RBSE Solutions for Class 11 Home Science Chapter 20 कताई एवं धागों का निर्माण
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Rajasthan Board RBSE Class 11 Home Science Chapter 20 कताई एवं धागों का निर्माण
RBSE Class 11 Home Science Chapter 20 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के सही उत्तर चुनें –
(i) रेशों से धागे बनाने की क्रिया को कहते हैं –
(अ) कताई
(ब) बुनाई
(स) परिसज्जा
(द) धुनाई
उत्तर:
(अ) कताई
(ii) परम्परागत कताई की जाती है –
(अ) आर्द्र कताई
(ब) चरखा तकली
(स) इलैक्ट्रोस्टैटिक कताई
(द) रिंग कताई
उत्तर:
(ब) चरखा तकली
(iii) साधारण धागा बना होता है –
(अ) एक ही वर्ग के रेशे
(ब) दो वर्ग के रेशे
(स) दो से अधिक वर्ग के रेशे
(द) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर:
(अ) एक ही वर्ग रेशे
(iv) धागे की मजबूती निर्भर करती है –
(अ) लम्बाई व वजन
(ब) धागे की चमक
(स) कताई का तरीका
(द) सिर्फ धागे की लम्बाई
उत्तर:
(अ) लम्बाई व वजन
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो –
1. रेशों से धागे बनाने की प्रक्रिया ………कहलाती है।
2. प्राकृतिक रेशों से धागे के निर्माण हेतु ……… कताई विधि का प्रयोग किया जाता है।
3. कृति न धागा ……… कताई विधि से बनाया जाता है।
उत्तर:
1. कताई
2. यान्त्रिक
3. रासायनिक।
प्रश्न 3.
तन्तु किसे कहते हैं?
उत्तर:
तन्तु-वस्त्र निर्माण की प्रारम्भिक एवं मूलभूत इकाई को तन्तु या रेशा कहते हैं। यह एक बाल सदृश, पतली, मोटाई की अपेक्षा कई सौ गुना लम्बी रचना होती है।
प्रश्न 4.
कांर्डिंग की परिभाषा लिखो।
उत्तर:
कार्डिंग (Carding):
रेशों या तन्तुओं से अशुद्धियों को निकालने तथा उलझे रेशों को सीधा करने की प्रक्रिया कार्डिंग कहलाती है।
प्रश्न 5.
सम्मिश्रित धागा किसे कहते हैं?
उत्तर:
समिश्रित धागा – वह धागा, जिसका निर्माण एक से अधिक वर्ग के तन्तुओं से होता है, समिश्रित धागा कहलाता है। यह धागा जटिल संरचना वाला होता है।
प्रश्न 6.
गेन्डल धागा क्या है?
उत्तर:
दो या दो से अधिक रंगों के धागों को गैन्डल धागा कहते हैं।
प्रश्न 7.
निश्चित वजन पद्धति क्या है?
उत्तर:
निश्चित वजन पद्धति (Fixed weight system):
इस विधि में धागे का वजन पाउण्ड में लिया जाता है तथा प्रति पाउण्ड से तैयार लम्बाई गणांक (Count) होती है। इस पद्धति में जितने गणांक अधिक होंगे उतना धागा महीन एवं बारीक होता है।
प्रश्न 8.
कताई प्रक्रिया से आप क्या समझते हैं? कताई के प्रकारों का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
रेशों से धागा बनाने की प्रक्रिया कताई (spamming) कहलाती है। वर्तमान में दो प्रकार की कताई प्रचलित हैं (i) यान्त्रिक कताई (ii) रासायनिक कताई।
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प्रश्न 9.
धागे के निर्माण की प्रक्रिया समझाइए।
उत्तर:
धागे के निर्माण की प्रक्रिया-धागे के निर्माण हेतु प्राकृतिक रेशे (छोटे-छोटे रेशे) बँटकर लम्बे धागे का निर्माण किया जाता है। कृत्रिम वर्ग के रेशे अर्थात् पॉलीमर के घोल को स्पिनरेट के छिद्रों से निकलाकर अविरल लम्बा धागा प्राप्त करते हैं। धागे के निर्माण की प्रक्रिया अग्र प्रकार है –
1. कार्डिंग:
प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त रेशे सामान्यत: उलझे एवं अशुद्धियों से युक्त होते हैं। कार्डिंग की क्रिया द्वारा इन अशुद्धियों को दूर कर रेशों को सीधा एवं समानान्तर करके पूनियाँ बनाई जाती हैं।
2. कौम्बिंग:
कार्डिंग के पश्चात् बनी पूनियों को कन्धी करके सुलझाया जाता है, इसमें छोटे-छोटे तन्तु अलग हो जाते हैं एवं बड़े-बड़े तन्तु सीधे एवं समानान्तर हो जाते हैं। छोटे तन्तुओं से निम्न श्रेणी के वस्त्र बनाए जाते हैं।
3. खींचकर निकालना:
बड़े-बड़े व छोटे तन्तुओं को अलग करने की क्रिया ड्राइंग आउट है। इसके लिए पूनयिों को बड़ी-बड़ी घिर्रियों पर खींचकर चढ़ा दिया जाता है, जो तीव्र गति से घूम रही होती हैं। इससे लम्बे तन्तु छोटे तन्तु से अलग हो जाते हैं, इससे पूनियाँ वांछित मोटाई या अपेक्षित व्यास की तैयार की जाती है।
4. घुमाव देना:
खींचकर निकाले धागे पर कुछ घुमाव देकर हल्की-सी बंटाई की जाती है। समानान्तर एवं सीधे तन्तु इस क्रिया के द्वारा पास आकर संगठित हो जाते हैं, इस तरह तैयार धागा निर्बल होता है, इसे पक्का, मजबूत, सघन बनाने हेतु आगे की कताई की जाती है।
5. कताई:
यह धागा निर्माण की अन्तिम प्रक्रिया है। रोविंग (घुमाव देकर) से प्राप्त धागे की रोविन को कताई मशीन पर चढ़ा लिया जाता है, इसमें कई रोलर लगे होते हैं। प्रत्येक रोलर की गति पहले वाले रोलर से अधिक होती है। धागे को इन रोलर्स से गुजारा जाता है। अन्तिम रोलर्स से निकलते-निकलते यह धागा अभीष्ट आकार एवं व्यास का
बन जाता है।
प्रशन 10.
धागों का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
धागों का वर्गीकरण यान्त्रिक एवं रासायनिक विधि द्वारा निर्मित धागे दो प्रकार के होते हैं –
- साधारण धागा तथा
- समिश्रित एवं फैन्सी धागा।
प्रश्न 11.
धागे की मजबूती की गणना कैसे करते हैं?
उत्तर:
धागे की मजबूती:
धागा कितना मजबूत है इसकी गणना दो प्रकार से की जाती है –
1. निश्चित वजन पद्धति (Fixed weight system):
द्वारा-इस विधि में वजन पाउण्ड में लिया जाता है तथा प्रति पाउण्ड से तैयार लम्बाई गणांक (Count) होती है। इस पद्धति में जितने गणांक अधिक होंगे उतना ही धागा बारीक एवं महीन होता है।
2. निश्चित लम्बाई पद्धति (Fixed length system):
द्वारा इस विधि में वजन को इकाई मानकर इसे डेनियर में व्यक्त करते हैं। इसमें धागों के वजन में एक गणांक (Count) किया जाता है। इस पद्धति में जितने गणांक अधिक होंगे उतना मोटा होगा।
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RBSE Class 11 Home Science Chapter 20 बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
फेल्टिंग, लैस एवं नेट प्रकार है –
(अ) तन्तु का
(ब) कताई का
(स) सूत का
(द) कपड़े का
उत्तर:
(द) कपड़े का
प्रश्न 2.
कार्डिंग है-
(अ) वस्त्र बुनने की प्रक्रिया
(ब) धागा रंगने की प्रक्रिया
(स) धागा निर्माण की प्रक्रिया
(द) इनमें कोई नहीं
उत्तर:
(स) धागा निर्माण की प्रक्रिया
प्रश्न 3.
धागा निर्माण की अन्तिम प्रक्रिया है –
(अ) स्पिनिंग
(ब) कॉर्डिग
(स) रोविंग
(द) कॉम्बिंग
उत्तर:
(अ) स्पिनिंग
प्रश्न 4.
घर्षण कताई, प्रकार है –
(अ) यान्त्रिक कताई का
(ब) प्राकृतिक कताई का
(स) आधुनिक कताई का
(द) ये सभी
उत्तर:
(स) आधुनिक कताई का
प्रश्न 5.
वह धागा जिसके निर्माण में बीच-बीच में कन्दे छोड़े जाते हैं, कहलाता है –
(अ) स्लब
(ब) फ्लेक
(स) रेटाइन
(द) गैन्डल।
उत्तर:
(स) रेटाइन
रिक्त स्थान भरिए –
निम्नलिखित वाक्यों में खाली स्थान भरिए –
1. वस्त्र निर्माण की प्रारम्भिक एवं मूलभूत इकाई को ……… कहा गया।
2. धागे को ताने एवं बाने से गूंथकर ……… का निर्माण किया जाता है।
3. तन्तुओं से अशुद्धियां निकालने की प्रक्रिया ……… कहलाती है।
4. कताई. धागा निर्माण की ……… प्रक्रिया है।
5. कृत्रिम रेशों में धागा बनाने हेतु ……… कताई की जाती है।
उत्तर:
1. रेशा (तन्तु)
2. वस्त्र
3. कार्डिंग
4. अन्तिम
5. रासायनिक।
सुमेलन
स्तम्भ A तथा स्तम्भ B के शब्दों का मिलान कीजिए
स्तम्भ A स्तम्भ B
1. कंघी करना (a)रासायनिक
2. धुनाई (b) समानान्तर करना
3. स्ट्रेच (c) यान्त्रिक कताई
4. पिघली कताई (d) अशुद्धियाँ निकालना
5. तकली (e) खींचने पर फैलने वाला
उत्तर:
1. (b) समानान्तर करना
2. (d) अशुद्धियाँ निकालना
3. (e) खींचने पर फैलने वाला
4. (a)रासायनिक
5. (c) यान्त्रिक कताई
RBSE Class 11 Home Science Chapter 20 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
सूत या धागा किसे कहते हैं।
उत्तर:
तन्तुओं को समूह में पास-पास समानान्तर करते हुए सटाकर खींचकर, ऐंठन एवं बल देकर बंटते हुए बनायी गयी अविरल लम्बी संरचना सूत या धागा कहलाता है।
प्रश्न 2.
तन्तु कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
तन्तु दो प्रकार के होते हैं –
लम्बे रेशे (Filament) तथा नन्हें रेशे (Staple).
प्रश्न 3.
स्पर्नयान किसे कहते हैं?
उत्तर:
स्टेपल धागे को स्पर्नयान कहते हैं।
प्रश्न 4.
रोविंग (Roving) क्या है?
उत्तर:
ड्राइंग आउट किए धागे को हल्की ऐंठन देना रोविंग कहलाता है।
प्रश्न 5.
कताई कितने प्रकर की होती है?
उत्तर:
क़ताई दो प्रकार की होती है –
- यान्त्रिक कताई
- रासायनिक कताई।
प्रश्न 6.
परम्परागत कताई में प्रयुक्त मशीन का नाम लिखिए।
उत्तर:
तकली, चरखा।
प्रश्न 7.
धागे मुख्यतः कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
धागे मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं-साधारण धागे तथा समिश्रित व फेन्सी धागे।
प्रश्न 8.
फ्लेक क्या होता है?
उत्तर:
कम बँटा हुआ या बिना बँटा धागा फ्लेक कहलाता है।
प्रश्न 9.
स्लब धागा क्या होता है?
उत्तरा:
निश्चित अन्तराल पर ऐंठन वाला धागा स्लब धागा कहलाता है।
RBSE Class 11 Home Science Chapter 20 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
यान्त्रिक एवं रासायनिक कताई का विवरण दीजिए।
उत्तर:
यान्त्रिक कताई:
यह कताई मशीनों से होती है। सामान्यतः प्राकृतिक रेशों से धागे बनाते समय इसी कताई का प्रयोग होता है। इसमें परम्परागत तरीके से कताई करते समय तकली एवं चरखा का प्रयोग होता है। आधुनिक सामान्य यान्त्रिक कताई में रिंग कताई खुली अन्तिम कताई, घर्षण कताई, स्वयं ऐंठन वाली कताई, ऐंठन रहित कताई एवं इलैक्ट्रोस्टैटिक कताई की विधियों का प्रयोग होता है। रासायनिक कताई-कृत्रिम रेशे से धागा बनाने हेतु रासायनिक कताई की जाती है। इसमें आर्द्र कताई, शुष्क कताई, पिघली कताई बायो कम्पोनेंट रासायनिक कताई विधि का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 2.
तन्तुओं एवं कपड़े का वर्गीकरण दीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 3.
धागे के निर्माण के विभिन्न पदों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 4.
साधारण एवं सम्मिलित धागा क्या हैं?
उत्तर:
साधारण धागा:
यह धागा एक ही वर्ग के तन्तुओं से बना होता है। यह इकहरे, दोहरे, बहुरेशीय, कॉर्ड आदि की तरह के होते हैं।
सम्मिलित एवं फैन्सी धागा:
यह धागा जटिल संरचना वाला होता है, इसका निर्माण एक से अधिक वर्ग के तन्तुओं से होता है।