UK Board Class 10 Hindi – वाच्य : कर्तृवाच्य, अकर्तृवाच्य
UK Board Class 10 Hindi – वाच्य : कर्तृवाच्य, अकर्तृवाच्य
UK Board Solutions for Class 10 Hindi – वाच्य : कर्तृवाच्य, अकर्तृवाच्य
वाच्य
अर्थ एवं परिभाषा – ‘वाच्य’ का शाब्दिक अर्थ है ‘बोलने का विषय’ । “क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि क्रिया द्वारा किए गए विधान का केन्द्रबिन्दु कर्त्ता है, कर्म है या भाव है, उसे ‘वाच्य’ कहते हैं।” उदाहरणतया-
1. मोहन पुस्तक पढ़ रहा है।
2. मोहन के द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है।
3. मोहन से अब नहीं पढ़ा जाता ।
उपर्युक्त तीनों वाक्यों में कर्त्ता ‘मोहन’ है, फिर भी वाक्य सं० (1) कर्तृवाच्य, (2) कर्मवाच्य, (3) भाववाच्य का उदाहरण है। कौन-सा वाक्य कर्तृवाच्य है और कौन-सा कर्मवाच्य या भाववाच्य, इसका निर्धारण उसमें कर्त्ता, कर्म या भाव की प्रमुखता से किया जाता है।
वाच्य के भेद
वाच्य के उपर्युक्त आधार पर दो प्रमुख भेद हैं-
1. कर्तृवाच्य, 2. अकर्तृवाच्य।
(1) कर्तृवाच्य – जिस वाक्य में कर्त्ता प्रमुख होता है, वहाँ कर्तृवाच्य होता है। इसमें कर्त्ता प्रथमा विभक्ति में होता है तथा क्रिया कर्त्ता के लिंग-वचन के अनुरूप होती है। उदाहरण के लिए-
1. मोहन खाता है।
2. लड़की गाती है।
3. गायें दूध देती हैं।
इन वाक्यों में ‘मोहन’ कर्त्ता पुल्लिंग एकवचन का है, इसलिए क्रिया भी पुल्लिंग एकवचन की है। इसी प्रकार ‘लड़की’ कर्त्ता स्त्रीलिंग एकवचन की है तो क्रिया भी स्त्रीलिंग एकवचन की आई है तथा ‘गायें’ स्त्रीलिंग बहुवचन है इसलिए क्रिया भी स्त्रीलिंग बहुवचन में है।
(2) अकर्तृवाच्य – जिन वाक्यों में कर्त्ता गौण अथवा लुप्त होता है, वहाँ अकर्तृवाच्य होता है। अकर्तृवाच्य के दो प्रमुख भेद हैं-
(i) कर्मवाच्य, (ii) भाववाच्य।
(i) कर्मवाच्य – जिस वाक्य में कर्म प्रमुख, कर्म के अनुरूप क्रिया का प्रयोग तथा कर्त्ता तृतीया विभक्ति (संकेत चिह्न ‘से’ या ‘द्वारा’) में होता है, वहाँ कर्मवाच्य होता है। उदाहरण के लिए-
1. मोहन के द्वारा पुस्तक पढ़ी गई ।
2. पुस्तक कलम से लिखी गई है।
उपर्युक्त वाक्यों में कर्त्ता तृतीया विभक्ति में है। यहाँ कर्म ‘पुस्तक’ तथा ‘कलम’ दोनों स्त्रीलिंग में हैं; अतः क्रिया भी स्त्रीलिंग में है। इसलिए ये वाक्य कर्मवाच्य के उदाहरण हैं।
(ii) भाववाच्य – जहाँ क्रिया का केन्द्र ‘भाव’ होता है, क्रिया के साथ कर्म नहीं होता तथा विभक्ति तृतीया ही लगती है, वहाँ भाव की प्रमुखता के कारण भाववाच्य होता है। उदाहरण के लिए-
1. मुझसे चला नहीं जाता।
2. वह अब नहीं चल सकती।
3. यह पुस्तक पिंकी पढ़ सकेगी।
उपर्युक्त वाक्यों में न चल पाने तथा पढ़ सकने के भाव व्यक्त किए गए हैं। यहाँ भाव प्रमुख हैं, इसलिए ‘भाववाच्य’ है।
पाठ्यपुस्तक ‘शिक्षार्थी व्याकरण और व्यावहारिक हिन्दी के प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1 – वाच्य का अर्थ स्पष्ट करते हुए उसके भेदों का विवेचन उदाहरणसहित कीजिए ।
उत्तर— वाच्य की परिभाषा
क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि क्रिया द्वारा किए गए विधान का केन्द्रबिन्दु कर्त्ता है, कर्म है या भाव है, उसे ‘वाच्य’ कहते हैं। “
वाच्य के प्रकार
वाच्य के तीन प्रकार होते हैं-
(1) कर्तृवाच्य – यहाँ कार्य का केन्द्रबिन्दु कर्त्ता होता है। उदाहरणतया-
मोहन पुस्तक पढ़ता है।
(2) कर्मवाच्य – यहाँ क्रिया का केन्द्रबिन्दु कर्म होता है। उदाहरणतया-
1. मोहन द्वारा पुस्तक पढ़ी गई ।
2. चावल से खीर बनाई गई।
(3) भाववाच्य – यहाँ क्रिया का केन्द्रबिन्दु क्रिया का भाव स्वयं होता है । उदाहरणतया-
1. मुझसे अब नहीं खाया जाता।
2. रवि से अब पढ़ा नहीं जाता।
प्रश्न 2 – निम्नलिखित वाक्यों के वाच्य बताइए-
(क) मुझसे गलती हो गई।
(ख) राम अभी नहीं सोया ।
(ग) मजदूरों ने एक साल में यह पुल तैयार किया।
(घ) बच्चे से गिलास टूट गया।
(ङ) मुझसे चला नहीं जाता।
उत्तर-
(क) कर्मवाच्य ।
(ख) कर्तृवाच्य |
(ग) कर्तृवाच्य।
(घ) कर्मवाच्य ।
(ङ) भाववाच्य।
प्रश्न 3 – निम्नलिखित वाक्यों में सही वाक्य पर सही (√) का निशान लगाइए और यदि कोई वाक्य गलत हो तो उसे शुद्ध कीजिए-
(क) शीला घर पर होगी।
(ख) मैंने काम करा |
(ग) मेरे को कल टिहरी जाना है।
(घ) मुझे दो सौ रुपये की जरूरत होवेगी ।
(ङ) राम ने बहुत बड़ी गलती करी ।
(च) मुझे दो किताबें चाहिए ।
(छ) मोहन सोहन को अपना कलम देगा।
(ज) कौन पत्र लिखा है।
उत्तर-
(क) √
(ख) मैंने काम किया।
(ग) मुझे कल टिहरी जाना है।
(घ) मुझे दो सौ रुपये की जरूरत होगी।
(ङ) राम ने बहुत बड़ी गलती की।
(च) √
(छ) √
(ज) किसने पत्र लिखा है?
अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1 – वाच्य का नाम बताइए-
(क) रात भर कैसे जागा जाएगा?
उत्तर- भाववाच्य।
(ख) आपको सूचित किया जाता है।
उत्तर – कर्मवाच्य ।
(ग) दूध पीया नहीं जा रहा है।
उत्तर- भाववाच्य।
प्रश्न 2 – निर्देशानुसार वाच्य बदलिए-
1. राम नहीं सोता । (भाववाच्य में बदलिए)
2. राम से पढ़ा नहीं जाता। ( कर्तृवाच्य में)
3. सोहन फुटबॉल नहीं खेलता । ( कर्मवाच्य में)
4. मैं खाना नहीं खाऊँगा । ( कर्मवाच्य में)
5. सुरेश द्वारा कल पत्र लिखा जाएगा। ( कर्तृवाच्य में)
6. मैं सर्दियों में शीतल जल से नहीं नहाता । ( वाच्यं बदलिए)
7. अमित से दौड़ा नहीं जाता। ( कर्तृवाच्य में)
8. मैंने वह दृश्य नहीं देखा । (कर्मवाच्य में)
9. शोभना गीत गाती है। ( कर्मवाच्य में)
10. रमेश पाठ याद करता है। ( कर्मवाच्य में)
11. मोहन से पढ़ा नहीं जाता।( कर्तृवाच्य में)
12. मैंने खाना खाया। ( कर्मवाच्य में)
13. बच्चा सोता है। (भाववाच्य में)
14. मोहन अखबार नहीं पढ़ता। ( कर्मवाच्य में)
15. सोहन सिनेमा नहीं देखता । ( कर्मवाच्य में)
16. तुम दान दोगे। ( कर्मवाच्य में)
17. पक्षी आकाश में उड़ते हैं। (भाववाच्य में)
18. ज्योति कार अच्छी तरह नहीं चलाती । ( कर्मवाच्य में)
19. उर्दू में लिखित पत्र मुझसे नहीं पढ़ा जाएगा। ( कर्तृवाच्य में)
20. गीता चल नहीं सकती। (भाववाच्य में)
21. ऐसे सोए नहीं जाते। (शुद्ध कीजिए)
22. मैंने पत्र लिखा। ( वाच्य परिवर्तन कीजिए)
23. चलो, अब चलते हैं। (भाववाच्य में लिखिए)
24. भगवान् हमारी रक्षा करता है। ( कर्मवाच्य में)
25. हिरण दौड़ता है। (भाववाच्य में)
26. सरकार द्वारा शिक्षा पर बहुत खर्च किया जा रहा है। ( कर्तृवाच्य में)
उत्तर-
1. राम से नहीं सोया जाता है।
2. राम नहीं पढ़ता |
3. सोहन द्वारा फुटबॉल नहीं खेली जाती।
4. मेरे द्वारा खाना नहीं खाया जाएगा।
5. सुरेश कल पत्र लिखेगा।
6. मेरे द्वारा सर्दियों में शीतल जल से नहीं नहाया जाता।
7. अमित नहीं दौड़ता ।
8. मेरे द्वारा वह दृश्य नहीं देखा गया।
9. शोभना द्वारा गीत गाया जा रहा है।
10. रमेश द्वारा पाठ याद किया जा रहा है।
11. मोहन नहीं पढ़ता।
12. मेरे द्वारा खाना खाया गया।
13. बच्चे से सोया जाता है। बच्चा सोए जा रहा है।
14. मोहन द्वारा अखबार नहीं पढ़ा जाता ।
15. मोहन द्वारा सिनेमा नहीं देखा जाता।
16. तुम्हारे द्वारा दान दिया जाएगा।
17. पक्षी आकाश में उड़ते जा रहे हैं।
18. ज्योति द्वारा कार अच्छी तरह नहीं चलाई जाती।
19. उर्दू में लिखा पत्र मैं नहीं पढ़ सकूँगा ।
20. गीता से चला नहीं जा सकता।
21. ऐसे सोया नहीं जाता।
22. मेरे द्वारा पत्र लिखा गया।
23. चलो, अब चला जाए।
24. भगवान् द्वारा हमारी रक्षा की जाती है।
25. हिरण दौड़े जा रहा है।
26. सरकार शिक्षा पर बहुत खर्च कर रही है।