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RBSE Solutions for Class 11 Home Science Chapter 2 प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं उनका योगदान

RBSE Solutions for Class 11 Home Science Chapter 2 प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं उनका योगदान

Rajasthan Board RBSE Class 11 Home Science Chapter 2 प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं उनका योगदान

RBSE Class 11 Home Science Chapter 2 अभ्यास प्रश्नोत्तर

RBSE Class 11 Home Science Chapter 2 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
डॉ. एलन एच. रिचर्ड कौन थीं?
उत्तर:
डॉ. एलन एच रिचर्ड अमेरिका की एक औद्योगिक और पर्यावरण रसायन थीं।

प्रश्न 2.
गृह अर्थव्यवस्था की नींव किसने रखी?
उत्तर:
गृह अर्थव्यवस्था की नींव डॉ. एलन एच. रिचर्ड ने रखी।

प्रश्न 3.
राजामल पी. देवदास कौन थीं?
उत्तर:
राजामल पी. देवदास एक भारतीय पोषण वैज्ञानिक, शिक्षिका और अविनाशीलिगंम इंस्टिट्यूट ऑफ होमसाइंस की पूर्व चांसलर थीं।

प्रश्न 4.
राजामल पी. देवदास किस महिला आयोग की सदस्य थीं।
उत्तर:
राजामल पी. देवदास तमिलनाडु महिला आयोग की सदस्य थीं।

प्रश्न 5.
किसे सन् 1922 में भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया?
उत्तर:
राजामल पी. देवदास को।

प्रश्न 6.
डॉ. जी सुबालक्ष्मी कौन हैं?
उत्तर:
डॉ. जी. सुबालक्ष्मी एक प्रख्यात पोषण विशेषज्ञ हैं।

प्रश्न 7.
भारत में हरित क्रान्ति के जनक कौन थे?
उत्तर:
डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन।

प्रश्न 8.
डॉ. स्वामीनाथन ने भारत में किन फसलों के उत्पादन बढ़ाने पर मुख्य रूप से कार्य किया?
उत्तर:
गेहूँ और चावल।

RBSE Class 11 Home Science Chapter 2 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
डॉ. एलन एच. रिचर्ड का गृह विज्ञान विषय में योगदान बताइए।
उत्तर:
डॉ. एलन एच. रिचर्ड (Dr. Ellen H. Richard):
19 वीं सदी के दौरान अमेरिका की एक औद्योगिक और पर्यावरण रसायनज्ञ (Chemist) थीं। सेनेटरी इंजीनियरिंग और गृह विज्ञान में उनके अग्रणी कार्य और प्रयोगात्मक अनुसंधान ने नये विज्ञान ‘गृह अर्थव्यवस्था’ (Home economics) की नींव डाली। वह गृह अर्थव्यवस्था आंदोलन की संस्थापक थीं और पहली बार घर में विज्ञान का उपयोग किया। पोषण के अध्ययन में रसायन विज्ञान का प्रयोग किया।

प्रश्न 2.
राजामल पी. देवदास का गृह विज्ञान के क्षेत्र में योगदान बताइए।
उत्तर:
राजामल पी. देवदास (Rajamal P. Devadas):
राजामल पी. देवदास एक भारतीय पोषण वैज्ञानिक, शिक्षिका और अविनाशीलिंगम इन्स्टीट्यूट ऑफ होम साइंस की पूर्व चांसलर थीं। वह तमिलनाडु योजना आयोग, तमिलनाडु महिला आयोग की सदस्य थीं और विश्व खाद्य सम्मेलन की निर्वाचित उपाध्यक्ष थीं। भारत सरकार ने उन्हें पदमश्री सम्मान से सम्मानित किया।

प्रश्न 3.
डॉ.जी. सुबालक्ष्मी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
डॉ.जी.सुबालक्ष्मी (Dr.G. Subalaxmi) डॉ. जी. सुबालक्ष्मी एक प्रख्यात पोषण विशेषज्ञ हैं जिनका शिक्षा, अनुसंधान और प्रशासकीय कार्य में 45 वर्षों का अनुभव है। उन्हें पोषण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए विभिन्न पुरस्कार प्रदान किए गए है। उन्होंने पोषण विशेषज्ञ के रूप में अमूल डेयरी, हैनस इंडिया, हिन्दुस्तान लीवर, आई.सी. डी. एस. (ICDS), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद आदि के विभिन्न प्रोजैक्ट्स में कार्य किया है।

RBSE Class 11 Home Science Chapter 2 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
डॉ. एस. आनन्दलक्ष्मी का परिचय देते हुए उनका गृह विज्ञान विषय के क्षेत्र में योगदान समझाइए।
अथवा
डॉ. एस. आनन्दलक्ष्मी क्यों प्रसिद्ध हैं? समझाइए।
उत्तर:
डॉ. एस. आनन्दलक्ष्मी (Dr. S. Anandlakshmi):
डॉ. एस. आनन्दलक्ष्मी ने मेडिसिन में विस्कान्सिन विश्वविद्यालय (University of Wisconsin) से मानव विकास में डॉक्टरेट किया। वह चेन्नई के विद्या मन्दिर’ में एक प्रारम्भिक शिक्षा के अभिनव स्कूल में कार्यरत थीं। बाद में उन्होंने लेडी इरविन (Lady Irwin) कॉलेज में अध्ययन शुरू किया जहाँ उन्होंने बाल विकास विभाग (स्नातकोत्तर) की शुरुआत की।

वह सेवा (Sewa) अहमदाबाद, एस. डब्ल्यू. के. सी. बेअरफुट कॉलेज (S.W.K.E Barefoot College) तिलोनिया, पॉडिचेरी और बाल मन्दिर में स्वैच्छिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहीं। उनके प्रकाशन मुख्य रूप से संज्ञानात्मक विकास सामाजिक विकास, अनुसंधान विधियों और भारतीय सांस्कृतिक पहलुओं पर आधारित थे। उन्होंने बाल विकास और पारिवारिक सम्बन्धों के बारे में भी लिखा है।

प्रश्न 2.
फ्लैमी पैन्सी किटरैल एवंडॉ.एम.एस.स्वामीनाथन का संक्षिप्त परिचय और पोषण सम्बन्धी योगदान बताइए।
अथवा
निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
1. फ्लैमी पैन्सी किटरैल
2. डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन
उत्तर:
1. फ्लैमी पैन्सी किटरैल (Flemmie Pansy Kittrell):
फ्लैमी पैन्सी किटरैल अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की पोषण वैज्ञानिक थीं। परन्तु उनका मुख्य आकर्षण बाल विकास और परिवार कल्याण की ओर था। अपने चार वर्ष के शिक्षण कार्य में वह पारिवारिक स्थिति में सुधार लाने के लिए कई विकासशील देशों की यात्रा पर गईं। पोषण में विद्या वाचस्पति (Ph. D) हासिल करने वाली वह पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला थीं। वह विश्व में महिलाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर हमेशा ध्यान आकर्षित करवाती थीं और महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करती थीं।

2. डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन (Dr. M. S. Swaminathan):
डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन भारत में हरित क्रान्ति में अपनी अग्रणी भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं। डॉ. स्वामीनाथन को गेहूँ और चावल की उच्च किस्मों को विकसित करने के लिए ‘हरित क्रान्ति के भारतीय पिता’ भी कहा जाता है। उनका दृष्टिकोण दुनिया में भूख और गरीबी को खत्म करना है। डॉ. स्वामीनाथन ने स्थायी कृषि, स्थायी खाद्य सुरक्षा और जैव विविधता के संरक्षण पर भी कार्य किया।

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