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UP Board Class 10 Social Science Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (भूगोल)

UP Board Class 10 Social Science Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (भूगोल)

UP Board Solutions for Class 10 Social Science Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (भूगोल)

फास्ट ट्रैक रिवीज़न
भारत में परिवहन
भारत में विभिन्न प्रकार की भू-आकृतियों के कारण, यहाँ अनेक प्रकार के परिवहन संसाधन (सड़क परिवहन, रेलवे, पाइपलाइन, जलमार्ग, वायुमार्ग इत्यादि) हैं।
सड़क परिवहन
भारत में सड़कों का जाल लगभग 62.16 लाख किमी ( 2020-21) है, जिनमें एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय और राज्यमार्ग, माध्यमिक या क्षेत्रीय सड़कें और अन्य शहरी व ग्रामीण सड़कें सम्मिलित हैं।
क्षमता के आधार पर सड़कों का वर्गीकरण
भारत में सड़कों को क्षमता के आधार पर छ: वर्गों में वर्गीकृत किया गया है
  • स्वर्णिम चतुर्भुज महाराजमार्ग यह राजमार्ग परियोजना भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में है। भारत सरकार ने दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई व मुम्बई को जोड़ने वाली 6 लेन वाले महाराजमार्गों की योजना प्रारम्भ की थी।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग यह देश का प्राथमिक सड़क तन्त्र है। इसके निर्माण, प्रबन्धन एवं रख-रखाव की जिम्मेदारी केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा निभाई जाती है। अनेक प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम दिशाओं में फैले हुए हैं। दिल्ली व अमृतसर के मध्य शेरशाह द्वारा बनवाया गया प्रसिद्ध ‘ग्राण्ड ट्रंक रोड’ (पेशावर से कोलकाता) भारत में NH-1 के नाम से जाना जाता है। वाराणसी से कन्याकुमारी राजमार्ग (NH-7) को ग्रेट ‘ दक्कन रोड’ भी कहते हैं।
  • राज्य राजमार्ग राज्यों की राजधानियों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने वाली. सड़कें राज्य राजमार्ग कहलाती हैं। इन सड़कों के निर्माण एवं रख-रखाव की जिम्मेदारी राज्य सरकार के अधीन राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग की होती है।
  • जिला सड़कें ये सड़कें जिले के विभिन्न प्रशासनिक केन्द्रों को जिला मुख्यालय से जोड़ती हैं। इन सड़कों की व्यवस्था का उत्तरदायित्व जिला परिषद् का होता है।
  • सीमान्त सड़कें उपरोक्त सड़कों के अतिरिक्त भारत सरकार प्राधिकरण के अधीन सीमा सड़क संगठन है, जो देश के सीमान्त क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण व उनकी देख-रेख करता है। यह संगठन वर्ष 1960 में बनाया गया था।
  • अन्य सड़कें इस वर्ग के अन्तर्गत वे सड़कें आती हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों तथा गाँवों को शहरों से जोड़ती हैं। प्रधानमन्त्री सड़क योजना के तहत इन सड़कों के विकास को विशेष प्रोत्साहन मिला है।
पदार्थ के आधार पर सड़कों का वर्गीकरण
पदार्थ के आधार पर सड़कें दो प्रकार की होती हैं
  1. पक्की सड़कें ये सड़कें बारहमासी अर्थात् सभी मौसम के लिए उपयुक्त हैं।
  2. कच्ची सड़कें इन सड़कों का उपयोग सूखे मौसम में किया जाता है।
सड़क परिवहन के समक्ष समस्याएँ
  • आधे से अधिक सड़कों का कच्ची सड़कों के रूप में होना।
  • शहरी क्षेत्र की सड़कों का अत्यन्त तंग व संकरा होना।
सड़क से सम्बन्धित समस्याओं में सुधार के उपाय
  • देश में पहले से उपलब्ध सड़कें, जो जर्जर अवस्था में हैं, उनकी मरम्मत की ओर ध्यान देना चाहिए।
  • सड़कों पर से गैर-कानूनी अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए, जिससे कि उनको चौड़ा किया जा सके।
  • दो अलग-अलग राज्यों को जोड़ने वाली सड़कों के निर्माण एवं रख-रखाव के लिए राज्यों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय नीति का निर्माण करना चाहिए।
रेल परिवहन
  • भारत में रेल परिवहन वस्तुओं तथा यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है।
  • रेल परिवहन अनेक कार्यों में सहायक है; जैसे – व्यापार, तीर्थयात्राएँ व लम्बी दूरी तक सामान का परिवहन आदि ।
  • भारतीय रेल परिवहन के तीन गेज-बड़ी लाइन, मीटर लाइन एवं छोटी लाइन हैं।
  • भारतीय रेल परिवहन देश का सर्वाधिक बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का प्राधिकरण है।
  • देश की पहली रेलगाड़ी 1853 ई. में मुम्बई और थाणे के मध्य चलाई गई, जो 34 किमी की दूरी तय करती थी।
पाइपलाइन
  • ठोस पदार्थों को तरल अवस्था (खनिज तेल) में परिवर्तित कर पाइपलाइनों के माध्यम से गन्तव्य स्थान तक पहुँचाया जाता है।
  • पाइपलाइन बिछाने की प्रारम्भिक लागत अधिक होती है, लेकिन इसको चलाने की लागत न्यूनतम होती है।
  • इसमें सामानों के परिवहन में देरी तथा हानियाँ नहीं के बराबर हैं।
प्रमुख पाइपलाइन नेटवर्क इस प्रकार हैं
  • ऊपरी असम के तेल क्षेत्रों से गुवाहाटी, बरौनी व इलाहाबाद के रास्ते कानपुर (उत्तर प्रदेश) तक।
  • गुजरात में सलाया से वीरमगाँव, मथुरा, दिल्ली व सोनीपत के रास्ते पंजाब से जालन्धर तक |
  • देश की सबसे बड़ी (1700 किमी) गैस पाइपलाइन गुजरात के हजीरा को उत्तर प्रदेश में जगदीशपुर से मिलाती है। यह मध्य प्रदेश के विजयपुर के रास्ते से निकलती है।
जल परिवहन
  • जल परिवहन, परिवहन का सबसे सस्ता साधन है।
  • यह परिवहन साधनों में ऊर्जा तथा पर्यावरण के अनुकूल है।
आन्तरिक जल परिवहन
  • भारत में अन्तःस्थलीय नौ संचालन जलमार्ग 14,500 किमी लम्बा है।
  • यह परिवहन नदियों, नहरों एवं झीलों के द्वारा होता है।
आन्तरिक जल परिवहन को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित कर निम्न श्रेणियों में बाँटा गया है
  • जलमार्ग संख्या 1 यह हल्दिया से प्रयागराज (इलाहाबाद) के मध्य 1620 किमी लम्बा गंगा जलमार्ग है। यह सबसे लम्बा जलमार्ग है।
  • जलमार्ग संख्या 2 यह सदिया व धुबरी के मध्य 891 किमी लम्बा ब्रह्मपुत्र नदी जलमार्ग है।
  • जलमार्ग संख्या 3 केरल में पश्चिम तटीय नहर, जिसकी लम्बाई 205 किमी तक है।
  • जलमार्ग संख्या 4 यहाँ काकीनाड़ा और पुदुचेरी नहर स्ट्रेच के साथ-साथ गोदावरी और कृष्णा नदी का विशेष विस्तार है, जिसकी लम्बाई 1078 किमी है।
  • राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-5 खरसुआ और धमारा नदी, महानदी के डेल्टा चैनल, ब्राह्मणी नदी और पूर्वी तटीय नहर के साथ – ब्राह्माणी नदी का विशेष विस्तार 623 किमी है।
समुद्री परिवहन (प्रमुख समुद्री पत्तन )
  • भारतीय तटों पर स्थित प्रमुख पत्तनों द्वारा देश का 95% विदेशी व्यापार संचालित होता है।
  • देश की मुख्य भूमि की 7516.6 किमी लम्बी तटरेखा पर 12 बड़े और 200 मध्यम व छोटे बन्दरगाह स्थित हैं।
  • कुछ प्रमुख बन्दरगाह – काण्डला, मुम्बई, मार्मागाओ, न्यू मंगलौर, तूतीकोरिन, चेन्नई, विशाखापत्तनम, पारादीप, कोलकाता, हल्दिया हैं। कोच्चि,
वायु परिवहन
  • वायु परिवहन तीव्रतम, आरामदायक व प्रतिष्ठित परिवहन का साधन है।
  • वर्ष 1953 में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण किया गया।
  • इण्डियन एयरलाइंस, तथा कई निजी एयरलाइंस घरेलू विमान सेवाएँ उपलब्ध कराती हैं।
संचार सेवाएँ
  • संचार, सूचना का आदान-प्रदान करने का एक कार्य है।
निजी संचार
  • यह दो लोगों के बीच सन्देश हस्तान्तरण या प्रेषण की प्रक्रिया है।
  • मोबाइल फोन, डाक-पत्र व्यक्तिगत संचार के उदाहरण हैं।
डाक संचार
  • भारत का डाक संचार तन्त्र विश्व का वृहत्तम तन्त्र है।
  • भारतीय डाक नेटवर्क, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी के अन्तर्गत पोस्ट विभाग द्वारा सँभाला जाता है।
  • डाक संचार को प्रथम श्रेणी व द्वितीय श्रेणी में बाँटा जाता है
    1. प्रथम श्रेणी कार्ड व लिफाफा, बन्द चिट्ठी प्रथम श्रेणी की डाक समझी जाती है।
    2. द्वितीय श्रेणी रजिस्टर्ड पैकेट, किताबें, अखबार तथा मैगज़ीन द्वितीय श्रेणी की डाक में आते हैं।
मेल संचार
बड़े शहरों में डाक-संचार में तीव्रता हेतु राजधानी मार्ग, मेट्रो चैनल, ग्रीन चैनल, व्यापार चैनल, पार्टी चैनल, दस्तावेज चैनल मार्ग अपनाए गए हैं।
जनसंचार
  • यह मनोरंजन प्रदान करता है और विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों और नीतियों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करता है।
  • जनसंचार में रेडियो, टेलीविजन, समाचार-पत्र, इण्टरनेट, पत्रिकाएँ, किताबें और फिल्म शामिल हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
  • राज्यों व देशों के व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है।
  • दो देशों के मध्य वस्तुओं का आदान-प्रदान अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है।
  • आयात तथा निर्यात व्यापार के दो प्रमुख घटक हैं।
  • वर्ष 1991 में उदारीकरण की शुरुआत के बाद अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में बदलाव आया है। भारत से मैंगनीज, चाय, चमड़े का सामान, कहवा, अनाज इत्यादि का निर्यात किया जाता है, जबकि पेट्रोलियम का आयात किया जाता है।
सन्तुलित व्यापार
  • आयात व निर्यात का अन्तर ही देश के व्यापार सन्तुलन को निर्धारित करता है।
  • निर्यात मूल्य, आयात मूल्य से अधिक हो, तो उसे अनुकूलन व्यापार सन्तुलन कहा जाता है।
  • यदि निर्यात मूल्य की अपेक्षा आयात मूल्य अधिक हो, तो उसे असन्तुलित व्यापार कहा जाता है।
पर्यटन : एक व्यापार के रूप में
  • पिछले तीन दशकों में भारत में पर्यटन उद्योग में महत्त्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
  • 150 लाख से अधिक व्यक्ति पर्यटन उद्योग में प्रत्यक्ष रूप से संलग्न हैं।
  • यह राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है तथा साथ ही स्थानीय हस्तकला व उद्यमों को भी प्रश्रय देता है।
  • अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर यह हमें संस्कृति तथा विरासत की समझ विकसित करने में सहायता करता है।
  • राजस्थान, गोवा, जम्मू और कश्मीर तथा दक्षिण भारत के मन्दिर विदेशी पर्यटकों के पर्यटन के महत्त्वपूर्ण स्थल हैं।
खण्ड अ बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन-से दो दूरस्थ स्थित स्थान पूर्व-पश्चिम गलियारा द्वारा आपस में जुड़ते हैं?
(a) मुम्बई – नागपुर
(b) सिल्वर – पोरबन्दर
(c) मुम्बई – कोलकाता
(d) नागपुर-हैदराबाद
उत्तर (b) सिल्चर – पोरबन्द
प्रश्न 2. भारत की सबसे बड़ी परिवहन प्रणाली कौन-सी है?
(a) रेल परिवहन
(b) सड़क परिवहन
(c) वायु परिवहन
(d) जल परिवहन
उत्तर (a) रेल परिवहन
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से कौन-सा पत्तन (बन्दरगाह) देश के पूर्वी तट पर स्थित है?
(a) काँडला
(b) कोच्चि
(c) मुम्बई
(d) विशाखापत्तनम
उत्तर (d) विशाखापत्तनम
प्रश्न 4. दो राज्यों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान कहलाता है।
(a) राष्ट्रीय व्यापार
(b) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
(c) आन्तरिक व्यापार
(d) वस्तु विनिमय
उत्तर (a) राष्ट्रीय व्यापार
प्रश्न 5. निम्नलिखित में से परिवहन का कौन-सा साधन अति दुर्गम स्थानों के लिए अत्यन्त आवश्यक है ?
(a) जल परिवहन
(b) वायु परिवहन
(c) रेल परिवहन
(d) स्थल परिवहन
उत्तर (b) वायु परिवहन
प्रश्न 6. भारत में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण कब किया गया?
(a) वर्ष 1950
(b) वर्ष 1953
(c) वर्ष 1960
(d) वर्ष 1998
उत्तर (b) वर्ष 1953
प्रश्न 7. पश्चिमी रेलवे का मुख्यालय स्थित है
(a) दिल्ली में
(b) कोलकात्ता में
(c) मुम्बई में
(d) अमृतसर में
उत्तर (c) मुम्बई में
प्रश्न 8. भारतीय निर्यात व्यापार की वस्तु है
(a) खनिज तेल
(b) दवाइयाँ
(c) कपास
(d) चाय
उत्तर (d) चाय
प्रश्न 9. विदेशी व्यापार किनके मध्य होता है?
(a) दो देशों के मध्य
(b) दो प्रदेशों के मध्य
(c) दो नगरों के मध्य
(d) दो गाँवों के मध्य
उत्तर (a) दो देशों के मध्य
प्रश्न 10. भारत का अधिकांश विदेशी व्यापार होता है
(a) सड़क मार्ग से
(b) समुद्री मार्ग से
(c) रेल मार्ग से
(d) वायु मार्ग से
उत्तर (b) समुद्री मार्ग से
प्रश्न 11. जब एक देश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर व्यापार किया जाता है, तो उसे कहते हैं
(a) आन्तरिक व्यापार
(b) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
(c) बाहरी व्यापार
(d) स्थानीय व्यापार
उत्तर (b) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
प्रश्न 12. निम्न में कौन-सा पत्तन पूर्वी तट पर स्थित है, जो अतः स्थलीय तथा अधिकांश गहराई का पत्तन है तथा पूर्ण सुरक्षित है?
(a) चेन्नई
(b) पारादीप
(c) तूतीकोरिन
(d) विशाखापत्तनम
उत्तर (d) विशाखापत्तनम
प्रश्न 13. निम्नलिखित में से परिवहन का कौन-सा साधन वाहनान्तरण हानियों तथा देरी को घटाता है?
(a) रेल परिवहन
(b) सड़क परिवहन
(c) पाइपलाइन
(d) जल परिवहन
उत्तर (c) पाइपलाइन
प्रश्न 14. निम्न में से कौन-सा शब्द दो या दो से अधिक देशों के व्यापार को दर्शाता है?
(a) आन्तरिक व्यापार
(b) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
(c) बाहरी व्यापार
(d) स्थानीय व्यापार
उत्तर (b) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
प्रश्न 15. सबसे लम्बा राष्ट्रीय जलीय मार्ग है
(a) हल्दिया से इलाहाबाद
(b) सदिया से धुबरी
(c) केरल में पश्चिम तटीय नहर
(d) काकीनाड़ा से पुण्डुचेरी
उत्तर (a) हल्दिया से इलाहाबाद
प्रश्न 16. भारतीय रेल में रेल प्रखण्डों की कुल संख्या है
(a) 16
(b) 18
(c) 10
(d) 12
उत्तर (d) 18
सुमेलित करें
प्रश्न 17. सुमेलित कीजिए
कथन कूट
प्रश्न 18. निम्न कथनों पर विचार करें
1. भारत की सड़कों को क्षमता के आधार पर 6 भागों में वर्गीकृत किया गया है।
2. राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क तन्त्र का प्रमुख भाग है।
3. जिला सड़कें राज्य मुख्यालय को जोड़ती हैं।
4. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का मुख्य साधन वायुमार्ग है।
दिए गए विकल्पों में से असत्य कथन का चुनाव करें
(a) 1 और 3
(b) 2 और 3
(c) 3 और 4
(d) 3 और 2
उत्तर (c) 3 और 4
खण्ड ब वर्णनात्मक प्रश्न
वर्णनात्मक प्रश्न -1
प्रश्न 1. सड़क परिवहन के तीन गुण बताइए।
अथवा सड़क परिवहन के सापेक्षिक लाभों की विवेचना करें।
उत्तर – सड़क परिवहन के तीन गुण / लाभ निम्नलिखित हैं
  1. सड़क परिवहन की निर्माण लागत बहुत कम है।
  2. अपेक्षाकृत ऊबड़-खाबड़ व विच्छिन्न भू-भागों पर सड़कें बनाई जा सकती हैं।
  3. सड़क परिवहन घर-घर सेवाएँ उपलब्ध कराता है. तथा सामानों की ढुलाई में लागत भी अपेक्षाकृत कम होती है।
प्रश्न 2. सीमान्त सड़कों का महत्त्व बताइए ।
उत्तर – सीमान्त सड़कों का महत्त्व निम्न प्रकार है
  • इन सड़कों ने दुर्गम क्षेत्रों में अभिगम्यता बढ़ाई है।
  • ये उत्तरी तथा उत्तरी-पूर्वी क्षेत्रों में सामरिक कार्यों को सम्पन्न करने में सहायता प्रदान करती हैं।
  • इन क्षेत्रों ने आर्थिक विकास में अत्यधिक सहायता पहुँचाई है।
प्रश्न 3. व्यापार से आप क्या समझते हैं? स्थानीय व अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में अन्तर स्पष्ट कीजिए । 
उत्तर – व्यापार
व्यक्तियों, क्षेत्रों, दो या दो से अधिक देशों के मध्य वस्तुओं और सेवाओं का लेन-देन व्यापार कहलाता है।
स्थानीय व अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में अन्तर
स्थानीय व्यापार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
एक देश के गाँवों, शहरों, नगरों व राज्यों के बीच होने वाले व्यापार को स्थानीय व्यापार कहते हैं। दो या दो से अधिक देशों के बीच होने वाले व्यापार को अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कहते हैं।
स्थानीय व्यापार में राष्ट्रीय मुद्रा का विनिमय होता है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में विदेशी मुद्रा का विनिमय होता है।
प्रश्न 4. रेल परिवहन कहाँ पर अत्यधिक सुविधाजनक परिवहन साधन है तथा क्यों? 
उत्तर – रेल परिवहन मैदानी क्षेत्रों में अत्यधिक सुविधाजनक साधन है, क्योंकि
  • यह क्षेत्र घनी जनसंख्या वाले क्षेत्र होते हैं। अतः रेल परिवहन का उपभोग यहाँ पर अधिक होता है।
  • कृषि कार्य मुख्य व्यवसाय होने से उद्योगों को कच्चा माल कृषि से प्राप्त होता है।
  • अतः इसकी ढुलाई हेतु रेल परिवहन सुविधाजनक साधन है।
प्रश्न 5. पाइपलाइन परिवहन किसे कहते हैं? इसके दो महत्त्व बताइए |
उत्तर – पाइपलाइन परिवहन
पाइपलाइन का प्रयोग कच्चा तेल, पेट्रोल उत्पाद तथा तेल से प्राप्त प्राकृतिक गैस (खनिज) क्षेत्र से उपलब्ध गैस शोधनशालाओं, उर्वरक कारखानों व बड़े ताप विद्युत गृहों तक पहुँचाने में किया जाता है।
पाइपलाइन परिवहन का महत्त्व
पाइपलाइन परिवहन के महत्त्व निम्न प्रकार हैं
  1. ठोस पदार्थों को तरल अवस्था में परिवर्तित कर पाइपलाइनों के माध्यम से गन्तव्य स्थान तक पहुँचाया जाता है। सुदूर आन्तरिक भागों में स्थित शोधनशालाएँ (Refineries); जैसे-बरौनी, मथुरा, पानीपत तथा गैस पर आधारित उर्वरक कारखानों की स्थापना पाइपलाइनों के कारण ही सम्भव हो पाई है।
  2. पाइपलाइन बिछाने की प्रारम्भिक लागत अधिक है, लेकिन इसको चलाने की लागत न्यूनतम है। इसमें सामानों के परिवहन में देरी तथा हानियाँ नहीं के बराबर होती हैं।
प्रश्न 6. भारत सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीय जलमार्ग का वर्णन करें।
उत्तर – भारत सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीय जलमार्ग
  1. नौगम्य जलमार्ग संख्या-1 हल्दिया तथा इलाहाबाद के मध्य गंगा जलमार्ग जो 1620 किमी. लम्बा है।
  2. नौगम्य जलमार्ग संख्या-2 सदिया व धुबरी के मध्य 891 किमी. लम्बा बह्मपुत्र नदी जल मार्ग है।
  3. नौगम्य जलमार्ग संख्या-3 केरल में पश्चिमी तटीय नहर (कोहापुरम से कोल्लम तक, उद्योग मण्डल तथा चम्पककारा नहरे – 205 ) है।
  4. राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-4 काकीनाड़ा और पुदुचेरी नहर स्ट्रेच के साथ-साथ गोदावरी और कृष्ण नदी का विशेष विस्तार 1076 किमी है।
  5. राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-5 खरसुआ और धमारा नदी, महानदी के डेल्टा चैनल, ब्राह्मणी नदी और पूर्वी तटीय नहर के साथ ब्राह्माणी नदी का विशेष विस्तार 623 किमी है।
प्रश्न 7. स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद सर्वप्रथम विकसित बन्दगाह का वर्णन करें।
उत्तर – स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् कच्छ में काण्डला पहले पत्तन के रूप में विकसित किया गया। ऐसा देश विभाजन से कराची पत्तन, जो पाकिस्तान में शामिल हो गया था, उसकी कमी को पूरा करने तथा मुम्बई पत्तन से होने वाले व्यापारिक दबाव को कम करने के लिए किया गया था। काण्डला को दीनदयाल पत्तन के नाम से भी जाना जाता है। यह जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व गुजरात के औद्योगिक तथा खाद्यानों के आयात-निर्यात को संचालित करता है।
प्रश्न 8. वायु परिवहन आजकल अधिक उपयोगी क्यों है? कोई तीन बिन्दु लिखिए। 
उत्तर – वायु परिवहन यातायात का सबसे तीव्रगामी साधन है। दुर्गम क्षेत्रों; जैसेपर्वत, सघन वन एवं मरुस्थलीय क्षेत्रों में रेल एवं सड़क मार्गों का विकास करना असम्भव लगता है, परन्तु वायु परिवहन द्वारा इन क्षेत्रों को सरलता से जोड़ा जा सकता है।
वर्तमान युग में किसी भी राष्ट्र के त्वरित आर्थिक विकास हेतु इसके महत्त्व को कम करके नहीं आँका जा सकता।
वायु परिवहन के तीन महत्त्व
  1. विदेश यात्रा का सबसे सुगम परिवहन का साधन है।
  2. इससे एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचने में अन्य साधनों की अपेक्षा कम समय लगता है।
  3. यह परिवहन का अत्यधिक आरामदायक साधन है।
प्रश्न 9. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर – राज्यों व देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है। दो देशों के मध्य वस्तुओं का आदान-प्रदान अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है। आयात तथा निर्यात व्यापार के दो प्रमुख घटक हैं। जब माल किसी दूसरे देश को बिक्री के लिए भेजा जाता है, इसे निर्यात कहा जाता है, जबकि जब माल किसी अन्य देश से भारत में बेचा जाता है, इसे आयात कहा जाता है।
वर्ष 1991 में उदारीकरण की शुरुआत के बाद अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में एक बदलाव आया है। भारत अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक सॉफ्टवेयर कम्पनी के रूप में उभरा है और सूचना प्रौद्योगिकी के निर्यात के माध्यम से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा है।
प्रश्न 10. भारत में रेल परिवहन पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर – भारत में सर्वप्रथम रेलवे की शुरुआत 1853 ई. में मुम्बई (बम्बई ) थाणे (ठाणे) के बीच (34 किमी) हुई। रेलवे भारत सरकार का विशालतमक उद्यम है। वर्ष 2019-20 के अनुसार, भारतीय रेलमार्ग की कुल लम्बाई 67,956 किमी है। वर्तमान समय में भारतीय रेलवे को 17 रेल प्रखण्डों मण्डलों में पुनः संकलित किया गया है।
कोंकण रेलवे भारत के महाराष्ट्र में रोहा को कर्नाटक के मंगलौर से जोड़ने वाला महत्त्वपूर्ण रेलमार्ग है। 760 किमी लम्बा यह रेलमार्ग महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक राज्य को जोड़ता है।
भारत में रेल परिवहन का महत्त्वपूर्ण स्थान है। रेल परिवहन के द्वारा औद्योगिक विकास को गति मिली है। रेलवे ने उद्योगों के विकेन्द्रीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। वर्तमान में भारत में मेट्रो रेल परिवहन भी यातायात का एक प्रमुख साधन बन गई है। मेट्रो रेल परिवहन ने सड़क परिवहन के भार को कम करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
वर्णनात्मक प्रश्न – 2
प्रश्न 1. परिवहन तथा संचार के साधन किसी देश की जीवन रेखा तथा अर्थव्यवस्था क्यों कहे जाते हैं?
अथवा भारत के आर्थिक विकास में परिवहन के साधनों का क्या महत्त्व है?
अथवा परिवहन तथा संचार के साधन किसी भी देश की जीवन रेखा क्यों. माने जाते हैं? दो कारण लिखिए। 
उत्तर – परिवहन तथा संचार के साधन किसी देश की जीवन रेखा तथा अर्थव्यवस्था इसलिए कहे जाते हैं, क्योंकि
  • एक देश के विकास की गति वस्तुओं व सेवाओं के उत्पादन के साथ उनके एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहन की सुविधा पर निर्भर करती है। इसलिए सक्षम परिवहन के साधन तीव्र विकास के लिए पूर्व – अपेक्षित हैं।
  • विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के विकास के साथ व्यापार व परिवहन के प्रभाव – क्षेत्र में आशातीत वृद्धि हुई है।
  • सक्षम व तीव्र गति वाले परिवहन से आज संसार एक बड़े गाँव के रूप में परिवर्तित हो गया है।
परिवहन का यह विकास संचार साधनों के विकास से सम्भव हो सका है, इसलिए परिवहन व संचार एक-दूसरे के पूरक हैं।
  • आज भारत अपने विशाल आकार, विविधताओं, भाषायी तथा सामाजिक व सांस्कृतिक बहुलताओं के बावजूद संसार के सभी क्षेत्रों से सुचारु रूप से जुड़ा हुआ है। रेल, वायु एवं जल परिवहन, समाचार-पत्र, रेडियो, दूरदर्शन, सिनेमा तथा इण्टरनेट आदि इसके सामाजिक-आर्थिक विकास में अनेक प्रकार से सहायक हैं।
  • सामान्यतः औद्योगिक इकाइयों की स्थापना उन्हीं क्षेत्रों में सम्भव है जहाँ परिवहन के साधन विकसित होते हैं। परिवहन के साधन विकसित होने से कच्चे मालों को आसानी से उत्पाद केन्द्र तक पहुँचाया जा सकता है, साथ ही तैयार माल को आसानी से बाजार तक ले जाया जा सकता है।
  • सड़क मार्ग एवं रेलमार्ग के द्वारा देश के सभी महत्त्वपूर्ण नगरों को आपस में जोड़ दिया गया है। इन मार्गों के माध्यम से न केवल औद्योगिक उत्पादों को ले जाया जाता है, बल्कि कृषि उत्पादों की भी ले जाया जाता है। भारत में कृषि उपजों के विकास में रेल एवं सड़क मार्ग का उल्लेखनीय योगदान है।
  • स्थानिक से अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार ने अर्थव्यवस्था को जीवन शक्ति प्रदान की है। इसने हमारे जीवन को समृद्ध किया है तथा आरामदायक जीवन के लिए सुविधाओं व साधनों में बढ़ोतरी की है।
  • आधुनिक संचार तथा परिवहन के साधन हमारे देश और इसकी आधुनिक अर्थव्यवस्था को संचालित करते हैं।
अतः यह स्पष्ट है कि सघन व सक्षम परिवहन का जाल तथा संचार के साधन किसी देश की अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा होते हैं।
प्रश्न 2. पिछले पन्द्रह वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रवृत्ति पर एक लेख लिखिए।
अथवा अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर – पिछले पन्द्रह वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रवृत्ति
  • 1990 के दशक तक भारत के द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में प्रमुखतः कृषि उत्पाद थे, परन्तु अब भारत ने सेवाओं के निर्यात में भी उच्च स्तर की वृद्धि कर ली है। वस्तुओं के आदान-प्रदान की अपेक्षा सूचनाओं, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी का महत्त्व बढ़ा है। भारत अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक सॉफ्टवेयर महाशक्ति के रूप में उभरा है। सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से भारत अत्यधिक विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा है ।
  • पिछले कुछ दशकों से भारत में पर्यटन उद्योग में महत्त्वपूर्ण वृद्धि हुई है। देश में विदेशी पर्यटकों के आगमन में 28% की वृद्धि दर्ज की गई है।
  • अब भारत में निर्मित वस्तुएँ अन्य देशों को भी निर्यात की जाने लगी हैं। हमारे व्यापारिक सम्बन्ध इंग्लैण्ड की अपेक्षा अमेरिका, रूस, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप के अन्य देशों व तेल उत्पादक क्षेत्रों से भी बढ़ रहे हैं।
  • सार्क देशों के साथ भी भारत के व्यापारिक सम्बन्ध बढ़ रहे हैं।
  • अमेरिका तथा अरब देशों के बाद अब चीन भारत का प्रमुख व्यापारिक सहयोगी बन गया है।
प्रश्न 3. निम्नलिखित का वर्णन लगभग 40 शब्दों में कीजिए । 
A. स्वर्णिम चतुर्भुज महाराजमार्ग
B. राष्ट्रीय राजमार्ग
C. राज्य राजमार्ग
उत्तर – स्वर्णिम चतुर्भुज महाराजमार्ग यह राजमार्ग परियोजना भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में है। भारत सरकार ने दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई व मुम्बई को जोड़ने वाली 6 लाइन वाली महाराजमार्गों की योजना प्रारम्भ की थी। इन महाराजमार्ग का प्रमुख उद्देश्य भारत के मेगासिटी (Mega cities) के मध्य परिवहन दूरी को कम करना है। आर्थिक दृष्टिकोण से इसे एक महत्त्वपूर्ण योजना माना जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) देश के दूरस्थ भागों को आपस में जोड़ते हैं। यह देश का प्राथमिक सड़क तन्त्र है। इसके निर्माण, प्रबन्धन एवं रख-रखाव की जिम्मेदारी केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा निभाई जाती है।
राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार हैं
  • शेरशाह द्वारा बनवाया गया प्रसिद्ध ‘ग्रांड ट्रंक रोड’ पेशावर से कोलकाता (कलकत्ता) भारत में NH-1 एवं NH-2 का सम्मिलित रूप है।
  • NH-31 एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग है, जो उत्तर-पूर्वी भारतीय राज्यों को शेष भारत से जोड़ता है।
  • वाराणसी से कन्याकुमारी राजमार्ग (NH-7) को ग्रेट ‘दक्कन रोड’ भी कहते हैं।
  • NH-44 जो श्रीनगर से कन्याकुमारी को जोड़ती है, देश का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग है।
राज्य राजमार्ग राज्यों की राजधानियों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने वाली सड़कें राज्य राजमार्ग कहलाती हैं। राज्यों एवं केन्द्रशासित क्षेत्रों में इन सड़कों के निर्माण एवं रख-रखाव की जिम्मेदारी राज्य सरकार के अधीन राज्य के सार्वजनिक निर्माण विभाग की होती है।
प्रश्न 4. परिवहन सेवाओं के तीन भागों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – परिवहन सहयोगी अथवा तृतीयक व्यवसाय के रूप में किया जाने वाला एक व्यवसाय है, जो प्राथमिक और द्वितीयक व्यवसाय में संलग्न लोगों की सहायता के लिए अपनाया जाता है। परिवहन पारस्परिक सम्मिलन का मार्ग होता है, जिनकी सहायता से व्यापार किया जाता है। इन पारस्परिक या व्यापारिक मार्गों के अन्तर्गत सड़कें, रेलमार्ग, वायुमार्ग व जलमार्ग ( पत्तन ) आते हैं।
परिवहन सेवा के तीन भाग
सड़क परिवहन सड़क परिवहन यातायात का प्रमुख साधन है। इसके अंतर्गत सड़कों पर चलने वाले विविध परिवहन साधन; जैसे- कार, स्कूटर, साइकिल, बस, ट्रक आदि हैं। भारत में सड़क परिवहन ने सामाजिक एवं आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निर्वाह की है। कम तथा मध्यम दूरी तय करने के लिए यह परिवहन का सुगम एवं सस्ता साधन भी है।
रेल परिवहन आन्तरिक परिवहन में रेल परिवहन का महत्त्वपूर्ण स्थान है। भारतीय रेल सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा नियोक्ता भी है। इसमें लगभग 16 लाख व्यक्ति नियोजित हैं। कुशल प्रबन्धन के लिए भारतीय रेल को 17 रेल प्रखण्डों में संकलित किया गया है। भारत में रेलवे का प्रारम्भ 1853 ई. में हुआ। जब बम्बई से थाणे के बीच (34 किमी) पहली रेलगाड़ी चलाई गई । प्रारम्भ में भारतीय रेलवे का विकास अंग्रेजों द्वारा इस रूप में किया गया, ताकि कच्चे माल को निर्यात हेतु कलकत्ता (कोलकाता), बम्बई (मुम्बई), मद्रास (चेन्नई) जैसे बन्दरगाह नगरों तक पहुँचाया जा सके। देश में रेलों का वास्तविक निर्माण कार्य लॉर्ड डलहौजी के शासन में प्रारम्भ हो पाया।
जल परिवहन जल में चलने वाले परिवहन के ऐसे साधन, जिनका संचालन जल शक्ति या यान्त्रिक शक्ति की सहायता से किया जाता है, ‘जल परिवहन के साधन’ कहलाते हैं। इनके उदाहरण हैं- नदियों व नहरों में चलने वाली नावें व स्टीमर, तथा समुद्रों में चलने वाले बड़े जलयान, छोटे स्टीमर आदि ।
भारत में जल परिवहन का उपयोग प्राचीन काल से हो रहा है। यह परिवहन का सबसे सस्ता एवं पारस्थितिकी अनुकूल (पर्यावरण के अनुकूल) साधन है।
प्रश्न 5. भारत में पाइपलाइन की बढ़ती उपयोगिता के साथ देश में इसके वितरण क्षेत्र को बताइए ।
उत्तर – आधुनिक समय में परिवहन के साधनों में पाइपलाइन की महत्ता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। पहले पाइपलाइन का उपयोग शहरों एवं उद्योगों में पानी पहुँचाने के लिए होता था, परन्तु आधुनिक परिदृश्य में इसकी उपयोगिता और बढ़ गई है; जैसे-
  • इसका प्रयोग कच्चा तेल, पेट्रोल उत्पाद तथा तेल से प्राप्त प्राकृतिक तथा गैस क्षेत्र से उपलब्ध गैस शोधनशालाओं, उर्वरक कारखानों व बड़े ताप विद्युत गृहों तक पहुँचाने में किया जाता है। ठोस पदार्थों को तरल अवस्था में परिवर्तित कर पाइपलाइनों के माध्यम से गंतव्य स्थान तक पहुँचाया जाता है।
  • सुदूर आन्तरिक भागों में स्थित शोधनशालाएँ; जैसे – बरौनी, मथुरा, पानीपत तथा गैस पर आधारित उर्वरक कारखानों की स्थापना पाइपलाइनों के कारण ही सम्भव हो पाई है।
  • पाइपलाइन बिछाने की प्रारम्भिक लागत अधिक है, लेकिन इसको चलाने की लागत न्यूनतम है। सामानों के परिवहन में देरी तथा हानियाँ इसमें नहीं के बराबर हैं।
भारत में पाइपलाइन परिवहन का वितरण
  • ऊपरी असम के तेल क्षेत्रों से गुवाहाटी, बरौनी व इलाहाबाद के रास्ते कानपुर (उत्तर प्रदेश) तक। इसकी एक शाखा बरौनी से राजबंध होकर हल्दिया तक है। दूसरी राजबंध से मौरी ग्राम तक तथा गुवाहाटी से सिलिगुड़ी तक है।
  • गुजरात में सलाया से वीरमगाँव, मथुरा, दिल्ली व सोनीपत के रास्ते पंजाब में जालंधर तक। इसकी अन्य शाखा बड़ोदरा के निकट कोयली को चक्शु व अन्य स्थानों से जोड़ती है।
  • गैस पाइपलाइन गुजरात में हजीरा को उत्तर प्रदेश में जगदीशपुर से मिलाती है। यह मध्य प्रदेश के विजयपुर के रास्ते होकर जाती है। इसकी शाखाएँ राजस्थान में कोटा तथा उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर, बबराला व अन्य स्थानों पर हैं।
प्रश्न 6 संचार सेवाओं का अर्थ तथा प्रकार बताइए ।
अथवा भारत में संचार के साधनों का वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए ।
अथवा भारत में जनसंचार के साधनों का वर्णन कीजिए। 
उत्तर – संचार, सूचना का आदान-प्रदान करने का एक कार्य है। व्यक्तिगत संचार और जनसंचार देश में संचार के प्रमुख साधन हैं।
संचार के प्रकार
निजी संचार यह दो लोगों के बीच सन्देश हस्तान्तरण या प्रेषण की प्रक्रिया है। मोबाइल फोन, डाक- पत्र व्यक्तिगत संचार के उदाहरण हैं।
डाक संचार भारत का डाक संचार तन्त्र विश्व का वृहत्तम तन्त्र है। भारतीय डाक नेटवर्क, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी ( भारत सरकार) के अन्तर्गत पोस्ट विभाग द्वारा सँभाला जाता है। यह पार्सल, निजी पत्र व्यवहार आदि को संचालित करता है। डाक संचार को निम्नलिखित प्रथम श्रेणी व द्वितीय श्रेणी में बाँटा जाता है
  1. प्रथम श्रेणी कार्ड व लिफाफा, बन्द चिट्ठी पहली श्रेणी की डाक समझी जाती है।
  2.  द्वितीय श्रेणी रजिस्टर्ड पैकेट, किताबें, अखबार तथा मैगजीन द्वितीय की डाक में आते हैं।
मेल चैनल बड़े शहरों में डाक संचार में तीव्रता हेतु राजधानी मार्ग, मेट्रो चैनल, ग्रीन चैनल, व्यापार चैनल, पार्टी चैनल, दस्तावेज चैनल मार्ग अपनाए गए हैं। दूरसंचार नेटवर्क टेलीफ़ोनिक संचार में सुधार के लिए सरकार ने देश के प्रत्येक गाँव में सब्सक्राइबर ट्रंक डायलिंग (एसटीडी) की सुविधा का 24 घण्टे विस्तार करने के लिए विशेष प्रावधान किया है। तेजी से व्यक्तिगत संचार सुनिश्चित करने के लिए इसी प्रकार स्थिर लैण्डलाइन और मोबाइल सेवाएँ बेहतर हुई हैं।
जनसंचार यह लोगों के बड़े समूह को, एक सन्देश को हस्तान्तरित करने या प्रसारित करने की एक प्रक्रिया है, जिसके लिए कुछ प्रकार के मीडिया का उपयोग करना आवश्यक है। यह मनोरंजन प्रदान करता है और विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों और नीतियों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता उत्पन्न करता है। जनसंचार में रेडियो, टेलीविजन, समाचार-पत्र, इण्टरनेट, पत्रिकाएँ, किताबें और फिल्म शामिल हैं।
  • टेलीविजन और रेडियो ऑल इण्डिया रेडियो (आकाशवाणी) और दूरदर्शन, राष्ट्रीय टीवी चैनल क्षेत्रीय तथा स्थानीय भाषा में देश के विभिन्न भागों में . कार्यक्रम प्रसारित करता है।
  • समाचार-पत्र / पत्रिकाएँ सम्पूर्ण भारत में अनेक समाचार-पत्र व सामयिक पत्रिकाएँ प्रकाशित की जाती हैं। भारत में हिन्दी भाषा में सर्वाधिक समाचार-पत्र प्रकाशित होते हैं। उसके बाद क्रमश: अंग्रेजी और उर्दू के समाचार-पत्र आते हैं।
  • चलचित्र भारत चलचित्र (Films) उत्पादक राष्ट्र के रूप में भी जाना जाता है। भारतीय व सभी विदेशी फिल्मों को प्रमाणित करने का अधिकार ‘केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’ का होता है।

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