
(ब) श्लाइडेन व श्वान
(स) वॉटसन व क्रिक
(द) नॉल व रस्का
प्रश्न 7.
ER की खोज किसने की –
(अ) पोर्टर
(ब) ब्राउन
(स) ओकोआ
(द) ड्यूव
उत्तरमाला:
1. (स), 2. (द), 3. (ब), 4. (स), 5. (स), 6. (द), 7. (अ)
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
कोशिका को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
सजीवों की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते हैं।
प्रश्न 2.
जीवद्रव्य सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया था ?
उत्तर:
जीवद्रव्य सिद्धान्त (Protoplasmic theory) मैक्सस्कुल्ज (Max Schultze) ने प्रतिपादन किया था।
प्रश्न 3.
राइबोसोम कहाँ पाये जाते हैं।
उत्तर:
राइबोसोम माइटोकॉन्ड्रिया, हरित लवक एवं कोशिकाद्रव्य में पाये जाते हैं।
प्रश्न 4.
प्रोकैरियोटिक कोशिका में श्वसन स्थल का नाम बताइये।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिका में श्वसन स्थल जीवद्रव्य कला (Plasma membrane) है।
प्रश्न 5.
प्रोकैरियोटिक जीवों के नाम लिखिए।
उत्तर:
सत्यजीवाणु, साइनो जीवाणु, आजीवाणु, माइकोप्लाज्म एक्टीनोयाइसीट आदि।
प्रश्न 6.
झिल्ली विहीन कोशिकांगों के नाम लिखिए।
उत्तर:
झिल्ली विहीन कोशिकांग का नाम राइबोसोम (Ribosome) है।
प्रश्न 7.
जीवित कोशिका को सर्वप्रथम किसने देखा था ?
उत्तर:
जीवित कोशिका को सर्वप्रथम एन्टॉन वान ल्यूवेनहॉक ने देखा था।
प्रश्न 8.
ऊतक किसे कहते हैं ?
उत्तर:
समान संरचना, समान उत्पत्ति एवं समान कार्य करने वाली कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते हैं।
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
जन्तु कोशिका एवं पादप कोशिका में चार अन्तर लिखो।
उत्तर:
पादप तथा जन्तु कोशिका में अन्तर (Difference between Plant and Animal Cell)
लक्षण | पादप कोशिका (Plant cells) | जन्तु कोशिका (Animal cells) |
1. कोशिका भित्ति (Cell wall) | उपस्थित, सेल्युलोज से निर्मित होती है। | अनुपस्थित, जीवद्रव्य की बाहरी सीमा प्लाज्मा झिल्ली (plasma membrane) होती है। |
2. रिक्तिका (Vacuole) | प्रायः उपस्थित होती है। प्रौढ़ कोशिकाओं के केन्द्र में एक बड़ी रिक्तिका होती है, जिसमें कोशिका रस (cell sap) भरा रहता है। | प्रायः अनुपस्थित, यदि कुछ जीवों में होती है तो अनेक छोटी या सूक्ष्म रिक्तिकाएँ मिलती हैं। |
3. लवक (Plastids) | कुछ जीवाणुओं व कवकों के अतिरिक्त अन्य हरे पादपों में क्लोरोफिल युक्त हरित लवक (Chloroplast) या रंगीन वर्णीलवक (Chromatoplast) या अवर्णीलवक (Leucoplast) होते हैं। | अनुपस्थित होते हैं। |
4. प्रकाश – संश्लेषण क्रिया (Photosynthesis) | हरित लवक युक्त कोशिकाओं में होती है। | क्रिया नहीं होती है। |
5. सेन्ट्रोसोम (Centrosome) | कुछ शैवालों और कवकों के अतिरिक्त अन्य पादप कोशिकाओं में सेन्ट्रोसोम अनुपस्थित होते हैं। इनमें तर्कतन्तु (spindle fibers) का निर्माण जीवद्रव्य में विद्यमान प्रोटीन तन्तुओं द्वारा होता है। | सेन्ट्रोसोम उपस्थित होते हैं तथा कोशिका विभाजन के ! समय तर्क-तन्तु का निर्माण करते हैं। |
प्रश्न 2.
प्रोकैरियोटिक कोशिका एवं यूकैरियोटिक कोशिका में अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक एवं यूकैरियोटिक कोशिका में अन्तर (Difference between Prokaryotic Cell and Eukaryotic Cell)
लक्षण (Feature) | प्रोकैरियोटिक कोशिका (Prokaryotic cell) | यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) |
1. आमाप | सामान्यतः छोटा 0.1 – 5.0 µm | सामान्यतः 5 µm से बड़ा |
2. कोशिका भित्ति | अमीनो शर्कराओं एवं म्यूरेमिक अम्ल अर्थात् पेप्टीडोग्लाइकन से बनी, माइकोप्लाज्मा में अनुपस्थित | वनस्पति कोशिकाओं में सेल्युलोस से बनी, जन्तु कोशिकाओं में अनुपस्थित |
3. कोशिका कला | उपस्थित, सामान्यतः स्टीरॉल रहित कुछ में श्वसन सम्बन्धी तथा कुछ में प्रकाश-संश्लेषणी किण्वक उपस्थित | उपस्थित, स्टीराल्स उपस्थित, श्वसन एवं प्रकाशसंश्लेषणी किण्वक रहित |
4. सम्पुट | जीवाणुओं में उपस्थित | अनुपस्थित |
5. केन्द्रक | केन्द्रक झिल्ली रहित, न्युक्लिऑइड (nucleoid) कहलाता है। केन्द्रिका अनुपस्थित | केन्द्रक झिल्ली युक्त केन्द्रिका उपस्थित |
6. गुणसूत्र | कोशिका कला से संलग्न, अधिकतर एक वलय से रचित डी.एन.ए., हिस्टोन अनुपस्थित | एक से अधिक उपस्थित, डी.एन.ए. व हिस्टोन प्रोटीन से बने |
प्रश्न 3.
कोशिका सिद्धान्त पर टिप्पणी लिखो।
उत्तर:
श्लोइन व श्वान ने कोशिका सिद्धान्त प्रतिपादित किया। बाद में नेगेली व रुडोल्फ विरचोव ने इसे आधुनिक रूप दिया, जो निम्न प्रकार से है –
- सभी जीव कोशिकाओं तथा उनके उत्पादों से बने होते हैं।
- नवीन कोशिकाओं का निर्माण पूर्ववर्ती कोशिकाओं (preexisting cells) के विभाजन से होता है।
- कोशिका सजीव शरीर की रचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है।
- कोशिका में जीव के आनुवंशिक गुण निहित होते हैं।
- पीढ़ी दर पीढ़ी जीवन के सातत्य (continuity) का संचालन कोशिकाओं द्वारा होता है।
प्रश्न 4.
कोशिका भित्ति एवं जीवद्रव्य कला में अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर:
कोशिका भित्ति एवं जीवद्रव्य कला में अन्तर (Difference between Cell Wall and Plasma Membrane)
कोशिका भित्ति (Cell Wall) | जीवद्रव्य कला (Plasma Membrane) |
1. यह निर्जीव होती है। | सजीव होती है। |
2. पादप कोशिकाओं में कोशिका कला के बाहर होती है। | सभी जन्तु कोशिकाओं में सबसे बाहरी परत होती है। परत पादप कोशिकाओं में कोशिका भित्ति के अन्दर होती है। |
3. यह सेल्यूलोज से बनी होती है। पूर्णतया पारगम्य होती है। | लिपिड व प्रोटीन से बनी होती है। जल के लिए पारगम्य परन्तु अन्य पदार्थों के लिए चयनात्मक पारगम्य होती है। |
प्रश्न 5.
राइबोसोम, माइटोकॉन्ड्रिया एवं गॉल्जीकाय के खोज करने वाले वैज्ञानिकों के नाम लिखो।
उत्तर:
नाम | खोजकर्ता |
1. राइबोसोम | ए. क्लाडे |
2. माइटोकान्ड्रिया | सी. आल्टमान |
3. गॉल्जीकाय | केमिलियो गाल्जी। |
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पादप कोशिका का सचित्र वर्णन करो।
उत्तर:
पादप कोशिका का चित्र:
पादप कोशिका (Plant Cell):
-
- कोशिका भित्ति उपस्थित होती है।
- रिक्तिका के कारण सामान्यतः केन्द्रक परिधि पर होता है।
- उच्च श्रेणी की पादप कोशिकाओं में तारककाय (Centrosome) सामान्यतः अनुपस्थित होते हैं। निम्न श्रेणी की गतिशील कोशिकाएँ इसका अपवाद हैं।
- प्लास्टिड्स उपस्थित होते हैं। कवक इसका अपवाद है।
- माइटोकॉण्ड्रिया आकार में गोलाकार या अण्डाकार होता है।
- एक दीर्घ केन्द्रकीय रिक्तिका उपस्थित होती है।
- कोशिका विभाजन के दौरान कोशिकाद्रव्य सामान्यतः कोशिका प्लेट विधि द्वारा विभाजित होता है।
- पादप कोशिकाएँ सभी अमीनो अम्लों, सहएन्जाइम्स तथा विटामिन्स को निर्मित करने में सक्षम होती हैं।
- इनमें संकुचन रिक्तिका नहीं पायी जाती है।
- कोशिका विभाजन के बाद स्पिण्डल निर्माण अतारक (Anastral) प्रकार का होता है।
- लाइसोसोम्स कम संख्या में उपस्थित होते हैं।
- स्फीरोसोम उपस्थित होता है।
- इनमें संचित भोजन मंड (स्टार्च) के रूप में होता है।
- प्लाज्मोडेस्मेटा पाये जाते हैं।
प्रश्न 2.
प्रोकैरियोटिक कोशिका की संरचना को सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ (Piokaryotic Cells):
असीम केन्द्रकी या प्रोकैरियोटिक प्रकार की कोशिकाएँ सरलतम प्रकार की कोशिकाएँ हैं। माइकोप्लाज्मा (Micoplasma) को जिन्हें सूक्ष्मतम अमाप की कोशिकाओं के रूप में जाना जाता है, ये 0.1 से 0.25 µm (micrometers) माप की होती हैं। जीवाणुओं में कोशिका का आमाप 0.1 µ से 18 µ के लगभग पाया जाता है। असीमकेन्द्रकी कोशिकाएँ जीवाणु एवं नीली हरी शैवाल (blue green algae) में पायी जाती हैं।
इन कोशिकाओं का आमाप यूकैरियोटिक कोशिकाओं की अपेक्षा छोटा होता है। इनका संगठन व संरचना भी सरल व प्राथमिक प्रकार की होती है। इनमें सुगठित केन्द्रक नहीं पाया जाता है अर्थात् केन्द्रक झिल्ली युक्त नहीं पाया जाता है। इन कोशिकाओं में झिल्ली युक्त अंगक माइटोकान्ड्रिया गॉल्जीकाय, लाइसोसोम अन्त:प्रद्रव्यी जालिका, तारककाय आदि नहीं पाये जाते हैं। राइबोसोम व मोजोसोम्स आदि पाये जाते हैं। इनके केन्द्रक पदार्थ को न्यूक्लिओइड (Nucleoid) कहते हैं।
जिसमें डी.एन.ए. व आर.एन.ए. रेखीय प्रकार के पाये जाते हैं। हिस्टोन प्रोटीन का अभव होता है। इनमें सूत्री विभाजन नहीं पाया जाता है। कुछ जीवाणु कोशिकाओं में उपरोक्त रचनाओं के अतिरिक्त कशाभ पिलाई या फिम्ब्री (Pilli or Fibrae) तथा हरित लवक (chloroplast) भी पाये जाते हैं।
सामान्यतः प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में एक जटिल रासायनिक कोशिका आवरण पाया जाता है। इनमें कोशिका आवरण दृढ़तापूर्वक बँधकर तीन स्तरीय संरचना बनाते हैं –
- बाह्य परत (Outer layer)
- कोशिका भित्ति (Cell wall)
- जीवद्रव्य कला (Plasma membrane)
(1) बाह्य परत (Outer layer):
यह ग्लाइकोकेलिक्स (Glycocalyx) की बनी होती है। कुछ जीवाणुओं में विस्कासी (Viscaus) पदार्थों से आवर्तित होती हैं अथवा ढीला आवरण होता है। जिसे अवपंक परत (Slim layer) कहते हैं, जो दृढ़ होकर संपुटिका (Capsule) बनाती है। सम्पुटिका में जीवाणु के उत्सर्जी पदार्थ संचित रहते हैं। यह सुरक्षा करती है तथा उसकी संक्रामक शक्ति को बढ़ाती है। इस परत में विभिन्न प्रकार के पोलीसैकेराइड्स पाये जाते हैं।
(2) कोशिका भित्ति (Cell wall):
कोशिका भित्ति दृढ़ एवं कोशिका के कुल शुष्क भार का 10-40% भाग होती है। यह पेप्टीडोग्लाइ के न (Peptidoglycen) अथवा म्यूको पेप्टाइड (Mucopeptide) की बनी होती है जिसके कारण कोशिका भित्ति मजबूत होती है। कोशिका भित्ति कोशिका के आकार को निर्धारित करती। है एवं कोशिका (जीवाणु) को फटने से बचाती है।
(3) जीवद्रव्यकला (Plasma membrane):
जीवद्रव्य बाहर से जीवद्रव्य कला से घिरा होता है। यह एक अर्धपारगम्य झिल्ली (Semipermeable) है जो लाइपोप्रोटीन (Lipoproteins) एवं ऑलिगोसेकेराइड से बनी होती है। यह पोषक पदार्थों तथा उत्सर्जी पदार्थों के आवागमन का नियंत्रण करती है। जीवद्रव्य कला श्वसन, प्रकाश संश्लेषण, लिपिड संश्लेषण तथा अन्य जटिल उपापचयी क्रियाओं का स्थल होती है। प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में श्वसन व अवशोषण हेतु जीवद्रव्य कला (Plasma membrane) अन्तर्वलित होकर त्रिस्तरीय मीजोसोम (Mesosome) या मध्यकाय बनाती है।
कुछ स्वपोषी प्रोकैरियोटिक कोशिका में वर्णक लवक में न होकर लोमैली में होते हैं जो प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) एवं नाइट्रीकरण का कार्य करते हैं।
कोशिकाद्रव्य में राइबोसोम पाये जाते हैं जो आकार में छोटे तथा 70S प्रकार के होते हैं। इनका आकार 14 – 15 x 10 mm तक होता है। इनकी दो उपइकाइयाँ 50S तथा 30S होती है। 50S उप इकाई बड़ी व इनके ऊपर 30S उपइकाई छोटी टोपीनुमा आकृति की होती है। बहुत से राइबोसोम एक संदेशवाहक आर.एन.ए. से जुड़कर एक श्रृंखला बनाते हैं। बड़ी उपइकाई में 34 पॉलीपेप्पटाइड श्रृंखलाएँ तथा छोटी उपइकाई में 21 पॉलीपेप्पटाइड श्रृंखलाएँ होती हैं जो प्रोटीन का निर्माण करती हैं।
कोशिकाद्रव्य में अन्तर्विष्ट पिंड के रूप में कुछ पदार्थ स्वतंत्र रूप से स्थित होते हैं जैसे-फास्फेट कणिकाएँ, साइनोफिल कणिकाएँ, ग्लाइकोजन कणिकाएँ, गैस रसधानी, पॉली हाइड्राक्सीब्युटगइरेट कण, सल्फर कण कार्बोक्सीसोम आदि।
उदाहरण – मोनेरा जगत के सदस्य जैसे सत्यजीवाणु, साइनोजीवाणु, आर्कीजीवाणु, माइकोप्लाज्मा, एक्टीनोमाइसीट आदि।
प्रश्न 3.
जन्तुकोशिका का चित्र बनाओ तथा पादप कोशिका से अन्तर स्पष्ट करो।
उत्तर:
जन्तु कोशिका का चित्र:
जन्तु कोशिका (Animal Cell):
- कोशिका भित्ति अनुपस्थित होती है।
- केन्द्रक कोशिका में केन्द्र के समीप उपस्थित होता है।
- सामान्यतः तारककाय उपस्थित होता है जो स्पिण्डल फाइबर के निर्माण में सहायक होता है।
- प्लास्टिड्स अनुपस्थित होते हैं।
- माइटोकॉण्ड्रिया नलिकाकार होते हैं।
- अनेक रिक्तिकाएँ पायी जाती हैं। जो कि आकार में छोटी होती हैं।
- कोशिकाद्रव्य खाँच और विदलन (Cleavage) विधि के द्वारा विभाजित होता है।
- जन्तु कोशिकाएँ सभी अमीनो अम्लों, सह एन्जाइम्स तथा विटामिन्स को निर्मित नहीं कर सकतीं।
- इनमें संकुचनशील रिक्तिका पायी जा सकती है। जो कि अतिरिक्त जल को पंप करती है।
- कोशिका विभाजन के दौरान स्पिण्डल निर्माण अभितारक (Amphiastral) प्रकार का होता है।
- लाइसोसोम्स अधिक संख्या में उपस्थित होते हैं। स्फीरोसोम का अभाव होता है।
- इनमें संचित भोजन ग्लाइकोजन है।
- तथा वसा के रूप में होता है।
- प्लाज्मोडेस्मेय का अभाव होता है।
पादप व जन्तु कोशिका में अन्तर हेतु (Difference between Plant and Animal Cell):
पादप कोशिका (Plant Cell) | जन्तु कोशिका (Animal Cell): |
1. कोशिका भित्ति उपस्थित होती है। | 1. कोशिका भित्ति अनुपस्थित होती है। |
2. रिक्तिका के कारण सामान्यतः केन्द्रक परिधि पर होता है। | 2. केन्द्रक कोशिका में केन्द्र के समीप उपस्थित होता है। |
3. उच्च श्रेणी की पादप कोशिकाओं में तारककाय (Centrosome) सामान्यतः अनुपस्थित होते हैं। निम्न श्रेणी की गतिशील कोशिकाएँ इसका अपवाद हैं। | 3. सामान्यतः तारककाय उपस्थित होता है जो स्पिण्डल फाइबर के निर्माण में सहायक होता है। |
4. प्लास्टिड्स उपस्थित होते हैं। कवक इसका अपवाद है। | 4. प्लास्टिड्स अनुपस्थित होते हैं। |
5. माइटोकॉण्ड्रिया आकार में गोलाकार या अण्डाकार होता है। | 5. माइटोकॉण्ड्रिया नलिकाकार होते हैं। |
6. एक दीर्घ केन्द्रकीय रिक्तिका उपस्थित होती है। | 6. अनेक रिक्तिकाएँ पायी जाती हैं। जो कि आकार में छोटी होती हैं। |
7. कोशिका विभाजन के दौरान कोशिकाद्रव्य सामान्यतः कोशिका प्लेट विधि द्वारा विभाजित होता है। | 7. कोशिकाद्रव्य खाँच और विदलन (Cleavage) विधि के द्वारा विभाजित होता है। |
8. पादप कोशिकाएँ सभी अमीनो अम्लों, सहएन्जाइम्स तथा विटामिन्स को निर्मित करने में सक्षम होती हैं। | 8. जन्तु कोशिकाएँ सभी अमीनो अम्लों, सह एन्जाइम्स तथा विटामिन्स को निर्मित नहीं कर सकतीं। |
9. इनमें संकुचन रिक्तिका नहीं पायी जाती है। | 9. इन में संकुचनशील रिक्तिका पायी जा सकती है। जो कि अतिरिक्त जल को पंप करती है। |
10. कोशिका विभाजन के बाद स्पिण्डल निर्माण अतारक (Anastral) प्रकार का होता है। | 10. कोशिका विभाजन के दौरान स्पिण्डल निर्माण अभितारक (Amphiastral) प्रकार का होता है। |
11. लाइसोसोम्स कम संख्या में उपस्थित होते हैं। | 11. लाइसोसोम्स अधिक संख्या में उपस्थित होते हैं। |
12. स्फीरोसोम उपस्थित होता है। | 12. स्फीरोसोम का अभाव होता है। |
13. इनमें संचित भोजन मंड (स्टार्च) के रूप में होता है। | 13. इनमें संचित भोजन ग्लाइकोजन है। तथा वसा के रूप में होता है। |
14. प्लाज्मोडेस्मेटा पाये जाते हैं। | 14. प्लाज्मोडेस्मेय का अभाव होता है। |
प्रश्न 4.
प्रोकैरियोटिक एवं यूकैरियोटिक कोशिकाओं में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
लक्षण | प्रोकैरियोटिक कोशिका | यूकैरियोटिक कोशिका |
1. उदाहरण | जीवाणु, सायनोजीवाणु, माइकोप्लाज्मा | शैवाल, कवक सभी पादप व जन्तु कोशिकायें। |
2. कोशिका आकार | सूक्ष्म 0.1 – 5 µm व्यास | बड़ी 5 – 20 µm व्यास। |
3. कोशिका भित्ति निर्मित। | म्यूकोपेप्टाइड्स (पेप्टीडोग्लाइकोन) से निर्मित | पादप कोशिकाओं में भित्ति सेलूलोज से। |
4. कोशिकांग | ||
(i) E.R. (अ.ई.जा.) | अनुपस्थित | सुविकसित, कार्य-परिवहन |
(ii) माइट्रोकॉन्ड्रिया | अनुपस्थित | काफी संख्या में उपस्थित; कार्य – श्वसन |
(iii) लवक | अनुपस्थित | केवल पादप कोशिकाओं में उपस्थित कार्य-प्रकाश संश्लेषण, स्टार्च, प्रोटीन वसा का संग्रह। |
(iv) गोल्जीकाय | अनुपस्थित | सुविकसित, कार्य-स्रावी, पदार्थों का संचयन। |
(v) लाइसोसोम्स व परऑक्सीसोमस | अनुपस्थित | उपस्थित, कार्य-पाचन तथा विघटन |
(vi) सूक्ष्मनलिकाएँ | अनुपस्थित | उपस्थित, कार्य-कोशिकाभित्ति का निर्माण |
(vii) राइबोसोम्स | उपस्थित, 70S प्रकार के कार्य-प्रोटीन संश्लेषण | उपस्थित 80S प्रकार के प्रोटीन संश्लेषण |
5. केन्द्रक | ||
(i) केन्द्रककला | अनुपस्थित | उपस्थित, दोहरी कलायुक्त |
(ii) केन्द्रिक | अनुपस्थित | उपस्थित, कार्य tRNA का संश्लेषण |
(iii) आनुवंशिक पदार्थ | कोशिकाद्रव्य में बिखरा हुआ | केन्द्रककला में परिबद्ध। |
(iv) हिस्टोन प्रोटीन | अनुपस्थित | उपस्थित |
(v) गुणिता | सदैव अगुणित | अगुणित तथा द्विगुणित |
6. तारककाय | अनुपस्थित | सभी जन्तु कोशिकाओं में उपस्थित |
7. कशाभिकायें | परासूक्ष्म, उपस्थित जीवाणुओं में एक फाइब्रिल से निर्मित | सूक्ष्म, जब भी उपस्थित 2 + 9 संरचनायुक्त |
8. कोशिका विभाजन | समसूत्री व अर्धसूत्री विभाजन नहीं होते हैं, वरन् असूत्री विभाजन होते हैं। गुणसूत्रों की गति अज्ञात। ततन्तु नहीं बनते। | समसूत्री व अर्धसूत्री विभाजन होते हैं। गुणसूत्रों की गति स्पष्ट। तर्कतन्तुओं का निर्माण होता है। |
9. लैंगिक जनन | सत्य लैंगिक जनन अनुपस्थित | लैंगिक जनन होता है। |
10. जीवद्रव्यकला | पतली होती है। | झिल्ली मोटी होती है। |
11. श्वसन | प्रायः अवायु श्वसन, प्लाज्मा झिल्ली द्वारा। | वायु वसन होता है, स्थल माइटोकॉन्ड्रिया। |
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
न्यूक्लिआइड पाया जाता है –
(अ) प्राणि कोशिका में
(ब) पादप कोशिका में
(स) प्रोटिस्टा में
(द) प्रोकैरियोटिक में
प्रश्न 2.
प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में DNA सामान्यतः रहता है –
(अ) रेखीय
(ब) टूटा हुआ
(स) वृत्ताकार
(द) एक लड़ीय
प्रश्न 3.
प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में नहीं पाया जाता है –
(अ) केन्द्रिका
(ब) कोशिका कला
(स) ATP
(द) कोशिका भित्ति
प्रश्न 4.
केन्द्रिका की खोज ईल मछली की त्वचा में 1781 में की गई –
(अ) स्वासरेडम
(ब) फोन्टना
(स) ल्यूवेन हाक
(द) ग्रु (Grew)
प्रश्न 5.
प्रोकैरियोट का लक्षण है –
(अ) DNA एवं हिस्टोन्स
(ब) DNA अथवा हिस्टोन
(स) DNA किन्तु हिस्टोन नहीं
(द) दोनों अनुपस्थित
प्रश्न 6.
जीवित कोशिकाएँ सूक्ष्मदर्शी द्वारा सर्वप्रथम देखी गईं –
(अ) मैल्पीधी
(ब) रॉबर्ट हुक
(स) ल्यूवेनहॉक
(द) गैललिओ।
प्रश्न 7.
किस अंगक की अनुपस्थिति के कारण पादप कोशिका प्राणी कोशिका से भिन्न होती है –
(अ) अन्तद्रव्यी जालिका
(ब) राइबोसोम
(स) तारककाय
(द) माइटोकॉण्ड्रिया
प्रश्न 8.
वे जीव जिसमें सुगठित केन्द्रक व कोशिकांग पाये जाते हैं, कहलाते हैं –
(अ) एक कोशिकीय जीव
(ब) यूकैरियोटस
(स) प्रोकैरियोटस
(द) द्विगुणित जीव
प्रश्न 9.
यूकैरियोटिक कोशिका का उदाहरण है –
(अ) अमीबा
(ब) जीवाणु कोशिका
(स) विषाणु
(द) नील-हरित शैवाल
प्रश्न 10.
निम्न में से कौनसा कोशिकांग पादप एवं प्राणि कोशिकाओं में पाया जाता है –
(अ) कोशिका भित्ति
(ब) हरितलवक
(स) तारककाय
(द) माइटोकॉण्डूया
प्रश्न 11.
यूकैरियोटिक कोशिका में कोशिका भित्ति का निर्माण किया जाता है –
(अ) सूक्ष्म नलिकाओं के द्वारा
(ब) केन्द्रिक द्वारा
(स) तारककाय द्वारा
(द) कशाभिकाओं द्वारा
प्रश्न 12.
यूकैरियोटिक कोशिका में डीएनए, हिस्टोन एवं नॉन हिस्टोन प्रोटीन से निर्माण होता है –
(अ) गुणसूत्र
(ब) सूक्ष्म नलिकाएँ
(स) गोल्जीकाय
(द) लवक
प्रश्न 13.
निम्न में से किस कोशिंका अंगक में वृत्ताकार कुण्डलीय DNA पाया जाता है-
(अ) केन्द्रक
(ब) बैक्टीरिया
(स) राइबोसोम
(द) माइटोकॉण्ड्रिया
प्रश्न 14.
कोशिका की प्लाज्मा झिल्ली होती है –
(अ) पारगम्य
(ब) चयनात्मक पारगम्य
(स) अपारगम्य
(द) अर्धपारगम्य।
प्रश्न 15.
यूकैरियोटिक कोशिकाओं में सबसे बड़ी कोशिका पाई जाती है –
(अ) एसीटेबुलेरिया
(ब) शुतुरमुर्ग का अण्डा
(स) माइकोप्लाज्मा
(द) क्लाइडोमोनास
प्रश्न 16.
सेन्ट्रोसोम (Centrosome) है –
(अ) पादप कोशिका का अंगक
(ब) जन्तु कोशिका, का अंगक।
(स) पादप व जन्तु कोशिका का अंगक
(द) जन्तु कोशिका के केन्द्रक का अंगक
प्रश्न 17.
प्रोकैरियोटिक कोशिका का सूक्ष्म आकार होता है –
(अ) 4 – 15 µm व्यास
(ब) 0.1 – 5 µm व्यास
(स) 5 – 20 µm व्यास
(द) 25 – 30 µm व्यास
प्रश्न 18.
कोशिका की खोज राबर्ट हुक द्वारा किस सन् में की गई –
(अ) 1665
(ब) 1675
(स) 1765
(द) 1865
प्रश्न 19.
किस वैज्ञानिक ने माइटोकाण्ड्रिया को बायोप्लास्ट (Bioplast) कहा –
(अ) आर. अल्टमान
(ब) सी. बेन्डा
(स) टी. बोवरी
(द) ई. रस्का
उत्तरमाला:
1. (द), 2. (स), 3. (अ), 4. (ब), 5. (स), 6. (स), 7. (स), 8. (ब), 9. (अ), 10. (द)
11. (अ), 12. (अ), 13. (ब), 14. (ब), 15. (ब), 16. (ब), 17. (ब), 18. (अ), 19. (अ)
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रोकैरियोटिक एवं यूकैरियोटिक कोशिका की एक भिन्नता लिखो।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिका में सुविकसित केन्द्रक नहीं पाया जाता है जबकि यूकैरियोटिक कोशिका में सुविकसित केन्द्रक पाया जाता है।
प्रश्न 2.
राबर्ट ब्राउन ने 1831 में किस पादप की कोशिकाओं में केन्द्रक की खोज की थी ?
उत्तर:
राबर्ट ब्राउन ने 1837 में ट्रैडेस्केन्सिया पादप की कोशिकाओं में केन्द्रक की खोज की थी।
प्रश्न 3.
Omnis Cellula e Cellula अर्थात् नवीन कोशिकाएँ पूर्ववर्ती कोशिकाओं से बनती हैं। यह कथन किस वैज्ञानिक द्वारा दिया | गया
उत्तर:
यह कथन रुडोल्फ विरचोव वैज्ञानिक द्वारा दिया गया।
प्रश्न 4.
वाइरस में प्रतिगामी अनुलेखन (Reverse transcription) को क्या कहते हैं ?
उत्तर:
वाइरस में प्रतिगामी अनुलेखक को टेमिनीज्म (Teminism) कहते हैं।
प्रश्न 5.
विषाणु किस सिद्धान्त का अपवाद है ?
उत्तर:
विषाणु कोशिका सिद्धान्त (Cell Theory) का अपवाद है।
प्रश्न 6.
एक प्रोकैरियोटिक कोशिका में केन्द्रक समतुल्य अंगक को क्या कहा जाता है ?
उत्तर:
एक प्रोकैरियोटिक कोशिका में केन्द्रक समतुल्य अंगक प्रोकैरियोन या केन्द्रकाय (Nucleoid) कहा जाता है।
प्रश्न 7.
प्रोकैरियोटिक कोशिका का कोशिका आवरण कितने स्तरीय होता है? नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिका का कोशिका आवरण त्रिस्तरीय होता है।
- बाह्यपरत
- कोशिका भित्ति
- जीवद्रव्यकला।
प्रश्न 8.
बाह्य परत किसकी बनी होती है ?
उत्तर:
बाह्य परत ग्लाइकोकैलिक्स से बनी होती है।
प्रश्न 9.
स्वपोषी प्रोकैरियोटिक कोशिका में वर्णक कहाँ पाया जाता है ?
उत्तर:
स्वपोषी प्रोकैरियोटिक कोशिका में वर्णक लेमैली (Lamellae) में पाये जाते हैं।
प्रश्न 10.
किन्हीं द्विस्तरीय दो कोशिकांग के नाम लिखिए।
उत्तर:
- हरित लवक
- माइटोकॉन्ड्रिया।
प्रश्न 11.
यूकैरियोटिक व प्रोकैरियोटिक दोनों कोशिकाओं में झिल्ली रहित पाये जाने वाले अंगक का नाम लिखिए।
उत्तर:
यूकैरियोटिक व प्रोकैरियोटिक दोनों कोशिकाओं में झिल्ली रहित अंगक राइबोसोम (Ribosome) है।
प्रश्न 12.
यूकैरियोटिक कोशिका में केन्द्रिक का कार्य लिखिए।
उत्तर:
यूकैरियोटिक कोशिका का कार्य tRNA का संश्लेषण करना।
प्रश्न 13.
प्रोकैरियोटिक कोशिका में श्वसन अंग का नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिका में मीजोसोम (MesOSome) श्वसन अंग है।
प्रश्न 14.
सेल (Cell) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था?
उत्तर:
सेल (Cell) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग राबर्ट हुक ने किया था।
प्रश्न 15.
70S राइबोसोम किन दो उपइकाइयों से बना होता है ?
उत्तर:
बड़ी इकाई 50S की तथा छोटी इकाई 30S की होती है।
प्रश्न 16.
एक झिल्ली युक्त दो कोशिकांगों के नाम लिखिए।
उत्तर:
- लाइसोसोम
- पर-आक्सीसोम व ग्लाइऑक्सीसोम।
प्रश्न 17.
विपाटित जीन (Split-gene) की संकल्पना प्रस्तुत करने वाले वैज्ञानिक थे।
उत्तर:
विपाटित जीन (Split-gene) की संकल्पना प्रस्तुत करने वाले वैज्ञानिक रॉबर्ट तथा शार्प थे।
प्रश्न 18.
वाटसन तथा क्रिक ने किस अणु का द्विकुण्डलन मॉडल (Bihelical model) प्रस्तुत किया ?
उत्तर:
वाटसन तथा क्रिक ने DNA अणु का द्विकुण्डलन मॉडल प्रस्तुत किया।
प्रश्न 19.
वॉन मोहल ने 1846 में किस द्रव्य का महत्त्व बताया ?
उत्तर:
वॉन मोहल ने 1846 में जीवद्रव्य का महत्त्व बताया।
प्रश्न 20.
एन्रॉन वान ल्यूवेनहॉक ने किसे एनीमलक्यूल (Animalcule) कहा ?
उत्तर:
एन्टॉन वान ल्यूवेनहॉक ने बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ तथा शुक्राणुओं को एनीमलक्यूल कहा।
प्रश्न 21.
जन्तु कोशिका में संचित भोजन किस रूप में पाया जाता है?
उत्तर:
जन्तु कोशिका में संचित भोजन ग्लाइकोजन व वसा के रूप में होता है।
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
कोशिका सिद्धान्त का अपवाद किसे कहते हैं एवं क्यों ? समझाइये।
उत्तर:
कोशिका सिद्धान्त का अपंवाद विषाणु (वाइरस) है। विषाणु कोशिका सिद्धान्त के अपवाद हैं, क्योंकि
- इसमें स्वतंत्र विभाजन की क्षमता नहीं पाई जाती है। इनके विभाजन के लिए दूसरी जीवित कोशिका आवश्यक होती है।
- इनमें प्लाज्मा झिल्ली, कोशिका द्रव्य, एंजाइम, कोशिकीय अवयव आदि अनुपस्थित होते हैं।
- इनमें सामान्यतः केवल एक केन्द्रक अम्ल डीएनए अथवा आरएनए पाया जाता है। कोशिका में दोनों केन्द्रक अम्ल पाये जाते हैं।
प्रश्न 2.
प्रोकैरियोटिक कोशिका ( जीवाणु कोशिका) का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
कोशिका जीवन की मूल इकाई है, इसका संक्षिप्त में वर्णन करें।
उत्तर:
कोशिका जीवन की मूल इकाई है। प्रत्येक सजीव अस्तित्व कोशिका से ही है। यह जीवन की संरचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाई है। इसमें प्रजनन करने, उत्परिवर्तित होने, उद्दीपनों के प्रति प्रतिक्रिया प्रदर्शित करने जैसे जैविक गुण पाये जाते हैं। साथ ही इसमें उस जीव के आकारिकीय भौतिक, कार्यिकीय, जैव रासायनिक, आनुवंशिक एवं परिवर्धनीय लक्षण विद्यमान होते हैं जिससे यह सम्बन्धित है।
प्रश्न 4.
प्रोकैरियोटिक कोशिका में क्या मोजोसोम होता है ? इसके कार्य का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हाँ प्रोकैरियोटिक कोशिका में मीजोसोम (MesoSome) होता है। मीजोसोम के कार्य
- कोशिका भित्ति (Cell wall) के निर्माण में
- डी.एन.ए. प्रतिकृति व इसकी संतति कोशिका के वितरण में सहायक
- श्वसन (Respiration)
- स्रावी प्रक्रिया।
- कोशिका विभाजन
- जीवद्रव्य झिल्ली के पृष्ठ क्षेत्र एवं एंजाइम मात्रा को बढ़ाने में सहायक।
प्रश्न 5.
कोशिका को परिभाषित कीजिए एवं राबर्ट हुक (Robert Hooke) द्वारा कोशिका की खोज का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
कोशिका (Cell)-सजीवों की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई को कोशिका कहते हैं। राबर्ट हुक (Robert Hooke, 1665) नामक वैज्ञानिक ने अपने द्वारा बनाये गये एक अत्यन्त सरल प्रकार के संयुक्त सूक्ष्मदर्शी (Compound Microscope) द्वारा पेड़ की छाल अर्थात् कॉर्क (Cork) के टुकड़े के पतले काट का अध्ययन किया एवं बताया कि यह अनेक कक्षों या प्रकोष्ठों का बना होता है।
इन प्रकोष्ठों को सेल्यूली (Cellulae) कहा। बाद में इन्हीं को सेल (Ceil) अर्थात् कोशिका नाम प्रदान किया। इस प्रकार शब्द (Term) सेल (Cell) अर्थात् कोशिका का प्रथम प्रयोग राबर्ट हुक ने 1665 में किया। इन्होंने अपने द्वारा किये गये कार्य का वर्णन अपनी पुस्तक माइक्रोग्राफिया (Micrographia) में किया।
प्रश्न 6.
यूकैरियोटिक कोशिका किसे कहते हैं ? कोशिका द्रव्य में पाये जाने वाले अजैव पदार्थों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic Cell):
ऐसी कोशिका जिनमें सुगठित केन्द्रक एवं द्विस्तरीय कोशिकांग जैसे हरित लवक माइटोकॉन्ड्रिया, गॉल्जीकाय अंतःद्रव्यी जालिका आदि पाये जाते हैं। उन्हें यूकैरियोटिक कोशिका कहते हैं। कोशिका द्रव्य में पाये जाने वाले अजैव पदार्थों को निम्न तीन भागों में बाँटा गया है
(1) संचित पदार्थ (Reserve Substance):
- कार्बोहाइड्रेट्स
- प्रोटीन्स
- लिपिड्स
(2) स्रावी पदार्थ (Secretary Substance):
- एन्जाइम्स
- विटामिन्स आदि।
3. Just ugref (Excretory Substance):
- एल्केलोइड्स
- ग्लूकोसाइड्स
- टैनिन
- वाष्पशील तेल
- रबड़क्षीर आदि।
प्रश्न 7.
कोशिकाद्रव्य में पाये जाने वाले उपापचयी रूप से सक्रिय कोशिकांगों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
कोशिकाद्रव्य में पाये जाने वाले उपापचयी रूप से सक्रिय कोशिकांगों को तीन भागों में विभेदित किया गया है
- एक झिल्ली वाले
- दोहरे झिल्ली वाले
- झिल्ली विहीन।
(1) एक झिल्ली वाले निम्न हैं –
- गॉल्जीकाय
- अन्तद्रव्यी जालिका
- लाइसोसोम
- सूक्ष्मकाय
ये तीन प्रकार के होते हैं
- स्फोरोसोम
- पराऑक्सीसोम
- ग्लाइऑक्सीसोम
माइक्रोटुब्युल्स (कोशिका कंकाल)
(2) दोहरी झिल्ली वाले निम्न हैं –
- माइटोकॉन्ड्रिया
- लवक
(3) झिल्ली विहीन निम्न हैं –
राइबोसोम।
प्रश्न 8.
केन्द्रक की खोज किस वैज्ञानिक द्वारा की गई थी ? इसके विभिन्न भागों के नाम लिखिए।
उत्तर:
केन्द्रक की खोज राबर्ट ब्राउन ने सन् 1831 में की थी। केन्द्रक (Nucleus) को निम्न चार भागों में बाँटा गया है।
- केन्द्रक कला (Nuclear Membrane)
- केन्द्रक द्रव्य (Nucleo Plasm)
- केन्द्रिक (Nucleolus)
- क्रोमेटिन जाल गुणसूत्र (Chromatiynet, Chromosome)
प्रश्न 9.
प्रोकैरियोटिक कोशिका की क्या विशेषताएँ हैं ?
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिका की विशेषताएँ-नील हरित शैवाल, जीवाणु एवं माइकोप्लाज्मा जैसी प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में झिल्ली युक्त सुसंगठित केन्द्रक तथा द्विस्तरीय झिल्लीयुक्त कोशिकांगों का अभाव होता है। इसमें केन्द्रक का अभाव होता है तथा केन्द्रक समतुल्य अंगक को प्रोकैरियोन या केन्द्रकाभ (Nucloid) कहते हैं। आनुवंशिक पदार्थ गुणसूत्र के रूप में न होकर नग्न न्यूक्लिक अम्ल के रूप में होते हैं। हिस्टोन प्रोटीन का अभाव तथा इनमें सूत्री विभाजन का लिंगी विभाजन भी नहीं होता है।
कोशिकाद्रव्य में झिल्लीयुक्त कोशिकांगों का पूर्ण विकास नहीं होता है। राइबोसोम भी 70S प्रकार के होते हैं। कशाभिकाओं की संरचना भी 9 + 2 की नहीं होती है। इनमें माइटोकॉण्डूिया का अभाव होता है। परन्तु प्लाज्मा झिल्ली के अन्तर्वलन के कारण मीजोसोम बनते हैं, जिनके द्वारा श्वसन होता है। केन्द्रक, केन्द्र झिल्ली तथा केन्द्रिक अनुपस्थित होते हैं अतः आनुवंशिक पदार्थ कोशिका के मध्य में बिखरा होता है।
प्रश्न 10.
प्रोकैरियोटिक कोशिका का बाह्य आवरण कितने स्तरीय होता है ? नाम लिखिए तथा बाह्य परत का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्रोकैरियोटिक कोशिका का बाह्य आवरण त्रिस्तरीय होता है –
- बाह्य परत
- कोशिका भित्ति
- जीवद्रव्य केला
बाह्य परत:
यह ग्लाइको कैलिम्स से बनी होती है जो कठोर आवरण के रूप में कैप्सूल और ढीले के आवरण के रूप में अवपंक परत कहलाती है जो पॉलीसैकेराइड से बनी होती है। कोशिका भित्ति संरचनात्मक आवरण बनाती है जो कि पेप्टीडोग्लाइकेन के कारण मजबूत होती है।
प्रश्न 11.
डी. रॉबर्टस तथा सेलवान ने किन दो कोशिकांग को अध्ययन के आधार पर एक झिल्ली द्वारा ही परिबद्ध होना बताया और क्यों ? समझाइए।
उत्तर:
कुछ वैज्ञानिक गाल्जीकाय तथा अन्तर्रव्यी जालिका को दोहरी झिल्ली वाले कोशिकांग मानते हैं, लेकिन डी. रॉबर्टस (1975, 2006) तथा सेलवान ने EM व अन्य अध्ययनों के आधार पर यह स्पष्ट किया कि ये दोनों अंगक एक ही झिल्ली द्वारा परिबद्ध होते हैं। अब सभी लेखक इससे सहमत हैं।
RBSE Class 11 Biology Chapter 6 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पादप कोशिका में पाये जाने वाले सभी कोशिकांगों को फ्लोचार्ट द्वारा स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
जीवविज्ञान क्षेत्र में कोशिका अध्ययन सम्बन्ध में समयसमय पर हुई खोज पर विस्तार से लिखिए।
उत्तर:
वर्ष | वैज्ञानिक | अनुसंधान |
1665 | राबर्ट हुक (Robert Hooke) | स्वयं द्वारा बनाये गये सूक्ष्मदर्शी में काग (Cork) के काट को देखा। उन प्रकोष्ट संरचनाओं (मृत कोशिकाओं) को सेल्यूली (Cellulae) नाम दिया। बाद में इन्हीं को कोशिका (Cell) नाम दिया गया तथा अपनी पुस्तक ‘Micrographia’ में वर्णन किया। |
1674 | एन्टॉनी वान ल्यूवेन हॉक (Antony Van Lueewen Hok) | सर्वप्रथम सजीव कोशिकाओं जैसे जीवाणु प्रोटोजोआ तथा शुक्राणुओं को देखा तथा इन्हें एनीमलक्यूल (Animalcule) कहा। |
1831 | राबर्ट ब्राउन (Robert Brown) | ट्रेडेस्कैन्शिया की कोशिकाओं में केन्द्रक (Nucleus) की खोज की तथा ब्राउनियन गति का वर्णन किया। |
1838 – 39 | मैथियास श्लाइडव थियोडोर श्वान | कोशिका सिद्धान्त (Cell Theory) प्रतिपादित की। |
1781 | एफ फोन्टाना (E. Fontana) | ईल की कोशिका में केन्द्रिका (Nucleolys) की खोज की। |
1837 – 40 | जे.ई. पुरकिंजे (J.E. Purkinje) | Sarcode’ को प्रोटोप्लाज्म (जीवद्रव्य) नाम दिया। |
1846 | ह्यूगोवॉन मॉल (Hugovon Mohl) | जीवद्रव्य का महत्त्व बताया एवं कोशिका विभाजन का वर्णन किया। |
1855 | रुडोल्फ विरचोव (Rudolf Virchow) | कोशिका पहले से उपस्थित जीवित कोशिका से बनती है ‘Omnis Cellula Cellula’। |
1861 | मैक्स स्कुल्ज (Max Schultze) | जीवद्रव्य सिद्धान्त (Protoplasmic theory) प्रतिपादित किया। |
1862 | कॉलिकर (Kolliker) | कोशिकाद्रव्य नाम दिया। |
1865 | ई. हेकेल (E. Heckel) | प्लास्टिड्स (Plastids) तथा प्रोटिस्टा (Protista) का नाम दिया। |
1870 | एफ, मीस्चर (E. Miescher) | मानव पीप कोशिकाओं (Pus cells) न्यूक्लिक अम्ल (Nucleic aid) की खोज की तथा नाम न्यूक्लिन (Nuclein) दिया। |
1879 | डब्ल्यू फ्लैमिंग (W. Flemming) | क्रोमेटिन शब्द का उपयोग एवं 1882 में माइटोसिस (Mitosis) नाम दिया। |
1880 | ई. स्टार्सबर्जर (E. Strasburger) | साईटोप्लाज्म (कोशिकाद्रव्य) तथा न्यूक्लियोप्लाज्म (केन्द्रक द्रव्य) नाम दिया। 1870 में पादपों में समसूत्री कोशिका विभाजन का अध्ययन किया। |
1883 | शिम्पर (Schimper) | क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast) नाम दिया। |
1888 | टी. बोवेरी (T. Bovery) | सेन्ट्रोसोम (Centrosome) का नाम दिया। |
1888 | डब्ल्यू वाल्डेयर (W. Waldeyer) | गुणसूत्रों (Chromosome) का नाम दिया। |
1894 | आर. अल्टमान (R. Altmann) | सूत्रकणिका (Mitochondria) को बायोप्लास्ट (Bioplast) नाम दिया। पूर्व वर्णित मीस्चर के न्यूक्लिन को 1899 में न्यूक्लिक एसिड नाम दिया। |
1898 | सी. बेन्डा (C. Benda) | माइटोकोन्ड्रिया का नाम दिया। |
1898 | केमिलियो गॉल्जी (C. Golgi) | उल्लू की तंत्रिका कोशिका में गाल्जीकाय का वर्णन किया। |
1901 | एच. मोन्टगोमेरी | सूत्रयुग्मन (Synapsis) की खोज की। |
1902 | डब्ल्यू. एस. सट्टन तथा टी. वावेरी | गूणसूत्र सिद्धान्त (Chromosome Theory) प्रतिपादित किया। |
1905 | जे.डी. फार्मर तथा मुरे (J.D. Farmer & Moore) | मियोसिस (Meiosis) का नाम दिया। |
1926 | टी. स्वेडवर्ग | द्रुत अपकेन्द्रित (Ultra centrifuge) उपकरण विकसित किया। |
1932 | एम नॉल तथा ई. रस्का (M. Knoll & E. Ruska) | प्रथम इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का आविष्कार किया। |
1941 – 43 | ए. क्लाउडे (A. Claude) | राइबोसोम को देखा तथा नाम दिया। |
1945 | के.आर. पोर्टर (K.R. Porter) | अन्त:प्रदव्यी जालिका (Endoplasmic reticurum) की खोज व नाम दिया। |
1952 | सी.डी. इयूब (C.D. Dube) | लाइसोसोम की खोज। |
1958 | एफ.एच.सी. क्रिक | केन्द्रीय सिद्धान्त (Central dogma) का प्रतिपादन। |
1953 – 62 | जे.डी. वाटसन तथा क्रिक (J.D. Watson & Crick) | (DNA) का द्विकुण्डलित (Double helical) मॉडल बताया। 1962 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित। |
1953 | डी. रोबर्टस तथा फ्रान्ची (De Roberties & Franchi) | माइक्रोटुब्यूल्स (Microtubules) का अवलोकन किया। |
1953 | रोबिन्सन तथा ब्राउन | सेम की जड़ों में राइबोसोम का अवलोकन किया। |
1955 | पैलेडे (Palade) | राइबोसोम नाम दिया। जन्तु कोशिकाओं में से राइबोसोमों का पृथक्करण किया। इस हेतु इनको 1974 में नोबेल पुरस्कार दिया गया। |
1956 | एस. ओकोआ (S. Ochoa) | पालिराइबोन्यूक्लिओटाइड का पात्रे (in-vitro) संश्लेषण किया। |
1956 | कार्नबर्ग (Kornberg) | पॉलिडिऑक्सीराइबोन्यूक्लिओटाइड का पात्रे संश्लेषण किया, 1959 में नोबेल पुरस्कार। |
1959 | राबर्टसन (Robertson) | एकक झिल्ली (Unit membrane) की कल्पना प्रस्तुत की। |
1961 | पार्क एवं पोन | क्वान्टोसोम की खोज। |
1961 | बीवर्स (Beevers) | ग्लाइआक्सीसोम (Glyoxysomes) की खोज। |
1966 | डी. ड्यूर्व | परआक्सीसोम की खोज। |
1968 | आर.होले.एच.जी. खुराना तथा एन.डब्ल्यू. नीरेनबर्ग | आनुवंशिक संकेत (Genetic code) बताया तथा tRNA क्षार क्रम की खोज की।( 1968 में नोबेल पुरस्कार) |
1975 | एच. टेमीन तथा डी. बाल्टीमोर | वाइरस से प्रतिगामी अनुलेखन (Reverse transcription) जिसे टेमिनीज्म भी कहते हैं की खोज की। |
1978 | डी नाथन्स, स्मिथ तथा आर्बर | प्रतिबन्धित एन्जाइम्स (restriction enzymes) का पृथक्करण किया। |
1987 | केरी बैक्स मुलीस | पोलिमिरेज श्रृंखला अभिक्रिया की तकनीक विकसित की। |
1993 | राबर्ट तथा शार्प | विपाटित जीन संकल्पना प्रस्तुत की। |