सहभागी या सहकारी अधिगम से आप क्या समझतें हैं? उल्लेख कीजिए। What do you understand by collaborative learning? Explain
प्रश्न – सहभागी या सहकारी अधिगम से आप क्या समझतें हैं? उल्लेख कीजिए। What do you understand by collaborative learning? Explain
या
सहभागी अधिगम के उद्देश्य एवं इसमें शिक्षक की भूमिका स्पष्ट कीजिए | Describe the Objectives of Collaborative Learning and Teacher Role in it.
उत्तर – सहभागी या सहकारी अधिगम (Collaborative Learning)
सहकारी अधिगम की अवधारणा सम-समूह की अवधारणा पर आधारित है। इसमें छात्र आपस में समूह बनाकर कार्य करते हैं। सामान्यतया बालक एक-दूसरे का सहयोग करके पढ़ना-लिखना पसन्द करते हैं। इसके लिए किसी प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया जाता है। मनोवैज्ञानिकों एवं शिक्षाशास्त्रियों ने इस प्रवृत्ति का लाभ शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शोध के लिए उठाया और सहकारी अधिगम की अवधारणा विकसित की। प्रो. एस. के. दुबे के अनुसार, “सहकारी अधिगम का आशय छात्रों को समूह में कार्य करने के लिए तथा उनकी सहयोगी प्रवृत्ति का विकास करने की विविध विधियों से है, जिनके माध्यम से शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावी रूप से सम्पन्न किया जा सकता है। इस प्रकार सहकारी अधिगम शिक्षक, शिक्षार्थी एवं अनुशिक्षकों के मध्य सहयोग एवं समर्पण की भावना को विकसित करने का सार्थक एवं महत्त्वपूर्ण प्रयास है।
सहभागी अधिगम के उद्देश्य
- सहकारी अधिगम में शिक्षक एवं शिक्षार्थी दोनों को ही उनकी भूमिका का ज्ञान कराना, जिससे शिक्षण अधिगम प्रक्रिया प्रभावी रूप से सम्पन्न हो सके।
- इसके माध्यम से छात्रों में रचनात्मक प्रतिस्पर्धा उत्पन्न होती है, जिसके माध्यम से छात्र एक-दूसरे को सहयोग प्रदान करते हैं ।
- सहभागी अधिगम के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सरल एवं प्रभावी विधियों का ज्ञान कराया जाता है।
- प्राथमिक स्तर पर सहभागी अधिगम की आवश्यकता का ज्ञान प्रशिक्षुओं को प्रदान करना ।
- सहभागी अधिगम के माध्यम से प्रशिक्षुओं के समूह का गठन करना जिसका प्रयोग करके वह सर्वोत्तम रूप में शिक्षण अधिगम प्रक्रिया सम्पन्न करने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें। सहकारी अधिगम में शिक्षक की क्या भूमिका होनी चाहिए जिससे शिक्षण अधिगम प्रणाली प्रभावी हो सके।
सहभागी अधिगम में शिक्षक की भूमिका
- शिक्षक द्वारा समस्या का प्रस्तुतीकरण सरल एवं प्रभावी ढंग से किया जाता है जिससे छात्र इसमें रुचि लेकर सहकारी अधिगम के माध्यम से समाधान करते हैं।
- समय-समय पर कार्य एवं योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए शिक्षक द्वारा छात्रों को उचित निर्देशन एवं परामर्श प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपने कार्य को सफलतापूर्वक सम्पन्न कर सकते हैं।
- शिक्षक एक पर्यवेक्षक के रूप में अपनी कुशल भूमिका का निर्वहन करते हुए यह प्रयास करता है कि छात्रों को किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता है? उसके अनुसार ही छात्रों को सहायता प्रदान करते है तथा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सफल बनाता है।
- छात्रों के समूहों के गठन करने में भी शिक्षक की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। यदि शिक्षक द्वारा समूहों का गठन ठीक से किया जाता है तो उद्देश्यों की प्राप्ति की सम्भावना बढ़ जाती है ।
- शिक्षक सहगामी अधिगम की योजना का निर्माण करने से पूर्व सम्पूर्ण पक्षों पर विचार करते हुए उनके अनुरूप ही छात्रों को कार्य प्रदान करता है जिससे योजना के सफल होने की पूर्ण सम्भावना रहती है ।
- योजना के अन्त में मूल्यांकन का कार्य भी शिक्षक द्वारा ही किया जाता है। शिक्षक द्वारा छात्रों के निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति स्तर एवं व्यवहारगत् परिवर्तन को देखकर सफलता का अनुमान लगाया जा सकता है तथा आवश्यकता अनुस समाधान प्रस्तुत किए जा सकते हैं ।
