RBSE Solutions for Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 7 The Pleasure of Books
RBSE Solutions for Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 7 The Pleasure of Books
Rajasthan Board RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 7 The Pleasure of Books
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 7 Textual Activities
Choose the correct option :
Question 1.
Which books do we enjoy more?
(a) Books of guests
(b) Borrowed books
(c) Simple books
(d) Own books
Answer:
(d) Own books
Question 2.
What are more attractive in colour and appearance than wall papers?
(a) Mural decorations
(b) Glass windows
(c) Marked books
(d) Bookshelves
Answer:
(d) Bookshelves
Answer the following questions in 15-20 words each :
Question 1.
Whom does the author compare a borrowed book to?
लेखक उधार की पुस्तक की तुलना किससे करता है?
Answer:
The author compares a borrowed book to a guest in a house.
लेखक उधार की पुस्तक की तुलना घर में मेहमान से करता है।
Question 2.
What, according to the author, are books for?
लेखक के अनुसार पुस्तकें किसलिए होती हैं?
Answer:
According to the author the books are for use.
लेखक के अनुसार पुस्तकें उपयोग के लिए होती हैं।
Question 3.
In what way should one have his/her bookshelves in the house?
घर में किस प्रकार से कोई पुस्तकों की आलमारी रखे?
Answer:
Bookshelves should not have doors, glass window or keys and the hand can easily reach the books.
पुस्तकों की आलमारी के दरवाजे नहीं हों, काँच की खिड़कियाँ या चाबियाँ न हों और हाथ आसानी से पुस्तकों तक पहुँच जाए।
Question 4.
What reply does the author give to strangers’ question?
अजनबियों के प्रश्न का लेखक क्या जवाब देता है?
Answer:
The author gives the answer that he has read some of the books twice.
लेखक अजनबियों के प्रश्न का जवाब देता है कि उसने कुछ पुस्तकों को दो बार पढ़ लिया है।
Question 5.
When and where can you converse with the great authors of the world?
आप विश्व के महान लेखकों से कब और कहाँ पर बात कर सकते हैं?
Answer:
You can converse the great authors in a private library at any moment.
आप विश्व के महान् लेखकों से अपनी निजी लाइब्रेरी में किसी भी क्षण बात कर सकते हैं।
Answer the following questions in 30-40 words each :
Question 1.
How is the treatment of a borrowed book similar to that accorded to a guest?
उधार माँगी हुई पुस्तक का व्यवहार मेहमान के अनुसार किस प्रकार से समान है?
Answer:
The treatment of a borrowed book is similar to that accorded to a guest by treating him with great attention and considerate formality.
उधार माँगी हुई पुस्तक का व्यवहार मेहमान के अनुसार इसलिए है कि आप उनके साथ बहुत अधिक सावधानी और उचित औपचारिकता से व्यवहार करते हैं।
Question 2.
What reason does the author suggest for “marking favourite passages in books”?
लेखक पसंदीदा पद्यांशों को पुस्तक में निशान” लगाने का क्या कारण देता है?
Answer:
Marking favourite passages in books help us remember more easily the significant thing and one can refer them quickly.
पसंदीदा पद्यांशों का पुस्तक में निशान लगाना हमें सरलता से याद रखने में सहायता करता है जो कोई महत्त्वपूर्ण बात कही गई है और कोई उन्हें शीघ्रता से सन्दर्भित कर सकता है।
Question 3.
Why does the author prefer own book to a borrowed book?
लेखक उधार की पुस्तक से स्वयं की पुस्तक को प्राथमिकता क्यों देता है?
Answer:
The author prefers own book because he can treat it with affectionate intimacy. He can mark it up, can turn its pages and put it face down on the table etc.
लेखक स्वयं की पुस्तक को प्राथमिकता देता है क्योंकि वह उसके साथ एक स्नेहमय अन्तरंगता के साथ व्यवहार कर सकता है। वह इसमें निशान लगा सकता है, इसके पन्ने मोड़ सकता है, इसे मेज पर उल्टी रख सकता है, आदि।
Question 4.
Why are readers necessary for writers?
लेखकों के लिए पाठक जरूरी क्यों है?
Answer:
Readers are necessary for the writers because we can see them masked. Only a reader can see into the innermost heart of a writer.
लेखकों के लिए पाठक इसलिए आवश्यक है कि हम उन्हें आवरण में देख सकते हैं। एक पाठक ही एक लेखक के अन्तरतम हृदय में देख सकता है।
Answer the following questions in about 150 words each :
Question 1.
Discuss the use of similes in the speech.
भाषण में simile (तुलनात्मक उपमा) के प्रयोग पर चर्चा कीजिए।
Answer:
It would be better to know what a simile is, first of all. A simile is a figure of speech in which explicit comparison is made between two essential dissimilar things, actions or feelings. This is done by the use of words such as like’ or as’. For example, the writer compares the book with a guest –
Following are the similes used in the lesson:
- A borrowed book is like a guest in the house.
- ……. it is like visiting a forest where you once blazed a trail.
- There are of course no friends like living, breathing, corporeal men and women.
- You are necessary to them as an audience is to an actor.
In the first sentence the book is like a guest where the book and guest are two different things. But how we behave with them is mentioned in this simile. In the second simile referring a book is like visiting a forest. It is mentioned about those books where you do not mark the important passage or saying. You cannot locate the thing quickly. In the third sentence the books are compared to living things like men and women. And the last comparison is made between the reader and the audience.
सर्वप्रथम यह जानना अच्छा होगा कि simile क्या होती है। Simile भाषण में उन शब्दों का प्रयोग है। जो दो असमान वस्तुओं के बीच में किया जाता है, इसमें वस्तुएँ, कार्य या भावनाएँ होती हैं। यह ‘like’ या ‘as’ जैसे शब्दों का प्रयोग करके किया जाता है। उदाहरण के लिए लेखक पुस्तक की तुलना मेहमान से करता है। पाठ में आए हुए उपमाओं का प्रयोग निम्न प्रकार से है
- उधार माँगी हुई पुस्तक घर में मेहमान की तरह होती है।
- ….यह ऐसे ही है जैसे कि तुम जंगल में घूम रहे हो और तुम एक बार में ही रास्ता पहचान गये।
- अवश्य ही और कोई इन जैसा दोस्त जो जीवित, श्वास लेने वाला, शारीरिक रूप से पुरुष या स्त्री नहीं है।
- आप उनके लिए वैसे ही आवश्यक हैं जैसे अभिनेता के लिए श्रोता।
सबसे पहले वाक्य में पुस्तक एक मेहमान की तरह होती है, यहाँ पुस्तक और मेहमान दो भिन्न चीजें हैं। परन्तु हम उनके साथ किस प्रकार से व्यवहार करते हैं यह उपमा में बताया गया है। दूसरी उपमा में पुस्तक का सन्दर्भ जंगल में घूमने जैसा है। यह उन पुस्तकों के बारे में बताया गया है जिसमें आपने किसी महत्त्वपूर्ण पद्यांश या बात के निशान नहीं लगाया है। आप किसी बात को जल्दी से नहीं कह सकते हैं। तीसरे वाक्य में पुस्तकों की जीवित चीजों से तुलना की गई है और अन्तिम वाक्य में पाठक और श्रोता के बीच तुलना की गई है।
Question 2.
In his speech, Phelps mentions several benefits of books. Which of them do you find the most significant? Why?
अपने भाषण में, फेल्पस ने पुस्तकों के फायदे बताए हैं। आप किसे सबसे महत्त्वपूर्ण मानते हैं और क्यों?
Answer:
The speech of Phelps is very important regarding books. When we borrow a book, we want to return it in the same condition. We read and use that book but it is treated very delicately and with great attention. Thus the preference of author is to have a book oneself. When we have our own book; it is used, marked and can easily be put anywhere else.
So one should have one’s own book. I agree with the view that there should be a personal library. When one has a library it is the store of good mental abilities. We can read whatever we want to read at anytime. Books are really the best friends. They give a good food to our mental faculties. We can always be in the company of good writers and they are always ready to help us.
फेल्पस का भाषण जो पुस्तकों पर है बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। जब हम किसी पुस्तक को उधार में लेकर आते हैं तो हम इसे वापस करना चाहते हैं जिस दशा में हम लाए थे। हम पुस्तक को पढ़ते हैं और उपयोग करते हैं, परन्तु इसके साथ बहुत सावधानी और स्नेह से व्यवहार किया जाता है। इस प्रकार से लेखक की प्राथमिकता है कि हमारी स्वयं की पुस्तक होनी चाहिए। जब हम अपनी पुस्तक रखते हैं इसका उपयोग किया जाता है, निशान लगाया जाता है और सरलता से कहीं पर भी रखा जा सकता है। इसलिए प्रत्येक के पास स्वयं की पुस्तक होनी चाहिए।
हम इस दृष्टिकोण से भी सहमत हैं कि एक व्यक्तिगतं पुस्तकालय होना चाहिए। जब हमारे पास पुस्तकालय होता है यह मानसिक क्षमताओं का एक भण्डार होता है। हम कभी भी कुछ भी पढ़ सकते हैं। पुस्तकें श्रेष्ठ मित्र होती हैं। वे मस्तिष्क को अच्छा भोजन देती हैं। हम अच्छे लेखकों के साथ रहते हैं और वे हमेशा हमारी सहायता करने को तैयार रहते हैं।
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 7 Additional Questions
Answer the following questions in 60 words each :
Question 1.
With what a borrowed book is compared and why?
उधार की पुस्तक की तुलना किसके साथ और क्यों की गई है?
Answer:
A borrowed book is compared to a guest. A guest is always treated with great attention and care. It is compulsory for us to look after him in every manner. A borrowed book is needed great attention and care. We can neither mark it nor leave it in open. It needs to be taken care. We have aim to return the book back. That is why a borrowed book is compared to a guest.
उधार की पुस्तक की तुलना मेहमान से की गई है। मेहमान की ओर हमेशा बहुत ध्यान दिया जाता है। हमारे लिए यह अनिवार्य है कि हम हर प्रकार से उसकी देखभाल करें। उधार की पुस्तक को बहुत ध्यान और सावधानी की जरूरत होती है। हम पुस्तक पर कोई निशान नहीं लगा सकते हैं न ही हम उसे खुले में छोड़ सकते हैं। इस पर बहुत ध्यान की आवश्यकता होती है। पुस्तक को हम वापस करने का उद्देश्य भी रखते हैं। इसी वजह से उधार की पुस्तक की तुलना मेहमान से की गई है।
Question 2.
Why should a man start collecting books in his youth?
अपनी जवानी में एक व्यक्ति को पुस्तकों को क्यों इकट्ठा करना शुरू करना चाहिए?
Answer:
A man should start collecting books in his youth age because it is the time when he can do this work. He can spend money on books. He can also borrow. He can read them and retain the matter he has gone through. He can also impress others with that knowledge. Whatever books the man has collected in his youth, can be read by him in – his old age in a relaxed mood. Books are better decoration than any other kind of wall decoration.
एक व्यक्ति को अपनी जवानी में पुस्तकें इकट्ठी करना प्रारम्भ कर देना चाहिए क्योंकि यह वह समय है जब वह इस कार्य को कर सकता है। वह पुस्तकों पर पैसे खर्च कर सकता है। वह उधार भी माँग सकता है। वह उन्हें पढ़कर उस विषय-वस्तु को याद रख सकता है जिसे वह पढ़ चुका है। वह उस ज्ञान से दूसरों को प्रभावित कर सकता है। जो कुछ पुस्तकें व्यक्ति ने अपनी जवानी में इकट्ठी की हैं, वह उन्हें बुढ़ापे में पढ़कर आराम कर सकता है। पुस्तकें किसी दीवार की सजावट से बेहतर सजावट हैं।
Question 3.
What is the advantage of keeping good books?
अच्छी पुस्तकें रखने के क्या फायदे हैं?
Answer:
There are many advantages of keeping good books. Books are a good company. These are the true friends. These are always ready to help, if you ask them for an advice or a counsel. Good books give us good ideas and make our thinking healthy. One can read them and become a good man at any time.
अच्छी पुस्तकें रखने के बहुत सारे फायदे हैं। पुस्तकें अच्छा साथी होती हैं। यह सच्ची दोस्त होती हैं। यह हमेशा सहायता करने को तैयार रहती हैं। यदि आप उनसे कोई राय माँगते हैं तो अच्छी पुस्तकें हमें अच्छे विचार देती हैं और हमारी सोच को स्वस्थ बनाती हैं। कोई इन्हें कभी भी पढ़कर किसी भी समय अच्छा व्यक्ति बन सकता है।
Question 4.
What type of decoration does the author support and why?
लेखक किस प्रकार की सजावट को सलाह देता है और क्यों?
Answer:
The author supports the decoration of books. It is a special type of decoration. It is varied in colour and appearance in comparison to any other wall paper. The decoration of books is more attractive. Books are like, separate personalities. These are the best decorations than any other wall papers.
लेखक पुस्तकों की सजावट का समर्थन करता है। यह विशेष प्रकार की सजावट होती है। यह रंगों में अलग-अलग प्रकार की होती है और इसकी दिखावट किसी दीवार के कागज से बेहतर होती है। पुस्तकों की
सजावट अधिक आकर्षक होती है। पुस्तकें अलग-अलग व्यक्तित्व की भाँति होती हैं। ये दीवार पर चिपकाए जाने वाले किन्हीं भी कागजों से श्रेष्ठ सजावट वाली होती हैं।
Question 5.
How did the author spend his life at the most and why?
लेखक ने अपना अधिकांश जीवन किस प्रकार से बिताया और क्यों?
Answer:
The author told in the essay that he had spent his most of the life in his room. This room contained six thousand books. He was of the opinion that it was a stimulating and refreshing experience for him. You are surrounded by the knowledge all the time and spend your life in a rich company and nothing is better than this.
लेखक ने निबन्ध में कहा था कि उसने अपना अधिकांश समय अपने कमरे में बिताया था। उसके कमरे में छः हजार पुस्तकें रखी हुई थीं। उसकी राय थी कि यह एक उत्साहजनक और ताजगी भरा अनुभव था। आप हर समय ज्ञान से घिरे रहते हैं और अपना जीवन एक उत्तम साथ में व्यतीत करते हैं। इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है।
Answer the following questions in 80 words each :
Question 1.
Explain this sentence in your own words, “Books are of the people, by the people and for the people.”
अपने शब्दों में इस वाक्य की व्याख्या कीजिए, “पुस्तकें लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए
Answer:
The author tells that books are mainly made for the people. The books can be understood and mastered over by the people. The books are written by the people. The books are written by keeping the people in their mind. The author means that the main source which is involved in the books are all for the welfare of the people. The people can read them and take advantage of the books. In the similar manner the books are written by those people who are sensitive and can think on some certain situations. The books are read by those who want to gain knowledge.
लेखक यह कहता है कि पुस्तकें मुख्यतः आदमी के लिए बनी हैं। पुस्तकों को समझा और उन पर अधिकार लोगों के द्वारा किया जाता है। पुस्तकें लोगों के द्वारा लिखी जाती हैं। पुस्तकें लोगों को ध्यान में रखकर लिखी जाती हैं। लेखक का तात्पर्य है कि पुस्तकों में मुख्य स्रोत जो शामिल है वह सब लोगों के कल्याण के लिए है। लोग उनको अध्ययन कर उनसे फायदा उठा सकते हैं। इसी प्रकार से पुस्तकें उन लोगों द्वारा लिखी जाती हैं जो संवेदनशील हैं और जो कुछ परिस्थितियों को समझते हैं। पुस्तकें उन लोगों द्वारा पढ़ी जाती हैं जो ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं।
Question 2.
What are the advantages of the habit of reading?
पढ़ने की आदतों के क्या फायदे हैं?
Answer:
Books are the voice of the inner heart of the author. These are the greatest resource of mankind. If one develops the habit of reading one has mastered over the art of understanding and developing himself. Reading not only enables us to gain knowledge but counsels the troubled person. These are worthier and believable than the living persons. Book friends always have the advantage over the living friends. Habit of reading also decides us our company, in what type of company we want to live in? What type of our thoughts and personality are, these are all decided by the habit of reading.
पुस्तकें लेखक के आन्तरिक हृदय की आवाज होती हैं। यह मानव जाति के लिए बहुत बड़ा स्रोत है। यदि कोई पढ़ने की आदत का विकास करता है तो वह स्वयं की विकास करने और समझने की कला पर अधिकार कर चुका है। अध्ययन न केवल हमें ज्ञान प्राप्त करने के योग्य बनाता है बल्कि परेशान व्यक्ति को परामर्श देने का कार्य भी करता है। यह जीवित व्यक्तियों से अधिक योग्य और विश्वसनीय है। जीवित मित्रों से अधिक पुस्तक मित्र फायदा उठाते हैं। पढ़ने की आदत हमारी संगत का निर्णय भी करती है कि हम किस प्रकार की संगत में रहना चाहते हैं? हमारा व्यक्तित्व और हमारे विचार किस प्रकार के हैं? इन सभी का निर्णय। पढने की आदतों से किया जाता है।