RBSE Solutions for Class 12 English Inside The Haveli Section-III
RBSE Solutions for Class 12 English Inside The Haveli Section-III
Rajasthan Board RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Textual Questions
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Short Answer Type Questions
Answer the following questions in about 60 words each :
Question 1.
Why did the girls in the school surround Sita ?
स्कूल में लड़कियां सीता को चारों ओर से क्यों घेर लेती थीं ?
Answer:
Each time the old woman came to give Sita ladoos and purees, the girls teased her (Sita). They surrounded both Sita and the old woman. They made faces at her. The girls tried to lift the sari off her face. Then the woman spread her arm, and shrieked like a lunatic. This frightened the girls. They would run away, call her bad names and throw things at her. Sita feared her.
हर बार जब वृद्ध स्त्री सीता को लड्डू पूड़ी देने आती थी तो लड़कियाँ उसे चिढ़ाती थीं। वे सीता और वृद्ध स्त्री को चारों ओर से घेर लेती थीं। वे उसकी ओर मुँह बनाती थीं। लड़कियाँ उसके चेहरे से साड़ी उठाने का प्रयास करती थीं। तब वह स्त्री अपने हाथ फैला देती थी और एक पागल व्यक्ति की तरह चिल्लाती थी। इससे लड़कियाँ डर जाती थीं। वे भाग जाती थीं, उसे बुरे नामों से पुकारती थी और उस पर कुछ चीजें फेंकती थीं ! सीता उससे डरती थी।
Question 2.
What kind of weather Udaipur had in summers ?
ग्रीष्म ऋतु में उदयपुर का मौसम कैसा रहता था?
Answer:
During the summer, Udaipur did not experience a hot and dry weather. The mornings and evenings were cooler than the noon when the sun was just overhead. The noons were quiet, the mornings were cooler and fragrent buffets of breeze were refreshing. The cuckoos with their sweet voice made their presence felt. Otherwise they were hidden from the view.
गर्मियों के मौसम में उदयपुर में बहुत गर्मी या खुश्की का अहसास नहीं होता था। दोपहर के समय जब सूर्य ठीक सिर के ऊपर होता था उस समय बहुत गरमी होती थी। इसकी अपेक्षा सुबह शाम ठण्डी रहती थी। दोपहर शान्त भी रहती थी। सुबह का समय ठण्डा रहता था और सुबह की हवा के सुगन्धित झोंके ताजगी प्रदान करने वाले होते थे। कोयल अपनी मधुर आवाज से अपनी उपस्थिति का अहसास कराती थी अन्यथा वह दृष्टि से छिपी रहती थी।
Question 3.
What was the change in the daily routine of the haveli in summers ?
गर्मियों के मौसम में हवेली के दैनिक कार्य-कलाप में क्या परिवर्तन आता था ?
Answer:
During the summers, the mornings and evenings were cool and pleasant. So the maids got up early with the redness of the dawn and finished their work of sweeping and cleaning. During the day they got ample time for sleeping. The verandahs could be seen with their small babies sleeping. Maids were seen fanning their mistresses. Again in the evening work came in progress with the setting sun.
गर्मियों के मौसम में सुबह शाम ठण्डी और सुहावनी होती थीं. अत: सेविकायें प्रभात की लालिमा के साथ उठ जाती थीं और अपना झाडू लगाने तथा सफाई का काम समाप्त कर लेती थीं। दिन में उन्हें सोने का पर्याप्त समय मिल जाता था। बरामदे में सेविकाओं के छोटे बच्चे सोये रहते थे। सेविकायें अपनी मालकिनों को पंखा झलती दिखाई देती थीं। शाम को सूर्यास्त के पश्चात् काम फिर शुरू हो जाता था।
Question 4.
Who gave laddoos and purees to Sita in school and why ?
स्कूल में सीता को लड्डू और पूरी कौन देता था और क्यों ?
Answer:
According to the supervisor of the school, a widow who had no one in the world came to the school during the lunch time. She watched the girls at play.She gave ladoos and purees to Sita. People thought she was a little out of mind. She might be a childless kind woman. She might have special love for Sita. In fact, it was Lakshmi, Sita’s mother, who was the old woman who gave ladoos and purees to Sita.
स्कूल के सुपरवाईजर के अनुसार एक विधवा जिसका संसार में कोई नहीं है दोपहर के भोजन के समय स्कूल में आती थी। वह लड़कियों को खेलते हुए देखती थी। वह सीता को लड्डू-पूरी देती थी। लोग समझते थे कि वह जरा दिमाग से फिरी हुई थी। वह एक सन्तानहीन दयालु महिला हो सकती थी। उसे सीता से विशेष प्यार हो सकता था। वास्तव में वह वृद्ध स्त्री सीता की मां लक्ष्मी थी, जो सीता को लड्डू व पूड़ी देती थी।
Question 5.
Why was Bhagwat Singh ji’s wife against the classes taken by Geeta ?
भगवत सिंह जी की पत्नी गीता द्वारा ली जाने वाली कक्षाओं के विरुद्ध क्यों थीं ?
Answer:
Bhagwat Singh ji’s wife was against the classes only due to the complaints of her very close relatives, Nandu, Manji and Kanta. They said that their maids had started attending the classes of her daughter-in-law. On the excuse of attending the classes they shirked their duties. Bhagwat Singh ji’s wife was surprised to see that Manji, who was always in favour of women’s education, had also joined in the protest.
भगवत सिह जी की पत्नी कक्षाओं के विरुद्ध केवः । हुन निकट रिश्तेदारों, मान, नन्दू और काँता की शिकायत पर हुई। उन्होंने कहा कि उनकी सेविकाओं ने कक्षा में आना शुरू कर दिए है। कक्षा में शामिल होने के बहाने वे अपने कर्तव्य से जी चुराती हैं। भगवत् ह जी की पत्नी को आश्चर्य हुआ कि मान जी भी, जो महिला शिक्षा के पक्ष में थी, उसने भी नन्दू और कल का साथ दिया है।
Question 6.
Describe Bhagwat Singh ji’s apperance in the haveli,
हवेली में भगवत सिंह जी के आगमन पर हवेली क्री का वर्णन करो।
Answer:
Bhagwat Singh ji always appeared in the wavels in proper attire. He often wore a turban, white loose pants and kurta with a high neck long coat. His moustache befitted his broad face and rosy cheeks. Behinä the gold rimmed spectacles, his big dark eyes had an enquiring look. At the sound of his first step, Gokul announced his arrival. All the maids became alert and there was pin-drop silence.
भगवत सिंह जी हवेली में सदा अपनी उचित पोशाक में आते थे। वह प्रायः पगड़ी, सफेद कुर्ता, धोती और ऊपर गर्दन तक वाला लम्बा कोट पहनते थे। उनकी मूछे इनके चौड़े चेहरे और गुलाबी बलों पर फबती थी। सोने के फ्रेम वाले चश्मे के पीछे उनकी बड़ी काली आँखें ऐसी लगती र्थी मान वे कुछ पूछ रही हों। उनके पहले कदम पर गोकुल उनके आने की घोषणा कर देता था। सारी सेविकाएं चुस्त और सावधान हो जाती और वहाँ खामोशी छा जाती थी।
Question 7.
Give a brief description about Ravi and his past.
रवि के विषय में संक्षिप्त वर्णन करें और उसके बीते समय के बारे में बतायें।
Answer:
Ravi was an orphan who chanced to come to the haveli with the servants’ children He was tall for his age and played his clay-based beautifully one-stringed violin beautifully. His sad and vacant eyes appealed to Geeta who spoke to him and asked him to come to her in mornings if he wanted to be taught and educated.
रवि एक अनाथ लड़का था जो अनायास अन्य नौकरों के बच्चों के साथ हवेली में आया। वह अपनी आयु के हिसाब से लम्बा था तथा अपना मिट्टी के तले वाला, एक तार का वाद्य-यंत्र बहुत अच्छा बजाता था। उसकी उदास व खाली आँखों ने गीता का ध्यान आकर्षित किया। उसने रवि से बात की व उससे कहा कि यदि वह पढ़ने व शिक्षित होने का इच्छुक है तो सबेरे उसके पास आ जाए।
Question 8.
What did the women tell Geeta after taking her classes ?
गीता की कक्षाओं में शामिल होने के बाद स्त्रियों ने उन्हें क्या बताया ?
Answer:
Geeta started classes for the maids of the haveli. She told them interseting stories. Her stories were very absorbing. One day the women told her two of them had got jobs for one hundred rupees per month and some women from the neighbourhood wanted to join her classes. Geetaji agreed. Gradually the number increased and Geetaji began to take classes in a big room.
गीता जी ने हवेली की सेविकाओं को पढ़ाना शुरू कर दिया। वह उनको रोचक कहानियाँ सुनाती थी। उनकी कहानियाँ बड़ी असरदार होती थीं। एक दिन स्त्रियों ने उनको बताया कि दो स्त्रियों को सौ रुपया प्रति मास काम मिल गया है और पड़ोस की कुछ और स्त्रियाँ उनकी कक्षा में शामिल होना चाहती है। गीता जी सहमत हो गई। धीरे-धीरे संख्या और बढ़ गई और गीता जी ने एक बड़े कमरे में कक्षाएँ लेना शुरू कर दिया।
Question 9.
What complaints had the neighbourhood against the classes ?
पड़ोसियों को कक्षाओं के विरुद्ध क्या शिकायतें थी?
Answer:
Geetaji took classes for the maids of haveli in their spare time. She told them interesting stories and also taught to read and write. Some women got good jobs. They began to bring home one hundred rupees a month. This was resented by their mistresses as they thought that the maids were neglecting their duties. This was why they complained against the classes.
गीता हवेली की सेविकाओं की कक्षाएँ उनके फालतू समय में लेती थी। वह उन्हें रोचक कहानियाँ सुनाती थी और लिखना-पढ़ना भी सिखातीं थीं। कुछ स्त्रियों को अच्छा काम मिल गया। वे सौ रुपया प्रति माह घर लाने लगीं। यह हवेलियों की मालकिनों को अच्छा नहीं लगा, उनके विचार से सेविकाएँ अपने कर्तव्यों का निर्वाह नहीं कर रहीं थीं। इसलिए उन्होंने कक्षाओं का विरोध किया।
Question 10.
Write down the names of all the servants working in ‘Jeewan Niwas’ haveli.
‘जीवन निवास’ हवेली में जितने भी नौकर तथा नौकरानियाँ काम करती थीं उनके नाम लिखो।
Answer:
Among the male servants of the haveli there were Khyali, the cook, Gangaram with wobbling legs, Gokul, the oldest and the most loyal servant, Heeralal the driver of the haveli. Among the female servants Pariji was the most dedicated. Lakshmi, the wife of Gangaram and Sita’s mother was the most laborious. Dhapu, Champa and Ganga were equally devoted to the haveli. Bhatianiji was the oldest maid.
हवेली के पुरुष सेवकों में ख्याली रसोईया, मुड़ी हुई टांगों वाला गंगाराम, गोकुल सब से ज्यादा पुराना और वफादार नौकर, हवेली का ड्राईवर हीरालाल शामिल थे। स्त्री सेविकाओं में परी जी सब से वृद्ध सेविका थी। गंगाराम की पत्नी और सीता की माँ लक्ष्मी सबसे अधिक परिश्रमी थी। धापू, चम्पा और गंगा समान रूप से हवेली के प्रति समर्पित थी। भटियानी जी सबसे पुरानी सेविका थी।
Question 11.
Of which state did Bhagwat Singh ji refuse Prime Ministership and why?
भगवत सिंह जी ने किस राज्य के प्रधानमंत्री के पद से मना कर दिया था और क्यों ?
Answer:
During the conversation with Daulat Singh ji’s wife Kanwarani sa told her that money had never been the attraction of her haveli. When her husband was offered the Prime Ministership of Bikaner, he refused to accept it. He reasoned that loyalty to Maharanaji was his priority. Moreover he was attached to the soil of his ancestors and could not part from it.
दौलत सिंह जी की पत्नी के साथ बातचीत करते समय कन्वा रानी सा ने बताया कि उनकी हवेली के लिये पैसा कभी आकर्षण नहीं रहा है। उसके पति को जब बीकानेर राज्य की प्रधानमन्त्री का पद पेश किया गया तो उन्होंने उसे स्वीकार करने से मना कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि महाराणा के प्रति वफादारी उनकी प्राथमिकता है। दूसरे वह अपने पूर्वजों की माटी से जुड़े हुए हैं और उससे अलग नहीं हो सकते।
Question 12.
What all possessions Shivram’s father had ?
शिवराम के पिता के पास क्या-क्या जमीन जायदाद थी ?
Answer:
Khyali, the cook of the haveli, told the mistress that the second party which brought the proposal for Sita was suitable. The boy’s father was the headman of the village. Shivram, the prospective husband of Sita is in the tenth class. The boy’s grandfather is bed ridden and is the owner of five acres of fertile land, a well, two bullocks and a brick house.
हवेली के रसोईये ने मालकिन को बताया कि दूसरी पार्टी जो सीता के विवाह का प्रस्ताव लाई थी उचित थी। लड़के का पिता गाँव का सरपंच है। सीता का होने वाला पति शिवराम दसवीं कक्षा में है। लड़के को दादा बीमार है और पांच एकड़ उपजाऊ जमीन, एक कुंए, दो बैल और एक पक्के मकान का स्वामी है।
Question 13.
What was Geeta’s reaction when Sita was denied to go to school ?
जब सीता को स्कूल जाने से मना कर दिया गया तो गीता की क्या प्रतिक्रिया थी ?
Answer:
When Sita was stopped from going to school, Geeta was very upset. She ran to her room sad and sullen. She sat there with her chin resting on her knees. At the sight of Dhapu, the maid, she could not contain herself. She asked her “What is the idea of stopping Sita from going to school when she will remain in the haveli for two years even after her marriage ?”
जब सीता को स्कूल जाने से रोक दिया गया तो गीता बहुत व्यथित हो गई। वह अपने कमरे में मुँह बनाये और दुखी होकर भाग गई। अपने घुटनों पर ठोड़ी रखकर वह बैठ गई। धापू नौकरानी को देखते ही वह स्वयं पर काबू नहीं कर सकी। गीता ने उससे पूछा, “सीता को स्कूल जाने से रोकने में क्या विचार है जब शादी के बाद उसे दो वर्ष तक हवेली में रहना ही है ?”
Question 14.
What all things did Sita want to distribute on her last day to school ?
स्कूल के अन्तिम दिन सीता स्कूल में कौन-कौन सी चीजें बांटना चाहती थी ?
Answer:
Sita had been making presents to give to some favourite persons on the last day of the school. She got up early and was ready for the school cheerfully. She had prepared a crochet bag for the old woman who brought ladoos and purees for her. She had made a bead-fan for her best friend, Renu. She wanted to give a beautiful embroidered handkerchief to her class teacher.
सीता स्कूल के अन्तिम दिन अपने कुछ चहेते व्यक्तियों को देने के लिये उपहार बना रही थी। वह जल्दी उठ गई। और खुशी-खुशी स्कूल के लिये तैयार हुई। उसने उसे वृद्ध स्त्री के लिये क्रोशिए का बैग बनाया जो उसके लिये लड्डू पूरी लाती थी। अपनी सबसे उत्तम मित्र रेणू के वास्ते उसने मनकों का एक पंखा बनाया। वह अपनी कक्षा अध्यापक को एक कढ़ा हुआ रूमाल देना चाहती थी।
Question 15.
What proposal did Daulat Singh ji’s wife bring to ‘Jeevan Niwas’?
दौलत सिंह जी की पत्नी ‘जीवन निवास’ हवेली में क्या प्रस्ताव लाई?
Answer:
Daulat Singh ji’s wife was an arrogant. She was not a favourite woman of Bhagwat Singhji’s wife. As Geeta stood to serve the ladies, Daulat Singh ji’s wife said, “Hukkum, our children are growing up. Vir Singh, my son has passed B.A. with a first class. Vijay Bai sa, your granddaughter must have attained the age of thirteen. So, I have come today to beg you to give us Vijay Bai sa in marriage.”
दौलत सिंह जी की पत्नी दंभी (घमण्डी) र्थी। वह भगवत सिंह जी की पत्नी की चहेती स्त्रियों में से नहीं थीं। जैसे गीता स्त्रियों को नाश्ता परोसने को उठी दौलत सिंह जी की पत्नी ने कहा, “हुकुम, हमारे बच्चे बड़े हो रहे हैं। मेरे वीर सिंह ने बी. ए. प्रथम श्रेणी में पास किया है। आपकी पौत्री विजय बाई-सा की आयु भी तेरह वर्ष की हो। गई होगी। अतः मैं आज आपसे विजय बाई सो को विवाह में माँगने आई हूँ।”
Question 16.
Write down Geeta’s reaction when the marriage proposal came for Vijay.
जब विजय के विवाह का प्रस्ताव आया तो उस समय की गीता की प्रतिक्रिया लिखिए।
Answer:
The proposal of marriage from Daulat Singhji’s wife upset Geeta. She angrily said “Bhabhi, whatever happens, Vijay cannot be engaged at this age.” After the outburst, she went up to her room. She felt that she had ruined her life but would not let the children ruin theirs. As Ajay Singh, her husband came into her room, she shouted that she would never agree to the criminal act of child marriage.
दौलत सिंह जी की पत्नी की ओर से विवाह के प्रस्ताव ने गीता को व्यथित कर दिया। उसने क्रोध से कहा, * भाभी चाहे कुछ भी हो विजय की सगाई (विजय का रिस्ता पक्का करना) इस उम्र में नहीं हो सकती।” इस विस्फोट के बाद वह अपने कमरे में चली गई। उसे महसूस हुआ कि उसने अपना जीवन तो नष्ट कर लिया है पर बच्चों का जीवन बर्बाद नहीं होने देगी। जैसे ही उसके पति अजय सिंह कमरे में आये उसने चिल्ला कर कहा कि वह बाल विवाह जैसे अपराधी कार्य से सहमत नहीं होगी।
Question 17.
Why did Geeta lash out at Ajay Singh ?
गीता अजय सिंह के ऊपर क्यों भड़की ?
Answer:
Geeta was furious when Ajay took the marriage proposal lightly. She thought that his consoling her was false. Both her mother-in-law and her husband were trying to appease her. Soon they would make her agree to the proposal. With quivering voice and tearful eyes she said that to the people of haveli money and prestige were all. But Ajay stressed that to his father, happiness of his granddaughter was above everything.
गीता गुस्से से आग बबूला हो गई जब अजय ने विवाह के प्रस्ताव को हलके से लिया। उसने सोचा कि उसका उसे सान्त्वना देना झूठा है। उसकी सासु मां तथा पति दोनों उसके तुष्टिकरण में लगे हैं। शीघ्र ही वे उसे प्रस्ताव से सहमत कर लेंगे। कांपती आवाज से तथा रोते हुए उसने कहा कि हवेली के लोगों के लिये धन और प्रतिष्ठा हेर चीज से ऊँची है। परन्तु अजय ने इस बात पर जोर दिया कि उसके पिता जी के लिये अपनी पौत्री की खुशी सर्वोपरि है।
Question 18.
How did Ajay Singh comfort Geeta on the matter of Vijay’s marriage proposal?
विजय के विवाह प्रस्ताव पर अजय ने गीता को कैसे सान्त्वना दी ?
Answer:
The marriage proposal made Geeta very upset. She told her husband Ajay that to the people of the haveli money and prestige were above every thing. There upon Ajay asked her if she had seen his father doing anything unfair for money. He always cherished principles of integrity and honesty. He would sacrifice everything for his grand-daugther’s happiness.
विवाह के प्रस्ताव ने गीता को बहुत व्यथित कर दिया। उसने अपने पति अजय को बताया कि हवेली के लोगों के लिये धन और प्रतिष्ठा सर्वोपरि है। इस पर अजय ने उससे पूछा कि क्या उसने उसके पिता को धन के लिये कोई गलत काम करते देखा है। उन्होंने सदा अपने हृदय में सच्चाई और ईमानदारी के सिद्धान्तों को पाला है। अपने पोती की खुशी के लिये वह कोई भी बलिदान कर सकते हैं।
Question 19.
Describe Vir Singh’s personality.
वीर सिंह के व्यक्तित्व का वर्णन करें।
Answer:
Vir Singh is the only son of Daulat Singh ji. He is a tall young boy of about fourteen years. His complexion is fair. His facial feature seem to be finely chiselled. There is no frivality in him. He is keen on his studies. He is a first class graduate and is going to England for higher studies. When Bhagwat Singh’s wife gives him a five rupee note, he receives it in both hands with bowed head.
वीर सिंह दौलत सिंह जी का इकलौता बेटा है। वह लगभग उन्नीस वर्ष की एक लम्बा युवा है। उसका वर्ण गोरा है। उसके चेहरे के नाक-नक्श ऐसे प्रतीत होते हैं मानो छैनी से तराशे हुए हों। उसमें कोई चुलबुलापन नहीं है। वह अपनी पढ़ाई में रुचि लेता है। वह प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण स्नातक है और उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैण्ड जा रहा है। जब भगवत सिंह जी की पत्नी उसे पांच रुपये का नोट देती है तो वह दोनों हाथों में सिर झुका कर प्राप्त करता है।
Question 20.
What did Geeta think about her own marriage ?
गीता ने अपने स्वयं के विवाह के बारे में क्या सोचा ?
Answer:
On her return from Daulat Singh ji’s haveli, Geeta began to revise her opinion about Vir Singh. Vir Singh with awkward long limbs, suddenly seemed a tall handsome boy. She thought of her own marriage. She recollected that her mother had started searching good boys for her and her sisters since their teen age. The parents selected Ajay Singh for her because he came of a good family and was highly educated.
दौलत सिंह जी की हवेली से लौटने के बाद गीता ने वीर सिंह के बारे में अपनी राय दोहरानी शुरू कर दी। लम्बे और भद्दे अंगों वाला वीर सिंह अब अचानक एक लम्बा सुन्दर युवक दिखने लगा। उसे याद आया कि उसकी मां ने उसके (गीता के) और उसकी बहनों के लिये अच्छे लड़कों की तलाश छोटी उम्र से ही शुरू कर दी थी। उसके माता पिता ने उसके लिये अजय सिंह को चुना था क्योंकि वह एक अच्छे परिवार से था और उच्च शिक्षा प्राप्त था।
Question 21.
What all things did Lakshmi send in the packet for Sita ?
सीता के लिये लक्ष्मी ने पैकेट में वे सब चीजें क्या भेर्जी ?
Answer:
The old woman who gave ladoos and purees to Sita was her mother. The school ayah told her about Sita’s marriage. The old woman brought a package and requested the ayah to send it to Sita. By chance Sita went to school. The ayah gave her the packet. Sita opened it before the mistress. There was a beautiful sari, a red embroidered skirt, two silver toe rings, a pair of silver anklets and a small box full of red kum kum powder.
वृद्ध स्त्री जो सीता को लड्डू और पूड़ियां देती थी वह उसकी मां थी। स्कूल की आया ने उसे सीता के विवाह के बारे में बताया। वृद्ध स्त्री एक पैकेट लाई और आया से उस पैकेट को सीता के पास भेजने की प्रार्थना की। देव योग से सीता स्कूल चली गई।आया ने उसे पैकेट दे दिया। सीता ने मालकिन के सामने इसे खोला। इसमें एक सुन्दर साड़ी, एक लाल जरी से कढ़ा हुआ घाघरा, दो पैरों की उंगली के बिछुवे, एक जोड़ी चांदी की पाजेब और एक छोटा सा लाल रोली से भरा हुआ डिब्बा था।
Question 22.
Describe the activities in the haveli on the day of Sita’s marriage ?
सीता के विवाह वाले दिन हवेली में गतिविधियों का वर्णन करो।
Answer:
The servant quarters were lit with rows of coloured lights. The canopy under which the sacred fire would be lit was made by planting four banana saplings on the corners of a square. It was beautifully decorated. The drummers were beating the drums and the servants’ children were dancing. A graceful feast was arranged. Even the mistress of the haveli with her close relatives was present.
सेवकों के कमरे रंगीन बल्वों की लड़ियों से प्रकाश मान थे। जिस वेदी के नीचे पवित्र अग्नि जलाई जायेगी वह केलों के चार बड़े पौधों को एक वर्ग के कोनों पर लगा कर बनाई गई थी। इसको बड़ी खूबसूरती से सजा गया था। ढोल बजाने वाले ढोल बजा रहे थे और नौकरों के बच्चे नाच रहे थे। एक शानदार दावत की व्यवस्था की गई थी। हवेली की मालकिन अपने निकटतम रिश्तेदारों के साथ वहाँ उपस्थित थीं।
Question 23.
What reasons did Khyali give to the mistress for his not informing her about Lakshmi’s presence in the city ?
ख्याली ने मालकिन को उन्हें लक्ष्मी के शहर में होने के बारे में न बताने के लिये क्या कारण बताए?
Answer:
Khyali, the cook of the haveli, reasoned that first Lakshmi lived with a panwala. After a few months she lived with a tailor. This fact would have created doubts in Shiv Ram’s and his father’s mind. Another reason was that she (the mistress) would have brought her back to the haveli. Her return would have created trouble both for her and the haveli owners. The engagement of Shiv Ram with Sita would have been broken.
हवेली के रसोईये, ख्याली ने कारण दिया कि पहले तो लक्ष्मी एक पान वाले के साथ रही। कुछ महीनों के बाद वह दरजी के साथ रही। यह सच्चाई शिवराम और उसके पिता के दिमाग में संदेह पैदा कर देती। दूसरा कारण था कि वह (मालकिन) निश्चित रूप से उसे हवेली वापस लाती। उसकी वापसी खुद लक्ष्मी के लिये और हवेली के मालिकों के लिये एक परेशानी बन जाती। शिवराम की सीता के साथ सगाई टूट जाती।
Question 24.
What did Bhagwat Singh ji say to Geeta regarding Vijay’s engagement ?
भगवत सिंह जी ने विजय की सगाई के बारे में गीता को क्या कहा ?
Answer:
Bhagwat Singh ji told Geeta that Daulat Singhji and his brother had come to urge Vijay’s engagement to their son. He was satisfied with the matching of the horoscopes. Vijay had been born under the most auspicious influence of the stars. He had viewed the proposal from every angle. But he was not still sure if a girl of young age like Vijay should be engaged. But he knew that a girl has to be married sooner or later.
भगवत सिंह जी ने गीता को बताया कि दौलत सिंह जी और उनके भाई आये थे और अपने बेटे के साथ विजय की सगाई पर बल दे रहे थे। वह जन्म पत्रियों के मिलने से सन्तुष्ट हैं। विजय गृहों के सर्वोत्तम शुभ प्रभाव में पैदा हुई है। उन्होंने इस विवाह प्रस्ताव पर प्रत्येक दृष्टिकोण से विचार कर लिया है। परन्तु वह अभी तक इस बात से सुनिश्चित नहीं है कि विजय जैसी छोटी उम्र की लड़की की सगाई करनी चाहिये या नहीं। किंतु वह यह भी जानते हैं कि लड़की की तो शादी करनी ही पड़ती है जल्दी या देर से।
Question 25.
Do you think Geeta succeeded in bringing the desired changes in the haveli ?
क्या तुम सोचते हो कि गीता हवेली में वांछित परिवर्तन लाने में सफल हुई?
Answer:
Changes in customs and traditions of a community cannot be brought about overnight. Persuasions and pressures are needed to bring about a change. Geeta had no means to employ either. Still she succeeded first in teaching the servants’ children reading and writing. She devised story-telling method to teach the maids in their free time how to live neat and clean. Then she started teaching them the alphabet.
किसी भी समुदाय में परम्पराओं और रीति-रिवाजों में परिवर्तन एक रात में नहीं हो जाता। परिवर्तन के लिए राजी करने की क्रिया तथा दबाव दोनों की जरूरत होती है। गीता के पास इनमें से एक भी उपाय न था। फिर भी वह नौकरों के बच्चों को पढ़ना-लिखना सिखाने में सफल हो गई। उसने कहानी सुनाने का तरीका निकाला ताकि खाली समय में सेविकाओं को सिखा सके कि साफ सुथरा कैसे रहा जाता है। तत्पश्चात् उसने उन्हें अक्षर ज्ञान सिखाया।
Question 26.
Describe Bhagwat Singh ji’s wife’s behaviour towards Geeta.
गीता के प्रति भगवत सिंह जी की पत्नी के व्यवहार का वर्णन करें।
Answer:
Bhagwat Singh ji’s wife is an ideal mother-in-law. Though she herself had lived under a strict mother-in-law, yet she never let the strictness come in her behaviour. Even when Geeta came to the haveli as a bride and her close relatives criticised her, she always defended her. She allowed her very little time to stay with the outside women. Nevertheless she loved Geeta and respected her thoughts.
भगवत सिंह जी पत्नी एक आदर्श सास है। यद्यपि वे स्वयं एक कठोर सास के नीचे रही परन्तु उन्होंने अपने व्यवहार में कठोरता नहीं आने दी। उस समय भी जब हवेली में दुल्हन बन कर आयी और उसके निकट रिश्तेदारों ने उसकी आलोचना की, तब उन्होंने हमेशा उसका पक्ष लिया। उन्होंने उसे बहुत समय के लिये बाहर की स्त्रियों के बीच बैठने नहीं दिया। फिर भी वे गीता से स्नेह करती थीं तथा उसके विचारों का सम्मान करती थीं।
Question 27.
“Geeta fought with the old customs of the Haveli.” How true is this statement ?
“गीता हवेली की प्राचीन रीतिरिवाजों से लड़ी।” यह कथन कितना सच है ?
Answer:
It cannot be denied that a Bombay-bred girl found a suffocating atmosphere in the tradition bound haveli of Udaipur, the entire day. She was ridiculed for not knowing how to touch the feet of elders. She had to veil her face. Her husband could not meet her at will. She could not talk to her father-in-law directly. But her education, her power of adjustment and her in-laws’ love gave her the courage to overcome all the odds.
इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि बाम्बे में पली बड़ी एक लड़की ने उदयपुर की परम्पराओं में जकड़ी हवेली में एक दम घुटने वाला वातावरण पाया। उसका मजाक उड़ाया गया कि वह बड़ों के चरण स्पर्श करना भी नहीं जानती है। उसे घूघट निकाल कर रहना पड़ा। उसके पति उससे अपनी मर्जी के मुताबिक नहीं मिल सकते थे। वह सीधे अपने ससुर से बात नहीं कर सकती थी। परन्तु उसकी शिक्षा, उसकी सामंजस्य बनाने की शक्ति तथा ससुरालियों के प्यार ने उसे विपरीत परिस्थितियों को पराजित करने की हिम्मत दी।
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Long Answer Type Questions
[Composition (Questions based on the novel as a whole)]
Answer the following questions in about 100 words each :
Question 1.
Discuss the lives of the women of the havelis.
हवेली की स्त्रियों के जीवन की चर्चा कीजिये।
Answer:
The havelis of Udaipur had the atmosphere of the feudalism. The male members were like the lions and the women were mere sheep. They strictly observed veil and moved thus even within the haveli. The haveli ‘Jeewan Niwas’ was no exception to it. The husbands could meet their wives only at certain times. Men and women had their separate apartments. Life in the haveli was bound by traditions and customs. It was below their dignity to go for shopping. Every thing was provided to the women inside the haveli. Geeta, a Bombay-bred girl found herself like a caged bird. Even her reading habit was ridiculed and became a topic of gossip.
उदयपुर की हवेलियों में सामंतवाद का वातावरण था। पुरुष शेरों की तरह होते थे और स्त्रियां मात्र भेड़े थीं। वे सख्ती से पर्दा करती थीं और हवेली के अन्दर भी घूघट करके इधर-उधर जाती थीं। हवेली “जीवन निवास’ भी इसका अपवाद नहीं थी। पति अपनी पत्नियों से निश्चित समय के अनुसार ही मिल सकते थे। पुरुषों और स्त्रियों के अलग-अलग प्रभाग थे। हवेली का जीवन परम्पराओं और रीतिरिवाजों से बंधा हुआ था। खरीदारी के लिये बाजार जाना शान के खिलाफ था। स्त्रियों को हर चीज हवेली के अन्दर ही उपलब्ध कराई जाती थी। बाम्बे में पली-बड़ी हुई लड़की गीता ने अपने आपको पिंजरे में बन्द एक पक्षी के समान पाया। उसकी पुस्तक पढ़ने की आदत का भी मजाक उड़ाया गया और वह भी गपशप का एक विषय बन गया।
Question 2.
Comment on the regional aspect of the language of the novel.
उपन्यास की क्षेत्रीय भाषा पर अपना विचार लिखिये।
Answer:
A novel is not a mere narration of incidents and events. It is a live picture of the people’s life of a region. So naturally, the true enjoyment lies in the interaction of its characters in their own dialect or language. The novelist has given the names of the characters in the regional language for example Kanwarani sa, Manji sa, Nandu sa, Vijay Bai sa, Bhagwat Singh ji, Daulat Singh Ji, Sarju, Dhapu, etc. For ‘Bahu’Binniji has been used, for mother Bhabhi, for grandmother Bara Bhabhi, for Babu sahab, Bapu sa have been used. This gives flavour of Rajasthani language, particularly that of Udaipur.
एक उपन्यास घटनाओं और पर्यों का वर्णन मात्र नहीं है। यह एक क्षेत्र के लोगों के जीवन की जीती जागती तस्वीर है। अतः असली आनन्द पात्रों का एक-दूसरे से अपनी भाषा में बात चीत करने में है। उपन्यासकार ने पात्रों के नाम क्षेत्रीय भाषा में दिये हैं, उदाहरण के लिये कन्वारानी सा, मानजी सा, नन्दू बाई सा, विजय बाई सी, भगवत सिंह जी, दौलत सिंह जी, सरजू, धापू, इत्यादि। बहू के स्थान पर बिन्नीजी, दादी के स्थान पर बड़ा भाभी, बाबू साहब के स्थान पर बापू सा का प्रयोग हुआ है। यह राजस्थानी भाषा की झलक देता है, विशेष कर उदयपुर की भाषा की।
Question 3.
Examine the life of Geeta as a struggle to hold her identity in a traditional world.
गीता के जीवन की उस संघर्ष के रूप में समीक्षा कीजिये जो उसने पारम्परिक संसार में अपनी पहचान को बनाये रखने में किया।
Answer:
Geeta, a Bombay-bred girl found herself helpless and hopeless in the tradition-bound atmosphere of the haveli. In the beginning she was almost lost and decided to go back to her parents. However, her power of adjustment, her education and love of her in-laws provided a support to her need. She began to take interest in the supervision of the kitchen as guided by her mother-in-law. In her spare time, she started reading books in spite of being ridiculed. She started teaching reading and writing to the servants’ children She began to take the maids’ classes by telling them interesting stories. In spite of the opposition the classes were successful.
बाम्बे में पली बड़ी हुई गीता ने हवेली के परम्पराओं में बंधे वातावरण में अपने आप को लाचार और निराश पाया। शुरू-शुरू में तो वह लगभग खो सी गई थी और अपने माता-पिता के पास वापस जाने का निश्चय किया। परन्तु उसकी सामंजस्य करने की शक्ति, उसकी शिक्षा और सुसरालियों के प्यार ने उसके लड़खड़ाते पैरों को सहारा दिया। अपनी सासुमाँ के निर्देशों के अनुसार उसने पाकशाला की देख-रेख के काम में रुचि लेनी शुरू कर दी। मजाक उड़ाये जाने के बावजूद भी उसने अपनी पुस्तकों को पढ़ना शुरू कर दिया। नौकरों के बच्चों को उसने लिखना-पढ़ना सिखाना शुरू कर दिया। उसने नौकरानियों को रोचक कहानियां सुनाकर उसने उनकी कक्षायें लेनी शुरू कर दी। विरोध के बावजूद भी कक्षायें सफल रहीं।
Question 4.
Does the novel unveil the mystery of deep rooted traditions to the outside world ?
क्या उपन्यास, गहराई में गई हुई परम्पराओं की जड़ों के रहस्य को बाह्य संसार के लिये अभिव्यक्त करता है ?
Answer:
Rama Mehta, the novelist of ‘Inside the Haveli’ has fearlessly lashed at the evils that flourish under the cover of tradition and customs. People living in an awakened society will marvel to read that during the reign of feudal lords, people loved their traditions and customs more than their lives. These traditions and customs are so deep rooted that in spite of our claims of better education, we are unable to put them away. The biggest hindrance in progress and development are our age old customs that we love to maintain at every cost. No doubt, the novel successfully unveils the mystery of deep rooted traditons of our society.
‘इनसाइड द हवेली” की उपन्यासकार रमा मेहता ने उन बुराईयों की निर्भयता से आलोचना की है जो परम्पराओं और रीति रिवाजों की आड़ में फलती फूलती हैं। जागरुक समाज में रहने वाले लोग उपन्यास पढ़कर आश्चर्य करेंगे कि सामन्तों के शासनकाल में लोग परम्पराओं और रीतिरिवाजों को अपनी जान से अधिक प्यार करते थे। ये परम्परायें और रीति-रिवाज इतनी गहराई तक जड़ पकड़ चुके हैं कि बढ़ती हुई शिक्षा के दावे के बावजूद हम इन से छुटकारा पाने में सफल नहीं हुए हैं। हमारी उन्नति और विकास में सबसे बड़ी रुकावटें हमारी युगों पुरानी परम्परायें ही हैं जिन्हें हम हर कीमत पर बनाये रखना चाहते हैं। निस्संदेह, उपन्यास सफलतापूर्वक हमारे समाज में गहराई तक जमी परम्पराओं की जड़ों के रहस्य को उजागर करता है।
Question 5.
Analyze ‘Inside the Haveli’ as a novel about the essence of a world which is fast disappearing.
उपन्यास “Inside the Haveli” का विश्लेषण उस संसार के मूल तत्व के रूप में कीजिये जो बड़ी तेजी से लुप्त हो रहा है।
Answer:
With the advancement of education, more and more people are realizing the worth lessness of out-dated traditions and customs. But it does not mean that the world of traditions and customs is fast disappearing. Education has enabled the people to realize that the outdated customs are cutting the roots of healthy life. This realization is a good beginning no doubt. But the next step to get rid of them is not an easy affair. These age old customs and traditions have gone so deep that steadfast decision, unshaken faith, and determined efforts are needed to get rid of them. It may be a modest beginning but talk of this mindset fast disappearing is an empty dream.
शिक्षा के प्रसार के साथ-साथ अधिकाधिक लोग अनुपयोगी परम्पराओं और रीतिरिवाजों की मूल्यहीनता को समझ रहे हैं। परन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि परम्पराओं और रीति-रिवाजों का संसार तेजी से लुप्त हो रहा है। शिक्षा ने लोगों को इस योग्य बना दिया है कि वे अब समझते हैं कि अनुपयोगी रीति-रिवाज स्वस्थ जीवन की जड़ों को काट रहे हैं। नि:सन्देह यह समझ लेना एक अच्छी शुरूआत है। परन्तु अगला कदम उनसे छुटकारा पाने का आसान काम नहीं है। ये युगों पुराने रीति-रिवाज और परम्परायें इतनी गहराई तक पहुँची हुई हैं कि पक्का निश्चय, अडिग विश्वास और दृढ़ प्रयासों की आवश्यकता है इनसे छुटकारा पाने के लिये। यह एक विनम्र शुरूआत तो हो सकती है परन्तु इस मनोवृत्ति की तेजी से समाप्त होने की बात एक खाली स्वप्न है।
Question 6.
Comment on the theme of the novel ‘Inside the Haveli’.
उपन्यास ‘इनसाईड द हवेली’ की कथा वस्तु पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
The theme of the novel ‘Inside the Haveli’ is that we should not blindly follow the outdated traditions and customs. These old traditions are fatal to the life of an individual and nation. Money spent on outdated customs is unwise. There are people who borrow money simply to maintain these customs and traditions. Such a stupid habit makes them poor and they die in debt. Man has a fully developed mind. He can reason out whether a certain custom is useful or harmful to him. The sooner one gets rid of harmful customs, the better it is for him and his children.
‘इनसाईड द हवेली’ उपन्यास की कथा वस्तु है कि हमें आँखें मूंद कर अनुपयोगी प्रथाओं और रीति रिवाजों को नहीं मानना चाहिये। ये पुरानी प्रथाएं व्यक्ति और राष्ट्र दोनों के लिए घातक हैं। अनुपयोगी प्रथाओं को बनाये रखने के लिये खर्च किया पैसा बुद्धिहीनता की बात है। ऐसे भी लोग हैं जो परम्पराओं और रीति रिवाजों को निभाने के लिये कर्ज लेते हैं। इस तरह की मूर्खतापूर्ण आदत उन्हें निर्धन बनाती है और वे ऋण में ही मर जाते हैं। आदमी के पास पूरी तरह विकसित दिमाग है। वह तर्क से पता लगा सकता है कि एक अमुक रीति-रिवाज उसके लिये लाभप्रद है या हानिकारक है। जितनी जल्दी कोई भी व्यक्ति हानिकारक रीति रिवाजों से छुटकारा पा जाता है यह उसके और उसके बच्चों के लिये उतना ही अच्छा है।
Question 7.
Elucidate how the novel depicts the beginning of a social change.
समझायें कि उपन्यास किस प्रकार एक सामाजिक परिवर्तन की शुरूआत को चित्रित करता है।
Answer:
The haveli “Jeevan Niwas’ is home to men and women who love and honour age old traditions and customs. They pride themselves in following and maintaining them. Lack of education has never allowed them to keep out of these blind faiths. Geeta, a Bombay bred young girl, comes to the haveli as Ajay Singh’s bride. Her good upbringing, her education, love and co-operation of her in-laws encourage her to start classes for the servants’ children and the maids. She teaches them to read and write. She tells them inspiring stories. This modest beginning helps many maids to get a good job. It symbolises the beginning of a social change.
हवेली ‘जीवन निवास’ ऐसे पुरुषों और स्त्रियों का निवास स्थान है जो प्राचीन परम्पराओं और रीति-रिवाजों कासम्मान करते हैं और उन्हें प्यार करते हैं। वे उनका अनुसरण करने और उन्हें बनाये रखने में गौरव महसूस करते हैं। शिक्षा के अभाव ने उन्हें कभी भी इन अंधविश्वासों के बाहर नहीं झांकने दिया। गीता, बॉम्बे की पली-बड़ी युवती अजय सिंह की दुलहन के रूप में हवेली में प्रवेश करती है। उसका उत्तम लालन-पालन, उसकी शिक्षा, उसके ससुरालियों का सहयोग और प्यार उसे नौकरों के बच्चों और सेविकाओं के लिये पढ़ाना शुरू करने का प्रोत्साहन देते हैं। वह उन्हें पढ़ना लिखना सिखती है। वह उन्हें अच्छी प्रेरणादायक कहानियां सुनाती है। यह छोटी सी शुरूआत कई सेविकाओं को अच्छा काम दिलाने में सहायता करती है। यह एक सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है।
Question 8.
How does Geeta adjust herself to the life of the haveli ?
गीता हवेली के जीवन के साथ किस प्रकार सामंजस्य स्थापित करती है ?
Answer:
In the haveli at Uadipur there is strict Parda system. The maids and the ladies of the haveli cannot live without a veil. The ladies and the gents have different apartments. Geeta, a Bombay-bred educated girl comes to the haveli as the bride of Ajay Singh. In the suffocating atmosphere of the haveli, she finds herself a caged bird. Her education, love and cooperation of her in-laws and her power of adjustment help her in adapting herself to the life of the haveli. In her spare time she starts classes for the maids and the servants’ children. She always remains busy in useful activities. Dhapu, her personal maidservant is a friend and guide to her.
उदयपुर की हवेली में कठोर पर्दा प्रणाली है। सेविकायें और हवेली की महिलायें बिना पर्दे के नहीं रह सकती हैं। स्त्रियों और पुरुषों के अलग-अलग विभाग हैं। गीता बॉम्बे में पली-बड़ी हुई शिक्षित लड़की हवेली में अजय सिंह की दुल्हन के रूप में आती है। वह स्वयं को पिंजरे में बन्द पक्षी के समान पाती है। उसकी शिक्षा, उसकी सामंजस्य करने की शक्ति और ससुरालियों का प्यार उसकी सामंजस्य बनाने में सहायता करते हैं। अपने फालतू समय में वह सेविकाओं और नौकरों के बच्चों के लिये कक्षा शुरू कर देती है। वह सदा उपयोगी गतिविधियों में व्यस्त रहती है। धापू, उसकी निजी सेविका उसके लिये एक मित्र तथा पथ-प्रदर्शक है।
Question 9.
How does Geeta initate reforms for the women in the ancient havelis?
प्राचीन हवेलियों में स्त्रियों के जीवन में सुधार की पहल गीता किस प्रकार करती है ?
Answer:
The havelis at Udaipur are the habitats of men and women who love and honour their age old traditions and customs. They strictly observe parda. Married women move about within the havelis with veiled faces. Men and women have different apartments. Geeta, a Bombay-bred educated girl comes to the haveli as Ajay Singh’s bride. In the beginning she feels lost and like a caged bird. But soon her education and love and cooperation give her a new zeal. She starts classes for the maids and the children of the servants of the havelis. By story-telling methods, she creates a new hope and interest in their life. Many maids get better and interesting jobs.
उदयपुर की हवेलियां उन पुरुष और स्त्रियों का निवास स्थान हैं जो अपनी युगों पुरानी परम्पराओं तथा रीतिरिवाजों का सम्मान करते हैं और प्यार करते हैं। विवाहित स्त्रियाँ हवेली के अन्दर भी घूघट में ही इधर उधर जाती हैं। पुरुषों और स्त्रियों के अलग-अलग विभाग हैं। गीता, एक बम्बई की पली-बढ़ी शिक्षित लड़की, हवेली में अजय सिंह की दुल्हन के रूप में आती है। शुरू में तो वह पूर्णतया खो जाने वाली और पिंजरे में बन्द चिड़िया की तरह महसूस करती है। परन्तु शीघ्र ही उसकी शिक्षा, उसके ससुरालियों का सहयोग और प्यार उसे एक नवीन जोश प्रदान करते हैं। वह हवेलियों की नौकरानियों के लिये कक्षायें शुरू करती हैं। कहानी सुनाने के तरीके के द्वारा वह उनके जीवन में एक नई आशा और रुचि पैदा करती है। बहुत सारी सेविकाओं को बेहतर और रोचक काम मिल जाता है।
Question 10.
Describe the geography of the inside the haveli ‘Jeewan Niwas’ in your own words.
हवेली ‘जीवन निवास’ के भीतरी भूगोल का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
Answer:
The Haveli Jewan Niwas’ has a big and beautiful look. It has a grand main gate and a comparatively smaller back door. From the main gate there is a wide road leading to the first courtyard. After crossing this courtyard one enters another big courtyard. On one side of the courtyard there is a big sitting room for the men. On both sides of this sitting room, there are rooms for different elders of the haveli. There is a separate room for the accountant. Just opposite this wing on the first storey, there are a living room, bedroom, bathroom and toilets for the ladies of the house. The kitchen and stores are housed on the first floor.
जीवन निवास हवेली देखने में बहुत बड़ी और सुन्दर है। इसका मुख्य द्वार बहुत बड़ा है और पिछली ओर का दरवाजा अपेक्षाकृत छोटा है। मुख्य द्वार से एक चौड़ी सड़क है जो सीधा प्रथम सहन को जाती है। सहन पार करने के बाद कोई भी व्यक्ति एक और बड़े सहन में प्रवेश करता है सहन के एक तरफ एक बड़ी बैठक है। हवेली के बड़े लोगों के लिये विभिन्न कमरे हैं। मुनीम जी के लिये एक अलग कमरा है। इसके ठीक सामने ऊपर की पहली मंजिल पर हवेली की महिलाओं के लिये रहने के कमरे, सोने के कमरे, स्नान गृह तथा शौचालय हैं। रसोइघर व स्टोर पहली मंजिल पर हैं।
Question 11.
The novel questions the status of women in post-feudal and regional India. Discuss.
उपन्यास सामंतों के बाद भारतीय स्त्रियों और क्षेत्रीय भारत में स्त्रियों के स्थान पर प्रश्न चिह्न लगाता है। चर्चा कीजिए।
Answer:
After the gradual fall of feudelism, there is a change in the women’s place and power. But it is not to the expected extent. Mere legislation is not enough. The tendency of man’s domination over the woman still exists. Education, seminars and interaction with the people is essential. Only then we can give the women what they deserve. In some of the regions where education is limited, liberty of woman is an empty dream. Even now in backward areas, the girls’ education is not encouraged. Even after seventy years of independence in some areas, women live a caged life. In some backward families they are treated and beaten like animals.
धीमे-धीमे सामन्तवाद के पतन के बाद स्त्रियों की स्थिति और शक्ति में कुछ परिवर्तन आया है, परन्तु यह परिवर्तन आशा के अनुरूप नहीं हुआ है। कानून पास कर देना पर्याप्त नहीं है। पुरुष की स्त्री पर शासन करने की प्रवृत्ति अभी भी जिन्दा है। शिक्षा, सेमिनार और लोगों के साथ बातचीत करना अत्यन्त आवश्यक है। तभी हम स्त्रियों को उनका अधिकार दिला सकते हैं। कुछ क्षेत्रों में जहाँ शिक्षा सीमित है वहाँ स्त्रियों की आजादी एक खाली स्वप्न है। आज भी कुछ पिछड़े क्षेत्रों में बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहन नहीं दिया जाता है। आजादी के सत्तर साल बाद भी कुछ इलाकों में स्त्रियां पिंजरे में बन्द पक्षी की भाँति जीवन व्यतीत करती हैं। कुछ पिछड़े परिवारों में उनको पीटा जाता है और उनके साथ पशुओं जैसा व्यवहार किया जाता है।
Question 12.
Examine Rama Mehta’s novel as “a synthesis of tradition and modernity’.
रमी मेहता का उपन्यास ‘परम्पराओं और आधुनिकता का मिश्रण है।’ इस उपन्यास की विवेचना इस दृष्टि से कीजिये।
Answer:
Traditions and customs have their own significance. But rigid adherance to them blindly brings stagnation in life and thus progress and development come to a halt. In the same way modernity is good but ultra modernity uproots us from our own soil and we are ultimately destroyed. Rama Mehta has focussed on the higher studies in foreign country. Ajay Singh and Veer Singh are good examples. Sita is a servant’s daughter. In spite of strict opposition Bhagwat Singhji, his wife and daughter-in-law Geeta send her to school. The haveli is a good example where the master and the servant flourish together. Thus Rama Mehta has made a wise use of modernity and tradition for the sake of human progress and development.
परम्पराओं और रीति-रिवाजों का अपना महत्त्व होता है। परन्तु उनके साथ जिद से अन्धा होकर चिपकना जीवन में हैरानी लाता है तथा इस प्रकार उन्नति और विकास रुक जाते हैं। इसी प्रकार आधुनिकता अच्छी है परन्तु आधुनिकता का सीमा से भी बाहर हो जाना हमें अपनी भूमि से उखाड़ फेंकता है और आखिर हम बर्बाद हो जाते हैं। विदेशों में उच्च शिक्षा पर रमा मेहता ने फोकस किया है। अजय सिंह और वीर सिंह इसके अच्छे उदाहरण हैं। सीता एक नौकर की बेटी है। कठोर विरोध के बावजूद भी भगवत सिंह जी, उनकी पत्नी और पुत्र-वधू गीता उसे स्कूल भेजते हैं। उपन्यास इसका बहुत अच्छा उदाहरण है जहाँ स्वामी और सेवक साथ-साथ फलते-फूलते हैं। इस प्रकार रमा मेहता ने मानव की उन्नति और विकास के हित में आधुनिकता और परम्परा का बुद्धिमता से प्रयोग किया है।
Question 13.
How does Mehta’s novel redefine traditional values ?
रमा मेहता का उपन्यास किस प्रकार परम्पराओं के मूल्यों को पुनः परिभाषित करता है?
Answer:
Generally, people have condemned traditions and customs so vehmently that they are looked upon scornfully by the modern youths. But such a scornful view for our customs and traditions is not wholly justified. Rama Mehta has beautifully re-assessed the significance of Indian customs and traditions. The tradition which does not allow a daughter-in-law to talk to her father-in-law cannot be justified in any way. Similarly, the touching of feet of the elders cannot be condemned. The love between the master and the servant is a noble example to follow. Thus, through her novel, Rama Mehta has given a new definition to the values of tradition.
साधारणतः लोगों ने परम्पराओं और रीति-रिवाजों को इतने जोश से नकारा है कि वर्तमान युवक उनको घृणा की दृष्टि से देखता है। परन्तु हमारी परम्पराओं और रीति-रिवाजों के प्रति ऐसा घृणित दृष्टिकोण पूर्णतः न्यायसंगत या उचित नहीं है। रमा मेहता ने बड़ी सुंदरता से भारतीय परम्पराओं तथा रीति-रिवाजों के महत्त्व को पुनः सुनिश्चित किया है। वह परम्परा जो एक वधु को अपने ससुर से सीधे बात करने की अनुमति नहीं देती है उसको किसी प्रकार भी उचित नहीं कहा जा सकता। इसी प्रकार बड़ों के चरणों को स्पर्श करने की प्रथा को रद्द नहीं किया जा सकता। स्वामी और सेवक के बीच प्यार होना एक भलो उदाहरण है जिसका अनुसरण किया जाना चाहिए। इस प्रकार रमा मेहता ने परम्पराओं को तथा रीति-रिवाजों के मूल्यों को नई परिभाषा दी है।
Question 14.
Discuss ‘Inside the Haveli’ as a modern classic.
‘इनसाईड द हवेली’ उपन्यास की आधुनिक अच्छी कृति के रूप में चर्चा करें।
Answer:
In the novel ‘Inside the Haveli’ the novelist has tried to redefine the values of our traditions and customs which we have inherited from our forefathers. She does not believe in ‘old is gold’. Nor does she believe in ‘past is perished’. She believes in the harmonious mixture of what is good in the ancient and the modern. The emotional relationship between the master and the servant is essential for the progress of human race and the development of industry. Equally important is the understanding between the outgoing and incoming generations. Empowerment of woman and her restoration to her honourable position is another message of the novel. Thus the novel is indeed a modern classic.
उपन्यास ‘इनसाईड द हवेली’ में उपन्यास लेखिका ने हमारी परम्पराओं और रीति-रिवाजों को पुनः परिभाषित करने का प्रयास किया है, जो हमने अपने पूर्वजों से प्राप्त किये हैं। वह इस कथन में विश्वास नहीं करती कि जो प्राचीन है वह सोना है और न ही उसका उसमें विश्वास है कि भूतकाल तो मर चुका है। वह उसमें विश्वास करती है कि जो कुछ प्राचीन और आधुनिक काल में अच्छा है उसका मिश्रण किया जाय। मानवजाति की उन्नति और उद्योग के विकास के लिये स्वामी और सेवक के बीच भावुक सम्बन्धों की आवश्यकता है। जाने वाली पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी के बीच भी एक-दूसरे को समझना बड़ा आवश्यक है। स्त्रियों का सशक्तिकरण और उनके सम्मानित स्थान पर उसे पहुँचाना, यह भी उपन्यास का एक सन्देश है। अतः उपन्यास वास्तव में आधुनिक श्रेष्ठ पुस्तक है।
Question 15.
How does Geeta adjust and interpret the life of Haveli ?
गीता हवेली के जीवन का क्या अर्थ समझती है और उसके साथ अपना सामंजस्य कैसे स्थापित करती है ?
Answer:
Geeta is a Bombay-bred educated girl. She comes to Jeewan Niwas Haveli as a bride of Ajay Singh. Bound with the traditions of the haveli, she finds herself a helpless caged bird. She finds it strange that she cannot directly talk to her father-in-law. She thinks of going back to Bombay. But she finds a friend and guide in her maid Dhapu. Her education, power of adjustment and love of her in-laws change her mind. She starts reading books. She starts teaching the servants’ chlidren and the maids. Now a life of complaints changes into a useful life. She determines to do something useful for the needy. With her humane attitude she narrows the distance between the master and the servants.
गीता मुम्बई की पली-बढ़ी हुई एक शिक्षित लड़की है। वह जीवन निवास हवेली में अजय सिंह की पत्नी के रूप में आती है। परम्पराओं से बंधी हुई हवेली में वह अपने आप को एक निसहाय पिंजरे में बन्द पक्षी के समान पाती है। उसे यह बात बड़ी विचित्र लगती है कि वह सीधे अपने ससुर से बात नहीं कर सकती। वह एक व्याकुल तथा तनाव युक्त जीवन व्यतीत करती है। वह मुम्बई वापस जाने की सोचती है। पर उसे अपनी सेविका में एक अच्छा मित्र और मार्गदर्शक मिल जाता है। उसकी शिक्षा, ससुराल वालों का प्यार और उसकी सामंजस्य स्थापित करने की शक्ति उसके विचार को बदल देती है। वह पुस्तकें पढ़ना शुरू कर देती है। वह नौकरों के बच्चों को तथा हवेली की सेविकाओं को पढ़ाना शुरू कर देती है। अब शिकवे शिकायत और निराशा का जीवन एक लाभ-प्रद जीवन में बदल जाता है। वह जरूरतमंद लोगों के लिये कुछ करने का इरादा करती है। अपनी सहानुभूतिपूर्ण प्रवृत्ति से वह स्वामी और सेवक के बीच की दूरी को कम करती है।
Question 16.
Analyse the three phases of Geeta’s character, as a daughter, as a daughter-in law and as a mother.
गीता के चरित्र के तीन अवस्थाओं का विश्लेषण करें-बेटी के रूप में, बहू के रूप में, माँ के रूप में।
Answer:
Geeta, a Bombay-bred-educated girl comes before us in the role of a daughter before her marriage. Her parents are highly educated and she is brought up in a free atmosphere. She could boldly and freely exchange her thoughts and feelings with her parents and sisters. As a daughter-in-law she shows a wonderful power of adaptability and adjustment. She cooly bears the remarks of the visiting women. She gives up a negative thinking of despair and makes herself busy in useful activities like teaching the maids and their children. As a mother she is the ablest mother. She does not agree to engage her daughter to Vir Singh at an early age. She wants to assure her future.
मुम्बई में पली बढ़ी हुई शिक्षित लड़की गीता हमारे सामने विवाह से पूर्व लड़की के रूप में आती है। उसके माता-पिता उच्च रूप से शिक्षित हैं और उसकी परवरिश एक स्वतन्त्र वातावरण में हुई है। वह अपनी बहनों और माता-पिता के साथ निर्भय होकर स्पष्ट बातचीत कर सकती थी और वे सभी आपस में एक-दूसरे से अपनी भावनाओं का आदान-प्रदान कर सकते थे। वधू के रूप में वह अनुकरणीय तथा सामंजस्यीकरण का आश्चर्यजनक परिचय देती है। वह हवेली के बाहर की महिलाओं की टिप्पणी सहन कर लेती है। वह निराशा की ऋणात्मक सोच को छोड़ देती है और सेविकाओं और उनके बच्चों को पढ़ाने जैसी लाभप्रद गतिविधियों में अपने आपको व्यस्त कर लेती है। माँ के रूप में वह सब से सक्षम मां है। छोटी उम्र में वह अपनी बेटी की सगाई वीर सिंह से करने को सहमत नहीं होती है। वह उसके भविष्य को सुनिश्चित करना चाहती है।
Question 17.
The novel acknowledges modern thoughts valuing traditional roots. Discuss.
उपन्यास आधुनिक विचारों को स्वीकार करता है साथ-साथ जो स्वस्थ परम्पराओं का मूल्य है उसका भी इनके साथ समावेश करता है। चर्चा कीजिए।
Answer:
Rama Mehta loves and honours progress and modern scientific view of life. However she does not like that the valuable Indian traditions and customs should be sacrificed at the altar of modernity. Man, according to her, should have rational, scientifc and modern outlook on life. But it does not mean that the healthy traditions and customs that we have inherited from our forefathers have lost their values wholly. Some of them may not be as relevant today as they used to be in those days. But we cannot afford to reject them outright. Most of them still hold good. We should honour them and remember that without them we have no identity.
रमा मेहता जीवन के प्रति उन्नति के आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्यार करती हैं तथा उसका सम्मान करती हैं। परन्तु वह यह पसन्द नहीं करती हैं कि मूल्यवान भारतीय परम्पराओं और रीति-रिवाजों को आधुनिकता की वेदी पर चढ़ा दिया जाये। उनके अनुसार मनुष्य का जीवन के प्रति तर्कपूर्ण, वैज्ञानिक तथा आधुनिक दृष्टिकोण होना चाहिये। परन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि जो स्वस्थ परम्परायें और रीति-रिवाज हमने अपने पूर्वजों से प्राप्त किये हैं उन्होंने अपने मूल्य पूर्णत: खो दिये हैं। उनमें से कुछ आज इतने प्रासंगिक शायद न हों जितना वे उन दिनों हुआ करते थे। परन्तु उन्हें पूर्णत: नकार देने से हमारा काम नहीं चल सकता। उनमें से अधिकांश का अभी भी वही मान और मूल्य है। हमें उनका सम्मान करना चाहिये और याद रखना चाहिये कि उनके बिना हमारी कोई पहचान नहीं है।
Question 18.
Rama Mehta presents an interesting account of everyday life of the Haveli. Discuss.
रमो मेहता हवेली के दैनिक जीवन का रोचक वर्णन करती हैं। चर्चा कीजिये।
Answer:
Rama Mehta presents a verbal picture of the scenes and events in her novel. Her characters through the dialogues come alive before us. Both the males and the females have this quality of showing their inner selves. Khyali, the cook speaks to the maids attentively, listens to them but slips in to stir his dal. Dhapu is very clever. She poses to know better than other maids about the mystery of the haveli. The servants’ children shout and run about naturally. Gangaram is a merry-go-lucky fellow. Equally realistic is the scene of the wedding party. The beating of the drums and the sound of jingling trinklets of the ladies and the maids arrest one’s attention.
रमा मेहता अपने उपन्यास में दृश्यों और घटनाओं की शाब्दिक तस्वीर प्रस्तुत करती है। उसके पात्र अपने संवादों के द्वारा हमारे सामने जीते जागते आ खड़े होते हैं। पुरुष और स्त्री दोनों पात्रों में अपने अन्दर की भावनाओं और विचारों को अभिव्यक्त करने का गुण है। ख्याली रसोईया सेविकाओं से बातें करता है और उनकी बातें ध्यान से सुनता है, परन्तु दाल हिलाने के लिये रसोई में खिसक जाता है। धापू हद से ज्यादा होशियार है। वह हवेली के रहस्यों को और सेविकाओं से अधिक जानने का दावा करती है। नौकरों के बच्चे प्राकृतिक रूप से शोर करते हैं। गंगाराम मस्तमौला आदमी है। बारात का जलूस भी सचमुच वास्तविक है। ढोलों का बजना, पाजेबों की छनछनाहट हमारे ध्यान को आकर्षित करते हैं।
Question 19.
Critically analyse haveli as a symbol.
हवेली की एक प्रतीक के रूप में आलोचना कीजिए।
Answer:
‘Jeevan Niwas’ haveli is not a mere residence of the feudal lords, their wives and children. Neither it is a workplace for the servants and other attendants obeying the orders of their masters and mistresses. It is the symbol of the dwindling feudalism. Geeta symbolizes the helplessness of the parents who unwillingly send their daughters to spend their life in an alien atmosphere where the traditions and customs do not suit them. Geeta’s efforts to teach the maids and their children symbolise the plight of the servants who go on doing the monotonous work generation after generation. There is the hint that education can do better in their life. The emotional relationship between the master and the servant can reform the lot of the working class.
‘जीवन निवास’ हवेली सामंतों, उनकी पत्नियों और बच्चों का मात्र निवास नहीं है। न ही यह नौकरों और दूसरे कर्मचारियों के काम करने की जगह है, जो अपने मालिकों और मालकिनों की आज्ञा का पालन करते फिरते हैं। यह हवेली ढलते हुए सामंतवाद का यह प्रतीक है। गीता माता-पिता की विवशता का प्रतीक है जो अपनी इच्छा के विरुद्ध अपनी बेटी को एक अजनबी वातावरण में जीवन व्यतीत करने के लिये भेजते हैं, जहां की परम्परायें और रीति-रिवाज उसे रास नहीं आते। गीता का सेविकाओं और उनके बच्चों को पढ़ाने का प्रयास नौकरों की दुर्दशा की ओर इशारा करता है जो पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही प्रकार का नीरस कार्य करते रहते हैं। यहाँ जरा सा संकेत है कि शिक्षा उनके जीवन में सुधार ला सकती है। स्वामी और सेवक के बीच भावनात्मक सम्बन्ध श्रमिकों के जीवन को बेहतर बना सकता है।
Question 20.
Comment on the male characters of the novel.
उपन्यास में पुरुष पात्रों पर अपनी राय दीजिए।
Answer:
The female characters in the novel play an important role. The novelist has done full justice to the creation of characters of Kanwarani sa and Daulat Singh’s wife. Besides the characters of Bhagwat Singhji and his son, all the male chracters have been poorly presented. In fact they are caricatures and not characters. Khyali, the cook is the dominating character among the servants of the haveli. He is everywhere in the bazaar, in the deep narrow lanes, in the temple, with the panwala, with the tailor, with the merchants and the jewellers. But poor Gangaram, Gokul and Dhapu’s husband are mere puppets. The novelist brings them before the readers whenever she likes. She withdraws them whenever they are not needed.
उपन्यास में स्त्री पात्र तो अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उपन्यासकार ने कन्वारानी और दौलत सिंह जी की पत्नी के चरित्र चित्रण में पूरा न्याय किया है। भगवान सिंह जी और उनके पुत्र के अतिरिक्त बाकी सब पुरुष पात्रों को बहुत ही कमी के साथ प्रस्तुत किया गया है। वास्तव में उन पात्रों के आकारों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। वे वास्तव में पात्र हैं ही नहीं। हवेली के समस्त नौकरों में ख्याली रसोईया एक मात्र छाया हुआ पात्र है। वह सब जगह है-बाजार में, गहरी संकरी गलियों में, मन्दिर में, पाने वाले के साथ, दर्जी के साथ, व्यापारियों के साथ और आभूषण विक्रेताओं के साथ परन्तु बेचारा गंगा राम, गोकुल और धापू का पति एक मात्र कठपुतली हैं। जब कभी उपन्यास लेखिका चाहती है वह उन्हें पाठकों के सामने ले आती है, जब उनकी जरूरत नहीं होती वह उन्हें वहाँ से हटा देती है।
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Additional Questions Short Answer Type Question (60 words)
Question 1.
How did Geeta react to her father-in-law’s opinion about Vir Singh ?
वीर सिंह के विषय में अपने ससुर की राय जानकर गीता ने क्या प्रतिक्रिया की ?
Answer:
Geeta realized the wisdom of her father-in-law’s opinion. But she was not sure of herself. She recollected the chiselled handsome face of Vir Singh. She doubted if Vir Singh was really what he looked-straight and honourable. She felt that Vir Singh would not go against the wishes of his parents. If his parents wanted an early marriage he could not oppose it. However she could not exactly take a decision and felt uneasy.
गीता ने अपने ससुर की राय में बुद्धिमानी की समझ देखी। परन्तु उसे स्वयं पर विश्वास नहीं था। उसने वीर सिंह का तराशा हुआ खूबसूरत चेहरा याद किया। उसे सन्देह हुआ कि क्या वीर सिंह वास्तव में वैसा ही है जैसा वह दीखता है–सम्मानित और साफ कहने वाला। उसने महसूस किया कि वीर सिंह अपने माता-पिता की इच्छाओं के विरुद्ध नहीं जायेगा यदि उसके माता-पिता जल्दी विवाह चाहते हैं तो वह उसका विरोध नहीं कर सकता। तब भी गीता स्पष्ट निर्णय नहीं ले पायी और असहज महसूस किया।
Question 2.
What were the maids talking about while they were winnowing and cleaning the grain to be stored ?
फटकने और साफ करने के उपरान्त अन्न को भंडारित करने के लिये जब महिलायें तैयारी कर रही थी तो वे क्या बातें कर रही थीं ?
Answer:
When the maids were winnowing and cleaning the grains to be stored, they talked about Sita’s marriage. The mistress of the haveli was also with them. They were talking how pleased Shiv Ram’s family was with the marriage. They went away full of praises for the haveli. Even those realatives who were opposed to the marriage were extremely happy.
जब सेविकायें अनाज को भण्डारण के लिये फटक रही र्थी तथा साफ कर रही थीं तो वे आपस में बात भी कर रही थीं। वे बड़ी प्रसन्नता से सीता के विवाह के बारे में बात कर रही । हवेली की मालकिन भी उनके साथ थी। वे बात कर रही थीं कि शिवराम का परिवार शादी से कितना खुश था। वे सब के सब हवेली की भूरि भूरि प्रशंसा कर रहे थे। वे रिश्तेदार भी जो शादी का विरोध कर रहे थे बहुत ही खुश थे।
Question 3.
“Bara Bhabhi, when I get married will you also give me so many saris ?” Who said this ? How did Kanwarani sa react to it ?
“बड़ा भाभी, जब मेरा विवाह होगा तो क्या आप मुझे इतनी सारी साड़ियाँ देंगी ?” यह बात किसने कही ? कन्वारानी सा कि क्या प्रतिक्रिया थी ?
Answer:
When Vijay Bai sa saw a pile of saris for Sita’s marriage, she wondered. She asked her grandmother if she would give her so many saris also when she would be married. Thereupon Kanwarani sa affectionately told her that if she lived till her marriage she would give her saris of the best and embroidered silk. There would be such rejoicing in the ‘Jeevan Niwas’ Haveli that people of Udaipur would never forget it.
जब विजय बाई सा ने सीता के विवाह के लिये साड़ियों का एक ढेर देखा तो उसे आश्चर्य हुआ। उसने अपनी दादी से पूछा कि जब उसका विवाह होगा तो क्या उसे भी इतनी ही साड़ियाँ देंगी। इस पर कन्वा रानी सा ने उसे बताया कि यदि वह उसकी शादी तक जीवित रही तो वह उसे बेहतरीन और कढ़ाई किये हुए रेशम की साड़ियां देंगी। ‘जीवन निवास’ हवेली में इतनी खुशियाँ होगी कि उदयपुर निवासी उसको कभी नहीं भूलेंगे।
Question 4.
What was the unspoken desire of Bhagwat Singh ji’s wife ? How did Sarju react to the mistress’ sigh ?
भगवत सिंह जी की पत्नी की अनकही इच्छा क्या थी ? उनकी आह पर सरजू ने क्या प्रतिक्रिया की ?
Answer:
Bhagwat Singh ji’s wife told Pari that if Geeta had no prejudice against Daulat Singh ji’s wife, she would have been preparing for Vijay’s engagement, but it was not her fate. There upon Pari shook her head. But Sarju remarked “Hukkam ! If Vijay Bai sa is destined to go to Daulat Singh ji’s haveli as his daughter-in-law, she will. Not even Binniji can prevent it.”
भगवत सिंह जी की पत्नी ने परी से कहा यदि गीता को दौलत सिंह जी की पत्नी की ओर पूर्वाग्रह ना होता तो वह विजय की सगाई की रस्म की तैयारी करती होती। परन्तु उसका ऐसा भाग्य कहाँ ? इस पर परी ने अपना सिर हिला दिया। परन्तु सरजू ने कहा, “यदि विजय बाई सा के भाग्य में दौलत सिंह जी की हवेली में उसकी पुत्र वधू के रूप में जाना लिखा है तो वह तो अवश्य ही जायेगी। बिन्नी जी भी उसे नहीं रोक सकती।”
Question 5.
Comment on Bhagwat Singhji’s wife’s sadness when Sita was going to be married.
जब सीता का विवाह हो रहा था तो भगवत सिंह जी की पत्नी की उदासी पर अपनी राय बतायें।
Answer:
Sita was a servant’s daughter whose mother had left her when she was in the suckling state. But her wedding was a family celebration as it had the full support of the mistress. But the mistress had watched the festivities with a sad heart. She could not forget Sita’s mother, Lakshmi especially when she was somewhere in the city. The mistress wept quietly. She felt that the parents’ presence was essential on the wedding of their daughter.
सीता एक नौकर की लड़की थी जिसकी माँ उसे उस समय छोड़ कर चली गई जब वह माँ का दूध पीने की अवस्था में थी। परन्तु उसका विवाह हवेली के पर्व जैसा था क्योंकि उसे मालकिन का पूरा समर्थन था। परन्तु मालकिन ने इन खुशियों को दु:खी हृदय से देखा था। वह सीता की मां लक्ष्मी को नहीं भूल सकी और विशेषकर उस समय जबकि वह शहर में थी। वह महसूस कर रही थी कि माता-पिता की उपस्थिति उनकी बेटी के विवाह पर अति आवश्यक है।
Rajasthan Board RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Textual Questions
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Short Answer Type Questions
Answer the following questions in about 60 words each :
Question 1.
Why did the girls in the school surround Sita ?
स्कूल में लड़कियां सीता को चारों ओर से क्यों घेर लेती थीं ?
Answer:
Each time the old woman came to give Sita ladoos and purees, the girls teased her (Sita). They surrounded both Sita and the old woman. They made faces at her. The girls tried to lift the sari off her face. Then the woman spread her arm, and shrieked like a lunatic. This frightened the girls. They would run away, call her bad names and throw things at her. Sita feared her.
हर बार जब वृद्ध स्त्री सीता को लड्डू पूड़ी देने आती थी तो लड़कियाँ उसे चिढ़ाती थीं। वे सीता और वृद्ध स्त्री को चारों ओर से घेर लेती थीं। वे उसकी ओर मुँह बनाती थीं। लड़कियाँ उसके चेहरे से साड़ी उठाने का प्रयास करती थीं। तब वह स्त्री अपने हाथ फैला देती थी और एक पागल व्यक्ति की तरह चिल्लाती थी। इससे लड़कियाँ डर जाती थीं। वे भाग जाती थीं, उसे बुरे नामों से पुकारती थी और उस पर कुछ चीजें फेंकती थीं ! सीता उससे डरती थी।
Question 2.
What kind of weather Udaipur had in summers ?
ग्रीष्म ऋतु में उदयपुर का मौसम कैसा रहता था?
Answer:
During the summer, Udaipur did not experience a hot and dry weather. The mornings and evenings were cooler than the noon when the sun was just overhead. The noons were quiet, the mornings were cooler and fragrent buffets of breeze were refreshing. The cuckoos with their sweet voice made their presence felt. Otherwise they were hidden from the view.
गर्मियों के मौसम में उदयपुर में बहुत गर्मी या खुश्की का अहसास नहीं होता था। दोपहर के समय जब सूर्य ठीक सिर के ऊपर होता था उस समय बहुत गरमी होती थी। इसकी अपेक्षा सुबह शाम ठण्डी रहती थी। दोपहर शान्त भी रहती थी। सुबह का समय ठण्डा रहता था और सुबह की हवा के सुगन्धित झोंके ताजगी प्रदान करने वाले होते थे। कोयल अपनी मधुर आवाज से अपनी उपस्थिति का अहसास कराती थी अन्यथा वह दृष्टि से छिपी रहती थी।
Question 3.
What was the change in the daily routine of the haveli in summers ?
गर्मियों के मौसम में हवेली के दैनिक कार्य-कलाप में क्या परिवर्तन आता था ?
Answer:
During the summers, the mornings and evenings were cool and pleasant. So the maids got up early with the redness of the dawn and finished their work of sweeping and cleaning. During the day they got ample time for sleeping. The verandahs could be seen with their small babies sleeping. Maids were seen fanning their mistresses. Again in the evening work came in progress with the setting sun.
गर्मियों के मौसम में सुबह शाम ठण्डी और सुहावनी होती थीं. अत: सेविकायें प्रभात की लालिमा के साथ उठ जाती थीं और अपना झाडू लगाने तथा सफाई का काम समाप्त कर लेती थीं। दिन में उन्हें सोने का पर्याप्त समय मिल जाता था। बरामदे में सेविकाओं के छोटे बच्चे सोये रहते थे। सेविकायें अपनी मालकिनों को पंखा झलती दिखाई देती थीं। शाम को सूर्यास्त के पश्चात् काम फिर शुरू हो जाता था।
Question 4.
Who gave laddoos and purees to Sita in school and why ?
स्कूल में सीता को लड्डू और पूरी कौन देता था और क्यों ?
Answer:
According to the supervisor of the school, a widow who had no one in the world came to the school during the lunch time. She watched the girls at play.She gave ladoos and purees to Sita. People thought she was a little out of mind. She might be a childless kind woman. She might have special love for Sita. In fact, it was Lakshmi, Sita’s mother, who was the old woman who gave ladoos and purees to Sita.
स्कूल के सुपरवाईजर के अनुसार एक विधवा जिसका संसार में कोई नहीं है दोपहर के भोजन के समय स्कूल में आती थी। वह लड़कियों को खेलते हुए देखती थी। वह सीता को लड्डू-पूरी देती थी। लोग समझते थे कि वह जरा दिमाग से फिरी हुई थी। वह एक सन्तानहीन दयालु महिला हो सकती थी। उसे सीता से विशेष प्यार हो सकता था। वास्तव में वह वृद्ध स्त्री सीता की मां लक्ष्मी थी, जो सीता को लड्डू व पूड़ी देती थी।
Question 5.
Why was Bhagwat Singh ji’s wife against the classes taken by Geeta ?
भगवत सिंह जी की पत्नी गीता द्वारा ली जाने वाली कक्षाओं के विरुद्ध क्यों थीं ?
Answer:
Bhagwat Singh ji’s wife was against the classes only due to the complaints of her very close relatives, Nandu, Manji and Kanta. They said that their maids had started attending the classes of her daughter-in-law. On the excuse of attending the classes they shirked their duties. Bhagwat Singh ji’s wife was surprised to see that Manji, who was always in favour of women’s education, had also joined in the protest.
भगवत सिह जी की पत्नी कक्षाओं के विरुद्ध केवः । हुन निकट रिश्तेदारों, मान, नन्दू और काँता की शिकायत पर हुई। उन्होंने कहा कि उनकी सेविकाओं ने कक्षा में आना शुरू कर दिए है। कक्षा में शामिल होने के बहाने वे अपने कर्तव्य से जी चुराती हैं। भगवत् ह जी की पत्नी को आश्चर्य हुआ कि मान जी भी, जो महिला शिक्षा के पक्ष में थी, उसने भी नन्दू और कल का साथ दिया है।
Question 6.
Describe Bhagwat Singh ji’s apperance in the haveli,
हवेली में भगवत सिंह जी के आगमन पर हवेली क्री का वर्णन करो।
Answer:
Bhagwat Singh ji always appeared in the wavels in proper attire. He often wore a turban, white loose pants and kurta with a high neck long coat. His moustache befitted his broad face and rosy cheeks. Behinä the gold rimmed spectacles, his big dark eyes had an enquiring look. At the sound of his first step, Gokul announced his arrival. All the maids became alert and there was pin-drop silence.
भगवत सिंह जी हवेली में सदा अपनी उचित पोशाक में आते थे। वह प्रायः पगड़ी, सफेद कुर्ता, धोती और ऊपर गर्दन तक वाला लम्बा कोट पहनते थे। उनकी मूछे इनके चौड़े चेहरे और गुलाबी बलों पर फबती थी। सोने के फ्रेम वाले चश्मे के पीछे उनकी बड़ी काली आँखें ऐसी लगती र्थी मान वे कुछ पूछ रही हों। उनके पहले कदम पर गोकुल उनके आने की घोषणा कर देता था। सारी सेविकाएं चुस्त और सावधान हो जाती और वहाँ खामोशी छा जाती थी।
Question 7.
Give a brief description about Ravi and his past.
रवि के विषय में संक्षिप्त वर्णन करें और उसके बीते समय के बारे में बतायें।
Answer:
Ravi was an orphan who chanced to come to the haveli with the servants’ children He was tall for his age and played his clay-based beautifully one-stringed violin beautifully. His sad and vacant eyes appealed to Geeta who spoke to him and asked him to come to her in mornings if he wanted to be taught and educated.
रवि एक अनाथ लड़का था जो अनायास अन्य नौकरों के बच्चों के साथ हवेली में आया। वह अपनी आयु के हिसाब से लम्बा था तथा अपना मिट्टी के तले वाला, एक तार का वाद्य-यंत्र बहुत अच्छा बजाता था। उसकी उदास व खाली आँखों ने गीता का ध्यान आकर्षित किया। उसने रवि से बात की व उससे कहा कि यदि वह पढ़ने व शिक्षित होने का इच्छुक है तो सबेरे उसके पास आ जाए।
Question 8.
What did the women tell Geeta after taking her classes ?
गीता की कक्षाओं में शामिल होने के बाद स्त्रियों ने उन्हें क्या बताया ?
Answer:
Geeta started classes for the maids of the haveli. She told them interseting stories. Her stories were very absorbing. One day the women told her two of them had got jobs for one hundred rupees per month and some women from the neighbourhood wanted to join her classes. Geetaji agreed. Gradually the number increased and Geetaji began to take classes in a big room.
गीता जी ने हवेली की सेविकाओं को पढ़ाना शुरू कर दिया। वह उनको रोचक कहानियाँ सुनाती थी। उनकी कहानियाँ बड़ी असरदार होती थीं। एक दिन स्त्रियों ने उनको बताया कि दो स्त्रियों को सौ रुपया प्रति मास काम मिल गया है और पड़ोस की कुछ और स्त्रियाँ उनकी कक्षा में शामिल होना चाहती है। गीता जी सहमत हो गई। धीरे-धीरे संख्या और बढ़ गई और गीता जी ने एक बड़े कमरे में कक्षाएँ लेना शुरू कर दिया।
Question 9.
What complaints had the neighbourhood against the classes ?
पड़ोसियों को कक्षाओं के विरुद्ध क्या शिकायतें थी?
Answer:
Geetaji took classes for the maids of haveli in their spare time. She told them interesting stories and also taught to read and write. Some women got good jobs. They began to bring home one hundred rupees a month. This was resented by their mistresses as they thought that the maids were neglecting their duties. This was why they complained against the classes.
गीता हवेली की सेविकाओं की कक्षाएँ उनके फालतू समय में लेती थी। वह उन्हें रोचक कहानियाँ सुनाती थी और लिखना-पढ़ना भी सिखातीं थीं। कुछ स्त्रियों को अच्छा काम मिल गया। वे सौ रुपया प्रति माह घर लाने लगीं। यह हवेलियों की मालकिनों को अच्छा नहीं लगा, उनके विचार से सेविकाएँ अपने कर्तव्यों का निर्वाह नहीं कर रहीं थीं। इसलिए उन्होंने कक्षाओं का विरोध किया।
Question 10.
Write down the names of all the servants working in ‘Jeewan Niwas’ haveli.
‘जीवन निवास’ हवेली में जितने भी नौकर तथा नौकरानियाँ काम करती थीं उनके नाम लिखो।
Answer:
Among the male servants of the haveli there were Khyali, the cook, Gangaram with wobbling legs, Gokul, the oldest and the most loyal servant, Heeralal the driver of the haveli. Among the female servants Pariji was the most dedicated. Lakshmi, the wife of Gangaram and Sita’s mother was the most laborious. Dhapu, Champa and Ganga were equally devoted to the haveli. Bhatianiji was the oldest maid.
हवेली के पुरुष सेवकों में ख्याली रसोईया, मुड़ी हुई टांगों वाला गंगाराम, गोकुल सब से ज्यादा पुराना और वफादार नौकर, हवेली का ड्राईवर हीरालाल शामिल थे। स्त्री सेविकाओं में परी जी सब से वृद्ध सेविका थी। गंगाराम की पत्नी और सीता की माँ लक्ष्मी सबसे अधिक परिश्रमी थी। धापू, चम्पा और गंगा समान रूप से हवेली के प्रति समर्पित थी। भटियानी जी सबसे पुरानी सेविका थी।
Question 11.
Of which state did Bhagwat Singh ji refuse Prime Ministership and why?
भगवत सिंह जी ने किस राज्य के प्रधानमंत्री के पद से मना कर दिया था और क्यों ?
Answer:
During the conversation with Daulat Singh ji’s wife Kanwarani sa told her that money had never been the attraction of her haveli. When her husband was offered the Prime Ministership of Bikaner, he refused to accept it. He reasoned that loyalty to Maharanaji was his priority. Moreover he was attached to the soil of his ancestors and could not part from it.
दौलत सिंह जी की पत्नी के साथ बातचीत करते समय कन्वा रानी सा ने बताया कि उनकी हवेली के लिये पैसा कभी आकर्षण नहीं रहा है। उसके पति को जब बीकानेर राज्य की प्रधानमन्त्री का पद पेश किया गया तो उन्होंने उसे स्वीकार करने से मना कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि महाराणा के प्रति वफादारी उनकी प्राथमिकता है। दूसरे वह अपने पूर्वजों की माटी से जुड़े हुए हैं और उससे अलग नहीं हो सकते।
Question 12.
What all possessions Shivram’s father had ?
शिवराम के पिता के पास क्या-क्या जमीन जायदाद थी ?
Answer:
Khyali, the cook of the haveli, told the mistress that the second party which brought the proposal for Sita was suitable. The boy’s father was the headman of the village. Shivram, the prospective husband of Sita is in the tenth class. The boy’s grandfather is bed ridden and is the owner of five acres of fertile land, a well, two bullocks and a brick house.
हवेली के रसोईये ने मालकिन को बताया कि दूसरी पार्टी जो सीता के विवाह का प्रस्ताव लाई थी उचित थी। लड़के का पिता गाँव का सरपंच है। सीता का होने वाला पति शिवराम दसवीं कक्षा में है। लड़के को दादा बीमार है और पांच एकड़ उपजाऊ जमीन, एक कुंए, दो बैल और एक पक्के मकान का स्वामी है।
Question 13.
What was Geeta’s reaction when Sita was denied to go to school ?
जब सीता को स्कूल जाने से मना कर दिया गया तो गीता की क्या प्रतिक्रिया थी ?
Answer:
When Sita was stopped from going to school, Geeta was very upset. She ran to her room sad and sullen. She sat there with her chin resting on her knees. At the sight of Dhapu, the maid, she could not contain herself. She asked her “What is the idea of stopping Sita from going to school when she will remain in the haveli for two years even after her marriage ?”
जब सीता को स्कूल जाने से रोक दिया गया तो गीता बहुत व्यथित हो गई। वह अपने कमरे में मुँह बनाये और दुखी होकर भाग गई। अपने घुटनों पर ठोड़ी रखकर वह बैठ गई। धापू नौकरानी को देखते ही वह स्वयं पर काबू नहीं कर सकी। गीता ने उससे पूछा, “सीता को स्कूल जाने से रोकने में क्या विचार है जब शादी के बाद उसे दो वर्ष तक हवेली में रहना ही है ?”
Question 14.
What all things did Sita want to distribute on her last day to school ?
स्कूल के अन्तिम दिन सीता स्कूल में कौन-कौन सी चीजें बांटना चाहती थी ?
Answer:
Sita had been making presents to give to some favourite persons on the last day of the school. She got up early and was ready for the school cheerfully. She had prepared a crochet bag for the old woman who brought ladoos and purees for her. She had made a bead-fan for her best friend, Renu. She wanted to give a beautiful embroidered handkerchief to her class teacher.
सीता स्कूल के अन्तिम दिन अपने कुछ चहेते व्यक्तियों को देने के लिये उपहार बना रही थी। वह जल्दी उठ गई। और खुशी-खुशी स्कूल के लिये तैयार हुई। उसने उसे वृद्ध स्त्री के लिये क्रोशिए का बैग बनाया जो उसके लिये लड्डू पूरी लाती थी। अपनी सबसे उत्तम मित्र रेणू के वास्ते उसने मनकों का एक पंखा बनाया। वह अपनी कक्षा अध्यापक को एक कढ़ा हुआ रूमाल देना चाहती थी।
Question 15.
What proposal did Daulat Singh ji’s wife bring to ‘Jeevan Niwas’?
दौलत सिंह जी की पत्नी ‘जीवन निवास’ हवेली में क्या प्रस्ताव लाई?
Answer:
Daulat Singh ji’s wife was an arrogant. She was not a favourite woman of Bhagwat Singhji’s wife. As Geeta stood to serve the ladies, Daulat Singh ji’s wife said, “Hukkum, our children are growing up. Vir Singh, my son has passed B.A. with a first class. Vijay Bai sa, your granddaughter must have attained the age of thirteen. So, I have come today to beg you to give us Vijay Bai sa in marriage.”
दौलत सिंह जी की पत्नी दंभी (घमण्डी) र्थी। वह भगवत सिंह जी की पत्नी की चहेती स्त्रियों में से नहीं थीं। जैसे गीता स्त्रियों को नाश्ता परोसने को उठी दौलत सिंह जी की पत्नी ने कहा, “हुकुम, हमारे बच्चे बड़े हो रहे हैं। मेरे वीर सिंह ने बी. ए. प्रथम श्रेणी में पास किया है। आपकी पौत्री विजय बाई-सा की आयु भी तेरह वर्ष की हो। गई होगी। अतः मैं आज आपसे विजय बाई सो को विवाह में माँगने आई हूँ।”
Question 16.
Write down Geeta’s reaction when the marriage proposal came for Vijay.
जब विजय के विवाह का प्रस्ताव आया तो उस समय की गीता की प्रतिक्रिया लिखिए।
Answer:
The proposal of marriage from Daulat Singhji’s wife upset Geeta. She angrily said “Bhabhi, whatever happens, Vijay cannot be engaged at this age.” After the outburst, she went up to her room. She felt that she had ruined her life but would not let the children ruin theirs. As Ajay Singh, her husband came into her room, she shouted that she would never agree to the criminal act of child marriage.
दौलत सिंह जी की पत्नी की ओर से विवाह के प्रस्ताव ने गीता को व्यथित कर दिया। उसने क्रोध से कहा, * भाभी चाहे कुछ भी हो विजय की सगाई (विजय का रिस्ता पक्का करना) इस उम्र में नहीं हो सकती।” इस विस्फोट के बाद वह अपने कमरे में चली गई। उसे महसूस हुआ कि उसने अपना जीवन तो नष्ट कर लिया है पर बच्चों का जीवन बर्बाद नहीं होने देगी। जैसे ही उसके पति अजय सिंह कमरे में आये उसने चिल्ला कर कहा कि वह बाल विवाह जैसे अपराधी कार्य से सहमत नहीं होगी।
Question 17.
Why did Geeta lash out at Ajay Singh ?
गीता अजय सिंह के ऊपर क्यों भड़की ?
Answer:
Geeta was furious when Ajay took the marriage proposal lightly. She thought that his consoling her was false. Both her mother-in-law and her husband were trying to appease her. Soon they would make her agree to the proposal. With quivering voice and tearful eyes she said that to the people of haveli money and prestige were all. But Ajay stressed that to his father, happiness of his granddaughter was above everything.
गीता गुस्से से आग बबूला हो गई जब अजय ने विवाह के प्रस्ताव को हलके से लिया। उसने सोचा कि उसका उसे सान्त्वना देना झूठा है। उसकी सासु मां तथा पति दोनों उसके तुष्टिकरण में लगे हैं। शीघ्र ही वे उसे प्रस्ताव से सहमत कर लेंगे। कांपती आवाज से तथा रोते हुए उसने कहा कि हवेली के लोगों के लिये धन और प्रतिष्ठा हेर चीज से ऊँची है। परन्तु अजय ने इस बात पर जोर दिया कि उसके पिता जी के लिये अपनी पौत्री की खुशी सर्वोपरि है।
Question 18.
How did Ajay Singh comfort Geeta on the matter of Vijay’s marriage proposal?
विजय के विवाह प्रस्ताव पर अजय ने गीता को कैसे सान्त्वना दी ?
Answer:
The marriage proposal made Geeta very upset. She told her husband Ajay that to the people of the haveli money and prestige were above every thing. There upon Ajay asked her if she had seen his father doing anything unfair for money. He always cherished principles of integrity and honesty. He would sacrifice everything for his grand-daugther’s happiness.
विवाह के प्रस्ताव ने गीता को बहुत व्यथित कर दिया। उसने अपने पति अजय को बताया कि हवेली के लोगों के लिये धन और प्रतिष्ठा सर्वोपरि है। इस पर अजय ने उससे पूछा कि क्या उसने उसके पिता को धन के लिये कोई गलत काम करते देखा है। उन्होंने सदा अपने हृदय में सच्चाई और ईमानदारी के सिद्धान्तों को पाला है। अपने पोती की खुशी के लिये वह कोई भी बलिदान कर सकते हैं।
Question 19.
Describe Vir Singh’s personality.
वीर सिंह के व्यक्तित्व का वर्णन करें।
Answer:
Vir Singh is the only son of Daulat Singh ji. He is a tall young boy of about fourteen years. His complexion is fair. His facial feature seem to be finely chiselled. There is no frivality in him. He is keen on his studies. He is a first class graduate and is going to England for higher studies. When Bhagwat Singh’s wife gives him a five rupee note, he receives it in both hands with bowed head.
वीर सिंह दौलत सिंह जी का इकलौता बेटा है। वह लगभग उन्नीस वर्ष की एक लम्बा युवा है। उसका वर्ण गोरा है। उसके चेहरे के नाक-नक्श ऐसे प्रतीत होते हैं मानो छैनी से तराशे हुए हों। उसमें कोई चुलबुलापन नहीं है। वह अपनी पढ़ाई में रुचि लेता है। वह प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण स्नातक है और उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैण्ड जा रहा है। जब भगवत सिंह जी की पत्नी उसे पांच रुपये का नोट देती है तो वह दोनों हाथों में सिर झुका कर प्राप्त करता है।
Question 20.
What did Geeta think about her own marriage ?
गीता ने अपने स्वयं के विवाह के बारे में क्या सोचा ?
Answer:
On her return from Daulat Singh ji’s haveli, Geeta began to revise her opinion about Vir Singh. Vir Singh with awkward long limbs, suddenly seemed a tall handsome boy. She thought of her own marriage. She recollected that her mother had started searching good boys for her and her sisters since their teen age. The parents selected Ajay Singh for her because he came of a good family and was highly educated.
दौलत सिंह जी की हवेली से लौटने के बाद गीता ने वीर सिंह के बारे में अपनी राय दोहरानी शुरू कर दी। लम्बे और भद्दे अंगों वाला वीर सिंह अब अचानक एक लम्बा सुन्दर युवक दिखने लगा। उसे याद आया कि उसकी मां ने उसके (गीता के) और उसकी बहनों के लिये अच्छे लड़कों की तलाश छोटी उम्र से ही शुरू कर दी थी। उसके माता पिता ने उसके लिये अजय सिंह को चुना था क्योंकि वह एक अच्छे परिवार से था और उच्च शिक्षा प्राप्त था।
Question 21.
What all things did Lakshmi send in the packet for Sita ?
सीता के लिये लक्ष्मी ने पैकेट में वे सब चीजें क्या भेर्जी ?
Answer:
The old woman who gave ladoos and purees to Sita was her mother. The school ayah told her about Sita’s marriage. The old woman brought a package and requested the ayah to send it to Sita. By chance Sita went to school. The ayah gave her the packet. Sita opened it before the mistress. There was a beautiful sari, a red embroidered skirt, two silver toe rings, a pair of silver anklets and a small box full of red kum kum powder.
वृद्ध स्त्री जो सीता को लड्डू और पूड़ियां देती थी वह उसकी मां थी। स्कूल की आया ने उसे सीता के विवाह के बारे में बताया। वृद्ध स्त्री एक पैकेट लाई और आया से उस पैकेट को सीता के पास भेजने की प्रार्थना की। देव योग से सीता स्कूल चली गई।आया ने उसे पैकेट दे दिया। सीता ने मालकिन के सामने इसे खोला। इसमें एक सुन्दर साड़ी, एक लाल जरी से कढ़ा हुआ घाघरा, दो पैरों की उंगली के बिछुवे, एक जोड़ी चांदी की पाजेब और एक छोटा सा लाल रोली से भरा हुआ डिब्बा था।
Question 22.
Describe the activities in the haveli on the day of Sita’s marriage ?
सीता के विवाह वाले दिन हवेली में गतिविधियों का वर्णन करो।
Answer:
The servant quarters were lit with rows of coloured lights. The canopy under which the sacred fire would be lit was made by planting four banana saplings on the corners of a square. It was beautifully decorated. The drummers were beating the drums and the servants’ children were dancing. A graceful feast was arranged. Even the mistress of the haveli with her close relatives was present.
सेवकों के कमरे रंगीन बल्वों की लड़ियों से प्रकाश मान थे। जिस वेदी के नीचे पवित्र अग्नि जलाई जायेगी वह केलों के चार बड़े पौधों को एक वर्ग के कोनों पर लगा कर बनाई गई थी। इसको बड़ी खूबसूरती से सजा गया था। ढोल बजाने वाले ढोल बजा रहे थे और नौकरों के बच्चे नाच रहे थे। एक शानदार दावत की व्यवस्था की गई थी। हवेली की मालकिन अपने निकटतम रिश्तेदारों के साथ वहाँ उपस्थित थीं।
Question 23.
What reasons did Khyali give to the mistress for his not informing her about Lakshmi’s presence in the city ?
ख्याली ने मालकिन को उन्हें लक्ष्मी के शहर में होने के बारे में न बताने के लिये क्या कारण बताए?
Answer:
Khyali, the cook of the haveli, reasoned that first Lakshmi lived with a panwala. After a few months she lived with a tailor. This fact would have created doubts in Shiv Ram’s and his father’s mind. Another reason was that she (the mistress) would have brought her back to the haveli. Her return would have created trouble both for her and the haveli owners. The engagement of Shiv Ram with Sita would have been broken.
हवेली के रसोईये, ख्याली ने कारण दिया कि पहले तो लक्ष्मी एक पान वाले के साथ रही। कुछ महीनों के बाद वह दरजी के साथ रही। यह सच्चाई शिवराम और उसके पिता के दिमाग में संदेह पैदा कर देती। दूसरा कारण था कि वह (मालकिन) निश्चित रूप से उसे हवेली वापस लाती। उसकी वापसी खुद लक्ष्मी के लिये और हवेली के मालिकों के लिये एक परेशानी बन जाती। शिवराम की सीता के साथ सगाई टूट जाती।
Question 24.
What did Bhagwat Singh ji say to Geeta regarding Vijay’s engagement ?
भगवत सिंह जी ने विजय की सगाई के बारे में गीता को क्या कहा ?
Answer:
Bhagwat Singh ji told Geeta that Daulat Singhji and his brother had come to urge Vijay’s engagement to their son. He was satisfied with the matching of the horoscopes. Vijay had been born under the most auspicious influence of the stars. He had viewed the proposal from every angle. But he was not still sure if a girl of young age like Vijay should be engaged. But he knew that a girl has to be married sooner or later.
भगवत सिंह जी ने गीता को बताया कि दौलत सिंह जी और उनके भाई आये थे और अपने बेटे के साथ विजय की सगाई पर बल दे रहे थे। वह जन्म पत्रियों के मिलने से सन्तुष्ट हैं। विजय गृहों के सर्वोत्तम शुभ प्रभाव में पैदा हुई है। उन्होंने इस विवाह प्रस्ताव पर प्रत्येक दृष्टिकोण से विचार कर लिया है। परन्तु वह अभी तक इस बात से सुनिश्चित नहीं है कि विजय जैसी छोटी उम्र की लड़की की सगाई करनी चाहिये या नहीं। किंतु वह यह भी जानते हैं कि लड़की की तो शादी करनी ही पड़ती है जल्दी या देर से।
Question 25.
Do you think Geeta succeeded in bringing the desired changes in the haveli ?
क्या तुम सोचते हो कि गीता हवेली में वांछित परिवर्तन लाने में सफल हुई?
Answer:
Changes in customs and traditions of a community cannot be brought about overnight. Persuasions and pressures are needed to bring about a change. Geeta had no means to employ either. Still she succeeded first in teaching the servants’ children reading and writing. She devised story-telling method to teach the maids in their free time how to live neat and clean. Then she started teaching them the alphabet.
किसी भी समुदाय में परम्पराओं और रीति-रिवाजों में परिवर्तन एक रात में नहीं हो जाता। परिवर्तन के लिए राजी करने की क्रिया तथा दबाव दोनों की जरूरत होती है। गीता के पास इनमें से एक भी उपाय न था। फिर भी वह नौकरों के बच्चों को पढ़ना-लिखना सिखाने में सफल हो गई। उसने कहानी सुनाने का तरीका निकाला ताकि खाली समय में सेविकाओं को सिखा सके कि साफ सुथरा कैसे रहा जाता है। तत्पश्चात् उसने उन्हें अक्षर ज्ञान सिखाया।
Question 26.
Describe Bhagwat Singh ji’s wife’s behaviour towards Geeta.
गीता के प्रति भगवत सिंह जी की पत्नी के व्यवहार का वर्णन करें।
Answer:
Bhagwat Singh ji’s wife is an ideal mother-in-law. Though she herself had lived under a strict mother-in-law, yet she never let the strictness come in her behaviour. Even when Geeta came to the haveli as a bride and her close relatives criticised her, she always defended her. She allowed her very little time to stay with the outside women. Nevertheless she loved Geeta and respected her thoughts.
भगवत सिंह जी पत्नी एक आदर्श सास है। यद्यपि वे स्वयं एक कठोर सास के नीचे रही परन्तु उन्होंने अपने व्यवहार में कठोरता नहीं आने दी। उस समय भी जब हवेली में दुल्हन बन कर आयी और उसके निकट रिश्तेदारों ने उसकी आलोचना की, तब उन्होंने हमेशा उसका पक्ष लिया। उन्होंने उसे बहुत समय के लिये बाहर की स्त्रियों के बीच बैठने नहीं दिया। फिर भी वे गीता से स्नेह करती थीं तथा उसके विचारों का सम्मान करती थीं।
Question 27.
“Geeta fought with the old customs of the Haveli.” How true is this statement ?
“गीता हवेली की प्राचीन रीतिरिवाजों से लड़ी।” यह कथन कितना सच है ?
Answer:
It cannot be denied that a Bombay-bred girl found a suffocating atmosphere in the tradition bound haveli of Udaipur, the entire day. She was ridiculed for not knowing how to touch the feet of elders. She had to veil her face. Her husband could not meet her at will. She could not talk to her father-in-law directly. But her education, her power of adjustment and her in-laws’ love gave her the courage to overcome all the odds.
इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि बाम्बे में पली बड़ी एक लड़की ने उदयपुर की परम्पराओं में जकड़ी हवेली में एक दम घुटने वाला वातावरण पाया। उसका मजाक उड़ाया गया कि वह बड़ों के चरण स्पर्श करना भी नहीं जानती है। उसे घूघट निकाल कर रहना पड़ा। उसके पति उससे अपनी मर्जी के मुताबिक नहीं मिल सकते थे। वह सीधे अपने ससुर से बात नहीं कर सकती थी। परन्तु उसकी शिक्षा, उसकी सामंजस्य बनाने की शक्ति तथा ससुरालियों के प्यार ने उसे विपरीत परिस्थितियों को पराजित करने की हिम्मत दी।
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Long Answer Type Questions
[Composition (Questions based on the novel as a whole)]
Answer the following questions in about 100 words each :
Question 1.
Discuss the lives of the women of the havelis.
हवेली की स्त्रियों के जीवन की चर्चा कीजिये।
Answer:
The havelis of Udaipur had the atmosphere of the feudalism. The male members were like the lions and the women were mere sheep. They strictly observed veil and moved thus even within the haveli. The haveli ‘Jeewan Niwas’ was no exception to it. The husbands could meet their wives only at certain times. Men and women had their separate apartments. Life in the haveli was bound by traditions and customs. It was below their dignity to go for shopping. Every thing was provided to the women inside the haveli. Geeta, a Bombay-bred girl found herself like a caged bird. Even her reading habit was ridiculed and became a topic of gossip.
उदयपुर की हवेलियों में सामंतवाद का वातावरण था। पुरुष शेरों की तरह होते थे और स्त्रियां मात्र भेड़े थीं। वे सख्ती से पर्दा करती थीं और हवेली के अन्दर भी घूघट करके इधर-उधर जाती थीं। हवेली “जीवन निवास’ भी इसका अपवाद नहीं थी। पति अपनी पत्नियों से निश्चित समय के अनुसार ही मिल सकते थे। पुरुषों और स्त्रियों के अलग-अलग प्रभाग थे। हवेली का जीवन परम्पराओं और रीतिरिवाजों से बंधा हुआ था। खरीदारी के लिये बाजार जाना शान के खिलाफ था। स्त्रियों को हर चीज हवेली के अन्दर ही उपलब्ध कराई जाती थी। बाम्बे में पली-बड़ी हुई लड़की गीता ने अपने आपको पिंजरे में बन्द एक पक्षी के समान पाया। उसकी पुस्तक पढ़ने की आदत का भी मजाक उड़ाया गया और वह भी गपशप का एक विषय बन गया।
Question 2.
Comment on the regional aspect of the language of the novel.
उपन्यास की क्षेत्रीय भाषा पर अपना विचार लिखिये।
Answer:
A novel is not a mere narration of incidents and events. It is a live picture of the people’s life of a region. So naturally, the true enjoyment lies in the interaction of its characters in their own dialect or language. The novelist has given the names of the characters in the regional language for example Kanwarani sa, Manji sa, Nandu sa, Vijay Bai sa, Bhagwat Singh ji, Daulat Singh Ji, Sarju, Dhapu, etc. For ‘Bahu’Binniji has been used, for mother Bhabhi, for grandmother Bara Bhabhi, for Babu sahab, Bapu sa have been used. This gives flavour of Rajasthani language, particularly that of Udaipur.
एक उपन्यास घटनाओं और पर्यों का वर्णन मात्र नहीं है। यह एक क्षेत्र के लोगों के जीवन की जीती जागती तस्वीर है। अतः असली आनन्द पात्रों का एक-दूसरे से अपनी भाषा में बात चीत करने में है। उपन्यासकार ने पात्रों के नाम क्षेत्रीय भाषा में दिये हैं, उदाहरण के लिये कन्वारानी सा, मानजी सा, नन्दू बाई सा, विजय बाई सी, भगवत सिंह जी, दौलत सिंह जी, सरजू, धापू, इत्यादि। बहू के स्थान पर बिन्नीजी, दादी के स्थान पर बड़ा भाभी, बाबू साहब के स्थान पर बापू सा का प्रयोग हुआ है। यह राजस्थानी भाषा की झलक देता है, विशेष कर उदयपुर की भाषा की।
Question 3.
Examine the life of Geeta as a struggle to hold her identity in a traditional world.
गीता के जीवन की उस संघर्ष के रूप में समीक्षा कीजिये जो उसने पारम्परिक संसार में अपनी पहचान को बनाये रखने में किया।
Answer:
Geeta, a Bombay-bred girl found herself helpless and hopeless in the tradition-bound atmosphere of the haveli. In the beginning she was almost lost and decided to go back to her parents. However, her power of adjustment, her education and love of her in-laws provided a support to her need. She began to take interest in the supervision of the kitchen as guided by her mother-in-law. In her spare time, she started reading books in spite of being ridiculed. She started teaching reading and writing to the servants’ children She began to take the maids’ classes by telling them interesting stories. In spite of the opposition the classes were successful.
बाम्बे में पली बड़ी हुई गीता ने हवेली के परम्पराओं में बंधे वातावरण में अपने आप को लाचार और निराश पाया। शुरू-शुरू में तो वह लगभग खो सी गई थी और अपने माता-पिता के पास वापस जाने का निश्चय किया। परन्तु उसकी सामंजस्य करने की शक्ति, उसकी शिक्षा और सुसरालियों के प्यार ने उसके लड़खड़ाते पैरों को सहारा दिया। अपनी सासुमाँ के निर्देशों के अनुसार उसने पाकशाला की देख-रेख के काम में रुचि लेनी शुरू कर दी। मजाक उड़ाये जाने के बावजूद भी उसने अपनी पुस्तकों को पढ़ना शुरू कर दिया। नौकरों के बच्चों को उसने लिखना-पढ़ना सिखाना शुरू कर दिया। उसने नौकरानियों को रोचक कहानियां सुनाकर उसने उनकी कक्षायें लेनी शुरू कर दी। विरोध के बावजूद भी कक्षायें सफल रहीं।
Question 4.
Does the novel unveil the mystery of deep rooted traditions to the outside world ?
क्या उपन्यास, गहराई में गई हुई परम्पराओं की जड़ों के रहस्य को बाह्य संसार के लिये अभिव्यक्त करता है ?
Answer:
Rama Mehta, the novelist of ‘Inside the Haveli’ has fearlessly lashed at the evils that flourish under the cover of tradition and customs. People living in an awakened society will marvel to read that during the reign of feudal lords, people loved their traditions and customs more than their lives. These traditions and customs are so deep rooted that in spite of our claims of better education, we are unable to put them away. The biggest hindrance in progress and development are our age old customs that we love to maintain at every cost. No doubt, the novel successfully unveils the mystery of deep rooted traditons of our society.
‘इनसाइड द हवेली” की उपन्यासकार रमा मेहता ने उन बुराईयों की निर्भयता से आलोचना की है जो परम्पराओं और रीति रिवाजों की आड़ में फलती फूलती हैं। जागरुक समाज में रहने वाले लोग उपन्यास पढ़कर आश्चर्य करेंगे कि सामन्तों के शासनकाल में लोग परम्पराओं और रीतिरिवाजों को अपनी जान से अधिक प्यार करते थे। ये परम्परायें और रीति-रिवाज इतनी गहराई तक जड़ पकड़ चुके हैं कि बढ़ती हुई शिक्षा के दावे के बावजूद हम इन से छुटकारा पाने में सफल नहीं हुए हैं। हमारी उन्नति और विकास में सबसे बड़ी रुकावटें हमारी युगों पुरानी परम्परायें ही हैं जिन्हें हम हर कीमत पर बनाये रखना चाहते हैं। निस्संदेह, उपन्यास सफलतापूर्वक हमारे समाज में गहराई तक जमी परम्पराओं की जड़ों के रहस्य को उजागर करता है।
Question 5.
Analyze ‘Inside the Haveli’ as a novel about the essence of a world which is fast disappearing.
उपन्यास “Inside the Haveli” का विश्लेषण उस संसार के मूल तत्व के रूप में कीजिये जो बड़ी तेजी से लुप्त हो रहा है।
Answer:
With the advancement of education, more and more people are realizing the worth lessness of out-dated traditions and customs. But it does not mean that the world of traditions and customs is fast disappearing. Education has enabled the people to realize that the outdated customs are cutting the roots of healthy life. This realization is a good beginning no doubt. But the next step to get rid of them is not an easy affair. These age old customs and traditions have gone so deep that steadfast decision, unshaken faith, and determined efforts are needed to get rid of them. It may be a modest beginning but talk of this mindset fast disappearing is an empty dream.
शिक्षा के प्रसार के साथ-साथ अधिकाधिक लोग अनुपयोगी परम्पराओं और रीतिरिवाजों की मूल्यहीनता को समझ रहे हैं। परन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि परम्पराओं और रीति-रिवाजों का संसार तेजी से लुप्त हो रहा है। शिक्षा ने लोगों को इस योग्य बना दिया है कि वे अब समझते हैं कि अनुपयोगी रीति-रिवाज स्वस्थ जीवन की जड़ों को काट रहे हैं। नि:सन्देह यह समझ लेना एक अच्छी शुरूआत है। परन्तु अगला कदम उनसे छुटकारा पाने का आसान काम नहीं है। ये युगों पुराने रीति-रिवाज और परम्परायें इतनी गहराई तक पहुँची हुई हैं कि पक्का निश्चय, अडिग विश्वास और दृढ़ प्रयासों की आवश्यकता है इनसे छुटकारा पाने के लिये। यह एक विनम्र शुरूआत तो हो सकती है परन्तु इस मनोवृत्ति की तेजी से समाप्त होने की बात एक खाली स्वप्न है।
Question 6.
Comment on the theme of the novel ‘Inside the Haveli’.
उपन्यास ‘इनसाईड द हवेली’ की कथा वस्तु पर अपने विचार लिखिए।
Answer:
The theme of the novel ‘Inside the Haveli’ is that we should not blindly follow the outdated traditions and customs. These old traditions are fatal to the life of an individual and nation. Money spent on outdated customs is unwise. There are people who borrow money simply to maintain these customs and traditions. Such a stupid habit makes them poor and they die in debt. Man has a fully developed mind. He can reason out whether a certain custom is useful or harmful to him. The sooner one gets rid of harmful customs, the better it is for him and his children.
‘इनसाईड द हवेली’ उपन्यास की कथा वस्तु है कि हमें आँखें मूंद कर अनुपयोगी प्रथाओं और रीति रिवाजों को नहीं मानना चाहिये। ये पुरानी प्रथाएं व्यक्ति और राष्ट्र दोनों के लिए घातक हैं। अनुपयोगी प्रथाओं को बनाये रखने के लिये खर्च किया पैसा बुद्धिहीनता की बात है। ऐसे भी लोग हैं जो परम्पराओं और रीति रिवाजों को निभाने के लिये कर्ज लेते हैं। इस तरह की मूर्खतापूर्ण आदत उन्हें निर्धन बनाती है और वे ऋण में ही मर जाते हैं। आदमी के पास पूरी तरह विकसित दिमाग है। वह तर्क से पता लगा सकता है कि एक अमुक रीति-रिवाज उसके लिये लाभप्रद है या हानिकारक है। जितनी जल्दी कोई भी व्यक्ति हानिकारक रीति रिवाजों से छुटकारा पा जाता है यह उसके और उसके बच्चों के लिये उतना ही अच्छा है।
Question 7.
Elucidate how the novel depicts the beginning of a social change.
समझायें कि उपन्यास किस प्रकार एक सामाजिक परिवर्तन की शुरूआत को चित्रित करता है।
Answer:
The haveli “Jeevan Niwas’ is home to men and women who love and honour age old traditions and customs. They pride themselves in following and maintaining them. Lack of education has never allowed them to keep out of these blind faiths. Geeta, a Bombay bred young girl, comes to the haveli as Ajay Singh’s bride. Her good upbringing, her education, love and co-operation of her in-laws encourage her to start classes for the servants’ children and the maids. She teaches them to read and write. She tells them inspiring stories. This modest beginning helps many maids to get a good job. It symbolises the beginning of a social change.
हवेली ‘जीवन निवास’ ऐसे पुरुषों और स्त्रियों का निवास स्थान है जो प्राचीन परम्पराओं और रीति-रिवाजों कासम्मान करते हैं और उन्हें प्यार करते हैं। वे उनका अनुसरण करने और उन्हें बनाये रखने में गौरव महसूस करते हैं। शिक्षा के अभाव ने उन्हें कभी भी इन अंधविश्वासों के बाहर नहीं झांकने दिया। गीता, बॉम्बे की पली-बड़ी युवती अजय सिंह की दुलहन के रूप में हवेली में प्रवेश करती है। उसका उत्तम लालन-पालन, उसकी शिक्षा, उसके ससुरालियों का सहयोग और प्यार उसे नौकरों के बच्चों और सेविकाओं के लिये पढ़ाना शुरू करने का प्रोत्साहन देते हैं। वह उन्हें पढ़ना लिखना सिखती है। वह उन्हें अच्छी प्रेरणादायक कहानियां सुनाती है। यह छोटी सी शुरूआत कई सेविकाओं को अच्छा काम दिलाने में सहायता करती है। यह एक सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है।
Question 8.
How does Geeta adjust herself to the life of the haveli ?
गीता हवेली के जीवन के साथ किस प्रकार सामंजस्य स्थापित करती है ?
Answer:
In the haveli at Uadipur there is strict Parda system. The maids and the ladies of the haveli cannot live without a veil. The ladies and the gents have different apartments. Geeta, a Bombay-bred educated girl comes to the haveli as the bride of Ajay Singh. In the suffocating atmosphere of the haveli, she finds herself a caged bird. Her education, love and cooperation of her in-laws and her power of adjustment help her in adapting herself to the life of the haveli. In her spare time she starts classes for the maids and the servants’ children. She always remains busy in useful activities. Dhapu, her personal maidservant is a friend and guide to her.
उदयपुर की हवेली में कठोर पर्दा प्रणाली है। सेविकायें और हवेली की महिलायें बिना पर्दे के नहीं रह सकती हैं। स्त्रियों और पुरुषों के अलग-अलग विभाग हैं। गीता बॉम्बे में पली-बड़ी हुई शिक्षित लड़की हवेली में अजय सिंह की दुल्हन के रूप में आती है। वह स्वयं को पिंजरे में बन्द पक्षी के समान पाती है। उसकी शिक्षा, उसकी सामंजस्य करने की शक्ति और ससुरालियों का प्यार उसकी सामंजस्य बनाने में सहायता करते हैं। अपने फालतू समय में वह सेविकाओं और नौकरों के बच्चों के लिये कक्षा शुरू कर देती है। वह सदा उपयोगी गतिविधियों में व्यस्त रहती है। धापू, उसकी निजी सेविका उसके लिये एक मित्र तथा पथ-प्रदर्शक है।
Question 9.
How does Geeta initate reforms for the women in the ancient havelis?
प्राचीन हवेलियों में स्त्रियों के जीवन में सुधार की पहल गीता किस प्रकार करती है ?
Answer:
The havelis at Udaipur are the habitats of men and women who love and honour their age old traditions and customs. They strictly observe parda. Married women move about within the havelis with veiled faces. Men and women have different apartments. Geeta, a Bombay-bred educated girl comes to the haveli as Ajay Singh’s bride. In the beginning she feels lost and like a caged bird. But soon her education and love and cooperation give her a new zeal. She starts classes for the maids and the children of the servants of the havelis. By story-telling methods, she creates a new hope and interest in their life. Many maids get better and interesting jobs.
उदयपुर की हवेलियां उन पुरुष और स्त्रियों का निवास स्थान हैं जो अपनी युगों पुरानी परम्पराओं तथा रीतिरिवाजों का सम्मान करते हैं और प्यार करते हैं। विवाहित स्त्रियाँ हवेली के अन्दर भी घूघट में ही इधर उधर जाती हैं। पुरुषों और स्त्रियों के अलग-अलग विभाग हैं। गीता, एक बम्बई की पली-बढ़ी शिक्षित लड़की, हवेली में अजय सिंह की दुल्हन के रूप में आती है। शुरू में तो वह पूर्णतया खो जाने वाली और पिंजरे में बन्द चिड़िया की तरह महसूस करती है। परन्तु शीघ्र ही उसकी शिक्षा, उसके ससुरालियों का सहयोग और प्यार उसे एक नवीन जोश प्रदान करते हैं। वह हवेलियों की नौकरानियों के लिये कक्षायें शुरू करती हैं। कहानी सुनाने के तरीके के द्वारा वह उनके जीवन में एक नई आशा और रुचि पैदा करती है। बहुत सारी सेविकाओं को बेहतर और रोचक काम मिल जाता है।
Question 10.
Describe the geography of the inside the haveli ‘Jeewan Niwas’ in your own words.
हवेली ‘जीवन निवास’ के भीतरी भूगोल का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
Answer:
The Haveli Jewan Niwas’ has a big and beautiful look. It has a grand main gate and a comparatively smaller back door. From the main gate there is a wide road leading to the first courtyard. After crossing this courtyard one enters another big courtyard. On one side of the courtyard there is a big sitting room for the men. On both sides of this sitting room, there are rooms for different elders of the haveli. There is a separate room for the accountant. Just opposite this wing on the first storey, there are a living room, bedroom, bathroom and toilets for the ladies of the house. The kitchen and stores are housed on the first floor.
जीवन निवास हवेली देखने में बहुत बड़ी और सुन्दर है। इसका मुख्य द्वार बहुत बड़ा है और पिछली ओर का दरवाजा अपेक्षाकृत छोटा है। मुख्य द्वार से एक चौड़ी सड़क है जो सीधा प्रथम सहन को जाती है। सहन पार करने के बाद कोई भी व्यक्ति एक और बड़े सहन में प्रवेश करता है सहन के एक तरफ एक बड़ी बैठक है। हवेली के बड़े लोगों के लिये विभिन्न कमरे हैं। मुनीम जी के लिये एक अलग कमरा है। इसके ठीक सामने ऊपर की पहली मंजिल पर हवेली की महिलाओं के लिये रहने के कमरे, सोने के कमरे, स्नान गृह तथा शौचालय हैं। रसोइघर व स्टोर पहली मंजिल पर हैं।
Question 11.
The novel questions the status of women in post-feudal and regional India. Discuss.
उपन्यास सामंतों के बाद भारतीय स्त्रियों और क्षेत्रीय भारत में स्त्रियों के स्थान पर प्रश्न चिह्न लगाता है। चर्चा कीजिए।
Answer:
After the gradual fall of feudelism, there is a change in the women’s place and power. But it is not to the expected extent. Mere legislation is not enough. The tendency of man’s domination over the woman still exists. Education, seminars and interaction with the people is essential. Only then we can give the women what they deserve. In some of the regions where education is limited, liberty of woman is an empty dream. Even now in backward areas, the girls’ education is not encouraged. Even after seventy years of independence in some areas, women live a caged life. In some backward families they are treated and beaten like animals.
धीमे-धीमे सामन्तवाद के पतन के बाद स्त्रियों की स्थिति और शक्ति में कुछ परिवर्तन आया है, परन्तु यह परिवर्तन आशा के अनुरूप नहीं हुआ है। कानून पास कर देना पर्याप्त नहीं है। पुरुष की स्त्री पर शासन करने की प्रवृत्ति अभी भी जिन्दा है। शिक्षा, सेमिनार और लोगों के साथ बातचीत करना अत्यन्त आवश्यक है। तभी हम स्त्रियों को उनका अधिकार दिला सकते हैं। कुछ क्षेत्रों में जहाँ शिक्षा सीमित है वहाँ स्त्रियों की आजादी एक खाली स्वप्न है। आज भी कुछ पिछड़े क्षेत्रों में बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहन नहीं दिया जाता है। आजादी के सत्तर साल बाद भी कुछ इलाकों में स्त्रियां पिंजरे में बन्द पक्षी की भाँति जीवन व्यतीत करती हैं। कुछ पिछड़े परिवारों में उनको पीटा जाता है और उनके साथ पशुओं जैसा व्यवहार किया जाता है।
Question 12.
Examine Rama Mehta’s novel as “a synthesis of tradition and modernity’.
रमी मेहता का उपन्यास ‘परम्पराओं और आधुनिकता का मिश्रण है।’ इस उपन्यास की विवेचना इस दृष्टि से कीजिये।
Answer:
Traditions and customs have their own significance. But rigid adherance to them blindly brings stagnation in life and thus progress and development come to a halt. In the same way modernity is good but ultra modernity uproots us from our own soil and we are ultimately destroyed. Rama Mehta has focussed on the higher studies in foreign country. Ajay Singh and Veer Singh are good examples. Sita is a servant’s daughter. In spite of strict opposition Bhagwat Singhji, his wife and daughter-in-law Geeta send her to school. The haveli is a good example where the master and the servant flourish together. Thus Rama Mehta has made a wise use of modernity and tradition for the sake of human progress and development.
परम्पराओं और रीति-रिवाजों का अपना महत्त्व होता है। परन्तु उनके साथ जिद से अन्धा होकर चिपकना जीवन में हैरानी लाता है तथा इस प्रकार उन्नति और विकास रुक जाते हैं। इसी प्रकार आधुनिकता अच्छी है परन्तु आधुनिकता का सीमा से भी बाहर हो जाना हमें अपनी भूमि से उखाड़ फेंकता है और आखिर हम बर्बाद हो जाते हैं। विदेशों में उच्च शिक्षा पर रमा मेहता ने फोकस किया है। अजय सिंह और वीर सिंह इसके अच्छे उदाहरण हैं। सीता एक नौकर की बेटी है। कठोर विरोध के बावजूद भी भगवत सिंह जी, उनकी पत्नी और पुत्र-वधू गीता उसे स्कूल भेजते हैं। उपन्यास इसका बहुत अच्छा उदाहरण है जहाँ स्वामी और सेवक साथ-साथ फलते-फूलते हैं। इस प्रकार रमा मेहता ने मानव की उन्नति और विकास के हित में आधुनिकता और परम्परा का बुद्धिमता से प्रयोग किया है।
Question 13.
How does Mehta’s novel redefine traditional values ?
रमा मेहता का उपन्यास किस प्रकार परम्पराओं के मूल्यों को पुनः परिभाषित करता है?
Answer:
Generally, people have condemned traditions and customs so vehmently that they are looked upon scornfully by the modern youths. But such a scornful view for our customs and traditions is not wholly justified. Rama Mehta has beautifully re-assessed the significance of Indian customs and traditions. The tradition which does not allow a daughter-in-law to talk to her father-in-law cannot be justified in any way. Similarly, the touching of feet of the elders cannot be condemned. The love between the master and the servant is a noble example to follow. Thus, through her novel, Rama Mehta has given a new definition to the values of tradition.
साधारणतः लोगों ने परम्पराओं और रीति-रिवाजों को इतने जोश से नकारा है कि वर्तमान युवक उनको घृणा की दृष्टि से देखता है। परन्तु हमारी परम्पराओं और रीति-रिवाजों के प्रति ऐसा घृणित दृष्टिकोण पूर्णतः न्यायसंगत या उचित नहीं है। रमा मेहता ने बड़ी सुंदरता से भारतीय परम्पराओं तथा रीति-रिवाजों के महत्त्व को पुनः सुनिश्चित किया है। वह परम्परा जो एक वधु को अपने ससुर से सीधे बात करने की अनुमति नहीं देती है उसको किसी प्रकार भी उचित नहीं कहा जा सकता। इसी प्रकार बड़ों के चरणों को स्पर्श करने की प्रथा को रद्द नहीं किया जा सकता। स्वामी और सेवक के बीच प्यार होना एक भलो उदाहरण है जिसका अनुसरण किया जाना चाहिए। इस प्रकार रमा मेहता ने परम्पराओं को तथा रीति-रिवाजों के मूल्यों को नई परिभाषा दी है।
Question 14.
Discuss ‘Inside the Haveli’ as a modern classic.
‘इनसाईड द हवेली’ उपन्यास की आधुनिक अच्छी कृति के रूप में चर्चा करें।
Answer:
In the novel ‘Inside the Haveli’ the novelist has tried to redefine the values of our traditions and customs which we have inherited from our forefathers. She does not believe in ‘old is gold’. Nor does she believe in ‘past is perished’. She believes in the harmonious mixture of what is good in the ancient and the modern. The emotional relationship between the master and the servant is essential for the progress of human race and the development of industry. Equally important is the understanding between the outgoing and incoming generations. Empowerment of woman and her restoration to her honourable position is another message of the novel. Thus the novel is indeed a modern classic.
उपन्यास ‘इनसाईड द हवेली’ में उपन्यास लेखिका ने हमारी परम्पराओं और रीति-रिवाजों को पुनः परिभाषित करने का प्रयास किया है, जो हमने अपने पूर्वजों से प्राप्त किये हैं। वह इस कथन में विश्वास नहीं करती कि जो प्राचीन है वह सोना है और न ही उसका उसमें विश्वास है कि भूतकाल तो मर चुका है। वह उसमें विश्वास करती है कि जो कुछ प्राचीन और आधुनिक काल में अच्छा है उसका मिश्रण किया जाय। मानवजाति की उन्नति और उद्योग के विकास के लिये स्वामी और सेवक के बीच भावुक सम्बन्धों की आवश्यकता है। जाने वाली पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी के बीच भी एक-दूसरे को समझना बड़ा आवश्यक है। स्त्रियों का सशक्तिकरण और उनके सम्मानित स्थान पर उसे पहुँचाना, यह भी उपन्यास का एक सन्देश है। अतः उपन्यास वास्तव में आधुनिक श्रेष्ठ पुस्तक है।
Question 15.
How does Geeta adjust and interpret the life of Haveli ?
गीता हवेली के जीवन का क्या अर्थ समझती है और उसके साथ अपना सामंजस्य कैसे स्थापित करती है ?
Answer:
Geeta is a Bombay-bred educated girl. She comes to Jeewan Niwas Haveli as a bride of Ajay Singh. Bound with the traditions of the haveli, she finds herself a helpless caged bird. She finds it strange that she cannot directly talk to her father-in-law. She thinks of going back to Bombay. But she finds a friend and guide in her maid Dhapu. Her education, power of adjustment and love of her in-laws change her mind. She starts reading books. She starts teaching the servants’ chlidren and the maids. Now a life of complaints changes into a useful life. She determines to do something useful for the needy. With her humane attitude she narrows the distance between the master and the servants.
गीता मुम्बई की पली-बढ़ी हुई एक शिक्षित लड़की है। वह जीवन निवास हवेली में अजय सिंह की पत्नी के रूप में आती है। परम्पराओं से बंधी हुई हवेली में वह अपने आप को एक निसहाय पिंजरे में बन्द पक्षी के समान पाती है। उसे यह बात बड़ी विचित्र लगती है कि वह सीधे अपने ससुर से बात नहीं कर सकती। वह एक व्याकुल तथा तनाव युक्त जीवन व्यतीत करती है। वह मुम्बई वापस जाने की सोचती है। पर उसे अपनी सेविका में एक अच्छा मित्र और मार्गदर्शक मिल जाता है। उसकी शिक्षा, ससुराल वालों का प्यार और उसकी सामंजस्य स्थापित करने की शक्ति उसके विचार को बदल देती है। वह पुस्तकें पढ़ना शुरू कर देती है। वह नौकरों के बच्चों को तथा हवेली की सेविकाओं को पढ़ाना शुरू कर देती है। अब शिकवे शिकायत और निराशा का जीवन एक लाभ-प्रद जीवन में बदल जाता है। वह जरूरतमंद लोगों के लिये कुछ करने का इरादा करती है। अपनी सहानुभूतिपूर्ण प्रवृत्ति से वह स्वामी और सेवक के बीच की दूरी को कम करती है।
Question 16.
Analyse the three phases of Geeta’s character, as a daughter, as a daughter-in law and as a mother.
गीता के चरित्र के तीन अवस्थाओं का विश्लेषण करें-बेटी के रूप में, बहू के रूप में, माँ के रूप में।
Answer:
Geeta, a Bombay-bred-educated girl comes before us in the role of a daughter before her marriage. Her parents are highly educated and she is brought up in a free atmosphere. She could boldly and freely exchange her thoughts and feelings with her parents and sisters. As a daughter-in-law she shows a wonderful power of adaptability and adjustment. She cooly bears the remarks of the visiting women. She gives up a negative thinking of despair and makes herself busy in useful activities like teaching the maids and their children. As a mother she is the ablest mother. She does not agree to engage her daughter to Vir Singh at an early age. She wants to assure her future.
मुम्बई में पली बढ़ी हुई शिक्षित लड़की गीता हमारे सामने विवाह से पूर्व लड़की के रूप में आती है। उसके माता-पिता उच्च रूप से शिक्षित हैं और उसकी परवरिश एक स्वतन्त्र वातावरण में हुई है। वह अपनी बहनों और माता-पिता के साथ निर्भय होकर स्पष्ट बातचीत कर सकती थी और वे सभी आपस में एक-दूसरे से अपनी भावनाओं का आदान-प्रदान कर सकते थे। वधू के रूप में वह अनुकरणीय तथा सामंजस्यीकरण का आश्चर्यजनक परिचय देती है। वह हवेली के बाहर की महिलाओं की टिप्पणी सहन कर लेती है। वह निराशा की ऋणात्मक सोच को छोड़ देती है और सेविकाओं और उनके बच्चों को पढ़ाने जैसी लाभप्रद गतिविधियों में अपने आपको व्यस्त कर लेती है। माँ के रूप में वह सब से सक्षम मां है। छोटी उम्र में वह अपनी बेटी की सगाई वीर सिंह से करने को सहमत नहीं होती है। वह उसके भविष्य को सुनिश्चित करना चाहती है।
Question 17.
The novel acknowledges modern thoughts valuing traditional roots. Discuss.
उपन्यास आधुनिक विचारों को स्वीकार करता है साथ-साथ जो स्वस्थ परम्पराओं का मूल्य है उसका भी इनके साथ समावेश करता है। चर्चा कीजिए।
Answer:
Rama Mehta loves and honours progress and modern scientific view of life. However she does not like that the valuable Indian traditions and customs should be sacrificed at the altar of modernity. Man, according to her, should have rational, scientifc and modern outlook on life. But it does not mean that the healthy traditions and customs that we have inherited from our forefathers have lost their values wholly. Some of them may not be as relevant today as they used to be in those days. But we cannot afford to reject them outright. Most of them still hold good. We should honour them and remember that without them we have no identity.
रमा मेहता जीवन के प्रति उन्नति के आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्यार करती हैं तथा उसका सम्मान करती हैं। परन्तु वह यह पसन्द नहीं करती हैं कि मूल्यवान भारतीय परम्पराओं और रीति-रिवाजों को आधुनिकता की वेदी पर चढ़ा दिया जाये। उनके अनुसार मनुष्य का जीवन के प्रति तर्कपूर्ण, वैज्ञानिक तथा आधुनिक दृष्टिकोण होना चाहिये। परन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि जो स्वस्थ परम्परायें और रीति-रिवाज हमने अपने पूर्वजों से प्राप्त किये हैं उन्होंने अपने मूल्य पूर्णत: खो दिये हैं। उनमें से कुछ आज इतने प्रासंगिक शायद न हों जितना वे उन दिनों हुआ करते थे। परन्तु उन्हें पूर्णत: नकार देने से हमारा काम नहीं चल सकता। उनमें से अधिकांश का अभी भी वही मान और मूल्य है। हमें उनका सम्मान करना चाहिये और याद रखना चाहिये कि उनके बिना हमारी कोई पहचान नहीं है।
Question 18.
Rama Mehta presents an interesting account of everyday life of the Haveli. Discuss.
रमो मेहता हवेली के दैनिक जीवन का रोचक वर्णन करती हैं। चर्चा कीजिये।
Answer:
Rama Mehta presents a verbal picture of the scenes and events in her novel. Her characters through the dialogues come alive before us. Both the males and the females have this quality of showing their inner selves. Khyali, the cook speaks to the maids attentively, listens to them but slips in to stir his dal. Dhapu is very clever. She poses to know better than other maids about the mystery of the haveli. The servants’ children shout and run about naturally. Gangaram is a merry-go-lucky fellow. Equally realistic is the scene of the wedding party. The beating of the drums and the sound of jingling trinklets of the ladies and the maids arrest one’s attention.
रमा मेहता अपने उपन्यास में दृश्यों और घटनाओं की शाब्दिक तस्वीर प्रस्तुत करती है। उसके पात्र अपने संवादों के द्वारा हमारे सामने जीते जागते आ खड़े होते हैं। पुरुष और स्त्री दोनों पात्रों में अपने अन्दर की भावनाओं और विचारों को अभिव्यक्त करने का गुण है। ख्याली रसोईया सेविकाओं से बातें करता है और उनकी बातें ध्यान से सुनता है, परन्तु दाल हिलाने के लिये रसोई में खिसक जाता है। धापू हद से ज्यादा होशियार है। वह हवेली के रहस्यों को और सेविकाओं से अधिक जानने का दावा करती है। नौकरों के बच्चे प्राकृतिक रूप से शोर करते हैं। गंगाराम मस्तमौला आदमी है। बारात का जलूस भी सचमुच वास्तविक है। ढोलों का बजना, पाजेबों की छनछनाहट हमारे ध्यान को आकर्षित करते हैं।
Question 19.
Critically analyse haveli as a symbol.
हवेली की एक प्रतीक के रूप में आलोचना कीजिए।
Answer:
‘Jeevan Niwas’ haveli is not a mere residence of the feudal lords, their wives and children. Neither it is a workplace for the servants and other attendants obeying the orders of their masters and mistresses. It is the symbol of the dwindling feudalism. Geeta symbolizes the helplessness of the parents who unwillingly send their daughters to spend their life in an alien atmosphere where the traditions and customs do not suit them. Geeta’s efforts to teach the maids and their children symbolise the plight of the servants who go on doing the monotonous work generation after generation. There is the hint that education can do better in their life. The emotional relationship between the master and the servant can reform the lot of the working class.
‘जीवन निवास’ हवेली सामंतों, उनकी पत्नियों और बच्चों का मात्र निवास नहीं है। न ही यह नौकरों और दूसरे कर्मचारियों के काम करने की जगह है, जो अपने मालिकों और मालकिनों की आज्ञा का पालन करते फिरते हैं। यह हवेली ढलते हुए सामंतवाद का यह प्रतीक है। गीता माता-पिता की विवशता का प्रतीक है जो अपनी इच्छा के विरुद्ध अपनी बेटी को एक अजनबी वातावरण में जीवन व्यतीत करने के लिये भेजते हैं, जहां की परम्परायें और रीति-रिवाज उसे रास नहीं आते। गीता का सेविकाओं और उनके बच्चों को पढ़ाने का प्रयास नौकरों की दुर्दशा की ओर इशारा करता है जो पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही प्रकार का नीरस कार्य करते रहते हैं। यहाँ जरा सा संकेत है कि शिक्षा उनके जीवन में सुधार ला सकती है। स्वामी और सेवक के बीच भावनात्मक सम्बन्ध श्रमिकों के जीवन को बेहतर बना सकता है।
Question 20.
Comment on the male characters of the novel.
उपन्यास में पुरुष पात्रों पर अपनी राय दीजिए।
Answer:
The female characters in the novel play an important role. The novelist has done full justice to the creation of characters of Kanwarani sa and Daulat Singh’s wife. Besides the characters of Bhagwat Singhji and his son, all the male chracters have been poorly presented. In fact they are caricatures and not characters. Khyali, the cook is the dominating character among the servants of the haveli. He is everywhere in the bazaar, in the deep narrow lanes, in the temple, with the panwala, with the tailor, with the merchants and the jewellers. But poor Gangaram, Gokul and Dhapu’s husband are mere puppets. The novelist brings them before the readers whenever she likes. She withdraws them whenever they are not needed.
उपन्यास में स्त्री पात्र तो अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उपन्यासकार ने कन्वारानी और दौलत सिंह जी की पत्नी के चरित्र चित्रण में पूरा न्याय किया है। भगवान सिंह जी और उनके पुत्र के अतिरिक्त बाकी सब पुरुष पात्रों को बहुत ही कमी के साथ प्रस्तुत किया गया है। वास्तव में उन पात्रों के आकारों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। वे वास्तव में पात्र हैं ही नहीं। हवेली के समस्त नौकरों में ख्याली रसोईया एक मात्र छाया हुआ पात्र है। वह सब जगह है-बाजार में, गहरी संकरी गलियों में, मन्दिर में, पाने वाले के साथ, दर्जी के साथ, व्यापारियों के साथ और आभूषण विक्रेताओं के साथ परन्तु बेचारा गंगा राम, गोकुल और धापू का पति एक मात्र कठपुतली हैं। जब कभी उपन्यास लेखिका चाहती है वह उन्हें पाठकों के सामने ले आती है, जब उनकी जरूरत नहीं होती वह उन्हें वहाँ से हटा देती है।
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-III Additional Questions Short Answer Type Question (60 words)
Question 1.
How did Geeta react to her father-in-law’s opinion about Vir Singh ?
वीर सिंह के विषय में अपने ससुर की राय जानकर गीता ने क्या प्रतिक्रिया की ?
Answer:
Geeta realized the wisdom of her father-in-law’s opinion. But she was not sure of herself. She recollected the chiselled handsome face of Vir Singh. She doubted if Vir Singh was really what he looked-straight and honourable. She felt that Vir Singh would not go against the wishes of his parents. If his parents wanted an early marriage he could not oppose it. However she could not exactly take a decision and felt uneasy.
गीता ने अपने ससुर की राय में बुद्धिमानी की समझ देखी। परन्तु उसे स्वयं पर विश्वास नहीं था। उसने वीर सिंह का तराशा हुआ खूबसूरत चेहरा याद किया। उसे सन्देह हुआ कि क्या वीर सिंह वास्तव में वैसा ही है जैसा वह दीखता है–सम्मानित और साफ कहने वाला। उसने महसूस किया कि वीर सिंह अपने माता-पिता की इच्छाओं के विरुद्ध नहीं जायेगा यदि उसके माता-पिता जल्दी विवाह चाहते हैं तो वह उसका विरोध नहीं कर सकता। तब भी गीता स्पष्ट निर्णय नहीं ले पायी और असहज महसूस किया।
Question 2.
What were the maids talking about while they were winnowing and cleaning the grain to be stored ?
फटकने और साफ करने के उपरान्त अन्न को भंडारित करने के लिये जब महिलायें तैयारी कर रही थी तो वे क्या बातें कर रही थीं ?
Answer:
When the maids were winnowing and cleaning the grains to be stored, they talked about Sita’s marriage. The mistress of the haveli was also with them. They were talking how pleased Shiv Ram’s family was with the marriage. They went away full of praises for the haveli. Even those realatives who were opposed to the marriage were extremely happy.
जब सेविकायें अनाज को भण्डारण के लिये फटक रही र्थी तथा साफ कर रही थीं तो वे आपस में बात भी कर रही थीं। वे बड़ी प्रसन्नता से सीता के विवाह के बारे में बात कर रही । हवेली की मालकिन भी उनके साथ थी। वे बात कर रही थीं कि शिवराम का परिवार शादी से कितना खुश था। वे सब के सब हवेली की भूरि भूरि प्रशंसा कर रहे थे। वे रिश्तेदार भी जो शादी का विरोध कर रहे थे बहुत ही खुश थे।
Question 3.
“Bara Bhabhi, when I get married will you also give me so many saris ?” Who said this ? How did Kanwarani sa react to it ?
“बड़ा भाभी, जब मेरा विवाह होगा तो क्या आप मुझे इतनी सारी साड़ियाँ देंगी ?” यह बात किसने कही ? कन्वारानी सा कि क्या प्रतिक्रिया थी ?
Answer:
When Vijay Bai sa saw a pile of saris for Sita’s marriage, she wondered. She asked her grandmother if she would give her so many saris also when she would be married. Thereupon Kanwarani sa affectionately told her that if she lived till her marriage she would give her saris of the best and embroidered silk. There would be such rejoicing in the ‘Jeevan Niwas’ Haveli that people of Udaipur would never forget it.
जब विजय बाई सा ने सीता के विवाह के लिये साड़ियों का एक ढेर देखा तो उसे आश्चर्य हुआ। उसने अपनी दादी से पूछा कि जब उसका विवाह होगा तो क्या उसे भी इतनी ही साड़ियाँ देंगी। इस पर कन्वा रानी सा ने उसे बताया कि यदि वह उसकी शादी तक जीवित रही तो वह उसे बेहतरीन और कढ़ाई किये हुए रेशम की साड़ियां देंगी। ‘जीवन निवास’ हवेली में इतनी खुशियाँ होगी कि उदयपुर निवासी उसको कभी नहीं भूलेंगे।
Question 4.
What was the unspoken desire of Bhagwat Singh ji’s wife ? How did Sarju react to the mistress’ sigh ?
भगवत सिंह जी की पत्नी की अनकही इच्छा क्या थी ? उनकी आह पर सरजू ने क्या प्रतिक्रिया की ?
Answer:
Bhagwat Singh ji’s wife told Pari that if Geeta had no prejudice against Daulat Singh ji’s wife, she would have been preparing for Vijay’s engagement, but it was not her fate. There upon Pari shook her head. But Sarju remarked “Hukkam ! If Vijay Bai sa is destined to go to Daulat Singh ji’s haveli as his daughter-in-law, she will. Not even Binniji can prevent it.”
भगवत सिंह जी की पत्नी ने परी से कहा यदि गीता को दौलत सिंह जी की पत्नी की ओर पूर्वाग्रह ना होता तो वह विजय की सगाई की रस्म की तैयारी करती होती। परन्तु उसका ऐसा भाग्य कहाँ ? इस पर परी ने अपना सिर हिला दिया। परन्तु सरजू ने कहा, “यदि विजय बाई सा के भाग्य में दौलत सिंह जी की हवेली में उसकी पुत्र वधू के रूप में जाना लिखा है तो वह तो अवश्य ही जायेगी। बिन्नी जी भी उसे नहीं रोक सकती।”
Question 5.
Comment on Bhagwat Singhji’s wife’s sadness when Sita was going to be married.
जब सीता का विवाह हो रहा था तो भगवत सिंह जी की पत्नी की उदासी पर अपनी राय बतायें।
Answer:
Sita was a servant’s daughter whose mother had left her when she was in the suckling state. But her wedding was a family celebration as it had the full support of the mistress. But the mistress had watched the festivities with a sad heart. She could not forget Sita’s mother, Lakshmi especially when she was somewhere in the city. The mistress wept quietly. She felt that the parents’ presence was essential on the wedding of their daughter.
सीता एक नौकर की लड़की थी जिसकी माँ उसे उस समय छोड़ कर चली गई जब वह माँ का दूध पीने की अवस्था में थी। परन्तु उसका विवाह हवेली के पर्व जैसा था क्योंकि उसे मालकिन का पूरा समर्थन था। परन्तु मालकिन ने इन खुशियों को दु:खी हृदय से देखा था। वह सीता की मां लक्ष्मी को नहीं भूल सकी और विशेषकर उस समय जबकि वह शहर में थी। वह महसूस कर रही थी कि माता-पिता की उपस्थिति उनकी बेटी के विवाह पर अति आवश्यक है।