RBSE Solutions for Class 12 English Prudence Poetry Chapter 1 A Lecture Upon the Shadow
Rajasthan Board RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 1 A Lecture Upon the Shadow
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 1 Textual Questions
(A) Choose the correct alternative :
Question 1.
“Stand still and I will read to thee ……………” Whom does ‘I’ refer to ?
(i) The poet himself
(ii) Lover/beloved
(iii) God.
(iv) None of these
Answer:
(i) The poet himself
Question 2.
“So whilst our infant loves did grow ……….” What does “infant loves’ mean here?
(i) Baby’s love
(ii) Love at its initial stage
(iii) Love in its maturity
(iv) Mutual love
Answer:
(ii) Love at its initial stage
(B) Answer the following questions in 15-20 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 15-20 शब्दों में दीजिए :
Question 1.
What does shadow mean in this poem ?
इस कविता में परछाईं का क्या अर्थ है?
Answer:
In this poem, shadow refers to the duality in the lovers’ personality, their flows, their secrets, their distrust of each other.
इस कविता में परछाई का अर्थ प्रेमियों के व्यक्तित्व में दोहरेपन से, उनकी कमियों, गुप्त कारणों, एक दूसरों के प्रति अविश्वास से है।
Question 2.
“We do those shadows tread”. What does this line symbolize?
“हम इन परछाइयों पर चलते हैं।” इस वाक्य का क्या प्रतीकात्मक अर्थ है?
Answer:
“We do those shadows tread”, this line symbolizes that lovers finally overcome their distrust, merge their identities and become one.
“हम इन परछाइयों पर चलते हैं, इस वाक्य का प्रतीकात्मक अर्थ है कि अन्त में प्रेमी अपने अविश्वास को जीत लेते हैं, अपनी पहचान को एक दूसरे में लीन कर देते हैं और एक हो जाते हैं।
Question 3.
What do you understand by “Disguise” ?
“वास्तविक रूप छिपाना’ से आप क्या समझते हो?
Answer:
‘Disguise’ means false behaviour, secrets and distrusts which characterise love in its initial stages between two lovers.
वास्तविक रूप छिपाना’ का अर्थ है झूठा व्यवहार, गुप्त कारण और अविश्वास जो दो प्रेमियों के बीच प्रेम के प्रारम्भिक स्तरों में पाये जाते हैं।
Question 4.
How will the shadows blind the eyes ?
परछाईयाँ हमारी आँखों को कैसे अन्धा कर देंगी?
Answer:
Shadows mean differences between the lovers. When they appear, they do not let the lovers see their love for each other.
परछाईयों का अर्थ है प्रेमियों के बीच मतभेद। जब ये प्रकट होते हैं तो वे प्रेमियों को एक दूसरे के प्रति प्रेम को देखने ही नहीं देते हैं।
Question 5.
“The morning shadows wear away.” What does morning shadows refer to ?
‘सुबह की परछाईयाँ दूर हो जाती हैं”, सुबह ही परछाइयाँ किस बात की ओर संकेत करती हैं?
Answer:
Morning shadows refer to the differences and distrusts at the initial stages of the growing love between lovers.
सुबह की परछाईयाँ प्रेमियों के बीच बढ़ते हुये प्रेम के प्रारम्भिक स्तरों पर मतभेदों और अविश्वासों की ओर संकेत करती हैं।
(C) Answer the following questions in 50 words each :
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में दीजिए :
Question 1.
How do the shadows before noon differ from the shadows of afternoon? (S.s. Exam 2016)
दोपहर से पूर्व की और दोपहर के बाद की परछाईयाँ किस प्रकार भिन्न होती हैं ?
Answer:
The shadows before noon constantly grow shorter. At the time of noon, they vanish altogether. Then in the afternoon, they constantly grow longer. The shadows before noon represent the lover and the beloved coming closer. At noon, they reach the stage of absolute love. The shadows after noon represent their moving apart.
दोपहर से पूर्व की परछाईयाँ लगातार छोटी होती रहती हैं। दोपहर के समय वे पूरी तरह गायब हो जाती हैं। फिर दोपहर के बाद वे लगातार लम्बी होती जाती हैं। दोपहर से पूर्व की परछाईयाँ प्रेमी व प्रेमिका की बढ़ती घनिष्ठता की प्रतीक हैं। दोपहर के समय वे शुद्ध व पूर्ण प्रेम की अवस्था पर पहुँच जाते हैं। दोपहर के बाद की परछाईयाँ उनके दूर होने की प्रतीक हैं।
Question 2.
Love is described as light. What makes the poet talk about shadows ?
प्रेम का प्रकाश के रूप में वर्णन किया गया है। कवि परछाईयों के बारे में क्यों बात करता है ?
Answer:
Shadows are the symbol of darkness and gloom. Though love is a constant light; it is always prone to be overcome by shadows. If the lovers can’t keep their love in its absolute state, it comes to an end. The light of their love having gone, they fall into the darkness of gloom.
परछाईयाँ अंधकार व दु:ख की प्रतीक हैं। यद्यपि प्रेम एक स्थाई प्रकाश है परन्तु इसके परछाईयों के प्रभाव में आने की सम्भावना सदा बनी रहती है। यदि प्रेमी अपने प्रेम को उसकी शुद्ध व पूर्ण अवस्था में बनाये नहीं रख पाते हैं तो वह समाप्त हो जाता है। उनके प्रेम के प्रकाश के समाप्त हो जाने के बाद वे दु:ख के अन्धकार में गिर जाते हैं।
Question 3.
According to the poet what is the nature of true love ?
कवि के अनुसार सच्चे प्यार की प्रकृति किस प्रकार की होती है ?
Answer:
True love is beyond time, location and circumstances. True love has no degrees. It does not change with the passage of time. It never comes to an end. In true love, the lover and the beloved are wholly sincere to each other. True love does not tolerate any differences between the lover and the beloved.
सच्चा प्यार समय, स्थान तथा स्थितियों की परिधियों से परे होता है। वास्तविक प्यार की कोई सीमा या परिमाण नहीं है। यह समयानुसार परिवर्तित नहीं होता है। इसका कभी अन्त नहीं होता है। सच्चे प्रेम में प्रेमी व प्रेमिका एक-दूसरे के प्रति पूर्ण निष्ठा रखते हैं। सच्चा प्रेम प्रेमी और प्रेमिका के बीच कोई मतभेद सहन नहीं करता।
Question 4.
What do you understand by ‘Westwardly decline’?
‘पश्चिमोत्तर अवनति’ से क्या समझते हो?
Answer:
‘Westwardly decline’ means the gradual decline of the sun after noon towards the west. With reference to love, it means that love between the two lovers begins to decrease gradually. It loses its ardour after it has attained its highest point. Then lovers begin to behave falsely and keep secrets.
‘पश्चिमोत्तर अवनति’ का अर्थ दोपहर के बाद सूर्य के पश्चिम में धीरे-धीरे डूबने से है। प्यार के संदर्भ में इसका अर्थ है कि दो प्रेमियों के बीच प्रेम धीरे-धीरे कम होता जाता है। अपना चरम बिन्दु छूने के बाद यह | (प्रेम) अपना उत्साह खो देता है। फिर प्रेमी दिखावटी व्यवहार करने और बातों को गुप्त रखने लगते हैं।
(D) Answer the following questions in 100 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 100 शब्दों में दीजिए :
Question 1.
What is the central idea of the poem ? Explain.
इस कविता का केन्द्रीय भाव क्या है?
Answer:
The poem, “A Lecture upon the Shadow” is an expression of John Donne’s philosophy of love. He believes that initially, lovers have their secrets and distrusts of each other. But those are reduced as their love blossoms and flourishes. As the time passes, the secrets and distrusts begin to shroud the idealistic vision of the lovers. Their honesty and loyalty get weakened. They become disillusioned and disenchanted with each other when their expectations are not fulfilled as per their imagination. The poet believes that love should be constant. True love neither diminishes nor ends. It is immortal.
कविता ‘A Lecture Upon the Shadow’, कवि John Donne के प्यार के दर्शन की अभिव्यक्ति है। उसका विश्वास है कि प्रारम्भ में, प्रेमियों के अपने छिपे हुये कारण और एक दूसरे के प्रति अविश्वास होते हैं। लेकिन ये कम होते जाते हैं जैसे-जैसे उनका प्यार बढ़ता है और फलता-फूलता है। जैसे-जैसे समय गुजरता है ये गुप्त कारण और अविश्वास प्रेमियों की आदर्शवादी कल्पना को ढकने लगते हैं। उनकी ईमानदारी और वफादारी कमजोर हो जाती है। जब उनकी आशायें वैसे पूरी नहीं होती जैसे वे कल्पना करते हैं तब उनका एक दूसरे के प्रति मोह-भंग हो जाता है। कवि का विश्वास है कि प्यार में स्थिरता होनी चाहिये। सच्चा प्यार न तो कम होता है और न समाप्त होता है। यह तो अमर होता है।
Question 2.
Critically appreciate the poem.
कविता का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिये।
Answer:
The poem “A Lecture Upon the Shadow” is one of the metaphysical poems composed by John Donne. Its theme is love between two lovers. Throughout the poem, the poet uses the figurative language of metaphors of shadows — shadows of morning, noon. By the use of such language the poet wants to convey the idea that differences in love’s initial stage keep decreasing. Then they totally vanish. After this the differences in love begin to grow and the lovers move apart. In the end, the poet suggests that though the infatuation exhausts itself, true love keeps its lustre alive. Te safari “A Lecture. upon the Shadow” John Donne
द्वारा रचित आध्यात्मिक कविताओं में से एक है। दो प्रेमियों के बीच प्रेम इसका विषय है। पूरी कविता में कवि ने प्रातः, दोपहर और दोपहर के बाद की परछाईयों के रूपकों की अलंकारिक भाषा का प्रयोग किया है। इस प्रकार की भाषा के प्रयोग द्वारा कवि यह विचार व्यक्त करना चाहता है कि आरंभिक अवस्था में प्रेम में मतभेद घटते जाते हैं। फिर वे पूरी तरह समाप्त हो जाते हैं। इसके पश्चात् प्रेम में दूरियां बढ़ने लगती हैं और प्रेमी दूर हो जाते हैं। अन्त में कवि यह संकेत देता है कि यद्यपि प्रेमोन्माद समाप्त हो जाता है, सच्चा प्रेम अपनी चमक को बराबर रखता है।
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 1 Additional Questions
Answer the following question in 50 words each :
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में दीजिए :
Question 1.
Comment on the use of the image of the shadows for the idea that the poet wants to convey. (S.S. Exam 2015)
कवि जो विचार व्यक्त करना चाहता है, उसके लिए परछाईयों की कल्पना के प्रयोग पर टिप्पणी कीजिए।
Answer:
The shadows keep growing shorter before noon. At noon, they do not exist at all and after noon, they start growing longer. Through the image of the shadows, the poet wants to convey the idea that differences in love’s initial stage keep decreasing. Then they totally vanish. After this stage, the differences in love begin to grow and the lovers move apart.
दोपहर से पहले परछाईयाँ छोटी होती जाती हैं, फिर दोपहर के समय वे बिल्कुल समाप्त हो जाती हैं तथा दोपहर बाद वे लम्बी होती जाती हैं। परछाईयों की कल्पना के माध्यम से कवि यह विचार व्यक्त करना चाहता है कि आरम्भिक अवस्था में प्रेम में मतभेद घटते जाते हैं। फिर वे पूरी तरह गायब हो जाते हैं। इस अवस्था के बाद प्रेम में दूरियाँ बढ़ने लगती हैं और प्रेमी दूर होते जाते हैं।
Question 2.
The poet seems to be addressing his beloved in the poem. What is the message he wishes to convey to her ?
इस कविता में कवि अपनी प्रेमिका को सम्बोधित करता हुआ प्रतीत होता है। वह उसे क्या सन्देश देना चाहता है ?
Answer:
The poet wishes to convey to his beloved that she should love him sincerely. Their love should be true and long lasting. It should not wither away with the passage of time. They should have no differences between them. He wants to tell her that once they reach the height of love, they must retain it. They must not let it vanish.
कवि अपनी प्रेमिका को यह बताना चाहता है कि वह उससे सच्चा प्रेम करे। उनका प्रेम सच्चा व स्थाई हो। यह समय गुजरने के साथ मुरझा न जाये (कमज़ोर न पड़ जाये)। उनके (कवि और उसकी प्रेमिका के) बीच कोई दूरियां या मतभेद न हों। वह उससे कहना चाहता है कि एक बार जब वे अपने प्रेम की पराकाष्ठा पर पहुँच जायें तो उन्हें उसे बनाये रखना चाहिए। उन्हें इसे खोने नहीं देना चाहिए।
Question 3.
Instead of ‘A Lecture upon Love’ the poet calls the poem ‘A Lecture upon the Shadow’. What is the effect that this has on our reading of the poem?
कवि ने कविता का शीर्षक ‘A Lecture upon Love’ के बजाय ‘A Lecture upon the Shadow’ रखा है। जब हम कविता को पढ़ते हैं तो इसका हमारे ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है?
Answer:
The effect of this title is surprising because it adds to our curiosity as we read the poem. Love is generally understood as attraction, attachment or a bond. But in fact love is the shadow of devotion. This devotion is the true form of love. Hence, shadow is the best imagery of love that poet has adopted here in the poem.
इस शीर्षक का आश्चर्यजनक प्रभाव पड़ता है क्योंकि जब हम कविता को पढ़ते हैं तो यह हमारी उत्सुकता बढ़ा देती है। प्रेम को सामान्यतः आकर्षण, जुड़ाव या एक बन्धन समझ लिया जाता है। लेकिन वास्तव में, प्रेम समर्पण की परछाई है। यह समर्पण ही प्रेम का सच्चा रूप है। इसलिए परछाई प्रेम की सर्वोत्तम कल्पना है जो कवि ने यहाँ इस कविता में प्रयुक्त की है।
Question 4.
Define the shadows of morning, noon and after noon.
प्रात:कालीन, दोपहर और दोपहर बाद की परछाईयों को परिभाषित कीजिए।
Answer:
Morning shadows keep growing shorter. At noon, they altogether vanish. Then after noon, they start growing longer and longer by evening. These correspond to the three stages of love. Differences between lovers keep decreasing in the beginning. Then they (differences) totally disappear. If love is not retained at this stage, they start growing again.
प्रात:काल की परछाईयाँ छोटी होती जाती हैं। दोपहर में वे बिल्कुल गायब हो जाती हैं। फिर दोपहर के बाद वे शाम तक लम्बी, और लम्बी होती जाती हैं। ये प्रेम की तीन अवस्थाओं की प्रतीक होती हैं। प्रेम के आरम्भ में प्रेमियों के बीच की दूरियाँ कम होती जाती हैं। फिर वे पूरी तरह गायब हो जाती हैं। यदि प्रेम को इस स्थिति में न रोक लिया जाये तो वे (आपस की दूरियां) पुनः बढ़ने लगती हैं।
Question 5.
‘What is love’s philosophy?
प्रेम का दर्शन क्या है ?
Answer:
Love’s philosophy is that it keeps growing in its initial stage. Then comes the stage when it reaches its peak. If it is not retained at this height, it comes to an end. The shadows or differences in love bring its end. Hence, the lover and the beloved must keep no shadows or differences between them.
प्रेम का दर्शन यह है कि अपनी प्रारम्भिक अवस्था में प्रेम बढ़ता रहता है। फिर वह स्थिति आती है जब यह अपनी पराकाष्ठा पर पहुँच जाता है। यदि इसे इस ऊँचाई पर न बनाये रखा जाये तो यह समाप्त हो जाता है। प्रेम में परछाईयाँ या मतभेद इसे समाप्त कर देते हैं। इसलिए प्रेमी और प्रेमिका को अपने बीच कोई परछाईयाँ या मतभेद नहीं रखने चाहिए।
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 1 Long Answer Type Questions
Answer the following questions in about 100 words each :
Question 1.
What does the shadows being trodden signify?
परछाईयों को कुचला जाना किस बात का प्रतीक है ?
Answer:
Shadows are the symbol of one’s ego, of one’s consciousness towards one’s separate identity. Their being trodden signifies the end of the ego. It means a person’s oneness with the supreme soul i.e. God. When a person treads his shadow or loses the sense of self, he considers himself to be one with the Maker of universe. At this stage all differences between God and him disappear. This is the state of permanent bliss. All things become clear. The duality of love is removed. The person considers himself to be one with God.
परछाईयाँ व्यक्ति के अहं की, अपने पृथक व्यक्तित्व के प्रति उसकी चेतनता की प्रतीक हैं। उनके कुचले जाने का अभिप्राय है – अहं का अन्त। इसका तात्पर्य है – व्यक्ति का सर्वोच्च आत्मा अर्थात् परमात्मा अथवा ईश्वर के साथ एक हो जाना। जब व्यक्ति अपनी परछाई को कुचल देता है अथवा स्वत्व के भाव को खो देता है (समाप्त कर देता है) तो वह स्वयं को ब्रह्माण्ड के निर्माता के साथ एकीभूत समझने लगता है। इस स्थिति में ईश्वर और उसके बीच की सभी दूरियाँ (मतभेद) समाप्त हो जाती हैं। यह परमानन्द की स्थिति होती है। सभी चीजें स्पष्ट हो जाती हैं। प्रेम का दोहरापन खत्म हो जाता है। व्यक्ति ईश्वर के साथ एकाकार मानता है।
Question 2.
John Donne is famous as a metaphysical poet. Explain this poem in metaphysical terms.
जॉन डॉन एक रहस्यवादी कवि के रूप में प्रसिद्ध हैं। इस कविता की रहस्यवाद के पक्ष में व्याख्या कीजिए।
Answer:
The poem seems to be the poet’s address to his beloved. In metaphysical terms, the poet presents himself as the beloved and assumes God to be the lover. He wants that they should love each other most sincerely. There should be no differences between them. Their love should keep growing day by day. Shadows being symbolical of the feeling of self, the poet wishes to tread them. He wants to end all the differences between God and himself. By treading over shadows, he wants to be one with God. He wants to retain this state of oneness with God forever.
यह कविता कवि के द्वारा उसकी प्रेमिका को सम्बोधित प्रतीत होती है। रहस्यवाद में, कवि स्वयं को प्रेमिका के रूप में प्रस्तुत करता है और ईश्वर को प्रेमी मान लेता है। वह चाहता है कि वे दोनों (ईश्वर तथा वह स्वयं) एक-दूसरे को सर्वाधिक सच्चा प्रेम करें। उनके बीच कोई दूरियाँ न हों। उनका प्रेम दिन-प्रतिदिन बढ़ता जाये। चूँकि परछाईयाँ स्वत्व की भावना (अहं) की प्रतीक हैं अतः कवि उन्हें कुचल देना चाहता है। वह ईश्वर और स्वयं के बीच की सभी दूरियाँ (भेद) समाप्त कर देना चाहता है। परछाईयों को कुचलकर वह ईश्वर के साथ एकीभूत हो जाना चाहता है। वह ईश्वर के साथ एकीभूत होने की इस स्थिति को सदा बनाये रखना चाहता है।