UK Board 9th Class Social Science – (भूगोल) – Chapter 6 जनसंख्या
UK Board 9th Class Social Science – (भूगोल) – Chapter 6 जनसंख्या
UK Board Solutions for Class 9th Social Science – सामाजिक विज्ञान – (भूगोल) – Chapter 6 जनसंख्या
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1 – निम्नलिखित विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए-
(i) निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में प्रवास, आबादी की संख्या, वितरण एवं संरचना में परिवर्तन लाता है-
(क) प्रस्थान करने वाले क्षेत्र में
(ख) आगमन वाले क्षेत्र में
(ग) प्रस्थान एवं आगमन दोनों क्षेत्रों में
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर- (ग) प्रस्थान एवं आगमन दोनों क्षेत्रों में।
(ii) जनसंख्या में बच्चों का एक बहुत बड़ा अनुपात निम्नलिखित में से किसका परिणाम है-
(क) उच्च जन्म-दर
(ख) उच्च मृत्यु-दर
(ग) उच्च जीवन-दर
(घ) अधिक विवाहित जोड़े।
उत्तर— (क) उच्च जन्म-दर।
(iii) निम्नलिखित में कौन-सा एक जनसंख्या वृद्धि का परिणाम दर्शाता है?
(क) एक क्षेत्र की कुल जनसंख्या
(ख) प्रत्येक वर्ष लोगों की संख्या में होने वाली वृद्धि
(ग) जनसंख्या वृद्धि की दर
(घ) प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या।
उत्तर- (ख) प्रत्येक वर्ष लोगों की संख्या में होने वाली वृद्धि ।
(iv) 2011 की जनगणना के अनुसार एक ‘साक्षर’ व्यक्ति वह है-
(क) जो अपने नाम को पढ़ एवं लिख सकता है
(ख) जो किसी भी भाषा में पढ़ एवं लिख सकता है
(ग) जिसकी उम्र 7 वर्ष है तथा वह किसी भी भाषा को समझ के साथ पढ़ एवं लिख सकता है
(घ) जो पढ़ना-लिखना एवं अंकगणित, तीनों जानता है।
उत्तर— (ग) जिसकी उम्र 7 वर्ष है तथा वह किसी भी भाषा को समझ के साथ पढ़ एवं लिख सकता है।
प्रश्न 2 – निम्नलिखित के उत्तर संक्षेप में दें-
(i) जनसंख्या वृद्धि के महत्त्वपूर्ण घटकों की व्याख्या करें।
उत्तर – जनसंख्या वृद्धि का अर्थ होता है, किसी विशेष समय – अन्तराल में किसी देश या राज्य के निवासियों की संख्या में परिवर्तन। इस जनसंख्या परिवर्तन के लिए निम्नलिखित तीन घटक उत्तरदायी होते हैं—
- जन्म-दर- एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों पर जन्म लेने वाले जीवित बच्चों की संख्या ‘जन्म-दर’ कहलाती है। जन्म दर जितनी अधिक होगी जनसंख्या में उतनी ही अधिक वृद्धि होगी ।
- मृत्यु – दर – एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों पर मरने वाले लोगों की संख्या को ‘मृत्यु-दर’ कहते हैं। यदि मृत्यु दर जन्म-दर से अधिक होगी तो जनसंख्या वृद्धि दर कम होगी किन्तु इसकी विपरीत स्थिति में जनसंख्या में वृद्धि अंकित होगी ।
- प्रवसन – व्यक्ति का एक स्थान या प्रदेश से दूसरे प्रदेश में चले जाना ‘प्रवसन’ कहलाता है। इसके अन्तर्गत जिस प्रदेश से लोग जाते हैं उस प्रदेश की जनसंख्या में कमी आ जाती है तथा जिस प्रदेश में पहुँचते हैं उस प्रदेश की जनसंख्या में वृद्धि होने लगती है।
(ii) 1981 से भारत में जनसंख्या की वृद्धि दर क्यों घट रही है?
उत्तर – भारत में 1951 से 1981 तक जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हुई है। 1981 में जनसंख्या वृद्धि – दर धीरे-धीरे कम होने लगी है। इसका मुख्य कारण जन्म दर में कमी आना है। क्योंकि देश में साक्षरता को बढ़ाया गया है इसलिए जनसामान्य जनसंख्या नियन्त्रण के प्रति पहले की अपेक्षा अधिक जागरूक हो गया है। सरकार ने भी जनसंख्या नियन्त्रण के लिए कई प्रयास किए हैं। इसी कारण जनसंख्या वृद्धि दर घट रही है। भारत में जहाँ 1981 में जनसंख्या वृद्धि – दर 2.22 थी वह 1991 में घटकर 2.4 तथा 2001 में घटकर 1.93% तथा 2011 में 1.64% रह गई है।
(iii) आयु संरचना मृत्यु-दर तथा जन्म दर को परिभाषित करें।
उत्तर : आयु संरचना – आयु संरचना से अभिप्राय जनसंख्या को विभिन्न आयु वर्गों में विभाजित करने से है। भारत में आयु आधार पर जनसंख्या को तीन वर्गों में विभाजित किया गया है— (i) 0 से 14 वर्ष बाल जनसंख्या, (ii) 15-59 वर्ष वयस्क जनसंख्या, (iii) 60 वर्ष और उससे अधिक वृद्ध जनसंख्या । इन तीनों वर्गों में 0 से 14 वर्ष तथा 60 वर्ष से अधिक की जनसंख्या को सम्मिलित करने पर आश्रित जनसंख्या तथा 15-59 वर्ष के आयु वर्ग को अर्जक जनसंख्या माना जाता है। अर्जक वर्ग उत्पादन कार्य करके धन अर्जित करता है। यही जनसंख्या आश्रित जनसंख्या का निर्वाह करती है।
जन्म-दर—एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों में जितने जीवित बच्चों का जन्म होता है, उसे जन्म-दर कहते हैं।
मृत्यु-दर—एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों में मरने वालों की संख्या को मृत्यु दर कहते हैं।
(iv) प्रवास जनसंख्या परिवर्तन का एक कारक है।
उत्तर—लोगों का एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में जाना ‘प्रवास’ कहलाता है। प्रवास दो प्रकार का होता है-
- आन्तरिक प्रवास — यह प्रवास देश के भीतर होता है, इसलिए ‘आन्तरिक प्रवास’ कहलाता है।
- अन्तर्देशीय प्रवास – यह प्रवास दो देशों के मध्य होता है, इसलिए इसे अन्तर्देशीय प्रवास’ कहते हैं।
आन्तरिक प्रवास जनसंख्या के आकार में कोई परिवर्तन नहीं लाता है किन्तु यह एक देश के भीतर जनसंख्या के वितरण को
प्रभावित करता है। वास्तव में प्रवास जनसंख्या परिवर्तन का एक महत्त्वपूर्ण घटक माना जाता है। यह केवल जनसंख्या वितरण को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि इससे आयु, लिंग एवं व्यवसाय संरचना भी प्रभावित होती है। लिंग के दृष्टिकोण से ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या की संरचना में बड़े परिवर्तन का कारण प्रवास को ही माना जाता है। भारत में ग्रामीण तथा नगरीय प्रवास से शहरों तथा नगरों की जनसंख्या में नियमित वृद्धि हुई है। सन् 1951 में भारत में नगरीय जनसंख्या 17.29% थी जो प्रवास के कारण 2011 में बढ़कर 36-34% हो गई है। इसके फलस्वरूप एक दशक 2001-2011 के अन्दर दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगरों की संख्या 33 हो गई है। अतः यह कहा जा सकता है कि प्रवास जनसंख्या परिवर्तन का महत्त्वपूर्ण घटक है।
प्रश्न 3 – जनसंख्या वृद्धि एवं जनसंख्या परिवर्तन के बीच अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर- जनसंख्या वृद्धि एवं जनसंख्या परिवर्तन में अन्तर
| क्र०सं० | जनसंख्या वृद्धि | जनसंख्या परिवर्तन |
| 1. | जनसंख्या वृद्धि से अभिप्राय किसी प्रदेश में लोगों की संख्या बढ़ने से है। | जनसंख्या परिवर्तन से अभिप्राय जनसंख्या के स्वरूप में परिवर्तन से है। |
| 2. | यह जन्म-दर तथा मृत्यु-दर के अन्तर पर निर्भर होती है। | यह जन्म-दर, मृत्यु-दर के साथ-साथ प्रवास पर भी निर्भर होता है। |
| 3. | इस प्रक्रिया में जनसंख्या आकार में परिवर्तन आता है। | इस प्रक्रिया में जनसंख्या वितरण तथा व्यावसायिक संरचना में परिवर्तन आता है। |
प्रश्न 4 – व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच क्या सम्बन्ध है?
उत्तर – व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच गहरा सम्बन्ध पाया जाता है। व्यवसायों को मुख्य रूप से तीन वर्गों में विभाजित किया जाता है— प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक ।
इन तीनों व्यवसायों में लगे लोगों की संख्या के आधार पर ही आज विश्व को विकसित एवं विकासशील देशों के समूह में रखा जाता है, क्योंकि-
- यदि किसी देश के अधिकतर लोग प्राथमिक क्रियाकलापों में कार्यरत हैं तो वह देश ‘विकासशील देश’ कहलाता है।
- यदि किसी देश में अधिकतर लोग द्वितीयक एवं तृतीयक क्रियाकलापों में कार्यरत हैं तो वह देश ‘विकसित देश’ कहलाता है।
हमारे देश की अर्थव्यवस्था अभी विकासशील है, क्योंकि देश की लगभग 64% जनसंख्या प्राथमिक क्रियाकलापों (कृषि, वानिकी, पशुपालन आदि) से अपनी जीविका चलाती है। इसके विपरीत अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान आदि देशों की अर्थव्यवस्था विकसित है क्योंकि इन देशों की अधिकांश जनसंख्या – विनिर्माण उद्योग, वाणिज्य, संचार, परिवहन आदि द्वितीयक एवं तृतीयक क्रियाकलापों से अपनी जीविका चलाती है।
अतः व्यावसायिक संरचना और विकास में घनिष्ठ सम्बन्ध पाया जाता है।
प्रश्न 5 – स्वस्थ जनसंख्या कैसे लाभकारी है?
उत्तर – किसी देश के विकास में स्वस्थ जनसंख्या मानव शक्ति के रूप में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सरकारी कार्यक्रमों के निरन्तर प्रयासों से भारत की जनसंख्या के स्वास्थ्य स्तर में महत्त्वपूर्ण सुधार हुआ है। मृत्यु दर में आई गिरावट तथा औसत आयु में हुई वृद्धि इसका प्रमाण है। 1951 में यहाँ मृत्यु दर प्रति हजार 25 थी जो 2011 में घटकर 7.2 प्रति हजार हो गई। इसी प्रकार औसत आयु जो 1951 में 36.7 वर्ष थी, 2011 में बढ़कर 67.9 वर्ष हो गई। स्वस्थ जनसंख्या के महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हैं-
- स्वस्थ जनसंख्या देश का सबसे महत्त्वपूर्ण संसाधन होता हैजिसके उपयोग से देश का आर्थिक एवं सामाजिक विकास तीव्र गति से होने लगता है।
- स्वस्थ जनसंख्या आश्रित अनुपात को कम करके राष्ट्रीय आय की बुद्धि में सहायक होती है।
- स्वस्थ जनसंख्या द्वारा देश के प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग होता है।
प्रश्न 6 – राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, 2000 की मुख्य विशेषताएँ क्या है?
उत्तर- राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की विशेषताएँ
भारत में जनसंख्या वृद्धि तथा अनियोजित मानव संसाधन विकास से उत्पन्न समस्याओं के निराकरण के लिए एक सशक्त जनसंख्या नीति की आवश्यकता अनुभव की गई। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए देश में 1952 से जनसंख्या नीति कार्यान्वित की जा रही है। गत वर्षों से इस नीति का प्रमुख ध्येय जन्म दर पर नियन्त्रण तथा परिवार नियोजन (कल्याण) का विकास रहा है। नवीनतम जनसंख्या नीति 2000 ई० का लक्ष्य सन्ं 2045 ई० तक जनसंख्या को स्थिर करना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए निम्नलिखित बिन्दुओं या विशेषताओं पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने का प्रयास किया जा रहा है-
- विवाह आयु में वृद्धि करना तथा ऐसे कार्यक्रम का विकास करना जो देर से विवाह करने में सहायक हो ।
- 14 वर्ष तक की आयु के लिए स्कूली शिक्षा निःशुल्क तथा अनिवार्य करना ।
- प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर तक शिक्षा छोड़ने वाले छात्र – छात्राओं की संख्या कम करना ।
- लोगों के जीवन स्तर व गुणवत्ता में सुधार करना ।
- देश की विकास दर में वृद्धि करना ।
- किशोर / किशोरियों को असुरक्षित यौन सम्बन्धों के कुप्रभावों के बारे में शिक्षित करना।
- गर्भ निरोधक साधनों को पहुँच तथा खरीद के भीतर लाना और खाद्य सम्पूरक और पौषणिक सेवाएँ उपलब्ध करवाना।
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
• विस्तृत उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1— भारत में जनसंख्या वृद्धि के कारणों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर- भारत में जनसंख्या वृद्धि के कारण
भारत की जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हो रही है। जनसंख्या की यह वृद्धि हमारे लिए सर्वाधिक गम्भीर समस्या तथा चिन्ता का सबसे बड़ा कारण है। जनसंख्या की तीव्र वृद्धि के कारण हमारी प्रगति एवं विकास की सभी योजनाएँ असफल हो रही हैं। भारत में जनसंख्या की वृद्धि के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं-
- विवाह की अनिवार्यता तथा कम उम्र में विवाह — भारतीय धार्मिक अन्धविश्वासों तथा संस्कारों के कारण सभी स्त्री-पुरुषों के लिए विवाह अनिवार्य माना जाता है। इस अन्धविश्वास एवं प्रचलन के कारण सभी स्त्री-पुरुष विवाह करके बच्चों को जन्म देते हैं। इससे जनसंख्या में वृद्धि होती रहती है।
- गर्भ निरोधक सुविधाओं की कमी – आज भी भारतीय जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा अशिक्षित है। असंख्य पति-पत्नी गर्भ निरोधक सुविधाओं एवं साधनों के ज्ञान से प्रायः वंचित हैं। गर्भ निरोध के अनेक नवीन एवं अचूक उपायों का उन्हें ज्ञान नहीं है। इस अभाव के कारण चाहते हुए भी वे परिवार को सीमित नहीं रख पाते तथा जनसंख्या में निरन्तर वृद्धि होती रहती है।
- गर्म जलवायु – भारत में सामान्य रूप से गर्म जलवायु पायी जाती है। यह एक जैविक तथ्य है कि गर्म जलवायु में प्रजनन क्षमता अधिक होती है। प्रजनन क्षमता अधिक होने के कारण जन्म-दर अधिक होती है।
- मृत्यु दर का घटना — आधुनिक युग में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विज्ञान के विकास से भारत में मृत्यु दर में कमी आई है किन्तु जन्म- दर अधिक बने रहने के कारण जनसंख्या वृद्धि दर अधिक बनी हुई है।
उपर्युक्त कारणों के अतिरिक्त देश में साक्षरता की कमी, धार्मिक मान्यता, मनोरंजन के साधनों का अभाव, संयुक्त परिवार प्रथा आदि कारण भी जनसंख्या वृद्धि के लिए उत्तरदायी हैं।
प्रश्न 2 – भारत की वर्तमान व्यावसायिक संरचना में परिवर्तन लाना क्यों आवश्यक है? पाँच कारण बताते हुए स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – भारत की वर्तमान जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना में अत्यधिक असन्तुलन है। यहाँ आज भी कार्यशील जनसंख्या का 64% भाग केवल कृषि कार्यों में संलग्न है। द्वितीयक एवं तृतीयक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों की संख्या का अनुपात क्रमश: 13% तथा 20% है। वर्तमान में बढ़ते औद्योगीकरण एवं सूचना प्रौद्योगिकी में आई तेजी के कारण व्यावसायिक संरचना में परिवर्तन की सम्भावना प्रबल हुई है। वर्तमान व्यावसायिक संरचना के आधार पर इस सम्बन्ध में अन्य विशेष परिवर्तन क्यों आवश्यक हैं, इसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं—
- देश की अर्जक जनसंख्या का केवल 13% भाग ही उद्योगों में लगा है जो अत्यन्त कम है।
- हमारी जनसंख्या का केवल 20% भाग ही अर्थव्यवस्था के गौण क्षेत्र में लगा है जो अपर्याप्त है।
- गौण क्षेत्र में कम जनसंख्या लगने से राष्ट्रीय आय कम प्राप्त होती है।
- कृषि क्षेत्र सीमित है जिस पर अधिक जनसंख्या निर्भर रहने से प्रति व्यक्ति आय कम प्राप्त होती है।
- देश की प्रगति और विकसित राष्ट्र बनने के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि देश की अधिक जनसंख्या विनिर्माण एवं अन्य गौण कार्यों में संलग्न हो जिससे उत्पादन क्षेत्र में वृद्धि होकर राष्ट्रीय आय में वृद्धि हो सकें।
• लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1 – जनसंख्या के अध्ययन का क्या महत्त्व है?
उत्तर – जनसंख्या महत्त्वपूर्ण मानवीय संसाधन है। जनसंख्या का वह भाग जो गुणवत्ता (शिक्षा एवं श्रम) के आधार पर आर्थिक विकास में योगदान देता है, मानव संसाधन कहलाता हैं। मानव संसाधन को समस्त प्राकृतिक संसाधनों का उपभोगकर्त्ता तथा नियन्त्रक माना जाता है।
जनसंख्या के अध्ययन से मानव संसाधन की पहचान होती है तथा जनसंख्या की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का आकलन करके विकास सम्बन्धी नीतियों का निर्धारण किया जाता है और योजनाएँ बनाई जाती हैं। इतना ही नहीं, जनसंख्या अध्ययन से हमें देश में जनसंख्या घनत्व, व्यावसायिक संरचना, आयु संरचना, सामाजिक संरचना (जाति, धर्म, संरक्षण आदि) के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध होती है। इसी के अध्ययन से देश में समस्त विकास योजनाओं का लक्ष्य निर्धारित कर विकास को गति प्रदान की जाती है।
प्रश्न 2 – आदर्श अथवा अनुकूलतम जनसंख्या की अवधारणा की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर- आदर्श जनसंख्या की अवधारणा
आदर्श अथवा अनुकूलतम जनसंख्या वह जनसंख्या है जिसके बाद जनसंख्या बढ़ते जाने पर हमारे प्राकृतिक तथा आर्थिक साधनों में वृद्धि नहीं होती है। इस बिन्दु के बाद जनसंख्या वृद्धि की प्रत्येक इकाई के साथ प्राकृतिक तथा आर्थिक साधन उस अनुपात में नहीं बढ़ते जिस अनुपात में जनसंख्या में वृद्धि होती है। अतः इस बिन्दु को आदर्श एवं इस सीमा के बाद की स्थिति को जनाधिक्य कहा जाता है। OX अक्ष पर जनसंख्या P बिन्दु तक धीरे-धीरे बढ़ती है, P बिन्दु तक हम कह सकते हैं कि जनसंख्या कम है। M बिन्दु तक प्रति व्यक्ति उपलब्ध उत्पादन में भी वृद्धि हो रही है । परन्तु इस M बिन्दु के बाद उत्पादन वक्र नीचे की ओर झुकना प्रारम्भ हो जाता है। अतः अनुकूलतम या आदर्श जनसंख्या का आकार OP होगा । यदि जनसंख्या P बिन्दु के बाद भी बढ़ती जाती है तो हम कह सकते हैं कि जनाधिक्य हो रहा है।

प्रश्न 3 – भारत में जनसंख्या वृद्धि के किन्हीं दो कारणों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर – भारत में जनसंख्या वृद्धि के दो कारण निम्नलिखित हैं—
- मृत्यु-दर का घटना – भारत में मृत्यु – दर निरन्तर घटती जा रही है। मृत्यु दर में इस गिरावट का प्रमुख कारण आधुनिक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से भारत में विगत् कुछ दशकों से मृत्यु-दर में निरन्तर कमी आई है, जबकि उसी अनुपात में जन्म दर में कमी नहीं हो पायी है। यही कारण है कि भारत में जनसंख्या वृद्धि तीव्र गति से होती जा रही है।
- परिवार नियोजन (कल्याण) सुविधाओं की कमीभारतीय जनसंख्या का एक बड़ा भाग आज भी अशिक्षित है। असंख्य दम्पती परिवार नियोजन (कल्यापा) सुविधाओं (गर्भ निरोधक उपाय ) एवं साधनों से अनभिज्ञ हैं। अतः देश के अधिकांश गरीब एवं अशिक्षित व्यक्ति परिवार नियोजन कार्यक्रमों को नहीं अपना पाते, फलस्वरूप वे जनसंख्या वृद्धि में निरन्तर सहयोग करते रहते हैं।
प्रश्न 4 – जनसंख्या वृद्धि को रोकने के किन्हीं दो सरकारी कार्यक्रमों की विवेचना कीजिए ।
उत्तर – जनसंख्या वृद्धि को रोकने के दो सरकारी कार्यक्रम निम्नलिखित हैं-
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार – सरकार ने देशवासियों की आर्थिक क्षमता को बनाए रखने के लिए उनकी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है तथा खण्ड विकास स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा परिवार नियोजन (कल्याण) केन्द्रों की स्थापना की है।
- शिक्षा का प्रचार-प्रसार – परिवार के आकार को सीमित रखने के लिए शिक्षा का प्रचार- प्रसारं महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है। इसी कारण सरकार ने देश में अनिवार्य शिक्षा नीति, सर्वशिक्षा अभियान, प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम तथा महिला शिक्षा में वृद्धि हेतु अन्य अनेक कार्यक्रम लागू किएं हैं। इससे महिलाओं को आर्थिक स्वतन्त्रता प्राप्त होगी तथा वे परिवार कल्याण के प्रति स्वतः ही सजग होकर जनसंख्या वृद्धि को नियन्त्रित करने में सहयोग प्रदान कर सकेंगी।
प्रश्न 5 – ‘जनसंख्या विस्फोट’ से आप क्या समझते हैं? इससे उत्पन्न किन्हीं दो समस्याओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर- जनसंख्या विस्फोट
जब किसी देश में उपलब्ध संसाधनों की अपेक्षा जनसंख्या अधिक हो जाती है तथा मृत्यु – दर एवं जन्म – दर के बढ़ते अन्तराल के कारण जनसंख्या वृद्धि दर भी अधिक होती है तो उसे ‘जनसंख्या विस्फोट’ कहते हैं।
जनसंख्या विस्फोट से उत्पन्न दो समस्याएँ
- आर्थिक विकास की निम्न-दर- भारत में तीव्र गति से बढ़ती हुई जनसंख्या देश के आर्थिक विकास की दर से कहीं आगे बढ़ती जा रही है। इसी कारण आज भी देश की लगभग 26% जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे अपना जीवनयापन कर रही है।
- मूलभूत सुविधाओं की कमी – भारत में तीव्र जनसंख्या वृद्धि के कारण जनसंख्या एक समस्या बनती जा रही है जिसके लिए भोजन, वस्त्र, आवास, शुद्ध पेयजल, रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं तथा आवश्यकताओं की आपूर्ति करना कठिन होता जा रहा है।
प्रश्न 6 – भारत में तीव्र जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न कोई चार समस्याएँ बताइए।
उत्तर— भारत की जनसंख्या में बहुत तीव्र गति से वृद्धि हुई है। तीव्र जनसंख्या वृद्धि के कारण देश में निम्नलिखित चार प्रमुख समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं-
- तीव्र जनसंख्या वृद्धि के कारण भारत में आज भी लगभग 26% लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन कर रहे हैं।
- बेरोजगारी की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, क्योंकि जिस अनुपात जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, उस अनुपात में आजीविका के साधन नहीं बढ़ पा रहे हैं।
- तीव्र जनसंख्या वृद्धि के कारण पर्यावरण प्रदूषण की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
- जनाधिक्य के कारण जन-सेवाओं; यथा— शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवहन एवं संचार तथा शुद्ध पेयजल आदि का अभाव हो गया है।
• अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1 – लिंग अनुपात की परिभाषा दीजिए।
उत्तर— प्रति एक हजार पुरुषों की जनसंख्या में स्त्रियों की संख्या को लिंग अनुपात या स्त्री-पुरुष अनुपात कहते हैं।
प्रश्न 2 – जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले कोई दो कारक लिखिए।
उत्तर— जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले दो कारक – (i) जलवायु की अनुकूलता एवं प्रतिकूलता (तापमान, वर्षा, आर्द्रता आदि ) तथा (ii) धरातलीय संरचना (पर्वत, पठार, मैदान आदि)।
प्रश्न 3 – भारत में तीव्र जनसंख्या वृद्धि के फलस्वरूप उत्पन्न चार प्रमुख समस्याओं का उल्लेख कीजिए।
अथवा तीव्र जनसंख्या वृद्धि के किन्हीं दो कुप्रभावों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर— (1) निर्धनता में वृद्धि, (2) बेरोजगारी में वृद्धि व आजीविका के साधनों में कमी, (3) आधारभूत सुविधाओं का अभाव, (4) पर्यावरण प्रदूषण में वृद्धि ।
प्रश्न 4 – मानव विकास की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन-सा स्थान (Rank) है?
उत्तर— मानव विकास की दृष्टि से वर्ष 2019 के उपलब्ध आँकड़ों के आधार पर 162 देशों में भारत का विश्व में 109वाँ स्थान है।
प्रश्न 5- अनुकूलतम जनसंख्या से क्या अभिप्राय है?
उत्तर – यदि देश में जनसंख्या उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के अनुपात में है तो वह अनुकूलतम जनसंख्या कहलाती है।
प्रश्न 6 – जनाधिक्य किसे कहते हैं?
उत्तर – यदि संसाधनों की तुलना में जनसंख्या अधिक है तो उसे ‘जनाधिक्य’ या ‘जनातिरेक’ (over population) कहा जाता है। उदाहरणस्वरूप, यूनाइटेड किंगडम में जनाधिक्य नहीं है, क्योंकि वहाँ संसाधन पर्याप्त हैं।
प्रश्न 7 – जनसंख्या के घनत्व को प्रभावित करने वाले किन्हीं दो प्रमुख कारकों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर— जनसंख्या घनत्व को प्रभावितं करने वाले दो प्रमुख कारक इस प्रकार हैं- (1) तीव्र औद्योगिक विकास, (2) समतल उपजाऊ मैदानी भूमि। यह दोनों कारक किसी क्षेत्र के आर्थिक विकास को तीव्र गति प्रदान करते हैं जिसके आकर्षण में ऐसे क्षेत्र के जनसंख्या घनत्व में वृद्धि होने लगती है।
प्रश्न 8 – विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाले दो देशों के नाम लिखिए।
उत्तर— विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाले दो देश चीन तथा भारत हैं।
• बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1— सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या है—
(a) 103 करोड़
(b) 121 करोड़
(c) 150 करोड़
(d) 155 करोड़
उत्तर – (b) 121 करोड़
प्रश्न 2 – क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है—
(a) पश्चिम बंगाल
(b) राजस्थान
(c) झारखण्ड
(d) मध्य प्रदेश
उत्तर – (b) राजस्थान
प्रश्न 3 – भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है—
(a) राजस्थान
(b) महाराष्ट्र
(c) केरल
(d) उत्तर प्रदेश
उत्तर – (d) उत्तर प्रदेश
प्रश्न 4 – सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत का प्रति वर्ग किमी जनसंख्या घनत्व है—
(a) 250
(b) 336
(c) 382
(d) 347
उत्तर – (c) 382
प्रश्न 5 – भारत के निम्नलिखित में से किस राज्य में सबसे अधिक जनघनत्व है-
(a) केरल
(b) बिहार
(c) राजस्थान
(d) पश्चिम बंगाल
उत्तर – (b) बिहार
प्रश्न 6 – बिहार का प्रति वर्ग किमी जनघनत्व (सन् 2011 में) है-
(a) 1102
(b) 980
(c) 1024
(d) 924
उत्तर – (a) 1102
प्रश्न 7 – विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है-
(a) चीन
(b) भारत
(c) जापान
(d) ऑस्ट्रेलिया ।
उत्तर – (a) चीन
